गुरुवार, 20 मई 2021

चिकित्सकों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की

कौशाम्बी। नोडल अधिकारी सुधीर महादेव बोबडे़ सदस्य (न्यायिक) राजस्व परिषद की अध्यक्षता में गुरूवार को जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में जनपद में कोविड-19 के संबंध में संचालित निजी अस्पतालों के चिकित्सकों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में नोडल अधिकारी ने कोविड-19 के रूप में वैश्विक महामारी की वर्तमान स्थिति एवं सम्भावित तीसरी लहर से निपटने हेतु सभी आवश्यक तैयारियो के संबंध में जनपद में संचालित निजी अस्पतालों के चिकित्सकों के साथ बैठक कर जानकारी प्राप्त की। उन्होने अस्पतालों में सभी आवश्यक तैयारियो को समय से पूर्ण करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी की तीसरी लहर से निपटने हेतु सभी आवश्यक संसाधनों की पूर्ति समय से करा लें इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। नोडल अधिकारी ने निजी अस्पतालों में बेडों की क्षमता तथा आक्सीजन की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। 
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीएन चतुर्वेदी द्वारा बताया गया कि सम्भावित तीसरी लहर से बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की सम्भावना है। जनपद के सरकारी अस्पतालों में कुल तीन पीडियाट्रिशन है।जबकि निजी अस्पतालों ने बताया कि उनके पास एक भी पीडियाट्रिशन नही है। इस प्रकार स्पष्ट है कि किसी विषम परिस्थिति में इस महामारी से निपटने के लिए अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। बैठक में उपस्थिति निजी अस्पतालों को सुझाव दिया गया कि वे अपने यहां अभी से सांसद विधायक व सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से पीडियाट्रिक बेडों की व्यवस्था कर लें इसी प्रकार जिला चिकित्सालय में भी पीडियाट्रिक इन्टेन्सिव केयर यूनिट की तैयारी पूर्ण कर ली जाये। साथ ही सिम्टोमैटिक, प्राइमरी, मॉडरेट व सवियर स्टेज के मरीजों के लिए अलग-अलग मेडिकल किट भी तैयार कर ली जाये जिससे सम्भावित तृतीय लहर आने पर त्वरित उपचार सम्भव हो सके। बैठक में निजी अस्पतालों के डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि उनके यहां कोविड-19 टेस्ट की अनुमति नहीं इसके लिए समय-समय पर आरआरटी टीम अस्पताल में आकर मरीजों का कोविड टेस्ट करती है और जो मरीज कोविड संक्रमित पाया जाता उसे कोविड प्रोटोकाल के तहत सरकारी अस्पताल अथवा होम अइसोलेशन में भेज दिया जाता है। इस प्रकार यदि निजी अस्पतालों को एन्टीजन टेस्ट की सुविधा प्रदान कर दी जाये तो कोविड मरीज की समय से पहचान होगी। जिससे उसका त्वरित उपचार शुरू हो जायेगा। बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि जनपद में लोकल स्तर पर एक भी पैथोलैब नहीं है सभी निजी अस्पातल कलेक्शन एजेन्ट के माध्यम से पैथोलॉजी टेस्ट कराते हैं। यदि इस जनपद में किसी निजी अस्पताल में अथवा व्यक्तिगत स्तर पर पैथलैब बनाया जाता है तो इसके लाभदायक सकारात्मक परिणाम होंगे। 
इसी प्रकार जनपद में एक भी आक्सीजन गैस प्लॉन्ट अथवा रिफलिंग प्लॉन्ट नही है। बैठक में जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालो में जनपद के बाहर से आक्सीजन सिलेन्डर की व्यवस्था हो रही है। डॉ. नीतू कनौजिया तेजमती हास्पिटल, मंझनपुर द्वारा बताया गया कि उनके यहां आक्सीजन प्लान्ट लगाने की तैयारी की जा रही है। बैठक में यह भी सुझाव दिये गये कि यदि सामूहिक भागीदारी के आधार पर जनपद में आक्सीजन रिफिलिंग प्लॉन्ट लगाया जाये तो कोविड-19 के दौरान एवं उसके बाद भी इसका व्यावसायिक उपयोग होता रहेगा। इस अवसर पर अतिरिक्त उपजिलाधिकारी विनय कुमार गुप्ता, डिप्टी सीएमओ डॉ. एसके झॉ सहित अन्य अधिकारी गण एवं निजी अस्पतालों के चिकित्सकगण उपस्थित रहे।
सुशील केसरवानी 

हापुड़: डीएम ने गेहूं क्रय केंद्र का निरीक्षण किया

अतुल त्यागी                  
हापुड़। जिलाधिकारी अनुज सिंह के द्वारा ग्राम उपेड़ा के गेहूं क्रय केंद्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान गेहूं क्रय केंद्र पर लगभग 1600 बोरिया बहार खुले में बारिश से भीगती हुई नजर आई। जिसे देखकर जिलाधिकारी ने विपणन अधिकारी गरिमा दुबे पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि क्यों ना वर्षा से खराब हुए राशन की आपकी सैलरी से कटौती करके भरपाई की जाए। उन्होंने कहा कि जो भी नुकसान हुआ है। उसकी भरपाई आपकी तनख्वाह से कटौती करके क्यों ना की जाए। गेहूं क्रय केंद्र पर वितरण अधिकारी गरिमा दुबे उपस्थित मिली। जिलाधिकारी ने जो बोरिया वर्षा ऋतु में भीगने से बच गई है। उनको तत्काल सुरक्षित स्थान पर रखने हेतु विपणन अधिकारी को निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने जिला विपरण अधिकारी को निर्देशित किया, कि लापरवाह वितरण अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करें।

दिल्ली में संक्रमण से मौतों की संख्या 22,579 हुईं

रवि चौहान   
नई दिल्ली। दिल्ली में एक दिन में कोविड-19 के 3,231 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, संक्रमण से 233 और लोगों की मौत के बाद शहर में इससे जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 22,579 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शहर में नमूनों के संक्रमित मिलने की दर अब 5.5 प्रतिशत है। अद्यतन स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 3,231 नए मामले सामने आए, शहर में लगातार दूसरे दिन संक्रमण के चार हजार से कम नए मामले सामने आए हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के बीच लगा लॉकडाउन मामलों में कमी का एक बड़ा कारण है। दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 3,846 नए मामले सामने आए थे और इससे 235 और लोगों की मौत हुई थी।

केरल: विजयन ने सीएम पद की दूसरी बार शपथ ली

अकांशु उपाध्याय   

तिरुवनंतपुरम। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज नेता पिनाराई विजयन ने गुरुवार को केरल के मुख्यमंत्री पद की लगातार दूसरी बार शपथ ली। उनके साथ 20 मंत्रियों ने भी शपथ ली। विजयन के नेतृत्व में माकपा नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने छह अप्रैल को हुए चुनाव में लगातार दूसरी बार जीत हासिल की थी।

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने एक सादे समारोह में विजयन एवं अन्य मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। सेंट्रल स्टेडियम में अपराह्न 03:30 बजे महज 500 लोगों की मौजूदगी में यह शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य श्री विजयन ने उत्तर केरल के धर्मादम सीट से 50,123 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। इससे पहले उन्होंने 1970, 1977, 1991 और 1996 में भी विधानसभा के चुनाव में भी जीत हासिल की थी। इस बार 140 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में एलडीएफ ने 99 सीटों पर जीत हासिल की जबकि इससे पहले 2016 के चुनाव में पार्टी ने 91 सीटों पर विजय हासिल की थी।

चुनाव परिणाम ने विजयन के लगातार दूसरे कार्यकाल का मार्ग प्रशस्त कर दिया। इसके साथ ही चार दशक पुराने उस चुनावी परंपरा बदल गयी जिसमें एलडीएफ और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के बीच सत्ता का वैकल्पिक हस्तांतरण माना जाता था। मंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में के कृष्णनकुट्टी जद (एस), ए के शशिन्द्रन, राकांपा, के राधाकृष्णन माकपा, जे चिंचुरानी भाकपा, रोशी ऑगस्टीन, केसी (एम), पी राजीव माकपा, के राजन, भाकपा, वीना जॉर्ज माकपा, प्रोफेसर आर बिंदू माकपा, एमवी गोविंदन मास्टर माकपा, पीए मोहम्मद रियास माकपा, अहमद देवरकोविल आईएनएल, वी अब्दुरहिमन, नेशनल सेक्युलर कॉन्फ्रेंस, वी शिवनकुट्टी माकपा, एंटनी राजू डेमोक्रेटिक केरल कांग्रेस, जीआर अनिल, भाकपा, केएन बालगोपाल माकपा, साजी चेरियन माकपा, पी प्रसाद, सीपी और वीएन वसावन, माकपा शामिल हैं।

विजयन, एके शशिन्द्रन और के कृष्णाकुट्टी को छोड़ कर मंत्रिमंडल में सभी नये चेहरे हैं। समारोह से पहले, कार्यक्रम स्थल पर 54 गायकों का एक आभासी संगीत कार्यक्रम प्रसारित किया गया। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी समेत अन्य लोग शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर मौजूद थे।

सेंसेक्स लुढका, सर्वाधिक नुकसान में ओएनजीसी

हरिओम उपाध्याय   

मुंबई। कमजोर वैश्विक रुख के बीच बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 338 अंक लुढ़क गया। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक की अगुवाई में यह गिरावट आयी। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 337.78 अंक यानी 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 49,564.86 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 124.10 अंक यानी 0.83 प्रतिशत लुढ़क कर 14,906.05 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में ओएनजीसी रही। इसमें करीब 3 प्रतिशत की गिरावट आयी। इसके अलावा सन फार्मा, पावरग्रिड, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल और कोटक बैंक के शेयरों में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, टाइटन, एल एंड टी अैर बजाज फिनसर्व समेत अन्य शेयर लाभ में रहे। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी के अनुसार घरेलू शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन सुधार आया। इसका कारण वित्तीय, दैनिक उपभोग का सामान बनाने वाली कंपनियों और धातु कंपनियों के शेयरों पर बिकवाली दबाव रहा।

उन्होंने कहा, ”इसके अलावा वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख का भी घरेलू बाजार पर असर पड़ा। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) बैठक का ब्योरा आने के बाद निवेशकों के बीच कुछ आशंका बढ़ी है। इससे भी धारणा पर असर पड़ा है।” एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग और सोल में गिरावट रही जबकि जापान में निक्की बढ़त में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.15 प्रतिशत मजबूत होकर 66.76 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

संक्रमण की जांच मात्र 1 सेकंड में, प्रणाली विकसित

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने एक नई किस्म की सेंसर प्रणाली विकसित की है जिसमें लार के नमूने लेकर नोवेल कोरोना वायरस का पता एक सेकेंड के भीतर ही चल जाएगा। यह प्रक्रिया वर्तमान की जांचों से कहीं अधिक तेजी से परिणाम देती है। इस जांच में, कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए बहुत अधिक संख्या में वायरल बायोमार्कर की आवश्यकता पड़ती है। यह पॉलीमेरिज चेन रिएक्शन (पीसीआर) या अन्य प्रक्रियाओं के जरिए किया जा सकता है।इस तेज प्रणाली की जानकारी ‘वैक्यूम साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी बी’ नाम की पत्रिका में दी गई है। अभी तक रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमेरिज चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) को ही कोविड-19 का पता लगाने के लिए सबसे उपयुक्त जांच माना जाता है। लेकिन इसके परिणाम मिलने में कुछ घंटे से लेकर कुछ दिन तक का समय लग जाता है।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय से जुड़े मिंघान शियान कहते हैं, ”इस प्रणाली से जांच में लगने वाला समय कम होगा। इसमें जो बायोसेंसर स्ट्रिप है वह सामान्य तौर पर उपलब्ध ग्लुकोज स्ट्रिप जैसी दिखती हैं।” शोधकर्ताओं का कहना है कि इस प्रक्रिया से जांच का शुल्क भी कम होगा। इस प्रक्रिया का इस्तेमाल न केवल कोविड-19 बल्कि अन्य रोगों का पता लगाने के लिए भी किया जा सकता है।

जहां भी दवा उपलब्ध हो वहीं से लेकर आए: एचसी

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को केंद्र से कहा कि वह उन कदमों की जानकारी दे जो ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा के आयात के लिए उठाए जा रहे हैं। बता दें कि कोविड-19 के ठीक हो रहे कई मरीजों में ब्लैक फंगस का संक्रमण देखने को मिला है और इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा की देश में कमी है।
अदालत ने केंद्र सरकार से कहा कि वह, दवा की मौजूदा उत्पादन क्षमता, इसके उत्पादन के लिए लाइसेंस प्राप्त विनिर्माताओं की विस्तृत जानकारी, इस दवा के उत्पादन की क्षमता में वृद्धि और कब तक बढ़ा हुआ उत्पादन शुरू होगा, यह जानकारी मुहैया कराए। न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति जसमीत सिंह ने कहा कि केंद्र को अब एम्फोटेरिसिन बी दवा को, दुनिया में जहां भी उपलब्ध है, वहां से लाने के लिए कदम उठाने चाहिए। अदालत को बताया गया कि इस समय दिल्ली में म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के करीब 200 मामले हैं।

पीएम की वर्चुअल मीटिंग रही सुपरफ्लॉप: ममता

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली/कोलकाता। कोविड-19 के हालात पर मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक को सुपर फ्लॉप बताते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें और अन्य कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बोलने नहीं दिया गया जो उनके अपमान के समान है। ममता बनर्जी ने यह दावा भी किया कि केवल भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बैठक में बोलने दिया गया, जबकि दूसरों को कठपुतली बनाकर रख दिया गया। उन्होंने कहा कि यह अनौपचारिक और सुपर फ्लॉप बैठक थी।
ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नबन्ना में संवाददाताओं से कहा कि हम अपमानित महसूस कर रहे हैं। यह देश के संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है। प्रधानमंत्री मोदी में असुरक्षा की भावना इतनी ज्यादा है कि उन्होंने हमारी बात ही नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ना तो यह पूछा कि पश्चिम बंगाल कोविड के हालात से किस तरह निपट रहा है और ना ही उन्होंने टीकों तथा ऑक्सीजन के भंडार के बारे में पूछा।

ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ब्लैक फंगस के बारे में एक भी सवाल नहीं पूछा। उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसे चार मामले सामने आए हैं। देश में कोविड-19 के मामले कम होने के प्रधानमंत्री के दावे का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा कि अगर संक्रमण के कुल मामले कम हो रहे हैं, तो कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के इतने अधिक मामले क्यों आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार के पास देश में कोविड-19 के हालात से निपटने की कोई उचित योजना नहीं है।

हथियारों के जखीरे के साथ दो आतंकी गिरफ्तार

अकांशु उपाध्याय  
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में पुलिस ने एक आतंकवादी संगठन के दो सक्रिय आतंकवादियों के पास से छह हैंड ग्रेनेड बरामद किये हैं। पुलिस प्रवक्ता ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के आवागमन के बारे में खुफिया सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस ने शहर में नाकेबंदी की थी। इस बीच दो लोग संदिग्ध स्थिति में वहां पहुंचे और पुलिस को देख कर भागने लगे जिन्हें बाद में पुलिस गिरफ्तार करने में कामयाब रही।
गिरफ्तार लोगों की पहचान जहांगीर अहमद हजाम और उसके भाई अब्दुल हमीद के रूप में की गयी है। दोनों तंगधारा के खबावरपाड़ा के निवासी हैं। दोनों के पास से छह हथगोले बरामद किये गये हैं जो आतंकवादियों तक पहुंचाने थे। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और मामले की जांच की जा रही है।

राज्य व केंद्रीय कर्मियों का टीकाकरण, केंद्र से मांग

मीनाक्षी लोधी   

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य में तैनात सभी राज्य एवं केंद्रीय कर्मियों के टीकाकरण के लिए कोविड-19 टीके की कम से 20 लाख खुराक मुहैया कराने की मांग की है। बनर्जी ने पत्र में यह भी कहा कि वायरस के संपर्क में आने का सबसे अधिक खतरे का सामना कर रहे लोगों जैसे बैंककर्मी, रेलवे एवं हवाई अड्डा कर्मी, रक्षा एवं कोयला क्षेत्र में काम करने वाले को केंद्र की नीति में शामिल करने की गुजाइश नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ”बंगाल में हमने अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत और चुनावी प्रक्रिया में शामिल कर्मियों के बड़े हिस्से के टीकाकरण के लिए कदम उठाया है। हमें अब भी सभी कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए 20 लाख खुराक की जरूरत है।” उन्होंने मोदी से अनुरोध किया कि वह बिना देरी ‘प्राथमिकता वाले क्षेत्रों’ में कार्यरत लोगों के टीकाकरण के लिए उचित संख्या में खुराक उपलब्ध कराएं।

खून में ऑक्सीजन की कमी, खान-पान से पूरा करें

कोरोना वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। हालात ज्यादा बदतर न हों, इसके लिए ऐसा तरीका तलाशा जाए, जिससे ब्लड में ऑक्सीजन की कमी को पूरा किया जा सके। विशेषज्ञों के मुताबिक, इन परिस्थितियों में ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहतर विकल्प है।

अगर आप अपने खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने के लिए कोई डाइट प्लान बना रहे हैं, तो ध्यान रखें कि आपके भोजन में 80 प्रतिशत अल्कलाइन से भरपूर खाद्य पदार्थ हों। यह आपके रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने में बहुत मदद करेंगे। विशेषज्ञों की मानें, तो इनसे मिलने वाली ऑक्सीजन प्राप्त करने के बाद आप पहले से कहीं ज्यादा तरोताजा और स्वस्थ महसूस कर सकते हैं। ब्लड में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए आपको अपने आहार में कौन से खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए, जानने के लिए पढ़ें हमारा ये आर्टिकल।

​अल्कलाइन युक्त आहार

  • रक्तप्रवाह में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है।
  • लैक्टिक एसिड के निर्माण को रोकता है।
  • यह आपके शरीर में विभिन्न कार्यों को प्रोत्साहित करने में मदद करता है।
  • शरीर के पीएच लेवल को सामान्य रखने में मदद करता है।
  • यह आपके शरीर के अंगों को ठीक से काम करने में मददगार है।

​खूब खाएं नाशपाती, पाइनएप्पल और किशमिश

इन खाद्य पदार्थों के सेवन से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है। इन सभी खाद्य पदार्थों की पीएच वैल्यू 8.5 है। इसके साथ ही ये विटामिन ए , बी और सी के साथ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं। इनकी मदद से खून को नियंत्रित कर बदले में ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है।

​ऑक्सीजन की कमी पूरी करेगा नींबू

नींबू ऑक्सीजन युक्त भोजन में से एक है। आमतौर पर यह अम्लीय होता है, लेकिन इसके सेवन के बाद शरीर में जाकर ये अल्कलाइन में बदल जाते हैं। खांसी, सर्दी, फ्लू , हार्ट बर्न और वायरस से संबंधित बीमारियों में इसका सेवन करने पर बहुत राहत मिलती है। लिवर के लिए ये सबसे अच्छा टॉनिक माना गया है।

​तरबूज का सेवन जरूरी

तरबूज आमतौर पर सभी खाते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग नहीं जानते कि इसे खाने से रक्त में ऑक्सीजन की कमी पूरी होती है। यह फल 9 पीएच वैल्यू के साथ सबसे ज्यादा अल्कलाइन है। इसमें मौजद फाइबर और पानी के कारण यह हल्का मूत्रवर्धक के रूप में काम करता है।

इतना ही नहीं, यह लाइकोपीन, बीटा कैरोटीन और विटामिन-सी का भी बेहतरीन स्त्रोत है। कोलन की सफाई के लिए हर व्यक्ति को इसका सेवन करना चाहिए।

​आहार में शामिल करें आम-पपीता

इस ग्रुप के खाद्य पदार्थों की पीएच वैल्यू 8.5 होती है। ये दोनों ही फल किडनी की सफाई करने के लिए कारगर साबित हुए हैं। पपीता कोलन (आंत) को साफ और मल त्याग को नियंत्रित करता है। खासतौर से जब इसे कच्चा खाया जाए, तो यह आंतों से हानिकारक पदार्थों को नष्ट करने का काम करता है।

​फ्रूट जूस और कीवी खाएं

कीवी और फ्रूट जूस का सेवन तो आमतौर पर आप करते ही होंगे, लेकिन ब्लड स्ट्रीम में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के लिए इन्हें अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। पबमेड PubMed में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, ये सभी फ्लेवेनॉइड से भरपूर हैं।

इनमें नेचुरल शुगर होती है, जो भोजन के पचने पर अम्लीय यौगिक नहीं बनाती है। इन फलों में ऐसे गुण हैं, जो अल्कलाइन के निर्माण को बढ़ावा देते हुए शरीर को ऊर्जा से भर देते हैं।

​खुबानी का सेवन फायदेमंद

खुबानी में फाइबर भरपूर मात्रा में है, जिसकी पीएच वैल्यू 8 होती है। अच्छी बात ये है कि इसे पचाना आसान है। इनमें ऐसे बहुत से एंजाइम हैं, जिससे शरीर में हार्मोनल संतुलन बना रहता है। यदि आप रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाना चाहते हैं कि निश्चित रूप से खुबानी का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

​गाजर और खजूर का सेवन करें

ब्लड में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए गाजर, खजूर, किशमिश , जामुन, पके केले, गाजर, लहसुन , अजवाइन खाना चाहिए। दरअसल, इन सभी खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इनकी पीएच वैल्यू 8 होती है। बता दें कि खजूर, लहसुन और जामुन इन तीनों में ऐसे गुण हैं, जिससे आप अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल तक कर सकते हैं।

​आहार में शिमला मिर्च करें शामिल

इसकी पीएच वैल्यू 8.5 है। विटामिन ए से भरपूर शिमला मिर्च बीमारियों और तनाव पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ने में हमारी मदद करती है। इतना ही नहीं, एंटीबैक्टीरियल गुण होने की वजह से यह एंडोक्राइन सिस्टम के लिए बहुत अच्छी है।

यहां बताए गए ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार का हिस्सा बनाना चाहिए। ये आपके ब्लड में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मदद करेंगे।

बिहार: ग्राम पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाने की मांग

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। बिहार में कोरोना महामारी के बीच पंचायत चुनाव कराना संभव नहीं दिख रहा है। अगले महीने 15 जून को पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे में नीतीश सरकार 15 जून के बाद पंचायतों के संचालन की जिम्मेदारी अफसरों को देने की तैयारी कर रही है। लेकिन बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसका विरोध किया है। तेजस्वी ने 15 जून के बाद भी पंचायतों के संचालन की जिम्मेदारी मौजूदा निर्वाचित प्रतिनिधियों को देने की वकालत की है। तेजस्वी ने कहा है कि अगर निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की जगह प्रशासनिक अधिकारी पंचायतों का जिम्मा सम्भालेंगे तो भ्रष्टाचार और तानाशाही बढ़ेगी। 
गुरूवार को बिहार के नेता प्रतिवाक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा कि "सरकार से माँग है कि कोरोना महामारी के आलोक में पंचायत चुनाव स्थगित होने के कारण आगामी चुनाव तक त्रिस्तरीय पंचायती प्रतिनिधियों का वैकल्पिक तौर पर कार्यकाल विस्तारित किया जाए, जिससे की पंचायत स्तर पर कोरोना प्रबंधन के साथ-साथ विकास कार्यों का बेहतर समन्वय के साथ क्रियान्वयन हो सके।" उन्होंने आगे लिखा कि "पंचायत लोकतंत्र की बुनियादी इकाई है। अगर निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की जगह प्रशासनिक अधिकारी पंचायतों का जिम्मा सम्भालेंगे तो यह भ्रष्टाचार व तानाशाही बढ़ाएगा। अब गॉंव स्तर पर भी सरकारी अफ़सर फाइल देखने लगेंगे तो गरीब की सुनवाई नहीं होगी। लोकतंत्र के लिए चुने हुए लोग जरुरी हैं। "नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा की "बिहार पहले से ही नीतीश सरकार की तानशाही और लोकतंत्र की हत्या से परेशान है। अब कम से कम पंचायत और वार्ड स्तर पर तो इस अलोकतांत्रिक रवैये, तानाशाही और संगठित भ्रष्टाचार को फैलाने से परहेज़ किजीए।" गौरतलब हो कि मौजूदा जन प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाने को लेकर बिहार के राजनीतिक दलों का अलग-अलग मत है। भाजपा, जेडीयू और हम के बीच भी इस मुद्दे पर आपसी मतभेद है।

भाजपा के मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को पूूरा पांच साल काम करने का मौका मिला है। उन्होंने अपना काम पूरा कर लिया होगा। अगर कुछ बच गया है तो उसे सरकार अपने स्तर से पूरा कर लेगी। उधर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि हम सबके सामने कोरोना से निबटने की बड़ी चुनौती है। पंचायतों का कार्यकाल 15 जून तक है। समय आने पर राज्य सरकार उचित निर्णय लेगी। जबकि सत्तारूढ़ हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा का रुख थोड़ा अलग है। वह कार्यकाल में विस्तार के पक्ष में है।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...