बुधवार, 25 सितंबर 2019

बापू भारतीय थे,केवल भारत के नहीं

 न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अपने विचार रखे। इस दौरान उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारतीय थे, लेकिन वह केवल भारत के नहीं थे और यह मंच इसका जीवंत उदाहरण है।


प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी पर विचार रखने से पहले संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गांधी सौर पार्क का उद्घाटन किया। गांधीजी की 150वीं जयंती पर संयुक्त राष्ट्र ने एक डाक टिकट भी जारी किया है। बता दें कि महात्मा गांधी की इस साल 150वीं जयंती मनाई जा रही है। इसी संबंध में गांधीजी के विचारों पर यूएन में एक स्पेशल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।


प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम मोदी के महात्मा गांधी पर दिए भाषण के संबंध में ट्वीट किया, ''गांधीजी भारतीय थे, लेकिन सिर्फ भारत के नहीं थे। आज यह मंच इसका जीवंत उदाहरण है।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''आप कल्पना कर सकते हैं कि जिनसे गांधीजी कभी मिले नहीं, वे भी उनके जीवन से कितना प्रभावित रहे। मार्टिन लूथर किंग जूनियर हों या नेल्सन मंडेला, उनके विचारों का आधार महात्मा गांधी थे, उनकी सोच थी।''


पीएम ने कहा, ''आज लोकतंत्र की परिभाषा का एक सीमित अर्थ रह गया है कि जनता अपनी पसंद की सरकार चुने और सरकार जनता की अपेक्षा के अनुसार काम करे, लेकिन महात्मा गांधी ने लोकतंत्र की असली शक्ति पर बल दिया। उन्होंने वह दिशा दिखाई जिसमें लोग शासन पर निर्भर न हों और स्वावलंबी बनें।''प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''महात्मा गांधी ने एक ऐसी सामाजिक व्यवस्था का बीड़ा उठाया, जो सरकार पर निर्भर न हो। यह सर्वविदित है कि महात्मा गांधी परिवर्तन लाए, लेकिन यह कहना भी उचित होगा कि उन्होंने लोगों की आंतरिक शक्ति को जगा कर उन्हें स्वयं परिवर्तन लाने के लिए जागृत किया।


वायुसेना ऑरेंज लेबल हाई अलर्ट पर

नई दिल्ली। शीर्ष सरकारी सूत्रों से जानकारी मिली है कि खुफिया एजेंसियों ने 8-10 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के एक मॉड्यूल के खिलाफ चेतावनी जारी की है, जो संभवतः जम्मू-कश्मीर में और उसके आसपास वायु सेना के ठिकानों के खिलाफ आत्मघाती हमले को अंजाम देने की कोशिश करेंगे। श्रीनगर, अवंतीपोरा, जम्मू, पठानकोट, हिंडन में भारतीय वायुसेना के ठिकानों को ऑरेंज लेवल पर हाई अलर्ट पर रखा गया है। वरिष्ठ अधिकारी खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं। एजेंसियों ने जैश के आतंकवादियों की गतिविधियों पर नजर रखने के बाद अलर्ट जारी कर दिया है। 
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जैश-ए-मोहम्मद की हिट लिस्ट में हैं। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी को हाल ही में एक पत्र मिला, जिसमें कहा गया कि आतंकी समूह जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के रद्द करने को लेकर पीएम मोदी, अमित शाह और एनएसए डोभाल को निशाना बनाने की योजना बना रहा है। धमकी पत्र में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के भारत सरकार के कदम का बदला लेने की बात कही गई है।पत्र में जैश-ए-मोहम्मद ने 30 शहरों पर हमला करने की धमकी भी दी है, जिसमें जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, जयपुर, गांधीनगर, कानपुर, लखनऊ शामिल हैं। पत्र में कहा गया है कि जैश चार हवाई अड्डों पर भी हमले की योजना बना रहा है।


ट्रंप ने कहा, मोदी 'फादर ऑफ इंडिया'

ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी को बताया 'फादर ऑफ इंडिया'


न्यूयॉर्क। ह्यूस्टन में मुलाकात के 36 घंटे बाद एक बार फिर से मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात हुई। न्यूयॉर्क में दोनों के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। मुलाकात के बाद दोनों नेता पत्रकारों से भी रूबरू हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को भारत का अच्छा दोस्त बताया। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने भी पीएम मोदी की खूब तारीफ की।


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें भारत का पिता कहा। ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी भारत के पिता (फादर ऑफ इंडिया) हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान में आतंकवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय पीएम मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। मुझे उम्मीद है कि आपके पीएम (नरेंद्र मोदी) इसका समाधान करेंगे। मोदी और इमरान बातचीत करने मसले को हल कर सकते हैं।इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी रॉकस्टार एलविस प्रेस्ली की तरह लोकप्रिय हैं। मैं मोदी को बहुत पसंद करता हूं। वहीं, पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति का ह्यूस्टन आने शुक्रिया अदा किया। मोदी ने कहा कि ट्रंप मेरे ही नहीं भारत के अच्छे दोस्त हैं।


किरायेदारों को सीएम केजरीवाल का तोहफा

दिल्‍ली के किराएदारों को सीएम केजरीवाल का तोहफा


नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की सरकार ने चुनावी दांव चलते हुए लोगों को बड़ी राहत का ऐलान किया है। दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में रह रहे किराएदारों को बिजली बिल की दरों में राहत देने के लिए नई योजना बनाई है। इसके तहत किराएदार मकान मालिक की एनओसी का इंतजार किए बगैर बिजली का अलग मी‍टर लगा सकेंगे और दिल्‍ली में लागू सस्‍ती बिजली दरों का लाभ ले सकेंगे।केजरीवाल ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में ऐलान किया, 'हमने मुख्यमंत्री किराएदार बिजली मीटर योजना बनाई है। प्रीपेड मीटर किराएदारों के यहां लगाए जाएंगे। जो चार्जेज नॉर्मल लोगों को लगते हैं उन्हें भी वही लगेंगे। रेंट अग्रीमेंट की कॉपी और उस पते का आईडी प्रूफ देना होगा। इसके लिए तीन नंबर दे रहे हैं। इसकी होम डिलीवरी है। Bses yamuna 19122, Bses rajadhani 19123 और Tata 19124200।'


अरविंद ने आगे कहा कि इसमें तीन हजार रुपये सिक्‍योरिटी डिपॉजिट है। अगर मकान मालिक अलग मीटर के लिए नहीं मानते हैं तो इसके लिए लोगों को मकान मालिक के पास जाने की जरूरत नहीं है। उन्‍हें सीधे सरकार की ओर से दिए गए इन टोल फ्री नंबरों पर फोन करना होगा। इससे पहले बिजली नियामक दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) ने बुधवार को 2019-20 के लिए नयी बिजली दरें घोषित कीं थीं।


वायुसेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त, सुरक्षित

ग्वालियर। भिण्ड के गोहद इलाके में वायुसेना का एक विमान मिग 21 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान सामान्य अभ्यास पर था। विमान पर सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। वायुसेना के सूत्र ने कहा, 'मिग 21 प्रशिक्षण विमान ग्वालियर एयरबेस के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान से दोनों पायलट सुरक्षित कूद गए। विमान क्रैश होने की सूचना के बाद मौके पर स्थानीय पुलिस और एयरफोर्स के अधिकारी पहुंचे। सूत्रों ने कहा कि विमान एक नियमित मिशन पर था और लगभग 10 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आईएएफ ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्कॉयरी का आदेश दिया है।


स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है:मेष

राशिफल


मेष-कोई पुराना रोग उभर सकता है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। शारीरिक हानि की आशंका है। किसी भी तरह के विवाद से दूर रहें। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी।


वृष-किसी आशंका से ग्रसित रह सकते हैं। कोर्ट-कचहरी तथा सरकारी कार्यालयों के कार्य मनमाफिक चलेंगे। किसी विवाद में विजय प्राप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। पारिवारिक चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी।


मिथुन-प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। स्थायी संपत्ति की वृद्धि के योग हैं। किसी भी तरह के कागजात ध्यान से पढ़कर निर्णय लें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में चैन रहेगा। निवेश लाभदायक रहेगा।


कर्क-धन प्राप्ति के लिए किए गए प्रयास सफल रहेंगे। विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। किसी लंबी यात्रा की संभावना है। मनोरंजन के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी में नए कार्य कर पाएंगे। उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।


सिंह-शारीरिक कष्ट की आशंका है। किसी अपने ही व्यक्ति से विवाद हो सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। भागदौड़ रहेगी। दु:खद समाचार प्राप्ति की आशंका है, धैर्य रखें। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा।


कन्या-किसी भूले-बिसरे शत्रु से हानि की आशंका है। पिछले समय किए गए प्रयासों का लाभ मिलने का प्रारंभ होगा। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा।


तुला-किसी दुष्ट प्रवृत्ति के व्यक्ति का साथ हानिप्रद रहेगा। घर में मेहमानों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नए संपर्क बन सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। हल्की मजाक बिलकुल न करें।


वृश्चिक-व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। भाग्य अनुकूल रहेगा।


धनु-कोई बड़ा खर्च सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। दूसरे के कार्य में हस्तक्षेप न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा।


मकर-ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय हो सकता है। धन प्राप्ति सुगम होगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। नए काम मिल सकते हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ रहेगा।


कुंभ-विवाह के उम्मीदवारों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता कर पाएंगे। लाभ होगा।


मीन-किसी धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में रुकावट दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी। परिवार के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा।


सेब का इतिहास और फायदे

सेब एक फल है। सेब का रंग लाल या हरा होता है। वैज्ञानिक भाषा में इसे मेलस डोमेस्टिका (Melus domestica) कहते हैं। इसका मुख्यतः स्थान मध्य एशिया है। इसके अलावा बाद में यह यूरोप में भी उगाया जाने लगा। यह हजारों वर्षों से एशिया और यूरोप में उगाया जाता रहा है। इसे एशिया और यूरोप से उत्तरी अमेरिका बेचा जाता है। इसका ग्रीक और यूरोप में धार्मिक महत्व है।


इतिहास
इसके बारे में पता लगाने का श्रेय सिकंदर महान को दिया जाता है। वह मध्य एशिया में जब आया तब उसने इस फल के बारे में जाना और उसी के कारण यूरोप में भी सेब के कई प्रजातियाँ मौजूद है।


‌‌‌सेब खाने के फायदे-सेब केवल स्वादिष्ट ही नहीं होता है। वरन इसके अंदर कई सारे तत्व भी मौजूद होते हैं। जो हमारे शरीर को पोषण प्रदान करते हैं। शरीर के अंदर आवश्यक पदार्थें की भी पूर्ति करते हैं। इसके अलावा सेब खाने से अनेक प्रकार की बिमारियों के होने की संभावना कम हो जाती है।


‌‌‌एनिमिया को दूर करता है-एनिमिया के अंदर इंसान मे खून की कमी हो जाती है। और शरीर के अंदर खून नहीं बनता है। हिमोग्लोबिन की भी कमी आ जाती है। सेब के अंदर आयरन होता है। जिससे बोड़ी के अंदर हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ जाएगी । यदि रोज सेब खा नहीं सकते तो सप्ताह के अंदर एक बार अवश्य खाएं ।


‌‌‌चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाता है-यदि आपके फेस पर दाग धब्बे हो गए । और आप अपने चेहरे को साफ करना चाहते हैं तो आप रोज एक सेब का सेवन करें । कुछ ही दिनों मे आपको फर्क महसूस हो जाएगा ।


‌‌‌हार्ट के रोगों को दूर करने मे मददगार-सेब हार्ट के लिए भी काफी फायदे मंद है। हार्ट मे oxidation से होने वाली क्षति को कम करता है। यह शरीर के अंदर कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा को कंट्रोल करता है। यह शुगर की मात्रा को भी कम करता है हर्ट के अंदर अच्छे से खून का प्रवाह बनाए रखने के लिए भी सेब फायदेमंद है।


‌‌‌वजन घटाने मे सहायक-यदि आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है। और आपको इसका कोई कारगर उपाय नहीं सूझ रहा है। तो आपको रोजाना 2 सेब का सेवन करना चाहिए । जिससे आपका वजन कम होगा । यह वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर भी प्रमाणित किया जा चुका है।


‌‌‌दिमाग को अच्छा बनाना-सेब का सेवन करने से अल्जाइमर रोग होने की संभावना कम हो जाती है। और यादाश्त भी अच्छी बनी रहती है। यह दिमागी कोशिकाओं को स्वस्थ बनाता है। और दिमाग के अंदर खून का प्रवाह सही करता है।


‌‌‌लिवर को साफ करता है-सेब के अंदर कई प्रकार के विषहर पदार्थ पाए जाते हैं यह लिवर कीगंदगी को साफ करता है।प्रतिदिन सेब का सेवन करने पाचन सही से होता है। और खून भी शरीर के अंदर सही तरह से दौरा करता है।


‌‌‌किडनी स्टोन की संभावना को कम करता है-सेब के अंदर  साइडर विनिजर नामक तत्व पाया जाता है जोकि किडनी के अंदर पैदा होने वाले स्टोन की संभावना को कम कर देता है। वैसे आजकल हर दूसरे इंसान को पथरी की समस्या है। ऐसे लोगों को सेब का अधिक सेवन करना चाहिए।


वैदिक काल से होता है पिंडदान

पिण्ड चावल और जौ के आटे, काले तिल तथा घी से निर्मित गोल आकार के होते हैं जो अन्त्येष्टि में तथा श्राद्ध में पितरों को अर्पित किये जाते हैं। पूर्वज पूजा की प्रथा विश्व के अन्य देशों की भाँति बहुत प्राचीन है। यह प्रथा यहाँ वैदिक काल से प्रचलित रही है। विभिन्न देवी देवताओं को संबोधित वैदिक ऋचाओं में से अनेक पितरों तथा मृत्यु की प्रशस्ति में गाई गई हैं। पितरों का आह्वान किया जाता है कि वे पूजकों (वंशजों) को धन, समृद्धि एवं शक्ति प्रदान करें। पितरों को आराधना में लिखी ऋग्वेद की एक लंबी ऋचा (१०.१४.१) में यम तथा वरुण का भी उल्लेख मिलता है। पितरों का विभाजन वर, अवर और मध्यम वर्गों में किया गया है (कृ. १०.१५.१ एवं यजु. सं. १९४२)। संभवत: इस वर्गीकरण का आधार मृत्युक्रम में पितृविशेष का स्थान रहा होगा। ऋग्वेद (१०.१५) के द्वितीय छंद में स्पष्ट उल्लेख है कि सर्वप्रथम और अंतिम दिवंगत पितृ तथा अंतरिक्षवासी पितृ श्रद्धेय हैं। सायण के टीकानुसार श्रोत संस्कार संपन्न करने वाले पितर प्रथम श्रेणी में, स्मृति आदेशों का पालन करने वाले पितर द्वितीय श्रेणी में और इनसे भिन्न कर्म करने वाले पितर अंतिम श्रेणी में रखे जाने चाहिए।


ऐसे तीन विभिन्न लोकों अथवा कार्यक्षेत्रों का विवरण प्राप्त होता है जिनसे होकर मृतात्मा की यात्रा पूर्ण होती है। ऋग्वेद (१०.१६) में अग्नि से अनुनय है कि वह मृतकों को पितृलोक तक पहुँचाने में सहायक हो। अग्नि से ही प्रार्थना की जाती है कि वह वंशजों के दान पितृगणों तक पहुँचाकर मृतात्मा को भीषण रूप में भटकने से रक्षा करें। ऐतरेय ब्राह्मण में अग्नि का उल्लेख उस रज्जु के रूप में किया गया है जिसकी सहायता से मनुष्य स्वर्ग तक पहुँचता है। स्वर्ग के आवास में पितृ चिंतारहित हो परम शक्तिमान् एवं आनंदमय रूप धारण करते हैं। पृथ्वी पर उनके वंशज सुख समृद्धि की प्राप्ति के हेतु पिंडदान देते और पूजापाठ करते हैं। वेदों में पितरों के भयावह रूप की भी कल्पना की गई है। पितरों से प्रार्थना की गई है कि वे अपने वंशजों के निकट आएँ, उनका आसन ग्रहण करें, पूजा स्वीकार करें और उनके क्षुद्र अपराधों से अप्रसन्न न हों। उनका आह्वान व्योम में नक्षत्रों के रचयिता के रूप में किया गया है। उनके आशीर्वाद में दिन को जाज्वल्यमान और रजनी को अंधकारमय बताया है। परलोक में दो ही मार्ग हैं : देवयान और पितृयान। पितृगणों से यह भी प्रार्थना है कि देवयान से मर्त्यो की सहायता के लिये अग्रसर हों (वाज. सं. १९.४६)।


संहिताओं और ब्राह्मणों की बहुत सी पंक्तियों में मृत्यु के प्रति मिलता है। पहला जन्म साधारण जन्म है। पिता की मृत्यु के उपरांत पुत्र में ओर पुत्र के बाद पौत्र में जीवन की जो निरंतरता बनी रहती है उसे दूसरे प्रकार का जन्म माना गाया है। मृत्युपरांत पुनर्जन्म तीसरे प्रकार का जन्म है। कौशीतकी में ऐसे व्यक्तियों का उल्लेख है जो मृत्यु के पश्चात् चंद्रलोक में जाते हैं और अपने कार्य एवं ज्ञानानुसार वर्षा के माध्यम से पृथ्वी पर कीट पशु, पक्षी अथवा मानव रूप में जन्म लेते हैं। अन्य मृत्क देवयान द्वारा अग्निलोक में चले जाते हैं।


छांदोग्य के अनुसार ज्ञानोपार्जन करने वाले भले व्यक्ति मृत्युपरांत देवयान द्वारा सर्वोच्च ब्राह्मण पद प्राप्त करते हैं। पूजापाठ एवं जनकार्य करने वाले दूसरी श्रेणी के व्यक्ति रजनी और आकाश मार्ग से होते हुए पुन: पृथ्वी पर लौट आते हैं और इसी नक्षत्र में जन्म लेते हैं।


एक यूनिक आइडेंटिटी कार्ड

यूआईडी योजना, यूपीए सरकार की एक बहुत ही महत्वकांशी योजना है। इस योजना के लिए योजना आयोग के तहत यूआईडी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यूआईडीएआई का गठन होगा। ये संगठन सुनिश्चित करेगा कि इसका फायदा किसी भी तरह से गैर-सामाजिक तत्व न उठा पाएं। यूआईडी योजना के तहत देश के हर नागरिक को एक अद्वितीय नंबर दिया जाएगा। सरकार देश के हर नागरिक को एक यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर देने की प्रक्रिया में जोर-शोर से जुट गई है। सरकार की योजना के मुताबिक 2011 तक सभी नागरिकों को यूनिक आइडेंटिफिकेशन संख्या जारी कर दी जाएगी। और इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने इन्फोसिस के को-चेयरमैन नंदन नीलेकणी को चुन भी लिया है। लेकिन यह लक्ष्‍य सन 2011 तक पूरा नहीं हो पाया।


हर ज़रूरत के लिए सिर्फ 'एक कार्ड'
इसके जरिए देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के समाधान के अलावा वस्तुओं और सेवाओं के सार्वजनिक बंटवारे के लिए एक व्यवस्थित तंत्र भी विकसित किया जा सकेगा। शुरुआत में यूआईडी नंबर राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर या मतदाता सूची के आधार पर आवंटित की जाएगी। व्यक्ति की पहचान पर जालसाजी की संभावना खत्म करने के लिए इसमें तस्वीर और बायोमेट्रिक आंकड़े जोड़े जाएंगे। साथ ही, लोगों के फायदे के लिए इसके आसान पंजीकरण और जानकारियों में बदलाव की प्रक्रिया को आसान बनाने के तरीकों पर भी विचार किया जा रहा है। प्रस्तावित आइडेंटिटी कार्ड ऐसे स्मार्ट कार्ड होंगे जिनपर व्यक्ति की पूरी जानकारी मिलेगी। शख्स के उंगलुइयों के निशान और तस्वीर। ऐसा नहीं है कि ये यूनीक आइडेंटिटी कार्ड वयस्कों को ही मिलेंगे। बल्कि ये उन्हें भी दिए जाएंगे जो 18 साल से कम उम्र के हैं। इसका लक्ष्य विभिन्न सरकारी विभागों के बीच पहचान के लिए प्रचलित अलग-अलग व्यवस्थाओं को खत्म करना है। इन स्मार्ट कार्ड्स पर सरकार 6 अरब डॉलर की रकम खर्च करेगी। वर्तमान सरकार इस परियोजना पर कार्य कर रही है। इस पर खर्च होने वाली रकम भी बढ़ गई है।


कहां चलेगा पायलट प्रोजेक्ट? 
सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 'कर्नाटक' को बतौर पायलट राज्य चुना है। नैशनल अथॉरिटी फॉर युनीक आइडेंटिटी (NAUI), ने राज्य सरकार से छोटे पैमाने पर इस योजना को लागू करने को कहा है। कर्नाटक में इस योजना की जिम्मेदारी ई-गवर्नेस डिपार्टमेंट के हाथों में होगी। डिपार्टमेंट शहरी और ग्रामीण जिलों की पहचान कर डाटाबेस इकट्ठा करेगा और इसकी अनुकूलता को आंकेगा।


तीन साल में पूरी होगी योजना
इस योजना को पूरा होने में काफी समय लगेगा। कारण है जन्म, मौतें, शादियों, पासपोर्ट डाटा, बैंक अकाउंट और राशन आँकड़ो को एक डाटाबेस में डालना। और फिर, ऐसा करने से अलग-अलग कार्यालयों के लिए भी सहुलियत होगी। अपने खातों का अद्यतनीकरण करने के लिए सीधे केंद्रीय डाटाबेस का अन्वेषण कर सकते हैं। सरकार को उम्मीद है कि इस योजना को पूरा होने में 3 साल का समय लग जाएगा।


लोमस और कागभुसडं क्रिया-कलाप

गतांक से...
 मुझे वह काल स्मरण आता रहता है जिस समय कागभुसडं जी प्रणायाम और साधना में परिणत होते थे। महर्षि लोमस और कागभुसडं जी दोनों अपनी आभा में भ्रमण करते रहते थे। मैं ऋषि कागभुसडं जी का जब बालक काल था, तो माता के चरणों में जब औत-प्रॏत होता तो माता बालक काल में उसे ज्ञान देती रहती थी। एक समय कागभुसडं जी से कहा है बालक उनका बालक का नाम सभुंख ऋषि था। संभुख नामक बालक था, ब्रह्मचारी था, शंभुख ऋषि जब माता की लोरीओ का पान करता रहता था। तो माता का नाम राकेश्‍वरी था। जब राकेश्वरी अपने बालक को लोरियो का पान कराती रहती थी। यह कहती रहती 'संभवा देवो ब्रह्मवाचा दिव्‍यंगतम्‌ प्रमाणं रूद्र वाचा' राकेश्‍वरी ने कहा कि है बालक तुमने मेरे गर्भ से जन्म लिया है। तू महान है तो पवित्र है आत्मा चेतन में होता है तो आत्मा है। तू अज्ञान में रत रहने वाला नहीं है तो योगिक है, योग में परिणत होने वाला बन। यह माता के उपदेशों को पान करता हुआ बालक अपने मे अपनी माता के शब्दों को निहारता रहता था। लोरीओ का पान करता रहता था। जब माता के गर्भ से अर्थात लोरियों से पृथक हुआ तो पिता के द्वार पर पिता भी उसे उपदेश देते रहते थे। हे बालक। तेरा जीवन महान बनना चाहिए। क्योंकि हमारा ग्रह सदैव  ब्रह्मवेताओं का रहा है। ब्रह्म जिज्ञासा हमारे गोत्र में रहते चले आए हैं और तुम भी ब्रह्म वेता बनो। परंतु देखो ब्रह्मा की जिज्ञासा में जो पुत्र को जानने वाला बनता है वही ब्रह्म की धाराओं में रमण करने वाला होता है। तो मुनिवरो, देखो कागभुसडं जी के उस बालक के नामकरण ब्रह्म वाचा वह जो पिता थे वह स्वेतकेतु ऋषि महाराज थे। श्वेतकेतु ऋषि महाराज पारा गोत्र में होते थे क्योंकि पारा गोत्र का विकास हुआ था वह किसी काल में 'संभो वाचम व्रही' कुटकुट गोत्र से हुआ था। कुटकुट गोत्र का जो निकास था, वह वायु गोत्र से हुआ था। वायु गोत्र का जो निकास हुआ वह ब्रह्मा के पुत्र अथर्वा से हुआ था। ब्रह्मा के पुत्र अथर्वा से वेदों की प्रतिभा व्याकरण की धाराओं का जन्म होता रहता है। कागभुसडं जी को जब यह वाक्य पिता ने प्रकट किया तो वह विद्यालय में प्रवेश हो गये।कागभुसडं जी के आचार्य जी का नामकरण मऋषि समितकेतू महाराज था। समितकेतु ऋषि महाराज वरतेतु ऋषि के पुत्र कहलाते थे। उनके यहां उनका वह संस्कार अब्रहे विद्या का संस्कारों का आचार्य के कुल में हुआ। आचार्य उसे शिक्षा देते रहे परंतु जैसे कागा प्रवृत्ति वाला पक्षी होता है। वह काग प्रवृत्ति उसकी चंचलता होती है। इसी प्रकार वह बालक विद्यालय में काग प्रकृति वाला ब्रह्मचारी था, चंचल था। जब वह अध्ययन करने लगा तो उसका जो क्रियाकलाप था वह प्राण सूत्र की चर्चा करता रहता था। प्राण सूत्र में अपने को पिरोता रहता था। प्राण सूत्र की विवेचना करता हुआ प्राण में रत रहता था। तो आचार्य ने उनका नामों का भुसडं जी जैसे काका प्रवृत्ति वाला एक पक्षी होता है वह 'काग व्रहे वृत्‍ति देवा:' वह अपने में चंचल रहता है, अपने तक उसका जीवन सीमित रहता है। परंतु दूसरों के लिए शिक्षाप्रद होता है। कि मानव को अपने कार्य में रत रहना चाहिए। अपने कार्य में अपनी प्रवृत्तियों में चिंतन करते रहना चाहिए। अपने में गंभीर बने रहना चाहिए। कागभुसडं जी का नाम कागा चंचल है और भुसडं नामा व्रहे वृतांम, जो वेदों के पठन-पाठन करने में उसकी प्रवृत्तियों में रमन रमने वाला हो ।उसको भुसडं जी कहते हैं तो चंचल हो और वेदों का अध्ययन करने वाला, गंभीर रहस्यों का उत्कर्ष करने वाला, उसका नामकरण कागभुसडं किया गया। वह अध्ययन सील रहते हुए, वह महान प्राण की चर्चा करते रहते थे। अपने को प्राण सूत्र में पिरोते हुए एक समय अपने पूज्य पाद गुरुदेव से उन्होंने यह कहा। हे प्रभु, मैं प्राण सूत्र को जानना चाहता हूं, यह प्राण सूत्र क्या है। तो आचार्य जी ने कहा प्राण सूत्र प्राणों को कहा गया है। वह सर्वत्र ब्रह्मांड एक प्राण सूत्र में पिरोया हुआ है। प्राण सूत्र में अपने को जो मानव गिरोह देता है संसार सागर से पार हो जाता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विभाग

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 26, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-54 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार,26 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि द्वादशी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:15,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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मंगलवार, 24 सितंबर 2019

जीवित चूहों का प्रसिद्ध मंदिर

रामचन्द्र गहलोत


बीकानेर। थार रेगिस्तान में बीकानेर से लगभग 32 किलोमीटर दूर मरू टीलों के बीच एक चर्चित गांव है-देशनोक। बीकानेर जिले के इस प्रसिद्ध गांव में करणी माता का एक मन्दिर है जो 'चूहों का मन्दिर' नाम से प्रसिद्ध हैं। मरू टीलों के बीच बसा यह छोटा सा गांव इस मन्दिर के कारण दुनियाभर में विख्यात है। इसे 'चूहों का स्वर्ग मन्दिर' भी कहा जाता है। चूहों का ऐसा संगम शायद ही दुनिया में अन्यत्रा कहीं देखने को मिले। इस मन्दिर में हर तरफ चूहे ही चूहे नजर आते हैं। कोई आराम करता हुआ, कोई खाता हुआ, कोई पीता हुआ तो कोई आपस में खेलता हुआ। रोचक बात यह है कि मन्दिर में जहां तक नजर जाती है वहीं ये चूहे विचरण करते हुए नजर आएंगे।


सुबह एवं संध्या की आरती के समय आपको मन्दिर प्रांगण में हजारों की संख्या में चूहे नजर आयेंगे। संध्या आरती के समय तो जो भक्त एक बार जहां खड़ा होता है, आरती पूर्ण होने तक उसे वहीं खड़ा रहना पड़ता है क्योंकि पूरा मन्दिर प्रागंण चूहों से भर जाता है। आरती के पश्चात बड़े-बड़े थालों में इनके लिए भोजन रख दिया जाता है तथा भक्त लोग इतने चूहों को एक साथ भोजन करते देख धन्य हो जाते हैं। कहते हैं इस मन्दिर में एक सफेद चूहा है जो किसी सौभाग्यशाली को ही दिखाई देखा है और उस पर माता की विशेष कृपा होती हैं। यह चूहा बहुत कम लोगों को दिखाई देता है।


इन चूहों को खाने के लिए मन्दिर के पुजारी मिठाई, अनाज, दूध एवं पानी देते हैं। मन्दिर में आने वाले भक्त भी इनके लिए लड्डू, बर्फी, पेड़ा, दूध एवं अन्य मिठाई चढ़ाते हैं। मन्दिर में इन चूहों के लिए एक अलग रसोईघर है जहां बड़े-बड़े कड़ाहों में इनके लिए भोजन तैयार होता हैं। खास बात यह है कि इनके छोड़े हुए भोजन को भक्तों में प्रसाद के रूप में वितरित कर दिया जाता है और भक्त लोग बड़ी प्रसन्नता से प्रसाद ग्रहण करते हैं। चूहों को कोई पक्षी न झपट ले जाए, इसके लिए मंदिर प्रांगण के ऊपर लोहे की जालियां लगी हुई हैं।


मन्दिर में प्रवेश करते ही एक बोर्ड पर लिखा है, कि 'अगर किसी के पैर के नीचे दबकर कोई चूहा मर गया तो बदले में उसे चांदी का चूहा देना होगा। कृपया सावधानी से चलिए, इसलिए श्रद्धालु मन्दिर में पैर घिसटाकर चलते हैं। इस चूहों ने आज तक किसी को नहीं काटा है। गुजरात में फैले प्लेग के दौरान एक वैज्ञानिक दल भी निरीक्षण के लिए आया था परंतु इन चूहों में किसी तरह की कोई बीमारी नहीं पाई गई।


माना जाता है कि करणी माता का वरदान है कि देशनोक में कभी कोई महामारी नहीं फैलेगी। ऐतिहासिक एवं धार्मिक मान्यता के अनुसार करणी माता का जन्म सुआप गांव (जोधपुर) के चारण वंश के मेहोजी के घर विक्रमी सवंत 1444 में अविश्वनी शुक्ल सप्तमी को हुआ था। कहते हैं कि मेहोजी एवं उनकी पत्नी देवल ने इष्टदेवी हिंगलाज की लम्बी आराधना की जिससे प्रसन्न होकर देवी ने दुर्गा रूप में इन्हें दर्शन दिए और वर मांगने को कहा। मेहोजी और देवल ने देवी से अपने घर में जन्म लेने का वर मांगा। देवी ने इन्हें यह वर दे दिया और इनके घर जन्म लेने का वचन भरा। मान्यता हैं कि करणी माता ने नौ की बजाय 21 माह गर्भ में रहकर जन्म लिया था और प्रसूति के समग देवल को दुर्गा रूप में दर्शन देकर अपने वचन का स्मरण कराया था।


मेहोजी और देवल माता ने इनका नाम 'रिधूबाई' रखा था परंतु बचपन से ही अपने अलौकिक चमत्कारों, अंधों, लगड़ों को ठीक करने तथा रोगियों के रोग दूर करने के कारण इनका नाम 'करणी' रख दिया गया। करणी माता ने यहां के जनमानस को अनेक चमत्कार दिखाये और धीरे-धीरे करणी माता यहां के लोगों की असाध्य देवी बन गई। करणी माता के संबंध में यहां अनेक जनश्रुति प्रचलित हैं। कहते हैं कि भूख प्यास से व्याकुल युगल राजा की सेना को माता ने भरपेट भोजन कराया था जबकि भोजन कुछ ही लोगों का था।


करणी माता ने जोधपुर, नरेश जोधा जी के पुत्रा बीका जी को देशनोक के पास एक नई रियासत बसाने का आशीर्वाद दिया तथा खुद अपने हाथों से उसकी नींव रखी जिसका नाम बीकानेर रखा गया। करणी माता के आर्शीवाद से बीकानेर एक समृद्ध रियासत बनकर उभरी। राजपूत नरेश जोधा जी एवं बीका जी जीवन पर्यन्त माता के उपासक रहे। वर्तमान मन्दिर के स्थान पर पहले एक गुफा थी जहां करणी माता ने ज्यादातर समय बिताया। बाद में बीकाजी के वंशज नरेशों में यहां संगमरमर का मन्दिर बनवा दिया। मन्दिर के गर्भगृह में उस गुफा का कुछ हिस्सा अब भी है।


सुआप गांव देशनोक से लगभग 127 किलोमीटर दूर है और यहां पुराना जाल का वृक्ष अब भी है जहां माता का झूला विद्यमान है। मन्दिर का प्रवेश द्वार अत्यंत ही आकर्षक है। प्रवेश द्वार पर फूल, पत्तियों के डिजाईन के अलावा हाथी तराशे गए हैं। प्रवेश द्वार चांदी का बना हुआ है और उस पर महीन कलाकारी की गई है। प्रवेश द्वार के बाहर संगमरमर के बने शेर बैठे हुए दिखाई देते हैं। मन्दिर के बाकी तीन द्वार भी चांदी के बने हुए हैं तथा मन्दिर के गर्भगृह में शुद्ध सोने के अनेकों छत्रा चढ़ाए हुए हंै। करणी माता का सिंहासन भी सोने का बना हुआ है। करणी माता को चूहों एव गायों से विशेष लगाव था, इसलिए इस गांव के लोग अपने पशुओं के क्रय-विक्रम के पश्चात उनका दूध यहां चढ़ाते हैं। इससे इन्हें पशु धन में लाभ मिलता है।


वैसे तो यहां कभी भी आ सकते हैं परंतु नवरात्रों में यहां भारी मेला लगता है तथा दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यहां अन्य प्रदेशों से भी श्रद्वालु आते हैं। विदेशी सैलानी भी यहां खूब आते हैं और माता के इस अद्भुत मन्दिर एवं उसके चूहों को देखकर दंग रह जाते हैं। निश्चित रूप से मेरी तरह बीकानेर जाने वाले हर श्रद्धालु की यात्रा इस मन्दिर को देखे बिना अधूरी रह जाती है। (अदिति)


भारत आतंकवाद को पनपने दें,

इमरान खान अब हमारे कश्मीर में क्या चाहते हैं?
क्या भारत फिर से आतंकवाद को पनपने दें?
कश्मीर में शांति पाकिस्तान के हित में भी है। 

अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से साफ कहा कि यदि भारत चाहेगा तो वे कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता करने को तैयार हैं। इमरान खान चाहते हैं कि अमरीका अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर भारत-पाक के बीच वार्ता करवाए। लेकिन सवाल उठता है कि इस वार्ता से पाकिस्तान को क्या हासिल होगा? भारत ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त कर आतंकवाद को खत्म कर दिया है। सब जानते हैं कि इस अनुच्छेद 370 के प्रावधानों की वह से कश्मीर घाटी में पाकिस्तान का प्रभाव बढ़ रहा था। इसलिए पाकिस्तान में बैठे कट्टरपंथी हमारे कश्मीर में आतंक फैला रहे थे। लेकिन अब पाकिस्तान के कट्टरपंथियों का कनेक्शन कश्मीर घाटी से कट गया है, इसलिए घाटी में शांति है। 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को हटाने की घोषणा की गई, तब से अब तक पचास दिनों में सुरक्षा बलों को एक बार भी गोली नहीं चलानी पड़ी है। अब जब हमारे कश्मीर में शांति हो रही है तो पाकिस्तान से किस मुद्दे पर वार्ता की जाए? 370 के हटने के बाद जम्मू और लद्दाख में तो जश्न का माहौल है। पाकिस्तान को अब अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी कोई समर्थन नहीं मिल रहा है। अमरीका और भारत की दोस्ती पाकिस्तान ने 22 सितम्बर की रात को ह्यूस्टन में देख ही ली है। कोई देश नहीं चाहता कि आतंकवाद पनपे। अब इस बात को पाकिस्तान को भी समझना चाहिए। अच्छा हो कि पाकिस्तान कश्मीर को भूल जाए और अपने यहां बैठे कट्टपंथियों पर अंकुश लगाए। कट्टरपंथियों की वजह से पाकिस्तान को भी भारी नुकसान हो रहा है। हाउडी मोदी कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिम आतंकवाद की बात कह कर पाकिस्तान की ओर ही इशारा किया है। 24 सितम्बर को इमरान खान से मीडिया के सामने संवाद करते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत की मजबूत स्थिति का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सुनने के लिए ह्यूस्टन के स्टेडियम में 59 हजार अमरीकी मौजूद रहे। जहां पूरे अमरीका में मोदी मोदी की गूंज हो रही है, वहीं इमरान खान की उपस्थिति को कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है। इमरान खान और पाकिस्तान माने या नहीं, लेकिन नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति बहुत मजबूत हुई है। अनुच्छेद 370 को हटा कर मोदी ने बोल्ड कदम उठाया है, इससे आतंकवाद पर लगाम लगी है। पाकिस्तान को अपने ब्लूचीस्तान और सिंध प्रांत के असंतोष पर ध्यान देना चाहिए। अब कश्मीर में पाकिस्तान के लिए कोई गुंजाइश नहीं हैं।
एस.पी.मित्तल


यूनिवर्सल एक्सप्रेस प्रतिनिधि को सम्मान

यूनिवर्सल एक्सप्रेस प्रतिनिधि को सम्मान
 अविनाश श्रीवास्तव


प्रयागराज। एसडीएम श्री पुष्कर श्रीवास्तव  के द्वारा सेक्रेटरी लोक सेवा आयोग की संस्तुति के आधार पर बृजेश केसरवानी जिला प्रतिनिधि प्रयागराज यूनिवर्सल एक्सप्रेस को सम्मानित किया गया है। 'ब्रेन ओ ब्रेन' स्टेट लेवल कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एसडीएम उपस्थित रहे और वहां मीडिया मित्रों को सम्मानित किया गया। जिन्होंने निर्भीक निष्पक्ष और न्‍यायप्रिय पत्रकारिता का जीवन जिया है। परिवर्तन और जागरूकता की दहलीज पर खड़े रहे हैं। ऐसे संघर्षशील कलम के सिपाहियों, जिनमें पत्रकारिता के दौरान बिना डरे निडर होकर सच दिखाने का साहस रहा हैं और सामाजिक तत्वों के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे हैं। जिसका परिणाम यह है कि एसडीएम के द्वारा सम्मानित किए गए सभी पत्रकार मित्र लगभग 10 साल से पत्रकारिता कर रहे हैं और लोगों को न्याय दिलाने मे सफल रहे हैं।


धोखेबाज प्रधानमंत्री (संपादकीय)

धोखेबाज प्रधानमंत्री (संपादकीय)


भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री को धोखेबाज कहने का अर्थ है कि गणराज्य द्वारा चयनित सरकार अथवा संसद विश्वास के योग्य नहीं है। इतना भद्दा आरोप लगाना और आरोप का व्यापक विरोध ना होना, राष्ट्रीय गरिमा के विरुद्ध है। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नेतृत्व कर रहे हैं। दुनिया में भारत को विभिन्न स्रोतों से स्थापित करने का उद्धत प्रयास कर रहे हैं। राष्ट्रीय विकारों के विरुद्ध कार्यरत संघर्षशील व्यक्ति कुछ तो गलतियां भी कर सकता है या कुछ कमियों का शेष रहना स्वाभाविक होता है। परिपूर्णता अथवा संपूर्णता मनुष्य से सदैव अछूती रहती है।जब कार्यसिद्धि की जाती है तो करता, स्वयं भी सही और गलत के मझधार में बना रहता है। ज्यादातर परिणाम सफलता से चूक जाते हैं इसमें करता का गुणधर्म दोषमुक्त हो जाता है। यदि परिणाम सफल हो जाता है तो भी उसके विपरीत की प्रक्रिया दोनों स्थिति में स्थिर बनी रहती है। यदि सच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र से कोई धोखा किया है, राष्ट्र विरोधी, दोषपूर्ण कार्य किया है? जिससे राष्ट्र अथवा राष्ट्र वासियों को क्षति या कष्ट उत्पन्न हुआ है या भविष्य में होने की संभावना है। उस तथ्य के प्रमाण सार्वजनिक करें मार्कंडेय काटजू।


न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू सर्वोच्च न्यायालय में स्थाई न्यायाधीश रह चुके हैं। भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष पद पर कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में भारतीय पुनर्मूल्यांकन संघ के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत है। काटजू के द्वारा एक ट्वीट लिखा गया है। जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को बदतमीज और मोदी को धोखेबाज शब्दों से परिभाषित किया है। ऐसी स्थिति में दलगत विचारधारा से अलग प्रत्येक भारतीय काटजू से यही अपेक्षा करेगा कि वह अपने शब्दों की प्रमाणिकता सार्वजनिक करें। ताकि भारत की जनता के सामने मोदी का सच स्पष्ट हो सके।


राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'


महिला थानेदार की तबीयत बिगडी

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। महिला थाना इंचार्ज ममता पवार की अचानक थाने में तबियत बिगड़ गई। आनन-फानन में उनको प्राईवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया।  चिकित्सकों के मुताबिक उनको ब्रेन हैमरेज हुआ है, इलाज चल रहा है। हॉस्पिटल में एडीजी सहित तमाम पुलिस अफसर मौजूद रहे। हालांकि पहले बताया जा रहा था कि उन्होंने ज़हर खाया है। लेकिन चिकित्सकों और पुलिस अफसरों ने हैंमैरेज की पुष्टि की है।हालांकि थाने के अन्य लोग बता रहे कि  थाना प्रभारी 4 दिनो से कॉफी तनाव में थी और किसी से बात नही करती थी। बहुत परेशान लग रही थी। सुबह 8 बजे चाय वाला जब थाने में चाय देने आया तो उनके मुह से झाग निकल रहा था। हालांकि पुलिस अफसरों ने इन बातों से इनकार किया है।


सुधा को बनाया कार्यकारी अध्यक्ष

नई दिल्ली। महिला कांग्रेस की हरियाणा इकाई की पूर्व अध्यक्षा सुमित्रा चौहान के बाद अध्यक्षा का पद खाली है। हरियाणा में चुनावी बिगुल बज चुका है, जिसमें कांग्रेस किसी भी प्रकार की कोर-कसर नहीं छोडऩा चाहती। ऐसे में इस इकाई को मार्गदर्शन के लिए एक मुखिया का होना आवश्यक है, जिसके चलते कांग्रेस ने हरियाणा महिला कांग्रेस इकाई की कार्यकारी अध्यक्षा सुधा भारद्वाज को बनाया है। गौरतलब है कि 7 सितंबर को महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा चौहान ने भाजपा ज्वाइन की थी। सुमित्रा चौहान को हरियाणा में महिला कांग्रेस की कमान 19 फरवरी 2014 को सौंपी गई थी। उनके कार्यकाल के दौरान हरियाणा में महिला कांग्रेस ने कई प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम तथा प्रदेश स्तरीय यात्राओं को भी आयोजन किया। हरियाणा में पुरूषों की कांग्रेस पार्टी जहां पांच साल से आपसी कलह व गुटबाजी में फंसी हुई है। वहीं महिला कांग्रेस ने कई ऐसे कार्यक्रम किए जिन्हें अन्य प्रकोष्ठों द्वारा लागू किया गया।


लाचार और बेबस करने वाली सरकार

किसानों को लाचार व बेबस बनाने वाली सरकार को भुगतना पड़ेंगे इसके गंभीर परिणाम प्रदेश अध्यक्ष पं. सचिन शर्मा


अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय कार्यालय जोनापूर महरौली मै बैठक हुई। बैठक मे जिला मुज्जफरनगर के अनेक पदाधिकारियों औऱ सदस्यो ने भाग लिया। बैठक को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता  जी ने कहा कि संगठन क़ा महत्व तभी तक है जब तक संगठन समाज के पीड़ित किसान तक ईमानदारी से  अपनी पहुंच बनाए। उसकी समस्याओ को हल करे। और कहा कि संगठन मै सभी सदस्य औऱ पदाधिकारी  कार्यकर्ता कि तरह व्यवहार करें। 


अध्यक्ष ने आगामी 2अक्टूबर  को विजय घाट पर होने वाली  किसानों कि महा रैली के लिए देश के सभी किसानों क़ा आव्हान करते हुए कहा कि इस किसान विरोधी सरकार से किसानों के हित की समस्त मांगों को पूरा करने के लिए 2 अक्टूबर को महापंचायत की जाएगी। यदि इस सरकार ने किसानों  की मांगों को पूरा नहीं किया तॊ देश भर मै रेल रोको आन्दोलन किया जाएगा। 


किसानों के हक की लड़ाई को जीत के रहेंगे । 
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अवनीत पंवार जी ने अपने संबोधन मै कहा की किसानों के हक लिए सरकार से अब आर पार की लड़ाई लड़ी। बैठक मै प्रमुख रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी अवनीत पंवार राष्ट्रीय महा सचिव पं प्रवीण शर्मा (नीटू)  प्रदेश महासचिव ठा.मुकेश सोलंकी प्रदेश सचिव युवा, केशव चौधरी, सुधीर त्यागी मुजफ्फरनगर, इसरार त्यागीी, देशराज बंसल, महाकार कसाना, जयराम कसाना, योगेंद्र पवार, ओमपाल राठी, युवा विधानसभा अध्यक्ष गाजियाबाद गौरव यादव, शकील मलिक मोहम्मद, इस्लाम खान आदि उपस्थित रहे।


योगी कैबिनेट की 'स्मार्ट सिटी'को मंजूरी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने मंगलवार को सबेरे 11 बजे से कैबिनेट की बैठक बुलाई है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार प्रदेश के सात शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए राज्य स्मार्ट सिटी मिशन की गाइड लाइंस को मंजूरी दी जाएगी। इन शहरों में मेरठ, गाजियाबाद, अयोध्या, फिरोजाबाद, गोरखपुर, मथुरा-वृंदावन और शाहजहांपुर शामिल हैं।


कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री और मंत्री अब अपना आयकर खुद भरेंगे, इससे संबंधित 1981 के अधिनियम में संशोधन किया जाएगा। अभी तक मुख्यमंत्री और मंत्रियों का आयकर सरकार अपने खजाने से भरती है। कैबिनेट बैठक में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) के निर्माण के लिए चयनित कंसल्टेंट प्राइस वाटरहाउस कूपर्स लिमिटेड द्वारा तैयार किए गए टेंडर दस्तावेजों (आरएफक्यू और आरएफपी) ड्राफ्ट में संशोधन को मंजूरी दी जाएगी।


कैबिनेट बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग के तहत सभी निदेशालयों के बीच परस्पर समन्वय, प्रशासनिक एवं वित्तीय नियंत्रण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से महानिदेशक, स्कूल शिक्षा (डीजी एसई का पद सृजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी। इसके कर्तव्य एवं अधिकार भी तय किए जाएंगे।खादी वस्त्रों पर मिलेगी पांच फीसदी की विशेष छूटकै बिनेट बैठक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में खादी के वस्त्रों की फुटकर बिक्री पर पांच फीसदी की विशेष छूट देने का फैसला किया जाएगा।


– खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में मूल्य समर्थन योजना के तहत मक्का खरीद नीति को मंजूरी दी जाएगी।
– यूपी दुकान और वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम-1962 में संशोधन को मंजूरी दी जाएगी।
– उप निदेशक सेवायोजन राजीव यादव के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के बारे में फैसला किया जाएगा।
– जौनपुर में नए स्थापित मेडिकल कालेज को स्वशासी माध्यम से संचालन के लिए सोसाइटी के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी।
– यूपी आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई (इटावा) के चिकित्सा शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और रेजीडेंट डाक्टरों को एसजीपीजीआई लखनऊ की तरह भत्ते देने का फैसला किया जाएगा।
– यूपी विकलांग कल्याण विभाग राजपत्रित अधिकारी सेवा (द्वितीय) संशोधन नियमावली, 2019 को मंजूरी दी जाएगी।
– यूपी सेवाकाल में मृत सरकारी सेवकों के आश्रितों की भर्ती (बारहवां संशोधन) नियमावली-2019 को मंजूरी दी जाएगी।
– यूपी सचिवालय विधायी विभाग अधिकारी सेवा नियमावली 2013 में पहले संशोधन को मंजूरी दी जाएगी।
– स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग, यूपी एवं मुख्य लेखा परीक्षा अधिकारी सहकारी समितियां एवं पंचायतें द्वारा आडिट वाली संस्थाओं पर बकाया आडिट शुल्क माफ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी।
– जौनपुर के विधानसभा क्षेत्र बदलापुर में बस स्टेशन के निर्माण के लिए जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी।
– हाईकोर्ट के रिटायर मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश एवं उनके पति, पत्नी तथा परिवार के आश्रित सदस्यों को प्रदान की जा रही चिकित्सा सुविधाओं के बारे में फैसला किया जाएगा।


आजम के घर लगा नोटिसो का अंबार

रामपुर। सपा सांसद आजम खां के घर के बाहर लगे नोटिसों के अंबार को देखकर आसपास के लोग हैरान रह गए। मंगलवार को आजम खां के रामपुर स्थित आवास के मुख्य दरवादे के बाहर गंज पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने जमीन हथियाने समेत अन्य कई मामलों से संबंधित कोर्ट की कई नोटिस एक साथ चिपका दिए हैं। 
इनमें से कई नोटिस आजम खां की पत्नी तजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के नाम की भी है। बता दें कि रामपुर से सपा सांसद आजम खां के खिलाफ अबतक 80 से भी ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन हड़पने से संबंधित हैं।


मालूम हो कि सांसद आजम खां इन दिनों पूरे परिवार के साथ कई मामलों में तमाम आरोपों से घिरे हुए हैं और यह आंकड़ा आए दिन बढ़ता ही जा रहा है। बीते शुक्रवार को उनके बेटे अदीब आजम सहित 38 लोगों के खिलाफ जिला कारागार के फांसी घर की जमीन की खरीद-बिक्री करने के आरोप में गंज थाना ने पुलिस रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके साथ ही आजम खां पर यतीमखाना मामले में भी भैंस चोरी, बकरी चोरी, किताब चोरी, गैर इरादतन हत्या, लूटपाट, धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर धाराओं में कई मुकदमें दर्ज जो चुके हैं। इसमें उनकी पत्नी तजीन फातिमा, दोनों बेटे और दिवंगत मां का नाम भी शामिल है।


आतंक की संस्थागत खिलाफत जरुरी

न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया में कहीं भी होने वाले आतंकवादी हमले को 'बड़ा या छोटा' या 'अच्छा या बुरा'नहीं बल्कि 'आतंकवादी कार्रवाई' ही माना जाना चाहिए। सोमवार को 74वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से इतर 'लीडर्स डायलॉग ऑन स्ट्रेटेजिक रिस्पांसेस टू टेरेरिस्ट ऐंड वॉयलेंट एक्ट्रिमिस्ट नरेटिव्ज': आतंकवाद और हिंसक कट्टरपंथी विमर्श पर रणनीतिक प्रतिक्रियासे संबंधित नेतृत्व वार्ता : में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने बहुपक्षीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को संस्थागत रूप देने का आह्वान किया और जोर देकर कहा कि इस दिशा में भारत मित्र देशों के क्षमता निर्माण और पहले से जारी सहयोग को बढ़ाने की खातिर काम करेगा। इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) ए गितेश शर्मा ने कहा, ''प्रधानमंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए यह जरूरी है कि आतंकवादियों को पैसा और हथियार हासिल नहीं होने दिए जाएं।''


मोदी ने यह भी जोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची और वित्तीय कार्य योजना बल (एफएटीएफ) जैसी प्रणालियों का राजनीतिकरण नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन प्रणालियों को लागू करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में होने वाले आतंकवादी हमले को '' आतंकवाद ही माना जाना चाहिए, इसे 'बड़ा या छोटा' अथवा 'अच्छा या बुरा' नहीं माना जाना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय और क्षेत्रीय ढांचे के जरिए खुफिया जानकारी साझा करने की प्रक्रिया और जारी सहयोग में 'गुणात्मक सुधार' की जरूरत है। भारत के अनुभव को साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों, विविधता और समावेशी विकास, आतंकवाद, कट्टरपंथ और अतिवाद को बढ़ावा देने वाली विचारधाराओं के खिलाफ बेहद अहम हथियार हैं। मोदी ने कहा कि जिस तरह दुनिया ने जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों के खिलाफ एकजुटता दिखाई है उसी तरह आतंकवाद के खिलाफ भी वैश्विक एकता और इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करना चाहिए। बैठक में आतंकवाद तथा हिंसक कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाली ऑनलाइन उपलब्ध सामग्री को खत्म करने के लिए 'क्राइस्टचर्च कॉल टू एक्शन' के बारे में भी चर्चा हुई। भारत ने भी आतंकवाद, घृणा और हिंसा को बढ़ावा देने वाली सामग्री से साइबर स्पेस को मुक्त करने से जुड़े 'क्राइस्ट चर्च कॉल' का समर्थन किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने क्राइस्ट चर्च कॉल का समर्थन करने पर भारत की प्रशंसा की और कहा कि भारत के समर्थन से यह संपूर्ण पहल एक नए स्तर पर पहुंच गई है।


कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...