मेले पर प्रशासन की नजर टेढ़ी: मुजफ्फरनगर
भानु प्रताप उपाध्याय
मुजफ्फरनगर। खतौली नगर क्षेत्र में लगने वाले मेले पर प्रशासन ने नजर टेढ़ी कर ली है। एसडीएम ने मेले के संबंध में छानबीन कराई तो यह नई परंपरा के साथ शुरू किया जा रहा था। श्रावणी छड़ियान से पहले नगर में कोई मेला आदि नहीं लगता है। प्रशासन ने साफ किया है कि इस तरह के आयोजनों की रोकथाम जारी रहेगी। अनुमति निरस्त होने के बाद झूले का सामान उखाड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
वार्ड-11 जमुना विहार के ताराचंद शिवालय के मैदान में एक माह के लिए मेला लगाया जा रहा था, जिसका आयोजक मुजफ्फरनगर निवासी सिराज अहमद था। एसडीएम ने पूर्व में जांच रिपोर्ट के आधार पर मेले की अनुमति जारी कर दी।
उसके बाद वार्ड के पूर्व सभासद अनुज सहरावत ने मेले को लेकर एतराज जताया। एसडीएम से मिलकर इस तरह से पूर्व में कोई आयोजन नहीं होने की जानकारी दी गई। इस पर एसडीएम ने तत्काल पुलिस और नगरपालिका से जांच-पड़ताल कराई। जांच में साफ हुआ कि एक नई परंपरा शुरू कर मेला लगाने की तैयारी की गई थी। एसडीएम जीत सिंह राय ने बताया कि जांच के बाद मेले की अनुमति निरस्त की गई है। तहसील क्षेत्र में नई परंपरा बनाकर इस तरह के आयोजनों को करने नहीं दिया जाएगा। मेले के साथ सुरक्षा-व्यवस्था भी देखनी रहती है। नियमों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। मेला आयोजक को सामान उठाने के निर्देश दिए गए है।
मुजफ्फरनगर मंसूरपुर थाना प्रांगण में रविवार सुबह पुलिसकर्मियों के लिए विशेष योग सत्र का आयोजन किया गया। योग सत्र में थाने में तैनात पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया। योगाचार्य नीरज कुमार ने पुलिसकर्मियों को विभिन्न यौगिक क्रियाएं करवाते हुए जीवन में योग के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सुबह कुछ देर के नियमित योग से अनेक गम्भीर बीमारियों से बचा जा सकता है।