मंगलवार, 18 जनवरी 2022

स्वीडन: शोधकर्ताओं ने 'जीन' का पता लगाया

स्वीडन: शोधकर्ताओं ने 'जीन' का पता लगाया  
अखिलेश पांंडेय            स्टॉकहोम। लंबे समय से लोग कोरोना के कहर का सामना कर रहे हैं और अभी भी इससे किसी प्रकार की राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इसी बीच स्वीडन के कुछ शोधकर्ताओं ने एक खोज में बड़ा दावा किया है। शोधकर्ताओं ने एक खास जीन वैरिएंट का पता लगाया है। जो गंभीर कोरोना संक्रमण से बचा सकता है। स्वीडन में करोलिंस्का इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने विभिन्न मूल के लोगों का अध्ययन करके इस वैरिएंट का पता लगाया है। इस अध्ययन को 'नेचर जर्नल' नाम की पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। जिसमें बताया गया है कि जीन कोरोना संक्रमण के असर को प्रभावित कर सकते हैं। इससे पता लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमण से कितना प्रभावित हुआ है।

पूर्व में हुए अध्ययनों में शोधकर्ताओं ने पाया कि यूरोपियन मूल के लोगों में डीएनए का विशेष अंश मौजूद था। डीएनए के विशेष अंश की मौजूदगी वाले लोगों में कोविड के गंभीर संक्रमण का खतरा 20 प्रतिशत कम होता है। वैज्ञानिकों ने इस जीन वैरिएंट की पहचान करने के लिए उन लोगों को स्टडी में शामिल किया, जिनमें ये विशेष डीएनए मौजूद था। इनमें अफ्रीकी मूल के 2,787 तथा छह विभिन्न समूहों के 1,30,997 ऐसे लोग शामिल थे, जिन्हें कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अध्ययन की मुख्य लेखिका व वीए बोस्टन हेल्थकेयर सिस्टम की शोधकर्ता जेनिफर हफमैन ने कहा कि 'अफ्रीकी मूल के लोगों में मौजूद समान सुरक्षा ने हमें डीएनए के विशेष जीन वैरिएंट (आरएस10774671-जी) की पहचान के लिए प्रेरित किया, जो कोरोना के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।  शोधकर्ताओं ने कहा कि अफ्रीकी मूल के 80 फीसदी लोगों में यह प्रोटेक्टिव वैरिएंट पाया गया।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, प्रोटेक्टिव जीन वैरिएंट (rs10774671-G), जीन ओएएस1 द्वारा एन्कोड किए गए प्रोटीन की लंबाई को निर्धारित करता है। पहले के कुछ अध्ययनों से यह भी पता चला है कि प्रोटीन का यह लंबा वैरिएंट सर्ष-कोव-2, वायरस जो कोविड-19 का कारण बनता है, को तोड़ने में अधिक प्रभावी है। इसके अलावा, कनाडा में मैकगिल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ब्रेंट रिचर्ड्स ने कहा, "हम जेनेटिक रिस्क फैक्टर्स को अच्छे से समझने लगे हैं जो कोरोना के खिलाफ नई दवाइयां बनाने में मदद कर सकते हैं।

चीनी ड्रैगन ने अवैध पुल का निर्माण कार्य तेज किया    

सुनील श्रीवास्तव          बीजिंग। चीनी ड्रैगन ने भारत पर सामरिक बढ़त हासिल करने के लिए पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील पर बनाए जा रहे अवैध पुल का निर्माण कार्य काफी तेज कर दिया है। ताजा सैटलाइट तस्‍वीरों से खुलासा हुआ है कि यह चीनी पुल अब 400 मीटर लंबा बन चुका है। यह पुल करीब 8 मीटर चौड़ा है और चीनी सैन्‍य ठिकाने के दक्षिण में स्थित है। विशेषज्ञों के मुताबिक चीन जब यह पुल बना लेगा तब इस इलाके में उसे काफी सामरिक बढ़त हासिल हो जाएगी। 

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक गत 16 जनवरी की सैटलाइट तस्‍वीर में इशारा मिलता है कि चीनी निर्माण कर्मचारी भारी क्रेन का इस्‍तेमाल पिलर को जोड़ने के लिए कर रहे हैं। जिस गति से यह पुल बन रहा है, माना जा रहा है कि आने वाले कुछ महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। हालांकि अभी रुटोग तक सड़क बनाने में अभी लंबा समय लगेगा। इससे पहले खुलासा हुआ था कि चीन पैंगोंग झील पर पुल का निर्माण कर रहा है। इससे चीनी सेना पैंगोंग झील के दूसरी तरफ बहुत तेजी से अपने सैनिकों को भेज सकेगी।इससे पुल के बनने से अब चीनी सैनिकों को रुटोग अड्डे तक पहुंचने के लिए 200 किमी तक पैंगोंग झील का चक्‍कर नहीं लगाना पड़ेगा। द इंटेल लैब में शोधकर्ता दमिएन सयमोन ने कहा, 'भारी मशीनों (क्रेन) को पुल का निर्माण करने के लिए लगाया गया है। भीषण बर्फबारी और खराब मौसम के बाद भी इस पुल का निर्माण कार्य जारी है। इसके अलावा पुल तक जाने के लिए एक नया रास्‍ता उत्‍तरी किनारे पर खुर्नाक फोर्ट के पास दिखाई दिया है जो एक चीनी सड़क से जोड़ेगा।'

चीन जिस इलाके में यह पुल बना रहा है, उस पर साल 1958 से ड्रैगन का कब्‍जा है। भारत का मानना है कि यह उसके वास्‍तविक नियंत्रण रेखा के अंदर आता है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन जिस जगह पर यह पुल बना रहा है, वह साल 1960 से उसके अवैध कब्‍जे में है। जैसाकि आप भलीभांति जानते हैं कि भारत ने इस अवैध कब्‍जे को कभी स्‍वीकार नहीं किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने पिछले दिनों पैंगोंग सो पुल का प्रत्यक्ष उल्लेख किए बगैर पत्रकारों से कहा कि ‘आपने जो बात कही, मुझे उसकी जानकारी नहीं है।’वांग ने कहा, ‘मैं यह बताना चाहता हूं कि चीन की ओर से अपनी सीमा में किया जा रहा बुनियादी ढांचे का निर्माण पूरी तरह से उसकी सम्प्रभुता में आता है और उसका लक्ष्य चीन की क्षेत्रीय सम्प्रभुता की रक्षा करना और चीन-भारत सीमा पर शांति तथा स्थिरता बनाए रखना है।’ भारत और चीन की सेनाओं के बीच पांच मई 2020 को पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में गतिरोध शुरू हुआ। पैंगोंग झील वाले इलाके में हिंसक टकराव के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने काफी संख्या में सैनिकों और भारी हथियारों की तैनाती कर दी। पिछले वर्ष लगातार कई दौर की सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने पिछले साल पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे तथा गोगरा क्षेत्र से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी की।

अपने मिलिट्री बेस के लिए पाक का इस्तेमाल करेगा चीन    
अखिलेश पांडेय            
इस्लामाबाद। चीन के एशिया में पांव फैलाने और विशेष रूप से भारत पर निगाह रखने और दबाव में लाने की नीयत किसी से छिपी नहीं है। अब यही बात विशेषज्ञ भी मान रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन पाकिस्‍तान के ग्‍वादर पोर्ट का इस्‍तेमाल अपने मिलिट्री बेस के लिए करना चाहता है। बता दें कि ग्‍वादर पोर्ट चीन के मल्‍टी बिलियन प्रोजेक्‍ट चीन-पाकिस्‍तान इकनामक कारिडोर का ही एक हिस्‍सा है। इस बात में कोई शक नहीं है कि चीन की इस मंशा के बारे में जानकार पहले से ही आशंका जताते रहे हैं। जानकारों का मानना है कि चीन इस पोर्ट के जरिए व्‍यापार तो करना ही चाहता है। लेकिन साथ ही वो इसको मिलिट्री बेस बनाकर इस क्षेत्र में अपनी रणनीतिक बढ़त बनाना चाहता है।

यूरोपीयन फाउंडेशन फार साउथ एशियन स्‍टडीज के डायरेक्‍टर जुनैद कुरैशी और स्‍कूल आफ अफ्रीकन एंड आरियंटल स्‍टडीज के प्रोफेसर मैथ्‍यू मैककार्टने ने एक इंटरव्‍यू के दौरान कहा कि चीन की वन बेल्‍ट एंड रोड इनिशिएटिव से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। उनका कहना था कि यह अवश्यंभावी है कि चीन कुछ बिंदुओं पर ग्वादर में बंदरगाह का उपयोग सैन्य अड्डे के रूप में करना चाहता है ताकि विदेशी संसाधन लगातार बिना रोक-टोक के मिल सकें। लेकिन चीन इस बात को भी अच्‍छी तरह से जानता है कि उसके यहां पर मिलिट्री बेस बनाने का बड़े पैमाने पर विरोध हो सकता है। इसलिए वो इसके लिए भी बेहद सावधान रहेगा।

गौरतलब है कि वर्ष 2015 में चीन ने 46 बिलियन डालर की लागत से इकनामिक प्रोजेक्‍ट की घोषणा की थी। सीपैक का मकसद पाकिस्‍तान में अपनी भूमिका को बढ़ाना और सेंट्रल एशिया और दक्षिण एशिया में अमेरिका और भारत के प्रभाव को कम करना था। सीपैक के अतंर्गत ग्‍वादर पोर्ट के आने के बाद चीन का सीधेतौर पर राची से लिंक हो गया। ग्‍वादर पोर्ट से सामान की आवाजाही दूसरे रास्‍ते से चीन में सामान पहुंचाने से कहीं अधिक सस्‍ती है। वहीं इस तरह से कराची सीधीतौर पर चीन के शिंजियांग प्रांत से भी जुड़ गया। चीन की योजना इसके लिए ट्रेन और सड़क मार्ग तैयार करना है। इसके अलावा वो एक पाइपलाइन भी डालना चाहता है जो चीन तक तेल की सप्‍लाई सीधे कर सकेगी। ड्रैगन फ्राम द माउंटेन- द सीपैक फ्राम काशघर टू ग्‍वादर में मैककार्टने ने लंबे समय तक चलने वाले इस प्रोजेक्‍ट के पाकिस्‍तान पर प्रभाव का भी जिक्र किया है। उनका मानना है कि इससे पाकिस्‍तान को फायदा तो होगा लेकिन ये किसी भी तरह से इकनामिक गेम चेंजर के रूप में सामने नहीं आ सकेगा। न ही इसका असर पाकिस्‍तान की खराब होती अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार को लेकर होगा। बढ़ती बेरोजगारी पर भी इससे कोई लगाम नहीं लगाई जा सकेगी। मैक का यहां तक कहना है कि इसके लिए मिले ऋण को उतारने के लिए भी पाकिस्‍तान को दूसरों पर निर्भर रहना होगा।

ऑस्ट्रेलिया: संक्रमण में तेजी, आपात स्थिति की घोषणा

सुनील श्रीवास्तव          सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में मंगलवार को कोविड-19 से रिकॉर्ड मौत दर्ज की गई और इसके दूसरे सबसे बड़े राज्य ने अस्पतालों में आपात स्थिति की घोषणा की। जो कोरोना वायरस के चलते संक्रमितों की संख्या बढ़ने और स्टाफ की कमी से जूझ रहे हैं। तीन सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में 74 मरीजों की मौत हुई। न्यू साउथ वेल्स में 36, विक्टोरिया में 22 और क्वींसलैंड में 16 मरीजों की मौत हुई। इससे पहले एक दिन में कोरोना वायरस के कारण सर्वाधिक 59 लोगों की मौत चार सितंबर, 2020 को हुई थी। संघीय स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने कहा कि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि न्यू साउथ वेल्स में संक्रमण की दर चरम पर पहुंच रही है और विक्टोरिया में स्थिर होने वाली है।

न्यू साउथ वेल्स की सरकार ने बेहद संक्रामक ओमिक्रोन स्वरूप से निपटने के लिए लॉकडाउन लगाने की संभावना से इनकार किया है। अक्टूबर में, सिडनी ने 108 दिनों का लॉकडाउन हटाया था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में ज्यादातर लोगों का टीकाकरण हो चुका था। विक्टोरिया ने राज्य की राजधानी मेलबर्न के अस्पतालों और कई क्षेत्रीय अस्पतालों में स्टाफ की कमी और मरीजों के भर्ती होने में वृद्धि के कारण बुधवार दोपहर से आपातकाल घोषित कर दिया। लगभग 5,000 कर्मचारी अनुपस्थित हैं क्योंकि वे या तो संक्रमित हैं या करीबी संपर्क में हैं। यह पहली बार है जब राज्य के कई अस्पतालों में आपात स्थिति लगा दी गई है। करीब 2.6 करोड़ की आबादी वाले ऑस्ट्रेलिया में 2,700 लोगों की कोविड-19 के कारण मौत हो चुकी है।

अंटार्कटिक सागर के पानी को नापने का उपकरण बनाया

सुनील श्रीवास्तव           वाशिंगटन डीसी। अंटार्कटिक सागर का पानी बेहद ठंडा है। यह बेहद ठंडा असल में कितना ठंडा है, यह हम अब जान पाएंगे। इस पानी के तापमान को मापने के लिए वैज्ञानिकों ने एक अत्याधुनिक उपकरण बनाया है। इसका नाम है- हाई प्रिसिजन सुपरकूलिंग मेजरमेंट इंस्ट्रूमेंट। न्यूजीलैंड, नॉर्वे और अमेरिका के वैज्ञानिकों ने इसे बनाया है। यह उपकरण बताएगा कि अंटार्कटिक सागर के ऊपर जमी बर्फ के नीचे मौजूद पानी कितना ठंडा होता है। इस 'सुपरकूलिंग यंत्र' को एक छोटे, रिमोट कंट्रोल से संचालित रोबोट पर रखकर समंदर में जमी बर्फ के नीचे भेजा जा सकता है, ताकि यह वहां के पानी का ठीक-ठीक तापमान माप सके।

यूनिवर्सिटी ऑफ ओटागो की डॉक्टोरल छात्र मारेन रिक्टर ने बताया कि बर्फ की मोटी तहों के नीचे समंदर का पानी एक बड़ी पहेली की तरह है। रिसर्चर अभी इसके बारे में बहुत नहीं जानते हैं। रिक्टर ने कहा, "अंटार्कटिक के ऊपर जमी बर्फ की मोटी तह रॉस आइस सेल्फ के मुकाबले हम डार्क साइड कहे जाने वाले चांद के दूसरी तरफ के हिस्से के बारे में ज्यादा जानते हैं। रिक्टर ने बताया कि अंटार्कटिक के पानी का तापमान मापने वाला नया यंत्र बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसकी मदद से वैज्ञानिक समझ सकेंगे कि समुद्र, उसपर जमी बर्फ और वातावरण, ये तीनों साथ मिलकर कैसे काम करते हैं। ये सभी तत्व किस तरह एक-दूसरे से जुड़े हैं, यह भी जाना जा सकेगा। रिक्टर बोलीं, "इनकी गणना बड़े स्तर पर बनाए गए मॉडलों के माध्यम से की जाती है। मॉडल जितने अधिक सटीक होंगे,  छोटे स्तर पर उनकी सटीकता जितनी ज्यादा होगी, उनसे मिलने वाली जानकारियों की सटीकता बड़े स्तर पर भी उतनी ही अधिक होगी। मसलन, भविष्य में न्यूजीलैंड का मौसम कैसा रहेगा, यह हम अधिक स्पष्टता से बता सकेंगे।

अंटार्कटिक में बर्फ की सतह के नीचे कई बार पानी का तापमान जमने के पॉइंट से नीचे होता है, लेकिन फिर भी यह जमता नहीं है। द्रव्य रूप में ही रहता है. इस प्रक्रिया को सुपरकूलिंग कहते हैं। ओटागो यूनिवर्सिटी की छात्रा इंगा स्मिथ ने बताया कि समुद्र का पानी आमतौर पर माइनस 1.9 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर जम जाता है। लेकिन जब बर्फ की मोटी परत के नीचे बहकर आया ताजा पानी जब खारे पानी से मिलता है, तो यह बेहद ठंडा हो जाता है। स्मिथ ने बताया, "तब यह होता तो द्रव है, लेकिन जमने वाले बिंदु यानी फ्रीजिंग पॉइंट से नीचे।  अंटार्कटिक के ऊपर जमी बर्फ की सतह सैकड़ों मीटर मोटी है। इसके चलते समुद्र के बाकी हिस्सों की तरह इस हिस्से में पहुंचना और इससे जुड़ी जानकारियां हासिल करना बहुत मुश्किल है। जलवायु परिवर्तन के चलते हमारी धरती तेजी से गर्म हो रही है। पर्यावरण में गर्मी और उष्मा की जितनी मात्रा बढ़ी है, उसका 90 प्रतिशत से भी ज्यादा हिस्सा समुद्रों ने सोख लिया है। ऐसे में जलवायु से जुड़े शोधों के लिए समुद्र के तापमान की सटीक जानकारी बेहद जरूरी है।

इस दिशा में एक बड़ी चुनौती हैं, विशेष उपकरणों की कमी। हमारे पास ऐसे यंत्रों की कमी है, जो समुद्र के ऊपर तैर रहे हिमखंडों और बर्फ की तहों के नीचे गहराई में जाकर समुद्र का तापमान को माप सकें। समुद्र पर शोध करने वाले ओशियनोग्राफर और पोलर इंजीनियर लंबे समय से इस चुनौती से जूझते रहे हैं। उम्मीद है कि अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से वैज्ञानिकों को अंटार्कटिक की सतह के नीचे की जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी।

570 तकनीकी अप्रेंटिस के पदों पर भर्ती, आवेदन

570 तकनीकी अप्रेंटिस के पदों पर भर्ती, आवेदन     
अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने वेस्टर्न रीजन मार्केटिंग डिवीजन के तहत 570 तकनीकी और गैर-तकनीकी अप्रेंटिस के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं। योग्य उम्मीदवार जो इन पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं। वे एलओसीएल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों के लिए 15 जनवरी से आवेदन प्रक्रिया शुरु हो गई है। उम्मीदवार इस लिंक पर जाके सीधे कर सकते हैं आवेदन। इच्छुक लोग इस लिंक पर क्लिक करके भी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। साथ ही इस लिंक के जरिए आधिकारिक नोटिफिकेशन को भी देख सकते हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 570 पदों को भरा जाएगा।
1. ट्रेड अपरेंटिस – एनसीवीटी / एससीवीटी द्वारा मान्यता प्राप्त नियमित पूर्णकालिक आईटीआई होना चाहिए।
2. तकनीशियन अपरेंटिस – मान्यता प्राप्त संस्थान / विश्वविद्यालय से संबंधित क्षेत्र में न्यूनतम 50% अंकों के साथ 3 साल का डिप्लोमा (एससी / एसटी उम्मीदवारों के मामले में 45%) होना चाहिए।
3. ट्रेड अपरेंटिस-अकाउंटेंट: न्यूनतम 50% अंकों के साथ किसी भी विषय में नियमित पूर्णकालिक ग्रेजुएट (एससी/एसटी/पीडब्ल्यूबीडी उम्मीदवारों के मामले में 45%) होना चाहिए।
4. ट्रेड अपरेंटिस – डाटा एंट्री ऑपरेटर (स्किल्ड सर्टिफिकेट होल्डर्स): 12वीं कक्षा उत्तीर्ण या इसके समकक्ष ‘डोमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर’ में स्किल सर्टिफिकेट होना चाहिए।

भारत: 24 घंटे में 2,38,018 नए मामलें सामने आए

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या आए रोज बढ़ती जा रही है। हालांकि, नए कोरोना मरीज मिलने की रफ्तार बीते 24 घंटे में कुछ धीमी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि, पिछले 24 घंटों में भारत में 2,38,018 केस दर्ज किए गए। जो कि उससे एक दिन पहले की तुलना में 20,071 कम रहे। साथ ही कल 1,57,421 लोग ठीक भी हुए और 310 मौतें हुईं। भारत अब उन 10 देशों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा सक्रिय कोरोना मरीज हैं। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने माना है कि, यहां अभी 17,36,628 सक्रिय मरीज हैं। इसके अलावा कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कुल 8,891 मामले दर्ज हुए हैं। जिसमें कल से 8.31% की वृद्धि देखी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया कि, डेली कोविड पॉजिटिवटी रेट 14.43% है। देश में ओमिक्रॉन के अब तक 8,891 संक्रमित मिले हैं। अगर यह संख्या देखी जाए तो इससे स्पष्ट होता है कि हमारे यहां ओमिक्रॉन का प्रकोप बाकी देशों के मुकाबले बहुत कम है। यह अच्छी बात है।

वैक्सीनेशन की बात की जाए तो देशभर में अब तक लोगों को कुल 158.04 करोड़ वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं। यहां रोज लाखों लोगों को डोज लगाए जा रहे हैं। हालांकि, कोरोना वैक्सीनेटेड पर्संस को भी हो रहा है। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और तेलुगू देशम पार्टी के नेता एन.चंद्रबाबू नायडू कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, पिछले 24 घंटों में मुंबई में 35 पुलिसकर्मी कोविड-19 पॉजिटिव आए हैं, मुंबई पुलिस में सक्रिय मामलों की कुल संख्या अब 1,341 है।

छत्तीसगढ़ की बात करें तो प्रदेश में कल 4574 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की आज पहचान हुई वहीं 5396 मरीज़ स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज/रिकवर्ड हुए। कोरोना से कुल 10 मौतें हुई है। छत्तीसगढ़ में कोरोना के अब तक कुल 1064290 मरीज मिले हैं। जिसमें से 1018666 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 31960 है। वहीं कोरोना से प्रदेश में अब तक कुल 13664 मौतें हो चुकी हैं। छत्तीसगढ़ में आज 38 हजार 064 सैम्पलों की हुई जांच प्रदेश की औसत पॉजिटिविटी दर 12.02 प्रतिशत है। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 12.02 प्रतिशत है। मंगलवार को प्रदेश भर में हुए 38 हजार 064 सैंपलों की जांच में से 4574 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। कल राज्य में 17 जनवरी को जिला बलरामपुर में 50, सुकमा में 45, बस्तर से 35, बेमेतरा से 31, दंतेवाड़ा से 27, महासमुन्द से 26, मुंगेली से 21, बीजापुर से 11 नारायणपुर से 8 एवं गरियाबंद से 5 कोरोना संक्रमित पाए गए। 17 जनवरी को जिला बलरामपुर, दंतेवाडा, बस्तर, मुंगेली, कबीरधाम एवं बीजापुर में पॉजिटीविटी दर 4 प्रतिशत कम रही।

इनफिनिक्स ने लॉन्च किया 'इनबुक एक्स 2' लैपटॉप

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। इनफिनिक्स कंपनी ने 'इनबुक एक्स 2' लैपटॉप दक्षिण-पूर्व एशियाई बाजारों में चोरी-छिपे लॉन्च किया है। नोटबुक मूल 'इनबुक एक्स 1' के उत्तराधिकारी के रूप में आ गया है। जिसे अक्टूबर 2021 में वापस घोषित किया गया था। लैपटॉप काफी हल्का है। इसको एक हाथ के सहारे भी चलाया जा सकता है। लैपटॉप में 14-इंच की स्क्रीन, 11 घंटे तक लगातार चलने वाली बैटरी और डुअल एलईडी वेब कैम है। आइए जानते हैं 'इनबुक एक्स 2' की कीमत और फीचर्स। 'इनबुक एक्स 2' को सबसे पहले इंडोनेशिया, थाईलैंड और मिस्र जैसे बाजारों में 22 जनवरी से जारी किया जाएगा। जैसा कि तस्वीर में देखा जा सकता है। एक्स 2 लाल, नीले, ग्रे और हरे जैसे रंगों में आएगा।

'इनबुक एक्स 2' का वजन केवल 1.24 किलो ग्राम है और यह 14.8 मिलीमीटर की स्लिम प्रोफाइल को स्पोर्ट करता है। डिवाइस में 14 इंच का आईपीएस पैनल है जो फुल एचडी रेजोल्यूशन, 300 निट्स ब्राइटनेस, 16:9 आस्पेक्ट रेश्यो, 100 प्रतिशत एसआरजीबी कलर गैमिट ​​और 178 डिग्री वाइड व्यूइंग एंगल प्रदान करता है। नोटबुक विंडोज 11 होम वर्जन पर चलता है।

सब इंस्पेक्टर के 647 पदों पर भर्ती, आवेदन किए
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। सिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के 647 पदों पर बंपर भर्ती निकली है। जिसके लिए ग्रेजुएट अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर 5 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं।आवेदक का चयन फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट, डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन, ट्रायल टेस्ट और प्रोफिशिएंसी टेस्ट पर आधारित होगा।
सिलेक्टेड उम्मीदवारों को 40 हजार रुपए सैलरी मिलेगी। सिलेक्टेड कैंडिडेट को भत्तों का भी लाभ मिलेगा। कैंडिडेट सी पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन का स्टेप्स ऑफिशियल वेबसाइट पर दिया गया है।योग्यता : आवेदक को मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में ग्रेजुएट होना चाहिए। कैंडिडेट की आयु सीमा 1 अगस्त, 2021 के अनुसार निर्धारित की जाएगी। 1 अगस्त, 2021 को उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 35 वर्ष होनी चाहिए।
सिलेक्शन प्रोसेस : कैंडिडेट का चयन पांच चरणों के अनुसार किया जाएगा। पहले चरण में उसके अब तक के सर्विस रिकाॅर्ड को देखा जाएगा। दूसरे चरण में रिटन एग्जाम देना होगा। तीसरे चरण में उम्मीदवार का फिजिकल स्टैण्डर्ड टेस्ट होगा। इसके बाद चौथे चरण में फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट और अंत में कैंडिडेट का मेडिकल टेस्ट होने के बाद योग्य उम्मीदवार का चयन किया जाएगा।

सोने पर आयात शुल्क 4 प्रतिशत करने का आग्रह किया

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने आगामी आम बजट के लिए अपनी सिफारिशों में सरकार से सोने पर आयात शुल्क 7.5 प्रतिशत से घटाकर चार प्रतिशत करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही परिषद ने इस क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज देने की मांग भी की। जीजेईपीसी ने अपनी बजट पूर्व सिफारिशों में कटे और पॉलिश किए गए हीरों और रत्नों पर आयात शुल्क 7.5 प्रतिशत से घटाकर 2.5 प्रतिशत करने का सुझाव दिया है। परिषद ने एक बयान में कहा कि, अगर (सोना को) चार प्रतिशत शुल्क दर पर आयात किया जाता है… तो 500 करोड़ रुपये के बजाय 225 करोड़ रुपये की कार्यशील पूंजी ही अवरुद्ध होगी। इसके अलावा परिषद ने मुंबई के विशेष अधिसूचित क्षेत्र में कच्चे हीरों की बिक्री के लिए कराधान प्रावधानों में संशोधन, अंतरराष्ट्रीय हीरा नीलामियों के लिए ऑनलाइन समानीकरण उपकर पर स्पष्टीकरण और सेज इकाइयों के लिए सनसेट क्लॉज का विस्तार जैसे सुझाव भी दिए।

जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह ने कहा कि भारत रत्न और आभूषण का पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक है, जिसकी वैश्विक रत्न और आभूषण निर्यात में 5.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि, हम इस क्षेत्र के लिए (चालू वित्त वर्ष में) 41 अरब अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य हासिल करेंगे। अब हमने भारत की आजादी के शताब्दी वर्ष में 100 अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात का लक्ष्य तय किया है। इस क्रम में हम सरकार से अपील करते हैं कि आगामी आम बजट में इस क्षेत्र के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा करें। उन्होंने कहा कि, इस क्षेत्र को आगे बढ़ाने का एकमात्र तरीका नीतिगत सुधार है, जो हमें वैश्विक बाजार में और अधिक प्रतिस्पर्धी बना देगा।

युवाओं आप रोजगार के एजेंडे पर डटे रहना: प्रियंका

युवाओं आप रोजगार के एजेंडे पर डटे रहना: प्रियंका    

अकांशु उपाध्याय            नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी और शिक्षा के बजट में कथित कटौती के मुद्दों को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा कि विधानसभा चुनाव में रोजगार एवं शिक्षा ही असली एजेंडे हैं।जिन पर युवाओं को डटे रहना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ”उत्तरप्रदेश में पिछले 5 सालों में 16.5 लाख युवाओं की नौकरी छिन गई। 4 करोड़ लोगों ने हताश होकर नौकरी की आशा छोड़ दी। लेकिन योगी आदित्यनाथ जी इस पर न बात करते हैं, न ट्वीट … क्योंकि उन्हें मालूम है कि पर्दा जो उठ गया तो राज खुल जाएगा। युवाओं, आप रोजगार के एजेंडे पर डटे रहना।”

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने दावा किया, ”योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 5 वर्षों में उप्र के शिक्षा बजट में भारी कटौती की। बजट ज्यादा मिलता तो युवाओं को नए विश्वविद्यालय, इंटरनेट, छात्रवृत्तियां, पुस्तकालय और छात्रावास मिलते।” प्रियंका गांधी ने युवाओं से आह्वान किया, ”युवाओं, यही इस चुनाव का असली एजेंडा है। इस पर सवाल पूछिए तथा जो भटकाए, उसको वोट की ताकत से करारा जवाब दीजिए।” उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को और अंतिम चरण का मतदान सात मार्च को है। 10 मार्च को मतगणना होगी।

सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 1 नक्सली मारा गया

दुष्यंत टीकम        सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने यहां बताया कि घटना जिले के तोंगपाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत मारजुम गांव की पहाड़ी इलाके में हुई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले की सीमा से लगने वाले क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की सूचना के बाद सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था।

उन्होंने बताया कि पुलिस को क्षेत्र में कुछ नक्सली नेताओं समेत लगभग 40 की संख्या में नक्सलियों के एकत्र होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद तीनों जिलों से सोमवार रात सुरक्षाबलों को रवाना किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल के जवान आज सुबह करीब 6.45 बजे मारजुम की पहाड़ी के करीब पहुंचे तब नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, इसपर सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने अभी तक एक नक्सली का शव बरामद किया है, नक्सली पहाड़ी से अभी भी गोलीबारी कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में सुरक्षा बल को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है।

‘नोंते फोंते’ के रचयिता कार्टूनिस्ट देबनाथ का निधन 

मिनाक्षी लोढी          कोलकाता। कार्टूनिस्ट और बंगाली कॉमिक किरदार ‘ बंतुल द ग्रेट’ , ‘ हांडा-भोंदा’ और ‘नोंते फोंते’ के रचयिता नारायण देबनाथ का मंगलवार की सुबह कोलकाता के एक अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अस्पताल के सूत्रों ने यह जानकारी दी। देबनाथ को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह 97 साल के थे। 

अस्पताल के अधिकारी ने बताया कि पद्म श्री से सम्मानित देबनाथ ने पूर्वाह्न 10 बजकर करीब 15 मिनट पर आखिरी सांस ली। उन्हें 24 दिसंबर को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह जीवनरक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) पर थे।

भगवंत को आप पार्टी के सीएम पद का उम्मीदवार चुना 

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि भगवंत मान को आप पार्टी का सीएम पद का उम्मीदवार चुना गया है। कुछ देर में पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेंगे। केजरीवाल ने 13 जनवरी को पंजाब की जनता से मुख्यमंत्री पद के लिए अपने पसंदीदा उम्मीदवार का नाम बताने की अपील की थी।

इस बाबत उन्होंने एक मोबाइल नंबर भी जारी किया था। केजरीवाल ने तब कहा था कि वह ‘आप’ सांसद भगवंत सिंह मान को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करना चाहते थे, लेकिन मान ने यह फैसला पंजाब की जनता पर छोड़ने पर जोर दिया। ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने जून 2021 में कहा था कि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का मुख्यमंत्री पद का दावेदार सिख समुदाय से होगा और पूरे पंजाब को पार्टी के चयन पर नाज होगा। पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर मतदान 14 फरवरी को होगा। वोटों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी।

नाना पटोले पर पीएम को गाली देने का आरोप लगाया

कविता गर्ग         मुंबई बीजेपी नेता चंद्रशेखर वाबनक़ूले ने नागपुर में नाना पटोले के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन पर पीएम मोदी को गाली देने का आरोप है। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्विटर पर लिखा कि महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने जिस प्रकार की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए किया है, वह निंदनीय है। मेरी पुलिस प्रशासन से विनती है कि पटोले पर एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाए।

महाराष्ट्र के भंडारा जिले में नाना पटोले ने कहा कि मैं बताता हूं कि मैं क्यों लड़ता और संघर्ष करता आ रहा हूं? मैं 30 वर्षों से राजनीति में हूं। ये नेता लोग 5 वर्ष में अपनी एक पीढ़ी का उद्धार कर लेते हैं। स्कूल-कॉलेज का निर्माण कर अपनी एक-दो पीढ़ी का उद्धार कर देते हैं। मैं इतने वर्षों से राजनीति कर रहा हूं, परंतु एक स्कूल मेरे नाम पर नहीं है। मैंने एक भी ठेकेदारी नहीं की। जो भी मदद मांगने आया उसे हमेशा मदद की है। इसलिए मैं मोदी को मार सकता हूं और उसे गाली भी दे सकता हूं। इसीलिए मोदी मेरे खिलाफ यहां प्रचार करने भी आया। मेरे रूप में आपके समक्ष एक प्रमाणिक लीडरशिप है। इसलिए ये लोग (विपक्ष) अपनी रणनीति बनाकर मुझे चक्रव्यूह में फंसाने की कोशिश करते हैं।


भाजपा के उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं, रणनीति
पंकज कपूर       
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा बड़ी संख्या में अपने सिटिंग विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरे को टिकट दे सकती है। भाजपा सत्ता विरोधी लहर को भांपकर यह रणनीति अपनाने पर विचार कर रही है। हालांकि, भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है।
भाजपा के नेताओं का मानना है कि सिटिंग विधायकों का टिकट कर जनता के असंतोष से पार पाया जा  सकता है। राज्य के भाजपा नेताओं के अनुसार पिछले पांच वर्षों में भाजपा सरकार के द्वारा किए गए काम लोगों के सामने है। इसलिए अब सारा ध्यान इसपर है कि पार्टी किस तरह से टिकट का वितरण करती है और ख़राब प्रदर्शन करने वाले कितने विधायकों का टिकट काटती है।
पार्टी नेताओं का मानना है कि जिस तरह से पांच सालों में तीन बार मुख्यमंत्री बदला गया और जनता के ऊपर इसका सीधा प्रभाव पड़ा, उसी तरह पुराने विधायकों की जगह नए उम्मीदवार को लड़ाकर इस बार के विधानसभा चुनाव में जनता के मूड को बदला जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बार भाजपा करीब अपने 12 से अधिक विधायकों के टिकट काट सकती है। माना जा रहा है कि इसी वजह से अभी तक भाजपा ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है।
बता दें कि उत्तराखंड में भाजपा ने पांच साल में तीन मुख्यमंत्री बनाए। चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया। उसके बाद पिछले साल मार्च महीने में त्रिवेंद्र रावत को हटाकर तीरथ रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया। तीरथ सिंह रावत चार ही महीने मुख्यमंत्री रहे और उनके बाद पुष्कर सिंह धामी को राज्य की कमान सौंपी गई गई। पिछले दिनों उत्तरखंड के दौरे पर आए केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तीन मुख्यमंत्री बनाए जाने के फैसले पर कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे मुख्यमंत्री में कोई कमी थी। बड़ी पार्टी में कई चीजों को देखकर फैसले लेने पड़ते हैं।
गौरतलब है कि के लिए 14 फरवरी को मतदान कराया जाएगा और 10 मार्च को मतगणना होगी। उत्तराखंड विधानसभा का कार्यकाल 23 मार्च को समाप्त हो रहा है। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को कुल 70 सीटों में से 57 सीट पर जीत हासिल हुई थी।

इंडिया लिमिटेड ने 972 करोड़ रुपये का भुगतान किया 

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। केंद्र को एक दर्जन केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों से लाभांश के रूप में 6,600 करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त हुए हैं। इस लाभांश में से न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने 972 करोड़ रुपये का भुगतान किया है और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने 2,506 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव, तुहिन कांत पांडे ने सोमवार ट्वीट कर यह बात कही। एक अन्य ट्वीट में कहा गया है, इसके अलावा केंद्र को एनएमडीसी और गेल से क्रमश: 1,605 करोड़ रुपये और 913 करोड़ रुपये लाभांश के रूप में प्राप्त हुए हैं।

लाभांश का भुगतान करने वाले अन्य उद्यमों में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन, नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन, वैपकोस, एचएलएल लाइफकेयर (पहले हिंदुस्तान लेटेक्स), एफएजीएमआईएल और एनएसआईसी शामिल थे।


हिन्दुओं के खिलाफ घृणा फैलाने की प्रतिस्पर्धा: भाजपा
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच हिन्दुओं के खिलाफ घृणा फैलाने वालों को प्रोत्साहित करने की प्रतिस्पर्धा चल रही है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया सम्मेलन में इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान द्वारा कांग्रेस को समर्थन किए जाने और सपा द्वारा कई विवादित नेताओं को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने का हवाला देते हुए दोनों दलों पर हमला किया।
संबित पात्रा ने कहा कि खान ने हाल में हिंदुओं को निशाना बनाते हुए एक भाषण दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए ऐसे लोगों का समर्थन कोई नयी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि केरल, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक विधानसभा चुनावों के दौरान भी कांग्रेस ने हिन्दुओं के खिलाफ आग उगलने वालों से गठजोड़ किया था। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सपा ने जेल में बंद नाहिद हसन और दंगा फैलाने के आरोपी मुहर्रम अली को टिकट दिए है।
उन्होंने कहा कि, हिंदुओं के खिलाफ घृणा फैलाने वालों को कौन अधिक प्रोत्साहित करता है, इसकी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में प्रतिस्पर्धा चल रही है। भाजपा प्रवक्ता ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई एक कथित टिप्पणी का भी उल्लेख किया और कहा कि इससे यह स्पष्ट हो गया है कि पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में जो चूक हुई थी, वह संयोग नहीं था बल्कि एक प्रयोग था।
ज्ञात हो कि एक वायरल वीडियो में पटोले को यह हुए सुना जा सकता है कि वह मोदी को ”पीट सकते हैं” और ”गाली दे सकते हैं”। पंजाब में आम आदमी पार्टी द्वारा सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बारे में पूछ जाने पर पात्रा ने चुटकी लेते कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्यपाल की तरह मान की उम्मीदवारी की घोषणा की और मान ने भी ऐसा किया मानों वह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे।
पंजाब में हुई ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ”इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। 26 ऐसे व्यक्ति हैं, जिनके खिलाफ पंजाब की कांग्रेस सरकार ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में राजनीति को कभी हावी नहीं होने देना चाहिए।

'हिंदुस्तान' में 70 साल बाद नौजवानों को मौका मिला
श्रीनगर। जाे डर गया, समझो मर गया। इसलिए डरना नहीं, घबराना नहीं है। हमें मुकाबला करना है-पत्थर से नहीं बल्कि कलम और किताब से। इतिहास कभी-कभी मौका देता है और मंगलवार को हिंदुस्तान में 70 साल बाद नौजवानों को मौका मिला है। इस देश को भाजपा से आजाद कराने के लिए। इसलिए हिंदु-मुस्लिम-सिख ईसाई का भेदभाव मिटाकर एकजुट होकर आगे बढ़ना है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को जनजातीय युवा पीडीपी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा। अपने भाषण में महबूबा मुफ्ती ने जनजातीय कल्याण की कम, भाजपा की निंदा ही ज्यादा की। उन्होंने भाजपा पर देश में सांप्रदायिकता बढ़ाने का आरोप लगाते हुए सम्मेलन में मौजूद युवाओं को यह संदेश देने का प्रयास किया कि मुस्लिमों को मुस्लिम होने के कारण तथाकथित तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हाेंने सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाने के अभियान को भी मजहबी रंग देने की कोशिश की। जम्मू प्रांत के विभिन्न जिलों से पीडीपी के बैनर तले जमा हुए गुज्जर-बक्करवार समुदाय के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरे मुल्क में डर का माहौल है। जम्मू कश्मीर में तो और भी बुरा हाल है। यहां पकड़-धकड़ का माहौल है। जो भी भाजपा या केंद्र के खिलाफ बोलता है, उसे देशद्रोही बता दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि यहां मुस्लिमों को कहा जाता है कि आप बाबर और औरंगजेब की औलाद हो। अगर वह मुस्लिमों का बाप है तो उसे फिर यह लोग क्यों याद कर रहे हैं। इन्हें इसलिए यह याद है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव हैं और वहां लोगों केा बताने के लिए कुछ नहीं है। वहां कोई अस्पताल नहीं बनाया, वहां कोई तरक्की नहीं हुई। वहां लोगों को कोरोना में गंगा में लाशें बहती देखी हैं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह लोग हमें गुजरात और दिल्ली दंगों की याद दिलाते हैं। हमें 84 के दंगे याद दिलाते हैं ताकि हम डर जाएं। लेकिन आपको डरना नहीं है, अगर आप डर गए तो समझो मर गए। इनका मुकाबला करना है, लेकिन पत्थर से नहीं। हमें कलम और किताब से इनका मुकाबला करना है। यह चाहते हैं कि हम लोग हिंसा करें ताकि यह हमें हिंसक साबित कर सकें, यूएपीए के तहत गिरफ्तार कर सकें। इसलिए मेरी आप सभी नौजवानों से अपील है कि आप पढ़ो और मजबूती के साथ आगे बढ़ो। इतिहास में कभी-कभी ही युवाओं के योगदान का मौका आता है और आज 70 साल बाद हमें इस देश को भाजपा से आजाद कराने का मौका मिला है।भाजपा से इस देश को छुड़ाना है। यह देश को बांटना और तोड़ना चाहती है। पीडीपी अध्यक्षा ने जम्मू काे धार्मिक सद्भाव का प्रतीक बताते हुए कहा कि अब यह लोग जम्मू में भी लोगों को हिंदु-मुस्लिम, गुज्जर-डोगरा के नाम पर लड़ाने पर तुले हैं। चुप रहना कोई विकल्प नहीं है। हमें बोलना होगा, मुकाबला करना होगा, अन्यथा आने वाले समय में लोग पूछेंगे कि जब मौका था उस समय का नौजवान कहां था। यह सवाल रुपनगर में गुज्जर भाइ्रयों के घरों को तोड़ने का नहीं है, यह सवाल हम सभी का है। इसलिए जाग जाओ।
उन्होंने हरिद्वार में हुई धर्मसंसद में कुछ लोगों के आपत्तिजनक बयानों का हवाला देते हुए कहा किसी भाजपा नेता ने उनकी निंदा नहीं की। जम्मू कश्मीर के लोगों ने गांधी के हिंदुस्तान के साथ हाथ मिलाया था, लेकिन यह तो गोडसे का हिंदुस्तान बना रहे हैं। यह हिंदु नहीं हो सकते, हिंदुओं का ठेकेदार बने यह लोग हिंदु़ का मतलब नहीं जानते। मैं जम्मू मे एक हिंदु परिवार में ही पली हूं और मुझे पता है कि एक हिंदु क्या सोचता है। हिंदु हो या मुसलमान हम सभी की रगों में एक ही रंग का खून बहता है। हमें चारों तरफ दोस्ती फैलानी है। अगर हम घर में बैठ गए तो हमारा वजूद मिट जाएगा।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-92, (वर्ष-05)
2. बुधवार, जनवरी 19, 2022
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:10, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 8 डी.सै., अधिकतम-16+ डी सै.।  बर्फबारी व शीतलहर के साथ मैदानी क्षेत्रों में कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745 
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सोमवार, 17 जनवरी 2022

राजनीतिक दलों से समझौता न करने का निर्णय लिया

राजनीतिक दलों से समझौता न करने का निर्णय लिया     
गणेश साहू        
कौशाम्बी। आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में राष्ट्रीय लोकदल पार्टी ने किसी अन्य राजनीतिक दलों से समझौता न करने का निर्णय किया है। राष्ट्रीय लोकदल जिले की तीनों विधानसभा सिराथू चायल मंझनपुर में पार्टी प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारेगी। 
प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करने के लिए पूर्व पार्टी की बैठक जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में संपन्न हुई है। इसमें पार्टी प्रत्याशियों का चयन किया गया है और राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के प्रत्याशी के नामों की घोषणा कर दी है। सिराथू विधानसभा सीट से राजेंद्र सोनकर मंझनपुर विधानसभा से विनय कुमार चायल विधानसभा सीट से सुशील द्विवेदी लोकदल के बैनर तले विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव में अपना दावा ठोकेंगे। 

डीएम खत्री ने नामांकन कक्षों का निरीक्षण किया
बृजेश केसरवानी          प्रयागराज। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार खत्री ने सोमवार को विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की तैयारियों के संदर्भ में विधानसभा के नामांकन कक्षों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उप निर्वाचन अधिकारी/एडीएम प्रशासन को कक्षों में साफ-सफाई, पोताई, प्रकाश की व्यवस्था सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को कराये जाने के लिए कहा है। इसी क्रम में उन्होंने तहसील सदर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखने का निर्देश दिया साथ ही निर्वाचन से सम्बंधित रजिस्टरों का भी निरीक्षण किया। तत्क्रम में जिलाधिकारी ने मुण्डेरा मंडी स्थित स्ट्रांग रूम के कक्षों का भी निरीक्षण किया। 
जिलाधिकारी ने मतगणना हाॅलों को चयनित किये जाने के लए नीलामी चबुतरों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने साफ-सफाई तथा जिन कक्षों में रंगाई-पोताई की जरूरत है। वहां पर रंगाई-पोताई का कार्य कराये जाने के लिए कहा है तथा पीडब्लूडी के अधिशाषी अभियंता को निर्देशित किया है कि विधानसभा वार मैप बनाकर दो दिनों के अंदर प्रस्तुत करने के लिए कहा है। इस अवसर पर एडीएम प्रशासन हर्षदेव पाण्डेय सहित सभी सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

समाजवादी अल्पसंख्यक सभा की बैठक आयोजित 
जौनपुर। नगर के मोहल्ला बलुआ घाट में समाजवादी अल्पसंख्यक सभा की बैठक अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष डॉ. सरफ़राज़ खान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें सर्वसम्मति से मोहम्मद तालिब मिर्ज़ा कज़लबाश को नगर अध्यक्ष और क़ौसर अली को नगर महासचिव एवं महताब आलम को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। ज़िलाध्यक्ष डॉ सरफ़राज़ खान ने नवनियुक्त पदाधिकारियों का माल्यापर्ण कर बधाई देते हुए मनोयन पत्र सौंपते हुए कहा कि जिस भरोसे और ईमानदारी के साथ समस्त पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। हम आशा करते हैं कि समस्त पदाधिकारीगण ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे और अल्पसंख्यक समाज एकजुट होकर 2022 में अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का पुनः मुख्यमंत्री बनाने का काम करेंगे। पूर्व जिलाध्यक्ष मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड एवं सभासद अलमास अहमद सिद्दीकी ने पूर्व मंत्री आज़म खान को रिहा करने की अपील करते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समाज का हित समाजवादी पार्टी में निहित है। 
समाजवादी पार्टी ने हमेशा अल्पसंख्यकों के हित और उनके मान सम्मान की लड़ाई लड़ी है। सपा की जब जब सरकार बनी है। हमेशा अल्पसंख्यकों के हित में जनकल्याणकारी योजनाएं और लाभप्रद नीतियाँ लागू हुई हैं। 2022 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बना कर इस जनविरोधी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकना है। इस अवसर पर डॉ अर्शी खान,मेराज अहमद, इमरान इराकी,राहिल,अज़ीज़ फरीदी,जमाल हाशमी,फ़हीम अली खान,राहत फ़िरोज़ अली,साजिद रज़ा समेत नगर की नवनियुक्त कमेटी उपस्थित रहे।

मुंबई: 120 अंक से अधिक चढ़ा सूचकांक, सेंसेक्स

मुंबई: 120 अंक से अधिक चढ़ा सूचकांक, सेंसेक्स    

कविता गर्ग             मुंबई। एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी और इंफोसिस में बढ़त के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में 120 अंक से अधिक चढ़ गया। इस दौरान 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 122.58 अंक या 0.20 प्रतिशत बढ़कर 61,345.61 पर कारोबार कर रहा था।

इसी तरह निफ्टी 37.65 अंक या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 18,293.40 पर पहुंच गया। सेंसेक्स में सबसे अधिक 1.62 प्रतिशत की तेजी मारुति में हुई। इसके अलावा एसबीआई, एमएंडएम, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, इंफोसिस और एचडीएफसी बैंक बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।

यूके: कोरोना का आंकड़ा 3,73,249 तक पहुंचा

पंकज कपूर            देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का ग्राफ सोमवार को फिर तेजी से बढ़ गया है। 24 घंटे के भीतर प्रदेश के सभी 13 जनपदों में सोमवार को कोरोना के कुल 3,295 नए मामले सामने आए है। इसी के साथ राज्य में कोरोना का आंकड़ा 3,73,249 तक पहुंच गया है। जबकि राज्य में आज 2067 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए इस तरह अब तक 3,39,932 मरीज स्वस्थ हो चुके है। वहीं, सोमवार को 4 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार राज्य में 3295 नए लोगों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई।

जिनमें देहरादून जिले से 987, हरिद्वार से 352, नैनीताल जिले से 546, उधमसिंह नगर से 568, पौडी से 289, टिहरी से 65, चंपावत से 45, पिथौरागढ़ से 60, अल्मोड़ा 112, बागेश्वर से 39, चमोली से 137, रुद्रप्रयाग से 53, उत्तरकाशी से 43 सैंपल पॉजिटिव मिले हैं।

अपने खिलाड़ियों के लिए पीसीबी का फरमान जारी

अपने खिलाड़ियों के लिए पीसीबी का फरमान जारी    

मोमीन मलिक          इस्लामाबाद/ सिडनी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने ऑस्ट्रेलिया में चल रही बिग बैश लीग (बीबीएल) को एक बड़ा झटका दिया है। पीसीबी ने लीग में खेल रहे अपने खिलाड़ियों के लिए एक फरमान जारी कर उन्हें तुरंत घर बुला लिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने यह फैसला क्यों लिया, इसका भी स्पष्टीकरण दिया है।

दरअसल, पाकिस्तान में भी घरेलू टूर्नामेंट पाकिस्तान सुपर लीग का 7वां सीजन जल्द शुरू होने वाला है। इसके चलते पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तत्काल रूप से अपने खिलाड़ियों को पीएसएल खेलने के लिए वतन वापस बुला लिया है।  पाकिस्तान सुपर लीग का आगाज 27 जनवरी से होगा। पीसीबी चाहता है कि टूर्नामेंट की तैयारी के लिए पूरा समय मिल सके, इसके लिए खिलाड़ियों को पहले ही बुला लिया है।


डायबिटीज़ के रोगियों के लिए लाभदायक हैं मशरूम

सरस्वती उपाध्याय         नियमित रूप से मशरूम का सेवन करना डायबिटीज़ के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक है। विशेषज्ञों का कहना है कि मशरूम में न्यूट्रिश्नल तत्व तो बहुत अधिक होते ही हैं और साथ शर्करा इसमें बिल्कुल नहीं होता।

विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज़ के रोग में मशरूम के सेवन से रक्त में पाई जाने वाली शर्करा को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि मशरूम में कैंसर, एचआइवी संक्रमण और कई घातक रोगों के उपचार के गुण मौजूद हैं। शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि यदि आप वजऩ घटाने के लिए डाइटिंग और व्यायाम पर विशेष ध्यान देते हैं तो आपको आहार में नियमित रूप से मशरूम का सेवन करना अतिआवश्यक है। इससे आप सरलता से अपना वजऩ कम कर सकते हैं।

शराबी पति ने पत्नी को जलाकर उतारा मौत के घाट

'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से डेब्यू किया: मुंबई

'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से डेब्यू किया: मुंबई     
कविता गर्ग   
मुबंई। बिग बॉस ने एली एवराम को एक पहचान दी। इसके बाद उन्होंने 'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू किया। फिल्म ज्यादा चली नहीं। इसके बाद एली कुछ खास फिल्मों में नजर नहीं आईं। टीवी और बॉलीवुड के अलावा एली तमिल फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। एली एवराम ने इंस्टाग्राम पर एक नई पोस्ट अपडेट की है। तस्वीर का ब्रैकग्राउंड देख कर पता चल रहा है कि फोटो उन्होंने किचन में खड़े होकर क्लिक कराई है। किचन में खड़ी एली एवराम हाथ में चाय का कप कपड़े हुए हैं। सर्दी में चाय का कप, तो ठीक है। 
एली का ब्रालेट-जींस पहनना यूजर्स को बिल्कुल रास नहीं आया। ऐसा लग रहा है कि नहाकर वो तुंरत फोटोशूट में बिजी हो गईं। जींस और क्रॉप टॉप के साथ एली ने गले में एक पेंडेट भी डाला है, जो कि बेहद प्यारा लग रहा है। एक्ट्रेस की तस्वीर देख कर सोशल मीडिया यूजर्स से रहा नहीं गया और लोग उन्हें ठंड से बचने की सलाह देने लगे। वैसे अगर ठंड को साइड रख दें, तो एली तस्वीर में बेहद ग्लैमरस दिख रही हैं। एली की हर एक अदा में नजाकत और स्वैग झलक रहा है। अगर एली के वर्क फ्रंट की बात करें, तो उन्होंने 2013 में रियलिटी शो बिग बॉस से टीवी की दुनिया में कदम रखा था।

रश्म‍िका ने फिल्म 'पुष्पा' को डबल एंटरटेन‍िंग बनाया 
कविता गर्ग     
मुबंई। साउथ मूवी 'पुष्पा' में अल्लू अर्जुन और रश्म‍िका मंदाना ने अपने अभ‍िनय और गानों से फिल्म को डबल एंटरटेन‍िंग बनाया। इस फिल्म में दोनों के अलावा साउथ की सुपरह‍िट एक्ट्रेस समांथा रुथ प्रभु के आइटम नंबर 'ओ अंतवा' ने भी रिकॉर्ड बना डाला है। समांथा का सेक्सी अंदाज और उनके डांस मूव्स लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। फिल्म में बस यही एक गाना था। 
जिसमें समांथा नजर आई थीं। लेक‍िन उनकी फीस पूरी फिल्म की फीस के बराबर है। पोर्टल ने सूत्र के हवाले से बताया कि समांथा यह गाना करने के लिए तैयार नहीं थीं। सूत्र ने कहा 'उन्होंने ओ अंतवा डांस नंबर के लिए बहुत भारी रकम चार्ज किए हैं। वे इसे करना नहीं चाहती थीं। फिर फिल्म के लीड‍िंग एक्टर अल्लू अर्जुन ने पर्सनली उन्हें इस डांस के लिए मनाया। समांथा ने भले ही गाने के लिए इतनी भारी-भरकम कीमत मांगी हो पर उनकी मौजूदगी भी फिल्म के लिए फायदेमंद साब‍ित हुई है।

हमेशा के लिए नहीं चल सकतीं महामारी: वैज्ञानिक

हमेशा के लिए नहीं चल सकतीं महामारी: वैज्ञानिक       

अखिलेश पांडेय         वाशिंगटन डीसी। करोना वायरस के नए वैारिएंट ओमिक्रॉन ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। भारत समेत दुनियाभर के कई देश इस संक्रमण से जूझ रहे है। कोरोना वायरस का यह नया वैरिएंट तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है. इसी बीच, एक राहत की खबर सामने आई है। हाल ही में वॉशिंगटन के वैज्ञानिक और वायरोलॉजिस्ट डॉ. कुतुब महमूद ने कहा कि, यह महामारी हमेशा के लिए नहीं चल सकती और इसका अंत बहुत पास है। डॉ. कुतुब ने यह भी कहा कि शतरंज के इस खेल में कोई विजेता नहीं है, यह एक ड्रॉ मैच की तरह है, जहां वायरस छिप जाएगा और हम वास्तव में जीतेंगे और जल्द ही फेसमास्क से छुटकारा मिल सकेगा। तो, उम्मीद है कि हम फिर से आगे बढ़ेंगे। 

इस पर डॉ. कुतुब ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन ही सबसे शक्तिशाली हथियार है। उन्होंने कहा, हमारे पास वैक्सीन, एंटीवायरल और एंटीबॉडी जैसे हथियार हैं जिनका इस्तेमाल हमने वायरस के खिलाफ किया है। वायरोलॉजिस्ट डॉ कुतुब महमूद ने शतरंज के खेल का एक उदाहरण देते हुए कहा कि वायरस अपनी चालें चल रहा है और हम इंसान भी अपनी चालों से उसे हराने की कोशश कर रहे हैं। हमारी चालें काफी छोटी हैं जैसे फेस मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइजर इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग। इन चालों से ही हमें कोरोना को मात देनी है। उन्होंने आगे कहा कि अगर आगे भी कोई म्यूटेंट आते हैं तो हमें उनसे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। अगर पूरी आबादी का टीकाकरण किया जाता है तो हम सभी आने वाले किसी भी तरह के वायरस से सुरक्षित रह सकते हैं। डॉ. कुतुब ने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन की सराहना करते हुए कहा कि, यह एक अच्छा डोमेस्टिक प्रोडक्ट है, जिसके लिए मैं भारत की सरकार और भारतीय कंपनी को बधाई देना चाहता हूं. यह एक बेहतरीन वैक्सीन है और क्लिनिकल डाटा में हमने देखा कि 2 साल की उम्र तक के बच्चों में इसके बेहतरीन रिजल्ट देखने को मिले हैं।

8.1% की दर से बढ़ीं चीन की अर्थव्यवस्था: महामारी

सुनील श्रीवास्तव           बीजिंग। कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच चीन की अर्थव्यवस्था 2021 में 8.1% की दर से बढ़ी। चीनी अर्थव्यवस्था अब करीब 18,000 अरब अमेरिकी डॉलर (18 ट्रिलियन डॉलर) की हो गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) के अनुसार चीन की अर्थव्यवस्था में पिछले साल की चौथी तिमाही में 4% की वृद्धि हुई, जो तीसरी तिमाही के मुकाबले कम है। तीसरी तिमाही में वृद्धि दर 4.9% थी। सरकार ने 2021 के लिए 6% वृद्धि दर का लक्ष्य रखा था, हालांकि इस दौरान चीन ने 8.1% की दर से वृद्धि हासिल की। 

चीन की सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि ये वृद्धि महामारी से लड़ाई और जटिल विदेश व्यापार दशाओं के बीच हासिल की गई। एनबीएस ने सोमवार को कहा कि चीन की जीडीपी सालाना आधार पर 8.1% बढ़कर 1,14,370 अरब युआन (करीब 18,000 अरब अमेरिकी डॉलर) हो गई है। एनबीएस के आंकड़ों से पता चलता है कि वृद्धि दर 6% के सरकारी लक्ष्य से काफी अधिक है। चीन में इससे पिछले दो साल की औसत वृद्धि दर 5.1% थी।नागरिकों की प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल आय पिछले साल 9.1% बढ़कर 35,128 युआन हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, कमजोर खपत के आंकड़ों से आउटलुक प्रभावित हुआ। दिसंबर में खुदरा बिक्री में एक साल पहले की तुलना में केवल 1.7% की वृद्धि दर्ज हुई। अगस्त 2020 के बाद यह सबसे धीमी गति रही। विश्लेषकों ने नवंबर में इसके 3.9% बढ़ने के बाद 3.7% की बढ़ोतरी की उम्मीद की थी।नागरिकों की प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल आय पिछले साल 9.1% बढ़कर 35,128 युआन हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, कमजोर खपत के आंकड़ों से आउटलुक प्रभावित हुआ। दिसंबर में खुदरा बिक्री में एक साल पहले की तुलना में केवल 1.7% की वृद्धि दर्ज हुई। 

अगस्त 2020 के बाद यह सबसे धीमी गति रही। विश्लेषकों ने नवंबर में इसके 3.9% बढ़ने के बाद 3.7% की बढ़ोतरी की उम्मीद की थी।एनबीएस के मुताबिक, सामान्य तौर पर 2021 में चीन ने राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की निरंतर और स्थिर रिकवरी को बनाए रखा। साथ ही दुनिया में आर्थिक विकास और महामारी की रोकथाम व नियंत्रण में आगे रहा। इस तरह चीन आर्थिक विकास को लेकर तय टारगेट को हासिल करने सफल रहा। एनबीएस ने चेतावनी जारी करते हुए कहा, "हमें यह पता होना चाहिए कि बाहरी वातावरण अधिक जटिल और अनिश्चित है। साथ ही घरेलू अर्थव्यवस्था मांग में कमी, सप्लाई शॉक और कमजोर उम्मीदों का ट्रिपल दबाव है।


अमीराब्‍दोल्‍लहिआन ने चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात की
अखिलेश पांंडेय         बीजिंग/ तेहरान। ईरान और चीन के बीच पिछले साल 25 वर्षों के लिए हुई महाडील पर काम शुरू हो गया है। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्‍दोल्‍लहिआन ने अपनी पहली चीन यात्रा के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात के दौरान यह ऐलान किया है। यही नहीं चीन अब ईरान के बंदरअब्‍बास में अपना महावाणिज्‍य केंद्र शुरू करने जा रहा है। दरअसल, अमेरिका-इजरायल के साथ तनाव को देखते हुए ईरान चीन के साथ अपनी दोस्‍ती को तेजी के साथ मजबूत करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि 5 हजार चीनी सैनिक भी ईरान में तैनात होंगे। 
इससे भारत के लिए बड़ा संकट पैदा हो गया है।ईरानी विदेश मंत्री ने यह नहीं बताया कि चीन और ईरान के बीच अभी किस प्रॉजेक्‍ट पर काम शुरू हुआ है। मार्च 2021 में पूर्व राष्‍ट्रपति हसन रुहानी के कार्यकाल के दौरान चीन और ईरान के बीच इस 'रणनीतिक समझौते' पर हस्‍ताक्षर हुआ था। इसमें आर्थिक, सैन्‍य और सुरक्षा सहयोग पर बल दिया गया है। वह भी तब जब दोनों ही देश अलग-अलग स्‍तरों पर अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं। चीन अमेरिकी प्रतिबंधों को धता बताते हुए ईरान से सस्‍ते दर पर तेल खरीद रहा है।ईरानी विदेश मंत्री राष्‍ट्रपति इब्राहिम रईसी का बेहद गोपनीय संदेश वाला पत्र लेकर गए हैं जिसे चीनी राष्‍ट्रपति को दिया गया है। रईसी प्रशासन ने वादा किया है कि वह एशिया केंद्रीत विदेश नीति अपनाएगा। चीन और ईरान के बीच बढ़ती दोस्‍ती से भारत के लिए बड़ा संकट पैदा हो गया है। भारत ने ईरान के चाबहार बंदरगाह पर अरबों रुपये का निवेश किया है लेकिन चीन की बढ़ती भूमिका से इसको लेकर संदेह के बादल मंडरा रहे हैं।
यही नहीं पिछले दिनों ईरान ने भारत को अरबों डॉलर का झटका दे दिया था। ईरान ने भारत को फरजाद बी गैस परियोजना से चलता कर दिया है। इस गैस फील्‍ड की खोज भारत की ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने की थी। ईरान ने अब इस गैस फील्‍ड को खुद ही विकसित करने का फैसला किया है। इससे पहले ईरान ने चाबहार रेलवे लिंक परियोजना के लिए भारत के 2 अरब डॉलर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।दरअसल, ईरान ने चीन के साथ 25 साल के लिए 400 अरब डॉलर का समझौता किया है। मई 2018 में परमाणु डील से अमेरिका के हटने के बाद ईरान बुरी तरह से अमेरिकी प्रतिबंधों की मार झेल रहा है और उसके पास पैसे की भारी कमी है। चीन से महाडील के बाद अब ईरान के पास जमकर पैसा आ रहा है। यही नहीं चीन ने भारत के विपरीत ईरान से तेल के आयात को काफी बढ़ा दिया है। इससे भी ईरान को चीन से काफी पैसा मिल रहा है। चीनी पैसे के बल पर अब ईरान फरजाद बी गैस फील्‍ड को खुद ही विकसित करने जा रहा है।
ईरान और चीन ने अगले 10 साल में द्विपक्षीय व्‍यापार को 10 गुना बढ़ाकर 600 अरब डॉलर करने का लक्ष्‍य रखा है। चीन-ईरान के इस महाडील के 18 पन्‍ने के दस्‍तावेजों से पता चलता है कि चीन बहुत कम दाम में अगले 25 साल तक ईरान से तेल खरीदेगा। इसके बदले में चीन बैंकिंग, आधारभूत ढांचे जैसे दूरसंचार, बंदरगाह, रेलवे, और ट्रांसपोर्ट आदि में निवेश करेगा। माना जा रहा है कि इस डील के बाद ईरान की चीन के जीपीएस कहे जाने वाले बाइदू तक पहुंच हो जाएगी। यही नहीं चीन ईरान में 5G सर्विस शुरू करने में मदद कर सकता है। चीन ईरान का सबसे बड़ा व्‍यापारिक भागीदार है।
ईरान डील में सैन्‍य सहयोग जैसे हथियारों का विकास, संयुक्‍त ट्रेनिंग और खुफिया सूचनाओं की ट्रेनिंग भी शामिल है जो 'आतंकवाद, मादक पदार्थों और इंसानों की तस्‍करी तथा सीमापार अपराधों' को रोकने के लिए होगा। कहा जा रहा है कि चीन अपने 5 हजार सैनिकों को भी ईरान में तैनात करेगा। चीन की योजना पाकिस्‍तान में चल रहे चीन पाकिस्‍तान आर्थिक कॉरिडोर को ईरान तक आगे बढ़ाने की है।
चीन अगर इस इलाके में अपनी सैन्‍य पकड़ बना लेता है तो पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्‍य प्रभाव पर संकट आ जाएगा। चीन अफ्रीका के जिबूती में पहले ही विशाल नेवल बेस बना चुका है। विश्‍लेषकों की मानें तो इस डील से भारत को भी झटका लग सकता है। भारत ने ईरान के बंदरगाह चाबहार के विकास पर अरबों रुपये खर्च किए हैं। अमेरिका के दबाव की वजह से ईरान के साथ भारत के रिश्ते नाजुक दौर में हैं। चाबहार व्यापारिक के साथ-साथ रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण है।
यह चीन की मदद से विकसित किए गए पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट से महज 100 किलोमीटर दूर है। चाबहार को ग्‍वादर का जवाब माना जा रहा है। ऐसे में चीन की मौजूदगी, भारतीय निवेश के लिए मुश्किलें पैदा करेंगी। भारत को भी अमेरिका, सऊदी अरब, इजरायल बनाम ईरान में से किसी एक देश को चुनना पड़ सकता है। एक वक्त था जब ईरान भारत का मुख्य तेल आपूर्तिकर्ता था, लेकिन अमेरिका के दबावों की वजह से नई दिल्ली को तेहरान से तेल आयात को तकरीबन खत्म करना पड़ा। चीन की ईरान में उपस्थिति से भारतीय निवेश के लिए संकट पैदा हो गया है।

'बीजेपी' के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे संजय

'बीजेपी' के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे संजय    

संदीप मिश्र        लखनऊ। निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने सोमवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करके उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...