सोमवार, 7 अक्तूबर 2019

समुदाय का विकसित जंतु घोंघा

उदरपाद (गैस्ट्रोपोडा) मोलस्का समुदाय में सबसे अधिक विकसित जंतु हैं। इनके शरीर सममित नहीं होते। प्रावार (मैंटल) दो टुकड़ों में विभाजित नहीं रहता, इसलिए खोल भी दो पार्श्वीय कपाटिकाओं का नहीं वरन् एक ही असममित कपाटिका का बना हुआ रहता है। यह कपाटिका साधारणत: सर्पिल आकृति में कुंडलीकृत होती है। इसके भीतर स्थित जंतु के शरीर का पृष्ठीय भाग भी, जिसमें आंतरंग (विसरा) का अधिकांश भाग रहता है और जिसे आंतरंग कुब्ब कहते हैं, सर्पिल आकृति में कुडलीकृत रहता है। शरीर ऊपर से नीची दिशा में चपटा रहता है। प्रावारीय गुहा में दो गलफड़ स्थित रहते हैं। बहुतों में केवल एक ही गलफड़ होता है। अधिकांश में एक शिर भी होता है जिसमें आकर्षणांग स्थित रहते हैं। शिर के पीछे अच्छी प्रकार से उन्नत एक औदरिक पैर रहता है। पैर का औदरिक तल चपटा, चौड़ा और बहुत फैला रहता है। वक्त्रगुहा में एक विशेष अवयव रहता है जिसको दंतवाही (ओडोंटोफ़ोर) कहते हैं। यह नन्हें नन्हें दाँतों के सदृश अवयव का आधार होता है। वृक्क केवल एक होता है। चेतासंहति में छह जोड़ी चेतागुच्छ पाए जाते हैं। उदरपाद एकलिंगों या उभयलिंगी हो सकते हैं। कृमिवर्धन में रूपांतरण का दृश्य भी देखने में आता है।


उदरपाद अधिकतर पानी में रहते हैं। इनकी आदिम जातियाँ समुद्रों में रहती हैं। ये समुद्र के पृष्ठ पर रेंगती हैं, कुछ कीचड़ या बालू में घर बनाती हैं या चट्टानों में छेद करती हैं। कुछ ऐसे भी उदरपाद हैं जो समुद्र के पृष्ठ पर उलटे रहकर तैरते हैं; विशेषकर टेरोपॉड और हेटेरोपॉड, जिनके पैर मछली के पक्षों (फ़िन्स) के समान होते हैं, खुले समुद्र के पृष्ठ पर तैरते देखे जाते हैं।


उदरपाद समुद्र में १८,०० फुट की गहराई तक पाए जाते हैं। बहुतेरे उदरपाद मीठे जल में भी रहते हैं। पलमोनेट नामक उदरपाद स्थल और ऊँचे ऊँचे पहाड़ों पर भी पाए जाते हैं। निम्न केंब्रियन युग के बहुतेरे जीवाश्मभूत उदरपादों का भी पता चला है।


घोंघा (स्नेल), मंथर (स्लग), पैरैला, एपलीशिया तथा ट्राइटन उदरपादों के मुख्य उदाहरण हैं। घोंघा और मंथर मनुष्य के भोजन के लिए उपयुक्त होते हैं। कुछ जंतु उद्यानों में पौधों को हानि पहुँचाते हैं। अनेक उदरपादों के खोलों से अलंकार, यंत्र तथा बरतन बनते हैं। कौड़ियों का पहले मुद्रा या सिक्के के रूप में प्रयोग होता था। शंख, जो मंदिरों में बजाया जाता है, एक विशेष उदरपाद की खोल है।


कनेर की जानलेवा सुंदरता

कनेर पीली का दूध शरीर की जलन को नष्ट करने वाला और विषैला होता है। इसकी छाल कड़वी भेदन व बुखार नाशक होती है। छाल की क्रिया बहुत ही तेज होती है, इसलिए इसे कम मात्रा में सेवन करते है। नहीं तो पानी जैसे पतले दस्त होने लगते हैं। कनेर का मुख्य विषैला परिणाम हृदय की मांसपेशियों पर होता है। इसे अधिकतर औषधि के लिये उपयोग में लाया जाता है।


विषाक्त:-कनेर का बीज विषाक्त होता है। एक बीज का सेवन भी जान लेने के लिये काफी है। कनेर का जहर डाइगाक्सीन ड्रग की तरह है। डाइगाक्सीन दिल की धड़कन की रफ्तार कम करता है। कनेर का एक बीज डाइगाक्सीन के सौ टैबलेट के बराबर होता है। पहले तो यह दिल की धड़कन को धीमा करता है और आखिरकार एकदम रोक दोता है। क्या यह सच है। अभी इसका कोई पक्का प्रमाण नही मिला है। कृपया इसका पक्का प्रमाण दे अगर आपके आस पास कनेर के बीजों से कुछ हुआ है तो कृपया जरूर बताएं


अभिमान रूपी बुराई का अंत

लंकाकाण्ड वाल्मीकि कृत रामायण और गोस्वामी तुलसीदास कृत श्री राम चरित मानस का एक भाग (काण्ड या सोपान) है।


जाम्बवन्त के आदेश से नल-नील दोनों भाइयों ने वानर सेना की सहायता से समुद्र पर पुल बांध दिया। श्री राम ने श्री रामेश्वर की स्थापना करके भगवान शंकर की पूजा की और सेना सहित समुद्र के पार उतर गये। समुद्र के पार जाकर राम ने डेरा डाला। पुल बंध जाने और राम के समुद्र के पार उतर जाने के समाचार से रावण मन में अत्यंत व्याकुल हुआ। मन्दोदरी के राम से बैर न लेने के लिये समझाने पर भी रावण का अहंकार नहीं गया। इधर राम अपनी वानरसेना के साथ सुबेल पर्वत पर निवास करने लगे। अंगद राम के दूत बन कर लंका में रावण के पास गये और उसे राम के शरण में आने का संदेश दिया किन्तु रावण ने नहीं माना।


शांति के सारे प्रयास असफल हो जाने पर युद्ध आरम्भ हो गया। लक्ष्मण और मेघनाद के मध्य घोर युद्ध हुआ। शक्तिबाण के वार से लक्ष्मण मूर्छित हो गये। उनके उपचार के लिये हनुमान सुषेण वैद्य को ले आये और संजीवनी लाने के लिये चले गये। गुप्तचर से समाचार मिलने पर रावण ने हनुमान के कार्य में बाधा के लिये कालनेमि को भेजा जिसका हनुमान ने वध कर दिया। औषधि की पहचान न होने के कारण हनुमान पूरे पर्वत को ही उठा कर वापस चले। मार्ग में हनुमान को राक्षस होने के सन्देह में भरत ने बाण मार कर मूर्छित कर दिया परन्तु यथार्थ जानने पर अपने बाण पर बिठा कर वापस लंका भेज दिया। इधर औषधि आने में विलम्ब देख कर राम प्रलाप करने लगे। सही समय पर हनुमान औषधि लेकर आ गये और सुषेण के उपचार से लक्ष्मण स्वस्थ हो गये।


रावण ने युद्ध के लिये कुम्भकर्ण को जगाया। कुम्भकर्ण ने भी राम के शरण में जाने की असफल मन्त्रणा दी। युद्ध में कुम्भकर्ण ने राम के हाथों परमगति प्राप्त की। लक्ष्मण ने मेघनाद से युद्ध करके उसका वध कर दिया। राम और रावण के मध्य अनेकों घोर युद्ध हुये और अन्त में रावण राम के हाथों मारा गया। विभीषण को लंका का राज्य सौंप कर राम सीता और लक्ष्मण के साथ पुष्पकविमान पर चढ़ कर अयोध्या के लिये प्रस्थान किया।


श्रीराम का जीवनकाल,पराक्रम

श्रीराम का जीवनकाल एवं पराक्रम महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत महाकाव्य रामायण के रूप में वर्णित हुआ है। रामायण में सीता के खोज में श्रीलंका जाने के लिए 25 किलोमीटर पत्थर के सेतु का निर्माण करने का उल्लेख प्राप्त होता है, जिसको रामसेतु कहते हैं, वह आज भी स्थित है, जिसकी कार्बन डेंटिंग में पांच हजार वर्ष पूर्व का अनुमान लगा गया है।


राम ( रामचंद्र )
निवासस्थान-अयोध्या, वैकुण्ठलोक (परमधाम)
अस्त्र-धनुष (कोदंड)
जीवनसाथी-सीता
माता-पिता-दशरथ (पिता),कौशल्या (माता)
एक माँ की संताने-भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न
बच्चे-कुश, लव
मान्यता अनुसार गोस्वामी तुलसीदास ने भी उनके जीवन पर केन्द्रित भक्तिभावपूर्ण सुप्रसिद्ध महाकाव्य रामचरितमानस की रचना की है। इन दोनों के अतिरिक्त अन्य भारतीय भाषाओं में भी रामायण की रचनाएं हुई हैं, जो काफी प्रसिद्ध भी हैं। खास तौर पर उत्तर भारत में राम अत्यंत पूज्यनीय हैं और आदर्श पुरुष हैं। इन्हें पुरुषोत्तम शब्द से भी अलंकृत किया जाता है। मर्यादा-पुरुषोत्तम राम, अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र थे। राम की पत्नी का नाम सीता था इनके तीन भाई थे- लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न। हनुमान, राम के, सबसे बड़े भक्त माने जाते हैं। राम ने लंका के राजा रावण (जिसने अधर्म का पथ अपना लिया था) का वध किया। राम की प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है। राम ने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता, यहाँ तक कि पत्नी का भी साथ छोड़ा। इनका परिवार आदर्श भारतीय परिवार का प्रतिनिधित्व करता है। राम रघुकुल में जन्मे थे, जिसकी परम्परा प्रान जाहुँ बरु बचनु न जाई[1] की थी। राम के पिता दशरथ ने उनकी सौतेली माता कैकेयी को उनकी किन्हीं दो इच्छाओं को पूरा करने का वचन (वर) दिया था। कैकेयी ने दासी मन्थरा के बहकावे में आकर इन वरों के रूप में राजा दशरथ से अपने पुत्र भरत के लिए अयोध्या का राजसिंहासन और राम के लिए चौदह वर्ष का वनवास माँगा। पिता के वचन की रक्षा के लिए राम ने खुशी से चौदह वर्ष का वनवास स्वीकार किया। पत्नी सीता ने आदर्श पत्नी का उदाहरण देते हुए पति के साथ वन जाना उचित समझा। भाई लक्ष्मण ने भी राम के साथ चौदह वर्ष वन में बिताए। भरत ने न्याय के लिए माता का आदेश ठुकराया और बड़े भाई राम के पास वन जाकर उनकी चरणपादुका (खड़ाऊँ) ले आए। फिर इसे ही राज गद्दी पर रख कर राजकाज किया। जब राम वनवासी थे तभी उनकी पत्नी सीता को रावण हरण (चुरा) कर ले गया। जंगल में राम को हनुमान जैसा मित्र और भक्त मिला जिसने राम के सारे कार्य पूरे कराये। राम ने हनुमान,सुग्रीव आदि वानर जाति के महापुरुषो की मदद से सीता को ढूँढ़ा। समुद्र में पुल बना कर लंका पहुँचे तथा रावण के साथ युद्ध किया। उसे मार कर सीता को वापस लाये। राम के अयोध्या लौटने पर भरत ने राज्य उनको ही सौंप दिया। राम न्यायप्रिय थे। उन्होंने बहुत अच्छा शासन किया इसलिए लोग आज भी अच्छे शासन को रामराज्य की उपमा देते हैं। इनके दो पुत्रों कुश व लव ने इनके राज्यों को सँभाला। वैदिक धर्म के कई त्योहार, जैसे दशहरा, राम नवमी और दीपावली, राम की वन-कथा से जुड़े हुए हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


हिंदी दैनिक


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 08, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-65 (साल-01)
2. मंगलवार, 08 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,शुक्‍लपक्ष,तिथि-विजयदशमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:16,सूर्यास्त 06:05
5. न्‍यूनतम तापमान -22 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, आद्रता बनी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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रविवार, 6 अक्तूबर 2019

मां सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता

माँ दुर्गाजी की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। नवरात्र-पूजन के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस दिन शास्त्रीय विधि-विधान और पूर्ण निष्ठा के साथ साधना करने वाले साधक को सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है। सृष्टि में कुछ भी उसके लिए अगम्य नहीं रह जाता है। ब्रह्मांड पर पूर्ण विजय प्राप्त करने की सामर्थ्य उसमें आ जाती है।


सिद्धिदात्री- नवदुर्गाओं में नवम
देवनागरी-सिद्धिदात्री
संबंध-हिन्दू देवी
अस्त्र-कमल
जीवनसाथी-शिव
सवारी-सिंह
श्लोक:-सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि । सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।


सिद्धियां:- मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व- ये आठ सिद्धियाँ होती हैं। ब्रह्मवैवर्त पुराण के श्रीकृष्ण जन्म खंड में यह संख्या अठारह बताई गई है। इनके नाम इस प्रकार हैं-


माँ सिद्धिदात्री भक्तों और साधकों को ये सभी सिद्धियाँ प्रदान करने में समर्थ हैं। देवीपुराण के अनुसार भगवान शिव ने इनकी कृपा से ही इन सिद्धियों को प्राप्त किया था। इनकी अनुकम्पा से ही भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ था। इसी कारण वे लोक में 'अर्द्धनारीश्वर' नाम से प्रसिद्ध हुए।


माँ सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली हैं। इनका वाहन सिंह है। ये कमल पुष्प पर भी आसीन होती हैं। इनकी दाहिनी तरफ के नीचे वाले हाथ में कमलपुष्प है। प्रत्येक मनुष्य का यह कर्तव्य है कि वह माँ सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्त करने का निरंतर प्रयत्न करे। उनकी आराधना की ओर अग्रसर हो। इनकी कृपा से अनंत दुख रूप संसार से निर्लिप्त रहकर सारे सुखों का भोग करता हुआ वह मोक्ष को प्राप्त कर सकता है।


स्तुति:-या देवी सर्वभू‍तेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।


अर्थ:- हे माँ! सर्वत्र विराजमान और माँ सिद्धिदात्री के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे अपनी कृपा का पात्र बनाओ।


सिद्धार्थ ने सैफाली को किस किया

बिग बॉस 13: सिद्धार्थ डे ने सलमान खान के सामने किया इस कंटेस्टेंट को 'किस


मुबंई। सलमान खान के शो बिग बॉस 13 में शनिवार को पहला वीकेंड का वार हुआ। इस दौरान सलमान खान ने घर के सदस्यों के साथ मस्ती करने के अलावा उनकी क्लास भी ली। 'बीबी हॉस्पिटल टास्क' के दौरान आरती और शेफाली के बीच हुए विवाद को सलमान खान ने खत्म किया। कंटेस्टेंट से पूरे हफ्ते का हालचाल लेते समय सलमान खान उस समय असहज हो गए जबकि उनकी एक्स गर्लफ्रेंड ऐश्वर्या राय बच्चन का जिक्र हुआ।


बिग बॉस के घर में पिछले दिन हुए टास्क बीबी हॉस्पिटल में शेफाली बग्गा ने देबोलीना भट्टाचार्य को क्वीन बनने नहीं दिया। इसमें बाद से घर के सभी सदस्य दो हिस्सो में बंट गए। इसमें सिद्धार्थ डे और शहनाज गिल को छोड़कर घर के सभी सदस्य शेफाली के खिलाफ हो गया। लेकिन 'वीकेंड का वॉर' में सलमान खान में शेफाली के इस कदम को स्पोर्ट किया। इसके साथ ही शेफाली को इस हफ्ते सेफ कर दिया। इसी खुशी में शेफाली के साथ बैठे सिद्धार्थ डे ने शेफाली बग्गा को किस किया।


सलमान खान ने शो में सभी कंटेस्टेंट्स से पूछा था कि उन्हें घर में सबसे स्ट्रॉन्ग कनेक्शन किसका लगता है तो इसके जवाब में ज्यादातर ने शहनाज गिल और पारस छाबड़ा का नाम लिया। इसके बाद सलमान ने सिद्धार्थ डे की खिचाई करते हुए कहा कि तुम इन दोनों के बीच में क्यों आ रहे हो? सिद्धार्थ डे ने कहा कि सर आपकी फिल्म थी हम दिल दे चुके सनम, उसमें अजय देवगन आखिर में ऐश्वर्या राय को ले गए थे। क्या आप अजय देवगन, पारस सलमान खान और शहनाज पंजाब की कटरीना कैफ नहीं ऐश्वर्या राय है। सिद्धार्थ की ये बात सुनकर सलमान थोड़ा सा असहज हो गए। इस पर सलमान खान ने सिद्धार्थ डे का जमकर मजाक बनाया। सलमान ने कहा कि बस मौके मिला नहीं की किस कर के कैलोरी बर्न करने लगे। इस पर घर के बांकी सदस्य हंसने लग जाते हैं।


गौरतलब है कि बिग बॉस का 13वां सीजन अपने ग्रैंड प्रीमियर से ही विवादों में बना हुआ है। इसमें दो अलग-अलग समुदाय के लड़के-लड़की के बेड शेयर करने को लेकर बिग बॉस के खिलाफ लोगों में नाराजगी है। इसके बाद ट्विटर पर इसे लेकर कई हैशटैग ट्रेंड करने लगे।


'औरतें' भी करेगी आमरण-अनशन'

गौतमबुध नगर,दादरी। शाहबेरी, जिला गौतम बुध नगर में पिछले 1 साल से प्राधिकरण द्वारा बड़े बिल्डरों के इशारे पर किए जा रहे दमनकारी नीतियों के तहत कार्रवाई के विरोध में और प्राधिकरण सरकार  के खिलाफ 11 अक्टूबर से भूख हड़ताल के संबंध में पंचायत का आयोजन  किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में निर्दोष बायर्स और आम जनता व भारतीय किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र यादव वह गौतम बुधनगर आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष गाजियाबाद के जिला अध्यक्ष चेतन त्यागी जी ने भाग लिया, और शाहबेरी संघर्ष समिति ने फैसला लिया गया कि 11 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर जाएंगे और इस दौरान आसपास के गांवों के किसानों का पूरा समर्थन मिलेगा। सुपर टेट एवं अन्य हाई राइज बिल्डिंग में पैसा फसा चुके निर्दोष बायर्स का भी पूरा समर्थन मिलेगा। अनिश्चितकालीन आमरण अनशन के दौरान शाहबेरी क्षेत्र के तमाम 25000 परिवार के सवा लाख लोग अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं। साथ ही आमरण अनशन शुरू होने के 3 दिन के अंदर अगर प्रशासन या प्राधिकरण ने हमारी समस्या का समाधान नहीं किया तो हम सभी शाहबेरी निवासी अपना बोरिया बिस्तर बर्तन बिछावन लेकर प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर जाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठ जाएंगे और तब तक वहां से नहीं हटेंगे जब तक कि हमारी समस्या का समाधान न निकाला जाए। इस दौरान शाहबेरी की महिलाओं ने भी शाहबेरी संघर्ष समिति को समर्थन दिया और बोला कि हम लोग अपना चूल्हा चौका बंद करके भी इस अनशन को समर्थन देंगे।


'संगम' पर नहीं होगा मूर्ति विसर्जन

नहीं होगा इस बार संगम में मूर्तियों का विसर्जन। 


गंगा नदी के बाढ़ की स्थिति के कारण संगम तट पर काली रोड पर प्रतिवर्ष होने वाले दुर्गा पूजा में पूजित मूर्तियों का विसर्जन इस वर्ष नहीं हो पाएगा। 


प्रयागराज। जिलाधिकारी के अनुपस्थिति के कारण अपर जिलाधिकारी नगर के आदेश अनुसार नवीन विसर्जन स्थल महेंद्र प्रताप सिंह डिग्री कॉलेज अंदावा झूँसी थाना सराय इनायत के सामने बने बड़े तालाब पर कराया जाएगा एवं शहर की तमाम कमेटियों  को सूचित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है तथा सभी विभागों को उपरोक्त स्थल पर विसर्जन हेतु तमाम व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने का आदेश भी दे दिया गया है। 


पूरे शहर में लगभग 70 से ज्यादा कमेटियां और लगभग 130 घरेलू दुर्गा पूजा होती है एवं कई कई मूर्तियां काफी बड़ी और भारी होती है जिसकी वजह से इन मूर्तियों को लाने ले जाने के लिए एवं विसर्जित करने के लिए बड़ी बड़ी गाड़ियों और काफी ज्यादा लोगों की जरूरत होती है,  इस पर शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर इस नए विसर्जन स्थल पर कितनी मूर्तियां पहुंच पाएंगी और इन मूर्तियों को वहां तक पहुंचाने के लिए जो व्यवस्थाएं जैसे ट्रैफिक सुरक्षा एवं घाटों की परिस्थितियां आवश्यक है उनका इंतजाम मात्र 2 दिनों में कैसे हो पाएगा यह तो प्रशासन ही बता सकता है लेकिन कई ऐसी कमेटियां हैं जो लगभग 30 से 35 किलोमीटर दूर से नवीन विसर्जन स्थल पर पहुंचेंगे
 रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


घुसपैठियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन

लखनऊ। लखनऊ में अवैध बांग्लादेशी और विदेशी नागरिकों को लेकर अभियान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के आदेश के बाद लखनऊ पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे नागरिकों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया। यह अभियान लखनऊ के गोमती नगर इलाके में विभूतिखंड पुलिस ने कठौता इलाके में चलाया गया।
झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे लोगों से पूछताछ
इस अभियान के तहत पुलिस ने बस्तियों में छापेमारी की और झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे लोगों से पूछताछ की। साथ ही उनके डॉक्युमेंट्स चेक किए। वोटर आईडी, पैनकार्ड, आधार कार्ड सहित तमाम दस्तावेजों के जरिए जांच और पूछताछ की गई। इससे पहले लखनऊ एसएसपी कलानिधि नैथानी ने अवैध बंगलादेशी और विदेशी नागरिकों के लिए टीम गठित की।
एंटी हेल्पलाइन नंबर जारी
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने एसपी नॉर्थ को नोडल अफसर बनाया गया और एक एंटी हेल्पलाइन नंबर जारी कर ऐसे लोगों के खिलाफ सूचना देने को भी कहा गया है। एसएसपी ने कहा कि डीजीपी के आदेश के मुताबिक अवैध बांग्लादेशी और विदेशी नागरिकों को सर्च किया जाएगा।
डीजीपी ने कहा कि इस अभियान के तहत गठित की गई टीम को आदेश दिया गया है कि मकान मालिकों से कहा जाए जो विदेशी नागरिक उनके घरों में किराए पर रह रहे हैं, वह अपना सत्यापन करवा लें। अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


स्पा सेंटर पर छापा, 19 लोग गिरफ्तार

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 3 स्पा सेंटर्स पर पुलिस ने छापा मारा। छापेमारी में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। शनिवार देर रात इंदिरापुरम थाना पुलिस को मुखबिरों से खबर मिली कि इलाके में चल रहे कुछ स्पा सेंटर्स अवैध तरीके से चलाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं इन स्पा सेंटरों में सेक्स रैकेट भी चलाए जा रहे थे।


जानकारी मिलते ही इंदिरापुरम के एसओ ने एक टीम गठित की और इलाके में चल रहे 3 स्पा सेंटरों पर छापा मारा। छापे में मुखबिरों की खबर सही निकली। इसके बाद 3 अलग- अलग स्पा से 10 लड़कों और 9 लड़कियों को रात में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक स्पा सेंटर में छापे के दौरान कई मोबाइल फोन और दवाइयां भी बरामद की गईं। पुलिस ने स्पा सेंटर से एक रजिस्टर भी जब्त किया है, जिसकी पड़ताल जारी है। देर रात हिरासत में लिए गए 10 लड़कों और 9 लड़कियों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया और तीनों स्पा सेंटरों को सील कर दिया गया। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा।


इंद्रप्रस्थ धार्मिक रामलीला रहेगी नंबर वन

सचिन विसौरिया


गाजियाबाद। लोनी की इंद्रप्रस्थ धार्मिक रामलीला ने तोड़े सारे रिकॉर्ड 30 से 40,000 लोगों ने लिया भाग। इतनी बड़ी संख्या के बीच लोगों ने पहुंच कर लिया रामलीला मंचन का आनंद। राम के नाम की सार्थकता और क्षेत्रीय जनता का दुलार इस कदर उमड़ा की रामलीला मैदान में जनता ही जनता नजर आती थी। कमेटी के संयोजक पवन मावी ने बताया कि दिन-प्रतिदिन लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हमारा मकसद धार्मिक श्रीराम लीला इंद्रप्रस्थ को जिले की नंबर वन रामलीला बनाना है।


भाजयुमो ने बनाई चुनावी वोट रणनीति

लोनी में एमएलसी स्नातक चुनाव वोट बनाई जाने के लिए बैठक


अवीनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। लोनी युवा मोर्चा जिला कार्यालय में क्षेत्रीय मंत्री युवा मोर्चा भूपेश चौधरी जी के अध्यक्षता स्नातक चुनाव के विषय में लोनी ज़िला ग़ाज़ियाबाद भारतीय जनता युवा मोर्चा की एमएलसी स्नातक चुनाव को लेकर जिला पदाधिकारी व मंडल अध्यक्षों की  बैठक हुई। बैठक में स्नातक वोट बनाने की रणनीत तैयार की गई।बैठक में भाजपा के जिलाध्यक्ष सुनील चौधरी युवा मोर्चा एमएलसी स्नातक चुनाव को लेकर जिला पदाधिकारी बैठक में स्नातक वोट बनाने की रणनीत तैयार की गई। बैठक में भाजपा के ज़िला बैठक का संचालन जिला महामंत्री युवा मोर्चा अनुज त्यागी जी ने किया। और भूपेश चौधरी प्रशात कुमार निशांत त्यागी अनुज त्यागी कपिल पांचाल  ने टीम के साथ बलराम नगर में स्नातक मतदाताओं से संपर्क किया गया एवं मतदाता फोम नंबर 18 भर वाया गया।
बताया कि एमएलसी स्नातक चुवाव हेतु वोट बनवाने का कार्य प्रदेश भर में चल रहा है इसी के तहत हमारे लोनी जिला गाजियाबाद में भी स्नातक चुवाव के लिए वोट बनवाने का कार्य चलाया जा रहा है और स्नातक वोट की जानकारी देता हूँ आवश्यक सामग्री 2016.2017 या उसे पहले ग्रेजुएशन फाइनल इयर मार्कशीट की फ़ोटो कॉपी,आधार कार्ड वोटर कार्ड की फ़ोटो कॉपी एक पासपोट साइज फोटो लेनी होगी और सभी से अधिक से अधिक स्नातक वोट बनाने का आग्रह किया गया। 
मुख्य रूप से भूपेश चौधरी क्षेत्रीय मंत्री युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुनील चौधरी युवा मोर्चा प्रशांत कुमार मंडल अध्यक्ष निशांत त्यागी युवा मोर्चा अनुज त्यागी जिला महामंत्री कपिल पांचाल मंडल महामंत्री, सेक्टर संयोजक रणसिंह कश्यप मंडल अध्यक्ष शुभम मिश्रा जिला मंत्री डॉ रविश शर्मा जिला संयोजक रवि कसाना मंडल अध्यक्ष देहात विनोद कसाना बूथ  अध्यक्ष विनय त्यागी मंडल उपाध्यक्ष देहात मीरपुर हिंदू निशु त्यागी मंडल मंत्री देहात मीरपुर हिंदू सुमित अग्रवाल मंडल उपाध्यक्ष आर्येंद्र शर्मा बूथ अध्यक्ष राजेश सक्सेना बूथ अध्यक्ष आकाश ठाकुर ओमबीर बाल्मीकि बूथ अध्यक्ष गुलाब सिंह बूथ उपाध्यक्ष मयक त्यागी पीतम सिंह प्रकाश कुमार कपिल धामा संदीप त्यागी आदि मोजूद रहे


6गांवों के किसानों ने किया रोष जाहिर

गाजियाबाद। मंडोला विहार योजना से प्रभावित मंडोला समेत 6 गांव के किसान अपनी जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर 2 दिसम्बर 2016 से गांधीवादी तरीके अपनाकर धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं जिनका धरना आज भी जारी रहा। पीड़ित किसान अपनी अधिग्रहित जमीन का मुआवजा भूमि अधिग्रहण पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन अधिनियम 2013 से दिए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं आज धरनारत किसानो ने क्षेत्रीय विधायक नन्दकिशोर द्वारा विधान सभा में क्षेत्रीय मुद्दे उठाने का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा व् समाचार पत्रो के माध्यम से विधायक जी द्वारा जारी विज्ञप्ति के माध्यम से छपी खबर को पढ़कर विधायक के प्रति अपनी नाराजगी व् तीन वर्षो से धरनारत किसानो का जिक्र विधानसभा में नही करने पर रोष प्रकट किया । 
गौरतलब है कि मंडोला ,नानू,पंचलोक,अगरोला,नवादा ,मिलकबामला आदि गांव के किसान 2 दिसम्बर 2016 को भाजपा नेताओ ने किसान नेता मनवीर तेवतिया(भट्टा पारसोल) को किसान आंदोलन का नेतृत्व सौंपकर धरने पर बैठाया था गाजियाबाद से भाजपा सांसद जनरल वीके सिंह उनकी पुत्री मर्णाली सिंह,बागपत के सांसद  डॉ० सतपाल चौधरी समेत लोनी विधान सभा प्रत्याशी व् लोनी नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा समेत समस्त कार्यकर्ताओ ने किसानो के धरने व् उनकी मांगों को जायज ठहराया था ।
 उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद को मोहरा बनाकर पूर्व की सरकारो द्वारा मंडोला समेत 6 गांव के किसानो की ऊपजाऊ एवं बहुफसलीय 2614 एकड़ जमीन का अधिग्रहण आपात स्थिति में जमीन की आवश्यकता दिखाकर अधिग्रहण अधिनियम की आपातकालीन धारा 17 को पूर्व की सरकारो द्वारा मंजूरी देकर कराया गया था ।
क्षेत्रीय भाजपा नेताओ ने असंवेधानिक तरीके अपनाकर किये गए अधिग्रहण की आवाज बुलंद करने के लिए किसानो को जागरूक करके धरने पर बैठाया और वर्तमान विधायक नन्दकिशोर गुर्जर व् अन्य क्षेत्रीय भाजपा नेताओ ने भरोसा दिलाया कि  केंद्र में भाजपा की सरकार है यदि प्रदेश में भी भाजपा की सरकार बन गई तो धरनारत किसानो को उनका अधिकार दिलाने के बाद ही लखनऊ से घर वापसी करेंगे ।
लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद नवनिर्वाचित भाजपा विधायक नन्द किशोर गुर्जर ,सांसद एवं केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह व् भाजपा जिला अध्यक्ष बसन्त त्यागी समेत समस्त भाजपा नेताओ ने धरने पर बैठे किसानो से किनारा कर लिया । किसान आज भी अपनी मांगों को लेकर सत्याग्रह आंदोलन पर बैठे हैं। धरनारत किसान विधायक से उम्मीद कर रहे थे कि जैसे ही मौका मिलेगा विधायक जी द्वारा विधानसभा में उनका मुद्दा जरूर उठाया जायेगाा। लेकिन विधायक जी द्वारा किसानो के धरने या उनकी मांगों से सम्बंधित एक भी शब्द नही बोला गया। जिससे किसानो ने अपने विधायक के इस बर्ताव को लेकर अपना रोष प्रकट किया । आज किसानो के धरने पर अपने विधायक द्वारा गांधी जयंती के दिन विधानसभा में किसानो के गांधीवादी सत्याग्रह आंदोलन का जिक्र न किये जाने पर चर्चा होती रही । सैकड़ो महिला व् पुरुष भी धरने पर उपस्थित रहे ।
नीरज त्यागी


किन्नरों के गुटों का विवाद गरमाया

प्रयागराज किन्नर पीठाधीश्वर टीना से है खतरा : छोटी गुरु 
प्रयागराज। पिछले दिनों दो किन्नर गुटों में विवाद पर आज प्रेस वार्ता करते हुए नेहा गुरु उर्फ छोटकी किन्नर ने प्रयागराज की किन्नर पीठाधीश्वर टीना गुरु से अपने लिए खतरे का आरोप लगाया । 
पिछले दिनों अपने ऊपर हमले का आरोप लगाते हुए नेहा गुरु ने टीना गुरु आदि पर अतरसुइया थाने में एफआईआर लिखाया है उसके बाद टीना गुरु ने भी बड़े पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करने की कोशिश किया और बैठक करके नेहा गुरु पर आरोप लगाय कि दिल्ली में नेहा गुरु के ऊपर हत्या ,चोरी आदि का केस चल रहा है और वह जबरन टीना गुरु पर आरोप लगा रही है। इन आरोपों को लेकर नेहा गुरु ने एक अदालती आदेश की कापी भी पत्रकारों को दिया जिसके तहत दिल्ली के नेशनल पार्क सर्विस रोड पर एक चोरी 2006 में हुई थी , जिसके तहत नेहा गुरु,  शिल्पा , रंजीता मुख्य आरोपी थे । पुलिस जांच में नेहा गुरु के पास से कुछ नही मिला और 2017 में आए फैसले में वह सुरक्षित हैं । 
नेहा गुरु का कहना है कि वे प्रयागराज की रहने वाली है और टीना गुरु उनके इलाके पर कब्जा करना चाहती है, जिसके लिए भद्दी भद्दी गालियां देना और मारने पीटने की धमकी दे रही है  तथा सारे आरोप दिल्ली में रहने के दौरान जो लगाए जा रहे है वे निराधार हैं। महिला अधिकार संगठन  ने कहा कि महिला अधिकार संगठन नेहा गुरु के साथ है और कोई भी जबरदस्ती या जोर अगर किसी द्वारा किया गया तो महिला अधिकार संगठन छोटकी का साथ देगा। और यह भी कहा कि पुलिस किसी के दबाव में नहीं निष्पक्ष जांच करे।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


मुजफ्फरनगर पुलिस को मिली कामयाबी

पुलिस अधीक्षक देहात नेपाल सिंह ने प्रेस वार्ता में किया बड़ा खुलासा


मुजफ्‍फरनगर। शाहपुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, जंगल में चल रही तमंचा फैक्ट्री सहित मौत का सामान बना रहे आरोपि को किया गिरफ्तार। एसएसपी अभिषेक यादव के कुशल एवं प्रभावी निर्देशन में व पुलिस अधीक्षक देहात नेपाल सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष शाहपुर धर्मेंद्र सिंह व उनकी टीम ने एक शानदार गुड वर्क को अंजाम देते हुए एक ऐसे गिरोह को बेनकाब किया है। जो मौत का साजो-सामान बनाकर लोगो की जान से खिलवाड़ करते थे। इनके पकड़े जाने से आमजन को बड़ी राहत मिलेगी। जंगल में चल रही थी तमंचा फैक्ट्री का शाहपुर पुलिस ने किया भंडा फोड़। पकड़ा एक आरोपी जिसके पास से भारी मात्रा में अवैध असलाह ,कारतूस सहित अवैध असलाह बनाने के उपकरण भी बरामद हुए। जबकि मोके से एक आरोपी फरार होने में कामयाब रहा है। जिसकी धर पकड़ में पुलिस टीमे लगी हैं।


प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस लाईन स्थित मनोरंजन कक्ष में हुई प्रेस वार्ता के दौरान एस पी देहात नेपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों द्वारा छेड़े गए अभियान वांछित अभियुक्तों ,बदमाशों ,चोर लुटेरों की धर पकड़ अभियान के क्रम में थाना शाहपुर पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता।


जिसके चलते थानाध्यक्ष शाहपुर धर्मेन्द्र व् उनकी टीम को मिली मुखबिर खास की सूचना पर उपनिरीक्षक अजयपाल सिंह ने मय हमराही गणों के साथ क्षेत्र के गांव किनोनी के जंगल में चल रही अवैध तमंचा फैक्ट्री का भंडा फोड़ किया है ।पुलिस ने मोके से अवैध असलाह बनाते हुए मुनव्वर पुत्र मौ0 शाकिर निवासी ग्राम पिन्ना थाना शहर कोतवाली जनपद मु0 नगर को गिरफ्तार किया है जबकि उसका दूसरा साथी मोके से पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा जिसकी तलाश में पुलिस टीम लग गई है ।पकड़े गए आरोपी के कब्जे से 8 तमंचे 315 बोर  बने हुए , 4 जिन्दा कारतूस 315 बोर व् 10 अर्धनिर्मित तमंचे एंव तमंचे बनाने के उपकरण भी बरामद किए हैं।


थानाध्यक्ष शाहपुर धर्मेन्द्र सिंह ,उपनिरीक्षक अजयपाल सिंह, उप निरीक्षक प्रदीप कुमार , हेड कांस्टेबिल संजीव कुमार , कां . राजीव ,संदीप,वीनीत व् ललित।


'कांग्रेस संदेश यात्रा' को मिला समर्थन

लखीमपुर खीरी। गोला गोकरननाथ सदर चौराहा इंदिरा चौक से गांधी संदेश यात्रा का शुभारंभ किया गया। सबसे पहले शहर अध्यक्ष सहजेंद्र दीक्षित निवर्तमान प्रदेश सचिव प्रहलाद पटेल सदस्य जिला पंचायत खीरी ,श्री पारस प्रसाद मिश्रा ,पूर्व ब्लाक अध्यक्ष श्री मूलचंद वर्मा, निवर्तमान ब्लॉक अध्यक्ष कुंभी प्रेम कुमार वर्मा आदि जनों ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर इंदिरा चौक से गांधी संदेश यात्रा को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्री राम जयसवाल ने अलीगंज रोड  के लिए प्रस्थान किया। यात्रा का नेतृत्व निवर्तमान प्रदेश सचिव प्रहलाद पटेल, शहर अध्यक्ष श्री शहजेंद्र दीक्षित, श्री पारस प्रसाद मिश्र  ने किया गांधी संदेश यात्रा अलीगंज रोड से अंबेडकर चौराहा होते हुए मेला डामर रोड से बजाज हिंदुस्तान शुगर मिलगेट से मिल रोड मेन मार्केट होते हुए सदर चौराहे पर समाप्त हुई। यात्रा में राम धुनि  बजाई गई गांधी संदेश यात्रा में मुख्य रूप से लखीमपुर से चलकर के आए। कांग्रेस पार्टी के कार्यालय प्रभारी श्री रवि गोस्वामी और अब्दुल भाई, गोला से महेश जयसवाल, खलील खान, मुस्ताक अली इदरीसी, अमीनुद्दीन ,बदले राम गौतम, रामासरे चौरसिया, फहीद विनीत मोहन मिश्र ,मनोज गुप्ता, संतोष शर्मा ,सतपाल पटेल ,राजाराम गौतम, रामपाल सक्सेना, प्रदीप वर्मा  रघुनंदन राज पासी सदस्य जिला पंचायत ,मांगा लाल पटेल रामासरे अर्कवंशी, शफी आगा ,जियालाल राठौर, फकीर मोहम्मद, अनीस अहमद इसरार अली सहित सैकड़ों कांग्रेसी मौजूद रहे। यात्रा के समापन पर सभी कांग्रेसजनों ने बारी-बारी से गांधी जी के चरित्र व जीवन पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में प्रहलाद पटेल ने कहा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एक पूरे देश के लिए अनमोल विचार धारा है। सत्य अहिंसा परमो धर्मा सदा सत्य बोलो के मार्ग पर गांधीवादी ही चल सकते हैं। गांधी जी ने देश की गरीब जनता को नंगे भूखे देख कर के वस्त्र त्यागने का निर्णय लिया था। जिन्होंने एक ही धोती और लंगोटी से अपना जीवन पार कर दिया और वह कहते थे  जितनी स्वच्छता बाहर  होनी चाहिए उतनी ही स्वच्छता हमारे मन के अंदर भी होनी चाहिए। आज जो गांधीवादी बनने का राग अलाप रहे हैं जनता चाहे भूखी हो चाहे नंगी हो दिन में चार बार कपड़े बदलने का कार्य कर रहे हैं। और दिन-रात निरंतर झूठ पर झूठ बोला जा रहा है। देश के अंदर फासीबादी ताकतें अव्यवस्था बढ़ती जा रही है। ऐसे में हम लोगों को पुनः गांधी जी के बताए हुए सत्य के मार्ग पर चल करके और सत्य की विजय हमेशा होती है। यह बात हमें ध्यान रखनी चाहिए।


2 करोड लोगों ने छोड़ा डीटीएच

नई दिल्ली। टेलिविजन और ब्रॉडकास्टिंग सेक्टर के लिए टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से अनाउंस किए गए नए रेग्युलेशंस के बाद डीटीएच प्लान महंगे हुए हैं। साथ ही केबल का बिल भी आसमान छू रहा है। ट्राई की ओर से भले ही कस्टमर्स को उनकी पसंद के चैनल सेलेक्ट करने और उनके लिए ही पेमेंट करने का ऑप्शन नए नियमों के अनुसार दिया गया लेकिन लगता है कि कस्टमर्स का डीटीएच सर्विसेज से मोहभंग हो चुका है। पिछले साल की दूसरी तिमाही के मुकाबले इस साल केबल बिल करीब 25 प्रतिशत महंगे हुए हैं। यही वजह है कि भारतीय डीटीएच और केबल सर्विसेज छोड़ रहे हैं।
मार्च, 2017 में टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ब्रॉडकास्टिंग और केबल सर्विसेज के लिए नया फ्रेमवर्क तैयार किया, जिसे 29 दिसंबर, 2018 से लागू किया गया। इन नियमों के हिसाब से कंज्यूमर्स को उनकी पसंद के चैनल सेलेक्ट करने और केवल उनके लिए ही भुगतान करने का विकल्प मिला। पहले माना जा रहा था कि ऐसा होने के बाद सब्सक्राइबर्स को कम पैसे अपने प्लान के लिए चुकाने होंगे लेकिन इसका उल्टा ही हुआ। बेसिक से लेकर प्रीमियम प्लान्स तक महंगे हो गए और चैनल चुनने की जगह चैनल पैक चुनने का विकल्प सब्सक्राइबर्स को मिला, जो उन्हें रास नहीं आया।
2 करोड़ सब्सक्राइबर घटे:-
ट्राई की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि डीटीएच सर्विस का एवरेज ऐक्टिव सब्सक्राइबर बेस इस साल की पहली तिमाही जनवरी-मार्च में लगभग 7.2 करोड़ यूजर्स का था। 30 जून को खत्म हुई पिछली तिमाही तक इसमें 25 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और लगभग 5.4 करोड़ ऐक्टिव डीटीएच सब्सक्राइबर्स बचे हैं। CRISIL और CARE की रिपोर्ट्स में सामने आया है कि टैरिफ ऑर्डर लागू होने के बाद बिल में कमी होने की जगह बढ़ोतरी देखी गई है। कई यूजर्स ने फ्रीडिश का इस्तेमाल शुरू किया, जिसके चलते छोटे चैनल जैसे बिहार का दंगल टीवी रातोंरात सबसे ज्यादा देखे जाने वाले चैनलों में शामिल हो गए और इन्होंने कलर्स, स्टार टीवी तक को पीछे छोड़ दिया है।
शहरी कस्टमर्स ने यह निकला उपाय:-
शहरी कस्टमर्स ने डीटीएच या केबल की जगह ओवर-द-टॉप सर्विसेज पर स्विच किया है। एमएक्स प्लेयर, नेटफ्लिक्स, ऐमजॉन प्राइम विडियो और हॉटस्टार जैसे विडियो स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म्स अब सब्सक्राइबर्स को पसंद आ रहे हैं। टाइम्स इंटरनेट के एमएक्स प्लेयर के पास सबसे ज्यादा 21 प्रतिशत कस्टमर्स हैं, इसके बाद ऐमजॉन के पास 15 प्रतिशत और नेटफ्लिक्स और हॉटस्टार के पास 14-14 प्रतिशत कस्टमर बेस मौजूद है। स्मार्ट टीवी भी सस्ते हुए हैं, जिनसे इस सर्विसेज के प्रोग्राम कस्टमर्स अब बड़े पर्दे पर भी देख पा रहे हैं। जी एंटरटेनमेंट के ZEE5 ऐप, स्टार इंडिया के हॉटस्टार और सोनी के सोनी लिव ओटीटी सर्विसेज का असर भी डीटीएच सब्सक्राइबर बेस पर पड़ रहा है।


इमरान से उठा सेना-विपक्ष का विश्वास

नई दिल्ली। इमरान ख़ान अपने देश की सेना और विपक्ष का विश्वास खो चुके हैं, लिहाज़ा इमरान के तख्तापलट की तारीख 'तय' हो गई है। एक लाइन की खबर ये है कि इमरान खान की विदाई होने वाली है। या यूं कहें कि पाकिस्तान में फिर एक बार सैनिक शासन की तैयारी हो चुकी है। क्योंकि पाकिस्तान के बड़े बिजनेसमैन के साथ पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में बैठक नहीं होती है। बैठक होती है रावलपिंडी में जहां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का हेडक्वार्टर है। वैसे भी पाकिस्तान की तरह वहां के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान भी फेल हो चुके हैं।


सरकार के खिलाफ गुस्से का फायदा उठाएगी बाजवा की सेना:-पाकिस्तान में सेना रेडियो स्टेशन, टीवी स्टेशन, दूर संचार भवन, संसद हर जगह कब्जा कर सकती है और पाकिस्तान में फिर एक बार सेना के बूट की धमक सुनाई देगी। पाकिस्तान में फिर एक बार एक चुनी हुई सरकार की बलि सेना लेने जा रही है। इस बैठक में पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमर जावेद बाजवा से पाकिस्तान के बड़े कारोबारियों ने मुलाकात की। ये मुलाकात रावलपिंडी के आर्मी हाउस में की गई थी। मुलाकात के बाद पाकिस्तान के बड़े बिजनेस लीडर्स ने सेना प्रमुख के साथ डिनर भी किया। सूत्रों के मुताबिक बिजनेस लीडर्स ने कहा है कि इमरान सरकार अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठा रही है। 
पाकिस्तान के बड़े कारोबारियों ने इमरान खान से भी मुलाकात की थी लेकिन क्योंकि उनकी समस्य़ाओं को दूर करने के लिए इमरान खान ने कोई कदम नहीं उठाया इसलिए इन सभी बिजनेस लीडर्स ने अब आर्मी चीफ से मुलाकात की है। 
इमरान के लिए क्यों ये खतरे की घंटी है ये समझिए
तो क्या पाकिस्तान में इमरान की नहीं बाजवा की ज्यादा चलती है? क्या इमरान का कहा शब्द आखिरी नहीं माना जाता? क्या आर्मी चीफ ही पाकिस्तान में सत्ता का सबसे बड़ा केंद्र है? अफसोस यही है कि हर सवाल का जवाब हां में है। पाकिस्तान ने पहले भी तख्तापलट देखें हैं, और फिर एक बार पाकिस्तान का एक जनरल एक चुनी हुई सरकार को उखाड़ फेंके तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। 
इमरान खान के तख्तापलट का कोड 111 क्या है:पाकिस्तानी सेना की ट्रिपल वन ब्रिगेड के अधिकारियों और सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। ट्रिपल वन ब्रिगेड रावलपिंडी में तैनात रहती है। ट्रिपल वन ब्रिगेड रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना की गैरिसन ब्रिगेड है
इसलिए इसे COUP BRIGADE भी कहते हैं जो तख्तापलट के लिए कुख्यात है। इस ब्रिगेड का इस्तेमाल इससे पहले हुई लगभग हर सैन्य तख्तापलट में किया गया है। ब्रिगेड के सभी अधिकारियों और सैनिकों को ड्यूटी पर लौटने के आदेश दिए गए हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की सुरक्षा का ज़िम्मा ब्रिगेड 111 के पास ही है।


भारत पेट्रोलियम बिकने के कगार पर

नोमुरा के नोट के अनुसार बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने के बाद रिलायंस को 25 फीसदी मार्केट शेयर हासिल हो जाएगा। इसमें 3.4 करोड़ टन की अतिरिक्त रिफाइनिंग क्षमता के साथ ही उसे सार्वजनिक कंपनी की संपत्ति पर भी अधिकार मिलेगा।
नई दिल्ली। भारत पैट्रोलियम बेचने को तैयार मोदी सरकार,  रिलायंस औद्योगिक संस्था के मुकेश अंबानी लगा सकते हैं बोलीनोमुरा रिसर्च के अनुसार रिलायंस के अलावा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन भी बोली लगा सकती है।
मोदी सरकार तेल सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनी भारत पेट्रोलियम में अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। सरकारी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने के लिए मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) बोली लगा सकती है।
जापानी स्टॉकब्रोकर नोमुरा रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा सरकारी क्षेत्र की एक अन्य तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने भी बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने में रुचि दिखाई है। मालूम हो कि हाल ही में विनिवेश मामलों के कोर ग्रुप ने रणनीतिक निवेश के तहत बीपीसीएल में सरकार की पूरी 53.29 फीसदी को बेचने की सिफारिश की थी।
नोमुरा का कहना है कि सचिवों की समिति की तरफ से कंपनी में सरकार की पूरी हिस्सेदारी बेचे जाने की सिफारिश के बाद इस सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीपीसीएल के निजीकरण की संभावना बढ़ गई है। हमें लगता है कि इस मामले में कैबिनेट की मंजूरी सिर्फ औपचारिकता भर है।
वैसे भी जिस एक्ट के तहत बीपीसीएल का राष्ट्रीयकरण किया गया था उसे हटाया जा चुका है। ऐसे में इस संबंध में कोई कानूनी बाधा भी नहीं आनी चाहिए। निवेशकों को भेजे गए नोट में नोमुरा ने कहा है कि भले ही रिलायंस रिफाइनिंग/केमिकल में अपनी हिस्सेदारी कम करना चाहती हो और कर्ज को शून्य करना चाहती हो लेकिन वह बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बोली लगा सकती है।
अर्थव्यवस्था पर लोगों का डिगा भरोसा! 6 साल के सबसे खराब हालात, 50% से ज्यादा की राय- नौकरियों के लिए हालात हुए बदतर।
नोमुरा के नोट के अनुसार बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने के बाद रिलायंस को 25 फीसदी मार्केट शेयर हासिल हो जाएगा। इसमें 3.4 करोड़ टन की अतिरिक्त रिफाइनिंग क्षमता के साथ ही उसे सार्वजनिक कंपनी की संपत्ति पर भी अधिकार मिलेगा। इतना ही नहीं कंपनी के करीब 15000 पेट्रोल पंप के जरिये रिलायंस को अपना बिजनेस बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण रूप से मदद मिलेगी।


खनन माफिया ने इंस्पेक्टर को मारी गोली

झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी में शुक्रवार देर रात बदमाशों ने एक बार फिर पुलिस को चुनौती देते हुए थाना मोंठ में तैनात थानाध्यक्ष को गोली मारकर सनसनी फैला दी। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया।


आनन-फानन में घायल इंस्पेक्टर को उपचार के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि मोंठ प्रभारी निरीक्षक धर्मेद्र सिंह चौहान ने दो दिन पहले अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की थी। एक खनन माफिया का ट्रक सीज कर दिया था। इससे माफिया खुन्नस खाए हुए थे। घटना को अंजाम देने के बाद खनन माफिया अपने साथी के साथ कार भी लूट ले गए। घटना की जानकारी होने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके से पुलिस को बाइक और कारतूस बरामद हुए हैं।
वारादत के पुलिस ने पूरे इलाके में नाकेबंदी कर दी। इसी दौरान मोंठ इंस्पेक्टर पर गोली चलाने वाले आरोपी खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। गुरसराय इलाके में पुलिस को देखकर पुष्पेंद्र ने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से पुष्पेंद्र घायल हो गया। घायल आरोपी को लेकर पुलिस जिला अस्पताल पहुंची, जहां डाॅक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
हमले से पहले इंस्पेक्टर को किया फोन:-बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र दो दिन पहले छुट्टी पर अपने घर कानपुर गए थे। शनिवार की रात मोंठ इंस्पेक्टर कानपुर से अपनी कार से मोंठ आ रहे थे। खनन माफिया ने रास्ते में उनको फोन कर कहा कि वह मिलना चाहता है। इस पर इंस्पेक्टर ने मोंठ से पहले हाइवे पर मिलने के लिए कहा। जैसे ही वहां कार से इंस्पेक्टर पहुंचे खनन माफिया ने फायरिंग कर दी। गोली उनके बगल से निकल गई। इसके बाद माफिया और उसके साथी ने इंस्पेक्टर पर हमला कर दिया। घटना की जानकारी पाकर डीआईजी सुभाष सिंह बघेल, एसएसपी डॉ. ओपी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक देहात राहुल मिठास समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गई।
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि दो दिन पहले मोंठ इंस्पेक्टर ने एक बालू माफिया की गाड़ी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सीज कर दी थी। इसके बाद बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है। एसएसपी ने बताया कि बदमाशों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। वहीं, इंस्पेक्टर की हालत स्थिर बताई जा रही है। एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि गोली इंस्पेक्टर के गाल को छूते हुए निकल गई।
सपा राज्यसभा सांसद ने एनकाउंटर पर सवाल खड़े किये:- 
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद डाॅक्टर चन्द्रपाल सिंह यादव ने इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े किये है। उन्होंने कहा कि पुष्पेन्द्र यादव का मोंठ थानेदार ने ट्रक पकड़ा था। जिसको छोड़ने के लिए पुष्पेन्द्र यादव और मोंठ थानेदार के बीच पैसे के लेन-देन को लेकर कहा-सुनी हो गई। कहा-सुनी के दौरान ही पुष्पेन्द्र की पुलिस ने पेशबंदी कर हत्या की है।
वह पुलिस से पूछना चाहते है कि जैसा उनका कहना है कि पुष्पेन्द्र थानेदार की कार लूटकर भाग गया था। यदि ऐसा है तो रास्ते में कई थाने पड़ते है, बीच में किसी थाने की पुलिस ने उन्हें क्यों नहीं रोका। इतनी दूर ले जाकर क्यों पुष्पेन्द्र का एनकाउंटर किया गया है। पुष्पेन्द्र की मौत एनकाउंटर से नहीं बल्कि पुलिस की पेशबंदी के कारण हुई है। वह इस मामले में जांच की मांग करते हैं और पुलिस पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करते है।


राष्ट्रपति पुतिन ने 'परमाणु नीति' पर हस्ताक्षर किए

राष्ट्रपति पुतिन ने 'परमाणु नीति' पर हस्ताक्षर किए  अखिलेश पांडेय  मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक अहम फैसले के अंतर...