राणा ओबराय
रोहतक। समाज कल्याण विभाग से लाड़ली योजना के तहत पेंशन पाने वाले सैकड़ों लोगों के सामने नई मुसीबत खड़ी हो गई है। पिछले तीन माह से पेंशन नहीं मिली। लाडली योजना में पेंशन फंसने के बाद बुजुर्गों ने बुढ़ापा पेंशन पाने के लिए आनलाइन आवेदन कर दिए। अब नए आवेदनों को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही।
परेशान आवेदकों ने नगर निगम के पार्षदों को समस्या बताई। इसके बाद पार्षदों ने पूरे मामले में मुख्यमंत्री मनोहरलाल से शिकायत की है। नगर निगम के मेयर मनमोहन गोयल, सीनियर डिप्टी मेयर राजू सहगल के अलावा पार्षद राधेश्याम ढल, मुक्ता नागपाल, पूनम किलोई, डिपल जैन, सुरेश किराड़, गीता आदि ने मुख्यमंत्री से आनलाइन शिकायत की है।
इसमें दावा किया गया है कि जिनके सिर्फ बेटियां होती हैं। उन्हें 45 से 60 साल की उम्र तक लाडली योजना में पेंशन मिलती है। पार्षद राधेश्याम ने दावा किया है, कि लाडली पेंशन कटवाकर बुढ़ापा पेंशन के लिए नए फार्म भरे गए। इनका दावा है, कि हरियाणा में करीब डेढ़ लाख तक लाडली पेंशन हैं। इसमें 60 साल की उम्र के करीब 18 हजार से 20 हजार आवेदक हैं। जिले में करीब 1100-1200 इस श्रेणी के आवेदक हैं।
पार्षद राधेश्याम ने दावा किया है कि 55 से 59 साल के कई लोगों को भी लाडली पेंशन न मिलने की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। अधिकारी सही जवाब नहीं दे रहे। इन्होंने बताया कि समाज कल्याण विभाग के कार्यालय में लोग चक्कर काट रहे हैं। इन्होंने बताया कि जिन्हें लाडली पेंशन मिल रही है। उन्हें बुढ़ापा पेंशन के आवेदन करने के लिए कहा जाए और पेंशन बना दी जाएं। क्योंकि विभाग के पास सभी दस्तावेज होते हैं।
ऑनलाइन आवेदन के दौरान भी लोगों ने दस्तावेज जमा करा दिए। अब लाडली से बुढ़ापा पेंशन में बदलाव को लेकर सही जानकारी नहीं दी जा रहीं। इस वजह से परेशान लोग पार्षदों, बैंक, नगर निगम और समाज कल्याण कार्यालय में चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं। पेंशन काटने से पूर्व कोई जानकारी नहीं दी जाती। लाडली योजना को लेकर अधिकारियों के पास लोग जाते हैं तो कहते हैं कि पहले यह पेंशन कटवाएं, इसके बाद ही बुढ़ापा पेंशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। लोगों को सही जानकारी न होने से बड़ी परेशानियां सामने आ रही हैं।
लोग बोले, बगैर पेंशन के उधार में मनी होली। गांधी नगर निवासी 68 वर्षीय मदनलाल कहते हैं कि अचानक लाडली योजना के तहत पेंशन बंद कर दी गई। हमने बुढ़ापा पेंशन के लिए आवेदन किया। अब कोई जानकारी नहीं दी जा रही। वहीं, कैलाश रानी कहती हैं कि जनवरी, फरवरी में पेंशन नहीं मिली। होली भी उधार में मनी। बुढ़ापा पेंशन मिलेगी कि नहीं, यह पता नहीं। वहीँ समाज कल्याण विभाग के जिला समाज कल्याण अधिकारी महाबीर गोदारा ने बताया कि लाडली और बुढ़ापा पेंशन योजनाएं अलग-अलग हैं।
लाडली योजना के तहत 45 से 60 साल तक वालों को पेंशन दी जाती है। इसमें शर्त यह होती है कि सिर्फ बेटियां ही हों। जिन्हें लाडली योजना में पेंशन नहीं मिल रही वह अब बुढ़ापा पेंशन पाने के लिए आनलाइन आवेदन करें। पार्षदों की हमारे संज्ञान में कोई शिकायत नहीं है। इस पर वार्ड-14 के भाजपा पार्षद राधेश्याम ढल ने कहा कि अधिकारियों को पेंशन बंद करने से एक-दो माह पहले नोटिस देना चाहिए। जिससे लाडली के बजाय लोग बुढ़ापा पेंशन में आवेदन समय रहते हुए किए जा सकें। अधिकारियों की मनमानी के चलते रोहतक जिले के 1100-1200 लोगों को पेंशन नहीं मिल रही।