मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा कर रही फिल्म
इकबाल अंसारी
चेन्नई। बॉलीवुड इस फिल्म के जरिये भाजपा का उद्देश्य धार्मिक नफरत पैदा करना और धार्मिक सहिष्णुता को बिगाड़कर राजनीतिक लाभ हासिल करना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात को कोई नहीं भूल सकता कि कश्मीर को भारत में शामिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पंडित समुदाय से ही थे।’’ तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के प्रमुख के. एस. अलागिरि ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ‘एकतरफा अर्द्धसत्य तथा अप्रमाणित मनगढंत’ बातों के जरिये मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह फिल्म कश्मीर के लोगों के साथ हुए अत्याचार और अन्याय को छुपाने के लिए बनायी गयी है तथा इसमें इस अप्रमाणित झूठे आरोपों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है कि राज्य में मुसलमानों के साथ भाई- बहनों की तरह रहने वाले कश्मीरी पंडितों को उत्पीड़ित किया गया था। अलागिरि ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘इस फिल्म के जरिये भाजपा का उद्देश्य धार्मिक नफरत पैदा करना और धार्मिक सहिष्णुता को बिगाड़कर राजनीतिक लाभ हासिल करना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात को कोई नहीं भूल सकता कि कश्मीर को भारत में शामिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पंडित समुदाय से ही थे।’’
अलागिरि ने कहा कि आरएसएस और भाजपा कश्मीर में धार्मिक सौहार्द से रह रहे कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने कहा कि न तो कांग्रेस और न ही जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस नेता शेख अब्दुल्ला पंडितों के पलायन के लिए दोषी थे, क्योंकि उनकी पार्टी उस वक्त सत्ता में नहीं थी। वास्तव में, तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और शेख अब्दुल्ला के बीच दोस्ती ही कश्मीर के भारत में विलय का मुख्य कारण थी। उन्होंने फिल्म की प्रशंसा करने और निदेशक को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आड़े हाथों लिया और कहा कि उनकी खुली प्रशंसा से भारतीय संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत कमजोर हुए हैं। श्री अलागिरि ने कहा, ‘‘मैं विभाजनकारी राजनीति को बढ़ावा देने और धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने के लिए भाजपा सरकार की निंदा करता हूं।