अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। वैक्सीन के मूल्य को लेकर राजनीति अब गरमा गई है। विभिन्न राजनीतिक दलों के राजनेता सरकार से यह सवाल कर रहे हैं कि एक देश में एक वस्तु के अलग अलग मूल्य क्यों ? भारत एक देश है, जहां पर वैक्सीन केंद्र और राज्य सरकार के लिए अलग-अलग मूल्य क्यों हैं ? इसको लेकर राजनेता से लेकर आम आदमी तक सवाल कर रहे हैं। सरकार इस पर सही प्रकार से जवाब नहीं दे पा रही है। एक देश में दो या उससे अधिक मूल्य क्यों है? राहुल गांधी ने ट्विटर के माध्यम से संपूर्ण भाजपा पर तंज करते हुए ट्वीट किया है और कहा है कि चर्चा बहुत हो चुकी, देशवासियों को वैक्सीन मुफ्त मिलनी चाहिए। बात खत्म ! विदित हो राहुल गांधी ही नहीं देश के विपक्ष के नेता निरंतर सरकार से सवाल कर रहे हैं कि एक देश विभिन्न मूल्य क्यों? 2 दिन पूर्व दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के साथ वर्चुअल बैठक में यह मुद्दा भी उठाया था और अपनी बात को लाइक भी कर दिया था। जिसको लेकर बाद में बवाल भी हुआ था कि केजरीवाल ने प्रोटोकॉल को तोड़ा है। मगर केजरीवाल ने तुरंत ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे माफी मांग ली थी और आगे से ध्यान रखने की बात कहकर अपनी बात समाप्त कर दी थी।