कानपुर । कानपुर के नौबस्ता पुलिस ने मां-बेटे की हत्या का खुलासा करते हुए आरोपित पति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या की वारदात को आठ माह पूर्व प्रयागराज घुमाने के बहाने कौशाम्बी में अंजाम दिया गया था। आरोपति पति ने शिनाख्त मिटाने के लिए दोनों का पूरा शरीर तेजाब से जला दिया था। उसने प्रेमिका से शादी करने की लिए पूरी साजिश रची थी।
कौशाम्बी में 24 दिसम्बर 2018 में एक महिला व बच्चे की हत्या के बाद तेजाब से जलाकर शव मिलने की घटना से कानपुर पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने हत्या की वारदात में मृतक महिला के पति के साथ दो भाड़े के हत्यारों को गिरफ्तार किया है।एसपी दक्षिण ने बताया कि मछरिया के राजीव नगर में रहने वाले मकदूम प्रसाद विश्वकर्मा ने बेटी सुमन की शादी अमित उर्फ लालू से की थी। दोनों हंसपुरम के राम सिंह के मकान में किराये पर रहते थे।
दोनों के छह साल का बेटा निश्चय भी था। अमित कुछ माह पूर्व पत्नी और बेटे को प्रयागराज घुमाने की बात कहकर ले गया था। लौटकर उसने बताया कि दोनों वहां भीड़ में खो गये। इसको लेकर उसने कोखराज थाना में गुमशुदगी दर्ज करा दी है। मकदूम ने बेटी व नाती की तलाश काफी की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। इधर पत्नी व बेटे के खो जाने के बाद अमित काफी खुश रहने लगा और एक युवती से शादी करने की तैयारी कर रहा था। इसको लेकर मृतका के परिवारीजन ने शक के आधार पर नौबस्ता थाने में अमित के खिलाफ ही अपहरण करने का मुकदमा दर्ज कराया।बकौल एसपी दक्षिण मुकदमे दर्ज होने पर अमित को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। काफी गोलमोल जवाब दिये जाने के चलते सख्ती की गई जिस पर उसने पत्नी व बेटी की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया।
एसपी दक्षिण ने बताया कि अमित ने बताया कि खुशी नाम की यवुती से चार साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा है। वह उससे शादी करना चाहता था, इसके लिए उसने दोनों की हत्या की साजिश रची।उसने दोस्त संजय के साथ मिलकर गुड्ड उर्फ मो. अख्तर के साथ मिलकर पत्नी व बेटे को प्रयागराज कुम्भ का मेला दिखाने के बहाने लोडर में बैठाकर ले गया और रास्ते में कौशाम्बी में दोनों की हत्या के बाद शिनाख्त मिटाने को तेजाब से शरीर जलाकर पुलिया के पास शव फेंक दिये थे। हत्या के लिए उसने संजय व गुड्डू को रकम भी दी थी। अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।