रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक ट्रेनों में चार्जिंग प्वाइंट बंद रखने का फैसला किया है। रात में चार्ज होने वाले लैपटॉप और मोबाइल फोन के ओवरहीटिंग का खतरा रहता है। क्योंकि ज्यादातर लोग चार्ज में लगा कर ही मोबाइल या लैपटॉप छोड़ देते है। इससे आग लगने का खतरा रहता है।
लंबी दूरी की ट्रेनों में यह समस्या आम है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से आग लगने का खतरा रहता है। रेलवे बोर्ड के निर्देश के अनुसार इसे सभी जोन में लागू किया जा रहा है। ट्रेनों में लगातार आग की घटना के बाद यह निर्णय लिया गया है। दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगने के बाद सख्ती भी बढ़ाई गई है। क्योंकि एक कोच में लगी आग सात कोच में फैल गई थी। इसी तरह सिगरेट पीने वालों पर भी नकेल कसने का रेलवे ने फैसला किया है।