बैकुंठपुर। जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के ग्राम केनापारा के एक महिला को एक मकान में 7 महीने तक एक ही कमरे में बंद रखा जाता था। मामले की जानकारी देते हुए जूना पारा की महिला पुलिस वॉलिंटियर इंदिरा ने बताया कि यह महिला ग्राम बैकुंठपुर के जूना पारा की रहने वाली है। इसका नाम सूरज राजवाडे बताया जा रहा है। इसके पिता का देहांत हो चुका है और माता अपने परिवार से दूर रहती है। बताया जा रहा है कि महिला सूरज लगभग 24 साल की उम्र है। इसके अपने दो भाई इससे अलग रहते हैं। अपने घर में यह अकेले रहती थी वहां आसपास रहने वाले लोगों ने थाने में फोन कर पुलिस को महिला के घर में बंद होने की जानकारी दी सुचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ पंकज शुक्ला महिला पुलिस को लेकर तत्काल मौके पर पहुंचे और घर का ताला तोड़कर उस महिला को बाहर निकाला। महिला डरी हुई और कमजोर हालत में पड़ी मिली। जिसे 108 के माध्यम से जिला अस्पताल लाया गया डॉक्टर के द्वारा जांच कर उसे तत्काल आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया। पुलिस भी महिला के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त नहीं कर पाई है। पुलिस ने बताया कि महिला के और ठीक होने के बाद ही पूरी घटना का खुलासा हो पाएगा।
शुक्रवार, 4 अक्तूबर 2019
महीने में रहेगा 12 दिन का अवकाश
नई दिल्ली। अक्टूबर के महीने से त्योहारों की छुट्टियों का दौर शुरू हो गया है। दशहरा, दिवाली और कुछ त्योहार इस बार महीने कुल 12 छुट्टियां लेकर आ रहे हैं। इसमें सरकारी और निजी बैंकों के कर्मचारी सबसे ज्यादा छुट्टी मनाएंगे। देश में सबसे बड़ा त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही अगले डेढ़ महीने बैंकों में भी लंबी छुट्टियां होंगी। इस वजह से अगले डेढ़ महीने में 16 दिन तक बैंक बंद रहेंगे। इसी माह 12 दिन तक बैंकों का अवकाश रहेगा।
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बैंकों का अवकाश दो अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके से शुरू हुआ है। इसके बाद इसी माह दशहरा, दीपावली, भाई दूज, गोवर्धनपूजा भी है। इसके बाद अगले महीने भी गुरुनानक जयंती की वजह से बैंकों में एक दिन का अतिरिक्त अवकाश रहेगा। विशेष तौर पर सरकारी बैंकों में लंबे अवकाश की वजह से कई काम प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में बैंकों से जुड़ा काम है तो उसे जल्दी से जल्दी निपटा लें।
teligram
2 अक्टूबर, गांधी जयंती :
5 अक्टूबर, दुर्गापूजा :
6 अक्टूबर, रविवार
7 अक्टूबर, महानवमी :
8 अक्टूबर, दशहरा :
12 अक्टूबर, शनिवार :
13 अक्टूबर रविवार
20 अक्टूबर, रविवार
26 अक्टूबर, शनिवार
27 अक्टूबर, रविवार
28 अक्टूबर, दीपावली
31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई जयंती
दोस्तों से अच्छी खबर मिलेगी:कुंभ
राशिफल
मेष-आपको अपने शत्रुओं द्वारा बनाई गई कुछ छोटी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अधिकारियों के साथ व्यवहार करते समय आपको सावधान रहना चाहिए और उन्हें विरोधी नहीं बनाना चाहिए। खर्च में काफी वृद्धि हो सकती है जो आपको तनाव में रख सकती है।पारिवारिक जीवन में आप सदस्यों के प्रति जिद्दी हो सकते हैं। आप भावनात्मक रूप से परेशान हो सकते है और तनाव की स्थिति में रह सकते है। यदि आपको अपनी आंखों की दृष्टि से कोई असुविधा है, तो आपको नेत्र संबंधी सलाह लेनी चाहिए।
वृष-आपकी मां की स्वास्थ्य-स्थिति आपको चिंतित बनाए रखेगी। बच्चों का स्वास्थ्य भी चिंताजनक हो सकता है किंतु भौतिक एवं आर्थिक समृद्धि के लिए आज का दिन लाभदायक है। आपको विभिन्न स्रोतों से लाभ होगा।आपके कुछ शत्रु मित्र के रूप में भेष बदलकर आपको नुकसान पहुंचा सकते है। पारिवारिक संदर्भ में आपको पूर्ण सहयोग मिलेगा और सामाजिक रूप से आप अधिक लोकप्रिय हो सकते हैं। आपके पास नए अधिग्रहण हो सकते है, जो आपको खुश करेंगे।
मिथुन-आज आप कुछ धार्मिक कर्म में संलग्न हो सकते है, जिसके कारण आपकी सामाजिक लोकप्रियता में बढ़ोतरी संभव है। आपका पारिवारिक जीवन आनंदित रहेगा और आप मानसिक रूप से शांत रहेंगे।आप दूसरों के लिए मददगार सिद्ध होंगे और लोग इसके लिए आपका बहुत सम्मान करेंगे। भाग्य का साथ मिलने के कारण आप आर्थिक रूप से स्थिर स्थिति में रहेंगे।
कर्क-इस अवधि के दौरान आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप नाम और शोहरत हासिल करेंगे। आपके विरोधि निष्क्रिय रहेंगे और आपको महत्पूर्ण अधिकारियों से पूर्ण सहयोग मिलेगा। आपको अपने सभी प्रयासों में सफलता मिलेगी और आपकी कुछ महत्वाकांक्षाएं पूरी होंगी।जीवनसाथी के साथ संबंध सुखद रहेंगे, परंतु रिश्तेदारों के साथ आपका मतभेद हो सकता है। बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। आपका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है, इसलिए अपना अधिक ध्यान रखिये।
सिंह-आज अनुकूल ग्रह स्थिति आपकी बेहतरी और प्रगति के मार्ग को प्रशस्त करेगी। आप आज व्यापारिक विस्तार की योजनाएं बनाएंगे और उन्हें लागू करने में भी सफल होंगे। वित्तीय लाभ उम्मीद से बेहतर रहेगा।आप भूमि में निवेश कर सकते है। घरेलू मोर्चे पर वांछित काम समय पर पूरा होगा। प्रेमियों के मध्य निकटता बढ़ेगी और कुछ के विवाह संबंध भी पक्के हो सकते है। कामकाज संबंधी यात्राएं लाभदायक रहेंगी।
कन्या-आज लाभकारी विकास संभव है जो भविष्य में आपको अच्छे परिणाम देगा। आज आपको अपनी पसंद की जगह पर स्थानांतरित किया जा सकता है। छात्र अपना ध्यान उचित प्रयासों में लगाएं।आर्थिक रूप से आप समृद्ध रहेंगे और नए सौदे भी प्रगति करेंगे। आपको परिवार और दोस्तों का अच्छा सहयोग मिलेगा। आप किसी पवित्र स्थान की यात्रा भी कर सकते है।
तुला-आज आप कठिनाइयों को दूर करने और प्रगति की ओर बढ़ने में सक्षम होंगे। आपकी मेहनत का फल आज आपको मिलेगा। आपके पास अपने आर्थिक पक्ष में वृद्धि लाने के लिए बहुत अच्छे अवसर होंगे।वित्तीय लाभ प्राप्त हो सकते हैं और नई साझेदारी भी होने की संभावना है। आज आप थोड़े लापरवाह भी हो सकते है। आपको संपत्ति के मामलों और पारिवारिक संबंधों पर भी नजर रखनी चाहिए।
वृश्चिक-नए वाहन या संपत्ति खरीदने के लिए अपनी योजनाओं को स्थगित कर दें क्योंकि यह आपके बड़े नुकसान का कारण हो सकता है। नौकरीपेशा जातकों को अधिकारियों के साथ अपने संबंधों के मामले में कठिन समय का सामना करना पड़ सकता है।अपने अधिकारियों पर हावी होने की कोशिश न करें वरना आप खुद मुसीबत में पड़ सकते हैं। धन संबंधी मामलों में आपके पिता की सलाह आपके लिए मददगार साबित हो सकती। माता के सुख में सामान्य कमी आपको अनुभव हो सकती है। इस समय आप कुछ समय निकाल कर अपने जीवनसाथी के साथ घूमने फिरने भी जा सकते है
धनु-आप खुश और हंसमुख रहेंगे। आपके पास कई अवसर होंगे और वरिष्ठों से सहयोग प्राप्त होगा। वित्तीय स्थिति में भी काफी सुधार होगा। आपका पारिवारिक जीवन खुशहाल और आनंदमय रहेगा। आप अच्छे स्वास्थ्य में होंगे ।सामान्य रूप से लोगों के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे और आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी। यह अवधि निवेश के लिए परिपक्व है जो आपके करियर को बेहतरी की ओर ले जा सकती है।
मकर-प्रभावी सहकर्मींं आपकी कार्यशैली को और बेहतर करने के लिए बहुत सारे विचार प्रदान कर सकते हैं। आपको अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त अवसर मिलेंगे। राजनेताओं को नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं।सिनेमा और मीडिया से जुड़े क्षेत्रों के लोगों के पास खुद को व्यस्त रखने के लिए पर्याप्त काम होगा। यह माता-पिता के लिए अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने और अपने बच्चों का विवाह करने का एक आदर्श समय है।
कुंभ-आप अपने सहभागी के संवेदनशील मुद्दों को समझने में उसकी मदद कर सकते है। व्यापारी ग्राहकों की पसंद में दिलचस्पी लेंगे, इसलिए आसानी से आर्थिक लाभ अर्जित कर पाएंगे। प्रेम संबंधों में रिश्तों की बात आने पर अपनी सच्ची भावनाओं को छिपाएं नहीं।अविवाहित युवक और युवतियों को अपना जीवनसाथी मिल सकता है। आपको अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से अच्छी खबर मिलेगी और आप अपने परिवार में एक उत्साहजनक नई भूमिका निभा सकते हैं।
मीन-पेशेवर यात्राएं अधिक हो सकती हैं। आपको अपने वरिष्ठों और आधिकारिक लोगों से सहायता, प्रशंसा और पुरस्कार प्राप्त होगा। आपको अपने कार्यस्थल पर सुना और देखा जा सकता है जो आपकी संतुष्टि को बढ़ाएगा।तुरंत पैसा बनाने की योजनाओं या आकर्षक प्रस्तावों से दूर रहना बेहतर है। परिवार के सदस्यों के साथ कुछ गलतफहमी घरेलू माहौल को कड़वा बना सकती है। आपके बच्चों का स्वास्थ्य आपकी चिंता का कारण हो सकता है।
अखरोट का उत्पादन, भंडारण
अखरोट (अंग्रेजी: Walnut, वैज्ञानिक नाम : Juglans Regia) पतझड़ करने वाले बहुत सुन्दर और सुगन्धित पेड़ होते हैं। इसकी दो जातियां पाई जाती हैं। 'जंगली अखरोट' 100 से 200 फीट तक ऊंचे, अपने आप उगते हैं। इसके फल का छिलका मोटा होता है। 'कृषिजन्य अखरोट' 40 से 90 फुट तक ऊंचा होता है और इसके फलों का छिलका पतला होता है। इसे 'कागजी अखरोट' कहते हैं। इससे बन्दूकों के कुन्दे बनाये जाते हैं।
अखरोट का फल एक प्रकार का सूखा मेवा है जो खाने के लिये उपयोग में लाया जाता है। अखरोट का बाह्य आवरण एकदम कठोर होता है और अंदर मानव मस्तिष्क के जैसे आकार वाली गिरी होती है। अखरोट (के वृक्ष) का वानस्पतिक नाम जग्लान्स निग्रा (Juglans Nigra) है। आधी मुट्ठी अखरोट में 392 कैलोरी ऊर्जा होती हैं, 9 ग्राम प्रोटीन होता है, 39 ग्राम वसा होती है और 8 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। इसमें विटामिन ई और बी6, कैल्शियम और मिनेरल भी पर्याप्तं मात्रा में होते है।
अखरोट की गिरी:-अखरोट की दो सबसे आम प्रमुख प्रजातियां बीज के लिए उगाई जाती हैं - फारसी या अंग्रेजी अखरोट और काले अखरोट। अंग्रेजी अखरोट(जग्लांस रेजिया) फारस में उत्पन्न हुआ, और काले अखरोट (जग्लांस निग्रा) पूर्वी उत्तर अमेरिका में उत्पन्न हुआ। काला अखरोट स्वाद में ज्यादा अच्छा होता है, लेकिन इसके उत्पादन में कड़ी मेहनत और खराब हुल्लिंग विशेषताओं के कारण, व्यावसायिक स्तर पर, इसका उत्पादन नहीं किया जाता। पर इसके कई संकरों को व्यावसायिक स्तर पर उत्पादन के लिए विकसित किया गया है, जो लगभग अंग्रेजी अखरोट के समान ही होते हैं।अन्य प्रजातियों में, कैलिफोर्निया का काला अखरोट, जिसे जग्लांस कैलिफोर्निका कहते है, के अलावा जग्लांस सिनेराय(बर्टनट्स) और जग्लांस एरिजोना पाए जाते हैं।
उत्पादन:-अखरोट के उत्पादन में चीन सबसे आगे हैं और इसका उत्पादन करने वाले अन्य देशों में प्रमुख हैं - ईरान, अमेरिका, तुर्की और यूक्रेन I पूर्वी यूरोपीय देशों में सबसे ज्यादा उपज होती है जिनमें प्रमुख्य हैं , स्लोवेनिया और रोमानिया। भारत मे कश्मीर घाटी मे इसकी उपज होती है। संयुक्त राज्य अमेरिका अखरोट का विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक है और उसके बाद तुर्की का स्थान है।
भंडारण:-अखरोट जैसे फलों को अच्छी तरह से संसाधित और संग्रहित किया जाना चाहिए। खराब तरीके से भंडारण के कारण कीट और फफूंदी के होने से अखरोट ख़राब हो जाता है।अखरोट के लंबे समय तक भंडारण के लिए आदर्श तापमान -3 से 0 डिग्री सेल्सियस है। औद्योगिक और घरेलू भंडारण के लिए आद्रता कम होनी चाहिए।
खंडों में विभाजित शरीर
इनका शरीर खंडों में विभाजित रहता है जिसमें सिर में मुख भाग, एक जोड़ी श्रृंगिकाएँ (Antenna), प्रऻय: एक जोड़ी संयुक्त नेत्र और बहुधा सरल नेत्र भी पाए जाते हैं। वृक्ष पर तीन जोड़ी टाँगों और दो जोड़े पक्ष होते हैं। कुछ कीटों में एक ही जोड़ा पक्ष होता है और कुछेक पक्षविहीन भी होते है। उदर में टाँगें नहीं होती। इनके पिछले सिरे पर गुदा होती है और गुदा से थोड़ा सा आगे की ओर जननछिद्र होता है। श्वसन महीन श्वास नलियों (ट्रेकिया, Trachea) द्वारा होता हैं। श्वासनली बाहर की ओर श्वासरध्रं (स्पाहरेकल Spiracle) द्वारा खुलती है। प्राय: दस जोड़ी श्वासध्रां शरीर में दोनों ओर पाए जाते हैं, किंतु कई जातियों में परस्पर भिन्नता भी रहती है। रक्त लाल कणिकाओं से विहीन होता है और प्लाज्म़ा (Plasma) में हीमोग्लोबिन (Haemoglobin) भी नहीं होता। अत: श्वसन की गैसें नहीं पहुँचती। परिवहन तंत्र खुला होता हैं, हृदय पृष्ठ की ओर आहारनाल के ऊपर रहता है। रक्त देहगुहा में बहता है, बंद वाहिकाओं की संख्या बहुत थोड़ी होती है। वास्तविक शिराएँ, धमनियों और केशिकाएँ नहीं होती। निसर्ग (मैलपीगियन, Malpighian) नलिकाएँ पश्चांत्र के अगले सिरे पर खुलती हैं। एक जोड़ी पांडुर ग्रंथियाँ (Corpora allata) भी पाई जाती हैं। अंडे के निकलने पर परिवर्धन प्राय: सीधे नहीं होता, साधारणतया रूपांतरण द्वारा होता है।
प्राणियों में सबसे अधिक जातियाँ कीटों की हैं। कीटों की संख्या अन्य सब प्राणियों की सम्मिलित संख्या से छह गुनी अधिक है। इनकी लगभग दस बारह लाख जातियाँ अब तक ज्ञात हो चुकी हैं। प्रत्येक वर्ष लगभग छह सहस्त्र नई जातियाँ ज्ञात होती हैं और ऐसा अनुमान है कि कीटों की लगभग बीस लाख जातियाँ संसार में वर्तमान हैं। इतने अधिक प्राचुर्य का कारण इनका असाधारण अनुकूलन (ऐडैप्टाबिलिटी, Adaptability) का गुण हैं। ये अत्यधिक भिन्न परिस्थितियों में भी सफलतापूर्वक जीवित रहते हैं। पंखों की उपस्थिति के कारण कीटों को विकिरण (डिसपर्सल, dispersal) में बहुत सहायता मिलती हैं। ऐसा देखने में आता में है कि परिस्थितियों में परिवर्तन के अनुसार कीटों में नित्य नवीन संरचनाओं तथा वृत्तियों (हैबिट्स, habit) का विकास होता जाता है।
कीटों ने अपना स्थान किसी एक ही स्थान तक सीमित नहीं रखा है। ये जल, स्थल, आकाश सभी स्थानों में पाए जाते हैं। जल के भीतर तथा उसके ऊपर तैरते हुए, पृथ्वी पर रहते और आकाश में उड़ते हुए भी ये मिलते हैं। अन्य प्राणियों और पौधों पर बाह्य परजीवी (इंटर्नल पैरासाइट, internal parasite) के रूप मे भी ये जीवन व्यतीत करते हैं। ये घरों में भी रहते हैं और वनों में भी; तथा जल और वायु द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच जाते हैं। कार्बनिक अथवा अकार्बनिक, कैसे भी पदार्थ हों, ये सभी में अपने रहने योग्य स्थान बना लेते हैं। उत्तरी ध्रुवप्रदेश से लेकर दक्षिणी ध्रुवप्रदेश तक ऐसा कोई भी स्थान नहीं जहाँ जीवधारियों का रहना हो ओर कीट न पाए जाते हों। वृक्षों से ये किसी रूप में अपना भोजन प्राप्त कर लेते हैं। सड़ते हुए कार्बनिक पदार्थ ही न जाने कितनी सहस्र जातियों के कीटों को आकृष्ट करते तथा उनका उदरपोषण करते हैं। यही नहीं कि कीट केवल अन्य जीवधारियों के ही बाह्य अथवा आंतरिक पारजीवी के रूप में पाए जाते हों, वरन् उनकी एक बड़ी संख्या कीटों को भी आक्रांत करती है। और उनसे अपने लिए आश्रय तथा भोजन प्राप्त करती हैं। अत्यधिक शीत भी इनके मार्ग में बाधा नहीं डालता। कीटों की ऐसी कई जातियाँ हैं जो हिमांक से भी लगभग 50 सेंटीग्रेट नीचे के ताप पर जीवित रह सकती हैं। दूसरी ओर कीटों के ऐसे वर्ग भी हैं जो गरम पानी के उन श्रोतों में रहते हें जिसका ताप 40 से अधिक है। कीट ऐसे मरुस्थलों में भी पाए जाते हैं जहां का माध्याह्कि ताप 60 सेल्सियस तक पहुँच जाता है कुछ कीट तो मरुस्थलों में भी पाऐ जाते हैं। जहाँ का माध्यांह्कि ताप 60 सेल्सियस तक पहुँच जाता है। कुछ कीट तो ऐसे पदार्थों में भी अपने लिए पोषण तथा आवास ढँूढ लेते हैं जिसके विषय में कल्पना भी नहीं की जा सकती कि उनमें कोई जीवधारी रह सकता है या उनके प्राणी अपने लिए भोजन प्राप्त कर सकता है। उदाहरण के लिए, साइलोसा पेटरोली (Psilosa petroll) नामक कीट के डिंभ कैलीफोर्निया के पैट्रोलियम के कुओं में रहते पाये गये हैं। कीट तीक्ष्ण तथा विषेले पदार्थों में रहते तथा अभिजनन करते पाए गए हैं। जैसे अपरिष्कृत टार्टर जिसमे 80 प्रतिशत पौटेशियम वाईटार्टरेट होता है।) अफीम, लाल मिर्च अदरक नौसादर, कुचला (स्ट्रिकनीन, strychnine) पिपरमिंट कस्तूरी, मदिरा की बोतलों के काम, रँगने वाले ब्रश। कुछ कीट ऐसे भी हैं जो गहरे कुओं और गुफाओं मे रहते हैं जहाँ प्रकाश कभी नहीं पहुँचता। अधिकतर कीट उष्ण देशों में मिलते हैं और इन्हीं कीटों से नाना प्रकार की आकृतियों तथा रंग पाए जाते हैं।
सहजवृति (Instinct) के कारण कीटों का व्यवहार स्वभावत: ऐसा होता है जिससे उनके निजी कार्य में निरंतर लगे रहने की दृढ़ता प्रकट होती है। उनमें विवेक और विचारशक्ति का अभाव होता है। घरेलू मक्खियों को ही लें। बारबार किए जाने वाले प्रहार से वे न तो डरती हैं और न हतोत्साहित ही होती हैं। उन्हें हार मानना तो जैसे आता ही नहीं। जब तक उनके शरीर में प्राण रहते हैं तब तक वे अपने भोजन की प्राप्ति तथा संतानोत्पति के कार्य की पूर्ति में बराबर लगी रहती हैं।
संकल्प रुपी उपासना
गतांक से...
मेरे पुत्रों ऋषि ने जब यह श्रवण किया तो वह निरुत्तर हो गए। माता अरुंधति ने कहा, हे दिव्य, हे पुत्री, हमारी इच्छा ऐसी है कि तुम राष्ट्र का अनुग्रह करो, क्योंकि राष्ट्र का अन्न ग्रहण करना तुम्हारे लिए बहुत अनिवार्य है। उन्होंने कहा मातेश्वरी, कारण, क्यों अनिवार्य है? उन्होंने कहा तुम राष्ट्र का इसलिए अन्न ग्रहण करो कि 'ब्राह्म वासस् प्रहे' राजकुमार का जन्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 'ममत्वाम् ब्रह्मा' माता की यह इच्छा नहीं है। 'तपस्यम ब्रहमणम् वाचन नमः क्रति लोकाम्' जो इस प्रकार की संतान को जन्म दे। मेरी कामना है मेरी इच्छा है कि मैं त्याग और तपस्या में पुत्र को जन्म देना चाहती हूं। माता अरुंधति ने कहा कि नहीं तुम राष्ट्र का अन्न ग्रहण करो। उन्होंने कहा मातेश्वरी तुमने यह श्रवन नहीं किया कि प्रभु ने हमारे तुम्हारे शरीर का निर्माण किया है और यह माता-पिता का संकल्प मात्र ही है। यदि हम यह उच्चारण करने लगे कि यह माता की संपदा है या पितर की संपदा है यह संपदा है उसकी जिसने निर्माण किया है। और उस निर्माण करने वाले में संस्कारों के आधार पर इसका निर्माण किया है। और उन्हीं आधार पर यह जीवन का विपरीत होता रहेगा। हे प्रभा, ब्रह्म, हे मातेश्वरी, यदि यह विकृत हो जाएगा और यह छिन्न-भिन्न हो जाएगा। संकल्पों में ही मानव संसार समाप्त हो जाएगा। माता अरुंधति भी मौन हो गई। वशिष्ठ मुनि बोले की हे पुत्री, राष्ट्रीयअन्न मे कोई दोष रोपण नहीं होता है। उन्होंने कहा प्रभु मैं स्वयं कला कौशल कर लेती हूं और उसके बदले जो आता है उससे मैं अपने उदर की पूर्ति कर लेती हूं। हे प्रभु, आप तो यह जानते हैं क्योंकि ब्रह्मवेता है और ब्राह्मवेताओं की बुद्धि बड़ी प्रखर होती है और बड़ी ऊंची उड़ान उड़ने वाली होती है। इस उडाण के साथ यह स्वीकार करना तुम्हारे लिए बहुत अनिवार्य हो जाएगा कि प्रत्येक मानव एक संकल्प है। पुत्र का जन्म होता है, आत्मा किसी का पुत्र है, शरीर का पुत्र-पुत्री होता है। परंतु यह क्या है यह माता-पिता का संकल्प ही पुत्र की संज्ञा संकल्प मात्र से है। यह संकल्प समाप्त हो जाए या विकृत हो जाए तो एक प्रकार की एक विडंबना ऐसी उत्पन्न हो जाए। जिसको हम नहीं जान पाते कौशल्या जी ने कहा पुत्री भी इस प्रकार का संकल्प है। राजा भी एक प्रकार का संकल्प है। प्रजा का संकल्प मात्र है। इसी प्रकार माता भी संकल्प मात्र है। पित्र भी संकल्प मात्र है। यह सूर्य भी एक प्रकार का संकल्प है। अरुंधति मंडल भी एक प्रकार का संकल्प है जो भी संकल्प है। हे भगवान, हे मातेश्वरी, हे पित्र, हे आचार्य, हे ब्रह्मावेता तुम जानते हो कि यह सर्वत्र जगत केवल एक संकल्प मात्र कहलाता है। उन्होंने पुनः कहा हां एक वाक्य में स्वीकार कर सकती हूं। यदि हे पित्र, यदि आपको और माता का दोनों का संकल्प नष्ट हो जाए। तो मैं भी अपने संकल्प को नष्ट कर सकती हूं। ऋषि वशिष्ठ मुनि महाराज मोन हो गए और मौन होकर उन्होंने कहा, 'तत्वनम ब्रह्मा: पुत्रों संभावा: उन्होंने कहा तुम्हारा संकल्प पूर्ण हो, पुत्री, उन्होंने कहा ब्राह्मणों देखो उन्होंने अपने आश्रम को गमन किया और उन्हें जब राजा प्राप्त हुए तो उन्हें राजा से कहा। हे राजन, यह तो संकल्प है ,आचार्य के द्वारा उन्होंने संकल्प किया हुआ है और संकल्प उनका नष्ट नहीं होना चाहिए। यदि संकल्प चला गया तो प्राण चला गया। मानवता चली गई। राजन तुम संकल्प में देवी को रहने दो। तुम अपने क्रियाकलापों में परिणत हो जाओ। उस समय राजा भी मौन हो गया। कुछ समय के पश्चात आज का वार और तिथि और दिवस कहलाता है। जहां राम जैसे महापुरुषों का जन्म हुआ। महापुरुषों के जीवन की कथाएं होती है। उनमें कोई विशेषताएं होती है। मेरे प्यारे, महानंद जी ने मुझे प्रेरणा दी। प्रेरणा के आधार पर वाकम ब्रह्म' मेरे पुत्रो,वह रचना अपने में बड़ी विचित्र बन करके रहती है।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
October 05, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-62 (साल-01)
2. शनिवार, 05 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्विन,शुक्लपक्ष,तिथि-सप्तमी,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 06:15,सूर्यास्त 06:09
5. न्यूनतम तापमान -22 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, आद्रता बनी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102
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cont.935030275
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गुरुवार, 3 अक्तूबर 2019
देखिए विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही
विधुत विभाग की बड़ी लापरवाही
मोहित श्रीवास्तव
गाजियाबाद,लोनी। बिजली विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है। शांति नगर कॉलोनी स्थित शांति निकेतन इंटर कॉलेज की दीवारों से लगाकर जमीन पर ही ट्रांसफार्मर रख दिया गया है। ट्रांसफार्मर सेे आसपास के घरों में विद्युत कीी आपूर्ति की जा रही है। और तो ट्रांसफार्मर के बगल में नाली का पानी बहता हैै। स्थानीय निवासियों के द्वारा बताया गया है कि कई बार करंट भी आ जाता है। कई बार तो ट्रांसफार्मर में आग भी लग चुकी है। जमीन पर रखा ट्रांसफार्मर हादसे को दावत दे रहा है। जिससे विद्यार्थियों और स्थानीय निवासियों को हमेसा डर भी बना रहता है कि कही बच्चों के या अन्य लोगो के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हो जाये। कई बार कम्प्लेन करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। क्या विद्युत विभाग इस कदर लापरवाह हो सकता है?
कुंभ के विकास का वास्तविक दर्शन
प्रयागराज। लगातार हो रही बारिश से नगर-निगम प्रशासन एवं मेयर साहेब की लापरवाही सामने आ गई है।
निरंजन डॉट का पुल एवं कई इलाके मे बरसात का पानी भरा, आवागमन में हुई परेशानी।
46000 करोड़ का बजट से महाकुंभ और स्मार्ट सिटी के नाम पर और भी बजट किए गये। ठेकेदार और अधिकारियों ने खूब मलाई खाई है। जिसका खामियाजा अब जनता को भुगतना पड़ रहा है। जनता को इस कदर परेशान किया गया कि विकास के नाम पर उसके मकानों में तोड़फोड़ कराई गयी। जनता के व्यापार के साथ भी उठा-पटक की गई । जनता बेहाल और परेशान रही।
योगी सरकार ने 4000 करोड़ रुपए अपने प्रचार में खर्च कर विकास कार्य को गिना दिया। लेकिन जमीनी स्तर पर इनका विकास सिर्फ कुंभ तक ही दिखा। कुंभ के बाद इनका विकास चरमरा गया हैं ।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी
शासन-प्रशासन नहीं सुन रहा फरियाद
प्रयागराज रामबाग कॉलोनी के घरों में घुसा पानी और आला अधिकारियों को फोन कर कर के हारे कॉलोनी के लोग
प्रयागराज। रेलवे कॉलोनी स्थित रामबाग 50 घरों के निवासी पिछले 2 दिन से घरों में कैद हैं। बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं। वहां के निवासियों ने प्रयागराज के आला अधिकारियों से गुहार लगाई। नगर-निगम कहता है कि रेलवे की कॉलोनी है और रेलवे कहता है कि यह कार्य नगर-निगम का है। दो पाटों के बीच में पीस रहे हैं रामबाग रेलवे कॉलोनी के निवासी। घरों में, किचन में, लेट्रिन-बाथरूम हर जगह पानी घुसा हुआ है और बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं। उनका कहना है आखिर में हम फरियाद लगाएं तो किससे लगाएं। आला अधिकारियों को हम फरियाद लगा चुके हैं क्या यही है योगी और मोदी का विकास?
एफटीपी घरों में पानी।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी
रेणुकूट चेयरमैन को मारी गोली, मौत
रेणुकूट सोनभद्र चेयरमैन शिव प्रताप सिंह उर्फ बबलू सिंह को कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारी
सोनभद्र। रेणुकूट के चेयरमैन शिव प्रताप सिंह उर्फ बबलू सिंह की गोली मारकर हुई हत्या को लेकर स्थानीय लोगों ने एनएच वाराणसी शक्तिनगर मार्ग पर पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चक्का जाम किया। बताते चलें कि रेणुकूट के चेयरमैन शिव प्रताप सिंह उर्फ बबलू सिंह को कल रात 10:00 बजे के लगभग अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी।स्थानीय लोगों ने हिंडालको हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां हालात गंभीर देखे जाने पर चिकित्सालय ने वाराणसी रेफर कर दिया। वाराणसी ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में लगभग रात्रि 2:27 पर मृत घोषित किया। जिसको लेकर पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा है। लोगों में चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर चेयरमैन को ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है ।इससे पहले चोपन के चेयरमैन इम्तियाज अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अभी अपराध पूर्ण रूप से पकड़े भी नहीं गए कि अब रेणुकूट के चेयरमैन शिव प्रताप सिंह उर्फ बबलू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई जिससे लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं धरने पर बैठी महिलाओं ने आक्रोशित मुद्रा में दिख रही हैं। जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रही है।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी
नमो सेना इंडिया का स्वच्छता अभियान
नमो सेना इंडिया ने चलाया स्वच्छता अभियान
मोहित श्रीवास्तवगा
गाजियाबाद, लोनी। संपूर्ण देश में 2 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री एवं गांधी जयंती उपलक्ष्य में स्वच्छता अभियान चलाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। नमो सेना इंडिया के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा संगम विहार कॉलोनी में सार्वजनिक रूप से सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता का संदेश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाते हुए संस्था के पदाधिकारी ने बताया संस्था राष्ट्र हित के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रहेगी। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र बसोया एडवोकेट, जिला संगठन सचिव सचिन कुमार, जिला सचिव पिंटू नंबरदार, जिला संगठन मंत्री सुम्मी वसोया, जिला महासचिव महिपाल चौधरी, कोषाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत आदि के साथ कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मयंक अग्रवाल ने जड़ा दोहरा शतक
मयंक अग्रवाल की धमाकेदार बल्लेबाजी, जड़ा करियर का पहला दोहरा शतक
विशाखापत्तनम। भारतीय ओपनर मयंक अग्रवाल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट मैच में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए दोहरा शतक ठोक दिया है। उन्होंने भारतीय पारी के 116वें ओवर में यह उपलब्धि हासिल की।
200 रन तक पहुंचने के सफर में मयंक ने 22 चौके और 5 छक्के जड़े हैं। मयंक अग्रवाल का यह पांचवां टेस्ट है, लेकिन दिलचस्प बात है कि भारतीय जमीन पर वह अपना पहला ही टेस्ट मैच खेल रहे हैं। इससे पहले उन्होंने दो टेस्ट ऑस्ट्रेलिया जबकि दो मुकाबले वेस्टइंडीज में खेले हैं।मयंक अग्रवाल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बतौर ओपनर दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे एशियाई ओपनर हैं। हालांकि ये और बात है कि ये कारनामा करने वाले पहले खिलाड़ी भी भारतीय हैं। मयंक से पहले टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था।मयंक अग्रवाल के नाम दो दोहरे शतक और एक तिहरा शतक दर्ज है। उन्होंने नवंबर 2017 में कर्नाटक के लिए महाराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 304 रन बनाए थे। इसके बाद उन्होंने अगस्त 2018 में दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ इंडिया ए के लिए 220 रन बनाए। और अब फिर उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया के लिए दोहरा शतक जड़ दिया है।
जहां तक भारतीय जमीन पर अपने पहले ही टेस्ट मैच में किसी भारतीय की सबसे बड़ी पारी के रिकॉर्ड की बात है तो ये कारनामा चेन्नई में साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ करुण नायर ने किया था। उन्होंने नाबाद 303 रन बनाए थे। विनोद कांबली ने मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ साल 1992 में 224 रन बनाए थे। वहीं दिलीप सरदेसाई ने मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ 1964 में नाबाद 200 रन बनाए थे। मयंक अग्रवाल भी अब इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं।
सोसाइटी के नाम करोडो की ठगी
कानपुर। गैब ग्राम विकास क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के नाम से फर्जी शाखा खोलकर निवेश के नाम पर करीब तीन सौ लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए गए। पीड़ित के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत सीबीआई तथा पुलिस के आलाधिकारियों को पत्र लिखने पर कल्याणपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। नौ आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार पांडेय के मुताबिक बारासिरोह, कल्याणपुर निवासी अनिल कुमार त्यागी का आरोप है कि शास्त्री नगर मार्केट में सोसाइटी के नाम से एक शाखा खोली गई थी। वर्ष 2016-2017 के बीच शहर के 200-300 लोगों को फंसाकर यहां के अधिकारियों व कर्मचारियों ने निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये ठग लिए।जब निवेशकों ने पैसे मांगे तो सोसाइटी के लोगों ने इंकार कर दिया। और कुछ दिन बाद दफ्तर बंद कर फरार हो गए। अनिल का आरोप है कि तब वह नौबस्ता थाने से लेकर आलाधिकारियों के चक्कर लगाते रहे लेकिन किसी ने नहीं सुनी। इंस्पेक्टर का कहना है कि दस्तावेजों की जांच की जा रही है। जल्द कार्रवाई होगी।
इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
पुलिस के मुताबिक सोसाइटी के सचिव व चीफ मैनेजर ब्लॉक किदवई नगर निवासी गिरीश शर्मा, जीएम अनुराग शर्मा, मैनेजर मृदुल शर्मा व राघव शुक्ला, ममता शर्मा, स्वाती शर्मा, वर्षा शर्मा और जी ब्लॉक किदवई नगर के अमित यादव तथा रामपट्टी गांव के कुलदीप यादव उर्फ अनमोल यादव( शाखा प्रंधक) पर रिपोर्ट दर्ज हुई है।
कई प्रदेशों में दर्ज हो चुके हैं मामले
इंस्पेक्टर ने बताया कि सोसाइटी के नाम पर पिछले पांच-छह वर्षों में देश के कई राज्यों में हजारों करोड़ रुपये की ठगी की गई है। दर्जनों मुकदमे भी दर्ज हुए हैं। पुलिस ने इनमें से कई मामलों की जानकारी वादी के जरिए जुटाई है।
कांग्रेस ने की प्रत्याशियों की लिस्ट जारी
राणा ओबराय
नई दिल्ली। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने देर रात हरियाणा विधानसभा के 84 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी।
कालका- प्रदीप चौधरी
पंचकूला-चंद्रमोहन
नारायणगढ़-श्रीमती शैली
अंबाला सिटी-जसबीर मालौर
मुलाना (सुरक्षित)-वरुण चौधरी
सढौरा (सुरक्षित)-रेनू बाला
जगाधरी-अकरम खान
यमुनानगर-निर्मल
शाहबाद (सुरक्षित)-अनिल धंतौड़ी
थानेसर-अशोक अरोड़ा
पिहोवा-मनदीप सिंह
गुहला (सुरक्षित)-दिल्लू राम
कलायत- जयप्रकाश (जेपी)
कैथल- रणदीप सुरजेवाला
पुंडरी-सतबीर सिंह जांगड़ा
नीलोखेड़ी (सुरक्षित)-बंताराम बाल्मीकि
इंद्री-डॉ.नवजोत कश्यप
करनाल-त्रिलोचन सिंह
घरौंडा- अनिल राणा
पानीपत ग्रामीण-ओपी जैन
पानीपत शहर-संजय अग्रवाल
इसराना (सुरक्षित)-बलवीर बाल्मीकि
समालखा-धर्म सिंह छोकर
गन्नौर-कुलदीप शर्मा
राई-जयतीर्थ दहिया
खरखौदा (सुरक्षित)-जयवीर बाल्मीकी
सोनीपत-सुरेंद्र पंवार
गोहाना-जगबीर सिंह मलिक
बरौदा-श्रीकृष्ण हुड्डा
जुलाना-धर्मेंद्र ढुल
सफीदों-सुभाष देशवाल
जींद-अंशुल सिंगला
उचाना कलां-बालाराम कठवाल
नरवाना (सुरक्षित)-विद्या रानी
टोहाना-परमवीर सिंह
रतिया (सुरक्षित)-जरनैल सिंह
कालांवली (सुरक्षित)-शीशपाल
डबवाली-अमित सिहाग
रानिया-विनीत कंबोज
सिरसा-होशियारी लाल शर्मा
एेलनाबाद-भरत सिंह बेनीवाल
आदमपुर-कुलदीप बिश्नोई
उकलाना (सुरक्षित)-बालादेवी
नारनौंद-बलजीत सिहाग
हांसी-ओमप्रकाश
हिसार-रामनिवास
नलवा-रणधीर पनिहार
लोहारू-सोमवीर सिंह
बाढड़ा-रणबीर महेंद्रा
दादरी-नृपेंद सिंह
भिवानी-अमर सिंह
तोशाम-किरण चौधरी
बवानीखेड़ा-(सुरक्षित)-रामकिशन फौजी
महम-आनंद सिंह डांगी
गढ़ी सांपला किलोई-भूपेंद्र सिंह हुड्डा
रोहतक- भारत भूषण बतरा
कलानौर (सुरक्षित)-शकुंतला खटक
बहादुरगढ़-राजेंद्र जून
बादली-कुलदीप वत्स
झज्जर (सुरक्षित)-गीता भुक्कल
बेरी-डॉ.रघुबीर सिंह कादयान
अटेली-राव अर्जुन सिंह
महेंद्रगढ़- राव दान सिंह
नारनौल-राव नरेंद्र सिंह
नांगल चौधरी-राजाराम गोलवा
बावल (सुरक्षित)-एमएल रंगा
कोसली-यादवेंद्र सिंह
रेवाड़ी-चिरंजीव राव
पटौदी-(सुरक्षित)-सुधीर चौधरी
बादशाहपुर-कमलबीर यादव
गुरुग्राम- सुखबीर कटारिया
सोहना-शमशुद्दीन
नूंह-आफताब अहमद
फिरोजपुर झिरका-मामन खान
पुन्हाना-मोहम्मद एजाज खान
हथीन-मोम्मद इजराइल
होडल(सुरक्षित)-उदयभान
पलवल-करण दलाल
पृथला-रघुबीर सिंह तेवतिया
एनआइटी फरीदाबाद- नीरज शर्मा
बड़खल-विजय प्रताप सिंह
बल्लभगढ़-आनंद कौशिक
फरीदाबाद-लखन सिंगला
तिगांव- ललित नागर
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इन छह सीटों पर घोषित नहीं हुए उम्मीदवार
रादौर-
लाडवा-
असंध-
फतेहाबाद-
बरवाला-
अंबाला कैंट
पान-मसाला बाजार में मचा हड़कंप
पान मसाला बाजार में मचा हडक़ंप, बेचने व खाने वाले दोनों ही बेचैन, फेल हुआ नमूना तो
जयपुर। राज्य सरकार की ओर से पान मसाले में हानिकारक तत्वों की सूचना जारी करने और ऐसे पान मसालों पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद प्रदेश के पान मसाला कारोबारियों और इनका सेवन करने वालों में हडक़ंप मच गया। व्यापारी पूछताछ कर रहे हैं कि उनके पास रखे पान मसाले के स्टॉक का क्या होगा? स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि उन्हींं पान मसालों को हटाना होगा, जिनमें प्रतिबंधित किए गए तत्व तंबाकू, निकोटीन, मैग्नेशियम, कार्बोनेट, निकोटीन, और मिनरल ऑइल पाए जाएंगे। इसके नमूने लेकर जांच करवाई जाएगी। सरकार के ऐलान के मुताबिक खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जांच में सैंपल फेल होने पर निर्माता को पूरा माल वापस लेना होगा। प्रतिबंधित बैच यदि बिकता पाया गया तो संबंधित निर्माता और विके्रता पर कार्रवाई होगी। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं। जांच सरकारी प्रयोगशाला में होगी। ये होगा बदलाव - दवा सैंपलों के समान पान मसालों की जांच और कार्रवाई होगी। - पहले मिलावट की धाराओं में कार्रवाई अब सैंपल का बैच हटेगा। - संबंधित बैच के निर्माण, उत्पादन और भंडारण पर भी रोक। - प्रतिबंधित बैंच बाजार में मिला तो निर्माता- विक्रेता पर सख्त कार्रवाई। घोषणा से असमंजस, बाद में स्पष्टीकरण बुधवार दोपहर की गई पान मसालों संबंधी घोषणा के बाद असमंजस की स्थिति पैदा हो गई। व्यापारियों में पान मसाले पर ही बैन का संदेश चला गया। दरअसल, खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत हानिकारक तत्वों वाले पान मसाले पहले से ही प्रतिबंधित हैं। चिकित्सा विभाग ने संशोधित सूचना जारी कर स्पष्ट किया कि जांच में फेल।
विपक्ष,विकास की बात नहीं चाहता:महाना
लखनऊ। यूपी के औद्योगिक विकास कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने कहा है दो दिवसीय सत्र में विपक्ष का सदन में न आना ही इस बात का प्रमाण है कि वो विकास पर बात नही करना चाहते है। साथ ही उन्होंने कहा कि वो सदन में ना आकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे है ।जनता ने उन्हें सदन में भेजा था कि चर्चा करे पर वो सड़क पर है। इसलिए जनता ने उन्हें सड़क पर ला दिया है। साथ ही अदिति सिंह पर कांग्रेस नेताओं के न आने और अदिति के आने पर उन्होंने कहा कि वो गांधी के विचारों से जुड़ी है इस लिए आई है। साथ ही कहा कि भाजपा के विचारों से भी जुड़ी है। कहीं न कहीं उन्होंने इशारा किया है कि अदिति सिंह पार्टी जॉइन कर सकती है।
कांग्रेस विधायिका ने की भाजपा ज्वाइन
कांग्रेस विधायिका अदिति सिंह के पार्टी जॉइन करने पर बोले सुरेश खन्ना
लखनऊ। पार्टी में जो आये स्वागत है,गांधी जी की 150 वी जयंती पर दो दिवसीय सत्र के दौरान नगर विकास मंत्री का बयान आया कि सत्र में जो उत्साह सुबह देखने को मिल रहा था, वही अभी भी देखने को मिल रहा है। गांधी जयन्ती पर विकास पर लगातार चर्चा चल रही है। विपक्ष ने वादा किया था और वो सदन में रिकॉर्डिंग में भी मौजूद है पर कोई नही आया। साथ ही कांग्रेस विधायिका अदिति सिंह के पार्टी मे आने पर उन्होंने कहा वो गांधी जी को मानती है। उनके आने का कोई मकसद नही। साथ ही कहा अगर कोई पार्टी में आना चाहता है तो स्वागत है।
दोनो आरोपी आईएएस को वेटिंग में डाला
केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार ने खनन घोटाला: दो आईएएस अपने पद से हटाए गए, वेटिंग में डाला गयाकहा जा रहा है कि सीबीआई (CBI) के बाद अब ईडी (ED) अजय और पवन कुमार पर शिकंजा कसेगी
लखनऊ। सहारनपुर खनन घोटाले में आरोपित आईएएस अजय कुमार सिंह और पवन कुमार को सरकार ने उनके पदों से हटाकर वेटिंग में डाल दिया है। बता दें अजय खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग में सचिव थे, जबकि पवन आवास एवं शहरी नियोजन विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात थे। कहा जा रहा है कि सीबीआई (CBI) के बाद अब ईडी (ED) अजय और पवन कुमार पर शिकंजा कसेगी। बता दें मंगलवार को सीबीआई ने 11 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी। लखनऊ में अजय और पवन के यहां भी छापेमारी हुई थी। सीबीआई ने अजय के घर से 15 लाख कैश व अन्य के यहां से खनन घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज जब्त किए थे।
गौरतलब है कि 30 सितंबर को सीबीआई ने आईएएस अजय और पवन के खिलाफ खनन घोटाले में एफआईआर दर्ज किया था। ये दोनों सहारनपुर में 2012 से 2016 तक बतौर जिलाधिकारी तैनात थे। दोनों पर आरोप है कि सहारनपुर के जिलाधिकारी रहते दोनों ने अवैध रूप से खनन पट्टे जारी किए थे। सीबीआई के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय भी इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूछताछ करेगा।
अब तक आठ आईएएस खिलाफ एफआईआर
खनन घोटाले में इन अफसरों के अलावा आईएएस बी चंद्रकला, अभय कुमार सिंह, विवेक, देवी शरण उपाध्याय, संतोष कुमार राय और जीवेश नंदन के खिलाफ भी सीबीआई एफआईआर दर्ज कर चुकी है। इन पर फतेहपुर, हमीरपुर, देवरिया, शामली और कौशांबी में नियुक्ति के दौरान हुए खनन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर रहा है।
गौरतलब है कि सीबीआइ करीब दो सालों से खनन घोटाले की परतें खंगाल रही है। सीबीआइ ने पूर्व में हाईकोर्ट के आदेश पर हमीरपुर, शामली, फतेहपुर, देवरिया, सिद्धार्थनगर व अन्य जिलों में वर्ष 2012 से 2016 के बीच हुए खनन में धांधली की शिकायतों पर मार्च 2017 में सात प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थीं। आरोप था कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के प्रतिबंध के बावजूद हमीरपुर समेत कई स्थानों पर धड़ल्ले से खनन कराया गया। सीबीआइ दिल्ली ने प्रारंभिक जांच के बाद हमीरपुर में हुई धांधली के मामले में आरोपित तत्कालीन डीएम हमीरपुर बी.चंद्रकला अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था, जिसके बाद सीबीआइ ने सहारनपुर, फतेहपुर व देवरिया समेत चार जिलों में अवैध खनन के मामलों में अलग-अलग केस दर्ज किये थे।
शव लेने पहुंची 7 पत्नी, सकते में पुलिस
हरिद्वार। पुलिस के सामने आत्महत्या के मामले तो आए दिन सामने आते हैं लेकिन उत्तराखंड में पुलिस के सामने आत्महत्या के बाद ऐसे हालात बने की वह भी सकते में आ गई। किसी फिल्मी कहानी की तरह ही पल-पल बदलते हालातों के बीच पुलिस असली को खोजने के लिए परेशान होती रही। हरिद्वार में एक 40 साल के शख्स ने रविवार को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। यहां तक तो पुलिस के लिए सबकुछ ठीक था, लेकिन पुलिसवालों की मुश्किल उस वक्त बढ़ गई जब मृतक का शव लेने के लिए एक, दो या तीन नहीं बल्कि 7-7 महिलाएं पुलिस के पास पहुंच गई। सभी महिलाएं खुद को मृतक की पत्नी बता रहीं थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआत में 5 महिलाएं मृतक का शव लेने के लिए पहुंची थी। दिलचस्प बात यह थी कि इन पांचों महिलाओं में से कोई भी एक दूसरे को नहीं जानती थी और सभी इस बात से बेखबर थीं कि उनके पति की किसी अन्य महिलाा के साथ संबंध रहे हैं। पुलिस जब इस मुश्किल से निपट रही थी कि बाद में 2 अन्य महिलाएं भी थाने पहुंची और मृतक को अपना पति बताने लगीं।
मृतक के लिए 7-7 महिलाओं के दावे को देखकर पुलिस घनचक्कर हो गई। काफी देर तक चले ड्रामें और हंगामे के बाद पुलिस ने जैसे तैसे स्थिति को संभाला।
हरिद्वार की रविदास बस्ती में रहने वाला पवन कुमार पेशे से ड्रायवर था। पुलिस के मुताबिक रविवार रात को पवन ने जहर खा लिया था। जहर खाने के बाद उसकी हालत बिगड़ने पर उसकी पत्नी उसे अस्पताल लेकर गई थी लेकिन उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया था कि पीड़ित भारी आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। इसके साथ ही यह भी सामने आया कि वह एक लो प्रोफाइल जिंदगी जी रहा था और उसके ज्यादा दोस्त भी नहीं थे।
सिटी पुलिस स्टेशन के एसएचओ प्रवीण कुमार कोशियारी ने बताया कि 'हम इसकी जांच कर रहे हैं कि मृतक ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? महिला जो मृतक को अस्पताल ले गई थी उसने खुद को मृतक की पत्नी बताया था लेकिन उसने आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं किया। हमने मृतक का शव ऑटोप्सी के लिए जिला अस्पताल भेजा है।'
इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस भी सकते में हैं। वहीं अब तक मृतक द्वारा आत्महत्या करने की वजह का खुलासा नहीं हो सका है।
आदित्य ने लिया बाल ठाकरे का आशीर्वाद
शिवसेना की राजनीति के इतिहास में पहली बार कोई ठाकरे परिवार का सदस्य चुनाव लड़ रहा है। गुरुवार को अपना नामांकन भरने से पहले आदित्य ठाकरे ने अपने दादा बालासाहेब ठाकरे के आसन से आशीर्वाद लिया।
चुनावी राजनीति में आदित्य ठाकरे का डेब्यूनामांकन से पहले लिया बाल ठाकरे के आसन से आशीर्वादठाकरे परिवार के पहले सदस्य जो चुनाव में उतरे
मुबंई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंका जा रहा है और ये चुनाव शिवसेना के लिए खास होने जा रहा है। शिवसेना की राजनीति के इतिहास में पहली बार कोई ठाकरे परिवार का सदस्य चुनाव लड़ रहा है। गुरुवार को अपना नामांकन भरने से पहले आदित्य ठाकरे ने अपने दादा बालासाहेब ठाकरे का आशीर्वाद लिया।आदित्य ठाकरे ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की। जिसमें वह बालासाहेब के आसन से आशीर्वाद ले रहे हैं। आसन पर बाल ठाकरे की तस्वीर है और उनका कुछ सामान रखा है। आदित्य ठाकरे इस बार वर्ली विधानसभा सीट से चुनावी डेब्यू कर रहे हैं।चुनावी टेस्ट से पहले आदित्य ठाकर ने हुंकार भी भरी है। बुधवार को नामांकन से पहले उन्होंने कहा, 'मैं चुनाव लड़ रहा हूं...मैंने बड़ा कदम उठाया है। मेरे लिए यह बड़ा क्षण है और ऐतिहासिक है। मेरे खिलाफ किसी को खड़ा होने दीजिए, यह उसका अधिकार है। मैं भयभीत नहीं हूं, क्योंकि मुझे भरोसा है कि आप मुझे हारने नहीं देंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना के गठन से लेकर आजतक ठाकरे परिवार का कोई भी सदस्य चुनावी राजनीति में नहीं उतरा है। फिर चाहे वह बाल ठाकरे हो, उद्धव ठाकरे या राज ठाकरे ही क्यों ना हो। शिवसेना जब सत्ता में रही तब भी ठाकरे परिवार के किसी सदस्य ने कोई पद नहीं लिया था।
अब इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि अगर शिवेसना-बीजेपी के गठबंधन की सत्ता में वापसी होती है, तो आदित्य ठाकरे डिप्टी सीएम की कमान संभाल सकते हैं। हालांकि, शिवसेना की ओर से लगातार बयान दिए जा रहे हैं कि आदित्य ठाकरे डिप्टी नहीं बल्कि सीधे सीएम ही बनेंगे।
कब होने हैं चुनाव?
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288, जबकि हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के चुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होने हैं। चुनाव परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। दोनों राज्यों में सत्तारूढ़ भाजपा इस बार भी वर्तमान मुख्यमंत्रियों के साथ ही अपनी जीत को दोहराना चाहती है। महाराष्ट्र में बीजेपी अभी तक 139 उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है, जबकि शिवसेना ने 124 का ही ऐलान किया है।
10वीं-12वीं की परिक्षाओं की तारीखों का ऐलान
10वीं-12वीं की परिक्षाओं की तारीखों का ऐलान संदीप मिश्र लखनऊ। यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परिक्षाओं की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है।...
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80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...