बुधवार, 11 सितंबर 2019

लूट के विरोध में गोली लगने से मौत

बदायूं। उझानी क्षेत्र में आज सुबह बदमाशों ने लूटपाट का विरोध करने पर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। करीब साढ़े सात हजार रुपये और दो बैग लूटकर फरार हो गये।


मृतक के बेटा कुवंरपाल रायबरेली में रेलवे के कारखाने में काम करते हैं। वे बस पर सवार होकर सुबह करीब चार बजे रायबरेली से उझानी उतरे थे। पिता आनंदपाल सिंह बेटे को लेने के लिए बाइक लेकर उझानी आये थे। उन्होंने बताया कि वो जब मोटरसाइकिल पर जमरौली जाने लगे, उसी समय चार नकाबपोश बदमाश आये और उन लोगों से तमंचे के बल पर लूटपाट करने लगे। विरोध करने पर बदमाशों ने 60 वर्षीय आनंदपाल को गोली मार दी और करीब साढे सात हजार रुपये लूटकर फरार हो गये। उन्होंने बताया कि गंभीर हालत में आनंदपाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।


घाटी में अलर्ट:सुरक्षा बलों ने बढ़ाई चौकसी

जम्मू कश्मीर। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद घाटी में पहले से ही अलर्ट सुरक्षा बल अब और चौकन्नी हो गई है। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक घाटी में हाल के दिनों में कई पाकिस्तानी आतंकी देखे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक पांच अगस्त से लेकर अब तक 40 पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ कर चुके हैं। पिछले 40 दिनों में हुई ये घुसपैठ अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ है। इंटेलिजेंस एजेंसियों की मानें तो ये सभी आतंकी जैश ए मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए हैं।


खबर यह भी है कि इन आतंकियों के निशाने पर सुरक्षा बल हैं और वो किसी बड़े हमले की फ़िराक में हैं। पाकिस्तान और आतंकियों को भेजने की फ़िराक़ में लगा हुआ है। इसी वजह से जम्मू-कश्मीर की घाटी में सुरक्षा और चौकस कर दी गई है। बता दें कि इंडियन आर्मी ने जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम के एक दल द्वारा घुसपैठ की नाकाम कोशिश का एक वीडियो शेयर किया था।भारतीय सेना द्वारा शेयर किए गए तीन अगस्त के इस वीडियो में कम से कम 4 शव देखे जा सकते हैं। पाक सेना ने इनके शव लेने से भी इनकार दिया था, जबकि सेना ने इनके पाक सैनिक होने के सबूत भी पेश किए थे। मारे गए घुसपैठियों में आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान की सेना के जवान भी शामिल थे। सेना सूत्रों ने कहा है कि ये पाकिस्तानी घुसपैठिए थे।


अस्थाई कोर्ट में बयान दर्ज करने पहुंचे जज

उन्नाव रेप केस में पीड़िता का बयान दर्ज करने AIIMS पहुंचे जज, बनाया गया है अस्थाई कोर्ट


नई दिल्ली। उन्नाव रेप केस की पीड़िता का बयान आज से दर्ज किया जाएगा। इसके लिए अस्पताल में ही विशेष कोर्ट बैठेगी। जज सुनवाई के लिए एम्स में पहुंच चुके हैं। पीड़िता का बयान बंद कमरे में दर्ज किया जाएगा जिसे रिकॉर्ड भी किया जाएगा। वहीं, आरोपी शशि सिंह और कुलदीप सेंगर की पेशी भी हुई है। पीड़िता के बयान दर्ज करने के बाद आरोपियों से क्रॉस एग्जामिनेशन होगा। रायबरेली के पास हुई दुर्घटना के बाद पीड़िता एम्स में इलाज करवा रही हैं। इसी वजह से अदालत ने एम्स में अस्थायी कोर्ट बनाकर बयान दर्ज कराने का आदेश दिया था। इस मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर आरोपी हैं।
28 जुलाई को कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता, उसकी चाची और मौसी अपने वकील के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने रिश्तेदार से मुलाक़ात करने जा रही थी, इसी दौरान एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी। इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है।


बीज निगम कर्मचारी बता, ठगे 52 लाख

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के करीब 12 किसान ठगी का शिकार हो गए। भद्रीपाली गांव के रहने वाले पिता-पुत्र की जोड़ी ने इन्हें अपना शिकार बनाया। दरअसल मोहन डनसेना नाम के शख्स ने खुद को गांव वालों को बीज निगम का कर्मचारी बताया। उसने वादा किया वो सभी किसानों का धान 1800 प्रति क्विंटल की दर से खरीदेगा। आरोपी और किसानों के बीच 66 लाख 60 के धान की डील हुई। आरोपी ने महज 14 लाख गांव के किसानों को दिए और धान लेकर फरार हो गया।


इस धोखाधड़ी के शिकार हुए किसान यज्ञनारायण चन्द्रा ने बताया कि मार्च महीने में मोहन डनसेना से उसकी मुलाकात हुई। खुद को बीज निगम का कर्मचारी बताकर डनसेना ने धान खरीदने की बात कही। आरोपी ने किसान को खरसिया बुलाया यहां 3 लाख रूपए एडवांस किसान को दिए। किसान आरोपी के झांसे में आ गया। उसने अन्य किसानों का धान भी आरोपी के पास बेचा। बीच-बीच में आरोपी कुछ रूपए किसानों को देता रहा औ धान ले जाता रहा। इस तरह उसने किसानों को 66 लाख के धान के बदले 14 लाख रूपए दिए।


इसके बाद कई दिनों तक किसानों को आरोपी ने पैसे नहीं दिए। किसान उसके घर के चक्कर लगाते रहे। बार-बार रूपयों की मांग करने पर आरोपी ने किसानों को बाकि बची रकम 52 लाख 60 हजार रूपए का चेक दे दिया। इसे जब बैंक में जमा कराया गया तो आरोपी के खाते में पैसे ही नहीं थे। इस बीच किसानों ने रायगढ़ के बीज निगम में आरोपी की तस्दीक की तो पता चला वह वहां का कर्मचारी नहीं है । मौका पाकर आरोपी किसानों का धान बेचकर फरार हो गया। किसानों की शिकायत पर अब पुलिस उसकी तलाश में है।


पूर्व मुख्यमंत्री को बेटे सहित नजरबंद किया

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे नारा लोकेश समेत तेलुगु देशम पार्टी के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। दोनों नेता अपने समर्थकों के साथ सरकार के विरोध में अपने आवास पर भूख हड़ताल पर बैठे थे। पुलिस प्रशासन ने अटमाकुर समेत संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लगा दी।


नायडू को मीडिया से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र का काला दिन है। प्रशासन ने चंद्रबाबू के अलावा उनके कई समर्थकों को भी नजरबंद किया है। वहीं, मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने चंद्रबाबू और उनके समर्थकों पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया। चंद्रबाबू ने जगन रेड्डी पर राजनीतिक हिंसा करने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया था। उन्होंने अपने समर्थकों से बुधवार को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक विरोध के लिए अपने-अपने क्षेत्र में भूख हड़ताल पर बैठने की अपील की थी। साथ ही तेदेपा ने 'चलो अटमाकुर' नारा भी दिया था। चंद्रबाबू ने जगन की पार्टी पर तेदेपा समर्थकों की हत्या का भी आरोप लगाया है।


तेदेपा ने कहा कि उनके कार्यकर्ताओं को धमकियां मिल रही हैं। पार्टी ने दावा किया कि पिछले तीन महीनों में आठ कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। इनमें ज्यादातर गुंटुर जिले के अटमाकुर और पलनाडू क्षेत्र के थे। इसके विरोध में चंद्रबाबू ने तेदेपा समर्थकों से बुधवार को गुंटुर से पलनाडू के अटमाकुर गांव तक रैली करने की अपील की थी। उंदावल्ली में नजरबंद नारा लोकेश ने कहा, ''विरोध करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। प्रशासन या सरकार हमें नहीं रोक सकते।


राष्ट्र विरोधियों को कीमत चुकानी होगी

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसा कोई भी व्यक्ति जो देश विरोधी गतिविधियों में लगा हुआ है, उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। जितेंद्र जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता यासीन मलिक पर निशाना साध रहे थे।


जितेंद्र ने यह भी कहा कि बीते 30 साल से देश विरोधी गतिविधियों में लगे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब उन पर एक्शन लेने का वक्त आ गया है। वायुसेना अफसरों को मारने के कथित आरोपी यासीन को क्या राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है, इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, अफसरों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हम उस पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो अत्याचारों की गवाह रही। हमारी सरकार अब भी बातचीत को तरजीह देती है। लेकिन कोई भारत में रहते हुए देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहेगा तो उसे जवाब देना पड़ेगा। सिंह ने एक बार फिर कहा, ''सरकार का अगला एजेंडा जम्मू-कश्मीर के बाकी हिस्सेको भारत में शामिल करना है। ये केवल मेरी या पार्टी की प्रतिबद्धता नहीं है। यह रेजोल्यूशन तो 1994 में संसद में पीवी नरसिम्हाराव की सरकार के वक्त पास किया गया था।''


''मोदी सरकार ने अपने 100 दिन के कार्यकाल में कई ऐतिहासिक फैसले लिए। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना हमारा सबसे बड़ा अचीवमेंट है। कश्मीर न तो बंद है और न ही वहां पर अब कर्फ्यू है। वहां जिंदगी तेजी से पटरी पर लौट रही है। अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला हमने इसलिए लिया क्योंकि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में औद्योगिक विकास, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार की स्थिति बेहतर हो सके।


हिंदू भावना दबाने का नतीजा:कल्याण

कल्याण सिंह बोले- बाबरी मस्जिद गिराना साजिश नहीं, यह करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं दबाने का नतीजा


 लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने लखनऊ में कहा कि बाबरी मस्जिद को गिराए जाने की घटना किसी षडयंत्र का हिस्सा नहीं, बल्कि सदियों से करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को दबाए जाने का परिणाम था। दिसंबर 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने के समय कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे। इलाहाबाद हाईकोर्ट के विशेष जज सुरेंद्र कुमार यादव ने सीबीआई को कल्याण सिंह के मामले में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था। इस पर सीबीआई ने एक आवेदन दायर किया था, जिस पर आज सुनवाई होगी।


कल्याण ने कहा, “अभी तक मैं राजस्थान का राज्यपाल था और मुझे समन नहीं किया जा सकता था। लेकिन अब मुझसे पूछताछ की जाएगी। इसके लिए मैं कोर्ट में पेश होऊंगा। मैं वहां पर सभी सवालों का जवाब दूंगा।”पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं कोर्ट का सम्मान करता हूं। यदि सीबीआई मुझसे पूछताछ करना चाहती है तो मैं इसे स्वीकार करता हूं। वे इसके लिए जब भी तारीख तय करते हैं तो मैं उस दौरान हाजिर रहूंगा। यह मुद्दा अदालत में है और 12-13 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं। मैं कोर्ट को बताऊंगा कि इसमें कोई षडयंत्र नहीं हुआ।”


कल्याण ने कहा, “अयोध्या करोड़ों भारतीयों की आस्था का केंद्रबिंदु है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होता है तो इससे करोड़ों भारतीयों की इच्छा पूरी होगी। मैं राम मंदिर निर्माण का समर्थन करता हूं। यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। हम लोग कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। फैसले आने के बाद केंद्र सरकार को इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। मेरा पक्ष इस मुद्दे पर पूरी तरह स्पष्ट है।”


उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इस मुद्दे पर अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए कि वे अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं या नहीं। उन्होंने सुझाव दिया कि मुस्लिम पक्ष को इस मामले में अपने दावे को वापस लेने के पक्ष में सोचना चाहिए। इससे देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित होगी।


गुजरात में 90 फ़ीसदी कम किया जुर्माना

अहमदाबाद । केंद्र सरकार द्वारा मोटर वीइकल्स ऐक्ट में संशोधन के महज 10 दिन बाद गुजरात सरकार ने मंगलवार को कई जुर्माने घटा दिए। ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर केंद्र के बढ़ाए जुर्माने को राज्य सरकार ने 25% से 90% तक कम कर दिया है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इसके लिए मानवीय आधार को कारण बताया है। माना जा रहा है कि इसे देखने के बाद अब दूसरे राज्य भी जुर्माना घटा सकते हैं। बता दें कि नए मोटर वीइकल ऐक्ट में राज्यों को कुछ जुर्माने घटाने का अधिकार दिया गया है।
कई और राज्य घटाएंगे जुर्माना?


गुजरात में नए जुर्माने 16 सितंबर से लागू होंगे। हालांकि, सरकार ने शराब पीकर गाड़ी चलाने और ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने का जुर्माना नहीं बदला है क्योंकि इनमें बदलाव का प्रावधान नहीं दिया गया है। बता दें कि अभी तक यह ऐक्ट कांग्रेस शासित राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के अलावा गुजरात में लागू नहीं हुआ था। कर्नाटक सरकार का भी कहना है कि अगर दूसरे राज्य जुर्माना कम करते हैं, तो वहां भी विचार किया जाएगा।
कई राज्य पहले से नाराज


गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के शासन वाले पश्चिम बंगाल और कांग्रेस शासित मध्य प्रदेश एवं राजस्थान जैसे गैर-बीजेपी शासित राज्यों ने पहले ही जुर्माने की रकम में इतने बड़े इजाफे पर सवाल उठा चुके हैं। राजस्थान सरकार ने नया कानून तो लागू कर दिया, लेकिन जुर्माने की बढ़ी रकम पर विचार करने की बात कही। बता दें, एमपी और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, जबकि पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस शासित है।


'जान गई, तो नरमी नहीं'


इस बारे में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा है कि उनकी सरकार का लक्ष्य ज्यादा जुर्माना लेना या लोगों के खिलाफ केस दर्ज करना नहीं था। रुपाणी ने कहा, 'नए कानून को बिना कड़ी सजा दिए लागू करना मुमकिन नहीं है। हमने मानवीय रुख अपनाया है और जुर्माना कम किया है। ऐसे मामलों में नरमी नहीं बरती जाएगी जहां लोगों की जान चली गई हो। जो लोग बार-बार ट्रैफिक नियम तोड़ते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।'
मिडिल क्लास का ध्यान


बता दें कि नए मोटर वीइकल ऐक्ट के तहत राज्य नाबालिगों के गाड़ी चलाने, शराब पीकर गाड़ी चलाने और सिग्नल तोड़ने पर लगने वाले जुर्माने को बदल नहीं सकते और इसलिए, गुजरात में भी इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि, सरकार ने सड़क के गलत साइड पर गाड़ी चलाने पर जुर्माना कम कर दिया है। यह मामला कोर्ट में सुलझाए जाने वाले मामलों में आता है। इसके अलावा दोपहिया पर पीछे बैठे व्यक्ति के हेल्मेट नहीं पहनने पर जुर्माना हटा दिया गया है। रुपाणी ने बताया कि अक्सर मिडिल क्लास परिवार में पत्नी और बच्चे दोपहिया पर चलते हैं, इसलिए इस नियम में नरमी बरती गई है।


यह होंगे नए फाइन


माना जा रहा है कि केंद्र सरकार के फैसले के बाद से चल रहे विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए लोगों का गुस्सा शांत कराने के लिए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। नए नियमों के तहत हेलमेट या सीट बेल्ट पर 1000 रुपये का जुर्माना दिया जाना है, जबकि गुजरात में इसे 500 रुपये कर दिया गया है। दमकल की गाड़ी या ऐम्बुलेंस का रास्ता रोकने पर 10,000 रुपये की जगह 1,000 रुपये, दोपहिया पर ट्रिपलिंग के लिए 1,000 की जगह 100 रुपये जुर्माना कर दिया गया है।


शारीरिक कष्ट की आशंका है: सिंह

राशिफल


मेष-अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। जुए-सट्टे से दूर रहें। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। कारोबार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। किसी बड़ी समस्या का हल होगा। भाग्य का साथ रहेगा विवाद से बचें। भय रहेगा। राजमान मिल सकता है। प्रमाद न करें।


वृष-चिंता तथा तनाव में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर टलेंगे। कोई अप्रत्याशित खर्च सामने आएगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। विवेक का प्रयोग करें।


मिथुन-बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नए काम मिलेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें। आय में वृद्धि होगी। कारोबार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रतिद्वंद्विता बढ़ सकती है। स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है।


कर्क-शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। लापरवाही न करें। सुख के साधनों पर व्यय होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। घर-बाहर सभी ओर से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। जल्दबाजी न करें।


सिंह-जीवनसाथी की तरफ से चिंता का वातावरण बनेगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है। यात्रा सफल रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। सत्संग का लाभ मिलेगा। कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालयों में रुके कार्यों में गति आएगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जोखिम बिलकुल न लें।


कन्या-कुसंगति से हानि होगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी व्यक्ति से बड़े विवाद की आशंका है। वाणी पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें।


तुला-लेन-देन में जल्दबाजी से बचें। चोट व रोग से हानि की आशंका है। कानूनी अड़चन दूर होकर स्‍थिति अनुकूल बनेगी। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। स्त्री पक्ष से लाभदायक सूचना मिल सकती है। प्रसन्नता रहेगी।


वृश्चिक-किसी अनहोनी की आशंका रहेगी। शत्रु नतमस्तक रहेंगे। भूमि व भवन संबंधी लाभदायक योजना बनेगी। कारोबार से बड़ा मुनाफा हो सकता है। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा।


धनु-पार्टी व पिकनिक का आनंद मिल सकता है। विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य लगन से कर पाएगा। अध्ययन में मन लगेगा। संगीत व चित्रकारी आदि रचनात्मक कार्यों में रुचि रहेगी। आय में वृद्धि होगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।


मकर-लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी से अकारण विवाद हो सकता है। हृदय को ठेस पहुंच सकती है। दु:खद समाचार मिलने की आशंका है। पुराना रोग उभर सकता है। भागदौड़ रहेगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।


कुंभ-व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। मेहनत का फल प्राप्त होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे।


मीन-राजभय रहेगा। जल्दबाजी तथा विवाद करने से बचें। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आवागमन रहेगा। किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। प्रसन्नता रहेगी।


नीले पीले सफेद लाल गुलाबी कमल

कमल का पौधा (कमलिनी, नलिनी, पद्मिनी) पानी में ही उत्पन्न होता है और भारत के सभी उष्ण भागों में तथा ईरान से लेकर आस्ट्रेलिया तक पाया जाता है। कमल का फूल सफेद या गुलाबी रंग का होता है और पत्ते लगभग गोल, ढाल जैसे, होते हैं। पत्तों की लंबी डंडियों और नसों से एक तरह का रेशा निकाला जाता है जिससे मंदिरों के दीपों की बत्तियाँ बनाई जाती हैं। कहते हैं, इस रेशे से तैयार किया हुआ कपड़ा पहनने से अनेक रोग दूर हो जाते हैं। कमल के तने लंबे, सीधे और खोखले होते हैं तथा पानी के नीचे कीचड़ में चारों ओर फैलते हैं। तनों की गाँठों पर से जड़ें निकलती हैं। 


विश्व में कमलों की दो प्रमुख प्रजातियाँ हैं। इनके अलावा कई जलीय कुमुदिनियों (वाटर लिलि) को भी कमल कहा जाता है, जो की वास्तविक नही है। कमल का पौधा धीमे बहने वाले या रुके हुए पानी में उगता है। ये दलदली पौधा है जिसकी जड़ें कम ऑक्सीजन वाली मिट्टी में ही उग सकती हैं। इसमें और जलीय कुमुदिनियों में विशेष अंतर यह कि इसकी पत्तियों पर पानी की एक बूँद भी नहीं रुकती और इसकी बड़ी पत्तियाँ पानी की सतह से ऊपर उठी रहती हैं। एशियाई कमल का रंग हमेशा गुलाबी होता है। नीले, पीले, सफ़ेद और लाल "कमल" असल में जल-पद्म होते हैं जिन्हें कमलिनी कहा गया हैं। यह उष्ण कटिबंधी क्षेत्र पौधा है जिसकी पत्‍तियां और फूल तैरते हैं, इनके तने लंबे होते हैं जिनमें वायु छिद्र होते हैं। बड़े आकर्षक फूलों में संतुलित रूप में अनेक पंखुड़ियाँ होती हैं। जड़ के कार्य रिजोम्‍स द्वारा किए जाते हैं जो पानी के नीचे कीचड़ में समानांतर फैली होती हैं।


कमल के पौधे के प्रत्येक भाग के अलग-अलग नाम हैं और उसका प्रत्येक भाग चिकित्सा में उपयोगी है-अनेक आयुर्वेदिक, एलोपैथिक और यूनानी औषधियाँ कमल के भिन्न-भिन्न भागों से बनाई जाती हैं। चीन और मलाया के निवासी भी कमल का औषधि के रूप में उपयोग करते हैं।कमल के फूलों का विशेष उपयोग पूजा और शृंगार में होता है। इसके पत्तों को पत्तल के स्थान पर काम में लाया जाता है। बीजों का उपयोग अनेक औषधियों में होता है और उन्हें भूनकर मखाने बनाए जाते हैं। तनों (मृणाल, बिस, मिस, मसींडा) से अत्यंत स्वादिष्ट शाक बनता है।


प्रकाश की चाल और इतिहास

प्रकाश की चाल (speed of light) (जिसे प्राय: c से निरूपित किया जाता है) एक भौतिक नियतांक है। निर्वात में इसका सटीक मान 299,792,458 मीटर प्रति सेकेण्ड है जिसे प्राय: 3 लाख किमी/से. कह दिया जाता है। वस्तुत: सभी विद्युतचुम्बकीय तरंगों (जैसे रेडियो तरंगें, गामा किरणे, प्रकाश आदि) समेत, गुरुत्वीय-सूचना का वेग भी इतना ही है। चाहे प्रेक्षक का 'फ्रेम ऑफ रिफरेंस' कुछ भी हो या प्रकाश-उत्सर्जक स्रोत किसी भी वेग से किधर भी गति कर रहा हो, हर प्रेक्षक को प्रकाश का यही वेग मिलेगा। कोई भी वस्तु, दिक्-काल में प्रकाश के वेग से अधिक वेग पर गति नहीं कर सकती।


प्रकाश के वेग का सटीक मान निकालना एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, क्योंकि यह विद्युत्चुं-चुबकीय घटनाओं का एक अभिन्न अंग है। जितने भी ऊर्जा के संचार के कार्य हैं, उनमें इसका उपयोग होता है। प्रकाश के वेग समय यात्रा में सहायक है। आइंस्टीन के सापेक्षता के विशेष सिद्धांत के अनुसार, यदि प्रकाश की गति की तुलनात्मक चाल पर गमन किया जाता है तो (गमन करने वाले पिंड के लिए) समय किसी स्थिर प्रेक्षक की तुलना में भिन्न हो जायेगा|


21 अक्टूबर 1983, से प्रकाश के वेग का मान मीटर सहित अन्य मापकों को 'कैलिब्रेट' करने के लिये किया जा रहा है। इसका मान निर्वात के विद्युत नियतांक {\displaystyle \varepsilon _{0}\,\!} {\displaystyle \varepsilon _{0}\,\!} तथा चुम्बकीय नियतांक (परमिएबिलिटी) (परमिटिविटी) {\displaystyle \mu _{0}\,\!} {\displaystyle \mu _{0}\,\!} से सम्बन्धित है जो निम्नवत है:


{\displaystyle c={\frac {1}{\sqrt {\mu _{0}\,\varepsilon _{0}}}}\,\!} {\displaystyle c={\frac {1}{\sqrt {\mu _{0}\,\varepsilon _{0}}}}\,\!}
इतिहास 
सत्राहवीं सदी के मध्य तक धारणा यह थी कि प्रकाश का वेग अनंत होता है, अर्थात् उसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचने में कुछ भी समय नहीं लगता। गैलिलियो ने प्रकाश की चाल को मापने का प्रयास किया था, परन्तु उनके प्रयोग में मानव-प्रतिक्रिया-काल से होने वाली त्रुटी की वजह से वे प्रकाश की गति मापने में नाकामयाब रहे| सितंबर1676 में रोमर ने बताया कि प्रकाश का वेग तीव्र होने के बावजूद 'परिमित' है। बृहस्पति के एक उपग्रह, इओ, के ग्रहणों के अंतर काल में पृथ्वी से संबंधित दूरी के बदलने से होने वाले परिवर्तन का अध्ययन कर, रोमर ने प्रकाश को पृथ्वी की कक्षा के व्यास को पार करने में लगनेवाले काल को निकालाने का तरीका सुझाया| हालांकि, उस तरीके के आधार पर गणना करने वाले पहले व्यक्ति क्रिस्चियन हुय्गेंस थे, जो 2,14,300 किलोमीटर प्रति सेकंड के बराबर ज्ञात हुआ, फिर भी प्रकाश की गति निकालने वाले व्यक्ति के रूप में रोमर को ही श्री मिलता है । उन समय के वैज्ञानिक ज्ञान को देखते हुए यह अत्यंत प्रशंसनीय कार्य था।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता (धर्मवाद)

गतांक से ...
आज जो आपने संतान को कहा है। आठवां पुत्र को कहा है। उस समय महाराजा जानवी कहता है कि यह मानव के जीवन में स्वभाविक प्रणाम की इच्छा होती है। एक मानव माता-पिता जो अपने गृह में कर्म करते हैं तो कर्म करने के पश्चात मानव को प्रणाम की इच्छा होती है। उस परिणाम में मानव का यह स्वभाव बन जाता है कि वह पितृ यज्ञ करता है और पिता बनने की उसे स्‍वत: एक आत्मा की कृपा जागृत होती है। इसलिए मैंने आप पुत्र की आभाचरण की है। महाराज जानवी के इन वाक्यों को सकाम करने वाले ऋषियों ने कहा कि प्रभु हम यह जान सकते हैं कि आत्मा से मोक्ष का, पुत्र का क्या संबंध है? उन्होंने कहा कि मोक्ष का और पुत्र का विशेष कोई संबंध नहीं है। परंतु जो मानव त्याग पूर्वक रहता है इस संसार में त्याग से रहता है। क्योंकि पुत्र जो होता है वह माता-पिता का हृदय होता है। परंतु वह जो हृदय है वही तो हृदय वर्चसी से बना देता है और जो एक ह्रदय को त्याग करके एक ह्रदय देव गति को प्राप्त कराता हुआ वह मोक्ष की पगडंडी को प्राप्त कर लेता है। परंतु देखो मैंने बहुत पुरातन काल में अपने वाक्यों को निर्णय देते हुए कहा था। महाराजा जानवी ने जब यह वाक्य कहा तो ॠषिवर उनके वाक्य से संतुष्ट होने लगे। उन्होंने कहा कि महाराज मोक्ष क्या है? पुत्र की आभा तो समाप्त हो जाती है। उन्होंने कहा कि जैसे मानव आत्मा और परमात्मा का पुत्र है और मोक्ष में जाने के पश्चात वह परमात्मा को प्राप्त हो जाता है। परमात्मा में आधारित आनंद को प्राप्त हो जाता है। इसी प्रकार पुत्र बनने में ही मानव अपने ब्रह्मवेग, ब्रह्मज्ञान को प्राप्त कर सकता है। जैसे आचार्य कुल में प्रवेश करके शिष्य जब ज्ञान की आभा मे रमन करता है और ब्रह्म ज्ञान को प्राप्त करने के लिए उसकी उत्कृष्ट इच्छा होती है तो मुनिवरो, वह पुत्र बनकर के, शिष्य बनकर के उनके चरणों को छू कर के ब्रह्म ज्ञान को प्राप्त करता है। क्योंकि देखो वह उसका पुत्र है। क्योंकि पुत्र ही पिता के आंगन को प्राप्त हो जाता है पिता मन आंगन में प्रवेश करके जैसे मोक्ष में जाने वाला आत्मा प्रकृति की तरंगों को त्याग करके वह परमात्मा ब्रह्म रूपी पित्र के द्वार पर प्रवेश कर जाता है। इसी प्रकार शिष्य अपने गुरु के द्वार में प्रवेश कर जाता है। ब्रह्म ज्ञानी बन जाता है। ब्रह्मज्ञानी बन करके उसको क्रियाओं में लाता है। क्रिया मे ला करके वह रजोगुण तमोगुण को समाप्त कर देता है। वह उन में प्रवेश करके ब्रह्म को प्राप्त हो जाता है। आज मैं विशेष चर्चा प्रकट करने नहीं आया हूं विचार देने आया हूं। आज मैं तुम्हें यह वाक्य प्रकट करने को आया हूं कि राजा जो ब्रह्म वेता होना चाहिए। जब राजा के राष्ट्र में राजा ब्रह्मवर्ता होता है तो उस समाज में उस प्रजा के वैभव को कोई भी मानव नष्ट नहीं कर सकता। क्योंकि उसका राजा ब्रह्म वेता है वह भव्यता बनकर के ब्राह्म लीन रहता है ब्रह्मा में समादिष्ट रहता है। अपने वैभव कि उसे चिंता नहीं होती वह अपने कर्तव्य का काम कर रहा है। प्रातकाल यज्ञ कर रहा है। मानव समय पर अपने अन्‍न का शोधन कर रहा है तो वह राजा ऊंचा है इसीलिए वेद का ॠषि कहता है कि राजा तो ब्रह्मवेता होना चाहिए। जो  राजा ब्रह्म वेता बन के परमाणुओं को जान लेता है। वह देव रूप हो जाता है वह प्रत्येक पर अपना अनुशासन कर लेता है और जो अनुशासन नहीं कर सकता वह प्राणी नहीं कहलाता। संसार में वह पामर कह लाया जाता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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september 12, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1.अंक-40 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार,12सितबंर 2019
3.शक-1941,भादप्रद शुक्‍लपक्ष त्र्‍योदशी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 5:59,सूर्यास्त 6:41
5.न्‍यूनतम तापमान -27 डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, उमस बनी रहेगी बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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एसपी मित्तल लिखते ही चैनल खुल गया

500 करोड़ रुपए कमाने, आयुक्त चिन्मयी गोपाल से टकराव, विधायक देवनानी से संबंध, पार्षदों का पटाए रखने आदि के सवालों पर अजमेर के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत के बेबाक जवाब। 
सोशल मीडिया पर मेरे ब्लॉगस की जबर्दस्त सफलता के बाद अब यू-ट्यूब चैनल की शुरुआत की गई है। इसे लाखों पाठकों का स्नेह की कहा जाएगा कि यू-ट्यूब पर एसपी मित्तल लिखते ही चैनल खुल जाएगा। वैसे नीचे लिंक भी दे रखा है। लिंक पर क्लिक करते ही अजमेर के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत का इंटरव्यू देखने को मिल जाएगा। पाठकों की व्यस्तता को ध्यान में रखते हुए कम समय में अधिक से अधिक सवालों के जवाब मेयर गहलोत से लिए हैं। अजमेर के लोगों के मन में मेयर को लेकर जो सवाल उठते रहे, उन सभी का उत्तर लिया गया है। मेयर के कार्यकाल मेें 500 करोड़ रुपए कमाने, आवासीय भूखंडों पर व्यावसायिक निर्माण करवाने, नगर निगम की आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल से टकराव, विकास में दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा करने, उत्तर क्षेत्र के भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी की मदद लेने, विधानसभा का चुनाव लडऩे, भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के पार्षदों को पटाए रखने, ओबीसी वर्ग के होते हुए भी सामान्य वर्ग की सीट पर मेयर बनने, अजमेर में मास्टर प्लान लागू न होने से लेकर पुत्र रोणित गहलोत के सवालों पर मेयर ने अपने अंदाज में जवाब दिए हैं। इस इंटरव्यू में मेरा प्रयास रहा कि अजमेर के नागरिकों के मन का हर सवाल पूछा जाए। यदि कोई सवाल रह गया तो वह समय की भेंट चढ़ा है। मैं उम्मीद करता हंू कि मेरे चैनल को लाइक कर इंटरव्यू को देखें। मेरा ऐसा प्रयास प्रतिदिन जारी रहेगा। उम्मीद है कि पाठकों का सहयोग और स्नेह मिलेगा। 
उपभोक्ता जागरुकता पर भी इंटरव्यू:
एक इंटरव्यू उपभोक्ता जागरुकता पर जाने माने एडवोकेट सूर्यप्रकाश गांधी से भी लिया गया है। गांधी ने केन्द्र सरकार के नए कानून और उपभोक्ताओं के हित में महत्वपूर्ण जानकारियां दी है। ऑन लाइन कंपनियों से माल मंगाने पर होने वाली परेशानी से लेकर सेलेब्रिटी के विज्ञापनों तक पर गांधी ने जानकारी दी है। इस संबंध में मोबाइल नम्बर 9829144425 पर गांधी से संवाद किया जा सकता है। 
एस.पी.मित्तल


मंगलवार, 10 सितंबर 2019

गलती से अकाउंट में आए पैसे, की मौज

दिल्ली। अगर किसी के अकाउंट में गलती से पैसे आ जाएं तो आदमी क्या क्या कर सकता है। इसका एक उदाहरण अमेरिका में देखने को मिला।


दरअसल यहां एक कपल के बैंक अकाउंट में गलती से करीब 1 लाख 20 हजार डॉलर यानी करीब 72 लाख रुपये आ गए। अकाउंट में इतने पैसे आने पर इस कपल ने जीभरकर पैसे उड़ाए और इतनी शाहखर्ची की कि मौज मस्ती में सारे पैसे फूंक डाले। अमेरिका के पेनन्सिलवानिया के कपल रॉबर्ट विलियम्स और टिफनी विलियम्स के खिलाफ अब पुलिस ने धोखाधड़ी, अवैध तरीके पैसे खर्च करने का मामला दर्ज कर गिरफ्तारी करने की तैयारी कर रही है।


कार्यपालिका,विधायिका की समझ नहीं

कृष्ण मोहन कुमार


अम्बिकापुर। प्रदेश से एकमात्र मोदी सरकार में मंत्री रेणुका सिह ने अब कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिह ने कांग्रेस आलाकमान पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्होंने आदिवासी बाहुल्य इस प्रदेश को टी 20 मैच का ग्राउंड समझ लिया है और ढाई साल की पारी के बाद मुख्यमंत्री बदलने की घोषणा की है। वही केंद्रीय राज्य मंत्री ने प्रदेश के एक मंत्री पर भी निशाना साधा है। दरअसल सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से सांसद व मोदी सरकार में केंद्रीय अनुसूचित जाति, जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिह ने कांग्रेस आलाकमान के उस फैसले पर अपनी टिप्पणी दी है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ को क्रिकेट मैच का पिच समझ रही है। यही वजह है कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत पाने के बाद अब प्रदेश में टी 20 का मैच खेल रही है। ढाई साल भूपेश बघेल और ढाई साल टीएस सिंहदेव और कांग्रेस की इस राजनीति में प्रदेश की जनता पीस रही है। विकास तो ठप्प ही है। वही केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिह ने कवासी लखमा के उस पॉलिटिकल सीख पर भी कहा कि कांग्रेस की राजनीति की बुनियाद वही है।एक ऐसे अनपढ़ को मंत्री बनाया जिसे कार्यपालिका और विधायिका तक समझ मे नही आती हैं।बता दे कि रेणुका सिह इन दिनों छत्तीसगढ़ प्रवास पर है।उन्होंने दंतेवाड़ा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी चुनाव भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया है।


जेटली की श्रद्धांजलि सभा में बोले मोदी

नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की श्रद्धांजली सभा से पीएम मोदी के द्वारा सभा को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा- अरुण जेटली मेरे घनिष्ठ मित्र थे। उनके अंतिम दर्शन मैं नहीं कर पाया, इसका बोझ मुझ पर हमेशा बना रहेगा। जेटली सर्वमित्र थे, सर्वप्रिय थे। वह अपनी प्रतिभा, पुरुषार्थ और प्रभाव के कारण जिसके लिए उपयोगी हो सकते थे, वे हमेशा उपयोगी होते थे। उनका व्यक्तित्व और निजी जीवन जन समर्पित एवं राष्ट्र समर्पित रहा है। ऐसे ओजस्वी व्यक्ति को ऐसे, ओजस्वी मित्र को खो देना एक अभूतपूर्व घटना है। जिसका मैं शब्दों में वर्णन नहीं कर पा सकता हूँ। वह डायबिटीज से लेकर कई समस्याओं से जूझते रहे। आखिरी समय तक उनसे पूछने पर भी वह ना अपनी बात बताते थे, ना ही स्वास्थ्य के बारे में बात करते थे। वह हमेशा देश के लिए बात करते थे। उनका मन देश के लिए रम गया।


आयकर की रडार पर है कई प्रत्याशी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में आयकर विभाग की रडार पर चुनाव में ज्यादा पैसा खर्च करने वाले प्रत्याशियों पर है | इसके लिए आयकर विभाग ने अपनी तैयारियों को पूरा कर लिया है, राज्य में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में संपत्ति का विवरण देने में गड़बड़ी करने वाले करीब 60 उम्मीदवारों को आयकर विभाग के इन्वेस्टिगेशन विंग ने सूचीबद्ध कर नोटिस भेजा है और उन्हें संपत्ति का सही विवरण देने के लिए कहा है। नोटिस उन्हीं उम्मीदवारों को भेजा गया है, जिनके शपथपत्र में संपत्ति का विवरण कुछ और है तथा विवरणी में संपत्ति की जानकारी कुछ और है। आईटी के इन्वेस्टिगेशन विंग ने जिन्हें नोटिस भेजा है, उसमें चुनाव जीतने वाले करोड़पति प्रत्याशियों के साथ ही पराजित और निर्दलीय प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं।


मिडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग ने आयकर विभाग को विधानसभा चुनाव में अपनी पैनी नजर गड़ाए रखने के निर्देश दिया गया था, आयकर विभाग उन सभी ट्रांजेक्शन पर अपनी कड़ी नजर रखा था, जो ज्यादा लेनदेन बैंकों से हो रहे हैं, इसके साथ ही साथ उन सभी प्रत्याशियों का डाटा आयकर विभाग के पास रहेगा जो चुनावी मैदान में अपनी विधानसभा में कितना रुपया खर्च कर रहे हैं | प्रदेश के सभी जिलों में अपने एक्सपर्ट अधिकारियों बैठा दिया गया था। संदेह के दायरे में आने की वजह से आयकर विभाग ने प्रत्याशियों को चल-अचल संपत्ति, जमा किए जाने वाले टैक्स, आय के स्रोत और पैन कार्ड नंबर की जानकारी मांगी है। जो चुनाव में ज्यादा रुपए खर्च किये हैं, उनके रिटर्न फाइल पर भी नजर रहे हुए है | इसमें जाना जाएगा कि कहीं प्रत्याशी द्वारा रिटर्न ज्यादा तो फाइल नहीं की जा रहा है, आयकर अफसर के मुताबिक, विभाग विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है और प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासनिक अमला पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है।


कृपया यात्रीगण ध्यान दें, 14 ट्रेन रद्द

ट्रेन यात्री सावधान!..रायगढ़-बिलासपुर मेमू 11 से 27 सितंबर तक रहेगी रद्द, 14 एक्सप्रेस ट्रेनें भी प्रभावित


रायगढ़। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर रेल मंडल में चांपा-रायगढ़ रेल खंड पर स्थित भूपदेवपुर-रॉबर्टसन रेलवे स्टेशनों के मध्य नवनिर्मित तीसरी रेललाइन पर नॉन इंटरलॉकिंग काम की वजह से 11 से 27 सितंबर तक बिलासपुर-रायगढ़-बिलासपुर मेमू 17 दिन व अन्य 14 एक्सप्रेस ट्रेनें अलग-अलग दिनों में रद्द रहेंगी। नॉन इंटरलॉकिंग के तहत तीसरी नई लाइन को दूसरी लाइन से जोड़ा जा रहा है।


यह ट्रेनें होंगी प्रभावित


बिलासपुर-रायगढ़ मेमू 68738 बिलासपुर से 11 से 27 सितंबर तक 17 दिन।
रायगढ़-बिलासपुर मेमू 68737 रायगढ़ से 11 से 27 सितंबर तक 17 दिन।
बिलासपुर-गेवरारोड मेमू 68734 बिलासपुर से 16 से 27 सितंबर तक 12 दिन।
गेवरारोड -बिलासपुर मेमू 68733 गेवरारोड से 16 से 27 सितंबर तक 12 दिन।
संबलपुर-रायगढ़ स्पेशल 02409 संबलपुर से 25 से 28 सितंबर तक 04 दिन।
रायगढ-संबलपुर स्पेशल 02410 रायगढ़ से 24 से 27 सितंबर तक 04 दिन।
पुणे- हटिया एक्सप्रेस 22845 पुणे से 15 व 18 सितंबर को 02 दिन।
हटिया-पुणे एक्सप्रेस 22846 हटिया से 16 व 20 सितंबर 02 दिन।
इंदौर-पुरी एक्सप्रेस 19317 इंदौर से 17 सितंबर को 01 दिन।
पुरी-इंदौर एक्सप्रेस 19318 पुरी से 17 सितंबर को 01 दिन रद्द रहेगी।


भागवत की सेवा से गदगद हुआ समाज

संघ प्रमुख मोहन भागवत का अभिनंदन कर गदगद है माहेश्वरी समाज। 
पुष्कर के विकास के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को ज्ञापन। 
पुष्कर स्थित माहेश्वरी सेवा सदन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत का माहेश्वरी समाज की ओर से अभिनंदन किया गया। पुष्कर के इसी सेवा सदन में संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक भी सम्पन्न हुई। हालांकि बैठक 7 से 9 सितम्बर के  बीच हुई, लेकिन संघ प्रमुख 4 सितम्बर को ही पुष्कर आ गए। चूंकि भागवत भी सेवा सदन में रुके, इसलिए माहेश्वरी समाज को सात दिनों तक भागवत की मेहमाननवाजी करने का अवसर मिला। बैठक में भाग लेने वाले 200 पदाधिकारी और संघ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं का जमावड़ा भी सेवा सदन में रहा। हालांकि भागवत की सुरक्षा एवं अन्य सुविधाओं का दायित्व स्वयं सेवकों पर ही था, लेकिन माहेश्वरी समाज ने भी अपने सेवा सदन में सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। समाज में धनाढ्य माने जाने वाले माहेश्वरी समाज के प्रतिनिधि संघ प्रमुख की सादगी से प्रभावित हुए। समाज के प्रतिनिधियों ने भागवत के लिए शानदार डायनिंग टेबल को हटवा दिया और रसोई घर के निकट ही सामान्य स्वयं सेवक की तरह भोजन ग्रहण किया। समाज के प्रतिनिधियों को लगा ही नहीं कि भागवत इतने बड़े और ताकतवर संगठन के मुखिया है। 9 सितम्बर  की रात को भी अभिनंदन समारोह में माहेश्वरी समाज मोती, फूल आदि की बड़ी बड़ी मालाएं, शॉल आदि पहनाना चाहाता था। ऐसी सामग्री लाई भी गई, लेकिन स्वयं सेवकों ने साफ कर दिया भागवत इस तरह अभिनंदन नहीं करवाएंगे। सिर्फ एक प्रतिनिधि श्रीफल भेंट कर सकता है। यही वजह रही कि अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जुगल किशोर बिड़ला ने भागवत को श्रीफल भेंट किया। बिड़ला ने सेवा सदन की जानकारी देते हुए बताया कि देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर ऐसे सेवा सदन बने हुए हैं, जिनमें एक साथ हजारों लोग ठहर सकते हैं। अभिनंदन समारोह का संचालन करते हुए सेवा सदन के कार्यालय मंत्री और संघ के एकल विद्यालय के जिला संयोजक सुभाष काबरा ने कहा कि संघ प्रमुख का अभिनंदन कर माहेश्वरी समाज स्वयं को गौरवांवित समझ रहा है। आज समाज में संघ की महत्वपूर्ण भूमिका है। संघ की वजह से इस मौके पर भागवत ने कहा कि समाज के जरूरतमंद व्यक्ति को ऊपर उठाने की जरूरत है। समाज में जब समानता होगी तभी राष्ट्र मजबूत बनेगा। भागवत ने भी माहेश्वरी समाज का आभार जताया। समारोह में सेवा सदन के महामंत्री रमेश चन्द्र छापरवाल, कमल मूंदड़ा, रमेश राठी, जयकिशन बल्दुआ, केके सोनी आदि भी उपस्थित रहे। 
पुष्कर विकास पर नड्डा को ज्ञापन:
संघ की समन्वय बैठक में भाग लेने आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को माहेश्वरी समाज की ओर से पुष्कर विकास के लिए एक ज्ञापन दिया गया। अध्यक्ष जुगल किशोर बिड़ला, महामंत्री रमेशचंद छापरवाल और कार्यालय मंत्री सुभाष काबरा की ओर से दिए गए ज्ञापन में नड्डा से आग्रह किया गया कि पुष्कर तीर्थ के धार्मिक और अंतर्राष्ट्रीय महत्व को ध्यान में रखते हुए विकास की बड़ी योजना बनवाई जाए। पूर्व में पुष्कर बाईपास के पास 200 फुट एनएच रोड 89 के लिए भूमि अधिग्रहण हेतु 86 लाख रुपए केन्द्र सरकार ने स्वीकृत किए थे, लेकिन यह राशि  अभी तक भी नहीं मिली है। अजमेर पुष्कर के मार्ग को फोरलेन करवाने की महत्ती आवश्यकता है। पुष्कर शहर की बढ़ती आबादी और आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या को देखते हुए चारों तरफ रिंग रोड का निर्माण भी किया जाए। ज्ञापन में मांग की गई कि एक हजार करोड़ रुपए का विशेष पैकेज पुष्कर विकास के लिए दिया जाए। अजमेर पुष्कर रेल लाइन को मेड़ता तक बढ़ाया जाए। पुष्कर विकास के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9829071696 पर सुभाष काबरा से प्राप्त की जा सकती है। नड्डा ने समाज के लोगों को भरोसा दिलाया है कि पुष्कर विकास के लिए केन्द्र सरकार उचित कार्यवाही करेगी। 
एस.पी.मित्तल


ट्रंप का बयान कूटनीति का हिस्सा

पाकिस्तान को काबू में रखने के लिए डोनाल्ड ट्रंप दे रहे मध्यस्थता का बयान। 
यह भारत की कूटनीति भी हो सकती है।
न्यूयॉर्क। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक बार फिर कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता करने का बयान सामने आया है। ट्रंप ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान चाहेंगे तो वे कश्मीर पर मध्यस्थता करने को तैयार हैं। ट्रंप ने यह कथन तब दोहराया है जब पिछले दिनों ट्रंप की मौजूदगी में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि कश्मीर पर हम किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते हैं। हमारा आपसी विवाद हम दोनों देश सुलझा लेंगे। असल में यह पहला अवसर नहीं है, जब ट्रंप ने मध्यस्थता की बात कही है। ट्रंप पहले भी ऐसे प्रस्ताव रख चुके हैं। 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाने के बाद भी ट्रंप ने ऐसा प्र्रस्ताव किया था। इससे पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमरीका दौरे के वक्त भी ट्रंप ने मध्यस्थता की बात की थी। तब तो ट्रंप ने यहां तक कह दिया कि भारत के पीएम ने मध्यस्थता का आग्रह किया है। सब जानते हैं कि जम्मू कश्मीर से 370 के प्रावधान हटाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पिछले 33 दिनों में पांच बार परमाणु हमले की धमकी दे चुका है। पाकिस्तान सरकार ने ऐसा माहौल बनाया कि भारत पर किसी भी वक्त हमला किया जा सकता है। इमरान खान अपने पाकिस्तान की ओर से सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा अपने सैनिकों की स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं, इसलिए ये दोनों तो हमला नहीं करेंगे, लेकिन पाकिस्तान में जो चरमपंथी बैठे हैं वे कुछ भी कर सकते हैं। 10 सितम्बर को विभिन्न आतंकी संगठनों की बैठक पाकिस्तान में हुई। इस बैठक में भारत के खिलाफ रणनीति बनाई गई। ऐसे माहौल में पाकिस्तान को काबू में रखना जरूरी है। ट्रंप जैसे नेताओं के बयानों से पाकिस्तान को काबू में रखा जा सकता है। पाकिस्तान जैसे देश को खुला और अकेला छोडऩा भी खतरनाक है। माना कि युद्ध होने पर पाकिस्तान को नुकसान होगा, लेकिन पाकिस्तान की नादानी की वजह से भारत को बड़ा नुकसान हो सकता है। अब युद्ध सीमा पर जवान नहीं लड़ेंगे, बल्कि मिसाइल से युद्ध होगा। भारत को जम्मू कश्मीर में जो करना था वो कर दिया, अब पहली प्राथमिकता पाकिस्तान को काबू में रखने की है। भारत की कूटनीति का ही परिणाम है कि कश्मीर पर पाकिस्तान को एक भी मुस्लिम देश का समर्थन नहीं मिला है। इससे भी पाकिस्तान निराश और हताश है। ट्रंप का ताजा बयान भी भारत की कूटनीति का हिस्सा हो सकता है। 
एस.पी.मित्तल


सीएम धामी ने 'गुरुद्वारे' में मत्था टेका, प्रार्थना की

सीएम धामी ने 'गुरुद्वारे' में मत्था टेका, प्रार्थना की  पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को गुरु नानक ज...