सोमवार, 11 अप्रैल 2022

फिल्म एक्टर व स्क्रिप्ट राइटर सुब्रमण्यम का निधन

फिल्म एक्टर व स्क्रिप्ट राइटर सुब्रमण्यम का निधन   

कविता गर्ग              
मुंबई। बॉलीवुड से एक बुरी खबर सामने आ रही है। फिल्म एक्टर और स्क्रिप्ट राइटर शिव कुमार सुब्रमण्यम का निधन हो गया है। उन्होंने सोमवार की सुबह 11 अप्रैल को अपनी अंतिम सांसे लीं।
एक्टर के निधन की खबर सामने आते ही पूरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्रई में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें कि एक्टर शिव कुमार सुब्रमण्यम का अंतिम संस्कार 11 अप्रैल की सुबह ही 11 बजे मोक्षधाम हिंदू श्मशानभूमि में किया जाएगा। एक्टर शिव कुमार सुब्रमण्यम के यूं अचानक जाने की खबर से हर कोई हैरान है।
एक्टर सुब्रमण्यम के फैंस सोशल मीडिया पर उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। ऐसे में बीना सरवर ने एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने बताया है कि दो महीने पहले एक्टर ने अपना बेटा भी खो दिया था। बेटे जहान की मौत के ठीक दो महीने बाद ही उनका भी निधन हो गया। बता दें कि शिव के बेटे जहान को ब्रेन ट्यूमर था। 16वें बर्थडे से पहले ही उनके बेटे की भी मौत हो गई थी।
बता दें कि शिव कुमार ने साल 1942 में अ लव स्टोरी, परिंदा, इस रात की सुबह नहीं, चमेली और हजारों ख्वाहिशें ऐसी भी लिखी थीं। बतौर एक्टर उन्होंने फिल्म परिहार, दोहकाल, कमीने, टु-स्टेट्स, हिचकी, तू है मेरा संडे, मीनाक्षी सुंदरेश्वर में काम किया था। Shiv Kumar बॉलीवुड से एक बुरी खबर सामने आ रही है।

बीड़ी-सिगरेट से खेतों में सावधानी रखें: सीएम

बीड़ी-सिगरेट से खेतों में सावधानी रखें: सीएम 

मनोज सिंह ठाकुर        

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भीषण गर्मी के बीच खड़ी फसल में आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर सोमवार को किसानों से अपील की कि वे नरवाई न जलाएं और बीड़ी-सिगरेट से भी खेतों में सावधानी रखें। चौहान ने कहा कि प्रदेश में कुछ जगह खड़ी फसल में आग लगने की घटना हुई हैं। सभी से अपील है कि सावधानी रखें। जहां फसल खड़ी है वहां किसी भी कीमत पर नरवाई में आग न लगाएं। भूसा बनाने के लिए रीपर तभी चलाएं जब आसपास की फसल कट गई हो, क्योंकि उससे चिंगारी निकलने से आग लगने की घटना की आशंका होती है।

उन्होंने कहा कि बीड़ी, सिगरेट असावधानी से पीने से भीषण गर्मी में इस तरह की घटनाएं होती हैं, इसलिए जहां फसल खड़ी हो वहां सावधानी रखें, ताकि किसी किसान का नुकसान न हो। इसके पहले श्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर सहित अन्य जिलों में विभिन्न स्थानों पर अधिक गर्मी से गेहूं की फसल में आग लगने की घटना दुःखद है।

उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द नुकसान का आंकलन कर प्रभावितों को उचित मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान परेशान न हों, वे हर चुनौती और संकट के वक्त किसानों के साथ हैं। जिनकी फसल नष्ट हुई है उनके साथ सरकार खड़ी है। इस संकट से भी सरकार किसानों को पार निकालकर ले आएगी।

विधायकों ने प्रदेशाध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा

विधायकों ने प्रदेशाध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा  

अमित शर्मा        
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिलने के बाद हरियाणा कांग्रेस के मोहरे-चेहरे में भी बदलाव जल्द ही संभव है। क्योंकि हरियाणा कांग्रेस में भी रार छिड़ गई है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।
इसी बीच हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने अपने पद से इस्तीफा देने का प्रस्ताव सोनिया गांधी को दिया है। शनिवार को पार्टी सुप्रीमो से मुलाकात में उन्होंने यह ऑफर दिया है।
कुमारी शैलजा की ओर से यह बात ऐसे समय में कही गई है, जब पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा लगातार बदलाव की मांग कर रहे हैं। दरअसल प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी वह अपने खेमे के किसी व्यक्ति को देना चाहते हैं।
बता दें कि पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि दीपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी जाए। हालांकि वे अभी राज्यसभा सांसद हैं, लेकिन पार्टी के कई विधायकों की यह राय है। एक धड़ा चाहता है कि पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल को प्रधान बनाया जाए। इससे संगठन तो मजबूत होगा ही कांग्रेस को भी मजबूती मिलेगी।
कुमारी शैलजा या कांग्रेस हाईकमान की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन विवाद निपटाने को लेकर मंथन जारी है। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व इस बात को लेकर चिंतित भी है कि कुमारी शैलजा दलित समुदाय से आती हैं और महिला नेता हैं।
यदि उन्हें हटाया जाएगा तो पार्टी पर विरोधी दल दलितों की उपेक्षा का आरोप भी लगा सकते हैं। खासतौर पर ऐसे वक्त में यह आरोप और भी पुख्ता होने का डर है, जब पंजाब में सुनील जाखड़ जैसे नेता दलित लीडर चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाए जाने पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-185, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, अप्रैल 12, 2022
3. शक-1984, चैत्र, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2078।             
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 27 डी.सै., अधिकतम-42+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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रविवार, 10 अप्रैल 2022

403 विधानसभा क्षेत्रों में बनेंगे 100 बेड के अस्पताल

403 विधानसभा क्षेत्रों में बनेंगे 100 बेड के अस्पताल 

संदीप मिश्र                   

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि प्रदेश के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में 100 बेड के सभी संसाधनों से युक्त उच्चीकृत अस्पताल बनाए जाएंगे। इसके साथ ही राज्य के प्रत्येक विकास खंड क्षेत्र में 25 से 30 बेड के बेहतरीन सीएससी-पीएससी उपलब्ध कराने की दिशा में कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। योगी ने यहां जंगल कौड़िया पीएचसी से पूरे प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का शुभारंभ करते हुये कहा कि हर एक व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य देना सरकार का कर्तव्य और हम इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उत्तम आरोग्यता से ही स्वस्थ समाज का निर्माण होगा और स्वस्थ समाज के होने पर ही हम सशक्त उत्तर प्रदेश और सशक्त भारत के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में सरकार तेजी से आगे बढ़ी है।कभी पूर्वी उत्तर प्रदेश में इलाज का एकमात्र केंद्र गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था। वह भी कब बंद हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता था। वहां न डॉक्टर पर्याप्त थे और न ही दवाएं। आज बीआरडी मेडिकल कॉलेज बहुत अच्छे ढंग से स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों की चिकित्सा की सुविधा के लिए गोरखपुर में एम्स भी खुल गया है। साथ ही साथ देवरिया, सिद्धार्थनगर व बस्ती में नए मेडिकल कॉलेज सेवाएं दे रहे हैं। कुशीनगर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण चल रहा है और महाराजगंज में मेडिकल कॉलेज बनाने की स्वीकृति दी जा चुकी है।

योगी ने इस अवसर पर संचारी रोगों की रोकथाम पर अंतर्विभागीय समन्वय व सामूहिकता की ताकत का उल्लेख करते हुए कहा कि इसी ताकत के दम पर उत्तर प्रदेश पीएम मोदी के मार्गदर्शन में कोरोना नियंत्रण का बेहतरीन मॉडल देने में सफल रहा है। यही नहीं, अंतर्विभागीय समन्वय व टीम वर्क के बल पर 1977 से लेकर 2017 तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में पचास हजार मासूमों को असमय काल कवलित करने वाली इंसेफेलाइटिस पर नकेल कस दिया है। उन्होंने कहा कि 40 वर्ष ने इंसेफलाइटिस को समाप्त नहीं किया जा सका था, इसके इलाज के लिए संसाधन तक नहीं थे। पर, केंद्र व प्रदेश सरकार ने मिलकर सिर्फ चार साल में इंसेफलाइटिस को समूल उखाड़ने में सफलता हासिल की है। मस्तिष्क ज्वर अब नाममात्र का है। थोड़ी सी सतर्कता और सामूहिक प्रयास से अगले एक-दो साल में इंसेफेलाइटिस सदा के लिए समाप्त हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक संवेदनशील सरकार कैसे कार्य करती है, कोरोना काल में उत्तर प्रदेश में सभी लोगों ने देखा है। महामारी के दौरान कोरोना वारियर्स के सेवा भाव व टीम वर्क की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक वैक्सीन की 30 करोड़ डोज उपलब्ध कराई जा चुकी है। फ्री जांच, इलाज व वैक्सीन के साथ डबल इंजन की सरकार ने हर जरूरतमंद को हर माह राशन का डबल डोज भी दिया। ये सभी कार्य निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। लोगों को संचारी रोग नियंत्रण अभियान, टीबी व फाइलेरिया मुक्ति अभियान से जुड़ने की अपील करते हुये उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदैव कहते हैं कि बचाव ही बीमारियों से दूर रहने का सर्वोत्तम उपाय है। यदि बीमारी हो भी गई तो उसे छुपाने की बजाय समय पर इलाज कराने की आवश्यकता है। सीएम योगी ने कहा कि 2030 तक दुनिया को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि पीएम मोदी ने इसके लिए 2025 का ही लक्ष्य निर्धारित किया है। जनसामान्य टीबी मरीजों की पहचान और उनके इलाज में अपना योगदान दे। टीबी मरीजों को सरकार की तरफ से प्रति माह 500 रुपया पोषण भत्ता भी दिया जाता है।

श्री योगी ने कहा कि आज से प्रारंभ हो रहा जन आरोग्य मेला हर रविवार को प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगेगा। मेला में लोगों को निशुल्क चिकित्सकीय परामर्श, निशुल्क जांच व मुफ्त दवाओं के माध्यम से आरोग्यता का उपहार मिलेगा। आरोग्य मेला 2020 में ही शुरू किया गया था लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था। एक बार फिर इसका शुभारंभ हो रहा है। इसका उद्देश्य सभी लोगों को बिना भेदभाव चिकित्सा सेवा का लाभ पहुंचाना है। मेले में सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाएगा और लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के स्वास्थ्य कार्ड बनने से रह गए हैं, वे बनवाकर इसका लाभ उठाएं। आरोग्य मेला के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित करने के साथ ही फाइलेरिया के रोगियों को किट भी प्रदान किया।

इस अवसर पर विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेंद्र पाल सिंह, प्रदीप शुक्ला, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह आदि भी मौजूद रहे।

सार्वजनिक सूचना

सार्वजनिक सूचना 

मेरी 12वीं कक्षा की अंक तालिका गुमशुदा हो गई है जिसमें मेरा अनुक्रमांक नंबर-0226090  अंकित है। इस संबंध में स्थानीय पुलिस (थाना लोनी बॉर्डर) को गुमशुदगी से संबंधित पत्र प्रेषित किया है।
चंदन पुत्र अशोक पांचाल 
निवासी-F-127 पूर्वी जवाहर नगर, लोनी, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश-201102
यदि किसी को मेरी अंक तालिका मिले कृपया मुझे देने का कष्ट करें।
9717621486।

आंध्रप्रदेश: नए मंत्रिमंडल की अटकलों पर विराम

आंध्रप्रदेश: नए मंत्रिमंडल की अटकलों पर विराम 

इकबाल अंसारी     

विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश सरकार ने नए मंत्रिमंडल की अटकलों पर विराम लगाते हुए रविवार को यहां 25 सदस्यों के नाम राज्यपाल को भेजे। जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना है। आंध्र प्रदेश में शनिवार को सभी 24 मंत्रियों अपने इस्तीफे राज्यपाल को भेजे थे, जिसके बाद राज्यपाल ने उन सभी मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।

नए मंत्री सोमवार को अमरावती में सचिवालय परिसर में शपथ ग्रहण करेंगे। मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने नए मंत्रिमंडल में 10 पुराने मंत्रियों सहित 15 नए चेहरों को शामिल किया है। मुख्यमंत्री ने एससी, एसटी और बीसी समुदायों के विधायकों को अधिक महत्व दिया है। हालांकि नए मंत्रिमंडल में ब्राह्मण, वैश्य, कम्मा और क्षत्रिय समुदायों को स्थान नहीं मिली। फिल्म अभिनेत्री से राजनेता बने आरके रोजा को भी नए मंत्रिमंडल में जगह मिली है।

नए मंत्रिमंडल में गुडीवाड़ा अमरनाथ, ददिशेट्टी राजा, बोत्सा सत्यनारायण, आर धर्मना प्रसाद राव, सिदिरी अप्पलाराजू, जोगी रमेश, अंबाती रामबाबू, कोट्टू सत्यनारायण, तनती वनिता, करुमुरी नागेश्वर राव, मेरुगा नागार्जुन, बुडी मुथ्याला नायडू, विदुदाला रजनी, काकानी गोवर्धन रेड्डी, पेडिरेड्डी रामचंद्र रेड्डी, बुगना राजेंद्रनाथ रेड्डी, पिनिपे विश्वरूप, गुम्मनूरु जयराम, आरके रोजा, उषाश्री चरण, थिप्पे स्वामी, चेलुबोइना वेणुगोपाल और नारायण स्वामी को जगह मिली है। ये सब सोमवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।

बाबा केवल स्थान विकसित, योजनाओं पर कार्य

बाबा केवल स्थान विकसित, योजनाओं पर कार्य 

अविनाश श्रीवास्तव           

समस्तीपुर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि समस्तीपुर जिले के पटोरी सिऊरा स्थित बाबा अमर सिंह स्थल पर लगने वाले मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिया जाएगा। कुमार ने रविवार को समस्तीपुर जिले के मोरबा प्रखंड के इन्द्रवारा में आयोजित बाबा केवल धाम राजकीय मेले के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा केवल स्थान को विकसित करने के लिए कई योजनाओं पर काम चल रहा है।

उन्होंने कहा कि समस्तीपुर के बाबा केवल स्थान पर स्वास्थ्य सुविधा के लिए एक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी खोला जायेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बिहार के विकास और लोगों के हित में काम कर रही है। कुमार ने कहा कि समस्तीपुर जिले के पटोरी सिऊरा के बाबा अमर सिंह स्थान से बाबा केवल स्थान तक आवागमन को सुलभ बनाने के लिए करीब 25 करोड़ रुपए की लागत से 13 किलोमीटर संपर्क रोड भी बनाया जा रहा है।

उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में अपराध एवं भ्रष्टाचार को नियंत्रित किया गया है। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री सह स्थानीय भाजपा सांसद नित्यानंद राय ने समस्तीपुर के पटोरी सिऊरा स्थित बाबा अमर स्थान पर लगने वाले मेले को भी राजकीय मेला का दर्जा देने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। राय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाबा केवल स्थान एवं बाबा अमर स्थान को जिस तरह से विकसित करने का जो पहल की है, उससे देश के पर्यटक खासकर निषाद् समाज के लोग यहां आयेंगे

उन्होंने इस मौके पर बाबा केवल स्थान परिसर मे पर्यटन विभाग द्वारा करीब 4 करोड़ की लागत से निर्मित यात्री निवास का भी उद्वघाटन किया। समारोह को उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव विधासागर निषाद्,भाजपा नेता व पूर्व मंत्री बैधनाथ सहनी व रामाश्रय सहनी एवं जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया। इस राजकीय मेलें मे नेपाल के अलावे उतरप्रदेश, राजस्थान एवं झारखंड समेत देश के विभिन्न प्रदेशों से लाखों श्रद्वालु भाग ले रहे हैं।

एक्ट्रेस के पति फरहान को गोवा एयरपोर्ट पर रोका

एक्ट्रेस के पति फरहान को गोवा एयरपोर्ट पर रोका 

कविता गर्ग     
मुंबई। बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय और अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर होने वाली एक्ट्रेस आयशा टाकिया को लेकर एक बड़ी खबर आई है। दरअसल, उनसे और उनके पति फरहान आजमी अपने बेटे के साथ गोवा से मुंबई लौट रहे थे।
हालाँकि, इसी दौरान उन्हें गोवा एयरपोर्ट पर रोक लिया गया। फरहान का नाम पढ़ने के बाद कुछ अफसरों ने उन्हें परिवार से अलग कर दिया और बदतमीजी की। इस बारे में जानकारी फरहान ने सोशल मीडिया पर देते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया है।
फरहान ने बदतमीजी करने वाले अफसर की दो तस्वीरें शेयर की हैं। इसी के साथ फरहान ने कैप्शन में लिखा है- ‘ डियर @CISFHQrs मैं मुंबई के लिए 6:40 की फ्लाइट में बैठ रहा था और तभी रेसिस्ट अफसरों R P Singh, A K Yadav, कमांडर राउत और एसपी कैटिगरी के सीनियर अफसर बहादुर ने मेरा नाम पढ़ते ही मुझे मेरे परिवार से अलग कर दिया। मौजूद एक आर्म्ड अफसर ने हमें फिजिकली टच किया और मेरी वाइफ और बेटे को मुझसे अलग खड़े होने को कहा। वहीं अन्य फैमिली मेंबर्स सिक्योरिटी चेकअप के लिए खड़े थे और उन्हें अलग नहीं किया गया। बस मैंने उनसे इतना कहा कि वे किसी महिला को टच ना करें और दूरी बनाकर रखें।’
केवल यही नहीं बल्कि इसके अलावा फरहान ने आगे बताया कि- ‘बात यहीं नहीं रुकी। सीनियर अफसर बहादुर ने फिर CISFHQrs के एक गार्ड को इशारे से बुलाया, जो मुझे डराने को एकदम तैयार था। इस रेसिस्ट अफसर ने मेरी जेब चेक करते हुए मुझ पर बेहद घटिया सेक्शुअल कमेंट किया। मेरी जेब में सिर्फ 500 रुपये थे। फरहान ने ट्वीट में मुंबई पुलिस और गोवा एयरपोर्ट को भी टैग किया है।’ उनके इस ट्वीट पर गोवा एयरपोर्ट ने माफी मांगते हुए कहा, ‘सफर के दौरान आपको और आपके परिवार को जो तकलीफ उठानी पड़ी, उसके लिए हम माफी मांगते हैं। इस मामले की जांच की जाएगी।’ आप सभी को बता दें आयशा ने साल 2009 में फरहान से शादी की थी। वहीं शादी के दो साल बाद एक्ट्रेस ने एक्टिंग से दूरी बना ली और अब वह अभिनय से दूर हैं।

परीक्षार्थियों को निष्कासित नहीं करने का निर्देश

परीक्षार्थियों को निष्कासित नहीं करने का निर्देश   

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को निष्कासित नहीं करने का निर्देश दिया है। बोर्ड की मानें तो परीक्षा के दौरान नकल करते छात्र पकड़े जायेंगे, तो उन्हें निष्कासित नहीं किया जायेगा। बल्कि नकल के बाद परीक्षार्थियों को दुबारा परीक्षा दिलवायी जायेगी।
नकल करने वाले छात्र की कॉपी और प्रश्नपत्र ले लिया जायेगा। इसके बाद फिर उसे दूसरे कमरे में ले जाया जायेगा। फिर दूसरी उत्तरपुस्तिका और प्रश्नपत्र देकर उसे परीक्षा दिलवाई जाएगी। परीक्षा के बाद ऐसे छात्रों की दोनों उत्तर पुस्तिका को अलग-अलग लिफाफे में सीलबंद किया जायेगा और उन्हें स्पीड पोस्ट से सीधा बोर्ड को भेजा जायेगा।
कोरोना संक्रमण के समय बना नियम : कोरोना संक्रमण के कारण बोर्ड ने यह बदलाव किया है। कोरोना के कारण दो साल ऑनलाइन कक्षाएं चलीं। बच्चों पर किसी तरह का दबाव न हो, इसके लिए यह किया गया है जबकि कोरोना संक्रमण के पहले निष्कासित किया जाता था।

केंद्र को 45 हजार करोड़ से अधिक का जीएसटी

केंद्र को 45 हजार करोड़ से अधिक का जीएसटी   

दुष्यंत टीकम     
रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में जीएसटी कलेक्शन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बीते पांच वर्षों में प्रदेश से केंद्र को 45 हजार करोड़ से अधिक का जीएसटी मिला है। जीएसटी कलेक्शन में साल-दर-साल बढ़ोतरी हो रही है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में जीएसटी कलेक्शन में 35.27 फीसद की बढ़ोतरी हुई। विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बीते पांच वर्षों में प्रदेश को सीजीएसटी के रूप में 45,784.87 करोड़ रुपये मिले हैं।
गौरतलब है कि गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) देश भर में एक जुलाई 2017 को लागू हुआ। जीएसटी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-18 में सीजीएसटी के रूप में 4763.87 करोड़ रुपये मिले थे। इसके बाद से जीएसटी कलेक्शन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बताया जा रहा है कि स्टील की कीमतों में पिछले दिनों हुई जबरदस्त बढ़ोतरी के चलते इस सत्र में जीएसटी कलेक्शन में ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली।

‘अखबार बचाओ महासंघ’ का गठन, अध्यक्ष चुना

‘अखबार बचाओ महासंघ’ का गठन, अध्यक्ष चुना 

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। मीडियाकर्मियों व प्रकाशकों के हितों के लिए सशक्त कार्य करने हेतु देश के प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों ने संयुक्त रूप से ‘अखबार बचाओ महासंघ’ का गठन किया है। महासंघ की ‘स्थायी संचालन समिति’ द्वारा अखिलेश चन्द्र शुक्ल को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है।
महासंघ ‘प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया’ के सदस्यों सर्व गुरिन्दर सिंह, बलदेव राज गुप्ता, जयशंकर गुप्ता, श्याम सिंह पंवार, एड. शैलेन्द्र दुबे, एल. सी. भारतीय तथा पूर्व पीसीआई सदस्यों सर्व सुनील डंग, अशोक कुमार नवरत्न, राकेश शर्मा (राष्ट्रदूत), अमर देवपल्ली आदि के मार्गदर्शन में कार्य करेगा। इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रेस एन मीडियामेन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन सहयोगी को महासंघ का राष्ट्रीय संयोजक चुना गया हैं। महासंघ के संयोजकों प्रदेश संयोजकों में सर्वश सुधीर पांडा (सदस्यः केन्द्रीय मीडिया प्रत्यायन समिति), एस. एम. आसिफ, अवधेश कुमार सिंह, संजय शर्मा, शिवशरण सिंह गहरवार, डी. डी. मित्तल, मलय बैनर्जी, लक्ष्मण पटेल, अर्जुन कुमार जैन, डा. अनवर अली खां, विश्वनाथ स्वामी, शिबू खां व हरपाल सिंह यादव सम्मलित हैं।
विगत वर्षों में समाचार पत्रों के प्रकाशकों-सम्पादकों-पत्रकारों के कार्यक्षेत्र में सरकार द्वारा परोक्ष या परोक्ष रूप से अवरोध उत्पन्न करने तथा प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। पिछले दिनों पत्रकारों पर हुई एफआईआर व अन्य कार्रवाही चिन्ताजनक हैं। ऐसी स्थिति में पत्रकारों-प्रकाशकों के हितों के संरक्षण एवं सवर्धन के लिए देश के प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों द्वारा संयुक्त रूप में ‘अखबार बचाओ महासंघ’ का गठन किया है जो प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के दर्जनभर सदस्योें/ पूर्व सदस्यों व प्रतिष्ठित मीडियाकर्मियों के नेतृत्व में कार्य करेगा। महासंघ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, आरएनआई, पीआईबी, डीएवीपी व राज्य सरकारों के जनसम्पर्क निदेशालयों से वार्ता कर उक्त घटनाओं पर अपना विरोध दर्ज करेगा तथा अपने हितों के लिए विधिसम्मत संर्घष करेगा।
नवनियुक्त अध्यक्ष अखिलेश चंद्र शुक्ल विगत कई दशकों से मीडियाकर्मियों के हितों के लिए कार्यरत है तथा प्रेस कांउसिल ऑफ इंडिया द्वारा अधिसूचित संगठन ‘अखिल भारतीय समाचार पत्र एसोसियशन’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। श्री शुक्ल ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान में मीडिया की स्थिति वाकई चिन्ताजनक है। छोटे व मझोले अखबार सरकार की नीतियों के कारण दम तोड रहे हैं। इसके लिए सशक्त आवाज उठाने की नितांत आवश्यकता है। महासंघ अपने उद्देश्यों के अनुसार मीडियाकर्मियों के हितों के लिए कार्य करेगा।

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...