रविवार, 6 मार्च 2022

जीएसटी में छूट वाले उत्पादों की सूची में काट-छांट

जीएसटी में छूट वाले उत्पादों की सूची में काट-छांट  

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की शीर्ष नीति-निर्धारक इकाई जीएसटी परिषद की अगली बैठक में सबसे निचली कर दर को पांच प्रतिशत से बढ़ाकर आठ प्रतिशत करने पर विचार कर सकती है। इसके अलावा राजस्व बढ़ाने और क्षतिपूर्ति के लिए केंद्र पर राज्यों की निर्भरता खत्म करने के लिए जीएसटी प्रणाली में छूट वाले उत्पादों की सूची में भी काट-छांट की जा सकती है। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्यों के वित्त मंत्रियों की एक समिति जीएसटी परिषद को इस माह के अंत तक अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है। जिसमें सबसे निचले कर स्लैब को बढ़ाने और स्लैब को तर्कसंगत बनाने जैसे कई कदमों के सुझाव दिए जाएंगे। अभी जीएसटी में चार-स्तरीय कर ढांचा है। जिसमें कर की दर पांच फीसदी, 12, 18 और 28 फीसदी है। आवश्यक वस्तुओं को या तो इस कर से छूट प्राप्त है या फिर उन्हें सबसे निचले स्लैब में रखा जाता है जबकि लग्जरी वस्तुओं को सबसे ऊपरी कर स्लैब में रखा जाता है।

सूत्रों के मुताबिक मंत्री समूह कर की दर पांच फीसदी से बढ़ाकर आठ फीसदी करने का प्रस्ताव रख सकता है जिससे सालाना 1.50 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। निचले स्लैब में एक फीसदी की वृद्धि करने पर सालाना 50,000 करोड़ रुपये का राजस्व लाभ होगा, इस स्लैब में पैकेटबंद खाद्य पदार्थ आते हैं। कर प्रणाली को तर्कसंगत बनाने के लिए मंत्री समूह इसका ढांचा तीन स्तरीय करने पर भी विचार कर रहा है जिसमें कर की दर आठ, 18 और 28 फीसदी रखी जा सकती है। अगर यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है तो 12 फीसदी के दायरे में आने वाले सभी उत्पाद एवं सेवाएं 18 फीसदी के स्लैब में आ जाएंगी।

इसके अलावा मंत्री समूह जीएसटी से छूट प्राप्त वस्तुओं की संख्या कम करने का भी प्रस्ताव देगा। अभी बिना ब्रांड वाले और बिना पैकेज वाले खाद्य पदार्थ और डेयरी वस्तुएं जीएसटी के दायरे से बाहर हैं। सूत्रों ने बताया कि जीएसटी परिषद की बैठक इस महीने के अंत में या अगले महीने की शुरुआत में हो सकती है। इसमें मंत्री समूह की रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी।

केरल इकाई के प्रमुख पनक्कड़ का निधन हुआ

केरल इकाई के प्रमुख पनक्कड़ का निधन हुआ    

इकबाल अंसारी      

तिरूवनंतपुरम। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की केरल इकाई के प्रमुख पनक्कड़ सैय्यद हैदर अली शिहाब थंगल का रविवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार के सूत्रों ने यह जानकारी दी। वह 74 साल के थे। थंगल का यहां पास में अंगमाली के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह कई बीमारियों से पीड़ित थे। आईयूएमएल के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि उनका दोपहर 12 बजे के कुछ देर बाद इंतकाल हो गया। उनकी मय्यत (पार्थिव देह) को उनके गृहनगर ले जाने का इंतज़ाम किया जा रहा है।

प्रदेश के मंत्री वी शिनकुट्टी और एस चेरियन ने आईयूएमएल नेता के निधन पर दुख जताया। चेरियन ने अपने संदेश में कहा, “राज्य की राजनीति की एक वरिष्ठ शख्सियत के तौर पर उनके हर किसी से करीबी रिश्ते थे और वह सभी का सम्मान करते थे। थंगल का निधन केरल की सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन के लिए बड़ा नुकसान है।

स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं, फिर भी बैटरी की खपत

स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं, फिर भी बैटरी की खपत   

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। आज के दौर में आ रहे स्मार्टफोन तरह-तरह के फीचर्स से भरपूर होते हैं। जिसका इस्तेमाल हम कॉलिंग के साथ और भी कई दूसरे कामों में करते हैं। स्मार्टफोन में होने वाले इतने फीचर्स के लिहाज से वह हम सबके लिए बेहद खास हो जाता है। लेकिन जहां एक ओर स्मार्टफोन में इतने सारे फीचर्स होते हैं तो वहीं दूसरी तरफ इसका एक पहलू होता है, जो थोड़ा बहुत परेशान करता है। दरअसल, ज्यादा चीजों के इस्तेमाल की वजह से स्मार्टफोन की बैटरी बहुत जल्दी-जल्दी खत्म होती है। कई बार तो ऐसा भी होता है कि हम स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। लेकिन फिर भी उसकी बैटरी की खपत होती है। आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे उपाय, जिनका ध्यान रखकर आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं।

अक्सर आपने देखा होगा कि समय-समय पर आपके स्मार्टफोन में मौजूद अधिकतर ऐप कोई न कोई नोटिफिकेशंस भेजते रहते हैं। नोटिफिकेशंस अलर्ट होने के लिहाज से तो ठीक है, लेकिन यह आपकी बैटरी की खपत भी करता है। जितना ज्यादा नोटिफिकेशन आएगा, बैटरी भी उतनी जल्दी खत्म होगी। ऐसे में जरूरी है कि एक बार हर ऐप को चेक करें और आप जिस ऐप का यूज नहीं करते उसके नोटिफिकेशन को बंद कर दें। आपको समय-समय पर यह चेक करना चाहिए कि आपके फोन की बैटरी का यूज कहां-कहां ज्यादा हो रहा है। यानी किस ऐप में कितनी बैटरी ड्रेन हो रही है। यह चेक करने के लिए सेटिंग्स में जाकर बैटरी मेन्यू पर क्लिक करें। बता दें यहां आपको बैटरी की पूरी रिपोर्ट मिल जाएगी। जो ऐप ज्यादा बैटरी भी यूज करे उसे बंद कर दें। वहीं, आप फोन को बैटरी सेवर मोड में भी लगा सकते हैं।

ज्यादातर यूजर्स फोन के सिस्टम अपडेट को लेकर आने वाले नोटिफिकेशंस पर ध्यान नहीं हैं, लेकिन यह सही नहीं है। फोन की बेहतर बैटरी लाइफ के लिए लेटेस्ट सिस्टम का होना जरूरी है। दरअसल पुराने सॉफ्टवेयर कई बार बैटरी को तेजी से ड्रेन करता है। सिस्टम या सॉफ्टवेयर अपडेट इसलिए आते रहते हैं ताकि फोन अच्छे से चल सके। ऐसे में लेटेस्ट सॉफ्टवेयर न होना बैटरी के अलावा कई और चीजों को भी प्रभावित करता है। फोन में बैटरी के जल्दी से ड्रेन होने की समस्या है तो बीच-बीच में यह चेक करें कि आपके फोन के बैकग्राउंड में कौन कौन से ऐप चल रहे हैं। फोन की सेटिंग में जाकर ऐप पर क्लिक करके देखें कि कौन कौन से ऐप बैकग्राउंड में चल रहे हैं। ऐसे ऐप को फोर्सफुली बंद कर दें। इससे आपके फोन की बैटरी लाइफ बेहतर होगी।

वरिष्ठ नेताओं का एक वर्ग, जिम्मेदारियों से भाग चुका

वरिष्ठ नेताओं का एक वर्ग, जिम्मेदारियों से भाग चुका   

मिनाक्षी लोढी    

कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को कहा कि वरिष्ठ नेताओं का एक वर्ग, जो अतीत में जिम्मेदारियों से भाग चुके है। वे हाल में हुए निकाय चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए राज्य के नेतृत्व पर दोषारोपण कर रहे हैं। घोष का बयान ऐसे समय आया है, जब भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी और प्रदेश इकाई के अन्य नेताओं ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल भाजपा को तृणमूल कांग्रेस पर चुनावी धांधली करने का आरोप लगाने की बजाय आत्मचिंतन करना चाहिए और निकाय चुनावों तथा उपचुनावों में भगवा दल के खराब प्रदर्शन के कारणों का पता लगाना चाहिए।

घोष ने किसी का नाम लिए बिना संवाददाताओं से कहा कि टिप्पणी करना आसान काम होता है। चुनाव के दौरान जिन्होंने जनता के बीच जाकर काम नहीं किया और अपनी जिम्मेदारियों से भाग गए, वे ऐसे बयान दे रहे हैं और पार्टी पर दोषारोपण कर रहे है। लेकिन उन्होंने हाल में संगठन के लिए क्या किया है। पिछले महीने हुए निकाय चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को 108 में से 102 नगर निकायों में जीत मिली थी। तृणमूल कांग्रेस को 63.45 प्रतिशत मत मिले थे और भाजपा को मात्र 12.57 प्रतिशत मतों से संतोष करना पड़ा था। भाजपा को कोलकाता नगर निगम चुनाव में भी खराब प्रदर्शन किया था। भाजपा के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने भी हाल में ट्वीट किया था कि प्रदेश इकाई के शुतुरमुर्गी रवैये के कारण निकाय चुनावों में पार्टी ने खराब प्रदर्शन किया।

दावा: 25 साल तक एमपी में नहीं आएगी कांग्रेस

दावा: 25 साल तक एमपी में नहीं आएगी कांग्रेस    

मनोज सिंह ठाकुर     

भोपाल। उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के बयान पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि जैसे मप्र में झूठ बोला था एक बार फिर वहां भी बोल दिया। उन्होंने कहा था 10 दिन में किसानों को 2 लाख का कर्जा माफ करेंगे। कर्जा माफ नहीं किया तो मुख्यमंत्री बदल देंगे। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांंग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि एमपी में कांग्रेस की सरकार में बिना लेनदेन के कुछ नहीं होता था। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दावा किया कि 25 साल तक एमपी में अब कांग्रेस नहीं आएगी। 

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बजट सत्र पर कहा कि कमलनाथ पूरे सत्र के दौरान मौजूद रहे हैं। उनकी संसदीय का विधायकों को लाभ मिले। पिछली बार चले गए थे, फिर विधायकों का क्या हाल हुआ था। सब जानते हैं। वहीं मध्य प्रदेश में 11 प्रतिशत डीए बढ़ाने पर गृह मंत्री ने कहा मैं सीएम शिवराज का आभार व्यक्त करता हूं। क्योंकि यह कर्मचारी हितेषी सरकार है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि एमपी में कोरोना के 156 नए मामले आये हैं। ठीक होने वाले 400 मरीज हैं। एक्टिव मामले 1315 है। जबकि 49 हजार लोगों के सैंपल लिए हैं। जिसमें 24 पुलिसकर्मी पॉजिटिव है। गृह मंत्री ने कहा कि यूक्रेन में मध्य प्रदेश के 454 लोग फंसे थे। जिसमें से 421 लोग घर आ चुके हैं, कुछ रास्ते में है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शिवानी से बात हो गई है, वो भी इंडिया वापस आ रही है।

पीएम मोदी ने पुणे मेट्रो विस्तार का उद्घाटन किया

पीएम मोदी ने पुणे मेट्रो विस्तार का उद्घाटन किया   

कविता गर्ग    

पुणे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (छह मार्च, 2022) को पुणे मेट्रो विस्तार का उद्घाटन किया। उन्होंने इसके बाद टिकट लेकर बच्चों के साथ मेट्रो ट्रेन में सफर किया। इस दौरान वह कुछ स्कूली बच्चों से मुखातिब हुए। बच्चे पीएम मोदी को अपने आसपास देखकर और उनसे बात कर के काफी खुश नजर आए। पीएम के टि्वटर हैंडल से उन बच्चों से जुड़े चार फोटो भी शेयर किए गए, जो मोदी के साथ मेट्रो के सफर में साथ रहे थे। कैप्शन में साथ लिखा गया, “अपने युवा मित्रों के साथ पुणे मेट्रो ट्रेन की सवारी करते हुए।” पीएम ने मेट्रो में गढ़वैयर कॉलेज स्टेशन से आनंद नगर स्टेशन तक की यात्रा की। इस बीच, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। 

शिवसेना ने भी इसके पीछे का कारण नहीं स्पष्ट किया कि आखिरकार वह किस वजह से इस मेगा इवेंट में शामिल नहीं हुए। हालांकि, कुछ पार्टी नेताओं की ओर से बताया गया कि सीएम ठाकरे पीएम मोदी को इसके जरिए कड़ा संदेश देना चाहते हैं कि शिवसेना और महाविकास अघाड़ी (महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन) के नेताओं खिलाफ उनकी सरकार जो कुछ भी कर रही, वह उन्हें रत्ती भर भी नहीं पसंद आया है।मोदी की मेट्रो रेल यात्रा में जो बच्चे उनके हमसफर बने, उनमें से कुछ कैजुअल ड्रेस में थे, जबकि कई स्कूली ड्रेस में थे। चूंकि, यह कार्यक्रम रविवार को आयोजित हुआ, लिहाजा सोशल मीडिया पर फोटो देख यूजर्स ने तरह-तरह की राय भी जाहिर की, जिसमें कुछ आपस में ही भिड़ गए।

82 वर्षीय बुजुर्ग ने 38 साल की महिला से शादी रचाई

82 वर्षीय बुजुर्ग ने 38 साल की महिला से शादी रचाई   

मनोज सिंह ठाकुर  

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुजुर्ग और एक महिला ने अनोखी शादी रचाई है। यह शादी इसलिए चर्चा में है, क्योंकि दूल्हे की उम्र 82 साल और दुल्हन की 38 की है। अपने से आधी उम्र की महिला से बुजुर्ग ने विशेष विवाह अधिनियम के तहत कोर्ट मैरिज की। जहां दोनों ने एक-दूसरे का सहारा बनने की बात कही है।

बुजुर्ग पीडब्ल्यूडी विभाग में सेक्शन हेड पद से रिटायर्ड हैं, वह फरवरी 1999 में सेवानिवृत होने के बाद पत्नी बच्चे नहीं होने से अकेले रहते थे। उन्होंने एडीएम के पास विशेष विवाह अधिनियम के तहत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था। इसमें पुरुष की उम्र अधिक है, जबकि महिला की उम्र कम है। लिहाजा आवेदन पर विचार करते हुए विधि संगत विवाह कराया गया है।
इस विवाह में दूल्हे की उम्र लगभग 82 साल और दुल्हन की करीब 38 साल बताई जा रही है। एडीएम संतोष टैगोर ने बताया कि दोनों ने ही अपनी जानकारी डिस्क्लोज न करने का अनुरोध किया था और दोनों के आवेदन अनुसार हमारे द्वारा विधिवत विवाह संपन्न कराया गया है।
बताया जा रहा है कि महिला अपने पति की मौत के बाद से अकेली रह रही थी और बुजुर्ग भी रिटायरमेंट के बाद से अकेले रह रहे थे। उनकी करीब 30 हजार रुपये महीने की पेंशन आती है और यही इनका सहारा है।महिला के बच्चे भी हैं लेकिन उसके पास आमदनी का कोई जरिया नहीं था। इसलिए दोनों ने सहमति से एक-दूसरे का सहारा बनने की बात कही है। 
यह शादी पूरे इलाके में बेहद चर्चा हैं। बताया जा रहा है कि इस अनोखी शादी के बाद नव दंपति बेहद खुश दिखे। इस दौरान दोनों तरफ के करीबी लोग ही शामिल थे। लेकिन इस दौरान एडीएम कार्यालय पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थे।

यूक्रेन-रूस विवाद, पीएम ने उच्च स्तर की मीटिंग की

यूक्रेन-रूस विवाद, पीएम ने उच्च स्तर की मीटिंग की   

सुनील श्रीवास्तव     

कीव/मास्को/नई दिल्ली। यूक्रेन-रूस विवाद पर प्रधानमंत्री मोदी एक उच्च स्तर की मीटिंग की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक में ऑपरेशन गंगा की सफलता का अपडेट लिया। बता दें कि विदेश मंत्रालय के अनुसार सभी भारतीयों को खारकीव से निकाल लिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी रविवार से ऐसी कई बैठकों की अध्यक्षता कर चुके हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार उन भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए प्रयासरत है जो यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां से निकलना चाहते है।

मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके कैबिनेट सहयोगी पीयूष गोयल के अलावा कई शीर्ष नौकरशाह शामिल हुए। भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू किया है और इस कवायद के समन्वय के लिए 4 केंद्रीय मंत्रियों को प्रधानमंत्री के विशेष दूत के रूप में यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा है। आपको बता दें अब से कुछ देर पहले ही विदेश मंत्रालय ने कहा था, ‘शनिवार को स्पेशल फ्लाइट के जरिए 3 हजार भारतीयों को यूक्रेन से वापस लाया गया। इन लोगों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों से एयरलिफ्ट करके भारत आने वाली स्पेशल फ्लाइट में बैठाया गया। अब तक स्पेशल फ्लाइट के जरिए 13 हजार 700 भारतीय सुरक्षित वापस लाए जा चुके हैं।

पीएम मोदी समाचार विदेश मंत्रालय ने कहा खारकीव और सूमी को छोड़कर यूक्रेन से 10,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। हम सूमी से लोगों को निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। पश्चिमी सीमाओं पर भारतीयों को कुछ और घंटों तक इंतजार करना होगा। लेकिन इतना भरोसा रखें कि आपको जल्द ही निकाल लिया जाएगा।

मुंबई: जन्मदिन पर 25 साल की हुईं एक्ट्रेस जाह्नवी

मुंबई: जन्मदिन पर 25 साल की हुईं एक्ट्रेस जाह्नवी   

कविता गर्ग          

मुंबई। एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर रविवार को 25 साल की हो गई हैं। ऐसे में जाह्नवी को बॉलीवुड के सेलेब्स, परिवार, दोस्तों और फैंस से जन्मदिन की ढेरों बधाइयां मिल रही हैं। जाह्नवी कपूर अपनी मां श्रीदेवी के बेहद करीब थीं। श्रीदेवी की वजह से ही जाह्नवी एक्ट्रेस बनने का सपना देखती थीं। दोनों मां-बेटी के बीच प्यार के साथ-साथ मस्ती-मजाक भी चलता रहता था। ऐसा ही मस्ती मजाक, हमें दस साल पहले एक इवेंट में देखने को मिला था।

जाह्नवी कपूर दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी और प्रोड्यूसर बोनी कपूर की बड़ी बेटी हैं। सेलिब्रिटी पेरेंट्स होने की वजह से जाह्नवी कभी भी लाइमलाइट से दूर नहीं रही हैं। ऐसे में वह कई बार मां श्रीदेवी के साथ इवेंट्स का हिस्सा बनती थीं। जब जाह्नवी कपूर 15 साल की थीं, तो वह मां श्रीदेवी संग एक इवेंट में पहुंची थीं। साल 2012 में हुए इस इवेंट में जाह्नवी की हिंदी को सुनने के बाद श्रीदेवी ने उनका मजाक भी उड़ाया था।
2012 में पीपल्स मैगजीन के कवर पर श्रीदेवी छाई थीं। इस कवर फोटो में श्रीदेवी के साथ जाह्नवी और उनकी छोटी बहन खुशी कपूर भी थीं। ऐसे में इस मैगजीन के लॉन्च इवेंट में श्रीदेवी के साथ बोनी कपूर और उनकी दोनों बेटियां पहुंची थीं। इस लॉन्च इवेंट में मीडिया ने जाह्नवी कपूर से हिंदी में कुछ शब्द कहने के लिए कहा था। दिलचस्प बात ये है कि जाह्नवी कपूर को उस समय बहुत अच्छे से हिंदी नहीं आती थी।
जाह्नवी ने मीडिया को जवाब देते हुए कहा था, 'हिंदी में। जी मुझे नहीं पता मैं अभी स्कूल में पढ़ाई कर रही हूं। इसे सुनकर श्रीदेवी ने बेटी जाह्नवी कपूर का मजाक उड़ाया था। श्रीदेवी ने मीडिया से कहा था कि जाह्नवी से हिंदी में बोलने के लिए ना कहें। उन्होंने कहा था कि जाह्नवी से जबरदस्ती हिंदी बुलवा तो सकते हैं लेकिन वह बोलते समय बहुत अटकती हैं। इसके बाद श्रीदेवी ने जाह्नवी कपूर की टूटी-फूटी हिंदी की नकल भी की थी, जिसे देखकर सभी हंसने लगे थे। जाह्नवी भी मां के इस अंदाज को देखकर हंस पड़ी थीं।
जाह्नवी कपूर ने 2018 में मां श्रीदेवी को खो दिया था। श्रीदेवी का निधन 24 फरवरी 2018 को दुबई में हुआ था। इस साल जाह्नवी कपूर ने फिल्म धड़क से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। इस फिल्म में उनके काम को पसंद किया गया था। आने वाले प्रोजेक्ट्स की बात करें तो जाह्नवी कपूर जल्द ही फिल्म गुड लक जेरी, मिस्टर एंड मिसेज माही और मिली में नजर आने वाली हैं।

पंजाब: बीएसएफ मेस में फायरिंग, 5 जवानों की मौंत

पंजाब: बीएसएफ मेस में फायरिंग, 5 जवानों की मौंत   

अमित शर्मा        

चंडीगढ़। पंजाब के अमृतसर से एक बड़ी खबर आईं हैं। खासा में बीएसएफ मेस में हुईं फायरिंग में 5 जवानों की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक, अपनी ड्यूटी से परेशान एक बीएसएफ जवान ने रविवार सुबह मेस में अपने साथियों पर अंधाधुंध गोली चलानी शुरू कर दी। जिसमें पांच की मौत हो गई। जबकि 1 जवान गंभीर रूप से घायल हुआ है। वहीं इस घटना में फायरिंग करने वाला जवान की भी मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि खासा बीएसएफ कैंप में जवान ने अज्ञात कारणों से अपने साथी जवानों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। इस घटना में 6 जवानों को गोली लगी थी, जिसमें से 5 की मौत हो गई है। इस घटना पर बीएसएफ की तरफ से एक प्रेस रिलीज भी जारी की गई है। जिसमें बताया गया है कि मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया गया है। वहीं अभी तक बीएसएफ जवान की तरफ से गोली चलाने के कारण का पता नहीं चल पाया है। मामले की जांच की जा रही है।

उत्तराखंड में अगले 5 वर्षों के लिए किसकी सरकार ?

उत्तराखंड में अगले 5 वर्षों के लिए किसकी सरकार ?    


पंकज कपूर      

नैनीताल। उत्तराखंड को बने अभी 21 वर्ष ही और चार विधानसभा चुनाव ही हुए हैं, और इतना समय मिथकों व रिकॉर्डों के बनने-टूटने के लिए कम होता है और यह भी कहा जाता है। मिथक व रिकॉर्ड हमेशा कभी न कभी टूटने के लिए ही बनते हैं। बहरहाल आगामी 10 मार्च को ऐसे ही यह 10 मिथक हैं। जो बरकरार रहकर या टूटकर तय करेंगे कि राज्य में अगले पांच वर्षों के लिए किसकी सरकार होगी ? देहरादून में राज्य बनने के बाद भगत सिंह कोश्यारी को छोड़कर सभी मुख्यमंत्री, बल्कि पिछले मुख्यमंत्री हरीश रावत तो दो सीटों से विधानसभा चुनाव और हारते रहे हैं। यहां तक कि राज्य के मुख्यमंत्री तो आगे कोई चुनाव ही नहीं लड़े या हरीश रावत का ही उदाहरण है कि लोकसभा चुनाव भी हारे हैं, और उन्हें कोई जीत नसीब नहीं हुई है। निशंक इस मामले में बाद में लोकसभा चुनाव जीतकर जरूर मिथक तोड़ चुके हैं। बहुगुणा, खंडूड़ी, एनडी तिवारी बाद में कोई चुनाव नहीं लड़े।

उत्तराखंड के चारों विधानसभा चुनावों में राज्य के शिक्षा मंत्री-नरेंद्र सिंह भंडारी, मंत्री प्रसाद नैथानी व गोविंद सिंह बिष्ट चुनाव हारे हैं। अब अरविंद पांडे पर इस मिथक के टूटने या बरकरार रहने का दारोमदार है। यह मिथक भी मातबर सिंह कंडारी व प्रकाश पंत जैसे नेताओं की हार के साथ बना हुआ है। इस बार बिशन सिंह चुफाल पर इस मिथक के टूटने या बरकरार रहने का दारोमदार है। नैनीताल के राज्य बनने से पूर्व से हर विधायक सत्ता में रहा है। राज्य बनने के बाद भी उक्रांद के डॉ. नारायण सिंह जंतवाल, भाजपा के खड़क सिंह बोहरा, कांग्रेस की सरिता आर्य व भाजपा के संजीव आर्य सत्ता में रहे हैं। ऐसी कई अन्य सीटें भी हैं जहां के विधायक लगातार सरकार में रहे हैं।

कांग्रेस ने 12 सदस्यीय 'कंट्रोल रूम' स्थापित किया

कांग्रेस ने 12 सदस्यीय 'कंट्रोल रूम' स्थापित किया    

पंकज कपूर      

देहरादून। कांग्रेस ने 10 मार्च को मतगणना को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी है। सभी जिलाध्यक्षों व प्रत्याशियों को पत्र भेजकर मतगणना से संबंधित तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पार्टी मुख्यालय में 12 सदस्यीय कंट्रोल रूम स्थापित किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल ने कहा कि मतगणना के दिन पार्टी डाक मतपत्र की गणना पर नजर रखेगी। ऐसे सर्विस वोटर जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं या लंबे अवकाश पर रहे हैं अथवा दिवंगत हैं, उनके नाम भी मतपत्रों पर अंकित हैं। इन पर मतदान हुआ तो पार्टी विरोध दर्ज कराएगी। साथ में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।
उन्होंने मतगणना के बाद कांग्रेस विधायकों को अन्य राज्यों में भेजने की चर्चा को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सबकुछ भाजपा की छवि की वजह से हो रहा है। भाजपा की छवि बन चुकी है कि वह सत्ता के लिए कहीं भी तोडफ़ोड़ कर सकती है। भाजपा को जवाब देना चाहिए कि यह छवि उसके माथे पर ताज है या कलंक। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों को कोई डर नहीं है। हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला करने को तैयार हैं। उन्होंने सात मार्च को भाजपा की बैठक और उसमें सरकार बनाने पर मंथन को सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम-लट्ठ करार दिया।
उन्होंने बताया कि मतगणना से तीन दिन पहले वह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह दिल्ली जाकर पार्टी के केंद्रीय नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। इसमें मतगणना और संभावित परिणाम को लेकर भी चर्चा होगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कैग ने शिक्षा विभाग समेत जहां भी अनियमितता को उजागर किया है, मौजूदा सरकार ने उसे छिपाने की कोशिश की। कांग्रेस की सरकार बनने पर अनियमितता की जांच करा दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि कंट्रोल रूम में संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी, गरिमा महरा दसौनी, डा आरपी रतूड़ी, अमरजीत सिंह, राजेंद्र सिंह भंडारी व प्रेम बहुखंडी शामिल किए गए हैं। इसके अतिरिक्त सुरेंद्र रांगड़, आचार्य नरेशानंद नौटियाल, परिणीता बडोनी, शांति रावत व विशाल मौर्य भी तैनात किए गए हैं।

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फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...