बुधवार, 25 सितंबर 2019

नवरात्रों में करेगी भाजपा टिकटों का ऐलान

राणा ओबराय


टिकट वितरण को लेकर अमित शाह की अध्यक्षता में हुई हरियाणा बीजेपी कोर कमेटी की बैठक

नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनावों के ऐलान के बाद अब राजनीतिक दलों में उम्मीदवारों के नामों को लेकर माथापच्ची का दौर जारी है। कुछ पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की लिस्टें जारी कर दी हैं। वहीं कई दल अभी मंथन में ही जुटे हैं। भाजपा में भी प्रत्याशियों को लेकर लगातार मंथन का दौर जारी है।विधानसभा चुनावों के प्रत्याशियों को लेकर चुनाव समिति की बैठक के बाद पार्टी की कोर कमेटी की बैठक बुधवार को दिल्ली में हुई। बैठक में पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार टिकटों को लेकर जल्द ही पार्टी फैसला ले सकती है और नवरात्रों के दौरान टिकटों का ऐलान भी कर दिया जाएगा।


प्रभाव:रेप पीड़िता रंगदारी में गिरफ्तार

राणा ओबराय
स्वामी चिन्मयानंद मामले में आया नया मोड़, एसआईटी ने रेप का आरोप लगाने वाली छात्रा ब्लैकमेल करने के जुर्म में किया गिरफ्तार

नई दिल्ली। स्वामी चिन्मयानंद मामले में बड़ी खबर सामने आई है। शाहजहांपुर केस में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया है। छात्रा को एसआईटी ने फिरौती मांगने के मामले में गिरफ्तार किया है। एसआईटी ने सुबह करीब साढ़े 8 बजे छात्रा को उसके घर से गिरफ्तार किया। इसका एक वीडियो भी सामने आया था, जिसके बाद लड़की और उसके तीन साथियों पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। इससे पहले स्वामी चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में मंगलवार को SIT ने पीड़िता के दोस्त विक्रम और सचिन को रिमांड पर लिया था। अदालत से एसआईटी को 95 घंटे की रिमांड मिली है। दोस्तों के रिमांड पर लिए जाने के बाद पीड़िता की गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गई थी।शिकायतकर्ता लड़की ने भी अदालत में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसआईटी इस मामले की छानबीन कर रही है।रेप का आरोप लगाने वाले केस में एसआईटी को एक लापता मोबाइल फोन बरामद करना है। इसी बात को आधार बनाकर एसआईटी ने शिकायतकर्ता लड़की के दो दोस्तों विक्रम और सचिन को मंगलवार को रिमांड पर लिया था। इन दोनों को रंगदारी के मामले में गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पीड़िता का नाम भी शामिल है।हालांकि एफआईआर में नाम आने के बाद शिकायतकर्ता लड़की के परिवार वाले भी कानूनी मदद की कोशिशों में जुटे हैं। शिकायतकर्ता लड़की ने अपने वकील के साथ जाकर खुद अग्रिम जमानत के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के सामने मंगलवार को याचिका दायर की।


यूपीए सरकार की लूट (संपादकीय)

आखिर यूपीए की सरकार में कितनी लूट हुई? अब एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का 25 हजार करोड़ रुपए का बैंक घोटाला सामने आया। अफसरशाही के खिलाफ भी चलना चाहिए अभियान। 

डॉ. मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री काल और श्रीमती सोनिया गांधी के दिशा-निर्देश में दस वर्ष तक चली यूपीए की सरकार में कितने घोटाले हुए, अब वह धीरे-धीरे सामने आ रहा है। पी चिदंबरम जैसे कांग्रेस नेता तो जेल में हैं ही, लेकिन जिन राजनीतिक दलों ने कांग्रेस की सरकार को समर्थन देकर टिकाए रखा, उन्होंने भी लूट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसका ताजा उदाहरण एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार से जुड़े 25 हजार करोड़ रुपए का बैंक घोटाला है। कांग्रेस और एनसीपी के नेता आरोप लगा सकते हैं कि यह राजनीतिक द्वेषता से की गई कार्यवाही है, लेकिन हकीकत यह है कि मुम्बई हाईकोर्ट ने इस मामले में कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले के जो दस्तावेज प्रस्तुत किए, उसकी प्राथमिक जांच करने के बाद कोर्ट ने कार्यवाही के आदेश दिए हैं। सब जानते हैं कि शरद पवार की एनसीपी ने किन शर्तों पर यूपीए सरकार को समर्थन दिया। नागरिक उड्डयन जैसा भारी भरकम मंत्रालय एनसीपी के पास था। यानि सरकार को समर्थन देने की पूरी कीमत वसूली गई। अब जब कार्यवाही हो रही है तो राजनीतिक द्वेषता का आरोप लगाया जा रहा है। आम धारणा है कि राजनेता जो भ्रष्टाचार करते हैं उस पर कार्यवाही नहीं होती, लेकिन अब यह धारण टूट रही है। सरकार में रह कर भ्रष्टाचार करने वाले बड़े बड़े नेता जेल में हैं या फिर जेल जाने की तैयारी है। जब कोई राजनेता भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाता है तो सबसे ज्यादा सुकून आम व्यक्ति को होता है। असल में आम व्यक्ति के हितों की अनदेखी करके ही लूट मचाई जाती है। 25 हजार करोड़ रुपए के घोटाले से अंदाजा लगाया जा सकता है कि महाराष्ट्र में किस प्रकार आम लोगों को लूटा गया। गंभीर बात तो यह है कि ऐसे राजनेता भ्रष्टाचार का पैसा विदेशों में समायोजित करते हैं। 
अफसरों के खिलाफ भी चले अभियान:
आईएएस, आईपीएस, राज्य सेवा के अधिकारी, इंजीनियर आदि के खिलाफ भी जांच पड़ताल का अभियान चलाना चाहिए। यूपी में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के मुख्य सचिव रहे नेतराम से जुड़ी 230 करोड़ रुपए की सम्पत्तियों को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है। यह अच्छी बात है कि आम धारणा है कि अफसर बगैर रिश्वत के काम करता ही नहीं है। चाहे पटवारी हो या कलेक्टर। हर काम में पैसा चाहिए। सरकार पारदर्शिता के चाहे कितने भी कानून बना ले, लेकिन अफसरशाही भ्रष्टाचार की गली निकाल ही लेते हैं। यदि देश के आईएएस और आईपीएस की ही सम्पत्तियों की जांच करवा ली जाए तो भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। हालांकि मोदी सरकार ने भ्रष्ट अफसरों को जबरन रिटायर करने का अभियान चलाया है। लेकिन यदि अफसरों की सम्पत्तियों की जांच हो जाए तो आम लोगों को बहुत सुकून मिलेगा। 
एस.पी.मित्तल


ग्राहक के इंतजार में दुकानदार

तो क्या ऑनलाइन कंपनियों की वजह से बाजारों में प्रतिकूल असर पड़ रहा है? दीपावली के मौके पर ग्राहक के इंतजार में हैं दुकानदार, जबकि कंपनियों ने ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी है। 

देश भर के बाजारों में मंदी का एक कारण अमेजन, फ्लिकार्ड, स्नेपडील, होमशॉप 18, ईबेए, क्लबफेक्ट्री जैसी ऑनलाइन कंपनियों के कारोबार को भी माना जा रहा है। शुरू में तो देश के व्यापारियों ने ऐसी कंपनियों को गंभीरता से नहीं लिया? क्योंकि व्यापारी वर्ग का भरोसा था कि हमारी वर्षों पुराने पैठ को ये विदेशी कंपनियां प्रभावित नहीं कर सकती है। हमारे और ग्राहक के बीच जो आत्मीयता का रिश्ता है, उसे बगैर दुकान-शोरूम वाली ये कंपनियां तोड़ नहीं सकती है। लेकिन धीरे धीरे व्यापारियों का यह भ्रम टूट गया। घर परिवार की युवा पीढ़ी अब अपने मोबाइल पर ऑर्डर देकर माल मंगा रही है, चूंकि ऑनलाइन कंपनियां सस्ती दर पर घर बैठे उत्पादक उपलब्ध करवाई रही है, इसलिए पूरे परिवार को सुविधा मिल गई है। चूंकि माल लौटाने की भी सुविधा है, इसलिए धीरे धीरे उपभोक्ताओं का भरोसा ऐसी कंपनियों पर बढ़ता जा रहा है। माल वापस लौटाने के बाद खाते में पैसे भी आ जाते हैं, इसलिए ग्राहक को कोई परेशानी नहीं हो रही है। अब जब दीपावली के मौके पर दुकानदारों ने अपनी दुकानों और शो रूम में माल सजा लिया है और ग्राहक के इंतजार में बैठे हैं, तब ऑनलाइन कंपनियों ने बुकिंग भी शुरू कर दी है। जिस दर पर सुई से लेकर कार आदि उत्पादक बेचे जा रहे है उससे बाजार में खलबली मची हुई है। चूंकि ऑनलाइन कंपनियों के ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए बाजारों में ग्राहक भी नजर नहीं आ रहे। पहले बाजारों में जो भीड़ लगती थी, वैसी भीड़ अब नजर नहीं आ रही है। यह माना कि बाजारों में आर्थिक मंदी का असर है। पहले की तरह ग्राहक बहुतायत में माल नहीं खरीद रहा है, लेकिन ऑन लाइन कंपनियों की वजह से बाजार में आने वाला ग्राहकों में कमी आ गई है। अब व्यापारियों के भी यह समझ आने लगा है कि ऑन लाइन कंपनियां कारोबार को प्रभावित कर रही है। इसलिए दुकानदारों ने अब सीधे ग्राहकों से अपील की है कि वे ऑन लाइन सामान न मंगाए और बाजार की रौनक लौटाने के लिए अपने घरों से निकले। व्यापारियों की अपील में कहा जा रहा है कि जब परिवार के सदस्य घर से बाहर निकलते हैं तो समरसता भी बढ़ती है। चूंकि व्यस्तता की वजह से परिवार के सदस्य आपस में मेल जोल नहीं कर पाते, ऐसे में जब संयुक्त रूप से बाजार जाकर खरीददारी करेंगे तो घर परिवार का माहौल भी अच्छा होगा। जब बाजार आएंगे तो कुछ देर के लिए मोबाइल से भी पीछा छूट जाएगा। जब घर में रहते हैं तब अधिकांश सदस्य मोबाइल पर ही व्यस्त रहते हैं। एक कमरे में उपस्थिति के बाद भी संवाद नहीं होता। क्योंकि सभी सदस्य अपने अपने मोबाइल पर व्यस्त रहते हैं। व्यापारियों का कहना है कि अपने शहर की दुकान से माल खरीदने पर कई लोगों को रोजगार मिलता है। दुकानदार को तो फायदा होता ही है साथ ही दुकान पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी लाभ होता है। कई दुकानदारों ने अपने यहां कर्मचारियों को वेतन के साथ साथ माल की बिक्री पर कमीशन पर भी रखा हुआ है। ऐसे में यदि ग्राहक दुकान पर आकर माल खरीदता है तो आर्थिक मंदी से थोड़ा मुकाबला किया जा सकता है। बाजार में वैसी ही मंदी का दौर है अब यदि युवा पीढ़ी कंपनियों से ऑनलाइन माल मगाएंगे तो मंदी का असर ज्यादा होगा। व्यापारियों ने दीपावली के अवसर पर अपने सभी पुराने ग्राहकों से अपील की है कि वे बाजार में आकर खरीददारी करें। अब दुकानदारों पर भी मोटे डिस्कॉउट के साथ माल की बिक्री की जा रही है।  
एस.पी.मित्तल


हमारी प्राथमिकता घाटी में शांति

अनुच्छेद 370 को हटाने के साथ ही भारत की विदेश नीति बदल गई थी। अब अमरीका में डोनाल्ड ट्रंप को समर्थन देने पर बबाल क्यों? हमारी पहली प्राथमिकता कश्मीर घाटी में शांति कायम करना है। 
ह्यूस्टन में अमरीका के आम चुनाव के मद्देनजर जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अबकी बार ट्रंप सरकार, तो भारत में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने बबाल मचा दिया। विपक्षी नेताओं का कहना है कि नरेन्द्र मोदी भारत की विदेश नीति में बदलाव कर रहे हैं। अब भारत की नीति निष्पक्ष थी, लेकिन अगले वर्ष अमरीका में होने वाले आम चुनाव में मोदी ने रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन कर एक तरफा कार्यवाही की है। यदि अमरीका के चुनाव में डेमोक्रेटिव पार्टी का उम्मीदवार राष्ट्रपति बन गया तो क्या होगा? कांग्रेस और विपक्ष के तर्क अपनी जगह हैं, लेकिन विपक्ष को यह समझना चाहिए कि पांच अगस्त को जब संसद में जम्मू कश्मीर से अनुचछेद 370 को हटाने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ, तभी से भारत की विदेश नीति बदल गई थी। आजादी के बाद से ही कांग्रेस अनुच्छेद 370 को अपने गले में लटकाए घूम रही थी और कश्मीर को भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा बताती रही। जो 370 अस्थायी अनुच्छेद था उसे 70 सालों तक बनाए रखा। लेकिन पांच अगस्त को भारत ने अपनी नीति में बदलाव करते हुए कहा कि कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है और इसे हम सुलझा लेंगे। 370 को हटाने के बाद केन्द्र सरकार ने एक ही झटके में जम्मू कश्मीर के 80 प्रतिशत क्षेत्र को आतंक से मुक्त कर दिया। अब जिस 20 प्रतिशत क्षेत्र का रोना रोया जा रहा है, उसमें भी पांच अगस्त के बाद सुरक्षा बलों को किसी स्थान पर गोली नहीं चलानी पड़ी है। कश्मीर घाटी के सभी नागरिकों को चिकित्सा सुविधा से लेकर खाने पीने की सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। सरकार ने पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों और कश्मीर घाटी में बैठे अलगाववादियों के बीच कनेक्शन काट दिया है, इसलिए पाकिस्तान बिल बिला रहा है। आज भारत के लिए कश्मीर घाटी में सामान्य स्थिति कायम करना पहली प्राथमिकता है और इसमें अमरीका के राष्ट्रपति ट्रंप पूरा सहयोग कर रहे हैं। ऐसे में यदि विदेश नीति में बदलाव भी हो रहा है तो यह देश हित में है। आजादी के बाद से हम देख रहे हैं कि कश्मीर के मुद्दे पर हमें बहुत कुछ सहना पड़ रहा है, लेकिन अब कश्मीर समस्या को जड़ से ही समाप्त किया जा रहा है। 370 को हटाना सफल रहा तो फिर भारत को किसी भी देश की मदद की दरकार नहीं रहेगी। भारत खुद शक्तिशाली देश बन जाएगा। हम चाहेंगे जैसी हमारी विदेश नीति होगी। जहां तक अमरीका का सवाल है तो ट्रंप से पहले डेमोक्रेट पार्टी बारक ओबामा राष्ट्रपति थे। नरेन्द्र मोदी के ओबामा से भी दोस्ताना संबंध रहे। जब अंतर्राष्ट्रीय मंच पर तेजी से बदलाव हो रहा है, तब विदेश नीति भी प्रभावित हो रही है। पांच अगस्त से पहले अनुच्छेद 370 में बदलाव की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। लेकिन आज न केवल 370 के प्रावधान खत्म किए, बल्कि जम्मू कश्मीर को केन्द्र शासित प्रदेश बना दिया गया।
एस.पी.मित्तल


रामलीला मंचन का विधिवत उद्घाटन

गाजियाबाद। श्री आदर्श रामलीला कमेटी के द्वारा बलराम नगर स्थित 100 फुटा रोड पर रामलीला का मंचन शुभारंभ किया गया। इसमें मुख्य अतिथि नरेश नेहरा, हरीश जैन एवं अलाउद्दीन उपस्थित रहे। अलाउद्दीन ने नारियल तोड़कर हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की तथा सभी कमेटी के लोग उपस्थित रहे। हमारे आदरणीय एवं कर्मठ प्रधान ओमपाल सिंह राठी, कालीचरण गर्ग, अजीत अरोड़ा,उदयवीर,सुनील भारद्वाज ,राजेंद्र, धर्मपाल त्यागी, जसराम, सुभाष शर्मा, संजीव त्यागी, चौधरी राजेश बंथला वाले उपस्थित रहे।   


 वहीं लोनी बाजार स्‍थित श्री रामलीला कमेटी द्वारा नगर रामलीला का विधिवत मंत्रोचार के साथ शुभारंभ किया गया। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर, डीएसपी राजकुमार पांडे, लोनी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रतन सिंह भाटी एवं रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों एवं सम्मानित व्यक्तियों द्वारा फीता काटकर पूजा अर्चना के पश्चात रामलीला का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर लोनी थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह भड़ाना वरिष्ठ पत्रकार सुबोध गुप्ता, वरिष्ठ समाजसेवी कैलाश गर्ग, व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष अरविंद गोयल, विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा, पत्रकार प्रमोद गर्ग, कौशल शर्मा, महेश सिंह कमेटी के पदाधिकारी विनोद गुप्ता, राहुल सिंघल,मानसिंह मुरारीलाल लोहरा,विकास मावी, लोनी चौराहा चौकी प्रभारी श्रीनिवास यादव, राजू,डॉ रंजीत अरविंद गोयल आदि क्षेत्र के सम्मानित लोग एवं कमेटी के पदाधिकारी मौजूद रहे।


खट्टर के खिलाफ आयोग,हुड्डा-शैलजा

नई दिल्ली। हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है साथ ही आचार संहिता लागू की जा चुकी है। जिसके चलते अब कांग्रेस भाजपा सरकार को कटघरे में लाने का प्रयास कर रही है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्षा कुमारी सैलजा व सीएलपी लीडर भूपेन्द्र सिंह हुड्डा भाजपा सरकार के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करने नई दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि आचार संहिता लगने के बावजूद पोस्टर्स हटाए नहीं गए हैं और नई नौकरियां निकाली जा रही हैं।


प्रदेशाध्यक्षा शैलजा ने बताया कि चुनावों को लेकर प्रदेश में आचार संहिता लागू की जा चुकी है लेकिन आज भी नौकरियां निकाली गई हैं और कई गुना ज्यादा इंटरव्यू के लिए बुलाए जा रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने किसानों के नाम पत्र तक लिखे हैं, अभी वह पत्र पोस्ट ऑफिस में रखी हैं। उन्होंने कहा कि हमें शक है इलेक्शन के दौरान वह किसानों तक पहुंचाई जाएंगी। हम ने चुनाव आयोग से इस बारे में शिकायत की है। उन्होंने बताया कि आयोग ने कहा है कि इस तरह की गलत गतिविधियों की ओर वह ध्यान देंगे।


माया ने बुलाए पर्यवेक्षक, की समीक्षा

नई दिल्ली। बसपा प्रमुख मायावती ने विधानसभा चुनाव वाले राज्यों महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड के अलावा उत्तर प्रदेश में 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के मद्देनजर इन राज्यों के पर्यवेक्षकों की मंगलवार को बैठक कर चुनावी तैयारियों का जायजा लिया।


राजस्थान में बसपा के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल होने से नाराज मायावती ने रविवार को पार्टी की प्रदेश इकाई भंग करने के बाद मध्य प्रदेश और कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में पार्टी की संगठनात्मक समीक्षा के लिये पर्यवेक्षकों के साथ अलग अलग बैठक की। सूत्रों के अनुसार मायावती ने पार्टी के राज्यसभा सांसद वीर सिंह को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों की जिम्मेदारी सौंपी है। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में 11 सीटों पर उपचुनाव के मद्देनजर जलालपुर और गंगोह सीट पर उम्मीदवारों के नाम भी तय कर दिये हैं। सूत्रों ने बताया कि जलालपुर सीट से बसपा के वरिष्ठ नेता लालजी वर्मा की बेटी डा. छाया वर्मा और गंगोह सीट से इरशाद को उम्मीदवार बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि उपचुनाव वाली टूंडला सीट सहित नौ अन्य सीटों जैदपुर, मानिकपुर, प्रतापगढ़, घोषी, बलहा, रामपुर, इगलस, लखनऊ कैंट और गोविंद नगर सीट से बसपा ने अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिये हैं। चुनाव आयोग ने टूंडला सीट पर उपचुनाव कार्यक्रम की अभी घोषणा नहीं की है, जबकि हमीरपुर सीट पर उपचुनाव के लिये सोमवार को मतदान हो गया है। पार्टी के एक नेता ने बताया कि उपचुनाव के लिये 21 अक्तूबर को होने वाले मतदान को देखते हुये बसपा ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। इस कड़ी में मंगलवार को बसपा के प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली ने घोषी में जनसभा की। समझा जाता है कि प्रचार अभियान में मायावती के हिस्सा लेने की संभावनायें नगण्य हैं। उल्लेखनीय है कि बसपा ने उपचुनाव में शिरकत नहीं करने की अपनी पूर्व घोषणा को तोड़ते हुये पहली बार विधानसभा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान दर्जन भर सीटों पर विधायकों के सांसद बनने के बाद इन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश की 11 सीटों सहित अन्य राज्यों की 64 विधानसभा सीटों के लिये घोषित चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक उम्मीदवारों का 23 सितंबर से नामांकन शुरु हो गया है।


भागवत से मिले 30 देशों के 80 पत्रकार

नई दिल्ली। आपको हमने खबर दी थी कि संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जल्द ही विदेशी मीडिया के उन पत्रकारों से मिलने वाले हैं, जो भारत में काम करते हैं। 24 सितंबर को मीटिंग का ये कार्यक्रम दिल्ली में जनपथ स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर (एआईसी) में रखा गया। इसमें 30 देशों के 80 पत्रकार उनसे मिलने पहुंचे, जो कि अलग अलग 50 इंटरनेशनल मीडिया समूहों के लिए मीडिया कवरेज करते हैं।


संघ सालों तक मीडिया से दूरी बनाकर रखता आया है और समय-समय पर खुद ही मीडिया के लिए उपलब्धता भी करवाता आया है। ऐसे में सोशल मीडिया में भी संघ ने अपनी मौजूदगी सभी फॉर्म में दर्ज करवाई है। लेकिन हर वक्त और हर घटना पर प्रतिक्रिया न देने के चलते मीडिया को ज्यादा मसाला नहीं मिलता और नुकसान ये भी होता है कि जो पत्रकार संघ को या संघ के काम करने के स्टाइल को नहीं समझ पाते, कई बार वो कुछ भी अपने मन से लिख देते हैं।


अब चूंकि इसका असर इंटरनेशनल स्तर पर भी पड़ता है, इसलिए पिछले साल संघ प्रमुख ने कई देशों के राजदूतों से ऐसी परिचर्चा रखी थी कि वो संघ से जुड़े सवालों के जवाब पाकर अपनी गलतफहमियां दूर कर सकें, संघ के विचार समझ सकें। इस बार ऐसी परिचर्चा विदेशी मीडिया के लिए काम कर रहे पत्रकारों के लिए रखी गई। इसमें 80 पत्रकारों के अलावा संघ की तरफ से मोहन भागवत सहित कई दिग्गज मौजूद थे।


इनमें संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी, सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य और डॉ. कृष्ण गोपाल, उत्तर क्षेत्र के संघचालक डॉ. बजरंग लाल गुप्त और दिल्ली प्रांत के संघचालक कुलभूषण आहूजा भी उपस्थित थे। ये परिचर्चा ढाई घंटे तक चली, इसमें संघ के कामों और कार्यशैली के अलावा देश, राजनीति और समाज से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। संघ ने हर सवाल, हर मुद्दे पर संघ के विचार बताए। ऐसे में बहुत जल्द आप विदेशी अखबारों में संघ से जुड़ी कई हेडलाइंस देखेंगे और उनमें से कुछ नेशनल मीडिया भी कैप्चर कर सकती हैं, अगर विदेशी मीडिया के दिग्गज कुछ वाकई में कंट्रोवर्सियल निकाल पाए हों तो।


रिश्वत लेते सूचना अधिकारी गिरफ्तार

समाचार पत्रों को बदनाम कर पैसा वसूलने वाला सूचना अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार


अमरोहा। अमरोहा के सहायक जिला सूचना अधिकारी भूपेंद्र सिंह को एंटी करप्शन ने किया रिश्वत लेते गिरफ्तार जेपीएन 7 से की थी पाँच हजार रुपये रिश्वत की मांग, जेपीएन 7 ने करायी गिरफ्तारी।
बता दें अभी बीते कुछ दिन पहले ही  जनपद में आये नए नवेले इसी सूचना अधिकारी ने गलत तरीके से कुछ सम्मानित समाचार पत्रों को बदनाम करके पैसे इकट्ठा करने की मंशा से फर्जी प्रेस नोट जारी किया था। जिसमें कई सम्मानित समाचार पत्र शामिल थे।
उसी में से एक JPN7 समाचार पत्र से सौदेबाजी के चलते आज रंगे हाथ 5000 रुपये लेते गिरफ्तार किया गया है। 
फिलहाल गिरफ्तार किए गए सूचना अधिकारी भूपेंद्र सिंह को थाना देहात पर ले जाया गया है। जहां पर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।


जैश-ए-मोहम्मद के निशाने पर मोदी-शाह

नई दिल्ली। जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद-370 को हटाने के भारत के फैसले को पूरी दुनिया से मिले व्‍यापक समर्थन से पाकिस्‍तान की बौखलाहट अब खुलकर सामने आ गई है। पाकिस्‍तानी हुक्‍मरानों ने भारत को अस्थिर करने के लिए एकबार फ‍िर आतंकी संगठनों का सहारा लेना शुरू किया है। सूत्रों की मानें तो आईएसआई ने आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्‍मद को भारत में हमले करने की जिम्‍मेदारी सौंपी है। खुफ‍िया एजेंसियों की मानें तो जैश के आतंकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अम‍ित शाह पर भी हमला करने की फिराक में हैं। एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि जैश-ए-मुहम्‍मद के आतंकी भारतीय वायुसेना के ठिकानों के साथ साथ बड़े हवाई अड्डों को निशाना बना सकते हैं।


एनएसए अजित डोभाल भी आतंकियों के निशाने पर 


खुफिया एजेंसियों की ओर से जारी अलर्ट के मुताबिक, आतंकियों के निशाने पर देश के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी हैं। सूत्रों ने बताया कि जैश-ए-मुहम्‍मद ने इस काम के लिए आठ से 10 खूंखार आतंकियों को जिम्‍मेदारी सौंपी है। ये आतंकी खुद को धमाके से उड़ाकर भयानक हमलों को अंजाम दे सकते हैं। सूत्रों की मानें तो आतंकी अनुच्‍छेद-370 को हटाने का बदला लेने के लिए ऐसे आत्‍मघाती हमलों की फ‍िराक में हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्‍मद ने अनुच्‍छेद-370 को हटाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जिम्मेदार माना है।


त्रिपुरा राज्यपाल को नागरिक सम्मान

रायपुर। पार्षद से राजनीति प्रारंभ कर रायपुर लोकसभा सीट से सात बार सांसद बनने के बाद त्रिपुरा के राज्यपाल तक का सफर तय करने वाले रमेश बैस का राजधानी रायपुर में नगर पालिक निगम द्वारा आज शहीद स्मारक भवन में नागरिक अभिनंदन सम्मान से सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में विधायक कुलदीप जुनेजा, रायपुर नगर निगम के प्रथम महापौर स्वरूपचंद जैन, वर्तमान महापौर प्रमोद दुबे, निगम के सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, संजय श्रीवास्तव, श्रीचंद सुन्दरानी, किरणमयी नायक , निगम के पार्षद समेत नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।


मोदी को ग्लोबल गोलकीपर्स अवार्ड

न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री मोदी को मिला ग्लोबल गोलकीपर्स अवॉर्ड स्वक्षता अभियान के लिए अमेरिका में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से उन्हें यह सम्मान दिया गया।बता दें कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से ये ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड एक विशेष सम्मान के तौर पर दिया जाता है। ये अवार्ड ऐसे सोशल लीडर को दिया जाता है जिसने वैश्विक लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में बड़ा काम किया हो। या फिर देश में प्रभावशाली नेतृत्व का परिचय दिया हो। पीएम मोदी को इसी श्रेणी में ये अवार्ड दिया जा रहा है


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान ही देश में स्वच्छता अभियान की शुरुआत कर दी थी। इस दिशा में उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण सुधार और नेतृत्व के लिए ही उन्हें ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड दिया जाएगा। ये अवॉर्ड बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन देगा। फाउंडेशन ने कहा था कि हम मोदी को भारत में 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वच्छता प्रदान करने के लिए अपना वार्षिक गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स पुरस्कार प्रदान करेंगे।


सासंसं ने किया पत्रकारों का सम्मान

तपस गुप्‍ता


उमरिया। नवीन कुमार भट्ट नीर संयोजक हिंदी राजभाषा पखवारा ने जानकारी देते हुए बतलाया कि साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के तत्वाधान में 16 सितंबर से 30 सितंबर 2019 तक हिंदी राजभाषा पखवारा आयोजित किया गया। जिसमें हिंदी के संचालित संस्थानों के संपादकों,समाचार संवाददाताओं को सम्मानित किया जा रहा है। ज्ञातव्य हो कि राजवीर सिंह मंत्र अध्यक्ष साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के करकमलों से 23 सितम्बर को सुमिता मूंधड़ा सम्पादक-लायंस पत्रिका मालेगांव आचार्य राहुल प्रताप सिंह प्रताप सम्पादक-रसास्वाद अटलधारा अशोक कुमार श्रीवास्तव “कुमुद” प्रगतिशील लेखक संघ के सदस्य मेंहदी हसन सम्पादक-दैनिक उमरिया खबर मीरा भार्गव
संस्थापिका-सुदर्शना महिला संस्थान कटनी अरुण त्रिपाठी न्यूज चैनल संवाददाता दीपू त्रिपाठी, ind24
न्यूज चैनल संवाददाता चंद्र प्रकाश दुबे, उमरिया खबर संवाददाता संतोष गुप्ता, सम्पादक जनदुनिया आकाशवाणी यूनीवार्ता संवाददाता,सम्पादकों को साहित्य साधक सम्मान से सम्मानित किया । सम्मान के बाद मीरा भार्गव जी ने कहा कि आपके द्वारा निस्वार्थ भाव से की जा रही इस महान साहित्य सेवा के लिये संस्था के सभी सम्मानीय पदाधिकारियों को कोटि-कोटि नमन एवं साधूवाद सुमिता जी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि साहित्य संगम संस्थान मंच सहित नारी मंच पर मुझे 5 बार सम्मान पत्र प्राप्त हुआ है पर आज कुछ खास अनुभूति हो रही है आज मेरे काव्य अथवा सृजन को नहीं मेरे हिंदी संपादन कार्य को प्रोत्साहन मिला है ।
इलेक्ट्रोनिक मीडिया संवाददाता अरुण त्रिपाठी जी ने सम्मान प्राप्त करते हुए बताया कि अखबार का पूल आउट या किसी भी न्यूज़ चैनल का बुलेटिन उसकी गुणवत्ता आंचलिक पत्रकारों की मेहनत का परिणाम है पहली बार ऐसा वाकया देखने को मिल रहा है जहां हिंदी भाषा की पत्रकारिता में काम कर रहे साधको का एक हिंदी साहित्य एवं भाषा के सरंक्षण में जुटी संस्था सम्मान कर रही है । स्थानीय आयोजकों से लेकर संस्था के सभी अग्रज अनुजों को इस श्रेष्ठतम कार्य के लिए बधाई साधुवाद प्रेषित किया। अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि आप सभी साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा इस सम्मान से मुझे सम्मानित करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद और आभार आकाशवाणी संवाददाता प्रधान संपादक दैनिक जनदुनिया उमरिया मध्यप्रदेश के संतोष गुप्ता ने कहा कि साहित्य साधक के सम्मान से सम्मानित किया है इसके लिये आप व संस्था के प्रति आभार सन् 1975 से हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र मे कार्यरत होने के बाद यह प्रथम अवसर है यह एक सुखद अनुभव का पल है आप सभी का यह प्रयास प्रशंसनीय है हम संस्था के निरंतर प्रगति की कामना करते है ।
नीर सदैव उन्नति करे इन्हीं शुभकांमनाओं सहित हिन्दी हमारी मातृभाषा है और उसकी साधना करना यह हमारे जीवन का लक्ष्य भी है। न्यूज़ चैनल संवाददाता दीपू त्रिपाठी ने कहा कि सम्मानित आयोजन समिति का साधुवाद सादर अभिवादन धन्यवाद जो आपने अपने साहित्य संगम संस्थान के माध्यम से सभी संपादकों व पत्रकारों को सम्मानित किया।उमरिया खबर के सम्पादक मेंहदी हसन उमरिया खबर संवाददाता चंद्र प्रकाश दुबे ने साहित्य संगम संस्थान संस्था के सभी सम्मानीयों, पदाधिकारियो सदस्यों व अग्रजों को सादर सहर्ष धन्यवाद ज्ञापित किया । सम्मान उपरांत अध्यक्ष ने सहर्ष सुखद अनुभूति जताते हुए कहा कि लायंस पत्रिका की संपादक सुमिता मूँधड़ा दी का सम्मान करते हुए गौरवान्वित हूँ ,रसास्वाद अटल धारा के संपादक आचार्य राहुल प्रताप सिंह जी को सम्मानित करते हुए परम हर्ष हो रहा है, आशा है आप यूँ ही संस्कृत और संस्कृति के उद्धारार्थ अपनी कलम चलाते रहेंगे,प्रगतिशील लेखक संघ के सदस्य आ०अशोक कुमार श्रीवास्तव कुमुद जी आपके व्यक्तित्व व कृतित्व से हिंद ओर हिंदी को मान मिले । आपको सम्मानित कर मेरा मान बढ़ा है,दैनिक उमरिया खबर के संपादक जनाब मेहँदी हसन साहब का अभिनंदन है,सुदर्शना महिला संस्थान कटनी की संस्थापिका आ०मीरा भार्गव दीपू त्रिपाठी जी का अभिनंदन है । आपकी हिंदी और हिंद की सेवा हम सभी के लिए प्रेरणास्पद है कभी संस्थान के समाचार भी न्यूज २४ में लगवाएँ, न्यूज चैनल के संवाददाता आ०अरुण त्रिपाठी जी का अभिनंदन है,उमरिया खबर संवाददाता आ०चंद्र प्रकाश दुबे जी का अभिनंदन है उमरिया खबर में न्यूज जरूर लगवाएँ ,
जनदुनिया आकाशवाणी यूनीवार्ता के संवाददाता आ०संतोष गुप्ता जी का अभिनंदन ज्ञापित किए। कार्यक्रम आयोजक के द्वारा सभी सम्मानितजनो को बधाई व शुभकामनाये दी गई। सम्मानशाला पर सरोज ठाकुर डॉ भावना दीक्षित डॉ कुमुद श्रीवास्तव छाया सक्सेना
विनय गौतम मनोज सामरिया इंदू शर्मा नवीन कुमार भट्ट नीर के अलावा मंचस्थ अन्य प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं के विज्ञ संपादकों व संवाददाताओं की उपस्थित रही।


दिल्ली में एनआरसी लागू,कई जाएंगे बाहर

दिल्‍ली में एनआरसी लागू हुई तो मनोज तिवारी को छोड़नी पड़ेगी दिल्‍ली


नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर बीजेपी दिल्‍ली प्रदेश अध्‍यक्ष मनोज तिवारी पर निशाना साधा। दिल्‍ली के किराएदारों के लिए बिजली बिल योजना का ऐलान करने के दौरान केजरीवाल ने कहा कि अगर दिल्ली में एनआरसी लागू होती है तो मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी। दरअसल मनोज तिवारी कई बार दिल्ली में भी एनआरसी लागू करने की मांग कर चुके हैं। उनका कहना है कि राजधानी में बहुत से घुसपैठिए हैं, जिन्हें बाहर किया जाना चाहिए। वहीं अरविंद केजरीवाल से जब बुधवार को इस पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'अगर दिल्ली में एनआरसी लागू हुई तो सबसे पहले मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी।'


उधर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के बयान को दरकिनार करते हुए कहा कि एनआरसी का मतलब नेशनल सिटिजन रजिस्‍टर है न कि दिल्‍ली सिटिजन रजिस्‍टर जिससे भारत के नागरिकों को बाहर जाना पड़े। उन्‍होंने कहा कि केजरीवाल अनपढ़ों जैसी बातें कर रहे हैं।


मोदी 'फादर ऑफ इंडिया' नहीं है:ओवैसी

हैदराबाद। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डॉनल्‍ड ट्रंप के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'फादर ऑफ इंडिया' बताए जाने पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा कि नरेंद्र मोदी दूर-दूर तक फादर ऑफ इंडिया नहीं हैं। ओवैसी ने यह भी कहा कि ड्रॉनल्ड ट्रंप एक जाहिल आदमी हैं और पढ़े-लिखे ज्यादा नहीं हैं। ना तो उनको हिंदुस्तान के बारे में कुछ मालूम है और न उनको महात्‍मा गांधी के बारे में कुछ पता है। ट्रंप को दुनिया के बारे में भी कुछ मालूम नहीं है। 


ओवैसी ने कहा, 'अगर ट्रंप को मालूम होता तो इस तरह की जुमलेबाजी नहीं करते। महात्‍मा गांधी को राष्ट्रपिता का खिताब इसलिए मिला, क्योंकि उन्होंने यह हासिल की थी। लोगों ने उनकी कुर्बानी को देखकर उन्हें यह उपाधि दी थी। इस तरह के खिताब दिए नहीं जाते, हासिल किए जाते हैं। पंडित नेहरू और सरदार पटेल ये हिंदुस्तान की सियासत के कद्दावर शख्सियतें थीं, उनको भी कभी फादर ऑफ नेशन नहीं कहा गया। 


ओवैसी ने हैदराबाद में एक संवाददाता सम्‍मेलन में कहा, 'नरेंद्र मोदी को एल्विस प्रेस्ली कहा गया। इसमें सच्चाई हो सकती है। एल्विस प्रेस्ली के बारे में जो मैंने पढ़ा है, बेहतरीन गाना गाते थे और मजमा जमाते थे। हमारे प्रधानमंत्री भी अच्छा भाषण देते हैं और भीड़ जमाते हैं। यह बात मिलती जुलती है।' ओवैसी ने कहा कि ट्रंप डबल गेम खेल रहे हैं, उनके खेल को समझने की जरूरत है। 


क्‍या कहा था डॉनल्‍ड ट्रंप ने 
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'फादर ऑफ नेशन' बताया था। यही नहीं उन्होंने पीएम मोदी की तुलना अमेरिका रॉकस्टार एल्विस प्रेस्ली से भी की थी। डॉनल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, 'मुझे वह भारत याद है, जो काफी बंटा हुआ था। वहां काफी मतभेद, लड़ाई थी, लेकिन वह (पीएम मोदी) सबको साथ लेकर आए। जैसे कि एक पिता सबको साथ लाता है। शायद वह भारत के पिता हैं। हम उन्हें फादर ऑफ इंडिया बुलाएंगे।' वहीं, जब ट्रंप से ह्यूस्टन इवेंट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मेरी दाईं तरफ जो बैठे हैं लोग उन्हें पसंद करते हैं। लोग पागल हो जाते हैं, वह एल्विस के इंडियन वर्जन हैं।' एल्विस प्रेस्ली अमेरिकी सिंगर और ऐक्टर थे। उन्हें 'किंग ऑफ रॉक ऐंड रोल' कहा जाता था।


अगले साल क्रोएशिया से खेलेंगे फुटबॉल

नई दिल्ली। भारतीय फुटबाल टीम अगले साल की शुरुआत में क्रोएशिया के खिलाफ दोस्ताना मैच खेल सकती है। दोनों महासंघों के बीच इसे लेकर चर्चा जारी है। क्रोएशिया की टीम ने कप्तान लूका मॉड्रिक की कप्तानी में पिछले साल रूस में हुए फीफा विश्व कप में फाइनल तक का सफर तय किया था। फाइनल में टीम को फ्रांस के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी।


'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने क्रोएशिया की राजधानी जागरेब में क्रोएशियाई फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष डेवोर सुकर से यूथ डेवलपमेंट और दोस्ताना मैच खेलने पर चर्चा की।
दास ने कहा, “हमारी पहली मुलाकात बहुत अच्छी रही। क्रोएशिया का यूथ डेवलेपमेंटबहुत मजबूत है और उससे कई महान फुटबाल खिलाड़ी निकले हैं।”


उन्होंने कहा, “क्रोएशिया की टीम विश्व कप के फाइनल में भी पहुंचने में कामयाब रही थी। नवंबर में हम दोबारा मिलेंगे तब दोस्ताना मैच खेलने को लेकर तस्वीर और साफ हो पाएगी।”


वर्ल्ड रैंकिंग में क्रोएशिया आठवें पायदान पर काबिज है जबकि भारत 104 स्थान पर मौजूद है।


दास के अनुसार, बातचीत करने और एक एमओयू साइन करने के लिए 27 नवंबर को क्रोएशिया का एक प्रतिनिधि-मंडल भारत का दौरा करेगा। इसमें सुकर भी शामिल होंगे। सुकर खुद एक महान खिलाड़ी रहे चुके हैं ओर 1998 में हुए विश्व कप में उन्हें गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया गया था।सूत्रों के अनुसार, भारतीय फुटबाल टीम के मुख्य केाच क्रोएशिया के इगोर स्टीमाक चाहते हैं कि दोस्ताना मुकाबला मार्च में खेला जाए। मैच संभावित रूप से 23 से 31 मार्च तक चेलने वाले इंटरनेशनल विंडो में खेला जा सकता है। मार्च में भारत को कतर के खिलाफ विश्व कप 2022 क्वालीफायर मुकाबला भी खेलना है।हाल में भारत ने कतर के खिलाफ उसी के घर में ऐतिहासिक ड्रॉ खेला था।


 


टी-20 विश्व कप में भारतीयो पर नजर

भारतीय क्रिकेट टीम अगले साल ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में होने वाले आईसीसी क्रिकेट टी20 विश्व कप के लिए एक प्रबल दावेदार के रूप में पेश की जा रही है। टी20 विश्व कप के शुरू होने में अब करीब एक साल का वक्त शेष रह गया है और फेवरेट की बात करें तो भारत सबसे आगे है।


टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम की नजरें सही संयोजन पर
आईसीसी टी20 विश्व कप के इतिहास के 2007 में हुए पहले टी20 खिताब को अपने नाम करने के बाद भारतीय टीम को कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है जिसको लेकर इस बार टीम पूरी तरह से तैयार है।भारतीय टीम को 2020 में होने वाले विश्व कप से पहले अभी भी काफी मैच खेलने हैं और टीम मैनेजमेंट अलग-अलग खिलाड़ियों को अजमाकर एक अच्छी संतुलित टीम बनाने के बारे में सोच रहा है।


भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का गिरता प्रदर्शन


विराट कोहली एंड कंपनी की टी20 विश्व कप की तैयारियों में अभी भी कई बातों पर सोचने की जरूरत है। जिसमें से एक है टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन…. जो टी20 फॉर्मेट के इस महाकुंभ के लिए कितने तैयार हैं?शिखर धवन भारतीय टीम के ऐसे बल्लेबाज हैं जिनका कद इस समय बहुत बड़ा है। धवन अब तक अपने प्रदर्शन से साबित कर चुके हैं कि वो भारतीय मौजूदा टीम के लिए बहुत ही बड़े बल्लेबाज हैं।


शिखर धवन की स्ट्राइक रेट बनी है टीम की टेंशन


लेकिन शिखर धवन का टी20 फॉर्मेट में पिछले कुछ समय से प्रदर्शन में स्थिरता नहीं देखी गई है। धवन लगातार निरंतरता के साथ रन नहीं बना पा रहे हैं तो सबसे बड़ी टेंशन उनकी स्ट्राइक रेट दे रही है। शिखर धवन भारतीय टीम के साथ सीमित ओवर की क्रिकेट में लगातार बने हुए हैं और जब उनके टी20 फॉर्मेट में आंकड़ों की बात करें तो उन्होंने अब तक 54 मैचों में 27.70 की औसत और 129.87 की स्ट्राइक रेट के साथ 1413 रन बनाए हैं तो धवन की शैली से मेल नहीं खाते हैं।


धवन के लिए 2018 जबरदस्त लेकिन करियर का औसत नहीं है कुछ खास


उसी तरह से बात जब धवन के वनडे करियर की करें तो उन्होंने 44.50 की बेहतरीन औसत और करीब 94 की स्ट्राइक रेट से 5518 रन बनाए हैं। जिससे आसानी से समझा जा सकता है कि टी20 क्रिकेट में धवन का ये औसत और स्ट्राइक रेट कुछ खास नहीं रही है। हालांकि शिखर धवन के लिए टी20 इंटरनेशनल की बात करें तो 2018 का साल बहुत ही अच्छा गुजरा जब उन्होंने 17 पारियों में 147.22 की स्ट्राइक रेट और 40.52 के औसत के साथ 689 रन बनाए। वो एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा टी20 इंटरनेशनल रन बनाने वाले बल्लेबाज बने।


पावर प्ले के बाद नहीं जुटा पाते तेजी से रन, राहुल-रोहित कई आगे,लेकिन इसके बाद 2019 में टी20 इंटरनेशनल में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। तो वहीं 2018 के साल के धवन के रिकॉर्ड को निकाले तो उनका टी20 फॉर्मेट का प्रदर्शन साधारण ही रहा है। अब लगता है कि ये वक्त आ गया है कि शिखर धवन को सलामी बल्लेबाज से रिप्लेस किया जा सकता है। क्योंकि पावर प्ले में टी20 क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा रन ना जोड़े जाए तो बड़ा स्कोर करना थोड़ा मुश्किल होता है।


जींद सड़क हादसे में 10 लोगो की मौत

बङे हादसे में 10 युवाओं की मौत, मचा कोहराम……लौट रहे थे भर्ती से कैंटर ने रौंदा


जींद। जिले के गांव ईक्कस और रामराय के बीच मंगलवार रात एक तेज रफ्तार तेल टैंकर ने ऑटो को कुचल दिया। ऑटो में 11 लोग सवार थे, जिनमें से ऑटो चालक समेत 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं एक घायल को रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना लगते ही कोहराम मच गया।


मिली जानकारी के अनुसार हिसार छावनी में सैनिक जनरल ड्यूटी और क्लर्क सैनिक पदों पर भर्ती चल रही है। मंगलवार को भर्ती रैली के चौथे दिन जींद और सिरसा के युवाओं को शारीरिक परीक्षा के लिए बुलाया गया था। भर्ती में शामिल होने के बाद 10 युवक ऑटो से जींद लौट रहे थे। रात करीब साढ़े 10 बजे हांसी रोड पर गांव ईक्कस और रामराय के बीच तेल टैंकर ऑटो पर चढ़ गया। बाद में क्रेन से ट्राला को ऑटो से हटाया गया। इस हादसे में गांव भिड़ताना निवासी संजय, गांव बुरा डेहर निवासी मंगल व रोबिन, पाजू कलां निवासी सगे भाई दीपक व संजय, रामराय निवासी भारत, धड़ौली वासी सुमित, पिल्लूखेड़ा निवासी अमित और जींद के हाउसिंग बोर्ड निवासी प्रवीण समेत 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं मृतकों में शामिल ऑटो चालक हिसार का बताया जाता है। मृतक संजय के भाई परमजीत को रोहतक पीजीआइ रेफर किया गया है। डीएसपी कप्तान सिंह ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। सूचना के बाद अस्पताल में पहुंचे मृतक दीपक और संजय के पिता रणधीर का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्होंने रोते हुए कहा कि घर पर मत बताना, इनकी मां तो सुनते ही मर जाएगी। वह बार-बार डेड हाउस की तरफ जा रहे थे, जहां बेटों के शव रखे थे। साथ आए लोगों ने बड़ी मुश्किल से रणधीर को संभाला।


जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। नैनी केंद्रीय कारागार में प्रिंस अग्रवाल नामक युवक ने लगाई फांसी। घटना देर रात करीबन 3:00 बजे की बताई जा रही है। इससे पहले भी कई बार कर चुका है प्रयास।


बता दें कि प्रिंस अग्रवाल (उर्फ समर, ज्ञानी, राहुल) पुत्र अनिल अग्रवाल उम्र लगभग 23 वर्ष यह आगरा का रहने वाला था। जिसके ऊपर दर्जनभर अपराधिक मामले दर्ज है। कई अपराधिक मुकदमो में वांछित था। साथ ही जीआरपी के द्वारा दर्ज किए गए केस में सजायाफ्‍ता था। आईपीसी की धारा 224 के अंतर्गत थाना नैनी पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर, नैनी केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया था। घटना की सूचना पाकर कारागार प्रशासन के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए। केंद्रीय कारागार से एसआरएन हॉस्पिटल के लिए देर रात भेज दिया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।


आजम की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट की रोक

 बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय से आज़म खान की गिरफ्तारी पर फिलहाल लगाई रोक, कोर्ट ने 29 एफआईआर पर गिरफ्तारी पर रोक लगाई है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि,जब भी थाने पर बुलाया जाएगा आज़म खान को हाजिर होना पड़ेगा। पुलिस दर्ज मुकदमा में चार्जशीट दाखिल कर सकती है,24 अक्टूबर को होगी अगली सुनवाई।


आजम खान को कोर्ट से सख्त निर्देश


पुलिस के बार बार नोटिस देने पर भी नहीं आ रहे थे और पुलिस द्वारा मांगी सूचना देने में भी लापरवाही बरती जा रही थी। कोर्ट का आदेश पुलिस के बुलाने पर थाने जा कर विवेचना में सहयोग करना होगा। मुक्कदमे खारिज करने से कोर्ट का इनकार ,विवेचना पर कोई रोक नहीं है।


कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...