शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2022

कोरोना, अंतिम स्टेज में पहुंचे कैंसर के मरीज

कोरोना, अंतिम स्टेज में पहुंचे कैंसर के मरीज 

मोहम्मद रियाज 

नई दिल्ली। हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। दुनियाभर में कैंसर से हर साल लाखों लोगों की मौत होती है। कोरोना महामारी के बाद से कैंसर के मरीजों की स्थिति काफी खराब हो गई है। संक्रमण के डर के वजह से कैंसर के लक्षण वाले रोगी समय पर अस्पताल नहीं पहुंचे। इससे उनकी स्थिति काफी बिगड़ गई। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि कई मरीजों का कैंसर आखिरी स्टेज में पहुंच गया है। इससे यह लोग जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।

फोर्टिस रिसर्च इंस्टीट्यूट के ऑनकोलॉजी विभाग के डॉक्टर नितेश रस्तोगी ने बताया कि कोविड के बाद कैंसर के उपचार और निदान में काफी बदलाव देखा गया है। कोरोना से पहले देखा जाता था कि स्‍तन, अंडाशय और कोलोरेक्‍टल कैंसर के मरीजों के कैंस का शुरुआती स्टेज में ही पता चल जाता था और इलाज भी हो जाता था, लेकिन कोरोना के डर के कारण लोग अस्पताल आने से बचते रहे। उन्हें कैंसर से ज्यादा डर कोरोना से लगा। इसलिए मरीज समय पर अस्पताल नहीं आए। इस कारण अब हालत बिगड़ने पर वह आखिरी स्टेज में मरीज़ अस्‍पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनके इलाज में काफी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। डॉ. नितेश ने कहा कि कोरोना के समय इन मरीजों को महसूस हो गया था कि उनके स्‍वास्‍थ्‍य में कुछ गड़बड़ हुई है, लेकिन वे कोविड से संक्रमित होने के डर की वजह से अस्‍पताल जाने और डॉक्‍टरों से सलाह लेने से बचते रहे थे।

कोरोना की वजह से इलाज का खर्च भी बढ़ा

डॉ. नितेश ने कहा कि कोरोना के कारण इलाज में हुई देरी की वजह से इलाज का खर्च बढ़ गया। उपचार के चलते पैदा होने वाले साइड इफेक्‍ट्स (Side effects) भी और जटिल हुए। डॉ. नितेश का कहना है कि कोरोना की वजह से कैंसर जैसी  बीमारी का इलाज ना कराना घातक साबित हो सकता है। कोरोना नहीं भी हुआ तो कैंसर जानलेवा बन सकता है। इसलिए अब समय आ गया है कि लोगों इस बारे में जागरूक हो। कैंसर के लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज शुरू कराएं। डॉक्‍टरों के साथ मिलकर या वर्चुअल आधार पर सलाह भी लें सकते हैं।

कैंसर मरीजों का इलाज बडे़ स्तर पर प्रभावित हुआ

आकाश हेल्थकेयर के ऑनकोलॉजी डिपार्टमेंट हेड डॉक्टर प्रवीण जैन बताते हैं कि  कोविड-19 महामारी ने कैंसर मरीजों के इलाज़ को बुरी तरह से प्रभावित किया है। कई अस्पतालों में कैंसर मरीजों की रूटीन केयर तक में रुकावट आई है। इस वजह से गंभीर कैंसर मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। संक्रमण के डर की वजह से पूरी तरह से सुरक्षा उपकरण पहनकर मरीजों का इलाज़ किया गया। कैंसर मरीजों को इस बीमारी से तो खतरा था कि लेकिन कम इम्यूनिटी के कारण उनको कोविड होने का डर भी सबसे ज्यादा था। कई कैंसर के मरीज कोविड के डर के कारण समय पर इलाज़ भी नहीं करा रहे थे। इस समस्या से निपटने के लिए हमने कैंसर मरीजों के साथ भी संपर्क बनाए रखा। उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे कोविड की चिंताओं के कारण इलाज़ को बीच न छोड़े।

एम्स की ओपीडी में  कैंसर मरीज 51 फीसदी कम हुए

कोरोना महामारी के कारण कैंसर का इलाज इस कदम प्रभावित हुआ है कि दिल्ली एम्स की ओपीडी में कैंसर मरीज 51 फीसदी तक कम हो गए हैं। एम्स के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रोफेसर एस. वी. एस देव के एक शोधपत्र में यह जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक, एम्स की ओपीडी में कोरोना काल से पहले साल 2019 में 179500 कैंसर मरीज फॉलोअप के लिए आए और 13728 नए मरीज पंजीकृत हुए थे, जबकि कोरोना काल के दौरान साल 2020 में ओपीडी में सिर्फ 79800 कैंसर मरीज फॉलोअप के लिए आए और 6675 ही नए कैंसर मरीजों ने रजिस्ट्रेशन कराया।

यह हैं कैंसर के लक्षण

राजीव गांधी कैंसर अस्पताल के डॉक्टर विनीत तलवार बताते हैं कि कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में अनियंत्रित रूप कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं। कैंसर शरीर में कहीं भी हो सकता है। अगर इनमें से दो-तीन लक्षण भी दिख रहे हैं तो तुकंत डॉक्टरों की  सलाह लेनी चाहिए।

अचला सप्तमी को मनाई जाएगी सूर्य जयंती

अचला सप्तमी को मनाई जाएगी सूर्य जयंती

सरस्वती उपाध्याय 

सनातन धर्म के अनुसार हर एक दिन किसी ना किसी भगवान को समर्पित माना जाता है। हर एक देवी-देवता को जो भी दिन समर्पित हैं, उनको भक्त भी खास रूप से पूजा-अर्चना के साथ मनाते हैं। ऐसे में माघ का मास पूजा-पाठ के लिए काफी खास माना जाता है। हिंदू कैलेंडर के आधार पर माघ शुक्ल सप्तमी तिथि को अचला सप्तमी का व्रत रखा जाता है। अचला सप्तमी रथ सप्तमी या सूर्य जयंती भी कहते हैं। इस दिन सूर्य देव की पूजा करते हैं और उनको जल अर्पित करते हैं। कहते हैं कि इस दिन अगर भक्त पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ पूजा करते हैं तो सूर्यदेव की कृपा से रोग दूर होता है, धन-धान्य में वृद्धि होती है।

इस दिन पूजा करने से जीवन के हर प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। माना जाता है कि माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को सूर्य देव अपने सात घोड़े वाले रथ पर सवार होकर प्रकट हुए थे और पूरी सृष्टि को प्रकाशित किया था। जिस कारण से ही हर साल माघ मास ही शुक्ल सप्तमी को अचला सप्तमी, रथ सप्तमी या सूर्य जयंती के रूप में मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं कि साल 2022 में अचला सप्तमी कब है और पूजा मुहूर्त क्या है ?

हिन्दू कैलेंडर के के अनुसार, माघ मास की शुक्ल सप्तमी की तिथि 07 फरवरी को प्रात: काल 04 बजकर 37 मिनट से शुरु हो रही है, जो कि 08 फरवरी को सुबह 06 बजकर 15 मिनट तक मान्य होगी। इसके साथ ही सूर्य देव का उदय 07 फरवरी को सप्तमी तिथि में ही हो रहा है, इस कारण से अचला सप्तमी को 07 फरवरी दिन सोमवार को मनाया जाएगा।

इसके साथ ही बता दें कि अचला सप्तमी के दिन सूर्य देव की पूजा का महत्व है। सूर्य पूजा का शुभ मुहूर्त प्रात: 05:22 बजे से लेकर प्रात: 07:06 बजे तक है। इस दिन प्रात: स्नान करके सूर्य देव को जल में लाल फूल, लाल चंदन, अक्षत्, चीनी आदि मिलाकर ओम सूर्य देवाय नमः मंत्र का उच्चारण करते हुए अर्पित करें।

अचला सप्तमी को सूर्यदेव को खुश करने के लिए भक्त खास रूप से व्रत रखते हैं। आपको बता दें कि इस दिन सूर्य देव को प्रसन्न करके आप प्रभु से उत्तम स्वास्थ्य एवं धन धान्य का आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करें। सूर्य देव की कृपा से संतान की प्राप्ति भी होती है। माना जाता है कि इस दिन सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आप आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं। कहा जाता है कि खुद प्रभु श्रीराम ने सूर्य देव की पूजा के समय इसका अनन्त फल देने का पाठ किया था।


सरस्वती पूजा, ऋतुराज बसंत फूलों पर बाहर

सरस्वती पूजा, ऋतुराज बसंत फूलों पर बाहर


सरस्वती उपाध्याय             

प्राचीन भारत और नेपाल में पूरे साल को जिन छह मौसमों में बाँटा जाता था उनमें वसंत लोगों का सबसे मनचाहा मौसम था। जब फूलों पर बहार आ जाती, खेतों में सरसों का फूल मानो सोना चमकने लगता, जौंं और गेहूं की बालियाँ खिलने लगतीं, आमों के पेड़ों पर मांजर (बौर) आ जाता और हर तरफ रंग-बिरंगी तितलिियां मँडराने लगतीं। भर-भर भंवरे भंवराने लगते। वसंत ऋतु का स्वागत करने के लिए माघ महीने के पाँचवे दिन एक बड़ा जश्न मनाया जाता था जिसमें विष्णु और कामदेव की पूजा होती हैं। यह वसंत पंचमी का त्यौहार कहलाता था।  

बसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ माह के शुक्ल-पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार बसंत पंचमी 5 फरवरी, शनिवार के दिन पड़ रही है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। मां को इस दिन पीले रंग के वस्त्र, पीले पुष्प, गुलाल, अक्षत, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित किए जाते हैं। मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती कमल पर विराजमान होकर हाथ में वीणा लेकर और पुस्तक धारण करके प्रकट हुई थीं।

तब से ही माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन मां शारदे की पूजा करने से मां प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। जिन भक्तों पर मां शारदे की कृपा बरसाती हैं। उन्हें कला, संगीत और शिक्षा के क्षेत्र में बेशुमार सफलता मिलती है। बसंत पंचमी के दिन मां को जल्दी प्रसन्न करने के लिए सरस्वती वंदना और सरस्वती मंत्रों का जाप अवश्य करें।

सभी राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ेगा: ज्योतिष

सभी राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ेगा: ज्योतिष  

तीर्थराज पांंडेय          ज्योतिष में राशि परिवर्तन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर शुभ- अशुभ प्रभाव पड़ता है। फरवरी माह में सूर्य, शुक्र और मंगल राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। 13 फरवरी को सूर्य राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य के बाद 26 फरवरी को मंगल राशि परिवर्तन करेंगे। मंगल 26 फरवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल के बाद 27 फरवरी को शुक्र भी मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। आइए जानते हैं सूर्य, शुक्र और मंगल के राशि परिवर्तन से किन राशि वालों को शुभ फल की प्राप्ति होगीं।

सिंह राशि: नौकरी और व्यापार में तरक्की के योग बन रहे। धन- लाभ हो सकता है। लेन-देन के लिए समय शुभ है। इस समय निवेश करना शुभ रहेगा। नौकरी और व्यापार में तरक्की के योग बन रहे हैं। स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

कन्या राशि: कार्यों में सफलता के योग बन रहे हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी और व्यापार के लिए समय शुभ रहेगा। आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी। परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा। दांपत्य जीवन में सुख का अनुभव करेंगे।

वृश्चिक राशि: नौकरी और व्यापार के लिए समय शुभ है। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यों में सफलता मिलेगी। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करेंगे।

मकर राशि: धन-लाभ होगा, जिससे आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। व्यवसाय में लाभ के योग बनेंगे। भाई-बहन से मदद मिल सकती है। साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। मान-सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा।

मीन राशि: कार्यों में सफलता के योग बन रहे हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी और व्यापार के लिए समय शुभ रहेगा। आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी। परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा। दांपत्य जीवन में सुख का अनुभव करेंगे। परिवार से अचानक शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है।

चुनाव लड़ रहे बागियों को मनाने के प्रयास बंद कियें

चुनाव लड़ रहे बागियों को मनाने के प्रयास बंद कियें    

पंकज कपूर            देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर उत्तराखंड की राजनीति को लेकर अभी भी प्रयास जारी है। कांग्रेस ने बगावत कर चुनाव लड़ रहे बागियों को मनाने के प्रयास बंद नहीं कियें हैं। अभी बागियों के लिए कांग्रेस में लौटने का एक मौका है। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने साफ किया कि अभी भी सभी को मनाने के प्रयास चल रहे हैं। दरअसल, निष्कासन सिर्फ पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए किया है। उन्होंने कहा कि सभी बागियों से अभी भी बात चल रही है। उन्हें साथ लाने के प्रयास चल रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि पार्टी बेहद मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है। इस चुनाव में कांग्र्रेस 50 के करीब सीटें जीत रही है। राज्य में कांग्रेस की एक मजबूत सरकार दी जाएगी। राज्य की जनता भी कांग्रेस के साथ खड़ी है। ये चुनाव जनता कांग्रेस के लिए लड़ रही है। कांग्र्रेस ने अपने घोषणा पत्र में महिला, युवा, कर्मचारी, किसानों से जुड़े विषयों को शामिल किया है। महिलाओं पर विशेष केंद्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास इस चुनाव में बताने के लिए कुछ नहीं है।

'किसानों' को राहत व मुआवजा प्रदान करें सरकार

'किसानों' को राहत व मुआवजा प्रदान करें सरकार   

मनोज सिंह ठाकुर         भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वे ओलावृष्टि से फसलों को हुई नुकसान के लिए किसानों को तत्काल राहत व मुआवजा प्रदान करे। श्री कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलवृष्टि होने की जानकारी मिली है।

उन्होंने कहा कि किसानो को क़रीब एक माह बीत जाने के बाद भी पिछली ओलवृष्टि का अभी तक कोई मुआवज़ा व राहत नही मिली है। ऐसे में इस ओलवृष्टि ने उनके संकट को और बढ़ा दिया है। श्री कमलनाथ ने कहा कि मैं सरकार से माँग करता हूँ कि किसानों के इस संकट को समझते हुए उन्हें तत्काल राहत व मुआवज़ा प्रदान करे।

राजस्थान में नाइट कर्फ्यू समाप्त करने का निर्णय

राजस्थान में नाइट कर्फ्यू समाप्त करने का निर्णय      

नरेश राघानी          जयपुर। राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर लागू की गई पाबंदियों में ढील देते हुए रात्रिकालीन कर्फ्यू समाप्त करने का फैसला किया है। इसके अलावा राज्य में धार्मिक स्थल अब अपने समयानुसार खुल सकेंगे जबकि वैवाहिक आयोजनों में 250 लोग शामिल हो सकेंगे। 

राजस्थान के गृह विभाग ने महामारी के मद्देनजर जारी दिशानिर्देशों को संशोधित करते हुए यह ढील दी है। ये आदेश शनिवार से प्रभावी होंगे।

सीएम की 'चोर दरवाज़ें' से मदद, कदम उठाया गया

सीएम की 'चोर दरवाज़ें' से मदद, कदम उठाया गया   
अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के रिश्तेदार को गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किसान आंदोलन का बदला लेने के लिए पंजाब पर “हमला” किया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की “चोर दरवाज़े” से मदद करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
उन्होंने ट्वीट किया, पंजाब चुनाव से 15 दिन पहले मोदी सरकार की “राजनीतिक नौटंकी” फिर शुरू ! भाजपा का “इलेक्शन डिपार्टमेंट” – ईडी मैदान में उतरा। कांग्रेस नेता ने दावा किया, “क्रॉनोलॉजी समझें – पंजाब के लोग अब किसान आंदोलन के पक्ष में खड़े होने की क़ीमत चुका रहे है। मोदी जी हार की हताशा में फ़र्ज़ी छापे-गिरफ़्तारी करवा रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि, यह हमला मुख्यमंत्री चन्नी पर नहीं, पंजाब पर है, किसान आंदोलन का समर्थन करने की सजा है, यह बदला है कल किसानों द्वारा भाजपा को चुनावों में “दंड” दिए जाने के आह्वान का।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-118, (वर्ष-05)
2. शनिवार, फरवरी 5, 2022
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-पंचमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:10, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 8 डी.सै., अधिकतम-16+ डी सै.।  बर्फबारी व शीतलहर की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, (प्रधान संपादक) राधेश्याम व शिवांशु, (सहायक संपादक) श्रीराम व सरस्वती के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
10.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालयः डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745 
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'मास्क-ग्लव्स' पहनकर करना होगा चुनाव मतदान

'मास्क-ग्लव्स' पहनकर करना होगा चुनाव मतदान      

अश्वनी उपाध्याय             गाजियाबाद। विधान सभा चुनाव 2022 के दौरान गाज़ियाबाद में विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भले ही कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही हों। लेकिन मतदान करते समय आपको सख्त नियमों का पालन करना होगा। मतदान करने के समय कोविड19 प्रोटोकॉल सुनिश्चित कराने के लिए जिम्मेदार नोडल अधिकारी और गाज़ियाबाद के एसीएमओ डॉ दिनेश सक्सेना का कहना है कि इस बार मतदाताओं को मुंह पर मास्क और हाथ में ग्लव्स पहनकर मतदान करना होगा।

प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक मतदान केंद्र पर कोविड हेल्प डेस्क बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। मतदान करने आए हर मतदाता को थर्मल स्कैनिंग के बाद ही केंद्र में प्रवेश करने दिया जाएगा। उसे मतदान करने से पहले दस्ताने पहनने होंगे। जिला प्रशासन द्वारा हर केंद्र पर दस्तानों और मास्क की व्यवस्था कराई जा रही है।

दूसरी ओर मतदाताओं को मत डालने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बीएलओ स्तर से मतदाता पर्चियां बंटनी शुरू हो गईं हैं और आशा, एएनएम, आरडब्ल्यूए के साथ ही निगरानी समितियां घर-घर जाकर मत डालने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही हैं।

गुरुवार, 3 फ़रवरी 2022

राष्ट्रीय महासचिव ने नामांकन-पत्र दाखिल किया: सपा

राष्ट्रीय महासचिव ने नामांकन-पत्र दाखिल किया: सपा  
फ़ैज अहमद          
कौशाम्बी। पूर्व काबीना मंत्री समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने मंझनपुर विधानसभा से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी के रूप में नामांकन-पत्र दाखिल किया है। 
नामांकन पत्र दाखिल के दौरान जिला अध्यक्ष दयाशंकर यादव, हरि मोहन सिंह यादव, मौला बक्श, जिला उपाध्यक्ष खलीक अहमद, निक्के परवेज, अख्तर अंसारी और प्रदीप चौधरी इस्तेखार, अहमद सैफ़ी, मसूद अहमद आदि तमाम कार्यकर्त मौजूद रहे।

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...