रविवार, 10 अक्तूबर 2021

कॉलेज की 4 स्टूडेंट्स में पॉजिटिव के लक्षण मिलें

पंकज कपूर      
नैनीताल। जिले के राजकीय इंटर कॉलेज गरमपानी की चार स्टूडेंट्स में कोविड पॉजिटिव के लक्षण मिले हैं। वहीं बीते दिनों गोपेश्वर में भी एक छात्र कोरोना पॉजिटिव मिला है। साथ ही आईआईटी रुड़की में भी युगांडा से लौटे एक छात्र में लक्षण मिले हैं।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले गरमपानी मुख्य बाजार में पांच कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद अब कोरोना से जीआईसी रातीघाट के चार स्टूडेंट्स भी संक्रमित हो गए है।
अब छात्रों के कोविड पॉजिटिव मिलने के बाद उनके परिजनों के सैंपल लिए जा रहे हैं इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष टीमें बना दी गई हैं जो इसका परीक्षण कर रही हैं।
आपको बता दें कि बीते दिनों स्कूल तो खुल चुके हैं लेकिन स्कूलों व आम जनमानस द्वारा कोरोना नियमों का धड़ल्ले से उल्लंघन हो रहा है। बाजारों में हो शॉपिंग मॉल में ऑफिसों में या स्कूलों में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ही नहीं किया जा रहा है ऐसे में लापरवाही अब भारी पड़ती नजर आ रही है वहीं त्यौहार भी नजदीक हैं प्रशासन ने स्कूलों में गाइडलाइन के पालन का दावा किया है, लेकिन सच्चाई ये है कि नियमो का पालन न के बराबर ही हो पा रहा है ऐसे में एक बार फिर से कोरोना का संक्रमण बढ़ने की संभावना साफ नजर आ रही है।

तेज रफ्तार ट्रक ने खड़े डंपर पर मारीं जोरदार टक्कर

पंकज कपूर       
काशीपुर। यहां आईटीआई थाना क्षेत्र के ग्राम परमानंदपुर के पास एक तेज रफ्तार एक ट्रक ने हाईवे पर खड़े डंपर पर पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना दर्दनाक था कि ट्रक के परखच्चे उड़ गए वही हादसे में चालक सहित एक मजदूर की मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तथा हादसे में घायल मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया। इधर मजदूरों की मौत के बाद मजदूरों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

यूके: शिक्षा को नई तकनीक से जोड़ने का होगा काम

पंकज कपूर        
रूद्रपुर। किच्छा रोड स्थित कान्फ्लूएंस स्कूल शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के लिए अब विश्व स्तर की शिक्षण सुविधाएं मुहैया कराने वाले क्रिमसन एजुकेशन के साथ जुड़ गया है। दोनों मिलकर अब शिक्षा के क्षेत्र में आई नई चुनौतियों का सामना करने के साथ-साथ शिक्षा को नई तकनीक से जोड़ने का भी काम करेंगे। क्रिमसन और कान्फ्लूएंस स्कूल अब न सिर्फ बच्चों को सर्वांगीण विकास की ओर ले जाएंगे। बल्कि शिक्षकों को भी नई शिक्षा प्रणाली के अनुरूप प्रशिक्षित करेंगे। बता दें कान्फ्लुएंस वल्र्ड स्कूल की स्थापना किच्छा रोड रूद्रपुर में वर्ष 2012 में पुनीत छाबड़ा और साक्षी छाबड़ा ने की थी। शुरूआत से ही इस स्कूल को भविष्य की जरूरतों के हिसाब से स्थापित किया गया था इसी के चलते यह विद्यालय आज शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग पहचान बना चुका है। कान्फ्लूएंस स्कूल शुरुआत से ही एक प्रगतिशील स्कूल रहा है जो न केवल छात्रों के सर्वांगीण विकास पर फोकस करता है बल्कि यह छात्रों के सर्वांगीण विकास पर विशेष रूप से ध्यान देता है। शिक्षा के साथ साथ खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी बच्चों को इस स्कूल में विशेष रूप से तैयार किया जाता है। वर्तमान में कोविड महामारी के बदले हालातों को देखते हुए कान्फ्लूएंस स्कूल ने परिस्थितियों के अनुरूप शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन लाने के लिए नई शुरूआत की है। दरअसल कान्फ्लूएंस स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में आई चुनौतियों का सामना करने और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020-21 के तहत स्कूल को नया रूप देने की कवायद में जुट गया है। इसी को लेकर कान्फ्लूएंस स्कूल ने विश्व स्तरीय शिक्षण सुविधाएं मुहैया कराने वाले क्रिमसन एजुकेशन के साथ अनुबंध किया है। एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में कान्फ्लुएंस के निदेशक पुनीत छाबड़ा और साक्षी छाबड़ा ने बताया कि कान्फ्लुएंस ने मुंबई स्थित क्रिमसन एजुकेशन के साथ अनुबंध किया है, जिसका नेतृत्व प्रसिद्ध शिक्षाविद कर रहे है। इन शिक्षाविदों ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा बोर्डों के साथ काम किया है। क्रिमसन अब देश के सात राज्यों में 25 स्कूलों के साथ भारत के सबसे तेजी से बढ़ते स्कूलों से एक है और क्रिमसन से जुड़ने वाला कान्फ्लुएंस वल्र्ड स्कूल उत्तराखंड का पहला स्कूल है। उन्होंने बताया कि क्रिमसन भारत के मुख्य शहर जैसे मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, फरीदाबाद में सीबीएसई, आईबी और आईसीएसई बोर्डों से संबद्ध स्कूलों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है। क्रिमसन की टीम को न केवल भारत बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्कूलों के प्रबंधन का समग्र अनुभव है। कान्फ्लुएंस रुद्रपुर का पहला और एक मात्र स्कूल है जिसके पास देश के सर्वश्रेष्ठ सीबीएसई स्कूलों में से एक होने के उद्देश्य से इन प्रसिद्ध विशेषज्ञों के इतने समृद्ध ज्ञान और अनुभव तक पहुंच होगी। क्रिमसन से जुड़ने के बाद कान्फ्लुएंस देश का राष्ट्रीय ब्रांड बनेगा। पुनीत छाबड़ा ने कहा कि अब समय आ रहा है कि आॅनलाईन और आॅफलाईन दोनों को साथ लेकर चलना होगा। कोविड ने न सिर्फ लोगों की जिंदगी को बदला है बल्कि शिक्षा के क्षेत्र को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। वर्तमान में हाईब्रिड माॅडल आॅफ एजुकेशन की जरूरत है जिसे क्रिमसन के साथ मिलकर पूरा किया जा रहा है। क्रिमसन के साथ मिलकर कान्फ्लूएंस स्कूल को शिक्षा के क्षेत्र में उंचाईयों तक ले जाया जायेगा। क्रिमसन के साथ जुड़ने के बाद अब कान्फ्लूएंस में शिक्षा ग्रहण कर रहे देश और विदेश के बच्चों के साथ आॅनलाइन जुड़कर अनुभवों का आदान प्रदान करेंगे। छाबड़ा ने कहा कि क्रिमसन के साथ काॅनफ्लूएंस का अनुबंध शहर के लिए एक तोहफा है। शिक्षा के क्षेत्र में दस वर्ष सफलता पूर्वक पूरे करने के बाद अब कान्फ्लूएंस स्कूल नया बदलाव लेकर सामने आया है। पत्रकार वार्ता में क्रिमसन एजुकेशन के एमडी फ्रांसिस जोसेफ ने कहा कि वे रुद्रपुर में एक विश्व स्तरीय स्कूल बनाने के लिए कान्फ्लुएंस की टीम के साथ जुड़कर बेहद खुश हैं। अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि विभिन्न शिक्षा बोर्डों के साथ अपने काम के दौरान हमने देखा है कि अधिकांश स्कूल वही करते हैं जो बोर्ड निर्धारित करता है। वे उत्तम दर्जे का बुनियादी ढांचे का निर्माण करते हैं, लेकिन स्कूल का मूल उद्देश्य इससे बहुत आगे है। ऐसे वातानुकूलित स्कूल भवन का क्या फायदा, यदि छात्र प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश ही न ले सके। कहा कि स्कूल में छात्र का समग्र विकास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को उनकी उच्च शिक्षा और कॅरियर के लक्ष्यों के लिए तैयार करना चाहते हैं और इसी दिशा में काम कर रहे है। उन्होंने बताया कि उनकी टीम में सीबीएसई शासी परिषद के सदस्य डाॅक्टर अशोक पांडेय जिन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार समेत कई पुरस्कार मिले हैं शामिल हैं। जोसेफ ने बताया कि वह खुद 125 स्कूलों को स्थापित और प्रबंधित कर चुके हैं। वे कैम्ब्रिज दक्षिण एशिया के प्रतिष्ठित सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं। इसके अलावा सरकारों और शिक्षा बोर्डों के लिए नीतियों के क्रियान्वयन में शामिल रहे हैं। उन्होनंे बताया कि क्रिमसन से जुड़ी फरजाना दोहदवाला 18 वर्षों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के पूर्व दक्षिण एशिया प्रतिनिधि रही हैं। वह अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय शिक्षण और सीखने की रणनीतियों में पाठड्ढक्रम विशेषज्ञ और अर्ली चाइल्ड हुड एसोसिएशन की उपाध्यक्ष हैं। जीवीके प्रसाद स्कूल गुणवत्ता प्रत्यायन, प्रशिक्षण और विकास में विशेषज्ञ हैं। उन्हे दुबई स्कूल इंस्पेक्शन ब्यूरो, यूएई, टाटा ट्रस्ट्स, टेक महिन्द्रा और शिक्षा के क्षेत्र में कई अन्य कंपनियों के साथ काम करने का अनुभव है। इसके अतिरिक्त हुसैन दोहदवाला राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पाठड्ढक्रम विशेषज्ञ है। वे एशिया प्रशांत क्षेत्र के लिए आईबी एजुकेटर नेटवर्क का हिस्सा हैं। वे स्कूल निरीक्षण यात्राओं और शिक्षक प्रशिक्षण में विशेषज्ञ हैं। इस दौरान क्रिमसन एजुकेशन टीम के हुसैन दोहदवाला ने कहा कि क्रिमसन की शुरूआत दो साल पहले हुई थी। क्रिमसन ने न सिर्फ स्कूल को बल्कि बोर्ड को भी चलाया है। क्रिमसन नई शिक्षा पाॅलिसी के तहत काम कर रहा हैं। मुम्बई पुणे और दक्षिण भारत में क्रिमसन की बड़ी स्कूल चेन है। यहां पर क्रिमसन ने बेहतर परिणाम दिये हैं। क्रिमसन के डा. अशोक पाण्डे ने कहा कि आज बदलते हुए माहौल में स्कूलों को अपग्रेड करने की आवश्यकता है। जो स्कूल खुद को अपग्रेड नहीं करेंगे वो शिक्षा के क्षेत्र में पीछे रह जायेंगे। उन्होनंे कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली के अनुसार अब स्कूलों को परिवर्तन करने होंगे। इसकी तैयारी क्रिमसन बहुत पहले कर चुका है। उन्होंने कहा क्रिमसन बच्चों के सर्वांगीण विकास और एकेडमिक स्किल्स पर विशेष ध्यान देता है। अब समय आ गया है कि बच्चे का क्लास रूम का अनुभव बदलना चाहिए। हर बच्चे की आवश्यकता अलग है उसके अनुरूप ही उसे शिक्षा दी जानी चाहिए। पाण्डे ने कहा हमारा प्रयास है कि बच्चा माता पिता की आकांक्षाओं को पूरा करे। आज यह भी महत्वपूर्ण हो गया है कि 12वीं के बाद बच्चा क्या करेगा उसे इसके लिए जरूरी गाईडेंस और कैरियर काउसंसलिग जरूरी है क्रिमसन इसके लिए बच्चों को विशेष रूप से मार्गदर्शन देगा। पाण्डे ने कहा कि बच्चे देश ही नहीं बल्कि विश्व की धरोहर है। उन्हें सही दिशा देने के लिए सबसे पहले शिक्षकों को तैयार करना होगा। श्री पाण्डे ने कहा कि क्रिमसन और कान्फ्लूएंस के बीच किया गया अनुबंध सबके विश्वास पर खरा उतरेगा। इस दौरान फरजाना दोहदवाला ने कहा कि क्रिमसन और कान्फ्लूएस के बीच अनुबंध के बेहतर परिणाम साने आयेंगे। उन्होंने कहा कि आज बच्चों को तैयार करने से पहले शिक्षा को नई शिक्षा प्रणाली के लिए तैयार करना जरूरी है। क्रिमसन इसके लिए अभिभाकों के साथ साथ बच्चों की भी वर्कशाॅप आयोजित करेगा। इस अवसर पर कान्फ्लूएंस की प्रिंसीपल मीनाक्षी खेत्रपाल भी मौजूद थी।

केंद्र सरकार ने हज यात्रा के लिए तैयारी शुरू की

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। साल से हज यात्रा की राह देख रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने इस साल हज यात्रा के लिए तैयारी शुरू कर दी है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुंबई स्थित हज हाउस में ऑनलाइन बुकिंग केंद्र के उद्घाटन के दौरान कहा कि भारत में 2022 की हज यात्रा की पूरी प्रक्रिया 100 प्रतिशत डिजिटल होगी।
हालांकि, इसकी घोषणा 21 अक्तूबर को होने वाली समीक्षा बैठक के बाद की जाएगी। नकवी ने बताया कि इस बैठक में अल्पसंख्यक मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारी, सऊदी अरब में भारत के राजदूत, जेद्दा में भारत के महावाणिज्यदूत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 2020 व 2021 में कोरोना के चलते हज यात्रा नहीं हो पाई थी। 2020 में 700 से अधिक महिलाओं ने ‘मेहरम’ (पुरुष साथी) के बिना आवेदन किया था। वहीं 2021 में 2100 से अधिक महिलाओं के आवेदन आए थे। इन महिलाओं को 2022 में हज यात्रा का दोबारा मौका दिया जाएगा, अगर वे यात्रा पर जाना चाहेंगी।

भारतीय अंतरिक्ष संघ का उद्घाटन करेंगे शीर्ष संगठन

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। सैटेलाइट कंपनियों के शीर्ष संगठन भारतीय अंतरिक्ष संघ का डिजिटली उद्घाटन करेंगे। इस संघ में कई भारतीय और वैश्विक कंपनियां शामिल हैं, जिनके पास अंतरिक्ष और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवीनतम क्षमताएं मौजूद हैं। इस संघ के संस्थापकों में भारती एयरटेल, लार्सन एंड टुब्रो, नेल्को (टाटा ग्रुप), वनवेब, मैपमायइंडिया, वालचंदनगर इंडस्ट्री और अनंत टेक्नोलॉजी लिमिटेड शामिल हैं। इस संघ के अन्य महत्वपूर्ण सदस्यों में गोदरेज, ह्यूजेस इंडिया, एजिस्टा-बीएसटी , एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेल, बीईएल, सेंट्रम इलेक्ट्रॉनिक्स और मैक्सर इंडिया शामिल हैं।
प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए यह संघ भारतीय अंतरिक्ष उद्योग की सामूहिक आवाज बनना चाहता है। भारत को आत्मनिर्भर, तकनीकी रूप से उन्नत और अंतरिक्ष क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए यह संघ सरकार और उसकी एजेंसियों सहित भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के सभी हितधारकों के लिए नीतिगत वकालत करेगा और उनके साथ समन्वय बनाए रखेगा।
एन एंड टी एवं एनएक्सटी के वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष (डिफेंस) जयंत पटेल इस संघ के पहले अध्यक्ष होंगे और भारती एयरटेल के चीफ रेगुलेटरी ऑफिसर राहुल वत्स इसके उपाध्यक्ष बनाये गये हैं। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल ए. के. भट्ट को इस संघ का महानिदेशक बनाया गया है।

पीएचडी में प्रवेश पर तैयारी कर रहा विश्वविद्यालय

संदीप मिश्र            
बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय पीएचडी में प्रवेश को लेकर जल्द ही नई तैयारी कर रहा है। इसके तहत सीधे प्रवेश के तहत एनआरआई भी प्रवेश ले सकेंगे। इस संबंध में दिशा-निर्देश तैयार किए जा रहे हैं। उसके बाद प्रवेश शुरू हो जाएंगे। दूसरी तरफ सीधे प्रवेश के तहत लगातार आवेदन आ रहे हैं और नए रिसर्च सुपरवाइजर (शोध पर्यवेक्षक) बनने के लिए आवेदन आ रहे हैं।
विश्वविद्यालय में पीएचडी में फेलोशिप प्राप्त करने वाले छात्रों के सीधे प्रवेश हो रहे हैं। इसकी प्रवेश प्रक्रिया सितंबर से शुरू हो गई थी। अभी ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। शोध निदेशक डा. सुधीर कुमार ने बताया कि अभी तक 77 आवेदन सीधे प्रवेश के लिए आ चुके हैं। प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि नए शोध पर्यवेक्षक बनने के लिए अब तक तीन आवेदन आ चुके हैं। शोध सुपरवाइजर के लिए 15 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं।
कुलपति प्रो. केपी सिंह ने बताया कि पीएचडी में सीधे प्रवेश हो रहे हैं। काफी संख्या में आवेदन आ चुके हैं। भविष्य में जल्द ही एनआरआई के सीधे पीएचडी में प्रवेश की भी तैयारी की जा रही है। इसको लेकर जल्द ही दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। प्रवेश परीक्षा के जरिए भी प्रवेश की तैयारी की जा रही है।

निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के इंतजाम किए

संदीप मिश्र        
बरेली। आईएएस प्रारंभिक परीक्षा शांतिपूर्वक और निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। 40 केंद्रों पर 16672 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। प्रत्येक केंद्र पर पुलिस-पीएसी बल तैनात किया है। साथ में मंडलभर के एसडीएम और तहसीलदारों की ड्यूटी लगायी गयी है। इसके अलावा केंद्रों के सौ मीटर के दायरे में कोई भी इलेक्ट्रानिक डिवाइस काम न कर सके, इसके लिए जैमर लगाए हैं। ताकि नेटवर्क जाम किया जा सके। धारा 144 पहले से ही लागू की गयी है।
केंद्र के आसपास आवागमन भी प्रतिबंधित रहेगा। परीक्षा पहली पाली में सुबह 9:30 बजे से पूर्वाह्न 11:30 बजे और दूसरी पाली में दोपहर 2:30 बजे से 4:30 बजे तक होगी। अधिकारियों ने बताया कि बरेली इंटर कॉलेज, इस्लामियां इंटर कॉलेज, इस्लामियां गर्ल्स इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज, गुलाबराय इंटर कॉलेज, बीबीएल आदि स्कूलों को केंद्र बनाया गया है।
शनिवार को नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी नगर महेंद्र कुमार सिंह ने सभी अधिकारियों को केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपते हुए उनसे यह भी रिपोर्ट मांगी कि केंद्रों में किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं है। दिन में निरीक्षण कर अधिकारियों ने शाम को रिपोर्ट सौंप दी। कोई भी अभ्यर्थी बिना मास्क के केंद्र में प्रवेश नहीं कर सकेगा।
कोविड नियमों का पालन कराते हुए परीक्षा संपन्न कराने के भी इंजजाम किए गए हैं। कोषागार से परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले ही पेपर केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा में पहुंचाया जाएगा। बरेली बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर के अधिकारी परीक्षा संपन्न कराएंगे।

महामारी ने तमाम लोगों के मन को व्यथित किया

संदीप मिश्र           
बरेली। कोरोना की महामारी ने तमाम लोगों के मन को व्यथित किया। बड़ी संख्या में लोग वायरल बीमारियों के चलते मानसिक अवसाद और एंजायटी जैसी मानसिक समस्याओं से पीड़ित हो गए। जो मरीज समय से अपनी समस्याओं को गंभीर महसूस करके डॉक्टर के पास पहुंच गए उन्हें न सिर्फ दवा के जरिए आराम मिला बल्कि काउंसलिंग के माध्यम से उनको इस तरह की समस्या दूर रहने का मार्गदर्शन भी मिल गया उनका उत्साह भी बढ़ गया।
जिला अस्पताल स्थित मनकक्ष में ऐसे कई मरीज पहुंचे थे जो कोरोना की वजह से आई समस्याओं के चलते काफी व्यथित हो गए थे। ऐसे मरीजों की काउंसलिंग हुई और उन्हें एंजायटी, मानसिक अवसाद से उबरने की दवा मिली। जिला अस्पताल के मनकक्ष प्रभारी डा. आशीष कुमार ने बताया कि इस तरह के कई मरीज अब लगभग पूरी तरह से ठीक हो गए हैं जबकि कई मरीजों की दवा अभी चल रही है। संभावना है कि जल्दी ही वह पूरी तरीके से स्वस्थ हो जाएंगे। कोरोना की विभीषिका का असर अब उनकी सेहत से घटकर न के बराबर हो गया है। काउंसलिंग और दवा मानसिक समस्या का बहुत ही अच्छा इलाज है जिसका लाभ मरीजों को उठाना चाहिए।जिला अस्पताल प्रशासन के अनुसार मनकक्ष में पिछले साल 6,438 मामले मनोरोगियों के पहुंचे थे। वहीं इस साल अक्टूबर तक ही 7,141 मनोरोगियों को मनकक्ष की ओर से निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। मनकक्ष प्रभारी डा. आशीष ने बताया कि मनकक्ष में जिले के मरीजों के साथ ही पड़ोस के जिलों से भी मरीज आते हैं। जिनकी बीमारी को समझकर उनको उपचार व काउसलिंग के माध्यम से एंजाइटी व मानसिक अवसाद से उबारा जाता है।

पूर्णरूप से जिले के अधिकारियों का वर्चस्व हुआ

संदीप मिश्र           
बरेली। भले ही अंग्रेजी हुकूमत में स्थापित हुए एलन यूनियन क्लब के नाम का बोर्ड नहीं बदला गया लेकिन इस नाम के क्लब का अस्तित्व कागजों में मिटाया जा चुका है। इस क्लब का नाम ‘बरेली ऑफीसर्स क्लब’ रखे महीनों हो गए। क्लब पर पूर्णरूप से जिले के अधिकारियों का वर्चस्व हो गया। पूंजीपतियों, जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों का अधिकार खत्म हो गया। जो पदाधिकारी और सदस्य दशकों से क्लब से जुड़े थे, उनको भी दरकिनार रखा गया है।
क्लब का संचालन अब प्रशासन करेगा। कागजों में तेजी से इस क्लब के कार्य हो रहे हैं। लेकिन धरातल पर क्लब का कोई कार्य सार्वजनिक नहीं किया है। इसलिए हर आदमी की जुबां पर अभी इस क्लब का नाम ‘एलन क्लब’ चढ़ा है। नए क्लब की टीम तैयार होने के बाद इसकी सदस्यता शुल्क का निर्धारण भी कर दिया गया लेकिन सदस्यता शुल्क आमजन की पहुंच से ज्यादा रखा है। बरेली क्लब की राह चलकर ही बरेली ऑफीसर्स क्लब का संचालन कराने के लिए प्रशासन ने पूरी पटकथा लिखी है।
बरेली क्लब की सदस्यता शुल्क 8.50 लाख रुपये है। इसलिए इस क्लब का सिर्फ सेना के अफसर और पूंजीपति ही सदस्य बन पाते हैं। यह सबसे महंगा क्लब है। बताते हैं कि पूर्व में एलन क्लब की सदस्यता पांच हजार से अधिक नहीं थी लेकिन नए क्लब की सदस्यता लेने के लिए 50 हजार रुपये खर्च करने होंगे। एलन क्लब में 2015 से पहले से जो सदस्य जुड़े थे, उनको नए क्लब की सदस्यता शुल्क में 30 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इस संबंध में नगर मजिस्ट्रेट राजीव पांडेय की ओर से नोटिस भी क्लब भवन गेट पर चस्पा कर दिया गया है।
कोई भी सदस्य बन सकता है लेकिन शर्तें गोपनीय
नए क्लब की सदस्यता को लेकर कई बातें गोपनीय रखी गयी हैं। जिनका सार्वजनिक होना जरूरी है। इस क्लब में कोई भी सदस्यता ले सकता है, लेकिन शर्तों के साथ। शर्तें क्या हैं, इस बारे में अधिकारियों ने स्पष्ट नहीं किया है। कब से कब तक सदस्यता ली जा सकती है, इसका भी खुलासा नहीं किया गया है।
एलन क्लब का खाता रामपुर गार्डन स्थित यश बैंक में था लेकिन नए क्लब का गठन होने के बाद इसका खाता बैंक ऑफ बड़ौदा में खुलवाया गया है। खाते का संचालन जिलाधिकारी/क्लब के उपाध्यक्ष करेंगे। उनके निर्देशों के बिना खाते का संचालन नहीं होगा। बरेली ऑफीसर्स क्लब के नाम से सोसायटी का गठन किया गया है। जिसका पंजीकरण संख्या बीएआर/08528/2020-2021, 12 फरवरी, 2021 को सहायक रजिस्ट्रार फर्म्स सोसाइटी तथा चिट्स, सिविल लांइस में किया गया है।
नए क्लब में इन अधिकारियों को सौंपी गयी जिम्मेदारी
बरेली ऑफीसर्स क्लब की नई कमेटी के अध्यक्ष मंडलायुक्त बनाए गए हैं। उपाध्यक्ष जिलाधिकारी हैं। नगर आयुक्त सचिव बने हैं। कोष का जिम्मा मुख्य कोषाधिकारी, अपर जिलाधिकारी नगर संयुक्त सचिव बने हैं। जबकि क्लब की कार्यकारिणी सदस्यों में बीडीए उपाध्यक्ष, मुख्य विकास अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, अपर नगर आयुक्त, नगर मजिस्ट्रेट को शामिल किया गया है। 13 सदस्यीय कमेटी में प्रमुख अधिकारियों को ही जगह मिली है।
क्लब में ‘बार’ खोलने को लेकर भी अंदरखाने अधिकारी मंथन कर रहे हैं। सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में हुई बैठक में सदस्यता शुल्क का निर्धारण तो कर दिया लेकिन बार खोलने के संबंध में चर्चा नहीं हुई। क्लब में पहले बार भी संचालित था। राजस्व बढ़ाने के लिए बार खोलने की अनुमति दी जा सकती है। इसके साथ आय के स्रोत को लेकर अधिकारी विचार विमर्श कर रहे हैं। क्लब को शादी समारोह, जन्मदिन पार्टी और खेलों से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन कराने के लिए किराए पर देने के लिए जल्द शुल्क निर्धारित किया जाएगा।
प्रशासन ने क्लब की संपत्ति अपने कब्जे में लेकर भले ही पूर्व कमेटी के पदाधिकारियों को दरकिनार कर दिया लेकिन उनसे पीछा छुड़ाना इतना आसान नहीं रह गया है। जिन सदस्यों ने आजीवन सदस्य बने रहने के लिए क्लब की सदस्यता ली थी, वे चुप बैठने वाले नहीं हैं। क्लब गेट पर नोटिस चस्पा होने के बाद इसका विरोध शुरू हो गया है। अभी तक नए क्लब को लेकर किसी को कुछ पता नहीं था लेकिन अब प्रशासन की मंशा उजागर हो गयी। दूसरी बात, क्लब में करोड़ों रुपये का सामान बताया जा रहा है, जो प्रशासन के कब्जे में है। इसका निस्तारण होना बाकी है।

कई संस्थानों को अचीवर्स अवार्ड से किया सम्मानित

संदीप मिश्र         
बरेली। रूहेलखंड मैनेजमेंट एसोसिएशन की ओर से एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय और आईआईएम काशीपुर के साथ मिलकर शनिवार को स्टेशन रोड स्थित एक निजी होटल में विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को आरएमए अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया। समारोह का आरंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह, बीएल एग्रो के चेयरमैन घनश्याम खंडेलवाल, इंटरटेनमेंट के साउथ एशिया हेड राहुल जौहरी और आरएमए के अध्यक्ष डा. मनीष शर्मा, उपाध्यक्ष डा. विनय खंडेलवाल, राजेश गुप्ता, सचिव कदीर अहमद और प्रोग्राम निदेशक डा. नीरज सक्सेना ने संयुक्त रूप से किया।
पुरस्कार समारोह में आरएमए के सदस्य शिरीष मेहरोत्रा को यूपी बार एसोसिएशन का अध्यक्ष बनने, बीएल एग्रो के एमडी आशीष खंडेलवाल को बिजनेज लीडरशिप, रामा श्यामा पेपर्स मिल के सीएमडी दिनेश गोयल को इंडस्ट्रीज डेवलमेंट व एसआरएमएस ट्रस्ट के आदित्य मूर्ति को चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति करने के लिए अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया। कार्यक्रम में प्रो. केपी सिंह ने कहा कि युवाओं को प्रबंधन के गुणों के साथ उद्यमिता की ओर अग्रसर होना चाहिए।
उद्योग जगत और विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उद्यमी घनश्याम खंडेलवाल ने कहा कि उद्योगों के विकास के लिए आज अनेकों नई योजनाएं उपलब्ध हैं। नए स्टार्टअप प्रारंभ होने से निश्चित रूप से रोजगार बढ़ेंगे। इस दौरान आरएमए के अध्यक्ष डा मनीष शर्मा ने बताया कि आरएमए के प्रयासों से ही आईआईएम काशीपुर के साथ नए उद्यमों के विकास के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के कुलपति केपी सिंह की ओर से बरेली में नए स्टार्टअप शुरु करने के लिए एमओयू पर सहमति बनी। समारोह के दौरान आरएमए की बेवसाइट आरएमबीएलवाई डाट काम का भी विमोचन किया गया।
इस दौरान डा. एनएल शर्मा, केबी अग्रवाल, केबी जौहरी, उमेश धीरवानी, मोहन गुप्ता, संदीप तिवारी, निखिल अग्रवाल, दिनेश जौहरी, प्रो विनय रिषीवाल, दिनेश सिंह उपस्थित रहे। संचालन डा. नीरज सक्सेना, डा. स्वतंत्र कुमार ने किया।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-421 (साल-02)
2. सोमवार, अक्टूबर 11, 2021
3. शक-1984,सावन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-पंचमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:11, सूर्यास्त 06:13।
5. न्‍यूनतम तापमान -23 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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शनिवार, 9 अक्तूबर 2021

भागीदारों के साथ सहयोग बढ़ाने पर चर्चा: यूएसए

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। भारत और अमेरिका ने मजबूत रक्षा साझेदारी और स्वतंत्र व खुले हिंद-प्रशांत के लिए समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने बताया कि दोनों देशों के अधिकारियों ने साल के अंत में होने वाली टू प्लस टू वार्ता का आधार तैयार करने के लिए एक बैठक की। शुक्रवार को हुई बैठक में भारतीय रक्षा सचिव अजय कुमार और अमेरिका के अवर रक्षा मंत्री (नीति) कॉलिन कहल शामिल हुए। 
पेंटागन ने कहा कि अमेरिका और भारत की रक्षा नीति समूह की 16वीं बैठक ने टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता का आधार तैयार किया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एंटन टी सेमलराथ ने कहा कि वार्ता ने द्विपक्षीय प्राथमिकताओं की महत्वाकांक्षी व्यवस्था को आगे बढ़ाया, जिनमें सूचना साझेदारी, समुद्री सहयोग, साजो-सामान व रक्षा व्यापार शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि अमेरिकी और भारतीय अधिकारियों ने दक्षिण एशिया व हिंद महासागर क्षेत्र सहित साझा हितों के क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में अंतरिक्ष और साइबर जैसे नए रक्षा क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने की भी प्रतिबद्धता जताई गई। 
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने पिछले महीने जानकारी दी थी कि भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता इस साल नवंबर में अमेरिका में होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मुलाकात के पखवाड़े भर बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि अब भारत व अमेरिका के द्विपक्षीय संबंध कई मुद्दों पर आगे बढ़ रहे हैं। 
प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि इस समय हमारा ध्यान उच्च स्तरीय वार्ताकारों के जरिए काम जारी रखने, आर्थिक, राष्ट्रीय सुरक्षा और कोविड-19 महामारी से निपटने पर केंद्रित है। आगे सीडीएस जनरल बिपिन रावत का अमेरिका दौरा प्रस्तावित है। अगले हफ्ते अमेरिकी चीफ ऑफ नेवल स्टाफ भारत दौरे पर आएंगे।

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