सोमवार, 17 मई 2021
तेज हवा व भारी बारिश का अलर्ट जारी: हिमाचल
हिमाचल: 2,392 नए मामले, 4,974 मरीज ठीक
सीएम ने हालात की समीक्षा की, दिशा-निर्देश दिए
उन्होंने कहा कि जब जनता के लोगों का मनोबल बढाना चाहिए था उस समय कुछ लोगों ने भ्रांति फैलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि एक समय अव्यवस्था की स्थिति बनी लेकिन उस पर पूरी तरह से कंट्रोल कर लिया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संकमण की दूसरी लहर पर काबू करने की तैयारी पूरी की जा रही है। सभी आवश्यक कार्यवाही कर ली गई हैं।
मेरठ: महामारी नियंत्रण का मंडलीय निरीक्षण किया
मोमीन अहमद
मेरठ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आयुक्त सभागार मंे कोरोना महामारी नियंत्रण के कार्यांे की मण्डलीय समीक्षा करते हुये कहा कि टेस्ट, ट्रेस व ट्रीट को ध्यान में रखकर कार्य करें। टीम-9 की तर्ज पर हर जिले में टीमें गठित हो। प्रत्येक कोविड अस्पताल की माॅनिटरिंग सीसीटीवी कैमरो के माध्यम से की जाये। जनप्रतिनिधियों को सत्यापन के लिए कोराना मरीजो, होम आईसोलेट व्यक्तियों व सेनेटाईजेषन, फागिंग कार्यों की सूची उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि जनता के प्रति संवेदना दिखाने का व उनका मनोबल बढाने का समय है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 15 करोड लोगो को तीन माह तक मुफ्त राषन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने कहा कि कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जाये, प्रदेष में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। आदित्यनाथ जी ने कहा कि वह प्रदेष के विभिन्न जनपदों में जाकर कोरोना नियंत्रण की तैयारियों की समीक्षा स्वयं कर रहे है यह उनकी नवीं कमिष्नरी में बैठक है। उन्होने कहा कि टेस्टिंग को बढाना होगा। उन्होने कहा कि वर्तमान स्थिति में दोहरी चुनौतियां है लेकिन अधिकारियों को जागरूक रहकर कार्य करना होगा। उन्होने कहा कि आरटीपीसीआर एवं एंटीजन को दोगुना करना होगा। उन्होने कहा कि गत एक सप्ताह में 20 हजार से ज्यादा एक्टिव केस कम हुये है तथा बेडो की संख्या में बढोत्तरी हुयी है।
उन्होने कहा कि प्रदेष में आॅक्सीजन प्लांट बढाये जाने पर भी कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि कोरोना की पहली लहर में अक्टूबर-नवंबर में 01 लाख कोरोना मरीजो के होने की आषंका व्यक्त की गयी थी लेकिन परस्पर टीमवर्क के साथ कार्य करते हुये इसको अपेक्षाकृत काफी कम ही रोकने में उप्र सफल रहा है। उन्होने कहा कि हर जिले में अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग टीमे गठित हो तथा टीम-9 की तर्ज पर हर जिले में टीमें गठित हो। उन्होने कहा कि हमें भविष्य की चिन्ता करनी है, कार्यों का विकेन्द्रीकरण करना है तथा अलग-अलग कार्यों को अलग-अलग टीम के माध्यम से कराना है और उनको जिम्मेदारी निर्धारित करनी है। उन्होने कहा कि पुलिस भी अलग-अलग जिम्मेदारियों का वहन सुनियोजित ढग से करें। उन्होने कहा कि प्रत्येक कोविड अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हो तथा प्रत्येक अस्पताल की माॅनिटरिंेग उन सीसीटीवी कैमरो के माध्यम से की जाये तथा प्रत्येक अस्पताल में यह देखा जाये कि वहां समय पर भोजन व दवा मरीजो को उपलब्ध है अथवा नहीं, साफ सफाई की व्यवस्था, टीकाकरण व अन्य सुविधाओं की व्यवस्थाओं को भी जांचा जाये। उन्होने कहा कि प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी एक बैठक एकीकृत कमाण्ड कंट्रोल सेन्टर में करें तथा एक बैठक किसी कोविड अस्पताल में करे। उन्होने कहा कि इससे चीजो के नियंत्रण में सफलता मिलेगी।
उन्होने कहा कि बेड की संख्या बढानी पडेगी। उन्होने कहा कि कोविड अस्पताल में लगे स्वास्थ्य कर्मियों के 25 प्रतिषत मानदेय बढाने के निर्देष दिये गये है। उन्होने कहा कि होम आईसोलेषन में रह रहे मरीज को मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाये तथा उसके निरंतर संपर्क में रहा जाये। उन्होने कहा कि निगरानी समितियां स्क्रीनिंग का कार्य करें तथा बिना देर किये मरीज को मेडिकल किट उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि निगरानी समितियां मरीजो की सूची प्रत्येक दिन आईसीसीसी को उपलब्ध कराये तथा आईसीसीसी उसका सत्यापन करें।
उन्होने कहा कोरोना मरीजो की सूची जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी उनकी कुषल-क्षेम व उनको दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ले सके और यदि मरीज को कोई परेषानी है तो उसका निस्तारण भी करा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आईसोलेषन में रह रहे व्यक्तियों की विधानसभावार सूची जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी उनसे अपने कार्यालय के माध्यम से काॅल कराकर फीडबैक ले सके। उन्होने कहा कि ग्रामों व शहरो में सघन सेनेटाईजेषन के कार्य कराये जायें तथा इसके लिए मा0 जनप्रतिनिधियों को जिन गांवो में व शहर के विभिन्न स्थानों पर सेनेटाईजेषन व फांिगंग आदि का कार्य कराया जाना है इसकी सूची उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी अपने स्तर से इसका सत्यापन कर सके।
उन्होने कहा कि रैपिड रेस्पान्स टीम (आरआरटी) की संख्या दुगुना व तिगुना की जाये। उन्होने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए पैसे की किल्लत नहीं होनी चाहिए, प्रषासन को पैसे की किल्लत होेने पर या अन्य कारणो से मरीज का अंतिम संस्कार न होने के कारण बिना देरी किये कोरोना से मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार उसकी परंपरा व आस्था के अनुरूप कराया जाये।
उन्होने कहा कि जनता के प्रति संवेदना दिखाने का समय है उनका मनोबल बढाने का समय है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 15 करोड लोगो को तीन माह तक मुफ्त राषन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने कहा कि अगर किसी जरूरतमंद का कार्ड नहीं बना है तो उसकी जांच कर 24 घंटे में कार्ड बनाते हुये उसको मुफ्त राषन अवष्य उपलब्ध कराया जाये। जनप्रतिनिधियों की संस्तुति पर भी त्वरित कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि प्रदेष सरकार ने ठेला-खोमचा आदि लगाने वालो व अन्य के लिए रू0 01 हजार भरण-पोषण भत्ता देने का निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जाये तथा इसके माध्यम से मरीज के परिजन व अन्य जरूरतमंदो को दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराया जाये। उन्होने कहा कि प्रदेष में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। उन्होने कहा कि कंटेनमेंट जोन में सख्ती की जाये तथा वहां डोर स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था की जाये। औद्योगिक इकाईयो के लिए भी सप्लाई चेन की व्यवस्था व राॅ मैटिरियल के लिए भी मदद की जाये।
उन्होने कहा कि मंडल में टीकाकरण की प्रगति अच्छी है। उन्होनें कहा कि 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के लिए भारत सरकार व 18 से 44 वर्ष तक के व्यक्तियों के लिए उ0प्र0 सरकार मुफ्त में टीका उपलब्ध करा रही है। उन्होने कहा कि सरकारी अस्पतालों में टेस्टिंग, इलाज व अन्य सुविधाएं निःषुल्क है। उन्होने कहा कि टीकाकरण पर ध्यान दिया जाये तथा काॅल सेन्टर के माध्यम से टीकाकरण के लिए एक से दो घंटे का स्लाॅट व्यक्तियों को आवंटित किया जाये ताकि उन्हें लाईन में ज्यादा देर के लिए खडा न होना पडे और सुगमता से उनका टीकाकरण हो जाये।
उन्होने कहा कि यह मानवता की सेवा है इसलिए पूरी प्लानिंग व गंभीरता से कार्य करे। उन्होने कहा कि महामारी से लड रहे है इसलिए अपना मनोबल व सबल ऊंचा रखें। उन्होने कहा कि सावधानी व सतर्कता बनाये रखने की आवष्यकता है, सभी टीमवर्क के साथ कार्य करे, हर जिले में महिलाओं व बच्चो के लिए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल हो यह सुनिष्चित किया जाये। उन्होने कहा कि अगर कोरोना मरीज को डायलेसिस की आवष्यकता है तो उसे वह सुविधा उपलब्ध करायी जाये।
उन्होने कहा कि जो निजी अस्पताल ओवरचार्ज करते है उनको चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि जनप्रतिनिधियो के साथ बेहतर संवाद रखे तथा सप्ताह में एक बार उनके साथ जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी वर्चुअल संवाद जरूर करें। उन्होने कहा कि रिकवरी रेट बढेगा और पाजिटीव रेट कम होगा। मा0 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेडिकल कालेज में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा को दुगुना करने के निर्देष दिये गये है।
जनप्रतिनिधियो ने अपने अनुभव व सुझाव मुख्यमंत्री के समक्ष साझा किये। सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि एलएलआरएम मेडिकल कालेज में 1200 बेड की क्षमता है वह अपनी पूर्ण क्षमता के साथ संचालित हो तथा नाॅन कोविड यूनिट को कोविड यूनिट में बदलने पर विचार करें। उन्होने कहा कि डीआरडीओ 200 बेड का अस्पताल मेरठ में स्थापित करें तो इससे मेरठ व आसपास के जनपद के लोगो को सुविधा होगी।
सांसद विजय पाल सिंह तोमर ने कहा कि मेडिकल कालेज में आॅक्सीजन प्लांट स्थापित हो तथा प्रधानो से भी वर्चुअल संवाद किया जाये। मा0 संासद श्रीमती कांता कर्दम ने कहा कि महिलाओं व बच्चो के लिए अलग से कोविड अस्पताल बनाया जाये। मा0 संासद बागपत श्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना नियंत्रण में प्रदेष में अच्छा कार्य हुआ है।
मा0 विधायक श्री सोमेन्द्र तोमर ने कहा कि मेडिकल कालेज में सुधार हो तथा निजी अस्पतालो पर ठीक माॅनिटरिंग व सख्ती हो। मा0 विधायक श्री दिनेष खटीक ने कहा कि निगरानी समितियों के माध्यम से कोरोना नियंत्रण में मदद मिली है। मा0 विधायक श्री सत्यवीर त्यागी ने कहा कि उन्होने बूथ अध्यक्ष को आॅक्सीमीटर व डिजिटल थर्मामीटर उपलब्ध कराया है। मा0 विधायक श्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि कोरोना नियंत्रण में अच्छा कार्य हुआ है ग्रामीण क्षेत्र में विषेष ध्यान देने की आवष्यकता है।
मा0 विधायक श्री सत्य प्रकाष अग्रवाल ने कहा कि अच्छा कार्य हुआ है अभी और सजगता व सतर्कता की आवष्यकता है। मा0 एमएलसी श्रीमती सरोजिनी अग्रवाल ने कहा कि आॅक्सीजन की किल्लत कम हुई है। उन्होने कहा कि हर जिले में आरटीपीसीआर टेस्टिंग की सुविधा होनी चाहिए। मा0 एमएलसी अश्वनी त्यागी ने एल-3 अस्पताल बढाये जाने के लिए कहा।
आयुक्त मेरठ मंडल श्री सुरेन्द्र सिंह ने मंडल की प्रगति आख्या रखते हुये कहा कि आक्सीजन की किसी अस्पताल में कमी नहीं है। मंडल में 479 आॅक्सीजन कंसन्टेªटर है, 95 गत सप्ताह बढाये गये है, 400 और जल्द मिलने की संभावना है। उन्होने बताया कि मंडल में 1309 रैपिड रेस्पान्स टीम कार्यरत है, जिसमें 514 शहरी क्षेत्र में व 795 ग्रामीण क्षेत्रो में कार्यरत है। उन्होने कहा कि मंडल में 10 आॅक्सीजन प्लांट है जिसमें से 04 मेरठ में है। उन्होने कहा कि 35 नये प्रस्ताव आये है, जिसमें से 13 पर वर्कआर्डर जारी किया गया है और 03 क्रियाषील हो गये है। उन्होने बताया कि मंडल में 3937 निगरानी समितियां है, मंडल में 4258 कंटेनमेंट जोन है तथा 13057 रेमडेसिवर इंजेक्षन उपलब्ध है। उन्होने कहा कि आॅक्सीजन सिलेण्डर की दर रू0 400 निर्धारित की गयी है तथा इसकी सप्लाई को विकेन्द्रीकृत किया जा रहा है।
घटिया वेंटिलेटरों पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों
अकांंशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत के लिए किसी अभिशाप की तरह दिखाई पड़ रही है। वहीं अस्पतालों में बेड से लेकर, ऑक्सीजन सिंलेंडर की कमी भी बड़ी मुसीबत बनी हुई है। ऐसे में सरकार को भी काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच पीएम केयर फंड के तहत राज्यों को वेंटिलेटर्स दिए गए थे, लेकिन जारी किए गए वेंटिलेटर्स में गड़बड़ियां थीं। इसी को लेकर अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला हैराहुल ने पीएम केयर फंड से दिए गए इन वेंटिलेटरों को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। राहुल गांधी ने सोमवार को एक ट्वीट करते हुए कर लिखा- ‘पीएम केयर के वेंटिलेटरों और पीएम के बीच काफी समानताएं हैं। दोनों का बहुत ज्यादा झूठा प्रचार, अपना काम करने में पूरी तरह से फेल और जरूरत के वक्त दोनों को ढूंढना मुश्किल।’
गौरतलब है देश के कई राज्यों में पीएम केयर फंड के तहत मिले वेंटिलेटरों के खराब होने का मामला खूब चर्चा में आया था। इन गड़बड़ी वाले वेंटिलेटरों को लेकर अस्पताल प्रशासन से लेकर डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर पूरी तरह से बेकार हैं, उनमें ना तो ऑक्सीजन का फ्लो आता है और ना ही न प्रेशर बनता है, यहां तक की वो चलते-चलते बंद भी हो जाता है।
कढ़ाई: बढ़ी ब्लैक फंगस की दवा की कालाबाजारी
सत्येंद्र ठाकुर
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमित और रिकवर रोगियों में अचानक से बढ़े ब्लैक फंगस के मामलों ने एक बार फिर मुश्किलें पैदा कर दी हैं। राजधानी के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती इन मरीजों के लिए अम्फोटेरीसीन बी नामक इंजेक्शन बाजार से गायब हो चुका है। एक इंजेक्शन की कीमत 12 हजार रुपये तक ली जा रही है, जिसकी वजह से इसकी कालाबाजारी भी पिछले तीन दिन में काफी बढ़ गई है। पहले रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की कालाबाजारी के बाद अब अम्फोटेरीसीन बी इंजेक्शन के लिए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल राजधानी के तीन अस्पताल एम्स, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और सर गंगाराम अस्पताल को मिलाकर 100 से ज्यादा मरीज उपचाराधीन हैं। अमर उजाला को मिली शिकायत के बाद जब भागीरथी पैलेस, चांदनी चौक के अलावा बड़े दवा दुकानदारों के पास जाकर पड़ताल की गई तो पता चला कि वाकई में यह इंजेक्शन बाजार से गायब हो चुका है। दुकानदारों ने कहा कि पिछले दो-तीन दिन में इस इंजेक्शन की कालाबाजारी काफी बढ़ गई है।
भयानक और विकराल रूप दिखा सकता है वायरस
अकांशु उपाध्याय
जेनेवा। वाकई इसमें तो कोई दोराय नहीं हैं कि भारत पर कोरोना एक भयानक कहर बनकर टूट रहा है। कोरोना का यह दूसरा दौर अबतक न जाने कितने लोगों को मौत की नींद सुला चुका है और इसका यह सिलसिला अभी थमने को राजी नहीं है। कोरोना लोगों को लगातार अपनी चपेट में लेता जा रहा है। वहीं, भारत में कोरोना से जो हालात पैदा हो रहे हैं उनपर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) लगातार चिंता जता रहा है। कोरोना से भारत के हालातों पर बेहद चिंतित है और समय-समय पर चेताने का काम कर रहा है। इधर, अब एक बार फिर डब्ल्यूएचओ ने भारत को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि देखा जा रहा है कि भारत में किस कदर लोग जल्दी और ज्यादा संख्या में कोरोना की चपेट में आ रहे हैं और यहां कोरोना से बहुत ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और हो रही हैं। भारत की यह स्थिति बहुत चिंताजनक बनी हुई है। प्रमुख ने चेतावनी देते हुए कहा कि पिछले साल के मुकाबले कोरोना इस साल अपना बहुत विकराल रूप दिखा सकता है। कोरोना का दूसरा साल बहुत ज्यादा घातक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ-साथ अन्य देशों को बड़े स्तर पर जल्द से जल्द संभलना होगा।
प्रमुख ने कहा- भारत की मदद हो रही है….
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि कोरोना के इस समय में भारत को पूरी मदद दी जा रही है। भारत को चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति में कोई कमी नहीं आने दी जा रही है। हम भारत की मदद के इस क्रम में सभी साझेदारों को भी धन्यवाद देते हैं।
लॉन्चिंग के महज 3 मिनट बाद मिशन विफल हुआ
कैमरे में कैद घटना
इलेक्ट्रॉन की ऊपरी ओर कैमरा लगा था, जो यह दिखाता है कि लॉन्च के 2 मिनट 35 मिनट के बाद ही अलग हो गया। इसके बाद वह एक दिशा की ओर जाने लगा और फिर नष्ट हो गया। रॉकेट लैब ने रॉकेट से अलग होने के चार मिनट के बाद ही सेटेलाइट के नष्ट होने की पुष्टि की है।
पिछले साल भी हुआ था मिशन फेल
पिछले साल जुलाई में भी कंपनी का मिशन फेल हो गया था। बाद में कंपनी ने ट्रेस किया कि एक खराब इलेक्ट्रिकल कनेक्शन की वजह से यह मिशन विफल हुआ। रॉकेट लैब ने 2017 में पहला मिशन लॉन्च किया था। उस समय भी तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से सेटेलाइट कक्षा में पहुंचने में विफल रही थी। हालांकि रॉकेट लैब 18 सफल मिशन को अंजाम दे चुका है। रॉकेट लैब ने 58 फीट ऊंचे इलेक्ट्रॉन बूस्टर को एक घंटे की देरी के बाद लॉन्च किया था। हालांकि उस समय तेज हवा चल रही थी. यह कंपनी का 20वां मिशन था।
सड़क दुर्घटना में 5 लोगों की मौत हुईं, 1 गंभीर
प्रशांत कुमार
झांसी। कोरोना वायरस संक्रमण के सेकेंड स्ट्रेन तथा कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी सड़क पर दौड़ते वाहनों की रफ्तार पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। इसी प्रकार के दुस्साहस के कारण ही झांसी में पांच लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। जबकि एक की हालत बेहद गंभीर है।
झांसी के गुरसहाय के एरच क्षेत्र में रविवार रात दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यहां पर तेज रफ्तार कार की दो बाइक से आमने.सामने भिड़ंत हो गई। जिसमें एक बच्चे समेत चार लोगों ने दम तोड़ दिया। जबकि गंभीर रूप से घायल एक की सोमवार को झांसी के मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। बाइक सवार तीन लोगों के साथ ही कार चालक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायलों दो लोगों का इलाज चल रहा था। इनमें से एक ने आज दम तोड़ दिया है। अन्य का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।
झांसी के गुरसराय थाना क्षेत्र के ग्राम फरीदा के पास कार सवार युवक ने दो मोटरसाइकिल सवारों को जोरदार टक्कर मार दी। इसके बाद अनियंत्रित होकर कार सड़क किनारे खाई में जाकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में मौके पर ही मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गुरसराय से एरच की तरफ तेज गति से जा रहे कार ने ग्राम फरीदा से पहले एक मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मार दी। जिससे मोटरसाइकिल सवार सुरेंद्र कुमार ;18द्ध वर्ष निवासी महाराजगंज ढेरी थाना पूंछ व बिल्ले पुत्र ओमप्रकाश निवासी भदरवारा थाना गरौठाए ओम प्रकाश पुत्र कधूरे निवासी भदरवारा थाना गरौठा गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद तेज गति से कार चालक ने आगे जाकर एक अन्य मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी। इसके बाद कार अनियंत्रित होकर खाई में जाकर एक पेड़ से टकरा गई।
ऑक्सीजन प्राप्त करने में हर समस्या का समाधान
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति में आ रहीं समस्याओं का संज्ञान लेकर मंडलायुक्त रंजन कुमार ने होम आइसोलेशन के मरीजो को आसानी से ऑक्सीजन आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए शासन द्वारा मण्डल के जनपदों में सेंटर निर्धारित कर नोडल अधिकारी नामित किये हैं। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के परिजन अपने जनपदों में निर्धारित सेंटरों से ऑक्सीजन गैस प्राप्त कर सकते हैं। ऑक्सीजन गैस प्राप्त करने में आ रही किसी भी समस्या के समाधान के लिए नोडल अधिकारी से संपर्क कर अपनी समस्या का समाधान करा सकते हैं।
1- मैसर्स मुरारी गैस प्राइवेट लिमिटेड, स्कूटर इंडिया, नादरगंज, सरोजनीनगर (नोडल अधिकारी- अपर नगर मजिस्ट्रेट देवेन्द्र कुमार, मो-9454416496)
2-मैसर्स परेरहट इंडस्ट्रीयल इंटर प्राइजेज प्रा0लि0, सरोजनीनगर (नोडल अधिकारी, तहसीलदार, उमेश कुमार सिंह, मो0-9454416503)
3- मैसर्स स्टार गैस, पंडित खेड़ा, नियर जयपुरिया स्कूल, कानपुर रोड़, थाना कृष्णा नगर (नोडल अधिकारी, तहसीलदार मीनाक्षी द्विवेदी, मो0-8115614018)
4-मैसर्स अवध ऑक्सीजन प्रा0लि0, धरमवीर मार्ग, इंड्रस्ट्रीयल एरिया, ताल कटोरा( नोडल अधिकारी, तहसीलदार- रामजीत, मो0-9919202021)
5-मैसर्स आर0के. ऑक्सीजन, कमलाबाद बड़ौली, छठा मील चौराहा, बक्शी का तालाब (नोडल अधिकारी, उपजिलाधिकारी-डॉ. शुभी, मो0-9454416498)।
बाबा केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिएं: सीएम
पंकज कपूर
रुद्रप्रयाग। आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष की पञ्चमी तिथि के शुभ मुहूर्त मै भगवान केदारनाथ धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए। इसके बाद अगले छह महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना केदारनाथ धाम में ही होगी। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के समय पूजा में पुजारी समेत सिर्फ 16 लोग ही शामिल हुए। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया। तड़के 3:15 बजे से मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना हुई। मुख्य पुजारी द्वारा बाबा की समाधि पूजा के साथ अन्य सभी धार्मिक औपचारिकताएं पूरी की गईं। इसके बाद तय समय पर सुबह 5 बजे बाबा केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भगवान केदारनाथ के कपाट खोले जाने पर सभी श्रद्धालुओं को बधाई देते हुए कहा कि बाबा केदार हम सभी पर अपनी कृपा बनाकर रखें। बाबा केदार के आशीर्वाद से हम कोरोना की इस वैश्विक महामारी को हराने में अवश्य कामयाब होंगे। कोरोना के कारण इस बार आम जन दर्शन के लिये नहीं आ सके। हम सभी के मन में बाबा केदार के लिए अपार श्रद्धा है। बाबा केदार, अपने भक्तों पर स्नेह बनाये रखें, यही कामना है। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, केदार लिंग, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह, जिलाधिकारी मनुज गोयल,पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल मनराल बीकेटीसी पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, एसडीएम रवीन्द्र वर्मा,तहसीलदार जयराम बधाड़ी, धर्माधिकारी आचार्य औंकार शुक्ला,मंदिर प्रशासनिकअधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला एवं प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी,महावीर तिवारी,मृत्युंजय हीरेमठ, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।
अधिकारियों को लगातार निर्देश दें रहें हैं सीएम योगी
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अपने अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं। इस कड़ी में सीएम योगी ने टीम-9 की बैठक में फैसला लिया कि सभी सरकारी अस्पतालों में पोस्ट कोरोना मरीजों का इलाज बिल्कुल मुफ्त किया जाएगा।उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना बीमारी का इलाज हो रहा है। उसी तर्ज पर पोस्ट कोरोना के मरीजों को भी इलाज की सुविधा मिलेगी। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जिन लोगों को अन्य बिमारी हो रही हैं। उनके लिए सरकारी अस्पतालों में भर्ती करने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसके निर्देश दिए। बता दें कि पोस्ट कोविड बीमारियों का मुफ्त इलाज करने का फैसला करने वाला यूपी पहला राज्य है। राज्य सरकार पूर्व से ही कोविड-19 की निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध करा रही है, प्रदेश में निःशुल्क कोरोना वैक्सीनेशन कार्य भी संचालित किया जा रहा है। इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने निर्देश में कहा है कि सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मरीज और उसके परिजनों का किसी भी प्रकार उत्पीड़न न हो। संक्रमण से मुक्त हो चुके मरीजों को भी यदि चिकित्सकीय निगरानी को जरूरत है तो, उनकी मेडिकल कंडीशन के आधार पर एल-1 हॉस्पिटल में ऑक्सीजन युक्त बेड पर भर्ती करा कर सरकार के व्यय पर कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
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