गुरुवार, 1 अगस्त 2019

चोरी और सीना जोरी (विविध)


इसे कहते हैं चोरी और सीना जोरी। 
रामपुर में आजम खान के समर्थन में सपा कार्यकर्ता सड़कों पर । 

एक अगस्त को यूपी के रामपुर में समाजवादी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। सपाइयों का आरोप रहा कि पार्टी के सांसद आजम खान और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम के विरुद्ध सरकार राजनीतिक द्वेषता से कार्यवाही कर रही है। लोकतंत्र में सपा के कार्यकर्ताओं को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन सवाल उठता है कि उस आजम खान का समर्थन क्यों किया जा रहा है जिस पर गरीब मुस्लिम किसानों की जमीन हड़पने, मदरसों की पुस्तकों को चुराने जैसे गंभीर आरोप हैं। इतना ही नहीं बेटे अब्दुल्ला आजम भी जांच कर रहे अधिकारियों के साथ दुव्र्यवहार कर रहे हैं। सब जानते हैं कि आजम खान ने यूपी के नगरीय विकास मंत्री के पद पर रहते हुए अपनी निजी मिल्कियत वाली जौहर यूनिवर्सिटी के लिए सारे नियम कायदे ताक में रख दिए। मुस्लिम किसानों का कहना है कि आजम से झूठे मुकदमों में फंसाने का डर दिखाकर हमारी जमीने हड़प ली। जौहर यूनिवर्सिटी में सरकारी गेस्ट हाउस तक बनवा लिया। अब जब गैर कानूनी कार्यों की जांच हो रही है तो आजम खान अपने समर्थकों से आंदोलन करवा रहे हैं। आजम ने स्वयं कहा था कि वे सरकार की कार्यवाहियों को अदालत में चुनौती देंगे। सवल उठता है कि आजम खान अदालत के निर्णय का इंतजार क्यों नहीं करते हैं? अदालत के निर्णय से पहले आंदोलन का क्या तुक है। अच्छा होता कि आजम खान आरोपों का जवाब देते। लोकतंत्र में आंदोलन तो अपराधी गिरोह भी कर सकते हैं। लेकिन जो लोग सांसद और विधायक के पद पर बैठे हैं उन्हें देश की न्यायिक प्रक्रिया पर भी भरोसा करना चाहिए। आजम खान को अब अपनी हैसियत का अंदाजा भी हो गया होगा। जो आजम अखिलेश यादव की सरकार में सबसे ताकतवर मंत्री थे और उन्हें राजा होने का गुमान था वही आजम खान अब भू-माफिया की सूची में दर्ज हो गए हैं। आज की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर जो साम्राज्य खड़ा किया वह कभी ढह सकता है। असल में जो लोग जनता के वोट से सत्ता हासिल करते हैं उन्हें स्वयं को जनता का सेवक ही  समझना चाहिए। आजम खान जैसे नेता जब स्वयं को जनता का राजा समझने लगते हैं तो बुरे दिन भी देखने पड़ते हैं।
एस.पी.मित्तल


हाशिए पर चिकित्सक (संपादकीय)

 
आखिर हर बार मरीज की कीमत पर डॉक्टर अपनी मांग क्यों मनवाते हैं? 
अब नेशनल मेडिकल कमीशन विधेयक के विरोध में हड़ताल। 

एक अगस्त को देशभर में सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था ठप रही। अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल से लेकर दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता आदि के एम्स अस्पतालों में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऑपरेशन नहीं हुए तो ओपीडी भी नहीं लगी। भगवान का स्वरूप माने जाने वाले डॉक्टरों के सामने मरीज दर्द से तड़पते रहे, लेकिन डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक केन्द्र सरकार नेशनल मेडिकल कमीशन विधेयक के नियम 32 में बदलाव नहीं करती तब तक विरोध जारी रहेगा। पता नहीं डॉक्टरों की हड़ताल का केन्द्र सरकार पर कितना असर होगा, लेकिन यह विधेयक लोकसभा से पास हो चुका है और अगले दो-दिन में राज्यसभा से भी पास हो जाएगा। राज्यसभा से विधेयक के पास होने पर डॉक्टर कितना तांडव करेंगे, इसकी अभी जानकारी नहीं है। लेकिन सवाल उठता है कि डॉक्टर वर्ग हर बार मरीज की कीमत पर अपनी मांग क्यों मनवाता है? डॉक्टर अपनी मांग को पूरा करवाने के लिए दूसरे रास्ते  भी अपना सकते हैं। आम मरीजों की दुआओं की वजह से डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है। आखिर डॉक्टर वर्ग इन दुआओ को बददुआओं में क्यों बदलवाना चाहता है। डॉक्टर के अभाव में इलाज नहीं होता है तो फिर मरीज के दिल से बददुआएं ही निकलेंगी। 
क्या है नियम 32:
सरकार ने विधेयक के प्रावधान 32 में कम्युनिटी हेल्थ प्रेक्टीशनर की व्यवस्था की है। यानि 6 माह या एक वर्ष का प्रशिक्षण देकर किसी चिकित्साकर्मी को तैयार किया जाएगा। यह चिकित्साकर्मी जरुरतमंद खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर मौसमी या अन्य बीमारियों के लिए दवाई का वितरण करेगा। सरकार का कहना है कि इससे वंचित लोगों को भी इलाज और बीमारी से बचने के उपाय के बारे में पता चलेगा। इस विधेयक में मौजूदा चिकित्सा व्यवस्था को ज्यों का त्यों रखा गया है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि एक युवक को डॉक्टर बनने के लिए 6 वर्ष का समय लगता है, जबकि सरकार 6 माह के प्रशिक्षण में डॉक्टर बना रही है, इससे मरीजों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। सरकार की यह व्यवस्था जनविरोधी है। हम जनता के हित में ही हड़ताल कर रहे हैं। 
एस.पी.मित्तल


तीन घंटे की बरसात,पानी का सैलाब


तीन घंटे की बरसात में अजमेर में पानी का सैलाब।
ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर हालात बिगड़े। 
चालीस वर्ष बाद पुष्कर सरोवर का जलस्तर पर 25 फीट हुआ। 
बीसलपुर बांध में अभी भी इंतजार। टाटा पावर की व्यवस्था फेल। 
सोशल मीडिया पर वीडियो की बाढ़



अजमेर ! एक अगस्त को अजमेर शहर में सुबह 9 से 12 बजे तक लगातार तेज बरसात हुई। इस बरसात की वजह से शहर भर में पानी का सैलाब आ गया। प्रशासन ने जो व्यवस्था की वे सब धराशायी हो गई। जगह जगह जल जमाव से यातायात बाधित हुआ। इससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। विश्वविख्यात ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर पानी का बहाव इतना तेज था कि दुपहिया वाहन, ठेले आदि बह गए। प्रत्याक्षदर्शियों ने एक अधेड़ को भी पानी में बहते हुए देखा, वहीं नागफणी क्षेत्र में हमीद का मकान धराशायी हो गया। एनडीआरएफ के जवानों ने मौके पर पहुंच कर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला। पूर्व पार्षद प्रताप यादव सहित कांग्रेस के कई कार्यकर्ता मौके पर राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मलबे में एक बच्चा और एक युवक अभी भी दबा हुआ है। आनासागर चौपाटी पर बने लोहे के हेंगिंग ब्रिज से आनासागर का पानी उफन कर बाहर आ गया जिसकी वजह से वैशाली नगर क्षेत्र पानी से भर गया। कचहरी रोड, मदार गेट, केसरगंज आदि बाजारों मे पानी की वहज से हालात बेहद खराब रहे। पीआर मार्ग कचहरी रोड पर बन रहे एलिवेटेड रोड की वजह से लोगों को बरसात में भारी परेशानी हुई। अखबारों तक पहुंचाने वाले सूचना केन्द्र में भी पानी भर गया। सूचना केन्द्र के उपनिदेशक महेश शर्मा के कक्ष में भी पानी भरा देखा गया। 
टाटा पावर फेल:
तीन घंटे की बरसात में शहर की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई। शहर में विद्युत सप्लाई का काम टाटा पावर कंपनी कर रही है। बरसात शुरू होने के साथ ही कंपनी ने बिजली सप्लाई भी बंद कर दी। कंपनी के अधिकारियों का कहना रहा कि जीएसएस और ट्रांसफार्मर के निकट पानी भर गया है, जिससे करंट की आशंका है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बिजली सप्लाई बंद की गई है। यानि बरसात आने पर टाटा पावर बिजली की सप्लाई नहीं कर सकेगा। कई इलाकों में देर शाम तक बिजली बंद रही इससे लाखों उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। टाटा पावर की ओर से पूर्व में दावा किया गया था कि विपरीत परिस्थितियों में भी बिजली की सप्लाई जारी रहेगी। कंपनी के अधिकारियों का दावा रहा कि उन्होंने सप्लाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया है, लेकिन 1 अगस्त को इन अधिकारियों के दावों की पोल खुल गई। 
पुष्कर सरोवर में 25 फीट पानी:
1 अगस्त को हुई बरसात के बाद पुष्कर सरोवर में पानी का जल स्तर 25 फीट हो गया है। सरोवर की भराव क्षमता 36 फीट है। पुष्कर के सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने बताया कि वर्ष 1981 में सरोवर का जल स्तर पर 25 फीट हुआ था, यानि अब चालीस वर्ष बाद सरोवर का जल स्तर 25 फीट हुआ है। माना जा रहा है कि इस बार सरोवर में 36 फीट तक पानी आ जाएगा। सरोवर में लगातार पानी की आवक से उन होटल मालिकों को परेशानी हो रही है जिन्होंने नियमों के विरुद्ध सरोवर के किनारे होटलों का निर्माण किया है, कई प्रभावशाली लोगों ने तो सरोवर के भराव क्षेत्र में भी होटलों के निर्माण किए हैं।
बीसलपुर बांध में इंतजार:
जहां अजमेर शहर में अच्छी बरसात हुई है, वहीं अजमेर जिले की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में अभी भी पानी का इंतजार किया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन में भीलवाड़ा और चित्तौड़ में भारी वर्षा की उम्मीद है। बीसलपुर बांध के पानी पर नजर रखने वाले सहायक अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि 1 अगस्त को दोपहर तीन बजे तक बांध का जलस्तर 306.91 मीटर मापा गया। 
वीडियो की बाढ़:
अजमेर में तीन घंटे लगातार वर्षा होने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो की बाढ़ आ गई। बरसात का शायद ही कोई घटनाक्रम होगा, जिसका वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्मों पर पोस्ट न किया हो। ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर बहते हुए युवक से लेकर वैशाली नगर में जल जमाव तक के वीडियो पोस्ट किए गए हैं।
एस.पी.मित्तल


पांच माह के निचले स्तर पर सेंसेक्स

नई दिल्ली। विदेशों से मिले कमजोर संकेत के बीच बैंकिंग, वित्त, आई टी और टेक क्षेत्र की कंपनियों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को सवा फीसदी से ज्यादा की गिरावट रही और ये पाँच महीने के निचले स्तर पर आ गये। 
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 462.80 अंक यानी 1.23 प्रतिशत टूटकर 37,018.32 अंक पर आ गया जो आठ मार्च के बाद का इसका निचला स्तर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 105.40 अंक यानी 1.24 प्रतिशत की गिरावट में एक मार्च बाद के निचले स्तर 10,980 अंक पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को नीतिगत दरों में चौथाई फीसदी की कटौती जरूर की, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि वह दीर्घावधि में ब्याज दरों में कटौती की ओर नहीं बढ़ रहा। इससे अधिकतर अन्य एशिया शेयर बाजारों के साथ ही घरेलू शेयर बाजारों में भी गिरावट रही। एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.36 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.76 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.81 प्रतिशत लुढ़क गया, हालाँकि जापान के निक्की में 0.09 प्रतिशत की तेजी रही। यूरोपीय बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी रही। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.22 प्रतिशत और जर्मनी का डैक्स 0.37 प्रतिशत मजबूत रहा। 
घरेलू बाजार में धातु, बुनियादी वस्तुओं, दूरसंचार और टेक समूहों के सूचकांक सबसे ज्यादा टूटे। सेंसेक्स की कंपनियों में वेदांता ने साढ़े पाँच फीसदी, टाटा मोटर्स और भारतीय स्टेट बैंक ने साढ़े चार फीसदी, भारती एयरटेल ने चार प्रतिशत से अधिक का नुकसान उठाया। बाजार में जारी बिकवाली के बीच भी मारुति सुजुकी के शेयर करीब दो प्रतिशत चढ़े।


मासूम की निर्मम हत्या,रेप की आशंका

जमशेदपुर! झारखंड के जमशेदपुर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है! 3 साल की मासूम बच्ची को रेलवे स्टेशन से दो लोगों द्वारा अगवा करने के बाद उसके साथ कथित रूप से दुष्कर्म किया और फिर सिर काट दिया! पुलिस ने घटना के बारे में बताया! पुलिस ने टेल्को थाना क्षेत्र से सिर कटी लाश बरामद की! उन्होंने बताया कि इस मामले में दो मुख्य आरोपियों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है! इनमें से एक आरोपी वह शामिल है, जो 2015 में बच्चे की किडनैपिंग और हत्या करने की कोशिश के केस में जेल जा चुका है!


इस घटना में, बच्ची पिछले सप्ताह तब गायब हुई, जब वह रेलवे स्टेशन पर अपनी मां के साथ सो रही थी! सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है कि एक व्यक्ति सोती हुई बच्ची को कंधे में लेकर जा रहा था! उसकी मां ने अगले दिन बच्चे की खोने की रिपोर्ट दर्ज की थी! कथित तौर पर बच्ची की मां ने पुलिस को बताया कि उसे उसके पार्टनर पर शक है, जिसके लिए उसने अपना पति छोड़ दिया था और उसके साथ बंगाल चली गई थी! गिरफ्तार किए गए तीन व्यक्तियों में से वह भी शामिल है!


एसएसपी ने हत्या,लूट का किया खुलासा

एसएसपी अभिषेक यादव ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस में मूसा तेवड़ा हत्या कांड का खुलासा


ककरौली थानाप्रभारी जितेन्द्र सिंह अम्बावत व उनकी टीम को मिली बड़ी सफलता !हत्या लूट की घटना का खुलासा करने पर ककरौली पुलिस को हो रही भूरी भूरी प्रशंसा


तस्लीम बेनकाब
मुजफ्फरनगर। एसएससी अभिषेक यादव के कुशल एवं प्रभावी निर्देशन में व एस पी देहात आलोक शर्मा एवं सी ओ भोपा राम मोहन शर्मा के नेतृत्व में लगातार बेहतरीन गुडवर्क देकर अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचा रही है ककरौली पुलिस थाना प्रभारी ककरौली जितेंद्र सिंह अम्बावत व उनकी टीम को मिली बड़ी सफलता,एसएसपी अभिषेक यादव ने ककरौली में हुए मूसा की हत्या का किया खुलासा! विदित हो कि ककरोली क्षेत्र में 20जुलाई को ग्राम तेवड़ा के मूसा के साथ लूट कर हत्या को अंजाम देने वाले गिरोह कि सूचना मुखबिर द्वारा मिली कि उक्त बदमाश सुभाष सैनी की कमहेड़ा स्थित जंगल की ट्यूबवेल पर हैं। जिस पर थाना प्रभारी ककरौली जितेंद्र सिंह अंबावत ने एक टीम गठित की जिसमे उप निरीक्षक तारिक वसीम,उपनिरीक्षक लाल सिंह,कांस्टेबल नितिन कुमार, कांस्टेबल संदीप कुमार,कॉन्स्टेबल मोहम्मद इश्फाक, कांस्टेबल भारत भूषण,जीप चालक राजेंद्र तोमर ने मुखबीर द्वारा बताई गई जगह सुभाष सैनी की ट्यूबवेल कमहेड़ा के जंगल में दबिश दी! तो बदमाशों ने ककरौली पुलिस पार्टी को देखकर जान से मारने की नियत से उनपर गोली चला दी! जिस पर थाना ककरौली पुलिस पार्टी बाल बाल बची और अपनी जान की परवाह किए बगैर बदमाशों की घेराबंदी कर बदमाशों  को किया गिरफ्तार। पकड़े गए बदमाश सलमान पुत्र अनवर नया गांव नगला बुजुर्ग थाना भोपा हाल पता मोहल्ला सुभाष नगर रेलवे लाइन के पास नई मंडी तो दूसरे बदमाश का नाम फुरकान पुत्र अयूब झोजा निवासी तेवड़ा हाल निवासी मोहल्ला हाजीपुरा थाना सिविल लाइन तो वहीं तीसरे पकड़े गए बदमाश का नाम फैजान बंगाली पुत्र मोहम्मद रफी निवासी हाजीपुरा थाना सिविल लाइन जनपद मुजफ्फरनगर बताया गया हैं! उपरोक्त तीनों बदमाशों के कब्जे से मृतक मूसा से लूटा गया मोबाइल एक तमंचा 12 बोर व दो जिंदा खोखा 12 बोर दो तमंचा 315 बोर खोखा जिंदा कारतूस 315 बोर एक खोखा कारतूस 12 बोर वे चार आदत लाठी डंडे भी बदमाशों के कब्जे से ककरौली थानां पुलिस ने  बरामद किए हैं! इस सराहनीय गुड वर्क करने वाली टीम में जितेंद्र सिंह अंबावत थाना प्रभारी ककरौली, उप निरीक्षक तारिक वसीम,उपनिरीक्षक लाल सिंह,कांस्टेबल नितिन कुमार, कांस्टेबल संदीप कुमार,कॉन्स्टेबल मोहम्मद इश्फाक, कांस्टेबल भारत भूषण,जीप चालक राजेंद्र तोमर आदि पुलिसकर्मियों द्वारा बदमाशों की घेराबंदी कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।तो वहो इस हत्या का कम समय मे खुलासा कर थानां ककरौली प्रभारी जितेंद्र सिंह व उनकी पुलिस टीम की ककरौली क्षेत्र में हो रही भूरी भूरी प्रशंसा तो वही उच्चाधिकारियों ने ककरौली पुलिस टीम की हौसला अफजाई की!


रामपुर में जमकर हंगामा कई गिरफ्तार

आजम खान पर रामपुर में जमकर हंगामा, कई गिरफ्तार


रामपुर। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां पर जमीन हड़पने के साथ ही विधायक बेटे के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई अब शक्ति प्रदर्शन पर उतर आई है। समाजवादी पार्टी अपने सांसद आजम खां पर रामपुर जिला प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रही है। इसी के खिलाफ आज रामपुर में समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन है। रामपुर के साथ ही पास के जिलों से यहां पर समाजवादी पार्टी के नेताओं के आने की सूचना पर रामपुर में धारा 144 लगा दी गई है। यहां जिला प्रशासन अलर्ट पर है।
विधायक अब्दुल्ला आजम की गिरफ्तारी के बाद सपाइयों ने प्रदर्शन का एलान किया है। इसको लेकर चौकसी बरती जा रही है। जिलों में वाहनों की जांच की जा रही है। पाकबड़ा में रामपुर जाते समय सम्भल क्षेत्र की असमौली विधायक पिंकी यादव के साथ पुलिस की नोकझोंक हो गई। रामपुर जाते समय पुलिस द्वारा रोके जाने पर विधायक इकबाल महमूद कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर ही बैठ गए। रामपुर में मिलक के धनेली पूर्वी गांव के पास बरेली बॉर्डर पर सपाइयों को रामपुर आने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगा दी है। वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है। इस दौरान लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर जाम भी लग गया। वहीं, अमरोहा में जिला प्रशासन ने सपा नेता व पूर्व मंत्री महबूब अली के घर को छावनी बना दिया।
मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. एसटी हसन के साथ ही अमरोहा में विधायक महबूब अली को पुलिस ने हिरासत में लिया है। मुरादाबाद के सांसद डॉ. एसटी हसन को मूंढापांडे में रोका गया है। अमरोहा में महबूब अली को एसडीएम के ऑफिस में बैठाया गया है।
गुरुवार सुबह उन्होंने रामपुर जाने का एलान किया था। इसके बाद सुबह से ही समर्थक घर पर जुटने शुरू हो गए थे। मुरादाबाद में रामपुर बॉर्डर पर पुलिस ने वाहनों की जांच शुरू कर दी है। सपा नेताओं के घरों पर पुलिस ने डेरा जमा लिया है। पुलिस किसी भी हाल में सपाइयों को रामपुर जाने से रोकना चाहती है। रामपुर में जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल शर्मा खुद भ्रमण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। डीएम का कहना है कि हम हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं। किसी भी स्थिति में माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा। जिले की शांति-व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता में शामिल है।
आजम खां के खिलाफ रामपुर के जिला व पुलिस प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को रामपुर कूच का निर्देश दिया है। अखिलेश यादव ने बदायूं, संभल, मुरादाबाद, अमरोहा, पीलीभीत, बरेली व बिजनौर के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को रामपुर पहुंचने का निर्देश दिया है। इसी कारण समाजवादी पार्टी के शक्ति प्रदर्शन को लेकर रामपुर पुलिस अलर्ट पर है। रामपुर में धारा 144 लागू कर दिया गया है। पुलिस किसी भी अप्रिय वारदात से निपटने की तैयारी में है। रामपुर के सभी प्रवेश मार्ग पर गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस के साथ ही पैरा मिलिट्री भी तैनात की गई है।
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर प्रशासन की कार्रवाई के बाद रामपुर में तनाव काफी बढ़ता दिख रहा है। यहां पर बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता रामपुर पहुंचने लगे हैं। इस बीच प्रशासन ने यहां सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए हैं। कांवड़ यात्रा के साथ ही बकरीद की तैयारी को लेकर यहां धारा 144 लागू है। इसके साथ ही आज किसी भी आशंका को देखते सीमाएं सील कर दी गई हैं।
बदायूं में सपा विधायक व नेता गिरफ्तार
बदायूं से रामपुर जाने की तैयारी कर रहे समाजवादी पार्टी के नेताओं को पुलिस ने आसफपुर तिराहे पर गिरफ्तार कर लिया है। सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव, सहसवान विधायक ओमकार सिंह यादव समेत दर्जनों सपा कार्यकर्ता बिसौली होते हुए रामपुर जा रहे थे।
आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर हो रही कार्रवाई का समाजवादी पार्टी ने जमकर विरोध किया है। कल विधायक अब्दुल्ला को हिरासत में लेने के बाद अब पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं का गुस्सा और बढ़ गया है। माना जा रहा है कि लगभग दस हजार से ज्यादा पार्टी के कार्यकर्ता रामपुर पहुंच चुके हैं। समाजवादी पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं के रामपुर पहुंचने पर तनाव की आशंका को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद है। सैकड़ों कार्यकर्ताओं के जिले में पहुंचने की सूचना के बाद जिला प्रशासन ने रामपुर की सीमाएं सील कर दी हैं। झुंड में शहर की ओर आने वाले सभी लोगों को बाहर ही रोका जा रहा है। भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। सरकारी काम में बाधा डालने के कारण पुलिस ने बुधवार को आजम खान के बेटे और विधायक अब्दुल्ला आजम को हिरासत में ले लिया था।
शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात
जौहर यूनिवर्सिटी के आसपास और शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात नजर आ रहे हैं। धारा 144 लागू होने के चलते लोगों को झुंड में खड़े होने से रोका जा रहा है। लोगों की चेकिंग हो रही है।
कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
रामपुर के डीएम ने भी साफ किया है कि किसी को भी कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा और बकरीद को देखते हुए पहले ही इस क्षेत्र में धारा 144 लागू है। हमने अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की है। हम रामपुर की सीमा में किसी को भी घुसने नहीं देंगे। जो भी कानून को तोड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
रामपुर के एसपी अजयपाल शर्मा ने बताया कि क्षेत्र के आसपास की सीमाओं पर सुरक्षा बल तैनात किया गया है। सीमाएं सील नहीं हैं। हर वाहन को पूरी चेकिंग, ड्राइवर का नाम, नंबर, पता और वाहन की फोटो खींचने के बाद ही रामपुर की सीमा में घुसने दिया जा रहा है।


5 मिनट में एक बलात्कार:सुप्रीम चिंता

नई दिल्ली ! नाबालिक बलात्कार पर छप रही मीडिया रिपोर्ट्स को सुप्रीम कोर्ट ने जनहित याचिका में बदल दिया! जस्टिस रंजन गोगोई व जस्टिस दीपक गुप्ता अब इस जनहित याचिका की सुनवाई कर रहे हैं! उन्होंने 1 जनवरी 2019 से 30 जून 2019 तक के पूरे देश के नाबालिक बलात्कार पर मौजूद आंकड़े हाईकोर्ट से मंगाए थे! यह आंकड़े आज हमारे सामने मौजूद हैं, वह भी पूर्णत: प्रमाणित आंकड़े हैं! इसके तहत 24212 नाबालिक बलात्कार हमारे देश में 6 महीने में हुए हैं! यानी कि हर 5 मिनट में एक बलात्कार!


इसमें 11981 में अभी तक जांच चल रही है
4871 में चालान प्रस्तुत हो चुके है!


इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने यह भी जानकारी मांगी है कि देश में कितने पोस्को एक्ट के तहत न्यायालय व एडवोकेट अप्वॉइंट हुए हैं. इन आंकड़ों में उत्तर प्रदेश सबसे पीछे है जिसमें 51% एफआईआर में अभी तक जांच चल रही है! वह केस जिसमें न्यायालय अपना फैसला सुना चुकी है उसमें सबसे अच्छा मध्य प्रदेश ने किया है जो कि 10% है इसके बाद उत्तर प्रदेश जोकि 3% है फिर बिहार जोकि 2% है!


इन्हीं आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि नाबालिक बलात्कार में पिछले 4 साल में 41% (40.81%) बढ़ोतरी हुई है! हम जब भी बलात्कार सुनते हैं तो हमारे यहां से जनता फांसी फांसी चिल्लाने लगती है! जनता की आवाज को सुनकर फिर हमारे नेता भी फांसी फांसी चिल्लाने लगते हैं! मगर ऐसा कोई रिकॉर्ड मौजूद नहीं है और ना ही कोई सर्वे मौजूद है जिससे यह साबित होता है कि फांसी देने से बलात्कार कम होते हैं!


विटनेस प्रोटक्शन स्कीम
यह एक अच्छी स्कीम है जिसको लागू करना चाहिए और इसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए ताकि जो गवाह है, वह स्वतंत्र होकर न्यायालय में गवाही दे सकें! न्यायाधीशों की कमी है जो कि पूरी की जानी चाहिए! लेबोरेटरी बहुत कम है! कई बार न्यायलय को चार-पांच बार लैब को लिखना पड़ता है, तब जाकर रिपोर्ट आती है! कई बार सैंपल्स रखे रखे एक्सपायर हो जाते हैं और रिपोर्ट सही नहीं आ पाती! ज्यादातर रिपोर्ट्स में देर हो जाती है और इन सब बातों से प्रॉसीक्यूशन,अभियोजन पक्ष अपना केस साबित नहीं कर पाता! पुलिस के पास भी पर्याप्त बल नहीं है, ना ही तो इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर (जाँच अधिकारी) को बलात्कार केस के लिए कोई ट्रेनिंग दी जाती है, कि सैंपल कैसे जब्त करना है! ब्यान कैसे लेने हैं और ज्यादातर पुलिस बंदोबस्त में ज्यादा व्यस्त रहती है जिसकी वजह से इन्वेस्टिगेशन सही से नहीं हो पाती है!


24 घंटे के भीतर ही दिया तीन तलाक

नई दिल्ली ! संसद के उच्च सदन राज्यसभा में मुस्लिम विवाह संरक्षण कानून बिल को पास हुए 24 घण्टे भी नही बीते थे कि गुजरात के अहमदाबाद में एक शौहर ने अपनी बीवी को तीन तलाक दे दिया!


पति के इस तीन तलाक नामे से क्षुब्ध विवाहिता ने जान देने की कोशिश की है जिसे गंभीर हालत में अस्पताल दाखिल कराया गया है! बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच किसी घरेलू बात को लेकर तीखी बहस हुई थी जिसके बाद गुस्साए पति ने उसे तीन तलाक दे दिया! विवाहित की ओर से इस संबंध में पति के खिलाफ नजदीकी थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है!गौरतलब है कि एक लंबी लड़ाई के बाद मंगलवार को ही संसद के ऊपरी सदन से तीन तलाक बिल पास हो गया है! लोकसभा से ये बिल पहले ही पास हो चुका था, बस अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर का इंतजार है और फिर देश में तीन तलाक देना अपराध हो जाएगा! और इसके लिए जो बिल में प्रावधान लाए गए हैं, वो सभी कानून बन जाएंगे!


प्लेटफॉर्म टिकट से भी कर सकते हैं यात्रा

नई दिल्ली ! रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर लंबी लाइन लगी हो, ट्रेन का टाइम हो गया हो और आपके पास टिकट नहीं हो, तो या तो यात्रा कैंसिल करनी पड़ जाती है या फिर बिना टिकट के ही ट्रेन में चढ़ना पड़ जाता है। किसी भी व्यक्ति के लिए ये स्थितियां हमेशा परेशान करने वाली होती हैं, लेकिन अब आपको इस परेशानी से नहीं गुजरना होगा।


भारतीय रेलवे के नए नियम के अनुसार इमरजेंसी की स्थिति में अब आप प्लेटफॉर्म टिकट से भी यात्रा कर सकते हैं। प्लेटफॉर्म टिकट से यात्रा करने के लिए आपको गार्ड के अनुमति पत्र की भी आवश्यकता होगी। यदि आपके पास इसका समय नहीं है, तो आप सीधे ट्रेन में चढ़कर वहां नियमानुसार जरूरी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। रेलवे द्वारा जारी की गई सूचना के अनुसार, अनुमति सर्टिफिकेट ऑन ड्यूटी गार्ड, कंडक्टर या दूसरी श्रेणियों का स्टॉफ दे सकते हैं।प्लेटफॉर्म टिकट से यात्रा कर रहे यात्री को ट्रेन में चढ़ने के बाद जितना हो सके, उतना जल्दी टीटीई को इसके बारे में जानकारी देनी होगी। टीटीई अब आपको यात्रा का टिकट बनाकर दे देगा। इसके लिए आपको यात्रा के वास्तविक किराये के साथ 250 रुपये पेनल्टी के रूप में देने होंगे। आप जिस श्रेणी में सफर कर रहे हैं, किराया उसी श्रेणी का होगा। वहीं, जिस स्टेशन से आप चढ़े हो उसे बोर्डिंग स्टेशन माना जाएगा। यह टिकट यात्री को यात्रा की अनुमति तो देगा, लेकिन सीट के आरक्षण की गारंटी नहीं देगा। अर्थात आपको सीट ना मिलने की जिम्मेदारी रेलवे की नहीं होगी ! जरूर ध्यान रखें यह बात,अगर कोई रेलवे को धोखा देकर अपने पैसे बचाने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट से यात्रा करता है, तो उसे जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। यदी टीटीई यह पाता है कि यात्री जानबूझकर प्लेटफॉर्म टिकट से यात्रा कर रहा है और उसने प्लेटफॉर्म टिकट को यात्रा टिकट में नहीं बदलवाया है, तो उस पर 1,260 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है। मामला बढ़ने पर यात्री को 6 साल तक की सजा भी हो सकती है या जुर्माना और सजा दोनों हो सकती है।


प्लेटफॉर्म टिकट खरीदना बहुत आसान होता है। यह टिकट आपको प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति देता है, किंतु इससे आप ट्रेन में सफर या ट्रेन की सुविधाओं का लाभ नहीं ले सकते हैं। एक प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपये का आता है और यह सिर्फ एक व्यक्ति के लिए ही होता है। प्लेटफॉर्म टिकट की वैधता सिर्फ 2 घंटों की होती है। हालांकि, यदि किसी के पास उस दिन का रेलवे टिकट हो, तो उसे प्लेटफॉर्म टिकट की आवश्यकता नहीं होती है। आप प्लेटफॉर्म टिकट को UTS ऐप से भी डाउनलोड कर सकते हैं, लेकिन इसे IRCTC की वेबसाइट से नहीं खरीदा जा सकता है।


 


 


 


 


बॉलीवुड एक्ट्रेस दिया मिर्जा लेगी तलाक

बालीवुड एक्ट्रेस दिया मिर्ज़ा लेंगी तलाक


मुबई ! बॉलीवुड में पिछले सालों में शादीशुदा जोड़ी के तलाक़ के कई बड़े मामले सामने आए हैं! अभी कुछ दिन पहले मलाइका अरोड़ा और अरबाज़ खान की जोड़ी टूट गई! अब इस लिस्ट में दीया मिर्जा का नाम भी जुड़ गया है! दिया मिर्ज़ा ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए पति साहिल संघा से अलग होने की जानकारी दी है! दीया ने बताया कि वह और साहिल आपसी रज़ामंदी से 11 साल बाद अलग हो रहे हैं! दीया मिर्ज़ा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर की है इसमें उन्होंने लिखा- 'भले ही रिश्ता टूट रहा है, लेकिन मैं और मेरे पति हमेशा दोस्ती का रिश्ता रखेंगे!' इसके साथ ही एक्ट्रेस ने इस फ़ैसले को स्वीकारने के लिए अपने परिवार और दोस्तों का शुक्रिया अदा किया है! दीया ने मीडिया ने उनकी प्राइवेसी का ख्याल रखने की भी अपील की है बता दें आपसी रज़ामंदी से तलाक लेने वालों में अर्जुन रामपाल, ऋतिक रोशन, आमिर खान भी शामिल हैं! इनकी जोड़ी की मिसाल बालीवुड में दी जाती थी, लेकिन बाद में ये अपने लाइफ पार्टनर से अलग हो गए! फिर भी उनके बीच दोस्ती का रिश्ता बरकरार है |


भारतीय जासूस को गिरफ्तार करने का दावा

इस्‍लामाबाद ! कुलभूषण जाधव के मामले में विश्‍व के सामने बेनकाब हो चुके पाकिस्‍तान ने फिर एक नापाक हरकत की है। पाकिस्‍तान की ओर से दावा किया गया है कि उन्‍होंने एक भारतीय जासूस को गिरफ्तार किया है। यह भी दावा किया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए शख्‍स ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है। पाकिस्‍तान की सुरक्षा एजेंसी ने इस कथित भारतीय जासूस को पाक के पंजाब प्रांत से गिरफ्तार किया है। हालांकि, भारत की ओर से इस बारे में अभी तक कोई आधिकारित बयान जारी नहीं किया गया है।पाकिस्‍तान की स्‍थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक, इस कथित जासूस ने पुलिस पूछताछ में यह कबूल कर लिया है कि वह भारत का रहने वाला है और पाकिस्‍तान के पंजाब प्रांत में जासूसी के लिए उसे भेजा गया था। हालांकि, अभी तक इस शख्‍स को कोई फोटो या इसके बारे में कोई भी आधिकारिक जानकारी पाकिस्‍तान सरकार के अधिकारियों द्वारा जारी नहीं की गई है।खबरों के अनुसार, पकड़े गए कथित भारतीय जासूस की पहचान राजू लक्ष्‍मण के रूप में की गई है। राजू को बुधवार को लाहौर से 400 किमी दूर डेरा गाजी खान जिले के राखी गज इलाके से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि घटना के समय राजू लक्ष्‍मण बलूचिस्‍तान से डेरा गाजी खान जिले में दाखिल रहा था। बताया जा रहा है कि राजू को किसी अज्ञात स्‍थान पर ले जाया गया है जहां पाकिस्‍तानी एजेंसियां उनसे पूछताछ कर रही हैं।


गौरतलब है कि लंबे समय से भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव पाकिस्‍तानी हिरासत में हैं। इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने अपने फैसले में पाकिस्तान को भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को सुनाई गई फांसी की सजा पर फिर से विचार करने को कहा है। साथ की कोर्ट ने जाधव को कांउसलर एक्सेस देने का निर्देश भी पाकिस्‍तान को दिया है। कुलभूषण का मामला पाकिस्‍तान में फिर से चलाने की प्रक्रिया शुरू भी नहीं हुई है, उससे पहले ही एक और भारतीय जासूस को गिरफ्तार करने का दावा सीमा पार से किया जा रहा हैं!


हरेली उत्सव की धूम, थिरके सीएम भूपेश

हरेली उत्सव की धूम, जब गेड़ी पर चढ़कर थिरके CM भूपेश


रायपुर ! छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार पहली बार हरेली त्योहार को एक उत्सव के रूप में मना रही है। इस अवसर पर खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सीएम निवास पर गेड़ी पर चढ़े और किसानों की तरह खुमरी पहनकर थिरके। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ विधायक सत्यनारायण शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। इसके बाद मुख्यमंत्री बिलासपुर के तखतपुर विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। शाम को अपनी विधानसभा पाटन में हरेली त्यौहार मनाएंगे।
गौरतलब है कि इस उत्सव के लिए सभी मंत्रियों और प्राधिकरणों के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। सरकार के संस्कृति विभाग और कांग्रेस संस्कृति प्रकोष्ठ ने हरेली त्यौहार के लिए तैयारी पूरी कर ली है। पहली बार भव्य रूप से मनाए जाने के कारण ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली पर छुट्टी की घोषणा की है।बस्तर में बहुत सी पुरानी परंपराएं अब समय के साथ विलुप्त होती जा रही है। गेड़ी परंपरा भी अब बस्तर से विलुप्ति की कगार पर है। आज भी बस्तर के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में गेड़ी चढ़ने की पुरानी परंपरा देखने को मिलती है। यहां बस्तर में गेड़ी को गोड़ोंदी कहते है। हरियाली त्योहार मनाने के बाद गेड़ी चढ़ने की परंपरा निवर्हन की जाती है।


गेड़ी बनाने के लिए 7 फीट की दो लकड़ियों में 3 फीट की उंचाई पर पैर रखने के लिए लकड़ी का गुटका लगाते है। काफी संतुलन एवं अभ्यास के बाद गेड़ी पर चढ़कर बच्चे गांव भर में घूमते है। कई बच्चे एक दूसरे गेड़ी के डंडे टकराकर करतब भी दिखाते है। इसे गोडोंदी लड़ाई कहते है।बस्तर के कुछ क्षेत्रों में गेड़ी से जुड़ी कुछ मान्यताएं भी जुड़ी है। हरियाली से नवाखानी भाद्रपक्ष की नवमीं तक गांव में गोडोंदी को रखते है। नवाखानी के दूसरे दिन प्रातः से गोडोंदी बनाए हुए सभी बच्चे गांव घर मे घूमकर चावल दाल दान मांगकर एकत्रित करते है। सभी घरों से मिले दान को गोडोंदी देवता के सामने रखकर गोडोंदी देवता की विधि विधान से पूजा अर्चना करते है।


टाटा सफारी और ट्रक की भिड़ंत,एक मौत

खड़ी ट्रक और टाटा सफारी में भिड़ंत, महिला की मौत


दन्तेवाड़ा ! जगदलपुर के बास्तानार के किसकेपारा के पास मुख्यमार्ग में खड़ी ट्रक और टाटा सफारी में गुरुवार तड़के 5.30 बजे जबरदस्त भिड़त हो गई है। घटना में एक महिला की मौत हो गई है। टक्कर इतनी भयानक थी कि टाटा सफारी का अगला हिस्सा बुरी तरह छतिग्रस्त हो गया है। घटना में 1 महिला की मौत की खबर आ रही है। वही टाटा सफारी का चालक घायल हो गया है। टाटा सफारी CG04, LD2355 दंतेवाड़ा की बताई जा रही है।


आधार से लिंक नहीं,बंद हो जाएंगे पैन

आधार से लिंक नही कराया तो बन्द हो जाएंगे ये 20 करोड़ PAN कार्ड


नई दिल्ली ! यह खबर उन लोगों के लिए है जो PAN कार्ड को महज आईडी प्रूफ के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं और इसे आधार से लिंक कर इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भर रहे हैं। ऐसे PAN कार्ड को इनकम टैक्स विभाग जल्द डिएक्टिवेट करने जा रहा है। इसलिए सभी पेन कार्ड को 30 सितंबर की डेडलाइन से पहले आधार से लिंक करना जरूरी है। पढ़िए इससे जुड़ी जरूरी बातें - खबर है कि 30 सितंबर के बाद इन्कम टैक्स विभाग ऐसे PAN कार्ड के खिलाफ व्यापक अभियान चलाएगा और उन्हें डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा। इनकम टैक्स एक्ट की धारा 139 AA के तहत विभाग को ऐसा करने का अधिकार है।एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कुल 44 करोड़ PAN कार्ड हैं, जिनमें से 20 करोड़ अब तक आधार से लिंक नहीं हुए हैं। यानी इन 20 करोड़ PAN कार्ड पर डिक्टिवेशन की तलवार लटक रही है। बता दें, देश में आधारकार्ड धारकों की संख्या 1.2 बिलियन मार्क है। सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक, इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख 31 अगस्त है और जिन लोगों को PAN आधार से लिंक नहीं है, वे रिटर्न फाइल नहीं कर पाएगे!


भ्रष्टाचार के कारण नगर की जनता त्रस्‍त

नगर पालिका परिषद मिर्जापुर! व्याप्त भ्रष्टाचार 


मिर्जापुर ! भाजपा शासित नगरपालिका परिसर मिर्जापुर में व्याप्त भ्रष्टाचार से नगर की जनता त्रस्त है! नगरपालिका का प्रकाश विभाग सफाई विभाग निर्माण विभाग कर वसूली विभाग! फिल्म शोले  के ठाकुर साहब और उनके लिए काम करने वाले जय और वीरू की वह भूमिका याद आ रही है जो ठाकुर के लिए हर काम करने के लिए तैयार रहते थे! इसी तरह से विंध्याचल से लेकर नगर के सभी वार्डों में  दो सभासद भ्रष्टाचार की हर जिम्मेदारी निभा रहे! यह भ्रष्टाचार किस की सरपरस्ती में हो रहा है मिर्जापुर के राजनीतिक दल के लोग और सामाजिक संगठन के लोग क्यों खामोश है! केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है और भाजपा शासित नगरपालिका मिर्जापुर है? सावन मेला चल रहा है गली और घाटों पर विंध्याचल धार्मिक नगरी में अंधकार पसरा है चारो तरफ गंदगी बिखरी है! लेकिन तरस आता है उन अंध भक्तों मतदाताओं पर जिन्होंने भ्रष्टाचारियों को सत्ता के गलियारे तक पहुंचा दिया है! और खामियाजा पूरा नगर भुगत रहा है! कभी हिंदुओं के धार्मिक जुलूस पर सुनियोजित हमला कराने वाले लोग ठाकुर के खास बन बैठे हैं भावनाओं को भड़का के ऐसे भ्रष्ट लोगों को नगर की सम्मानित कुर्सी पर बैठा कर उस राजनीतिक दल की छल कपट जैसी नीति को अब जनता समझ रही है! जय और वीरू रूपी सभासद नीलामी तक रुकवा कर राजस्व को हानि पहुंचाने वाली नीति अपनाकर वसूली कर रहे हैं! जिलाधिकारी मिर्जापुर के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली टीम अब सुकून से लूट रही है नगर की जनता को!


एसएसपी इटावा को न्यायालय की चेतावनी

एसएसपी इटावा को गवाह हाजिर न करने पर चेतावनी


इटावा ! अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक द्वितीय महेश चंद्र वर्मा की अदालत ने 16 साल पुराने एक मामले में अभियोजन साक्षी हेड कांस्टेबल (हेड पेशी एसपी) के गवाही पर उपस्थित न होने पर नाराजगी जाहिर की। इस पर उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा के विरुद्ध आपराधिक अवमानना की कार्रवाई, उच्च न्यायालय को संदर्भित करने की चेतावनी दी है।
इस न्यायालय में वर्ष 2003 का एक पुराना मुकदमा राज्य बनाम सुभाष चंद्र चल रहा है। जिसमें अभियोजन की ओर से तत्कालीन हेड कांस्टेबल व वर्तमान समय में एसपी इटावा के हेड पेशी लक्ष्मी शंकर अवस्थी को साक्ष्य के लिए न आने पर मामला निस्तारित नहीं हो पा रहा है। इसके पूर्व कोर्ट की ओर से एसएसपी इटावा को कई बार लिखा जा चुका है। बुधवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान गवाह लक्ष्मी शंकर अवस्थी के न आने पर कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त की तथा न्यायालय ने माना कि एसएसपी इटावा उक्त गवाह को उपस्थित होने के लिए अनुमति नहीं दे रहे हैं! जिससे कोर्ट की कार्रवाई बाधित हो रही है। एडीजे ने बुधवार को एक आदेश जारी कर एसएसपी इटावा को चेतावनी दी कि इस लापरवाही पर उनके विरुद्ध आपराधिक अवमानना की कार्रवाई के लिए मामला उच्च न्यायालय को संदर्भित किया जा सकता है। उन्होंने गवाह हेड कांस्टेबल लक्ष्मी शंकर अवस्थी को सात अगस्त को उपस्थित करने के निर्देश दिए है।


दुष्कर्म के आरोप से आहत ने खाया जहर

दुष्कर्म का आरोप लगने से आहत बुजुर्ग ने खाया जहर


शरत यादव
औरैया,दिबियापुर ! दुष्कर्म का आरोप लगने से आहत बुजुर्ग ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। मंगलवार देर शाम पुलिस जब उसे पकड़ने के लिए घर पहुंची तो वह कमरे में बेहोशी की हालत में मिले। पुलिस ने वृद्ध को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि एक दबंग के इशारे पर कार्रवाई की गई। पुलिस ने न रिपोर्ट दर्ज की और न ही पीड़िता का मेडिकल कराया। बावजूद इसके घर में दबिश दे दी।
गांव मानधवन निवासी 60 वर्षीय राजेश पांडेय के खिलाफ एक दबंग ने अपनी नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म की तहरीर दी थी। मंगलवार को देर शाम जब पुलिस दबिश देने घर गई तो बुजुर्ग बेहोशी की हालत में कमरे में मिले। जहर खाने की बात बताने पर पुलिस आनन-फानन उन्हें सीएचसी सहार ले गई, जहां से सैफई रेफर कर दिया गया। पुत्र भूरे व संदीप ने बताया कि कुछ दिन पूर्व गांव के एक दबंग ने शराब लाने के लिए कहा तो पिता ने मना कर दिया। इसके बाद दबंग ने साथियों के साथ मिलकर पिता की पिटाई की थी। पुलिस से शिकायत करने पर दुष्कर्म की फर्जी तहरीर दे दी। थाना प्रभारी निरीक्षक सोमेंद्र सिंह का कहना है कि बुजुर्ग के खिलाफ दुष्कर्म की तहरीर मिली थी। पुलिस पूछताछ करने के लिए आरोपित के घर गई थी।


घर पर लगा ताला, घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश: मानधवन में हुई घटना को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दबंगों के कारण कोई खुल कर विरोध नहीं कर पाता। बुजुर्ग का परिवार मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करता है। घटना के बाद घर पर ताला लटक गया है। बेटे व रिश्तेदार भी सैफई चले गए हैं। मानधवन निवासी राजेश पांडेय के जहर खाने के बाद गांव वालों में आक्रोश है। कुछ ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया जिसने बुजुर्ग के खिलाफ तहरीर दी है। यह एक शिक्षक के खिलाफ भी इसी तरह से दुष्कर्म की तहरीर दे चुके हैं। बाद में लेनदेन कर मामला रफा दफा हो गया था। राजेश पांडेय की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी थी। वह अपने तीन बेटों के साथ मजदूरी करके जीवन यापन करता है। दबंगो का कोई विरोध नहीं कर पाता। बुजुर्ग के बेटे भूरे ने बताया कि उनके पिता कि कोई गलती ही नही है।


बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान पूर्ण

लखीमपुर खीरी ! गोला गोकर्ण नाथ में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ के आदेश के अनुपालन में गोला गोकर्ण नाथ मे बालिका सुरक्षा जागरूकता के लिये अभियान चलाया गया! इस अभियान के तहत सभी विद्यालयों में सुरक्षा संबंधित जानकारी देने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी गोला व प्रभारी निरीक्षक गोला तथा सब इंस्पेक्टर शंखधर व पुलिस टीम द्वारा जाकर विद्यालयों में छात्राओं को आत्म सुरक्षित करने के उपाय बताते हुए कहा जब कभी इस प्रकार की समस्या आप लोगों के सामने आ जाए तो सर्वप्रथम आपको तेजी के साथ आवाज लगाना है! कोई न कोई राहगीर आप लोगों को बचाने के लिए आ सकता है! परंतु किन्ही कारणों से कोई न आ पाए तो आप लोग आत्म सुरक्षा के लिए बल व बालों में लगाने वाली चिमटी तथा पिन का भी इस्तेमाल कर सकती हो! परंतु आप लोगों को अगर आभास हो रहा है कि यह व्यक्ति हमारे ऊपर हमला करने वाला है! तो आप लोग सर्वप्रथम 1090 हेल्पलाइन का भी इस्तेमाल कर सकती हो! इसमें आप लोगों की पहचान तथा मोबाइल नंबर गोपनीय रखा जाएगा! उत्तर प्रदेश शासन द्वारा यह अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया गया प्रत्येक दिन यह अभियान लगातार चलाया जा रहा था! सिर्फ रविवार को छोड़कर बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान के समापन दिवस 31जुलाई को सभी थाना क्षेत्र संबंधित विद्यालयों में जागरूकता रैली निकाली गयी तथा पहले से उन विद्यालयों के प्रधानाचार्य से मिलकर इस अभियान के संबंधित जानकारी देकर रैली निकालकर समाज में महिला व लड़कियों के लिए अराजकता फैलाने बालों के लिए सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गयी! इस अभियान में महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित करने हेतु योगी सरकार ने यह निर्णय लेकर समाज में अराजकता फैलाने वालों तथा समाज को दूषित करने वालों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का ऐलान किया है!


अभिलेखों में हेराफेरी कर कब्‍जाई जमीन

अभिलेखों में हेर फेर कर सरकारी जमीनों को खरीदने वाली कम्पनी ने उस पर लिया करोड़ो का लोन, बियॉन्ड कम्पनी के एम डी प्रभाकर गुप्ता विदेश भागने की फिराक में  


एस जे नियाजी


कानपुर ! प्रदेस सरकार द्वारा चलाये जा रहे भूमाफियाओं में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे को लेकर प्रसासन अपनी मुस्तैदी दिखा रहा है ! लेकिन उसके बावजूद भी बड़े माफियाओ के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की जा रही है! बता दे कि बिधनू ब्लाक के कई गांवो रमईपुर व आसपास की सरकारी करोड़ो की जमीनों को बियॉन्ड कम्पनी व भूमाफियाओं ने सरकारी अभिलेखों में हेरा फेरी कर कौड़ियो के भाव अपने नाम करा ली है! जिस पर गांव वासियो ने सभी प्रसासनिक अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की है! ग्राम वासियो के अनुसार बियॉन्ड कम्पनी ने उक्त जमीनों को खरीद कर उस पर करोड़ो रुपये का लोन भी करा रखा है! बियॉन्ड कम्पनी के प्रभाकर गुप्ता करोड़ो रूपये लोन लेकर भागने की फिराक में है! यही वजह की ग्राहक को किस्तो पर जमीन देने के नाम पर रुपये लेने वाली बियॉन्ड रिसर्ज एण्ड डेवलपमेंट लिमिटेड ने ना तो रजिस्ट्री की अपने ग्राहकों की और ना ही अब वह पैसा ही वापस कर रही है! जिस्से ग्राहकों को उसके भागने का प्रबल शक हो गया !अब तो उस कम्पनी ने अपने एजेंटो  का भी पैसा मारना शुरू कर दिया है इसकी शिकायत एक संस्था ने डीएम,कमिशनर,मुख्यमंत्री व आरबीआई के गवर्नर से करने की बात कही है! संस्था के पूर्व अध्यछ ने कहा कि यह कम्पनी अन्य कंपनियों और नीरव मोदी और विजय माल्या की तरह विदेश भागने की फिराक में है!
उन्होंने यह भी बताया कि तत्कालीन डी, एम,डॉ0 रोशन जैकब ने भी अपनी रिपोर्ट में यह पाया कि सरकारी जमीन पर कब्जा कर दस्ता वेजो में हेर फेर कर उसे खरीदा गया है !जिसका मामला भी काफी तूल पकड़ा था सन 2015 में एसडीएम तहसीलदार कानूनगो की रिपोर्ट ने यह तो साबित कर दिया कि सरकारी जमीनों पर कब्जे तो हुवे है !लेकिन तब से आजतक मामला जस का तस पड़ा हुआ है !नजीर बाद पुलिस सूत्रों की माने तो इस पर कार्यवाही की गई थी लेकिन कुछ प्रशाशनिक अधिकायियो के हस्तछेप से मामला दबा दिया गया था !संस्था के पूर्व अध्यछ ने मांग की है! उक्त प्रकरण की जांच कराकर सरकार की मंशा के अनुरूप कार्यवाही की जाये सरकारी जमीन पर कब्जा कर,फर्जी दस्तावेजों से हड़ने वालो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर बैंको से लोन लेने वाली इस फर्म से त्वारित रिकवरी कराई जाए और ग्राहकों व एजेण्टों को उनका पैसा दिलाकर राहत पहुचाई जाए! क्योकि इसमे अरबो रुपये का हेर फेर किया गया! इस कार्य मे लिप्त सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर भी कार्यवाही की जाए!


किसान की दुर्गति (संपादकीय)


तीन वर्गों में विभाजित दैवीय आपदा से जूझता और सरकारी सहायता के बावजूद बेमौत मरते किसान


सम्पादकीय
भोलानाथ मिश्र


भारत जैसे देश में किसान को भगवान कहा जाता है और यहां पर समय समय ऐसी फिल्में भी बनी है जिसमें भगवान को भक्त किसान के घर आकर उसकी चाकरी भी करनी पड़ती है और लक्ष्मी जी को भी विवश होकर अपने पति परमेश्वर के साथ किसान के घर रूप बदलकर रहना पड़ा है। किसान को भगवान इसलिए  कहा जाता है क्योंकि वह जीव जंतु पशु पक्षियों से लेकर हर मनुष्यों तक का पेट भरता है और खुद नंगा भूखा सो जाता है। वह जिस कड़ी मेहनत से अपनी जान हथेली पर लेकर भगवान के सहारे खेती करता है यह जगजाहिर है। आज भले ही सरकार किसानों के खाद बीज दवा पानी और उसके विकास के नाम पर तमाम योजनाएं चलाती हो लेकिन दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज भी देश के विभिन्न कोनों में हमारे किसानों को कर्ज के तले दबकर आत्महत्या करनी पड़ रही है।किसान और उसकी किसानी निम्न, मध्यम एवं उच्च तीन श्रेणी में विभाजित है। निम्न श्रेणी के किसान वह होते हैं जिनके पास एक हेक्टेयर  या उससे कम खेती होती है जिन्हें  खेतिहर किसान मजदूर कहा जाता है। ऐसे किसानों के यहां अगर बाहर से कोई कमाई करने वाला नहीं है तो वह खेती नहीं कर सकता है क्योंकि आजकल के जमाने में खेती करने में भी पर्याप्त धन की आवश्यकता होती है। एक एकड़ से कम जमीन वाले किसानों के पास साल भर खाने तक का अनाज कभी कभी नहीं पैदा हो पाता है।बीमारी आजारी शादी ब्याह जैसे  घर गृहस्थी के कार्य चलाने के लिए अन्ततः एक कर्ज़ ही सहारा होता है और उसे न चाहते हुए भी मजबूरी में  लेना पड़ता है। आज भले ही हमारी सरकार किसानों के लिए तमाम बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करवा रही हो उसके बावजूद आज भी लोगों को प्राइवेट यानी साहूकारों का सहारा लेना पड़ता है कभी- कभी तो घर गृहस्थी चलाने में घर के सारे जेवर और खेती तक गिरवी रख देना या बेच देना पड़ता है। मध्यम वर्ग का किसान वह होता है जिसके पास 2 से ढाई एकड़ भूमि होती है। इनमें वह लोग आते हैं जिनके घर में बाहर से आमदनी का थोड़ा बहुत जरिया होता है। वह बाहरी कमाई को खेती में लगाकर खेती से पैदा होने वाले अनाज से अपना पेट भर लेता हैं और किसी तरह घर गृहस्थी चला लेते हैं। तीसरा उच्च किसान वह होता है जिसके पास दो से 4-5 एकड़ या उससे अधिक भूमि होती है।खेती में सबसे छोटे किसान को जहां अपनी लागत पूंजी बचाना मुश्किल हो जाता है वही मध्यमवर्ग के किसानों  का हानि लाभ बराबर रहता है बशर्ते उसकी फसल देवी प्रकोप एवं अन्य किसी प्रकार से बच जाए। कहने का मतलब है कि खेती से लाभ 2 एकड़  से अधिक भूमि वाले किसानों को ही औसत मिल सकता है और वहीं व्यवसायिक खेती भी कर सकते हैं।यही कारण है कि  छोटे एवं मध्यम वर्ग के किसानों की हालत आज भी दयनीय बनी हुई है क्योंकि खेती की लागत दिनोंदिन बढ़ती जा रही है और दैवी प्रकोप ही नहीं जंगली एवं आवारा पशुओं से बरबादी का खतरा बढ़ता जा रहा है।जलवायु परिवर्तन के चलते करीब-करीब हर साल किसान को बाढ़ तूफान सूखा बीमारी का सामना करना पड़ता है ऐसी हालत में महंगी पूंजी लगाकर  उसे वापस करने में उसे लाले लग जाते हैं। आज छोटे एवं मध्यम वर्ग के जो किसान मजदूर के सहारे खेती करते हैं उन्हें तेजी से बढ़ती मजदूरी के साथ ही साथ महंगी दवाइयों बीजों जुताई खाद पानी का भी सामना करना पड़ रहा है। धान की एक दो बीघा खेती करने के लिए आज की तारीख में कम से डेढ़ से दो हजार रुपए लग जाते हैं इसके बाद खाद दवा पानी के नाम पर भी डेढ़ से दो हजार रुपए लग जाते हैं। इस तरह कुल मिलाकर पांच हजार रुपए के आसपास लग जाते हैं जबकि 3 से 5 कुंटल ज्यादा पैदावार नहीं हो पाती है जबकि साधन संपन्न बड़े किसानों को कम लागत में अच्छी पैदावार मिल जाती है जिससे उनकी हालत सुधर जाती है। छोटे किसानों को लागत अधिक लगानी पड़ती है लेकिन फायदा उन्हें नहीं होता है क्योंकि वह साधन के अभाव में न तो समय पर जुताई बुवाई करा पाते हैं और न ही निकाई  दवाई बीज सिंचाई ही कर पाते हैं। समय पर जुताई बुआई सिंचाई निकाई दवाई खाद पानी उपलब्ध न हो पाने के कारण उसकी हालत पतली रहती है। हमारी सरकार द्वारा किसानों की आमदनी दूनी करने का बीड़ा उठाया गया है साथ ही किसान सम्मान योजना की शुरुआत भी की गई है जिसका लाभ चुनाव के पहले ही तमाम भाग्यशाली किसानों को बिना किसी दौड़भाग के एक नहीं दो दो किस्त के रूप में मिल चुका है लेकिन जो किसान प्रधानमंत्री की सम्मान योजना से वंचित रह गए हैं अब उन्हें अपना पंजीकरण कराने के लिए इधर उधर नामित अधिकारियों कर्मचारियों के पास दौड़ना पड़ा रहा है। किसान को देश की रीढ़ माना जाता है इसलिए छोटे किसानों के वजूद को बचाए रखना राष्ट्रहित में जरूरी है क्योंकि उसी बेवश बेचारे  किसान के त्याग बलिदान के बल पर देश हरा भरा सोन चिर्रैया जैसा बना हुआ है और जय जवान जय किसान कहा जाता है।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...