मंगलवार, 20 अगस्त 2019

आज का दिन शुभ रहेगा:मिथुन

राशिफल


मेष-मेष राशि के लोगों का दिन शभ रहेगा। दफ्तर में बड़े अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। दाम्पत्य जीवन शानदार रहेगा। मेहनत का फल जरूर मिलेगा। लोगों की उदारता आपको पसंद आएगी। छात्रों का दिन शानदार रहेगा।


वृषभ-वृषभ राशि के लोगों का समय शानदार है। आज आपके रुके हुए सभी कार्य पूरे होंगे। माता-पिता के संबंध बेहतर होंगे। परिवार के साथ मनोरंजन के लिए कहीं ट्रिप पर जाने का प्लान बन सकता है।


मिथुन-मिथुन राशि के लोगों का दिन शुभ रहेगा। आज नए लोग संभलकर चलें। दफ्तर में कोई आपकी शिकायत कर सकता है. बड़ों की सलाह लेना बेहतर होगी। उधार लेन-देन में सावधान रहने की जरूरत है। प्रेम संबंधों में मिठास बनाए रखें।


कर्क-कर्क राशि के लोगों का दिन शुभ रहेगा। परिवार में आपके गुणों की तारीफ होगी। कारोबार में बढ़ोतरी होगी। संतान सुख की प्राप्ति होगी। पार्टनर के साथ बाहर जाने का प्लान बन सकता है।


सिंह-सिंह राशि के लोगों का दिन शानदार रहेगा। आज कानूनी मामलों में दोस्तों की सहायता होगी। दोस्तों के साथ संबंध मजबूत होंगे। थोड़ी मेहनत के बाद बड़े धन लाभ की प्राप्ति होगी. परिवार में उत्सव का माहौल रहेगा।


कन्या-कन्या राशि के लोगों का दिन शुभ रहेगा. नए काम की ओर आपका झुकाव रहेगा। सेहत को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। कारोबार में मुनाफा होने की संभावनाएं हैं।सोच-समझकर किसी बड़ी डील को आगे बढ़ाएं। कारोबार में मुनाफा होगा।


तुला-तुला राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा. दफ्तर में कोई नया काम मिल सकता है। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। माता-पिता के साथ धार्मिक स्थल पर जाने का प्लान बन सकता है। शिक्षा से जुड़े लोगों की तरक्की होगी।


वृश्चिक-वृश्चिक राशि के लोगों का दिन शुभ रहेगा। कारोबार में उम्मीद से कम लाभ मिलेगा। जीवन को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे। घर पर मेहमानों का आगमन हो सकता है। जीवनसाथी के साथ सामंजस्य बना रहेगा। दफ्तर में काम ज्यादा रहेगा।


धनु-धनु राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। व्यापार से जुड़े सभी काम पूरे होंगे। किसी अजनबी पर भरोसा करने से बचें. दोस्त आपके घर मिलने आ सकता है। दोस्ती मजबूत होगी।सामाजिक कार्यों का हिस्सा बनेंगे।


मकर-मकर राशि के लोगों का दिन शुभ रहेगा। आज काम के सिलसिले में की गई यात्रा शानदार रहेगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। लक्ष्य को पूरा करने का विचार करेंगे।


कुंभ-कुंभ राशि के लोगों का दिन शुभ रहेगा। आज परिवार के लोगों का सपोर्ट रहेगा। करियर में तरक्की के रास्ते खुलेंगे। आज ऊर्जा से भरपूर रहेंगे। कारोबारियों की यात्राएं सुखद रहेंगी।आर्थिक स्थिति शानदार रहेगी।


मीन-मीन राशि के लोगों का दिन शुभ रहेगा। जीवनसाथी के साथ संबंध शानदार रहेंगे। कार्यक्षेत्र में लोगों से सहयोग मिलेगा. आय के नए जरिए खुलेंगे। रुका हुआ काम पूरा होगा. छात्रों का दिन शानदार रहेगा।


स्वाद और पोषण का अभाव

ताज़े खाद्य पदार्थ में, जिसे सिवाय धोकर और रसोईघर में सरल रूप से तैयार नहीं किया गया है, खाद्य उद्योग द्वारा संसाधित उत्पाद की तुलना में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले विटामिन, तंतु और खनिज पदार्थों की अधिक मात्रा प्रत्याशित की जा सकती है। उदाहरण के लिए, गर्मी से विटामिन सी नष्ट हो जाता है और इसलिए ताज़े फलों की तुलना में डिब्बा-बंद फलों में विटामिन सी की मात्रा कम होती है।


खाद्य प्रसंस्करण खाद्य पदार्थों के पौष्टिक मूल्य को घटाता है और ऐसे ख़तरों को प्रवर्तित करता है, जिनका प्राकृतिक तौर पर पाए जाने वाले उत्पादों में सामना नहीं होता है। अक्सर प्रसंस्करित खाद्य पदार्थों में स्वाद और संरचना-वर्धक कारकों जैसे खाद्य योजक मिलाए जाते हैं, जिनका पोषण मूल्य कम या बिल्कुल नहीं हो सकता है, या वे अस्वास्थ्यकर हो सकते हैं। वाणिज्यिक तौर पर उपलब्ध उत्पादों के 'शेल्फ़-जीवन' को विस्तृत करने के लिए प्रसंस्करण के दौरान नाइट्राइट या सल्फ़ाइट जैसे परिरक्षकों को जोड़ा या तैयार किया जा सकता है, जिनका स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। कम लागत वाली सामग्री के उपयोग से, जो प्राकृतिक सामग्री के गुणों का अनुकरण करती हैं, ( अधिक महंगे प्राकृतिक संतृप्त वसा या शीत-दाब वाले तेलों की जगह सस्ते रासायनिक तौर पर गाढ़ा किए गए वनस्पति तेल) गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं सामने आई हैं, लेकिन सस्ते दाम और स्थानापन्न सामग्री के प्रभाव के बारे में उपभोक्ताओं में जागरूकता की कमी के कारण, अभी भी व्यापक रूप से इनका इस्तेमाल होता है।प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में असंसाधित खाद्य पदार्थों की तुलना में अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से अधिक कैलोरी अनुपात होता है, जो लक्षण "ख़ाली कैलोरी" के रूप में संदर्भित होता है। सुविधा और कम लागत के लिए उपभोक्ता की मांग को संतुष्ट करने के लिए उत्पादित तथाकथित जंक फूड, अक्सर बड़े पैमाने पर उत्पादित प्रसंस्करित खाद्य उत्पाद होते हैं।


क्योंकि प्रसंस्कृत खाद्य सामग्री अक्सर उच्च मात्रा में उत्पादित और मूल्य वर्धित खाद्य निर्माताओं के बीच व्यापक रूप से वितरित की जाती है, व्यापक रूप से वितरित बुनियादी सामग्री का उत्पादन करने वाले 'निचले-स्तर' की विनिर्माण सुविधाओं में स्वच्छता मानकों की चूक से अंतिम उत्पादों पर गंभीर परिणाम हो सकता है।परिरक्षक और स्वाद के लिए इन कई रसायनों को मिलाने से, बिना सहज कोशिका-मरण के ही, मानव और जंतु कोशिकाओं के तेज़ी से विकसित होने के बारे में जानकारी सामने आई है।


सकल घरेलू उत्पाद अक्षमता

प्रति व्यक्ति जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) एक अर्थव्यवस्था में जीवन स्तर का माप नहीं है। हालांकि, अक्सर इसे इस प्रकार के संकेतक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है, इस तर्क पर कि सभी नागरिक अपने देश के बढे हुए आर्थिक उत्पादन का लाभ प्राप्त करेंगे। इसी प्रकार, जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) प्रति व्यक्ति व्यक्तिगत आय का माप नहीं है। एक देश के अधिकांश नागरिकों की आय में कमी आने पर या अन-अनुपातिक रूप से परिवर्तन होने पर भी जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में वृद्धि हो सकती है। उदाहरण के लिए, अमेरिका में 1990 से 2006 के बीच की अवधि में निजी उद्योगों और सेवाओ में व्यक्तिगत श्रमिकों की आय (मुद्रास्फीति के लिए समायोजित) में 0.5% प्रति वर्ष की वृद्धि हुई जबकि इसी अवधि के दौरान (सकल घरेलू उत्पाद) (मुद्रास्फीति के लिए समायोजित) में 3.6% प्रति वर्ष की वृद्धि हुई।


जीवन स्तर के एक संकेतक के रूप में प्रति व्यक्ति जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का प्रमुख लाभ है कि इसे बार बार, लगातार और व्यापक रूप से मापा जाता है; बार बार का अर्थ है कि अधिकांश देश जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) पर जानकारी त्रैमासिक आधार पर उपलब्ध कराते हैं (जिससे उपयोगकर्ता आसानी से प्रवृतियों का पता लगा सकते हैं), व्यापक रूप से अर्थात इसमें जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का कुछ माप दुनिया के हर देश के लिए प्रायोगिक रूप से उपलब्ध होता है (जो भिन्न देशों में जीवन स्तर की तुलना करने में मदद करता है) और लगातार अर्थात जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के भीतर प्रयुक्त तकनीकी परिभाषाएं, देशों के बीच तुलनात्मक रूप से स्थिर रहती हैं और इसलिए यह विश्वास बना रहता है कि प्रत्येक देश में समान मापन किया जा रहा है।


जीवन स्तर के एक संकेतक के रूप में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का उपयोग करने का एक मुख्य नुकसान यह है कि यह कडाई के साथ जीवन स्तर का माप नहीं है। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) एक देश में आर्थिक गतिविधि के किसी विशिष्ट प्रकार का मापन करता है। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की परिभाषा के अनुसार ऐसा जरुरी नहीं है कि यह यह जीवन स्तर का माप करे।उदाहरण के लिए, एक चरम उदाहरण में, एक देश जिसने अपने 100 प्रतिशत उत्पादन का निर्यात किया और कुछ भी आयात नहीं किया तो भी उसका जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) उच्च होगा, लेकिन जीवन स्तर बहुत ही निम्न होगा।


जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के उपयोग के पक्ष में तर्क नहीं है कि यह जीवन स्तर का एक अच्छा संकेतक है, लेकिन इसके बजाय यह है कि (अन्य सभी चीजें बराबर है) जीवन स्तर उस स्थिति में बढ़ने की प्रवृति रखता है जब जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) प्रति व्यक्ति बढ़ता है। यह जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) को जीवन स्तर के प्रत्यक्ष माप के बजाय उसे इसका प्रतिनिधि बनता है। प्रति व्यक्ति जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) को श्रम उत्पादकता के एक प्रतिनिधि के रूप में देखा जा सकता है। जैसे जैसे श्रमिकों की उत्पादकता बढ़ती है, कर्मचारियों को उनके लिए अधिक मजदूरी देकर प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। इसके विपरीत, यदि उत्पादकता कम है, तो मजदूरी कम होनी चाहिए या व्यापार लाभ कमाने के लिए सक्षम नहीं होंगे।


सोमवार, 19 अगस्त 2019

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


2019-8-20 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-17 (साल-01)
2.मंगलवार,20 अगस्‍त 2019
3.शक-1941,भादपद्र कृष्‍णपक्ष पंचमी,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:46,सूर्यास्त 7:07
5.न्‍यूनतम तापमान 26 डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी, बारिश की संभावना!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजिटल संस्करण )प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी गाजियाबाद 201102
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क:- 935030275


बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट:नोएडा

बाढ़ की सम्भावना को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट, जिलाधिकारी ने तैयारियों की समीक्षा करते हुयेे अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश।


गौतमबुद्धनगर। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बाढ़ से सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि बाढ़ की स्थिति आने पर उनके विभाग के द्वारा क्या क्या कार्यवाही की जानी है उसके सम्बन्ध में तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करते हुये अपने अपने विभाग की कार्ययोजना बनाकर तुरन्त जिला प्रशासन को उपलब्ध करायी जाये।


डीएम बीएन सिंह कलेक्ट्रेट के सभागार में इस सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुये जनपद हथनीकुंड बैराज से यमुना नदी में डैम से पानी छोडे जाने के आधार पर बाढ के बारे में विभागीय समीक्षा करते हुये अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे। उन्होनें कहा कि सभी अधिकारियों के द्वारा इस सम्बन्ध में अपने स्तर पर व्यापक कार्ययोजना बनाकर उसे अन्तिम रूप दिया जाये और उनके द्वारा इस कार्य में जो ड्यूटी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लगायी जानी है उन्हें भी तत्काल प्रभाव से लगा दिया जाये।
उन्होनें समीक्षा के दौरान पाया कि बाढ से सम्बन्धित सिचाॅई विभाग के द्वारा 2 बाढ चैकियां स्थापित है अतः उनके द्वारा निर्धारित सभी स्टाफ की ड्यूटी लगाते हुये उनके मोवाईल नम्बर भी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामों में उपलब्ध करा दिये जाये और ग्रामीणों को बाढ़ आने पर क्या करे क्या न करे की एडवाजरी जारी कर इस सम्बन्ध में जागरूक भी कर दिया जाये। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि यदि किसी के द्वारा बांध काटा गया तो सम्बन्धित व्यक्ति के विरूद्ध कानूनी कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेंगी। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को कहा कि संवेदनशील क्षेत्र यमुना नदी के किनारे के गाॅव याकूतपुर व रामपुर तथा हिण्डन में पानी आने पर मोमनाथनपुर तथा सेफीपुर गांवो में मुनादी के माध्यम से ग्रामीणों को अलर्ट किया जायें।
उन्होंने यह भी बताया कि हथनीकुंड डैम से यमुना नदी में 8 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोडा गया है, इसलिए सभी बाढ चैकियाॅ पूर्णतः सक्रिय रहे और यमुना के किनारे बसने वाले लोगो को अलर्ट कर दिया जायें। डीएम ने राजस्व, सिचाॅई, चिकित्सा, पशु चिकित्सा, आपूर्ति, जल निगम, वन तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि उनके द्वारा बाढ से निपटने के लिये अपनी सभी तैयारियाॅ क्रियाविन्त कर ली जाये। जिससे की बाढ़ की स्थिति आने पर आमजन को इस आपदा से सुरक्षित किया जा सकें और जानमाल की हानि को होने से बचाया जा सकें। 
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एव राजस्व मुनीन्द्र नाथ उपाध्याय, उपजिलाधिकारी जेवर गुंजा सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी आर0एन0 यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ वी0के0 श्रीवास्तव, सभी तहसीलदार गण, सिचाॅई विभाग के अधिशासी अभियन्ता, जल निगम के अधिकारी तथा अन्य अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया-राकेश चैहान जिला सूचना अधिकारी।


विमान में लगी आग की इमरजेंसी लैंडिंग

दिल्ली से जयपुर जा रही एयर इंडिया फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग, विमान में लगी आग


नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में एयर इंडिया अलायंस विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। एहतियातन तौर पर यात्रियों को वहां से सुरक्षित रुप से निकाला गया। फ्लाइट दिल्ली से जयपुर के लिए उड़ान भर रही थी। लेकिन कुछ समय बाद इस विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। अधिकारियों के मुताबिक विमान के पहिए में कोई समस्या आ गई थी जिसके बाद इसे वापस दिल्ली में उतार लिया गया।


सूत्रों के मुताबिक विमान में किसी प्रकार की आगजनी की कोई रिपोर्ट नहीं है। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर कर लिया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर फायर टेंडर्स और अन्य उपाय किए जा रहे हैं। बताया जाता है कि आईजीआई एयरपोर्ट से उड़ान भरने के तुरंत बाद ही विमान के इंजन में आग लगी गई जिसके बाद विमान की वापस दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग कराई गई। घटना आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 की है। आईजीआई एयरपोर्ट की तरफ से जारी आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक विमान के लैंडिंग गियर में कुछ तकनीकी समस्या आ जाने के कारण ऐसा करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक सभी 63 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।


रास:मनमोहन और नीरज निर्विरोध निर्वाचित

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नीरज शेखर सोमवार को राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए। वहीं राजस्थान से पूर्व पीएम मनमोहन को कांगेस से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है।


उत्तर राज्य में राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार नीरज शेखर का निर्विरोध निर्वाचन पहले ही तय हो गया था क्योंकि उनके अलावा किसी और ने नामांकन नहीं किया था। पिछले सप्ताह शुक्रवार को नामांकन पत्र की जांच की प्रक्रिया पूरी हो गई थी और आज नाम वापसी की अंतिम समय सीमा थी। यह समय सीमा समाप्त होने के बाद शेखर के नाम की औपचारिक घोषणा कर दी गयी।


गौरतलब है कि सपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर ने पिछले दिनों राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और वह सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। नीरज शेखर के इस्तीफे से खाली हुई राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव कराया गया। उपचुनाव में भाजपा ने नीरज शेखर को ही उम्मीदवार बनाया। उन्होंने 14 अगस्त को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।


दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं। रविवार शाम को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद मनमोहन सिंह को चुन लिया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी के निधन के बाद एक सीट खाली हो गई थी। निर्विरोध चुने जाने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बधाई दी।


पिछले मंगलवार को मनमोहन सिंह ने राज्यसभा की सदस्यता के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। नामांकन दाखिल करने के लिए मनमोहन सिंह के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मौजूद थे। भाजपा या किसी और दल ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा। अब मनमोहन सिंह 3 अप्रैल 2024 तक राज्यसभा के सदस्य रहेंगे। इससे पहले  वे तीन दशक तक असम से राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। उनका कार्यकाल 14 जून को ही समाप्त हुआ था


राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और गृहमंत्री की मीटिंग

नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने पांच अगस्त से प्रशासनिक पाबंदियों से गुजर रहे जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बताया।


सूत्रों के अनुसार कश्मीर घाटी से लौटने के बाद डोभाल की शाह के साथ यह पहली बैठक है। वह घाटी में दस दिनों तक रुके थे और वहां उन्होंने हालात पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखा था। एक अधिकारी ने बताया कि एनएसए ने गृहमंत्री को जम्मू कश्मीर की संपूर्ण स्थिति के बारे में बताया। केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और अन्य शीर्ष अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे, जिसमें राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाये गये कदमों की समीक्षा की गयी।


अधिकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में लगायी गयी पाबंदियों से जुड़े मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा हुई। जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को केंद्र द्वारा निरस्त करने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के बाद से पांच अगस्त से संचार संपर्कों और लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगायी गयी है। हालांकि, जम्मू क्षेत्र और कश्मीर घाटी के कुछ क्षेत्रों में क्रमिक ढंग से पाबंदियां हटायी गयी हैं लेकिन कई हिस्सों में अब भी प्रतिबंध है।


देश के आर्थिक संकट पर सरकार चुप:प्रियंका

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के महासचिव प्रियंका गांधी ने देश में आर्थिक मंदी की आहट को देखते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि लोगों को नौकरियों से निकाला जा रहा है। नौकरियों में कमी को लेकर प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जिम्मेदार ठहराया।


उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार मौन है। आर्थिक संकट को लेकर सरकार की चुप्पी खतरनाक है। सवालिया लहजे में प्रियंका ने कहा कि आखिर इस देश में भयंकर मंदी के लिए जिम्मेदार कौन है। प्रियंका गांधी ने कहा, ”सरकार की घोर चुप्पी खतरनाक है। कम्पनियों का काम चौपट है। लोगों को काम से निकाला जा रहा है, बीजेपी सरकार मौन है। आखिर देश में इस भयंकर मंदी का जिम्मेदार कौन है?” अपने ट्वीट के साथ प्रियंका गांधी अखबारों के कतरनों का एक फोटो कोलाज भी शेयर किया जिसमें आर्थिक संकट, बेरोजगारी और नौकरी घटने की बात कही गई है।


यूएई:मोदी को देंगे सर्वोच्च नागरिक सम्मान

नई दिल्ली। खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी माह के अंत में अपनी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक- पीएम मोदी की यह तीन दिवसीय यात्रा 23 अगस्त से शुरू होगी। इस दौरान पीएम मोदी यूएई और बहरीन के शीर्ष नेताओं के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और परस्पर हित के वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा करेंगे।


विदेश मंत्रालय ने रविवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी पहले संयुक्त अरब अमीरात जाएंगे जहां वह देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'आर्डर आफ जायद' प्राप्त करेंगे। गत अप्रैल में यूएई ने द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को ''बढ़ावा'' देने में ''महत्वपूर्ण भूमिका'' निभाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की थी। मंत्रालय ने बताया कि यूएई से पीएम मोदी 24 अगस्त को बहरीन की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे जो कि इस खाड़ी देश की भारत के किसी प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी।


देश में आर्थिक आपात जैसी स्थिति:सिंघवी

नई दिल्ली। कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था की नरमी पर रविवार को चिंता जताते हुए कहा कि देश आर्थिक आपातकाल जैसी स्थिति का सामना कर रहा है। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने भाजपा पर लोगों का ध्यान अपनी विफलताओं से हटाने का आरोप लगाया।


सिंघवी ने वाहन क्षेत्र में नरमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वाहन उद्योग में नरमी का चलन अचानक से नहीं आया है। सिंघवी ने कहा कि वाहनों की बिक्री में 31 प्रतिशत गिरावट आयी है। यह यात्री वाहनों की बिक्री में लगातार नौंवे महीने की गिरावट रही। सिंघवी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जुलाई 2018 के बाद के 13 महीनों में से 12 महीनों में वाहनों की बिक्री गिरी है। यह विश्व के चौथे सबसे बड़े वाहन बाजार में तेज नरमी का संकेत देता है। उन्होंने शेयर बाजार में गिरावट और बढ़ते राजकोषीय घाटे के मुद्दों को भी उठाया। इसके अलावा उन्होंने जीडीपी के गिरते आंकड़ों, घटते श्रम बल, रियल एस्टेट क्षेत्र में नरमी, लगातार कमजोर होता रुपया, गिरता प्रत्यक्ष विदेशी निवेश तथा विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में कमी आने के मुद्दे उठाए। साथ ही सिंघवी ने राजग सरकार पर ठोस आर्थिक नीति नहीं लाने का भी आरोप लगाया।


सामान्य हालात में महबूबा की बेटी नजरबंद

नई दिल्ली। कांग्रेस  के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि मौजूदा हालात अब वहां सामान्य बात हो गई है। उन्होंने तंज करते हुए ट्वीट किया कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ सामान्य है। स्कूल खुले हुए हैं लेकिन छात्र नहीं है। राज्य में सब कुछ सामान्य है। इंटरनेट फिर से बंद है। महबूबा मुफ्ती की बेटी नजरबंद है। क्यों? कोई जवाब नहीं है। चिदंबरम ने कहा कि अगर आपको हैरानी हो रही है कि यह सब क्या चल रहा है तो कृपया समझ लीजिए कि यह अब सामान्य बात हो गई है। हाल ही में सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कई प्रावधान हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने का कदम उठाया था। इसके बाद से ही राज्य के कई इलाकों में पुख्ता सुरक्षा इंतजाम और कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं।


अखिलेश ने फिर यूपी सरकार को घेरा

लखनऊ । सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार पर सोमवार को बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि सहारनपुर में पत्रकार और उसके भाई की घर में घुसकर हत्या की खबर की स्याही सूखी भी नहीं थी कि प्रयागराज में 12 घंटों में 8 हत्याएं हो गईं। प्रयागराज में उपमुख्यमंत्री अपना सम्मान समारोह करा रहे थे और बगल में अपराधी वारदात को अंजाम दे रहे थे। उन्होंने कहा, प्रशासन और अपराधी जानते हैं कि भाजपा सरकार चलाने में सक्षम नहीं है। अखिलेश ने सोमवार को बयान में कहा कि बिगड़ती कानून-व्यवस्था से यूपी 'हत्या प्रदेश' बन गया है। क्या भाजपा यूपी की यही पहचान बनाना चाहती है? जब जनता को अपने जान-माल की सुरक्षा का ही भरोसा न हो तो फिर कैसा विकास और किस पर विश्वास? उन्होंने प्रयागराज की आपराधिक घटनाओं में पीड़ित परिवारों को राज्य सरकार की ओर से 50-50 लाख रुपये की सहायता देने तथा अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने की मांग की है। साथ ही प्रदेश में अधिकारी मनमानी कर रहे हैं, गरीब की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। भाजपा के संरक्षण में अपराधी निरंकुश हैं। भाजपा सरकार लाख दावा करती रहे। लेकिन जब अपराधियों को जेल से भी अपनी गतिविधियां निर्बाध रूप से चलाने की छूट मिली हुई है तो राज्य के बाहर जाने का सवाल ही कहां उठता है?


दिल्लीवासियों के लिए हेल्पलाइन की जारी

नई दिल्‍ली। मुख्यमंत्री ने यमुना फ्लडप्लेंस के निवासियों से सरकार के टेंट्स में शिफ्ट होने की अपील की,कहा 
घबराने की जरुरत नहीं हैं, दिल्ली सरकार किसी भी स्थिति से निपटने लिए तैयार। सरकार स्थिति पर बराबर नजर रखे हुए हैं । जरुरत पड़ने पर टेलीफोन नंबर 22421656 और  टेलीफोन नंबर 21210849 पर संपर्क किया जा सकता है।
 दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि यमुना के जल स्तर के शाम तक खतरे के निशान (205.33 मीटर) को पार कर जाने की आशंका है क्योंकि हरियाणा ने रविवार शाम को 8.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है और यह पानी 36 से 72 घंटों के अंदर दिल्ली में पहुंच जाएगा।उन्होंने अपील की यमुना फ्लडप्लेंस में रहने वाले लोग अपनी जगह खाली कर दें और दिल्ली सरकार की तरफ से लगाये गये टेंट्स में शिफ्ट हो जाएं। इस बारे में जानकारी देने के लिए मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली सचिवालय में एक प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें मंत्री श्री सत्येंद्र जैन, श्री कैलाश गहलोत, मुख्य सचिव श्री विजय कुमार देव के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इस प्रेस वार्ता से पहले दिल्ली सचिवालय में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में बाढ़ की स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की गई।प्रेस कांफ्रेस में मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वह बिलकुल भी न घबरायें क्योंकि इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है। दिल्ली के छह जिलों (नॉर्थ, नॉर्थ ईस्ट, शाहदरा, ईस्ट, सेंट्रल और साउथ वेस्ट) के निचले इलाकों में रहने वाले लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं।


किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी के अलावा दिल्ली सरकार पहले से ही लोगों को ऐसी जगहों से निकालने और यमुना के दोनों तरफ लगाए गये टेंट्स में उनको ले जाने का काम कर रही है। अब तक, 2120 टेंट्स लगाये जा चुके हैं, जहां पर बिजली, खाने-पीने, पानी और टॉयलेट इत्यादि का इंतजाम किया गया है।श्री अरविंद केजरीवाल ने फ्लडप्लेंस में रहने वाले लोगों से बार-बार अपील करते हुए कहा कि वे शाम 6 बजे तक टेंट्स में शिफ्ट कर जाएं और तब तक वापस ना जाएं जब तक उनके इलाकों से पानी न निकल जाए क्योंकि यमुना के पानी के प्रवाह के बारे में कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। मुख्यमंत्री ने बच्चों को लेकर विशेषतौर पर अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों का खास तौर पर ख्याल रखें क्योंकि अकसर बच्चे खेलने या नहाने नदी में चले जाते हैं। पिछले साल इसी तरह से दो बच्चों की मौत हो गई थी। इसके अलावा बचाव कार्य के लिए 53 नावों को तैयार कर लिया गया है और 30 नावों को उन 30 स्थानों पर पहले से ही लगा दिया गया है जहां बाढ़ का असर ज्यादा रहने की संभावना है।


इसके लिए दिल्ली सरकार एक इमरजेंसी कॉन्टैक्ट टेलीफोन नंबर 22421656 जारी किया है। साथ ही एसडीएम प्रीत विहार नोडल ऑफिसर हैं और उनके कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर 21210849 से कॉन्टैक्ट किया जा सकता है। इससे पहले 2013 में हरियाणा में 8.06 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा था जिसकी वजह से जलस्तर 207.3 मीटर तक गया था। रविवार को हरियाणा की तरफ से जितनी भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है, उससे यमुना का जल स्तर काफी ज्यादा बढ़ सकता है मुख्यमंत्री ने कहा, अगले दो दिन बेहद अहम हैं। हम स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र सरकार, उप-राज्यपाल के ऑफिस और सभी संबंधित एजेंसियों के साथ तालमेल बनाये हुए हैं। सरकार के लिए हर किसी का जीवन बेहद कीमती है, इसी को देखते हुए पूरा सरकारी तंत्र किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने लिए तैयार है।


92 की उम्र में राम मंदिर की पैरवी करना

 नई दिल्ली। कौन है 92 की उम्र में "राम मंदिर" के लिए "सुप्रीम कोर्ट" में घंटों खड़े होकर बहस करने वाला विद्वान वकील ? जब सीजेआई ने पूछा “क्या आप बैठ कर दलीलें पेश करना चाहेंगे?” तो क्या था जवाब पढें?


"यह मेरी अंतिम इच्छा है कि मरने से पहले मैं इस मामले को अंजाम तक पहुँचा दूँ। मैं अपने श्रीराम के लिए इतना तो कर ही सकता हूँ।92 की उम्र में राम मंदिर केस को अंजाम तक पहुँचाना ही मेरी अंतिम इच्छा है। अगर आप अदालती कार्यवाहियों का हिस्सा रहे हैं या फिर आपने यह व्यवस्था देखी है तो आपको पता होगा कि वकील खड़े होकर बहस करते हैं। कम से कम फ़िल्मों में तो आपने देखा ही होगा। इसी महीने पिछले सप्ताह में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मुद्दे पर अदालत की सुनवाई चल रही थी। रामलला की तरफ से अदालत में एक वकील पैरवी कर रहे थे। पीठ की अध्यक्षता ख़ुद सीजेआई रंजन गोगोई कर रहे थे।


 तभी बीच में सीजेआई गोगोई ने वकील से पूछा, “क्या आप बैठ कर दलीलें पेश करना चाहेंगे?” लेकिन, श्री राम मोती राम वकील ने कहा, मिलॉर्ड, आप बहुत दयावान हैं,लेकिन वकीलों की परंपरा रही है कि वे सुनवाई के दौरान खड़े होकर दलीलें पेश करते रहे हैं। मैं इस परम्परा से लगाव रखता हूँ।” क्या आपको पता है कि ये वकील कौन हैं? राम मंदिर से हिंदुओं की आस्थाएँ जुड़ी हैं। ऐसे में वो कौन है, जो 92 की उम्र में भी घंटों खड़े होकर दलीलें दे रहा है। हिदुत्व की लड़ाई लड़ रहा है, यह पता तो होना ही चाहिए। जज और वकील का यह कन्वर्सेशन अदालत के इतिहास में एक रोचक और अच्छी याद बन कर दर्ज हो गया।


यूपी हाईकोर्ट ने आजम खां को दी राहत

अकांशु उपाध्याय


लखनऊ। सपा सांसद आजम खान को इलाहाबाद हाईकोर्ट से फौरी राहत मिल गई है। रामपुर में निर्माणाधीन रामपुर पब्लिक स्कूल के अवैध निर्माण को गिराने के मामले में उन्हें राहत दी गई है। हाईकोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई तक स्कूल की बिल्डिंग के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने के निर्देश दिए हैं। अदालत ने रामपुर विकास प्राधिकरण को अगले 10 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं करने को कहा है। अदालत ने प्राधिकरण से 10 दिनों में हलफनामा दाखिल करने को भी कहा है। अदालत ने प्राधिकरण के आदेश पर रोक लगाने की आजम खान की अपील को फिलहाल ठुकरा दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी। आजम खान की तरफ से दलील दी गई कि तमाम लोगों के मकान, स्कूल व दुकानें उनसे भी आगे हैं, लेकिन प्राधिकरण सिर्फ उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। अदालत ने इसी बिंदु पर प्राधिकरण से जवाब दाखिल करने कहा है। प्राधिकरण के सचिव सोमवार को खुद भी सुनवाई के दौरान कोर्ट में मौजूद थे। इससे पहले 16 अगस्त 2019 को आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट की दीवार तोड़ दी गई थी, क्योंकि सिंचाई विभाग के नाले पर होटल की दीवार बनी हुई थी। इस कार्रवाई के बाद डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने कहा है कि दीवार के मलबे में मिली ईंटों की प्रशासन जांच कराएगा। उन्होंने कहा कि सूचना मिली है दीवार के मलबे में पुरानी ईंटे भी मिली हैं। संभावना है कि किसी और बिल्डिंग को तोड़कर उसकी ईंटे लगाई गई हैं। डीएम ने कहा कि मलबे में मिली पुरानी ईंटों की कमेटी द्वारा जांच कराई जाएगी। बता दें कई बार इस संबंध में नोटिस देने के बावजूद भी आजम खान चुप थे। मौके पर भारी सुरक्षाबल की मौजूदगी में दीवार तोडऩे की कार्रवाई की गई। आरोप है कि अपने इस रिजॉर्ट के लिए आजम खान ने सिंचाई विभाग के नाले की 1000 गज जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। सिंचाई विभाग इस मामले में आजम खान को नोटिस भी जारी कर चुका है। रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिह ने बताया था कि हमसफर रिजॉर्ट में 1000 गज जमीन पर कब्जा किया गया है। यह जमीन पसियापुरा शुमाली से बड़कुसिया नाले की है। नाले पर कब्जे से पानी निकासी में दिक्कत हो रही है।


घाटी में खुले स्कूल,आतंकियों को करारा जवाब


कश्मीर घाटी में प्राइमरी स्कूल भी खुले। देशद्रोहियों को करारा जवाब। 

कश्मीर घाटी के अधिकांश क्षेत्रों में प्राइमरी स्कूल भी खुल गए। हजारों बच्चों ने स्कूल पहुंच आपस में खुशियां बांटी। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद यह पहला मौका रहा, जब घाटी में हालात सामान्य दिखे। इससे पहले लैंड लाइन फोन की सेवाएं भी शुरू कर दी गई थी। घाटी में प्रइमारी स्कूल खुलने और बच्चों की उपस्थिति दर्ज होने से देश द्रोहियों को करारा जवाब मिला है। देश में ऐसे कई लोग हैं जो अभी अनुच्छेद 370 को बनाए रखने के पक्ष में हैं। पाकिस्तान भी हाय तौबा मचा रहा है। पाकिस्तान का दर्द तो समझा जा सकता है,लेकिन अपने ही देश के कुछ लोग बेवजह हालात बिगाडऩे पर तुले हैं। जम्मू और लद्दाख में तो जन जीवन पूरी तरह सामान्य हो गया। अनुच्छेद 370 के हटने से जम्मू और लद्दाख में खुशियां मनाई जा रही है, लेकिन कश्मीर घाटी के कुछ जिलों में प्रशासन को अभी अनेक पाबंदियां लगानी पड़ रही है। यही वे इलाके हैं, जहां आतंकवाद चरम पर था। प्रशासन ने ऐसे चरमपंथियों को सख्त हिदायत दी है और अनेक चरमपंथियों को गिरफ्तार भी किया है। चूंकि अब जम्मू कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश हो गया है, इसलिए सारे कानून केन्द्र सरकार के लागू हो रहे हैं। महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला जैसे नेता पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। इन नेताओं की वजह से माहौल ज्यादा बिगड़ता था। अब अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को भी समर्थन नहीं मिल रहा है। मुस्लिम देशों ने भी साफ कह दिया है कि कश्मीर का मुद्दा भारत का आतंरिक मामला है। असल में पाकिस्तान और उसके समर्थकों को उम्मीद थी कि कश्मीर घाटी में हालात बिगड़ेंगे, लेकिन पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद एक पखवाड़ा गुजर गया, लेकिन सुरक्षा बलों को कहीं भी गोली चलाने की जरूरत नहीं पड़ी। पाकिस्तान और देशद्रोहियों की ओर से सोशल मीडिया पर हिंसा के जो वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं वो पुराने हैं। पांच अगस्त के बाद किसी भी स्थान पर हिंसा नहीं हुई है। 
एस.पी.मित्तल


सरकार ने हाई कोर्ट में अपनी गलती स्वीकारी

मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पर आखिर सरकार ने हाईकोर्ट में गलती स्वीकारी। 
अब स्टूडेंट को भुगतना होगा खामियाजा। काउंसलिंग पर रोक जारी। 
22 अगस्त को होगी सुनवाई
जयपुर । राजस्थान हाईकोर्ट की जयुपर पीठ में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया को लेकर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से गलती को स्वीकार कर लिया गया। यह माना गया कि द्वितीय चरण में जो ऑनलाइन काउंसलिंग की प्रक्रिया अपनाई गई वह दोषपूर्ण थी। इसी वजह से  705 सीट खाली रह गई। सरकार ने सुनवाई कर रहे जस्टिस आलोक शर्मा को बताया कि ताजा हालातों में मार्गदर्शन मांगने और काउंसलिंग की तिथि को बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) को पत्र लिखा गया है। एमसीआई की गवर्निंग कमेटी की बैठक 21 अगस्त को होनी है। जस्टिस शर्मा ने सरकार के रूख को देखते हुए मामले की सुनवई के लिए 22 अगस्त की तारीख निर्धारित की और काउंसलिंग के रोक के आदेश को बनाए रखा। राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए जिस प्रक्रिया को निर्धारित किया उसमें ऑल इंडिया रेंक के तहत पहले चरण में कॉलेज ले चुके विद्यार्थियों ने भी आवेदन कर दिए। यही वजह रही कि द्वितीय चरण की ऑन लाइन काउंसलिंग के बाद 705 सीटें खाली रह गई। इन सीटों पर भर्ती के लिए ही 17 और 18 अगस्त को फिर से ऑनलाइन काउंसलिंग की जा रही थी, लेकिन तभी हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। इस मामले में राज्य सरकार की नीयत पर तब अंगुली उठी जब राज्य काउंसलिंग बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सुधीर भंडारी ने कहा कि हमने वो ही किया जो सरकार ने कहा। बोर्ड काउंसलिंग के पक्ष में नहीं था। जस्टिस शर्मा की अदालत में 19 अगस्त को कोई ढाई घंटे तक इस मुद्दे पर बहस हुई। इस बीच न्यायालय में वो स्टूडेंट भी पहुंच गए, जिन्हें द्वितीय चरण की काउंसलिंग में जयपुर का एसएमएस और अजमेर का जेएलएन मेडिकल कॉलेज अलोट हो गया था। ऐसे स्टूडेंटों का कहना रहा कि उन्होंने सरकार की निर्धारित प्रक्रिया के अनुरूप आवेदन किया है। कोर्ट से कहा गया कि फैसला देते वक्त उनके हितों का भी ध्यान रखा जाए। वहीं पीडि़त स्टूडेंट के वकीलों का कहना रहा कि सरकार की दोषपूर्ण प्रक्रिया से अधिक अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट को पेमेंट सीट मिल रही है, जबकि कम अंक वाले स्टूडेंट जयपुर के एसएमएस और अजमेर के जेएलएन जैसे प्रतिष्ठित कॉलेजों में प्रवेश पा रहे है। सरकार ने भले ही इस मामले में अपनी गलती को स्वीकार कर लिया हो, लेकिन इसका खामियाजा प्रदेश के विद्यार्थियों को उठाना पड़ेगा। यह पहला अवसर है जब काउंसलिंग के बाद मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की 705 सीटें रिक्त रह गई। इससे सरकार की नीयत पर शक हो रहा है। असल में इन दिनों चिकित्सा एवं स्वास्थ महकमें में लगाकार गड़बडिय़ां उजागर हो रही है। सरकार के दखल की वजह से ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत ढाई हजार हेल्थ वर्कर के पद पर भर्ती नहीं हो सकी। लगातार गड़बडिय़ां उजागार होने से कांग्रेस सरकार की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। 
एस.पी.मित्तल


बनास नदी के किनारे बसे 54 गांवों में अलर्ट

आखिर खोले जा रहे बीसलपुर बांध के रेडियल गेट।
6 हजार क्यूसेक पानी की निकासी। 
बनास नदी के किनारे बसे 54 गांवों में अलर्ट।

अजमेर । शहरी क्षेत्रों में अभी भी भले ही तीन दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही हो, लेकिन  बीसलपुर बांध से 6 हजार क्यूसेक पानी निकालने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 19 अगस्त को दोपहर तीन बजे बांध का जल स्तर पर 315.50 मीटर मापा गया। चूंकि बांध की भराव क्षमता भी इतनी है, इसलिए तय कार्यक्रम के अनुसार बांध के दो गेट खोले जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले दौर में बांध से 6 हजार क्यूसेक पानी की निकासी होगी, बांध में रेडियल तकनीक के 18 गेट लगे हैं, लेकिन फिलहाल दो गेट ही खोले जा रहे हैं। यदि पानी की आवक बढ़ती है तो दो से अधिक गेट भी खोले जा सकते हैं। बांध के जल स्तर पर निगरानी रखने वाले सहायक अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि त्रिवेणी पर दो मीटर से भी कम का गेज रह गया है, इसलिए पानी की आवक बहुत कम है। फिलहाल मौसम विभाग ने भी वर्षा की चेतावनी नहीं दी है। बीसलपुर बांध के गेट खुलने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए टोंक के जिला प्रशासन ने बनास नदी के किनारे बसे 54 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है। असल में बनास नदी को बीसलपुर बांध में रोककर बांध का निर्माण किया गया है। गत तीन वर्षों में यह पहला अवसर है, जब बांध का पानी बीसलपुर गांव से आगे बनास नदी में जाएगा। वर्ष 2016 में बांध के भरने पर गेट खोले गए थे। बनास नदी का मिलन आगे चलकर चम्बल नदी में होता है। चूंकि बांध से तेज रफ़्तार से पानी की निकासी होगी, इसलिए ग्रामीणों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है। 
अजमेर की सप्लाई पर निर्णय नहीं:
एक ओर बीसलपुर बांध से पानी की निकासी हो रही है तो दूसरी ओर अजमेर में पेयजल की सप्लाई  के अंतराल को कम करने का निर्णय अभी तक भी जलदाय विभाग ने नहीं लिया है। बीसलपुर बांध ही अजमेर की पेयजल सप्लाई का एक मात्र स्त्रोत है। बांध में पानी की कमी के चलते हुए अजमेर के शहरी क्षेत्रोंमें तीन दिन में तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दस दिन में एक बार पेयजल सप्लाई निर्धारित की गई। लेकिन अब जब बीसलपुर बांध क्षमता के अनुरूप भर गया है, तब भी अजमेर में सप्लाई के अंतराल को कम नहीं किया जा रहा है।  सूत्रों की माने तो इस संबंध में सरकार के स्तर पर कोई निर्णय होना है।  
एस.पी.मित्तल


गांधी परिवार के चहेते रहे हैं गहलोत

राजीव गांधी की पुण्य तिथि पर राजस्थान में दो दिवसीय कार्यक्रम। 
अशोक गहलोत इसलिए हैं गांधी परिवार के चहेते। 
लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संवाद। 
भगवंत यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने भी दिखाई दक्षता।
जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर राजस्थान में दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयंती को सरकारी स्तर पर मनाने के खास निर्देश दिए हैं। 19 अगस्त को दैनिक समाचार पत्रों में पूरे पृष्ठ के विज्ञापन देकर स्व. राजीव गांधी की उपलब्धियां बताई गई। जयपुर के बिड़ला ऑडीटोरियम में विज्ञापन और तकनीक से जुड़ी प्रदर्शनी भी लगाई गई। प्रदर्शनी में निजी संस्थानों ने भी अपनी स्टॉलें लगाई। प्रदर्शन का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत स्वयं एक स्टॉल पर गए और स्टॉल पर लगी तकनीक और वस्तुओं के बारे में समझा। स्टॉल पर खड़े विद्यार्थियों के साथ फोटो भी खिंचवाएं। 20 अगस्त को भी कई सत्र रखे गए हैं, जिनमें विशेषत: देश की कम्प्यूटर तकनीक और उसमें पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के योगदान के बारे में बताएंगे। मुख्यमंत्री का स्वयं का फोकस है कि युवा पीढ़ी को राजीव गांधी की सूचना क्रांति की अधिक से अधिक जानकारी दी जाए। 18 अगस्त को अपने संबोधन में गहलोत ने कहा भी कि जब कम्प्यूटर के बारे में सोचना भी मुश्किल था तब राजीव गांधी भारत में इस तकनीक को लाए। आज हम देख रहे हैं कि यह तकनीक मनुष्य के जीवन में कितनी जरूरी हो गई है। मोबाइल पर घर बैठे सारे कार्य हो रहे हैं। आज देश जिस ऊंचाई पर खड़ा है, उसमें राजीव गांधी का बड़ा योगदान है। अपने संबोधन में गहलोत ने देश के विकास में जवाहरलाल नेहरू से लेकर श्रीमती सोनिया गांधी तक का योगदान बताया। श्रीमती सोनिया गांधी ने यूपीए के चेयरपर्सन रहते हुए किस प्रकार आम लोगों को अधिकार दिलवाए। इस मौके पर गहलोत ने सोनिया गांधी का संदेश भी पढ़ा कर सुनाया। 
इसलिए है गांधी परिवार के चहेते:
अशोक गहलोत गांधी परिवार का सम्मान करने में कभी पीछे नहीं रहते। कई बार केन्द्रीय मंत्री, तीन बार कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव, तीन बार राजस्थान प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष और अब तीसरी बार मुख्यमंत्री बनवाने का श्रेय अशोक गहलोत हमेशा गांधी परिवार को ही देते हैं। सब जानते हैं कि दिसम्बर 2018 में किन परिस्थितियों में गहलोत को तीसरी बार राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के मजबूत दावे के बाद भी गांधी परिवार ने गहलोत पर भरोसा जताया। अब जब गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार चल रही है तो स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। सूत्रों की माने तो श्रीमती सोनिया गांधी के फिर से कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर अशोक गहलोत की स्थिति मजबूत हुई है। 
लाभार्थियों से संवाद:
गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला स्तर पर सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भी संवाद किया। लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि ईमित्र प्रक्रिया के तहत उन्हें कितनी जल्दी ऋण की प्राप्ति हुई तथा सरकारी योजनाओं का लाभ मिला। गहलोत ने लाभार्थियों से सवाल जवाब भी किए। गहलोत का कहना रहा कि ईमित्र के संचालक ग्राहकों से अधिक राशि वसूलते हैं, ऐसी शिकायतें प्राप्त हो रही है। जिला कलेक्टरों की यह जिम्मेदारी है कि अधिक राशि वसूलने वाले संचालिकों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करें। 
भगवंत यूनिवर्सिटी ने भी दिखाई दक्षता:
पूर्व मुख्यमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती पर जयपुर में लगी इनोवेशन एक्सपो में अजमेर की भगवंत यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के भी दो प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए। दोनों ही प्रोजेक्टों की मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रशंसा की। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर वीके शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में यूनिवर्सिटी के छात्र यादराम सिंह, अनिल चौरसिया व रोहित पनजी ने थ्रीडी प्रिंटर तथा छात्र अजय गौड, जयंत जांगिड़ व जसवीर सिंह ने जल संरक्षण के प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए। इन प्रोजेक्टों पर विद्यार्थी लगातार मेहनत कर रहे थे। इन्हें यूनिवर्सिटी का पूरा सहयोग दिया गया। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के छात्र हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी से डिग्री लेने के बाद युवाओं को बड़ी कंपनियों में मोटे पैकेज की नौकरियां मिल रही हैं। 
एस.पी.मित्तल


लाखों के कर्जदार हुए सरपंच और सचिव

सरकार की महती योजना नरवा,गरुवा,घुरुवा,बारी के तहत गौठान निर्माण के लिए राशि का अभाव,आदर्श गौठानों का बुरा हाल,लाखों का कर्जदार हो चले सरपंच-सचिव


कोरबा। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को गति देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा "नरवा,गरुवा,घुरुवा,बारी" जैसे महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की गई है।मुख्यमंत्री ने इस योजना पर अधिकारियों को गंभीरता से काम करने के लिए निर्देशित किया है।लेकिन जिले में इसका बुरा हाल है।छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने "नरवा,गरुवा,घुरुवा अउ बारी" जैसे महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ कर राज्य के विकास में नई पहल की शुरुआत की है।लेकिन राशि के अभाव के कारण सरपंच-सचिव इस योजना को मूर्त रूप देने में कंगाल हो गए है।और उधार के निर्माण सामाग्री से गौठानों का निर्माण कराने के साथ कर्जदार भी हो चले है।कारण यह है कि इस योजना के क्रियान्वयन के लिए जिला प्रशासन द्वारा गौठान निर्माण कराने वाले किसी भी पंचायत को निर्माण राशि स्वीकृत नही की गई है।और दूसरी और इसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द कराने के प्रशासनिक दबाव के बीच उक्त हालात निर्मित हुई है।भले ही जिले के अधिकारी इस योजना के कार्यों में तेजी को लेकर अपने हाथों अपनी पीठ थप-थपा रहे हो।किन्तु पंचायतों पर लाखों-लाखों का कर्ज हो चला है।और तगादे से परेशान सरपंच-सचिव भुगतान राशि पाने जनपद से लेकर जिले तक सम्बंधित विभागों का चक्कर पर चक्कर काट रहे है।लेकिन इस कार्य के राशि भुगतान को लेकर जिले के किसी भी सम्बंधित अधिकारी के पास कोई जवाब ही नही है।


आदर्श गौठान में ना गाय,ना चारा,ना चरवाहे
गत 4 जून को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा पाली विकासखंड के ग्राम पंचायत केराझरिया में 43 लाख से निर्मित आदर्श गौठान का उद्घाटन करने के बाद इसकी सुध किसी प्रशासनिक अधिकारी ने नही ली और स्थिति यह है कि उसमें ना तो गायें है,ना गायों को खिलाने के लिए चारा,और ना ही उसकी देखरेख करने वाले चरवाहे।निर्माण के दौरान कार्यरत मनरेगा मजदूरों का भुगतान राशि आज तक लंबित है।तथा यहां नियुक्त 4 चरवाहों ने मजदूरी नहीं मिलने के कारण काम छोड़ दिया।और चारा ना होने के कारण पालतू मवेशी खुले में इधर-उधर घूम रहे है।इस संबंध पर सरपंच सत्यनारायण पैकरा ने बताया कि उधार के मटेरियल सामाग्री के लाखों का भुगतान आज तक नही हो पाया है।वहीं इस योजना के संचालन हेतु पंचायत खाते में राशि नही है।ऐसे में चारे पानी की व्यवस्था नही होने के कारण मवेशियों को गौठान में भूखा नही रखा जा सकता इसलिए उन्हें खुले में छोड़ दिया गया है।वहीं नियोजित चरवाहों ने भुगतान राशि के अभाव में काम छोड़ दिया है।योजना के संचालन से जुड़े अधिकारियों को हालात से अवगत करा दिया गया है।लेकिन पहल नही हो पाया है।अब कहा जाए तो केराझरिया में निर्मित आदर्श गौठान प्रशासनिक अव्यवस्था का एक उदाहरण है।जहाँ जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी द्वारा इस गौठान के दयनीय हालत को लेकर पार्टी पदाधिकारियों को दिए गए जांच के निर्देश के बाद हरकत में आए प्रशासन द्वारा जिला पंचायत सीईओ के माध्यम से औचक निरीक्षण कराने के बाद 250 से 300 मवेशियों की लाभान्वित संख्या बताई गई।जबकि सच्चाई इसके विपरीत है।और मौके पर गिनती के मवेशी उक्त गौठान में नजर आ रहे है।जबकि ज्यादातर खुले में स्वछंद विचरण कर रहे है।अमूमन जिले में निर्मित हर आदर्श गौठान में यही हालात निर्मित है।छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी "नरवा,गरुवा,घुरुवा अउ बारी" का नारा राज्य में इन दिनों जोर-शोर से चल रहा है।ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को गति देने के लिए इस महत्वाकांक्षी योजनाओं की शुरुआत की गई है।इस योजना को लेकर मुख्यमंत्री की सोच बेशक अच्छी है।और इस योजना पर अधिकारियों को गंभीरता से काम करने के लिए निर्देशित भी किया है।लेकिन मुख्यतः राशि अभाव के कारण जिले में इसका बुरा हाल है।जिसके कारण यह योजना पूरी तरह फ्लॉप होता नजर आ रहा है।


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