रेलवे की मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी के नाम पर ठगे गये रायबरेली के युवक
सन्दीप मिश्रा
रायबरेली। रेलवे विभाग की एक मल्टीनेशनल कंपनी मैं नौकरी दिलाने के नाम पर लखनऊ की एक महिला द्वारा रायबरेली जनपद के युवकों को ठगे जाने का मामला प्रकाश में आया है। बताते हैं रेलवे विभाग का कार्य कर रही एलएनटी कंपनी में नौकरी दिलाने के लिए लखनऊ की एक महिला उमा श्रीवास्तव ने अपने पुत्र शिवेंद्र श्रीवास्तव और कंपनी के एक सेक्शन इंजीनियर हितेश राय के साथ जनपद के नवयुवकों को अपना शिकार बनाने का षड्यंत्र रचा । जिसके तहत नौकरी का प्रलोभन देकर नव युवकों से उनके अंक पत्रों की फोटो कॉपी आधार कार्ड फोटो और तमाम तरह के जरूरी कागजात के साथ-साथ एक से डेढ़ लाख रुपए तक ले लिए और उन्हें बताया कि पहले आप सबकी 2 महीने तक ट्रेनिंग होगी उसके बाद सभी को कंपनी के माध्यम से नौकरी मिल जाएगी। जगतपुर निवासी शोभित पांडेय ने बताया कि पैसा जमा करने के बाद उमा श्रीवास्तव के पुत्र शिवेंद्र श्रीवास्तव ने सभी को लखनऊ बुला कर दो महीने तक उनकी कोचिंग क्लास चलाई । कोचिंग क्लास का कोर्स पूरा होने के बाद सब को यह कहकर भेज दिया गया कि जब भी कंपनी से बुलावा आएगा आप सबको सूचित कर दिया जाएगा। बताते है कि उमा श्रीवास्तव और उनके पुत्र द्वारा फैलाए गए इस जाल में रायबरेली जनपद के ही नहीं बल्कि लखनऊ कानपुर सुल्तानपुर प्रतापगढ़ तक के युवक उनके शिकार में फस गए और आज 2 साल बीत जाने के बाद भी नौकरी के लिए भटक रहे हैं । रायबरेली के ही गवर्नमेंट कॉलोनी निवासी और ठगी का शिकार हुए एक युवक का कहना है कि इन लोगों ने फर्जी ढंग से सभी को आई कार्ड तक एलएनटी कंपनी का जारी कर दिया था और कुछ लोगों को तो भोपाल उड़ीसा आदि जगहों पर ट्रेनिंग के नाम पर भेज भी दिया था । परंतु आज तक उन लोगों को नौकरी नहीं मिली उल्टा उन लोगों का पूरा पैसा इन फर्जीवाड़ा करने वालों के पास जमा है । सूत्र बताते है कि इन लोगो ने तमाम जनपदो से लगभग 4 सौ युवकों को अपना शिकार बना रखा है । यही वजह है कि कई युवकों ने अपने रुपये वापस करने की बात कही तो उनको धमकी या फिर भय दिखा कर शांत करा दिया गया। लेकिन युवक आज भी अपनी नोकरी या इन ठगों के पास जमा धन के लिये भटक रहे है।