विजय आनंद वर्मा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश' बहुत जल्द ही कुल 20 जिलों का ही राज्य रह जायेगा, पर इसकी राजधानी लखनऊ ही रहेगी। उ.प्र. तीन हिस्सों (उ.प्र., पूर्वांचल एवं बुंदेलखण्ड) में बंट जायेगा, एक की राजधानी गोरखपुर होगी जबकि तीसरे राज्य की राजधानी प्रयागराज (इलाहाबाद) होगी ? उत्तर प्रदेश को विभाजित कर पूर्वांचल एवं बुंदेलखण्ड राज्य बनाये जाने की चली आ रही काफी पुरानी मांग को देखते हुए केंद्र की भाजपा सरकार शीघ्र ही इस बारे में निर्णय लेने जा रही है ? ऐसा सूत्रों का कहना है। सूत्रों की माने तो नरेन्द्र मोदी की सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में जल्द ही ये बड़ा फैलसा लेने की तैयारी कर रही है।
पूर्वांचल एवं बुंदेलखण्ड के नाम से दो नये राज्यों का होगा गठन
अगर ऐसा होता है तो यूपी और दिल्ली सहित कई राज्यों की समस्याओं पर एक साथ काबू पाया जा सकेगा। सूत्र यह भी बताते हैं कि यूपी के तीन हिस्से करने के साथ ही दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा भी देने की कवायद शुरू हो गयी है। दिल्ली का लुटियन जोन केन्द्र सरकार अपने पास रखने की घोषणा कर सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने हाई लेवल पर इस तरह का एक रोडमैप तैयार कर लिया है जिमसें दिल्ली के लिए हरियाणा से सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरूग्राम, रिवाड़ी, नूह (मेवात), पलवल और फरीदाबाद, यूपी से मेरठ मंडल से बागपत, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, बुलंदशहर और मेरठ शामिल किए जा सकते हैं दिल्ली प्रदेश में। वहीं सहारनपुर मंडल के सभी तीनों जनपद हो सकते हैं हरियाणा में शामिल जबकि मुरादाबाद मंडल हो सकता है उत्तराखंड में शामिल पूर्वांचल के नाम से बनने वाले नये राज्य की संभावित राजधानी गोरखपुर होगी। इसमें गोरखपुर मंडल से गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज तथा आजमगढ़ मंडल से आजमगढ़, बलिया और मऊ, बस्ती मंडल से बस्ती, संतकरीबनगर एवं सिद्धार्थनगर, देवीपाटन मंडल से गोंडा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती तथा अयोध्या संभाग से अयोध्या, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी और बाराबंकी के अलावा वाराणसी मंडल से वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर सहित कुल 23 जनपद का नया राज्य होगा। उत्तर प्रदेश का तीसरा भाग जो बुंदेलखण्ड राज्य कहलाएगा उसकी संभावित राजधानी प्रयागराज (इलाहाबाद) होगी। इसमें प्रयागराज, फतेहपुर, कौशाम्बी और प्रतापगढ़ तथा चित्रकूट संभाग से चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर एवं महोबा व झांसी संभाग से झांसी, जालौन तथा ललितपुर एवं मिर्जापुर संभाग से मिर्जापुर, संत रविदास नगर और सोनभद्र के अलावा कानपुर मंडल से जनपद कानपुर, कानपुर देहात तथा औरैया को मिलाकर कुल 17 जनपदों का हो सकता है बुंदेलखण्ड राज्य। शेष भाग पूर्ववतः राजधानी लखनऊ के नाम के साथ ही 'उत्तर प्रदेश' ही बना रहेगा, इसमें लखनऊ मंडल से लखनऊ, हरदोई, लखीमपुर-खीरी, रायबरेली, सीतापुर और उन्नाव एवं आगरा मंडल से आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी व मथुरा तथा अलीगढ़ मंडल से अलीगढ़, एटा, हाथरस और कासगंज के अलावा बरेली मंडल से बंदायू, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर तथा कानपुर संभाग से फरूर्खाबाद व कन्नौज को इसी में मिलाकर कुल बीस जनपदों का राज्य रह जाएगा उत्तर प्रदेश।