मंगलवार, 15 मार्च 2022

विपक्ष ने ठेका फर्म पर कठोर कार्रवाई की मांग की

विपक्ष ने ठेका फर्म पर कठोर कार्रवाई की मांग की   

दुष्यंत टीकम       
रायपुर। विधानसभा में मंगलवार को सरकार ने आखिरकार स्वीकार किया कि 108 एम्बुलेंस सेवा से जुड़े ठेका फर्म ने शर्तों का उल्लंघन किया है। जिसके एवज में ठेका फर्म के ऊपर जुर्माना लगाया गया है। मगर, विपक्ष ने इसे पर्याप्त नहीं मानते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है। छत्तीसगढ़ में बीते एक दशक से संजीवनी एम्बुलेंस सेवा 108 का संचालन किया जा रहा है। बीते कुछ वर्षों में इस सेवा के टेंडर में गड़बड़ी के बाद अब यह सेवा मुहैया करा रहे फर्म के द्वारा सेवा शर्तो का उल्लंघन करने की अनेक शिकायतें की गईं। इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने बताया कि ग्रामीण चिकित्सा इकाई और 108 सेवा के अनुबंध के तहत एम्बुलेंस सेवा का टेंडर जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेस सम्मान फाउंडेशन को जारी किया गया हैं।
विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से उठाये गए इस मामले के संबंध में जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि 108 की सेवाएं मुहैया करा रहे ठेका फर्म द्वारा नियमों का लगातार उल्लंघन किये जाने की शिकायत हुई जिसकी जांच में गड़बड़ी पायी गई, इसके एवज में फर्म के ऊपर पहले 52 लाख 15 हजार 440 रूपये की पेनाल्टी लगाई गयी। फिर उसके ऊपर पुनः 26 लाख 4 हजार और 27 लाख 72 हजार की पेनाल्टी लगाई गई।
नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में कहा कि केवल पेनाल्टी लगाना पर्याप्त नहीं है। 108 एम्बुलेंस सेवा में जिस तरह की सुविधाएँ होनी चाहिए अगर वो मुहैया नहीं हो रही है तो मरीजों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इसे ध्यान में रखते हुए संबंधित फर्म के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ को बंद करना चाहिए। हालांकि मंत्री ने इस मामले में प्रावधानों को देखते हुए कार्रवाई करने की बात कही है। इस मामले की जानकारी देते हुए नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कांग्रेस सरकार पर अपनों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।

मेरे कहने पर सांसदों के बेटे-बेटियों के टिकट काटे गए

मेरे कहने पर सांसदों के बेटे-बेटियों के टिकट काटे गए  

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। भाजपा संसदीय दल की बैठक मंंगलवा को अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा सांसदों को परिवारवादी राजनीति पर सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी में पारिवारिक राजनीति को अनुमति नहीं है और मेरे कहने पर आपके बेटे-बेटियों के टिकट काटे गए हैं। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अगर किसी भाजपा सांसद या मंत्री के बेटे या बेटी की उम्मीदवारी खारिज हुई तो इसके पीछे मैं जिम्मेदार हूं।
पार्टी में पारिवारिक राजनीति की अनुमति नहीं होगी। भाजपा अन्य पार्टियों में वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ेगी। उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियां देश को खोखला कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वंशवाद की राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है और इसके खिलाफ हमें लडऩा होगा। 
पीएम मोदी ने कहा कि मेरी वजह से ही कई सांसदों के बच्चों को हाल ही में संपन्न विधान सभा चुनावों में टिकट नहीं मिला। वंशवाद की राजनीति से लडऩे के लिए भाजपा को संगठन के भीतर इस तरह की प्रथाओं पर लगाम लगानी होगी। पीएम मोदी ने हाल ही में रिलीज हुई फिल्म द कश्मीर फाइल्स की भी सराहना की और सुझाव दिया कि ऐसी फिल्में अधिक बार बनाई जानी चाहिए। इससे पहले चार राज्यों में बड़ी जीत के लिए सभी सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया। बैठक शुरू होने से पहले स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भी श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक में मौजूद भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी ने सांसदों से कहा कि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसे 100 बूथों की पहचान करें जहां भाजपा को अपेक्षाकृत कम वोट मिले और इसके पीछे के कारणों की पहचान करें। हालांकि, उन्होंने पार्टी को समर्थन देने के लिए सांसदों को भी धन्यवाद दिया।

हिजाब प्रतिबंध बरकरार, फैसला अत्यंत निराशाजनक

हिजाब प्रतिबंध बरकरार, फैसला अत्यंत निराशाजनक  

इकबाल अंसारी     
श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने हिजाब पर प्रतिबंध को बरकरार रखने के कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले को ”बेहद निराशाजनक” बताते हुए मंगलवार को कहा कि यह केवल धर्म की बात नहीं है, बल्कि चयन की स्वतंत्रता की भी बात है। महबूबा ने ट्वीट किया, ”कर्नाटक उच्च न्यायालय का हिजाब प्रतिबंध को बरकरार रखने का फैसला अत्यंत निराशाजनक है। एक तरफ हम महिला सशक्तीकरण की बात करते हैं और दूसरी तरफ हम उन्हें एक सरल चयन का अधिकार भी देने से इनकार कर रहे हैं। यह केवल धर्म की बात नहीं है, बल्कि चयन की स्वतंत्रता की भी बात है।
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कक्षा में हिजाब पहनने की अनुमति देने का अनुरोध करने वाली उडुपी में ‘गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी गर्ल्स कॉलेज’ की मुस्लिम छात्राओं के एक वर्ग की याचिकाएं मंगलवार को खारिज कर दी। अदालत ने कहा कि स्कूल की वर्दी का नियम एक उचित पाबंदी है और संवैधानिक रूप से स्वीकृत है, जिस पर छात्राएं आपत्ति नहीं उठा सकतीं।

गूगल की मदद से युवक के पते-ठिकाने की पहचान की

गूगल की मदद से युवक के पते-ठिकाने की पहचान की

मनोज सिंह ठाकुर      
इंदौर। मध्यप्रदेश से मालवाहक ट्रक में बैठकर मध्यप्रदेश के इंदौर पहुंचने के बाद बदहवास हालत में भटक रहे 18 वर्षीय युवक के पते-ठिकाने की स्थानीय पुलिस ने गूगल वॉइस ट्रांसलेटर की मदद से पहचान की और उसे मदुरै जिले स्थित उसके घर के लिए रवाना किया। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जूनी इंदौर पुलिस थाने के प्रभारी अभय नेमा ने बताया कि मदुरै जिले के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाला युवक एक मालवाहक ट्रक में बैठकर हाल में इंदौर आया था। उन्होंने बताया कि उसके पास जो धन था, वह खर्च हो गया था, जिसके बाद वह शहर की लोहा मंडी में बदहवास हालत में भटक रहा था। उन्होंने बताया, यह युवक हिन्दी नहीं समझता। हमने हिन्दी में उससे उसका पता-ठिकाना पूछा, तो वह जवाब नहीं दे सका और तमिल बोलकर इशारों में अपनी बात समझाने की कोशिश करने लगा। उसके पास खुद का मोबाइल भी नहीं था।

थाना प्रभारी ने बताया कि चूंकि स्थानीय पुलिस कर्मी तमिल नहीं समझते हैं, इसलिए गूगल वॉइस ट्रांसलेटर की मदद से भाषा की दिक्कत दूर की गई और युवक से उसका मूल निवास स्थान पता किया गया। उन्होंने बताया, युवक एक पुलिस कर्मी के मोबाइल के माइक पर तमिल में आप बीती सुना रहा था और तुरंत इसका अनुवाद हिन्दी में हो रहा था। नेमा के मुताबिक, युवक की पहचान काली के रूप में हुई है और उसने पुलिस को बताया कि उसने दो दिन से खाना नहीं खाया था।

उन्होंने बताया कि जूनी इंदौर पुलिस थाने में काली को भोजन कराया गया और इसके बाद उसे ट्रेन के जरिये मदुरै जिले स्थित उसके घर के लिए सोमवार को रवाना कर दिया गया। थाना प्रभारी के मुताबिक, काली ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है और वह अपने दादा-दादी के साथ रहता है। उन्होंने बताया कि युवक का कहना है कि वह मालवाहक ट्रक से अपने एक रिश्तेदार के घर जा रहा था, लेकिन किसी विवाद के चलते ट्रक चालक उसे इंदौर में उतारकर आगे बढ़ गया था।‌‌‌‌

'ग्लांजा' का नया संस्करण भारतीय बाजार में उतारा

'ग्लांजा' का नया संस्करण भारतीय बाजार में उतारा 

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने प्रीमियम हैचबैक गाड़ी ग्लांजा का नया संस्करण भारतीय बाजार में उतारा है। जिसकी शुरुआती कीमत 6.39 लाख रुपये रखी गई है। इस मॉडल में 1197 सीसी का पेट्रोल इंजन है और यह मैनुअल तथा ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्प दोनों में उपलब्ध है। ग्लांजा के पांच स्पीड वाले मैनुअल संस्करण की कीमत 6.39 लाख रुपये से 9.19 लाख रुपये के बीच है जबकि ऑटोमैटिक संस्करण की कीमत 7.79 लाख रुपये से 9.69 लाख रुपये के बीच है। 

इसकी अन्य खासियतों में छह एयरबैग, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम, हिल होल्ड कंट्रोल, हेड-अप डिस्प्ले, 360 डिग्री कैमरा और नौ इंच का स्मार्ट प्ले कास्ट शामिल है। टीकेएम के कार्यकारी उपाध्यक्ष (बिक्री एवं ग्राहक सेवा) तदाशी असाजुमा ने कहा, ”यह विशेषतौर पर उन लोगों के लिए है जो स्टाइल और आधुनिक तकनीक वाली सुरक्षित तथा आरामदायक कार चाहते हैं।” टोयोटा ग्लांजा 2019 में बाजार में आई थी। अब तक कंपनी ने घरेलू बाजार में 66,000 से अधिक ग्लांजा कारें बेची हैं।

आरोपी की जमानत के खिलाफ याचिका पर सुनवाई

आरोपी की जमानत के खिलाफ याचिका पर सुनवाई 

आदर्श श्रीवास्तव       

लखीमपुर खीरी। उच्चतम न्यायालय ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत के खिलाफ दायर याचिका पर अब बुधवार को सुनवाई की। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमन की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंगलवार को इस मामले को 16 मार्च के लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश देते हुए कहा कि विशेष अनुमति याचिका पर कल सुनवाई की। शीर्ष अदालत ने 11 मार्च को कहा था कि 15 मार्च को उपयुक्त पीठ के समक्ष याचिका पर सुनवाई की। लेकिन इस मामले से संबंधित अन्य याचिकाओं पर सुनवाई कर चुकी पीठ में शामिल न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्य कांत आज उपलब्ध नहीं थे। 

याचिकाकर्ताओं- मृतक किसानों के परिजनों के वकील प्रशांत भूषण ने आज भी याचिका को अति आवश्यक बताते हुए शीघ्र सुनवाई की गुहार लगाई। इससे पहले उन्होंने 11 और चार मार्च को भी शीघ्र सुनवाई की गुहार लगाई थी। श्री भूषण ने शीर्ष अदालत को बताया कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एक गवाह पर गत गुरुवार रात को वहां हमला किया गया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अभियुक्तों की ओर से धमकी दी जा रही है कि अब उनकी पार्टी राज्य की सत्ता में वापस आ गई है। श्री भूषण ने कहा कि ऐसे हालात में गवाहों और याचिकाकर्ताओं के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है। मुख्य आरोपी आशीष के अलावा अन्य आरोपी भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय में जमानत लेने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 10 फरवरी को जमानत दी थी। किसानों के परिजनों की ओर से श्री भूषण ने आशीष की जमानत रद्द करने की मांग करते हुए उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत में याचिका दायर की।

श्री भूषण ने चार मार्च को भी शीघ्र सुनवाई की गुहार लगाई थी। तब मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले पर 11 मार्च को उपयुक्त पीठ के समक्ष सुनवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन उस दिन याचिका सूचीबद्ध नहीं की गई थी। मुख्य न्यायाधीश ने चार मार्च को यह भी कहा था कि संबंधित मामले की सुनवाई करने वाली वही पीठ याचिका पर विचार करने के लिए उपलब्ध होनी चाहिए। मृतक किसानों के परिजनों का नेतृत्व कर रहे जगजीत सिंह की ओर से अधिवक्ता श्री भूषण ने फरवरी में विशेष अनुमति याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ता ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा आशीष को जमानत दिए जाने को कानूनी प्रक्रिया एवं न्याय की अनदेखी करार दिया है। श्री भूषण से कुछ दिन पहले, अधिवक्ता सी एस पांडा और शिव कुमार त्रिपाठी ने भी आशीष की जमानत के खिलाफ सर्वोच्च अदालत में विशेष अनुमति याचिका दायर की थी।

अनजाने में मिसाइल के चलने को गंभीरता से लिया

अनजाने में मिसाइल के चलने को गंभीरता से लिया  

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि अनजाने में एक मिसाइल के चलने की घटने को सरकार ने गंभीरता से लिया है और इसके लिए एक औपचारिक उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। जिससे दुर्घटना के सटीक कारणों से पता चल सके। श्री सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में नौ मार्च को दुर्घटनावश एक मिसाइल के चलने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि ऑपेरशन, रखरखाव और निरीक्षण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया की समीक्षा की जा रही है हम अपने हथियार प्रणाली की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं इस संबंध में यदि किसी प्रकार की त्रुटि पायी जाती है तो उसे तुरंत दूर किया जाएगा।उन्होंने कहा, “मैं सदन को आश्वस्त कर सकता हूं कि हमारा मिसाइल सिस्टम अत्यंत सुरक्षित और भरोसेमंद है। 
इसके अलावा हमारी सुरक्षा प्रक्रिया और प्रोटोकॉल उच्चस्तरीय हैं और समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती है। हमारी सशस्त्र सेनाएं पूरी तरह से प्रशिक्षित और अनुशासित हैं तथा इस प्रकार के सिस्टम को हैंडल करने का अच्छा अनुभव रखती है।श्री सिंह ने नौ मार्च की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि जांच के दौरान अनजाने में एक मिसाइल चल गई थी। मिसाइल यूनिट के रुटीन रखरखाव और निरीक्षण के दौरान शाम को लगभग सात बजे दुर्घटनावश एक मिसाइल चल गयी थी। बाद में पता हुआ कि यह मिसाइल पाकिस्तान के क्षेत्र में जा गिरी। यह घटना खेदजनक है परंतु राहत की बात है कि इस दुर्घटना से किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।

कारोबार: सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव दिखा

कारोबार: सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव दिखा    

कविता गर्ग          

मुंबई। एशियाई बाजारों में मिले जुले रूख और आईटी कंपनियों के शेयर में गिरावट के कारण मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स मजबूत रुख के साथ खुला थाा। लेकिन फिर 150 अंक की गिरावट आने के साथ यह 56,333.72 पर आ गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी शुरुआती कारोबार में 28.50 अंक की गिरावट के साथ 16,842.80 पर था। सेंसेक्स में टाटा स्टील, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, टीसीएस और विप्रो के शेयर नुकसान में रहे।

वहीं दूसरी ओर मारुति सुजुकी इंडिया, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल और एचडीएफसी के शेयर लाभ में रहे। पिछले सत्र में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 935.72 अंक यानी 1.68 प्रतिशत चढ़कर 56,486.02 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 240.85 अंक यानी 1.45 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,871.30 अंक पर पहुंच गया। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 3.73 प्रतिशत गिरकर 102.9 डॉलर प्रति बैरल हो गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को सकल आधार पर 176.52 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

कांग्रेस विधायक ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाया

कांग्रेस विधायक ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाया

नरेश राघानी      
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को सत्तारुढ़ कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार इतनी सुस्त क्यों चल रही है कि अधिकारी उसकी बात नहीं मान रहे और घोषणा के चार वर्ष बाद भी बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा नहीं बन सका ? 
मीणा ने प्रश्नकाल में “बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा” का प्रश्न उठाया और कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व मंत्री बी डी कल्ला जब इसका जवाब दे रहे थे तब उन्होंने पूरक प्रश्न करते हुए कहा कि वर्ष 2018 में बूंदा मीणा का पैनोरमा बनाने की घोषणा हुई और मंत्री ने कलेक्टर को पत्र लिखा लेकिन अब तक इस पर काम नहीं हुआ, सरकार इतनी सुस्त क्यों चल रही है कि अधिकारी उसकी बात नहीं मान रहे हैं।

रिम्स नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब पर एचसी की नाराजगी

रिम्स नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब पर एचसी की नाराजगी 

इकबाल अंसारी     

रांची। उच्च न्यायालय ने रिम्स नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब पर एक बार फिर से नाराजगी जताईं हैं। वहीं रिम्स प्रबंधन की ओर से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लेने का भरोसा दिलाया हैं। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ. रवि रंजन और न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ में रिम्स में चतुर्थवर्गीय नियुक्ति से संबंधित मामले की सुनवाई हुई।सुनवाई के दौरान अदालत ने सरकार को यह निर्देश दिया कि रिम्स गवर्निंग बॉडी की बैठक कर नियुक्ति से संबंधित नियमावली में रोस्टर के बिंदु में संशोधन किया जाए। सुनवाई के दौरान स्वास्थ्य सचिव और रिम्स निदेशक भी अदालत के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित हुए।अदालत ने रिम्स में विभिन्न पदों पर होने वाली नियुक्ति को लेकर रिम्स प्रशासन और सरकार के रवैये पर नाराजगी जाहिर की। जबकि रिम्स प्रबंधन की ओर से जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लेने का भरोसा दिलाया गया। मामले की अगली सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी।

बताते चलें कि इससे पहले पिछली सुनवाई में भी हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के कामकाज पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मौखिक टिप्पणी की थी कि अगर रिम्स में रिम्स में स्थायी नियुक्ति सरकार नहीं कर रही, तो पहले से संविदा में कार्यरत कर्मी को ही स्थायी किया जा सकता हैं। वहीं रिम्स प्रबंधन पर अवमानना चलाने की बात भी कोर्ट ने कही हैं। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दौरान रिम्स की अव्यवस्था पर कोर्ट की ओर से लिये गये स्वतः संज्ञान पर सुनवाई हो रही हैं।

प्रदेश अध्यक्ष गिरीश ने अपने पद से इस्तीफा दिया

प्रदेश अध्यक्ष गिरीश ने अपने पद से इस्तीफा दिया 

इकबाल अंसारी     

पणजी। गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के मुताबिक चोडनकर ने अपना त्यागपत्र कांग्रेस हाईकमान को भेज दिया है। बताते चलें कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव में गोवा फॉरवर्ड पार्टी(जीएफपी) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था, जिसमें कांग्रेस ने 11 सीटें हासिल की जबकि जीएफपी एक सीट पर विजयी हुई है। कांग्रेस 2017 के विधानसभा चुनाव में 17 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी सरकार बनाने में नाकाम रही थी।

हलांकि सत्तारूढ़ भारताय जनता पार्टी सत्ता विरोधी लहर के कारण बहुमत नहीं हासिल कर सकी थी। कांग्रेस विधानसभा में बहुमत प्राप्त करने तथा अपने दम पर सरकार बनाने की उम्मीद कर रही थी, लेकिन भाजपा ने 40 विधानसभा सीटों में से 20 सीटें अपने पास होने का दावा कर सरकार बनाने में कामयाब रही। मतगणना के दिन चोडनकर ने कहा कि वह हार की नैतिक जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं और समय आ गया है कि पार्टी राज्य में नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करे। सुत्रों ने बताया कि संकल्प अमोनकर, एल्विस गोम्स, दिगंबर कामत और एलेक्स सेक्वेरा जैसे नेता अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे हैं। संकल्प अमोनकर और दिगंबर कामत ने इस साल विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है।


रूसी मिसाइल ने 9 मंजिला इमारत पर हमला किया

रूसी मिसाइल ने 9 मंजिला इमारत पर हमला किया   

सुनील श्रीवास्तव    
कीव/मास्को। यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस ने मंगलवार को बड़ा हमला किया। बता दें कि कीव में एक रूसी मिसाइल ने 9 मंजिला रिहायशी इमारत पर हमला किया।
हमले में बिल्डिंग तबाह हो गई। साथ ही 2 लोगों की मौत हो गई।  वहीं तीन लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। जबकि 63 लोगों को रेस्क्यू किया गया।
इस बीच रूस ने पश्चिम यूक्रेन स्थित टीवी टावर पर हमला किया है जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई है।  स्थानीय प्रशासन ने यह जानकारी दी है।
रूस-यूक्रेन के बीच कई दिन से जंग जारी है। जहां रूस लगातार हमले कर रहा है, वहीं यूक्रेन का हौसला भी बरकरार है। यूक्रेन का कहना है कि डोनबास में रूस और यूक्रेन की सेना के बीच लड़ाई जारी है। यूक्रेन की सेना का दावा है कि उन्होंने रूस के 100 सैनिक मार गिराए और 6 सैन्य वाहनों को भी उड़ा दिया। यूक्रेन के मुताबिक रूसी सैनिकों ने डोनेत्स्क में यूक्रेन का सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके।

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...