सोमवार, 29 जुलाई 2019

भाकिसं लड़ेगा अधिकार की लड़ाई

मेरठ ! भारत एक कृषि प्रधान देश है किसान कृषि एवं कृषि पर आधारित उद्योग अपने देश की अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है।बावजूद इसके भारत में किसान स्वयं को असहाय महसूस कर रहे हैं और अन्नदाता से बेचारा बन गया। स्वाधीनता के बाद आधुनिक विज्ञान के नाम पर कृषि ने नई-नई तकनीकों व पद्धतियों  से आज पर्यावरण परिस्थिति व जन स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट उत्पन्न हो गए हैं।कृषि में जैविक आदानों के स्थान पर रसायनों सेउपयोग व्यापक स्तर पर भूमि बंजर हो गई और प्रकृति में स्वसंचालित जैविक उर्वरता संवर्धन व किट नियंत्रण में सहयोगी कीट व सूक्ष्मजीव कम होते चले गए हैं। कृषि उपज के लिए मुख्यतः मिट्टी,बीज,पानी और सूर्य रोशनी की आवश्यकता होती है। सारे के सारे प्राकृतिक संसाधन है और इन सभी का उपयोग करते हुए किसान मनुष्य एवं जीवो का उपकार करता रहता है। आधुनिक खेती का हरित क्रांति (1970 के दशक) के पहले किसान ने बीज का विकास उत्पादन,वितरण,भंडारण और क्रय-विक्रय करते थे लेकिन आधुनिक खेती के नाम पर यह अधिकार किसानों से षड्यंत्र के तहत सरकारी संस्थाएं विश्वविद्यालय और अनेक राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने हाथों में ले लिया।हाइब्रिड बीजों से अधिक पैदावार का भकावा देकर किसानों के साथ बीज की कीमत में अनियंत्रित बढ़ोतरी व शोषण एक सोची-समझी मानसिकता के साथ करते रहे हैं।जिसके कारण खेती घाटे का सौदा बन गई। अस्थिरता के साथ किसान खेती छोड़ने या अति गरीबी वाली जिंदगी जीने को मजबूर हुआ।


किसानों के पास सभी संस्थानों के अभाव के बाद भी,सभीनकारात्मक स्थिति के बाद भी,इतनी विशाल जनसंख्या को खाना खिलाना,मानव जीवन में उपयोग आने वाले उत्पादकों का उत्पादन करना ही अपना दायित्व समझा। यहां तक कि लागत मूल्य न मिलने के बाद भी देश को आवश्यकता से अधिक उत्पादन करता रहा। इन सब के बावजूद बीज कंपनियों ने और अधिक पैदावार के नाम पर जीएम बीजों को विकसित किया,जीएम बीजों को बनाने में जंतु के वांछित गुण का डी.एन.ए को अप्राकृतिक तरीके से प्रत्यारोपित किया गया,जैसे टमाटर को पाले से बचाने के टमाटर के बीज में बर्फीले समुद्र में पाई जाने वाली मछली में विद्दमान,उसे बर्फ की ठंडक से बचाने वाली उस जीन या वंशाणु को अनेक रसायनिक घटकों के साथ प्रत्यारोपित कर पाला रोधी टमाटर विकसित किया गया। अब हाल ही में ऐसी कीट रोधी खरपतवार नाशक विशेषताओं से युक्त सैकड़ों जीव रूपांतरित फसल प्रजातियां जैसे मक्का सरसों,बैंगन,सोयाबीन,अरंडी,चावल,गेहूं, भिंडी,तोरई आदि अनेक बीज HTBT और GM बीजों को किसानों तक पहुंचाया जा रहा है जो कि किसान व उपभोक्ताओं के लिए अभिशाप बन जाएगा।क्योंकि HTBTऔर GM बीजों के प्रसंस्करण करने पर जिन रसायनिक घटको का प्रयोग किया जाता है और उन पर छिड़काव हेतु उनसे भी अधिक ताकतवर रसायनों का उपयोग होता है।उन बीजों के उत्पादन से उस उत्पाद में भी  वही जीन स्थापित हो जाती है जिनके उपयोग से देश की 85% मानवजाति को कैंसर मुक्त में मिलेगा।आज की वर्तमान स्थिति में हाइब्रिड बीजों व रासायनिक छिड़काव के प्रभाव से दुधारू पशु के दूध भी कैंसर उत्त्पन्न करने वाले जीन विद्धमान है जिस कारण नौनिहालों को भी कैंसर का शिकार होते जा रहे हैं।जैसे नाइट्रोबेंजीन,मोनोक्रोटोफॉस,ग्लाइफोसेटआदि अनेक रसायन द्वारा बीजो को प्रसंस्करण किया जाता है जिनके कारण से कैंसर पैदा होता है जो पूर्णतः प्रतिबंधित है लेकिन कंपनियां मनमानी ढंग से खुलेआम किसानों तक पहुंचाने में सक्षम हो रही है।
अगर हम जानते हैं हमारा देश सुरक्षित है वह सुरक्षित हाथों में है तो ये सारी कंपनियां हमें कैसे चुनौती दे रही हैं? इसलिए भारतीय किसान संघ पूरे देश में भारत सरकार से किसान व मानव जाती के हितों के लिए निम्नलिखित मांगों के लिए एक दिन 9 अगस्त 2019 को समय 10:00 बजे से हर तहसील पर धरना प्रदर्शन करेगी! जिसमें आप सभी से अपेक्षा है कि इस यज्ञ में अपनी आहुति देने की कृपा करें।
1:-इन सारे घटनाक्रम की सही जांच करते हुए दोषियों को दंडित किया जाए।
2:- जिन कम्पनियों ने यह गलत बीज अनाधिकृत रूप से किसानों तक पहुंचाया उसको प्रतिबंधित किया जाए या भारत छोड़ने का निर्देश दिया जाए। क्योंकि ग्लाइफोसेट रसायन कैंसर पैदा करता है, जितने भी तकनीक इसके साथ संलग्न हैं उसे सारी तकनीकों को प्रतिबंधित किया जाए।
3:-कोई भी अगर इस रसायनो को आयात  करते हैं तो उसे आजीवन सजा का कठोर प्रावधान हो।
4:- जो GEAC इस कंपनी की निगरानी हेतु अधिकृत है वह अभी तक चुप क्यों हैं? इसलिए इसको बंद करते हुए नई संस्था का गठन किया जाए।
5:- यदि सरकार चाहती है कि किसानों की आय दोगुना हो तो सरकार को बीज किसानों का अधिकार बिल लाना पड़ेगा, बीज कानून का नाम *बीज किसानों का अधिकार* ऐसा हो।
6:-बीज बनाना,भंडारण करना,वितरण, क्रय-विक्रय किसानों के अधिकार में ही रहे ऐसा कानून का आधार वाक्य हो
7:-देशी बीज का परिष्करण,वृद्धिकरण की जाए।
8:-मौसम के विपरीत परिस्थितियों में सफल होने हेतु इन बीजों का विकास किया जाए।
 9:-हमारे देश में सभी विश्वविद्यालय शोध केंद्र,कृषि विज्ञान केंद्र,आदि को इस दिशा में कार्य करने की क्षमता विकसित की जाए।
10:-इन संस्थानों के माध्यम से किसानों को सीधे विकसित फाउंडेशन सीड को  उपलब्ध कराया जाए।
11:-बीज बनाने की प्रक्रिया का प्रशिक्षण किसानों को दिया जाए।
12:-घोषित बीजों का एम.आर.पी निश्चित किया जाए और उनकी गुणवत्ता के साथ किसानों को उपलब्ध कराया जाए।
13:-अधिकृत घोषित बीजों के बाहर कम्पनियां कोई बीज न बेंचे।
अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय पर आँखें मूंद लेना सरकार एवं किसानों व समस्त मानव समाज के लिये एक बहुत बड़े खतरे को नजरअंदाज करने के ओर इंगित करेगा जो बिल्कुल स्वीकार्य नही है।अतः सभी भाइयो से पुनः निवेदन करते है कि अपने हक के लिये सरकार को अपनी ताकत दिखाने के लिये तहसील केंद्र 9 अगस्त 2019 समय 10 बजे अवश्य पहुचने का आग्रह करते हैं।


तेज रफ्तार हाईवा ने दो युवकों को कुचला

 बिलासपुर ! रतनपुर-बिलासपुर मुख्य मार्ग पर अभी-अभी भीषण सड़क हादसा हो गया। हादसे में दो युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि युवकों की लाशों के लौथड़े सड़क पर बिखर गए। यहां से निकलने वाले लोगों ने अपनी आंखे बंद कर लीं। बताया गया कि रतनपुर केंदा मार्ग में स्थित ग्राम पंचायत मझवानी में तेज रफ्तार हाइवा ने दो बाइक सवार युवकों को कुचला। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई है।दोनों बाइक सवार युवक बेलगहना चौकी अंतर्गत पडरापथरा निवासी है। क्षेत्र में सड़क पर लगातार हो रही वारदातों से ग्रामीणों में आक्रोश है।


डिस्कवरी चैनल पर दिखेंगे प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्‍ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चित शो 'Man Vs Wild' में नजर आएंगे! यह शो डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित किया जाएगा! शो में पीएम मोदी के साथ चर्चित होस्ट बेयर ग्रेल्स भी मौजूद रहेंगें! बेयर ग्रिल्स ने ट्विटर पर एक विडियो ट्वीट कर बताया कि 12 अगस्त को रात 9 बजे डिस्कबरी चैनल एक शो प्रसारित किया जाएगा! इस शो में पीएम मोदी पशु संरक्षण और पर्यावरण परिवर्तन को लेकर जागरूकता पर बात करेंगे! यह शो एक साथ 180 देशों में देखा जाएगा!


ट्विटर पर बेयर ग्रिल्स ने लिखा, ”180 देशों के लोगों को पीएम नरेंद्र मोदी का दूसरा पक्ष देखने को मिलेगा! उन्होंने पशु संरक्षण और पर्यावरण परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भारतीय जंगलों में जाकर जोखिम का काम किया है.”इस वीडियो में पीएम मोदी अलग अंदाज में नजर आ रहा है! शो के होस्ट के साथ वह हंसते हुए चर्चा करते नजर आ रहे हैं! पीएम शो ग्रिल्स के साथ छोटी नाव में नदी पार करते, जंगल की चढ़ाई करते दिख रहे हैं!


फर्जी वेतन निर्धारण आदेश:पूर्वोत्तर रेलवे

जबकि भंगेड़ी लेखाधिकारी ने ही दिया था फर्जी वेतन निर्धारण का आदेश


DPC तैयार, मेजर पेनाल्टी के बजाय दी जा रही पदोन्नति


पूर्वोत्तर रेलवे ! कार्यरत सहायक लेखाधिकारी को बचाने के लिए नीचे के कर्मचारियों  को बली का बकरा बनाए जाने का मामला "रेल समाचार" में प्रकाशित हुआ था। "रेल समाचार" ने लेखा विभाग में फर्जी वेतन निर्धारण  का पर्दाफाश किया था। लगातार ऐसे कारनामों को अंजाम देने वाले इस सहायक लेखाधिकारी के सिर पर विभाग प्रमुख (PFANER) का वरदहस्त होने के कारण उसके विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी।यह मामला महाप्रबंधक के  संज्ञान में आने का बाद उनके कठोर निर्देशों के बाद इस भांगेडी लेखाधिकारी का स्थानांतरण  लेखाधिकारी/प्रशासन के पद से किया गया था।इसके तत्काल बाद सतर्कता संगठन द्वारा सभी संबंधित फाइलें जप्त कर इस मामले की जांच की जा रही थी और समझा जा रहा था कि इस लेखाधिकारी को अवश्य ही मेजर पेनाल्टी दी जाएगी। परंतु लोगों को घोर आश्चर्य तब हुआ जब इस मामले में मात्र एक तृतीय श्रेणी के पर्यवेक्षक, जो 31जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहा है, को मेजर पेनाल्टी चार्जशीट जारी कर दी गई। अब पता चला है कि इस लेखाधिकारी को पदोन्नति देने की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है, DPC हो चुकी है, PFA का प्रयास यह है कि चार्जशीट जारी होने से पहले उसे पदोन्नति दे दी जाए।


उल्लेखनीय है कि यह भांगेडी लेखाधिकारी पूर्व में सतर्कता विभाग में काम कर चुका है, इसलिए सतर्कता विभाग द्वारा भी इसके प्रमाणित कदाचार को या तो नजरअंदाज किया जा रहा है, या फिर जानबूझकर निष्कर्ष में इसलिए देरी की जा रही है कि जिससे उसकी पदोन्नति हो जाए।"रेल समाचार" को अपने सूत्रों से कुछ अभिलेख प्राप्त हुए हैं, जिनके अवलोकन से यह भंगेड़ी लेखाधिकारी पूरी तरह से दोषी दिखाई देता है।"संलग्न नोटिंग" जिससे जाहिर है कि इसी के आधार पर गलत वेतन निर्धारण की प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी, यह इसी लेखाधिकारी के हस्ताक्षर से अनुमोदित की गई थी। पुनः "संलग्न वेतन निर्धारण" के लिए जारी ज्ञापन, जिसके आधार पर वेतन निर्धारण  का प्राधिकार जारी किया गया था, वह भी इसी लेखाधिकारी के हस्ताक्षर से जारी हुआ है।


इसी ज्ञापन में दिए गए निर्देशों के आधार पर किए गए वेतन निर्धारण को वेट करने वाले नीचे के लेखा पर्यवेक्षक को मेजर पेनाल्टी जारी हुई है।कर्मचारियों का कहना है कि नीचे का कोई लेखा कर्मचारी एवं पर्यवेक्षक अपने अधिकारी के आदेशों की अवहेलना करने का साहस नहीं कर सकता है। उनका कहना है कि जब नीचे के कर्मचारियों के विरूद्ध ऐक्शन हो सकता है, तो इस कदाचार का मूल आधार और इसका आदेश जारी करने वाले अधिकारी को प्रशासन क्यों बचा रहा है? यह समझ के परे है। इससे कर्मचारियों में घोर आक्रोश व्याप्त है। महाप्रबंधक को चाहिए कि वह अपने PFA और PCCM जैसे विभाग प्रमुखों के कदाचारों को अविलंब संज्ञान में लेकर उचित कदम उठाएं।


उमेश शर्मा


जम्मू-कश्मीर,पश्चिम-बंगाल में भूकंप के झटके

जम्मू-कश्मीर और पश्चिम बंगाल में बीती रात भूकंप के झटके


नई दिल्ली ! जम्मू कश्मीर और पश्चिम बंगाल में बीती रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। यह भूकंप के झटके रात तकरीबन 12.54 बजे जम्मू कश्मीर में महसूस किए गए, ये झटके कुछ देर तक के लिए महसूस किए गए।


वहीं पश्चिम बंगाल में भूकंप के झटके रात 2.55 बजे महसूस किए गए। भूकंप के झटके के बाद लोग अपने घर से बाहर आ गए।जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 दर्ज की गई। वहीं पश्चिम बंगाल में इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 दर्ज की गई है।भूकंप का केंद्र पुरुलिया था। बता दें कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश में भी बुधवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यह भूकंप के झटके हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में महसूस किए गए थे। मौसम विभाग के अनुसार भूकंप देर रात 12.47 बजे महसूस किए गए।


उत्तराखंड में बारिश की संभावना:येलोअलर्ट

मुंबई में भारी बारिश की आशंका, उत्तराखंड में जारी हुआ येलो अलर्ट


नई दिल्ली ! मायानगरी मुंबई में आसमान से एक बार फिर से आफत बरस रही है तो वहीं उत्तराखंड के आसमान से आज पानी प्रलय बनकर गिर सकता है, भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक आज महाराष्ट्र के रायगढ़ ,मुम्बई और उपनगरीय जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की आशंका है, मौसम विभाग ने बताया कि पूरे महाराष्ट्र में सोमवार को व्यापक स्तर पर वर्षा हो सकती है इसलिए लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। तो वहीं उत्तराखंड में भी आज भारी का अनुमान है, भारी बारिश के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, अल्मोढ़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।


जबकि उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी ओडिशा, पूर्वोत्तर राज्यों और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटीय भागों में हल्की से मध्यम बारिश और झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और दक्षिणी गुजरात के कुछ स्थानों में हल्की बारिश हो सकती है।मॉनसून ट्रफ रेखा इस समय दक्षिणी बिहार से होते भी हुए गुजर रही है। जो कि उत्तरी दिशा की ओर बढ़ जाएगी, जिसके चलते अगले 24 घंटों में पूर्वी उत्तर प्रदेश और इससे सटे बिहार के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने की संभवना है, जिससे इन इलाकों में भारी बारिश के आसार है।


भारतीय मौसम विभाग ने 29 जुलाई तक देश के कई शहरों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने कहा कि लक्षद्वीप, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, पूर्वी महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश हो सकती है।


मध्यप्रदेश में नया मिशन शुरू:कैलाश

कैलाश विजयवर्गीय का खुला ऐलान, मध्य प्रदेश में भाजपा शुरू करेगी 'नया मिशन'


भोपाल ! कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के सियासी दांवपेच के बाद कांग्रेस-जेडीएस को अपनी सत्ता से हाथ धोना पड़ा। लेकिन भाजपा कर्नाटक के बाद अब मध्य प्रदेश में इस मिशन को लेकर आगे जाने की योजना बना रही है।


पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि कर्नाटक में कैबिनेट गठन के बाद नया मिशन लॉन्च किया जाएगा। दरअसल कैलाश विजयवर्गीय से मध्य प्रदेश के सियासी हालात को लेकर जब पूछा गया तो उन्होंने यह जवाब दिया, जिसके बाद साफ है कि कर्नाटक के बाद भाजपा का अगला लक्ष्य मध्य प्रदेश है।मध्य प्रदेश को लेकर जब कैलाश विजयवर्गीय से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कैबिनेट के गठन के बाद नए मिशन की शुरुआत की जाएगी, हम नहीं चाहते हैं कि मध्य प्रदेश की सरकार गिर जाए, लेकिन खुद कांग्रेस विधायकों को अपनी सरकार को लेकर अनिश्चितता है। मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता का कहना है कि सूबे में कांग्रेस के विधायकों को ही अपनी सरकार पर भरोसा नहीं है। बता दें कि आज कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार का फ्लोर टेस्ट है।


कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को अपनी सरकार पर भरोसा नहीं है। उन्हें भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व पसंद है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में अगर सरकार गिरती है तो इसकी वजह खुद कांग्रेस के कर्म होंगे।


कर्नाटक के बाद महाराष्ट्र में सियासी उठापटक

महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी को लग सकता है बड़ा झटका, भाजपा के संपर्क में हैं 50 विधायक


मुंबई ! हाल ही में कर्नाटक में काफी सियासी उठापटक देखने को मिली थी। जिसके बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई और भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में नई सरकार का गठन किया है। कर्नाटक के बाद महाराष्ट्र में भाजपा नेता और सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने बड़ा दावा किया है।


गिरीश महाजन का दावा है कि कांग्रेस और एनसीपी के कम से कम 50 विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं, इसी के चलते यहां भी सियासी उठापटक का दौर शुरू हो गया है।


गिरीश महाजन का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब एनसीपी के कई नेता पहले ही पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। वहीं भाजपा नेता के दावे से तकरीबन एक महीने पहले एनसीपी की वरिष्ठ नेता चित्रा वाघ ने कहा था कि वह भाजपा में शामिल होना चाहती हैं और क्योंकि एनसीपी का अब कोई भविष्य नहीं है। चित्रा ने कहा था कि तमाम विधायक अनुरोध कर रहे हैं कि वह विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। कांग्रेस लड़खड़ा रही है और अगगले कुछ हफ्तों में एनसीपी भी कमजोर हो जाएगी।वहीं इन तमाम कयासों के बीज शरद पवार ने हाल ही में कहा था कि भाजपा एनसीपी-कांग्रेस को हराने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग क र रही है। लेकिन महाजन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। बता दें कि रविवार को शरद पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से 240 सीटों पर हमारे बीच आम सहमति बन गई है।


रेप पीड़िता एक्सीडेंट: सीबीआई जांच

उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट: सीबीआई जांच के लिए सरकार तैयार


लखनऊ ! उन्नाव गैंगरेप पीड़िता का वाहन जिस तरह से रविवार को हादसे का शिकार हुआ उसके बाद लगातार यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है। इस हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है और पीड़िता का वकील हादसे में घायल हो गया है।इस हादसे के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए इस हादसे के पीछे हत्या की साजिश करार दिया है। वहीं इस पूरे मामले में यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने बयान देकर मामले पर सफाई दी है।


डीजीपी ने कहा कि हम निष्पक्ष और निशुल्क जांच करेंगे। प्राथमिक जांच से पता चला है कि ओवरस्पीड ट्रक की वजह से यह एक ऐक्सीडेंट हुआ था। ट्रक ड्राइवर और मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। अगर परिवार सीबीआई जांच की मांग करता है तो हम यह केस सीबीआई को सौंप देंगे। डीजीपी ने कहा कि 'सुरक्षा में कोई लापरवाही नहीं हुई है। गाड़ी में जगह नहीं होने के वजह से सुरक्षाकर्मियों को पीड़िता ने रायबरेली साथ नहीं चलने को कहा था।'वहीं कांग्रेस की विधायक अराधना मिश्रा पीड़िता से मिलने के लिए ट्रामा सेंटर पहुंची थीं। उन्होंने कहा कि मुझे प्रियंका गांधी ने पीड़िता से मिलने के लिए भेजा है। इस घटना की जांच-पड़ताल होनी चाहिए। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।


हिंदू-धर्म को बदनाम करने की साजिश:मोहन

आरएसएस चीफ मोहन भागवत बोले- मॉब लिंचिंग के नाम पर हिंदू धर्म के खिलाफ हो रही साजिश


मथुरा ! राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि गाय और मॉब लिंचिंग के नाम पर हिंदू धर्म को बदनाम किया गया है। उन्होंने कहा यह हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश है। भागवत ने मथुरा में आरएसएस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। भागवत की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब 49 विभिन्न हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें मॉब लिंचिंग को खत्म करने की अपील की गई है और अपराधियों के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई की मांग की।


भागवत ने कहा, 'देशभर में हिंदू धर्म और संस्कृति को बदनाम करने की गहरी साजिश रची जा रही है। कहीं मॉब लिंचिंग के नाम पर सियासत करके समाज में घृणा फैलाने का काम हो रहा है तो कहीं गाय के नाम पर। कुछ राज्यों में एक योजना के तहत धर्म परिवर्तन भी कराया जा रहा है।'टाइम्स नाउ से बात करते हुए एनसीपी नेता माजीद मेमन ने कहा कि कोई भी हिंदू धर्म की आलोचना नहीं कर रहा है, लेकिन कुछ गुंडे, जिनका धार्मिक समूहों के साथ कुछ जुड़ाव हो सकता है। उन्होंने देशभर में हो रहे इस तरह के घृणित अपराधों को समाप्त करने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं करने के लिए सत्ता पक्ष को भी जिम्मेदार ठहराया।


पिछले साल सितंबर में, आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि हिंदुत्व का अर्थ है समावेशिता और मुसलमानों को स्वीकार करना इसका एक हिस्सा है। हिंदू राष्ट्र पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं होगी। अगर हम मुसलमानों को स्वीकार नहीं करते हैं तो यह हिंदुत्व नहीं है। हिंदुत्व भारतीयता और समावेशिता है। भागवत ने बाद में कहा कि हिंदुत्व सभी को एक साथ बांधता है। आरएसएस के हिंदुत्व की दृष्टि में किसी का विरोध करना नहीं है।


चंडीगढ़ के जेडब्‍ल्‍यू होटल में अवैध शराब

राणा ओबराय
चंडीगढ़ के नामी होटल जेडब्ल्यू मैरियट में बिना होलोग्राम के मिली शराब की बोतलें,एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने किया चालान

चंडीगढ़ ! होटल जेडब्ल्यू मैरियट में बिना होलोग्राम के मिली शराब की बोतलें एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने किया चालान बिना अप्रूवल बेची जा रही थी होटल में एक ब्रांड की शराब, चंडीगढ़ एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने होटल जेडब्ल्यू मैरियट में चैकिंग के दौरान करीब शराब की 34 बोतलों पर होलोग्राम न होने पर बड़ी कार्रवाई करते हुए होटल का चालान कर दिया है। बीते दिनों बॉलीवुड एक्टर राहुल बोस को 442 रुपये में दो केले दिए जाने के मामले में एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर मनदीप सिंह बराड़ ने कमेटी बनाई थी। इस पर एक्साइज टीम होटल में पहुंची थी। इस दौरान टीम ने होलोग्राम को लेकर चेकिंग की, पूछताछ में होटल के अफसरों ने इसको लेकर बहाना बनाया था। दो दिनों में डिपार्टमेंट की टीम ने पूरी जांच कर इस पर होटल की गलती मानते हुए चालान कर दिया है। अब इसकी लीगल प्रोसीडिंग के बाद जुर्माना लग सकता है। असिस्टेंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर आरके चौधरी ने बताया कि टीम को चेकिंग के दौरान कई बोतले में होलोग्राम नहीं मिला था। जानकारी पर इसको डिस्ट्रीब्यूटर की गलती बताई गई, लेकिन जब इसकी जांच की गई तो गलती होटल के अफसरों की निकली। इसको लेकर होटल का एक्साइज एक्ट के अनुसार चालान कर दिया है। यहां वह भी शराब की बोतल मिली है जिसका एप्रूवल नहीं लिया गया है।


बगैर अप्रूवल की मिली इस ब्रांड की शराब 


होटल में चेकिंग के दौरान रॉसम रिजर्व की सात बोतलें मिली हैं। अफसर ने बताया कि इस ब्रांड की शराब को शहर में बेचने का अप्रूवल नहीं है और न ही होटल ने इसको बेचने का कोई अप्रूवल डिपार्टमेंट से लिया है। वहीं जिन पर होलोग्राम नहीं मिला है उनमें कई शराब की बोतलें काफी महंगी हैं।


होलोग्राम न मिलने पर बनाया बहाना


होटल जेडब्ल्यू मैरियट में चेकिंग के दौरान शराब की बोतलों में होलोग्राम न मिलने पर टीम ने वहां के अफसरों से पूछताछ की इस पर उन लोगों ने इसका ठीकरा डिस्ट्रीब्यूटर्स पर फोडऩे की कोशिश की। डिपार्टमेंट के अफसर ने बताया कि इन सबको लेकर डिस्ट्रीब्यूटर्स से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि जब भी कोई बोतल या सामान होटल जाता है तो इसकी चेकिंग वहां का स्टाफ करता है। जब पूरी चेकिंग हो जाती है इसके बाद ही बिल पर साइन होते हैं। जांच के बाद पूरी गलती होटल की लगने पर एक्साइज पॉलिसी एक्ट के होलोग्राम के बगैर शराब की बोतल होने पर चालान कर दिया गया है।


कावड़ ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी को मारी गोली

गुरुग्राम में कांवड़ ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी को बदमाशों ने मारी गोली


गुरुग्राम ! दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में एक पुलिसकर्मी को बदमाशों ने गोली मार दी। बताया जा रहा है कि अतुल कटारिया चौक पर तैनात जयवीर को चार बदमाशों ने गोली मारी। ये सभी बदमाश एक इनोवा में सवार होकर आए थे और घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए।


पुलिस के मुताबिक, कांवड़ ड्यूटी में एसपीओ जयवीर सिंह की तैनाती अतुल कटारिया चौक पर थी। रविवार तड़के बदमाशों ने उनकी पेट में गोली मारी। घायल अवस्था में जयवीर को मेडिसिटी में भर्ती करवाया गया। फिलहाल जयवीर खतरे से बाहर हैं।पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।अभी हाल में गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर ने सभी अधिकारियों के साथ एक बैठक कर कांवड़ यात्रा को सफल और सुगम बनाने का आदेश दिया था। इस मुस्तैदी में लगभग साढ़े चार हजार पुलसिकर्मी कांवड़ियों की सुरक्षा में लगाए गए हैं। कांवड़ शिविरों पर 24 घंटे पुलिस की तैनाती रखी जा रही है।


जिला प्रशासन कार्रवाई करने में असमर्थ

इकलौते लूम के सहारे चल रहा है मेरा प्यार "शालीमार"



भीलवाड़ा ! मांडल राजमार्ग पर कोठारी नदी की पुलिया के भदालीखेड़ा क्षेत्र में चल रहे शालीमार सूटिंग्स प्रा.लि के विवादित निर्माण कार्य ने प्रशासन की कार्यशैली को संदेह के दायरे में खडा कर दिया है।युद्धस्तर पर बेरोकटोक चल रहे निर्माण को रोकने के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन और शिकायतें मिलने पर भी कार्रवाई नहीं हुई है।


शिकायतकर्ताओं का कहना है कि उद्योग को आवंटित इस करोड़ों की जमीन पर तय शर्तों की पालना नहीं हुई और कुछ समय पहले ही इसमें बेनामी सौदेबाजी से सरकार को राजस्व की भारी क्षति पहुंचा कर भूमि को बचाने का जोड़तोड़ हुआ है।भूआवंटनकर्ता को राजस्व मंडल से मिली सशर्त छूट के मुताबिक यहां 13 जून 19 तक प्रॉडक्शन चालू करना था लेकिन यहां पर न तो बिजली कनेक्शन है नहीं उद्योग को चलाने वाले अन्य साधन-संसाधन।महज एक शेड में रखे लूम के सहारे उद्योग चलाने के नाम से संबद्ध बोर्ड को दीवार से टिका रखा है।शेड के बगल में चलने वाले निर्माण कार्य के बारे में वहां मौजूद कामगार बता रहे थे कि जल्दी ही यहां कारखाना चालू हो जाएगा।उन्होंने इस लूम को चलते भी नहीं देखा।शालीमार सूटिंग्स के अतीत को खंगालने पर कई सनसनीखेज तथ्य सामने आए हैं।उद्योग का पंजीयन करने वाले जिला उद्योग केंद्र  में पंजीयन बाद की सूचना अनुपलब्ध है।एक क्लर्क ने बताया कि जिला प्रशासन ने सूचना मांगी है।विभाग नेभी एक नोटिस 25 जुलाई को पंजीयनकर्ता को भिजवाया  है।जिसकी सूचना मिलते ही प्रशासन को सूचना भेज दी जाएगी।उद्योग चले या नहीं चले?कौन मालिक है या मालिक बदल गया।इससे  हमारा कोई मतलब नहीं।ये बता पल्ला झाड़ रहे जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने तहसीलदार भीलवाड़ा से पत्रांक 1967/68 दि,11-6 -19 को वस्तुस्थिति रिपोर्ट मांगी।तहसीलदार ने इस पर आरजिया पटवारी को जांच के लिए लिखा।पटवारी ने 5 जुलाई19 को मौका रिपोर्ट तहसीलदार को दे दी। परंतु तहसील से रिपोर्ट अब तक जिला उद्योग केन्द्र न पहुंच सकी।पटवारी की ये रिपोर्ट बिजली कनेक्शन की फाईल में कैसे जा लगी ?सवाल यह कि तय समय में इस भूमि पर उद्योग चलने के लिए एक नहीं अनगिनत सरकारी औपचारिकताओं की जरूरत रही होगी?फिर जिला प्रशासन उद्योग केन्द्र के भरोसे क्यों है?जीएसटी, पॉल्यूशन ,लेबर डिपार्टमेंट जैसे ढेर सरकारी विभाग हैं जहां उद्योग चलाने वाले के जूते घिस जाते हैं।शालीमार प्रा.लि.तय शर्तों के पैमाने पर खरा है तो उद्योग केन्द्र और प्रशासन इस उद्योग को नियमतः चलाने में सहयोगी क्यों नहीं बन रहा है?गलत है तो तत्काल निर्माण रोकने में क्या दिक्कत आ रही है?


इनका कहना है...?
नए निदेशक रवींद्र चौधरी का कहना है कि सब कुछ नियमों के तहत हो रहा है।बिजली कनेक्शन नहीं हो रहा है।फाईल चलाई जिसे अजमेर भेज दिया गया है। डीजी सेट की मदद से इसे चलाने की कोशिश की, पर प्रशासनिक मदद नहीं मिल रही है।


अशोक जैन


प्रशासनिक सख्ती से मचा हड़कंप:कासगंज

कासगंज ! डीएम के निर्देश पर निजी हाॅस्पिटल संचालको के यहां हुई छापामारी कार्यवाही,आशा हाॅस्पीटल के संचालक नहीं दिखा सके प्रपत्र, अल्ट्रासाउंड मशीन को किया सीज,एसडीएम और एसीएमओ की कार्रवाई से निजी हाॅस्पीटल संचालको में मचा हड़कंप।


कासगंज-पुलिस अभिरक्षा से फरार अपराधी पांच दिन बाद चढ़ा पुलिस के हत्थे,23 जुलाई को गंजडुण्डवारा थाने में तैनात संतरी को चकमा देकर हुआ था फरार,एसपी ने शातिर अपराधी को प्रेसवार्ता के बाद भेजा जेल, लापरवाह संतरी के खिलाफ दिए कार्रवाई के निर्देश, चोरी की बाइक बरामद।
कासगंज-बदायूं-मैनपुरी हाइवे पर ट्रक ने बाइक सवार रौंदा, मौत,पटियाली क्षेत्र में खड़ई गांव के मोड पर हुई सड़क दुर्घटना,चिकित्सक ने किया मृत घोषित, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा।


कासगंज-सांसद ने लोगों को दिलाई भाजपा की सदस्यता,कासगंज, अमांपुर विस क्षेत्रों में हुए कार्यक्रम आयोजित,कार्यक्रम में पार्टी की नीतियां गिनाईं, भाजपा नेता भी रहे साथ।


कासगंज-नाली की सफाई के नाम पर फुटपाथ की झांडियां सड़कों पर,तीन दिन पहले आवास विकास कालोनी में हुई थी नालियों की सफाई,सड़क पर झांडियां पड़े होने से लोगों को आवागमन में हो रहीं दिक्कतें!
कासगंज-मोहनपुर टाउन में दुकान से 20 किग्रा तिरपाल जब्त,ईओ ने प्रतिबंधित पॉलिथीन रोकने के तहत की कार्रवाई,दुकानदार पर एक हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया।


कासगंज,अमांपुर। बीआरसी अमांपुर पर प्राथमिक विद्यालयों के समस्त प्रधानाध्यापकोंध्प्रभारी प्रधानाध्यापकों की उन्मुखीकरण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बीआरपी इंद्रकुमार ने सत्र 2019- 20 में प्राथमिक विद्यालयों में ग्रेडेड लर्निंग प्रोग्राम के संचालन के लिए प्रधानाध्यापकों के दायित्वों पर प्रकाश डाला। बीआरपी मंजू सोलंकी ने प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों के भाषा गणित शिक्षण की दक्षताओं के बारे में विस्तार से बताया!


कासगंज,अमापुर। सोरों विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक रहे अमांपुर के मोहल्ला आम्बेडकर नगर निवासी सियाराम की पौत्री कु. श्वेता ने पीसीएस जे की परीक्षा उत्तीर्ण की है। श्वेता ने 584वीं रैंक हासिल की है। श्वेता के पिता विजय कुमार गाजियाबाद में इंजीनियर हैं। माता राज कुमारी घरेलू महिला है। घर में बड़ी बहन सुजाता है, भाई मानवेंद्र सिंह एमबीएसएस की तैयारी कर रहा है। 
कासगंज-मल्लाह नगर स्कूल में किसानों ने बंद किए 112 गौवंश,खेतों में विचरण करते गौवंशों को घेरकर स्कूल में लाए किसान,जानकारी पर मल्लाह नगर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी,अधिकारियों ने स्कूल में बंद गौवंशों को दूसरे स्थान पर कराया शिफ्ट।,स्कूल की ओर से किसानों के खिलाफ थाना पुलिस को दी तहरीर


कासगंज-समाज सेवी संस्थाएं भी पौधारोपण करने में जुटीं,रोट्रेक्ट क्लब ने अमरपुर घाट पर सड़क किनारे लगाए पौधे,लायंस क्लब ने आवास विकास के पार्कों में किया पौधारोपण।
कासगंज-एसपी, एएसपी ने दो प्रकरणों में कराया समझौता,परिवार परामर्श केंद्र की बैठक में शामिल हुए अधिकारी,13 प्रकरणों पर हुई सुनवाई, एक पत्रावली बंद, 10 में दी अग्रिम तिथि।


कासगंज-पुलिस देख बालू से भरे ट्रैक्टर ट्राली छोड़ भागे चालक,बालू रेत से भरे पांच ट्रैक्टर ट्राली पुलिस ने कब्जे में लिए,खनन अधिकारी के साथ सोरों पुलिस को मिली सफलता।


कासगंज,सिढ़पुरा- कस्बा में आरएसएस के कार्यालय पर रविवार को अखिल भरतीय विधार्थी परिषद सिढ़पुरा इकाई की बैठक हुई। बैठक में आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा व समान्य ज्ञान प्रतियोगिता के आयोजन के बारे में विचार विमर्श किया गया।


कर्तव्यनिष्ठ नहीं है झारखंड सरकार

"मन" में एक "विचार", जिससे "कार्य" में होगा, हद तक "सुधार"


विवेक चौबे


गढ़वा ! झारखंड सरकार वाकई में चाहती है कि गरीबी दूर हो,गांव-गांव सड़क,घर-घर बिजली,पीने व सिंचाई के लिए पानी आदि की व्यवस्था उपलब्ध हो।सरकार ने सड़क के लिए योजना दिया भी तो योजना का नाम बरक़रार रखने के लिए कार्य मात्र कराया जाता है।कार्य में अनियमितता पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता की ठीक निर्माण नहीं होने पर जर्जर की स्थिति के साथ कई समस्या उतपन्न हो जाएगी!


इन दिनों या कभी भी किसी न किसी सड़क,नहर आदि के कई योजनाओं में देखा जाता है की कहीं न कहीं,कोई न कोई गड़बड़ी निश्चित रूप से अवश्य ही है।


आखिर क्यों,एक विचारनीय तथ्य है


"मन" में एक "विचार", जिससे "कार्य" में हद तक तब होगा "सुधार"जी हाँ,इसी तथ्य पर पत्रकार के मन में एक विचार आता है की किसी सड़क के अलावे अन्य किसी योजना का शिलान्यास कोई जनप्रतिनिधि या कोई पदाधिकारी ही करते हैं।जब शिलान्यास किसी के द्वारा किया जाता है तो उस वक्त बड़े ही धूम-धाम से विधिवत भूमि का पूजन-अर्चना किया जाता है।ग्रामीण भी उस दौरान योजना से काफी प्रसन्न होते हुए शिलान्यास कर्ता के गले में पुष्प माला डालकर स्वागत करने, प्रसाद पाने व हौसले के साथ सुंदर लुभावने उनके वचन को श्रवण करने के लिए पंक्ति में या भीड़ के रूप में एकत्रित होते हैं।वहां एक सुंदर सा बनावटी पत्थर स्थापित कर बजापते सुनहरे अक्षरों में योजना का नाम व कहाँ से कहाँ तक निर्माण होना है व दिनांक अंकित हुआ करता है।वहां तक तो बिल्कुल ठीक-ठाक रहता है,किन्तु शिलापट पर उतना मात्र अंकित रहने से लोगों को उस योजना के सम्बन्ध में पूर्ण रूप से जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है।जब लोगों को उस योजना व विवरण की पूरी बात पता चलती है की स्टीमेट के अनुसार कार्य नहीं हो रहा तब खाए प्रसाद के दिन याद तो आता है,किन्तु वह पुष्प माला,वह स्वागत,वह ख़ुशी हर कुछ गम में यूं बदल जाता है।


जब "गम" हुआ तो लोगों में विश्वास "कम" हुआ! कार्य विवरण व प्राक्कलित राशि के अनुसार कार्य ठीक तरीके से नहीं होने पर लोगों में आक्रोश बढ़ना तो स्वभाविक है।इसलिये की वह योजना उन लोगों के लाभप्रद है।लोग फिर अनियमितता को लेकर उस कार्य के विवरण व प्राक्कलित राशि को किसी तरह ढूंढने पर भंडा-फोड़ करते हैं!तब उस योजना का नाम व शिलान्यास कर्ता  के बाद संवेदक भी बदनाम हो जाता है! क्योंकि प्राक्कलित राशि व कार्य के विवरण(स्टीमेट)के अनुसार कार्य में संवेदक के द्वारा अनियमितता बरती जाती है।


कार्य होने के पश्चात या कार्य दौरान के मध्यांतर ही उसके खिलाफ आवाज उठती है।पत्रकार बुलाओ,पत्रकार


आखिर क्यों ?तो यहाँ व इतना कुछ होने से पूर्व तब जाकर मन में एक विचार आता है, "काश" उस "शिलान्यास पट" पर प्रकालित राशि सहित कार्य के विवरण(स्टीमेट) भी सुनहरे अक्षरों में लिखा होता।जी हाँ,मैं पूर्ण रूप से दावा के साथ कहता हूँ की मात्र इतना कर देने से कार्य कुछ हद तक तो सही तरीके से ही होगा।यह "यूनिवर्सल एक्सप्रेस न्यूज़" का एक विचार व बुलंद आवाज में दावा है!


मित्रों से मुलाकात लाभकारी होगी:वृश्चिक

राशिफल


1-मेषराशि(Aries)-आज का दिन अच्छा रहेगा। आय में वृद्धि होगी। अपरिचित व्यक्ति पर अधिक भरोसा ना करे।आज आपके रूके हुए कार्य बनेगें।अटका हुआ धन मिल सकता है।आपके कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलेगी।बुजुर्गो की सेवा करके अच्छा फल प्राप्त करें।सेहत के लिए सुबह की सैर अवश्य करें।


2 -वृषराशि(tauras)- परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेंगा।बच्चो के भविष्य बारे उचित सोचे।आज आपका कोई नजदीकी रिश्तेदार आपकी मदद करेगें।आज कुछ ऐसा होगा जिससे आपको लाभ होगा।कारोबारी यात्रा का योग बन रहा हैं।अपने ब्च्चॉ के भविष्य बारे सोच विचार करे।सबसे अच्छा व्यवहार् करे। सावधानी बरतनी चाहिए।
3 -मिथुन राशि (gemini)-आपके विचार स्करातमकहो।नकारात्मक ना सोचे।अपनी पत्नि से लड़ाई झगड़ा नही क्ररे।उस पर पुर्ण विश्वास करें।आज आपके कार्यक्षेत्र में तरक्की का योग है।आज गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।पुरानी परेशानियों से निजात पाने की कोशिश करें।आज यात्रा का योग शुभ होगा।सच्चाई का मार्ग अपनाए।


4 -कर्क राशि ( cancer)-आज अचानक धनलाभ का योग है।कोई पुराना मित्र आपके कारोबार मे आपकी मदद करेगा।आपकी पुत्री के लिये अच्छा रिश्ता आएगा।माता पिता की सेवा करना आपका धर्म है।मेहनत करोगे तो सफलता आपके कदम चूमेगी।इसे पूरी तरह से निभाए ।
5-सिंह राशि(leo)- आज कुछ ऐसा होगा जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।धनलाभ का योग है।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।बुजुर्गो की सेवा करना आपका कर्तव्य है।पुरानी घरेलू समस्या का समाधान निकलेगा। दायित्व निभाए।सबसे अच्छा व्यवहार करे।


6 -कन्या राशि( virgo)-आज का दिन भाग्यशाली होगा।मनचाहा कार्य सफल होगा।अपने माता पिता की सेवा करके परमार्थ कमाइए।आपके पुत्र को सरकारी नौकरी मिलने का योग है।हो सके तो गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए। नियमितता अपनाए।


7-तुला राशि (libra)- किसी अनजान व्यक्ति से दुरी बनाएँ रखना उचित होगा।अपने व्यवसाय की सफलता के राज अपने निजी व्यक्ति को ही बताईए।आज आपके कार्यक्षेत्र मे तरक्की के योग है।ईश्वर की प्रार्थना आपके जीवन में खुशियों लायेगी।धनलक्ष्मी का योग है।
अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।रोजाना कसरत या व्यायाम करना जरुरी है।
8 -वृश्चिक राशि(scorpion)-आपका व्यवहार अन्य लोगों के लिये आदर्श साबित होगा।दूर स्थान की यात्रा लाभदायक सिद्ध होगी।आज पुराने मित्रों से मुलाकत अच्छी-खासी लाभकारी होगी।गरीब रिश्तेदारों की मदद अवश्य करें।परेशानी से निजात पाने की कोशिश करे।
9 -धनु राशि(Sagittarius)- अधूरे कार्य पूरे करे।रिश्तेदारों से अच्छा व्यवहार करे कोशिश करें कि आप उन्हें नाराज ना करे।सुबह की सैर आपकी सेहत के लिये फायदेमंद साबित होगी।धनलक्ष्मी का घर में शुभ योग है।आज यात्रा टालना आपके लिए हितकारी होगा।आपकी बेटी के लिये अच्छा वर् मिलेगा।
10 -मकर राशि(capricon)-आपका व्यवहार सबके साथ मीठा और सौहार्दपूर्ण होना चाहिये।रेगुलर स्वास्थ्य की जांच अति आवश्यक है। डाक्टर की सलाह की पालना अवश्य करें।अटका धन प्राप्ति के योग हैं।सबको साथ लेकर चलने की आदत बनाये।
11 -कुम्भ राशि(Aquarius)-सबसे मीठा और अच्छा व्यवहार करे।धनलाभ का योग है।नया कार्य शुरू करने से पहले विचार विमर्श करे।अनुभवी व्यक्तियों की सलाह अनुसार कार्य करे।सेहत के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।सुबह की सैर अवश्य करें!
12-मीन राशि ( pisces)-अपने माता-पिता की सेवा करना अपका दायित्व है।अपने ब्च्चॉ के भविष्य बारे कदम उठायें।आपकी कोई पुरानी घरेलू समस्या से छुटकारा मिलने के योग है।आपकी बेटी के लिये अच्छा वर योग है विवाह की तैयारियाँ शीघ्र करे।धनलाभ का योग है।सेहत के लिए सुबह की सैर अवश्य करें ।


स्वयंभू-शिव का अभिषेक (शिवरात्रि)

इस अवसर पर भगवान शिव का अभिषेक अनेकों प्रकार से किया जाता है। जलाभिषेक, जल से और दुग्‍धाभिषेक ,दूध से। बहुत जल्दी सुबह-सुबह भगवान शिव के मंदिरों पर भक्तों, जवान और बूढ़ों का ताँता लग जाता है वे सभी पारंपरिक शिवलिंग पूजा करने के लिए आते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं। भक्त सूर्योदय के समय पवित्र स्थानों पर स्नान करते हैं जैसे गंगा, या (खजुराहो के शिव सागर में) या किसी अन्य पवित्र जल स्रोत में। यह शुद्धि के अनुष्ठान हैं, जो सभी हिंदू त्योहारों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। पवित्र स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहने जाते हैं, भक्त शिवलिंग स्नान करने के लिए मंदिर में पानी का बर्तन ले जाते हैं महिलाओं और पुरुषों दोनों सूर्य, विष्णु और शिव की प्रार्थना करते हैं मंदिरों में घंटी और "शंकर जी की जय" ध्वनि गूंजती है। भक्त शिवलिंग की तीन या सात बार परिक्रमा करते हैं और फिर शिवलिंग पर पानी या दूध भी चढाते हैं।


शिव पुराण के अनुसार, महाशिवरात्रि पूजा में छह वस्तुओं को अवश्य शामिल करना चाहिए!


शिव लिंग का पानी, दूध और शहद के साथ अभिषेक। बेर या बेल के पत्ते जो आत्मा की शुद्धि का प्रतिनिधित्व करते हैं!
सिंदूर का पेस्ट स्नान के बाद शिव लिंग को लगाया जाता है। यह पुण्य का प्रतिनिधित्व करता है!
फल, जो दीर्घायु और इच्छाओं की संतुष्टि को दर्शाते हैं!
जलती धूप, धन, उपज (अनाज)!
दीपक जो ज्ञान की प्राप्ति के लिए अनुकूल है!
और पान के पत्ते जो सांसारिक सुखों के साथ संतोष अंकन करते हैं।
भगवान शिव की अन्य पारंपरिक पूजा 
मुख्य लेख: ज्योतिर्लिंग
बारह ज्योतिर्लिंग (प्रकाश के लिंग) जो पूजा के लिए भगवान शिव के पवित्र धार्मिक स्थल और केंद्र हैं। वे स्वयम्भू के रूप में जाने जाते हैं, जिसका अर्थ है "स्वयं उत्पन्न"। बारह स्‍थानों पर बारह ज्‍योर्तिलिंग स्‍थापित हैं।


1. सोमनाथ यह शिवलिंग गुजरात के काठियावाड़ में स्थापित है।


2. श्री शैल मल्लिकार्जुन मद्रास में कृष्णा नदी के किनारे पर्वत पर स्थापित है श्री शैल मल्लिकार्जुन शिवलिंग।


3. महाकाल उज्जैन के अवंति नगर में स्थापित महाकालेश्वर शिवलिंग, जहां शिवजी ने दैत्यों का नाश किया था।


4. ॐकारेश्वर मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थल ओंकारेश्वर में नर्मदा तट पर पर्वतराज विंध्य की कठोर तपस्या से खुश होकर वरदाने देने हुए यहां प्रकट हुए थे शिवजी। जहां ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित हो गया।


5. नागेश्वर गुजरात के द्वारकाधाम के निकट स्थापित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग।


6. बैजनाथ बिहार के बैद्यनाथ धाम में स्थापित शिवलिंग।


7. भीमाशंकर महाराष्ट्र की भीमा नदी के किनारे स्थापित भीमशंकर ज्योतिर्लिंग।


8. त्र्यंम्बकेश्वर नासिक (महाराष्ट्र) से 25 किलोमीटर दूर त्र्यंम्बकेश्वर में स्थापित ज्योतिर्लिंग।


9. घुमेश्वर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एलोरा गुफा के समीप वेसल गांव में स्थापित घुमेश्वर ज्योतिर्लिंग।


10. केदारनाथ हिमालय का दुर्गम केदारनाथ ज्योतिर्लिंग। हरिद्वार से 150 पर मिल दूरी पर स्थित है।


11. काशी विश्वनाथ बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग।


12. रामेश्वरम्‌ त्रिचनापल्ली (मद्रास) समुद्र तट पर भगवान श्रीराम द्वारा स्थापित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग।


मृत्युलोक से मोक्ष तक (आस्था)

एक बार पार्वती जी ने भगवान शिवशंकर से पूछा, 'ऐसा कौन-सा श्रेष्ठ तथा सरल व्रत-पूजन है, जिससे मृत्युलोक के प्राणी आपकी कृपा सहज ही प्राप्त कर लेते हैं?' उत्तर में शिवजी ने पार्वती को 'शिवरात्रि' के व्रत का विधान बताकर यह कथा सुनाई- 'एक बार चित्रभानु नामक एक शिकारी था। पशुओं की हत्या करके वह अपने कुटुम्ब को पालता था। वह एक साहूकार का ऋणी था, लेकिन उसका ऋण समय पर न चुका सका। क्रोधित साहूकार ने शिकारी को शिवमठ में बंदी बना लिया। संयोग से उस दिन शिवरात्रि थी।'


शिकारी ध्यानमग्न होकर शिव-संबंधी धार्मिक बातें सुनता रहा। चतुर्दशी को उसने शिवरात्रि व्रत की कथा भी सुनी। संध्या होते ही साहूकार ने उसे अपने पास बुलाया और ऋण चुकाने के विषय में बात की। शिकारी अगले दिन सारा ऋण लौटा देने का वचन देकर बंधन से छूट गया। अपनी दिनचर्या की भांति वह जंगल में शिकार के लिए निकला। लेकिन दिनभर बंदी गृह में रहने के कारण भूख-प्यास से व्याकुल था। शिकार करने के लिए वह एक तालाब के किनारे बेल-वृक्ष पर पड़ाव बनाने लगा। बेल वृक्ष के नीचे शिवलिंग था जो विल्वपत्रों से ढका हुआ था। शिकारी को उसका पता न चला।


पड़ाव बनाते समय उसने जो टहनियां तोड़ीं, वे संयोग से शिवलिंग पर गिरीं। इस प्रकार दिनभर भूखे-प्यासे शिकारी का व्रत भी हो गया और शिवलिंग पर बेलपत्र भी चढ़ गए। एक पहर रात्रि बीत जाने पर एक गर्भिणी मृगी तालाब पर पानी पीने पहुंची। शिकारी ने धनुष पर तीर चढ़ाकर ज्यों ही प्रत्यंचा खींची, मृगी बोली, 'मैं गर्भिणी हूं। शीघ्र ही प्रसव करूंगी। तुम एक साथ दो जीवों की हत्या करोगे, जो ठीक नहीं है। मैं बच्चे को जन्म देकर शीघ्र ही तुम्हारे समक्ष प्रस्तुत हो जाऊंगी, तब मार लेना।' शिकारी ने प्रत्यंचा ढीली कर दी और मृगी जंगली झाड़ियों में लुप्त हो गई।


कुछ ही देर बाद एक और मृगी उधर से निकली। शिकारी की प्रसन्नता का ठिकाना न रहा। समीप आने पर उसने धनुष पर बाण चढ़ाया। तब उसे देख मृगी ने विनम्रतापूर्वक निवेदन किया, 'हे पारधी! मैं थोड़ी देर पहले ऋतु से निवृत्त हुई हूं। कामातुर विरहिणी हूं। अपने प्रिय की खोज में भटक रही हूं। मैं अपने पति से मिलकर शीघ्र ही तुम्हारे पास आ जाऊंगी।' शिकारी ने उसे भी जाने दिया। दो बार शिकार को खोकर उसका माथा ठनका। वह चिंता में पड़ गया। रात्रि का आखिरी पहर बीत रहा था। तभी एक अन्य मृगी अपने बच्चों के साथ उधर से निकली। शिकारी के लिए यह स्वर्णिम अवसर था। उसने धनुष पर तीर चढ़ाने में देर नहीं लगाई। वह तीर छोड़ने ही वाला था कि मृगी बोली, 'हे पारधी!' मैं इन बच्चों को इनके पिता के हवाले करके लौट आऊंगी। इस समय मुझे शिकारी हंसा और बोला, सामने आए शिकार को छोड़ दूं, मैं ऐसा मूर्ख नहीं। इससे पहले मैं दो बार अपना शिकार खो चुका हूं। मेरे बच्चे भूख-प्यास से तड़प रहे होंगे। उत्तर में मृगी ने फिर कहा, जैसे तुम्हें अपने बच्चों की ममता सता रही है, ठीक वैसे ही मुझे भी। इसलिए सिर्फ बच्चों के नाम पर मैं थोड़ी देर के लिए जीवनदान मांग रही हूं। हे पारधी! मेरा विश्वास कर, मैं इन्हें इनके पिता के पास छोड़कर तुरंत लौटने की प्रतिज्ञा करती हूं।


मृगी का दीन स्वर सुनकर शिकारी को उस पर दया आ गई। उसने उस मृगी को भी जाने दिया। शिकार के अभाव में बेल-वृक्षपर बैठा शिकारी बेलपत्र तोड़-तोड़कर नीचे फेंकता जा रहा था। पौ फटने को हुई तो एक हृष्ट-पुष्ट मृग उसी रास्ते पर आया। शिकारी ने सोच लिया कि इसका शिकार वह अवश्य करेगा। शिकारी की तनी प्रत्यंचा देखकर मृगविनीत स्वर में बोला, हे पारधी भाई! यदि तुमने मुझसे पूर्व आने वाली तीन मृगियों तथा छोटे-छोटे बच्चों को मार डाला है, तो मुझे भी मारने में विलंब न करो, ताकि मुझे उनके वियोग में एक क्षण भी दुःख न सहना पड़े। मैं उन मृगियों का पति हूं। यदि तुमने उन्हें जीवनदान दिया है तो मुझे भी कुछ क्षण का जीवन देने की कृपा करो। मैं उनसे मिलकर तुम्हारे समक्ष उपस्थित हो जाऊंगा।


मृग की बात सुनते ही शिकारी के सामने पूरी रात का घटनाचक्र घूम गया, उसने सारी कथा मृग को सुना दी। तब मृग ने कहा, 'मेरी तीनों पत्नियां जिस प्रकार प्रतिज्ञाबद्ध होकर गई हैं, मेरी मृत्यु से अपने धर्म का पालन नहीं कर पाएंगी। अतः जैसे तुमने उन्हें विश्वासपात्र मानकर छोड़ा है, वैसे ही मुझे भी जाने दो। मैं उन सबके साथ तुम्हारे सामने शीघ्र ही उपस्थित होता हूं।' उपवास, रात्रि-जागरण तथा शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ने से शिकारी का हिंसक हृदय निर्मल हो गया था। उसमें भगवद् शक्ति का वास हो गया था। धनुष तथा बाण उसके हाथ से सहज ही छूट गया। भगवान शिव की अनुकंपा से उसका हिंसक हृदय कारुणिक भावों से भर गया। वह अपने अतीत के कर्मों को याद करके पश्चाताप की ज्वाला में जलने लगा।


थोड़ी ही देर बाद वह मृग सपरिवार शिकारी के समक्ष उपस्थित हो गया, ताकि वह उनका शिकार कर सके, किंतु जंगली पशुओं की ऐसी सत्यता, सात्विकता एवं सामूहिक प्रेमभावना देखकर शिकारी को बड़ी ग्लानि हुई। उसके नेत्रों से आंसुओं की झड़ी लग गई। उस मृग परिवार को न मारकर शिकारी ने अपने कठोर हृदय को जीव हिंसा से हटा सदा के लिए कोमल एवं दयालु बना लिया। देवलोक से समस्त देव समाज भी इस घटना को देख रहे थे। घटना की परिणति होते ही देवी-देवताओं ने पुष्प-वर्षा की। तब शिकारी तथा मृग परिवार मोक्ष को प्राप्त हुए'।


मैथुनी सृष्टि का निर्माण (शिव-महापुराण)

जब ब्रह्मा जी की रची हुई प्रजा बढ़ने से रूक गई! तब उन्होंने पुन: मैथुनी सृष्टि करने का विचार किया! इसके पहले ईश्वर से नारियों का समुदाय प्रकट नहीं हुआ था! इसलिए तब तक मैथिली सृष्टि नहीं कर सकते थे! तब उन्होंने मन में ऐसे विचार को स्थान दिया जो निश्चित रूप से उनके मनोरथ की सिद्धि में सहायक था! उन्होंने सोचा कि वृद्धि के लिए परमेश्वर से ही पूछना चाहिए! क्योंकि उनकी कृपा के बिना नहीं बढ़ सकते, ऐसा सोचकर विश्वात्मा ब्रह्मा ने तपस्या करने की तैयारी की! तब जो आदि-अनंता लोकभावनी, सुख-संपदा, सुधा-भावना, मनोहरा,निर्गुण इस ससांर शब्‍द था, सदा ईश्वर के पास रहने वाली जो उनकी परम शक्ति है! उसी से युक्त भगवान त्रिलोचन का अपने हृदय में चिंतन करते हुए! ब्रह्माजी बड़ी भारी तपस्या करने लगे! तपस्या में लगे हुए परमेष्ठी ब्रह्म पर उनके पिता महादेव जी थोड़े ही समय में संतुष्ट हो गये ! तदनंतर अपने निर्वचन से किसी अद्भुत मूर्ति में अष्ट हो भगवान महादेव आधे शरीर से नारी और आधे शरीर से ईश्वर होकर स्वयं ब्रह्मा जी के सामने प्रकट हो गए! उन सभी सब कुछ देने वाले शिव-शक्‍ति सहित समस्त उपमा के स्‍वामी, शरणागत वत्सल और सनातन शिव को दंडवत प्रणाम करके ब्रह्माजी उठे और हाथ जोड़कर महादेव जी तथा महादेव पार्वती की स्तुति करने लगे! देव महादेव आपकी जय हो ईश्वर, ईश्वर आपकी जय हो, सर्वश्रेष्ठ शिव आपकी जय हो, संपूर्ण देवताओं के स्वामी शिव शंकर आपकी जय हो! प्रकृति, रुक्मणी, कल्याणमयी उमा आपकी जय हो! प्रकृति की नायिका आपकी जय हो, प्रकृति से दूर रहने वाली देवी आपकी जय हो, प्रकृति सुंदरी आपकी जय हो! हम लोग महामाया और सफल मनोरथ वाले देव आपकी जय हो जय हो! महान लीला और कभी व्यर्थ न जाने वाले महान बल से युक्त परमेश्वर आपकी जय हो! संपूर्ण जगत् की माता उमा आपकी जय हो! संसार की सखी सहायका आपकी जय हो! आपका ऐश्वर्या तथा धाम दोनों सनातन है !आपकी सदा जय हो आपका रूप और अनुचर वर्ग भी ,आपकी बात ही सनातन है! आपने तीनरूपो द्वारा तीनों लोको का निर्माण,पालन और संहार करने वाले देवी आपकी जय हो! जगत के कारण तत्वों का प्रादुर्भाव और विस्तार आपकी कृपा दृष्टि के अधीन है! प्रलय काल में आप की उपेक्षा युक्त कटाक्ष पूर्ण दृष्टि से जो भयानक आग प्रकट होती है उसके द्वारा सारा भौतिक जगत भष्‍म हो जाता है! आपके रूप का सम्मान देवता आदि के लिए भी असंभव है! आप आत्म तत्व के सूक्ष्म ज्ञान से प्रकाशित होती है! आपने स्थूल आत्मशक्ति से चराचर जगत् को व्याप्त कर रखा है!विश्व के तत्वों का समुदाय अनेक और एक रूप में आपके ही आधार पर स्थित है! आपके श्रेष्ठ सेवकों का समूह बड़े-बड़े असुरों के मस्तक पर पांव रखता है! शरणागत की रक्षा करने में समर्थ परमेश्वरी संसार रूपी वृक्ष के उगने वाले अंकुरओं का उन्मूलन करने वाली उमा, प्रादेशिक ऐश्वर्या वीर्य और शौर्य का विस्तार करने वाले देव विमान देव ने अपने वैभव से दूसरे के वैभव को तिरस्कृत कर दिया है! पाश्चात्य रूप पुरुषार्थ के प्रयोग द्वारा परम आनंद में अमृत की प्राप्ति करने वाले परमेश्वर आपकी जय हो! विविध पुरुषार्थ के विज्ञान रूप अमृत से परिपूर्ण रूप परमेश्वरी अत्यंत भयानक रोग को दूर करने वाले वेद शिरोमणि अनादि कर्म फल एवं अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करने वाली चंडीका रूप में सिरपुर का विनाश करने के लिए काल अग्नि समरूप महादेव त्रिपुर भैरवी आपकी जय हो तीनों गुणों से मुक्त महेश्वर आपकी जय हो!


रविवार, 28 जुलाई 2019

'मन की बात' विषय जल-संरक्षण

नई दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में जल संरक्षण से लेकर,कश्मीर तक कई मुद्दों पर बात की। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे कहने से पहले भी जल संरक्षण आपके दिल को छूने वाला विषय था! सामान्य मानव की पसंद का विषय रहा हैं! मैं अनुभव कर रहा हूं कि पानी के विषय ने इन दिनों हिन्दुस्तान के दिलों को झकझोर दिया है। कई राज्यों में बाढ़ के जैसे हालात बने हुए हैं ! जहां राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं! वहीं, कश्मीर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ये साफ है कि जो लोग विकास की राह में नफरत फैलाना चाहते हैं! अवरोध पैदा करना चाहते हैं, वो कभी अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं हो सकते।


सरकारी धन का किया जा रहा दुरूपयोग

महाराष्ट्र विधानसभा में 15 दिन के अंदर फोटो कॉपी पर खर्च हुए 50 लाख रुपये


नागपुर विधायक हॉस्टल से विधान भवन आने-जाने के लिए कुल 20 लाख रुपये खर्च हुए! विधायक की गाड़ियों में पेट्रोल डीज़ल का खर्चा करीब 20 लाख के आसपास रहा! जिस विधायक ने निजी गाड़ी का अधिवेशन के दौरान इस्तेमाल किया, उन सभी को मिलकर 10 लाख रुपये खर्च किए गए



मुंबई ! महाराष्ट्र के पुणे के आरटीआई एक्टिविस्ट प्रफुल्ल सारडा ने आरटीआई के जरिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा मॉनसून अधिवेशन पर किए जाने वाला खर्चा का लेखा-जोखा पूछा! इस आरटीआई एक्टिविस्ट के मुताबिक जो जानकारी उसे सरकार की ओर से अधिकारिक रूप में मिली है, वो चौंकाने वाली है! प्रफुल्ल ने 16 विषयों से संबंधित जानकारी सरकार से मांगी थी! इस आरटीआई में जिन 5 खर्चों का जिक्र गया है, वे हैरान करने वाले हैं! सरकारी धन का ऐसा बेजा इस्तेमाल देखकर किसी के माथे पर बल आ सकता है!


15 दिनों के लिए- दो करोड़ 22 लाख रुपये महेश ट्रेवल को अदा किया गया!


नागपुर विधायक हॉस्टल से विधान भवन आने-जाने के लिए कुल 20 लाख रुपये खर्च हुए! विधायक की गाड़ियों में पेट्रोल डीज़ल का खर्चा करीब 20 लाख के आसपास रहा! जिस विधायक ने निजी गाड़ी का अधिवेशन के दौरान इस्तेमाल किया, उन सभी को मिलकर 10 लाख रुपये खर्च किए गए! कुल मिलाकर 16 पटल में से 6 घटक मिलाकर रुपये 3.15 करोड़ रुपये खर्च किये गए!


नागपुर की महेश ट्रेवल कंपनी से इस आरटीआई एक्टिविस्ट ने 50 सीटर एसी लक्जरी बस प्रति दिन के हिसाब से कोटेशन की मांग की! जानकारी मिली कि महेश ट्रेवल कंपनी एक दिन के लिए 12 हजार रुपये में एसी लक्जरी बस उपलब्ध कराती है! अगर इन बसों को 15 दिन के लिए इस्तेमाल किया जाए तो करीब 15 लाख रुपये ही खर्च होंगे!


इसके अलावा इस आरटीआई एक्टिविस्ट ने 2004 से 2018 तक हुए सभी अधिवेशन के खर्चे का हिसाब मांगा था! 2004 से 2012 तक के आंकड़े नहीं हैं उपलब्ध !आरटीआई कमिश्नर ने जानकारी दी कि 2004 से 2012 तक की जानकारी मंत्रालय में लगी आग में जलकर नष्ट हो गए हैं! 2013 और 2014 यानी कांग्रेस-एनसीपी के राज में चौंकाने वाले खर्चे हुए हैं! किराए पर ली गई जिरॉक्स मशीन पर 70 लाख रुपए खर्च किए हैं! 2013 और 2014 जब कांग्रेस-एनसीपी सत्ता में रही प्राइवेट बस सेवा के लिए कोई भी खर्च नहीं किया गया!


सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं

सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं  संदीप मिश्र  गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शनिवार सुबह गोरखनाथ...