बुधवार, 19 मई 2021

चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ

अतुल त्यागी           
हापुड़। मामला जनपद के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव भमेड़ा का है। जहां पुरानी चुनावी रंजिश को लेकर वर्तमान ग्राम प्रधान व दूसरे पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। इतना ही नहीं दोनों तरफ से जमकर किया गया पथराव और तोड़फोड़ हुईं, घर में खड़ी कार को भी तोड़ा। दरवाजे भी तोड़े करीब आधा दर्जन लोग हुए घायल सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे। जनपद कप्तान भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर कई थानों की पुलिस गांव में कर रही पैदल गस्त पथराव और तोड़फोड़ में शामिल पुलिस कर रही सभी आरोपियों की तलास।

सरकार के खिलाफ कार्रवाई पर विचार करें एचसी

संदीप मिश्र                 

बलिया। उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने उच्च न्यायालय से मांग की है कि वह राज्य की जनता के हित में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर विचार करे। रामगोविंद चौधरी ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि योगी सरकार के शब्दकोश में दायित्व बोध और दया नाम का शब्द नहीं है। ऐसी सरकार को केवल फटकार से नहीं समझाया जा सकता। इस सरकार को दायित्व बोध कराने और इसमें दया की प्रवृति विकसित करने के लिए इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है। उच्च न्यायालय को सूबे के हित में इस निर्मम, निर्दयी सरकार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर विचार करना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रदेश में 58 हजार 194 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें निर्वाचित प्रधान हैं, सभासद है, बीडीसी हैं, जिला पंचायत सदस्य हैं। इस महामारी के खिलाफ जागरण और बचाव में इस बड़ी लोकतांत्रिक ताकत का उपयोग हो सकता है लेकिन सरकार खुद कुछ करना नहीं चाहती है और दूसरे को कुछ करते हुए भी नहीं देखना चाहती है। सरकार के इस रवैये से चारो तरफ केवल आह आह सुनाई पड़ रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा " विपक्ष ही नहीं, अब भाजपा के विधायक भी बोलने लगे हैं कि हम सत्य कहेंगे तो हमारे ऊपर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा कायम हो जाएगा। कोई नहीं सुन रहा है, कहीं कोई व्यवस्था नहीं है, वेंटिलेटर नहीं है। ऑक्सीजन नहीं है, इंजेक्शन नहीं है, का दर्द तो केन्द्र सरकार और सूबे के मंत्री भी उजागर कर चुके हैं।"

वैक्सीन की किल्लत को दूर किया जा सकता है: नितिन

अकांशु उपाध्याय                          
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच कई राज्यों में वैक्सीन की भारी किल्लत नजर आ रही है। इस बीच देश के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सरकार को एक अहम सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर मेरे सुझाव के अनुसार कार्य किया जाए तो 15 से 20 दिन में ही वैक्सीन की किल्लत को दूर किया जा सकता है। गडकरी ने सुझाव दिया है कि वैक्सीन बनाने के लिए दूसरी कंपनी को भी लाइसेंस मिलना चाहिए ताकि उत्पादन बढ़ाया जा सके। बता दे की कुछ दिन पूर्व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ऐसा ही सुझाव देकर सरकार को देकर कहा था कि अन्य कंपनी को भी वैक्सीन बनाने का लाइसेंस देना चाहिए। 
नितिन गडकरी के सुझाव के बाद कांग्रेस भी मैदान में आ गई है और उन्होंने जमकर सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा है कि अब तो सरकार का एक मंत्री भी जाग गया है। आखिरकार सरकार को किस मुहूर्त का इंतजार है। क्यों सरकार अन्य कंपनी को भी वैक्सीन बनाने की इजाजत नहीं देती? अन्य कंपनी को वैक्सीन बनाने का लाइसेंस नहीं देना चाहती। वही नितिन गडकरी ने कहा है कि अगर वैक्सीन के लिए 1 की बजाए 10 को लाइसेंस दे और रॉयल्टी भी दे तो हर राज्य में दो से तीन लैबोरेट्री है। उनके पास इंफ्रास्ट्रक्चर भी है। फॉर्मूला देकर इनका उनके साथ समन्वय करके संख्या बढ़ाए। मुझे लगता है 15 से 20 दिन में ऐसा हो सकता है। नितिन गडकरी ने यह भी कहा है कि अगर अन्य कंपनी को वैक्सीन बनाने की इजाजत मिलेगी तो निर्यात भी किया जा सकेगा। साथ ही साथ देश को तो निजात मिल ही जाएगी और हम कोरोना पर जल्दी विजय पा सकते हैं।

दिल्ली: कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट जारी

अकांशु उपाध्याय                   

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के दैनिक मामलों में लगातार गिरावट के बीच, अस्पतालों में खाली बिस्तरों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है। जिससे कोरोना वायरस रोगियों और उनके परिवारों को कुछ राहत मिली है। दिल्ली कोरोना ऐप के मुताबिक, बुधवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे तक सरकारी और निजी अस्पतालों में कुल 27,726 बेड में से 13,791 बेड उपलब्ध है।

लगभग कुछ हफ्ते पहले, महामारी की दूसरी लहर के सबसे बुरे दौर के बीच में जब मामलों में तेजी से वृद्धि हुई थी। ऑक्सीजन की आपूर्ति वाले बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड की भारी कमी थी। 20 अप्रैल को 28,000 से अधिक मामले आए थे। हर दिन बड़ी संख्या में मौतें हो रही थीं।

गुजरात: चक्रवाती तूफान के कारण 45 लोगों की मौत

इकबाल अंसारी                 

अहमदाबाद। गुजरात के 12 जिलों में चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ के कारण करीब 45 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि चक्रवात से सबसे बुरी तरह प्रभावित सौराष्ट्र क्षेत्र में 15 लोगों की मौत हो गई। यह तूफान सोमवार रात को अत्यधिक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में राज्य के तट से गुजरा और देर रात डेढ़ बजे के आस-पास इसने राज्य में दस्तक दी।

राज्य आपदा अभियान केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि भावनगर और गिर सोमनाथ तटीय जिलों में आठ-आठ लोगों की मौत हुई। अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद में पांच, खेड़ा में दो, आनंद, वडोदरा, सूरत, वलसाड, राजकोट, नवसारी और पंचमहल जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।

पीएम ने 'तूफान' से हुए नुकसान का जायजा लिया

इकबाल अंसारी             

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात और निकटवर्ती केंद्रशासित क्षेत्र दीव में चक्रवाती तूफ़ान ‘ताऊ ते’ के कारण हुए नुक़सान का जायज़ा लेने के लिए आज कई प्रभावित इलाक़ों का हवाई निरीक्षण किया। मोदी वायु सेना के विमान से भावनगर पहुंचे और वहां से हेलिकॉप्टर में बैठ कर हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वाधिक प्रभावित जिलों अमरेली और गिर सोमनाथ और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई दौरा किया।

इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और राज्य के वरिष्ठ सचिवों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की। ज्ञातव्य है कि 17 मई की रात दीव के निकट गुजरात तट से टकराने के बाद कल देर रात तक राज्य में सक्रिय रहे इस तूफ़ान के असर से कम से कम 13 लोगों की मौत भी हुई है। इससे फ़सलों, मकानों, सड़कों, बिजली के खंभों आदि को भी व्यापक नुक़सान पहुंचा है।

दिल्ली सीएम के ट्वीट पर आपत्ति व्यक्त की: सिंगापुर

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट संबंधी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ट्वीट से नाराज सिंगापुर को भारत ने आज स्पष्ट किया है कि कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप में कहने में केजरीवाल सक्षम नहीं हैं।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ट्वीटर पर जानकारी दी कि सिंगापुर सरकार ने वहां भारत के उच्चायुक्त पी. कुमारन को तलब करके दिल्ली के मुख्यमंत्री के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। जिसमें उन्होंने कोरोना विषाणु के सिंगापुर स्ट्रेन के आने की बात कही है। बागची ने कहा कि उच्चायुक्त ने सिंगापुर सरकार को बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहने में सक्षम नहीं है।

पी350 पर मौजूद 273 लोगों में से 184 को बचाया

कविता गर्ग                 
मुंबई। बजरे पी305 पर मौजूद लोगों में से 89 लोग अब भी लापता हैं। उल्लेखनीय है कि यह बजरा चक्रवात ‘ताऊ ते’ के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और डूब गया था। नौसेना की ओर से बुधवार को बताया गया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए उसके जवानों ने बजरा पी305 पर मौजूद 273 लोगों में से अब तक 184 को बचा लिया है। 14 शव भी बरामद हुए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान अभी जारी है और लोगों को सुरक्षित तट तक लाने की उम्मीद हमने अब तक नहीं छोड़ी है।
नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो अन्य बजरों तथा एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं। उल्लेखनीय है कि ये बजरे चक्रवात ‘ताऊ’ ते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे। इस बीच नौसेना का युद्धपोत आईएनएस कोच्चि पी305 से बचाए गए 184 लोगों में से 125 को लेकर बुधवार सुबह मुंबई पहुंचा। नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘बुधवार सुबह तक, पी305 पर मौजूद 184 कर्मियों को बचा लिया गया है।
आईएनएस तेग, आईएनएस बेतवा, आईएनएस ब्यास, पी81 विमान और हेलीकॉप्टरों की मदद से तलाश एवं बचाव अभियान जारी है।’’ नौसेना और तटरक्षक बल ने बजरे ‘जीएएल कन्स्ट्रक्टर’ में मौजूद 137 लोगों को मंगलवार तक बचा लिया था। अधिकारियों ने बताया कि बजरे एसएस-3 पर मौजूद 196 लोग और ऑयल रिग सागर भूषण पर मौजूद 101 लोग सुरक्षित हैं। ओएनजीसी तथा एससीआई के पोतों के जरिए इन्हें तट तक सुरक्षित लाया जा रहा है।
बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए क्षेत्र में आईएनएस तलवार भी तैनात है। नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि 707 कर्मियों के साथ तीन बजरे और एक ऑयल रिग सोमवार को समुद्र में फंस गए थे। इनमें 273 लोगों के साथ ‘पी305’ बजरा, 137 कर्मियों के साथ ‘जीएएल कंस्ट्रक्टर’ और एसएस-3 बजरा शामिल है, जिसमें 196 कर्मी मौजूद थे। साथ ही ‘सागर भूषण’ ऑयल रिग भी समुद्र में फंस गया था, जिसमें 101 कर्मी मौजूद थे। नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव पवार ने कहा कि यह बीते चार दशक में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण तलाश एवं बचाव अभियान है।
पी305 से बचाए गए लोगों में से 125 को लेकर मुंबई लौटा आईएनएस कोच्चि...
आईएनएस कोच्चि के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन सचिन सेक्विरा ने बताया, ‘‘हमारा पोत पी305 से अब तक बचाए गए 184 लोगों में से 125 को लेकर लौटा है। ’’उन्होंने बताया ‘‘ समुद्र उफान पर है और हवा 90-100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है। समुद्र में नौ से दस मीटर ऊंची लहरें उठी रही हैं। ऐसे में तलाश एवं बचाव अभियान के लिहाज से परिस्थितियां कठिन हैं। बजरे पर मौजूद लोगों को बचाने के लिए आईएनएस कोच्चि मुंबई से सोमवार को रवाना हुआ था।

महराजगंज: फलमंडी में यज्ञ पूजन का आयोजन किया

संदीप मिश्र                     
महराजगंज। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल इकाई सिसवा बाजार के तत्वावधान में वैश्विक महामारी कोरोना के भयावहता को देखते हुए सनातन परम्परा के अनुरूप वातावरण शुद्धि हेतु मंगलवार को दिन में 10 बजे से कस्बे में स्थित फलमंडी में यज्ञ पूजन का आयोजन किया गया। इस यज्ञ के आयोजन में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष विजय जायसवाल, उपाध्यक्ष संतोष जायसवाल, नगर अध्यक्ष शिवकुमार रौनियार, घुघली के नगर अध्यक्ष परमेश्वर गुप्त, नगर संरक्षक मनीष शर्मा, नगर उपाध्यक्ष संदीप सोनी, महामंत्री सुनील अग्रवाल, विजय अग्रवाल,अंशुमान विश्वास, माधुरी रौनियार सहित अनेक व्यापारी व नगरवासी उपस्थित रहे ।पुरोहित के रूप मे यज्ञ का समापन मुरलीधर शुक्ल ने कराया। यज्ञ के माध्यम से ईश्वर से प्रार्थना की गई कि सम्पूर्ण विश्व को इस महामारी से मुक्ति दिलाए। वहीं मुख्य जजमान के रूप में  शैलेश सुल्तानिया, पिंकी सुल्तानिया, मनोज ससुल्तानिया, मनोज सुल्तानिया, रेखा सुल्तानिया आदि रहे।

किसानों के गेंहू की खरीद पिछले 1 सप्ताह से रुकी

हरिओम उपाध्याय           
हरदोई। नवीन गल्ला मंडी परिसर में सरकारी एजेंसियों सहित अन्य कई सेंटर चल रहे हैं। हजारों कुंतल गेंहू मंडी में डम्प पड़ा हुआ है और किसानों के गेंहू की खरीद पिछले एक सप्ताह से नही हो रही है। मंडी में सौ रुपये प्रति कुंतल कमीशन पर तौल हो रही है। बतातें चलें कि क्षेत्र के सैकड़ों किसानों का गेहूं पिछले गुरुवार से नहीं तौला जा रहा है। जबकि सत्ता केंद्रित लोंगों और व्यापारियों का गेहूं चोरी छुपे कमीशन लेकर तौल लिया जा रहा है। दलालों और व्यापारियों की जकड़ में फंस चुकी गेंहू की सरकारी खरीद आम किसानों के लिये अभिशाप बन गयी है। स्थिति यह है कि मंडी में आखिर इतना गेंहू किसान का तो नही है। किसानों का कहना है कि व्यापारी और दलाल हावी हैं। जिसके चलते किसान अपने हक और अधिकारों से वंचित हो गया है। इसलिए किसान अपना गेंहू किसान मंडी में बेचने को विवश है।अधिकृत तौर पर गुरुवार से यहां कोई तोल नहीं हुई है और अगले गुरुवार को तौल करने की बात जिम्मेदारों द्वारा बताई जा रही है। यहाँ ट्रांसपोर्ट व्यवस्था भी सुचारू रूप से नही चल रही है। जिसके चलते किसानों के गेंहू खरीद में बाधा पैदा हुई है। बताया गया है कि व्यापारियों से खरीदा गया हजारों कुंतल गेंहू खुले आसमान में पड़ा हुआ है। उसी का बहाना बनाकर तौल नही की जा रही।मंडी परिसर में खरीद एजेंसियों के अधिकृत प्राइवेट लोग किसानों से एक हफ्ते बाद गेंहू लाने की बात कह कर उनका शोषण करते हैं। मंडी में बैठे लोंगो का कहना था जब तक गेंहू नही उठ जाता तब तौल नही होगी।केंद्र प्रभारियों का कहना है कि उनसे पूछकर गेंहू लाना तभी तौल हो सकती है। वरना एक सप्ताह तक फंसे रहोगे।

राष्ट्रीय लोक दल ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया

सीतापुर। राष्ट्रीय लोक दल पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह की मृत्यु 6 अप्रैल 2021 को हो गई थी। उनकी आत्मा की शांति के लिए राष्ट्रीय लोक दल ने संपूर्ण प्रदेश में हवन व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। उसी क्रम में जिला अध्यक्ष प्रबीन कुमार सिंह ने अपने आवास पर कार्यक्रम किया गया और विकास खंड गोदलामाऊ की ग्राम पंचायत नटवर ग्रन्ट में कार्यकर्ता और ब्लाक अध्यक्ष सर्बेश कुमार यादव और कार्यकर्ता परमेश यादव नन्हेलाल हरिपाल मदन यादव दिलीप कुमार धनीराम आदि कार्यकर्ताओ ने पुष्पांजलि कर  उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की गई। कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करते हुए यह कार्यक्रम किया गया। साथ ही जिला अध्यक्ष प्रबीन कुमार सिंह  अपने आवास पर कार्यक्रम का आयोजन किया और श्रद्धाजलि दी। अपने नेता चौधरी अजित सिंह को किसानों का सच्चा हमदर्द बताया कहा कि जीवन भर वह किसानों गरीबों के लिए कार्य करते रहे सहकारिता क्षेत्र को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराया और चौधरी चौधरी अजीत सिंह ने मंत्रिमंडल में रहते हुए भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों का भरपूर विरोध किया और उनके बात ना मानी गई तो उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था पार्टी कार्यकर्ता दिलीप तिवारी, राजकुमार मिश्रा, राम-लखन आदि ने अपने अपने आवास पर कार्यक्रम का आयोजन कर स्व. चौधरी अजित सिंह की आत्मा की शांति के लिए हवन किया तथा श्रद्धांजलि अर्पित की।

खूली कलाई: मामूली बारिश के बाद सड़क बनीं तलैया

राजकुमार गुप्ता            
वाराणसी। पीएम मोदी के गांव जयापुर जाने वाले रोड का हालत देखकर आप भी चौक जाएंगे। थोड़ी सी बरसात हुई नहीं, कि मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हो जाता है। राजातालाब-जयापुर वाया रानी बाजार पंचक्रोशी मार्ग की जलनिकासी व्यवस्था की स्थिति कितनी दयनीय है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मामूली बारिश के बाद भी सड़क मंगलवार को तलैया में तब्दील हो गई है। कहने को यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श गांव जयापुर जाने वाला मार्ग है। बताने को कहा जाता है कि पीएम द्वारा इस गांव को गोद लेने के बाद यहां विकास की गंगा बहाई गई है। लेकिन हाल यह है कि इस गांव तक पहुंचना ही दूभर है। हल्की बारिश हुई नहीं कि सड़क पर लबालब पानी जमा हो जाता है। वह भी मलजल से युक्त गंदा पानी। पीडब्ल्यूडी द्वारा विगत दो साल पूर्व मानक के विपरीत यहां एक नाला बनाया है लेकिन वह भी खराब और अधूरा है। अब एक दिन पहले सोमवार रात से भोर में हुई बारिश के बाद इस सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। ग्रामीण इसे दुरुस्त कराने के लिए कई बार जिला प्रशासन, क्षेत्रीय प्रशासन को लिख चुके हैं। लेकिन उनका आरोप है कि कोई सुनवाई नहीं हुई। जहां कुछ ही समय पहले कार्य कराया गया था। सड़कों की बारिश से दशा खराब हो जाने से वाहन चालकों और पैदल सफर करने वाले राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लोग सरकारी राशि के दुरूपयोग को लेकर भी सवाल उठाने लगे हैं। बतादें कि अनियमितताओं के चलते उक्त सड़क समय से पहले ही दम तोड़ चुकी हैं और इस संबंध में विभाग के आला अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। गुणवत्ता हीन काम का ही परिणाम है कि यहाँ की अधिकांश सड़के समय से पहले ही दम तोड़ जाती हैं। अब सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। लोगों ने थोड़ी बारिश में सड़कों के उखड़ने से हो रही परेशानी पर नाराजगी जाहिर की है और सरकारी धन का दुरूपयोग और बर्बादी को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है। यहाँ सोमवार की रात और मंगलवार भोर में थोड़ी सी बारिश क्या हुई बाजार के कई मोहल्लों, गलियों सहित प्रमुख मार्ग राजातालाब पुरानी पुलिस चौकी नेशनल हाइवे से लेकर रानीबाजार रेलवे लाईन तक लगभग पाँच सौ मीटर जलजमाव हो गया। इस दौरान इस जर्जर खस्ता हाल पंचक्रोशी मार्ग राजातालाब पर आवागमन दूभर हो गया। जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मुख्य मार्ग से राजातालाब होते हुए रानीबाजार जाने वाले मार्ग पर लोगों को सर्वाधिक फजीहत का सामना करना पड़ रहा हैं। उक्त सड़क मानक के विपरीत बनाने से सड़क जर्जर खस्ता हाल होने के कारण मामूली बारिश ने भी मुसीबत खड़ी कर दी। लोगों को कहना है कि समय रहते जलनिकासी व्यवस्था पर अभी से काम शुरु नहीं किया गया तो आने वाले समय में लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि सड़क को बनवाने से लेकर सीवर व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कई बार लोगों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर आलाधिकारियों तक गुहार लगाई लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। यहां से कुछ ही किलोमीटर दूर प्रधानमंत्री मोदी का द्वितीय चरण में गोद लिया आदर्श गांव जयापुर है। यह रोड जयापुर जाती है इसके बावजूद भी जर्जर हालत मे है। स्थानीय निवासी आयुष कुमार राय, अरविंद पटेल, आकाश जायसवाल, नंदलाल कनौजिया, कृष्णा प्रसाद जायसवाल, संदीप जायसवाल, आशीष, सहित अन्य युवाओं ने कहा कि अगर यह सड़क  के गड्ढो का भराव और नाली का निर्माण नहीं होता है तो जानलेवा गड्डे में तब्दील सड़क पर जल जमाव से दुर्घटना हो सकती है। इन ग्रामीणों में इस कदर गुस्सा है कि ये कभी भी समस्या के समाधान के लिए आंदोलन भी कर सकते हैं।

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...