शुक्रवार, 21 अगस्त 2020

एजेंसी का गठन स्वागत योग्यः सीएम

नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी का गठन स्वागत योग्य: सीएम  योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट आयोजित करने के लिए राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के गठन के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया और कहा कि इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे।
श्री योगी ने बुधवार को कहा कि इस प्रणाली के कार्यान्वयन के साथ, अब उम्मीदवारों को केंद्र सरकार के गैर-राजपत्रित श्रेणी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विभिन्न पदों में चयन के लिए केवल एक परीक्षा देनी होगी। इस निर्णय के दूरगामी परिणाम होंगे।
व्यक्तिगत परीक्षाओं, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के स्थान पर एकल परीक्षा प्रणाली की शुरुआत के साथ, दूर-दराज के क्षेत्रों के उम्मीदवारों के साथ-साथ महिला उम्मीदवारों को भी बड़ी सुविधा और राहत मिलेगी।
केंद्र का यह निर्णय युवाओं को भर्ती में आसानी, चयन में आसानी और नौकरी में आसानी प्रदान करके युवाओं के लिए बेहतर जीवनयापन का आधार प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने युवा पीढ़ी के हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लेने के लिए प्रधान मंत्री को बधाई दी और कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार भी युवाओं के हित में इसी तरह का निर्णय लेने जा रही है।               


अतीक के साढू की खोली 'हिस्ट्री शीट'

माफिया अतीक अहमद के साढ़ू की खोली गई हिस्ट्रीशीट


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद के करीब रिश्तेदार साढ़ू की गुरुवार देर रात हिस्ट्रीशीट खोली गई। उक्त अपराधी के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में कुल 9 मुकदमे दर्ज हैं। पच्चीस हजार इनामी आई.एस.227गैंग का सक्रिय सदस्य है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अधीक्षक अभिषेक दीक्षित के निर्देश पर खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के 207चकिया मोहल्ला निवासी मोहम्मद जीशान उर्फ जानू पुत्र मोहम्मद जई पूर्व सांसद अतीक अहमद का करीबी रिश्तेदार साढ़ू है। 
एस.एस.पी.कार्यालय से आज जारी की गई सूचना के मुताबिक भू माफिया अतीक के साढ़ू शहर के अन्दर और बाहर दूसरों की जमीन हड़पकर धन कमाने का जरिया बना चुका है। इसके खिलाफ नगर के कैन्ट, धूमनगंज, करेली और खुल्दाबाद में कुल नौ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। गुरुवार की देर रात पुलिस ने सफलता पूर्वक हिस्ट्रीशीट एच.एस.बी.-5 खोल दिया।
गौरतलब है कि पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद वर्तमान में गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद हैं। अतीक का भाई पूर्व विधायक अशरफ भी जेल में बंद हैं। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपराधी व अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अबतक अतीक गैंग के कई सदस्य जेल जा चुके है।             


पत्नी-सास को युवक ने उतारा मौत के घाट

युवक ने पत्नी और सास को उतारा मौत के घाट, गांव मे फैली दहशत


कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से आज यानि शुक्रवार को दोहरे हत्याकांड का मामला सामने आया है जिससे गांव में सनसनी फैल गई है।  घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी खुद कोतवाली पहुंच गया जहां पर उसने घटना को अंजाम देने की बात को कबूल किया।
आपको बता दें  घटना कन्नौज शहर के हौदापुरवा मोहल्ले  की है। जहां युवक ने ने अपनी पत्नी व सास की गुरुवार देर रात हसिया से हत्या कर दी। इसके बाद उसने तीसरी मंजिल से दोनों को नीचे फेंक दिया। घटना को  अंजाम देने के बाद वह थाने पहुंचा और बोला मैं अपनी सास और पत्नी को मारकर आया हूं मुझे पकड़ लो। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत हिरासत में लेकर मौके  पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और  जांच शुरू कर दी है। वहीं मौके पर एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने टीम के साथ घटनास्थल पर पूछताछ की। युवक अपनी सास की दबंगई से परेशान बताया गया है।             


मायावती की विपक्ष को नसीहत, उठाए मुद्दे

मायावती की विपक्ष को नसीहत, कहा-मानसून सत्र में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनहित के उठाएं मुद्दे


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने उप्र की 17वीं विधान सभा के द्वितीय सत्र (मानसून सत्र) में विपक्ष के विधायकों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनहित के मुद्दे उठाने की नसीहत दी है।
मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश में सत्ता व विपक्ष के विधायकों से मेरी पुरजोर अपील है कि वे विधानसभा के चल रहे वर्तमान सत्र में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनहित के विशेष मुद्दों को जरूर प्रभावी ढंग से सदन में उठाकर शासन, प्रशासन को जिम्मेदार व जवाबदेह बनायें। व्यापक जनहित की यही मांग है। 
उन्होंने कहा कि वैसे तो विकास का मुद्दा सरकार के एजेण्डे से काफी हद तक गायब है। किन्तु महिला उत्पीड़न तथा दलितों, मुस्लिमों व ब्राह्मण समाज आदि की द्वेष की भावना से हो रही हत्यायें व अन्य अत्याचार आदि की अर्थात यूपी में बिगड़ी कानून-व्यवस्था को लेकर आवाज जरूर उठायें, समय की यह मांग है। गुरुवार से शुरू हुआ 17वीं विधानसभा का द्वितीय सत्र 24 अगस्त तक चलेगा। पहले दिन विधायकों के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की गई। वहीं आज सत्र के दूसरे दिन विधायी कार्य होंगे। 22 व 23 अगस्त को शनिवार और रविवार के चलते बैठक नहीं होगी। वहीं 24 अगस्त को विधायी कार्य के बाद सदन स्थगित कर दिया जाएगा।             


भर्ती में सरकार की जमकर हुई किरकिरी

69000 सहायक शिक्षक भर्ती में सरकार की जमकर हुई किरकिरी


लखनऊ। 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में सरकार की जमकर किरकिरी हुई।  राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने सरकार को  जमकर फटकार लगाई। आयोग ने सरकार से पूछा, कहां है एमआरसी से पहले  वर्ग बार गुणांक सहित चयन सूची लगाई गई। सरकार के सचिव ने कहा कि इस भर्ती की चयन सूची बनाई ही नहीं गई है।सरकार ने आयोग से 10 दिन का समय मांगा। आयोग ने चयन सूची वर्ग वार गुणांक सहित दिखाने के लिए अंतिम मौका देते हुए  इस बार 10 दिन का समय सरकार को दिया। आयोग ने कहा सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर आने के बावजूद भी जब तक भर्ती शुरू नहीं होगी। जब तक  सरकार आयोग को आरक्षण के नियमों तथा एमआरसी से संबंधित पूरा ब्यौरा पेश नहीं कर देती।आयोग ने  आज स्पष्ट  कहा कि जब तक  वर्गबार गुणांक सहित सूची देकर स्पष्ट जवाब नहीं दोगे तब तक इस भर्ती पर स्टे बरकरार रहेगा।


आयोग ने सरकार से साफ कहा कि इस भर्ती में ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाएगा।सरकार 10 दिन बाद आयोग न्यायालय में आरक्षण तथा एमआरसी को लेकर अपना पूरा डाटा वर्ग वार एवं गुणांक सहित पेश करें  अन्यथा इस बार सरकार के खिलाफ आयोग संवैधानिक नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई करेगा ।अन्य पिछड़ा वर्ग की तरफ से आज राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में पहुंच कर अपना पक्ष रखने वालों में मनोज प्रजापति, सौरव यादव, सुशील कश्यप, सुनीता दक्ष ,राजेश कुमार, आरके सिंह  आदि आयोग न्यायालय में मौजूद थे।           


पितृपक्ष के 1 माह बाद शुरू होगें नवरात्रे

165 साल बाद ऐसा संयोग, पितृपक्ष के एक महीने बाद आएगी नवरात्र
सत्यदेव शर्मा साहोड़
बाराणसी। हर साल पितृ पक्ष के समापन के अगले दिन से नवरात्र का आरंभ हो जाता है और घट स्थापना के साथ 9 दिनों तक नवरात्र की पूजा होती है। यानी पितृ अमावस्या के अगले दिन से प्रतिपदा के साथ शारदीय नवरात्र का आरंभ हो जाता है जो कि इस साल नहीं होगा। ज्योतिर्विद पंडित सत्यानंद पांडेय ने बताया कि इस बार श्राद्ध पक्ष समाप्त होते ही अधिकमास लग जाएगा। अधिकमास लगने से नवरात्र और पितृपक्ष के बीच एक महीने का अंतर आ जाएगा। आश्विन मास में मलमास लगना और एक महीने के अंतर पर दुर्गा पूजा आरंभ होना ऐसा संयोग करीब 165 साल बाद होने जा रहा है।
सत्यानंद पांडेय ने बताया कि लीप वर्ष होने के कारण ऐसा हो रहा है। इसलिए इस बार चातुर्मास जो हमेशा चार महीने का होता है, इस बार पांच महीने का होगा। उन्होंने कहा कि ज्योतिष की मानें तो 160 साल बाद लीप ईयर और अधिकमास दोनों ही एक साल में हो रहे हैं। चातुर्मास लगने से विवाह, मुंडन, कर्ण छेदन जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगे। इस काल में पूजन पाठ, व्रत उपवास और साधना का विशेष महत्व होता है। इस दौरान देव सोये होते हैं। देवउठनी एकादशी के बाद ही देव जागृत होते हैं।
इस साल 17 सितंबर को श्राद्ध खत्म होंगे।
इसके अगले दिन अधिकमास शुरू हो जाएगा, जो 16 अक्टूबर तक चलेगा।
इसके बाद 17 अक्टूबर से नवरात्रि व्रत रखे जाएंगे। इसके बाद 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी होगी। जिसके साथ ही चातुर्मास समाप्त होंगे। इसके बाद ही शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन आदि शुरू होंगे। पंचांग के अनुसार इस साल आश्विन माह का अधिकमास होगा। यानी दो आश्विन मास होंगे। आश्विन मास में श्राद्ध और नवरात्रि, दशहरा जैसे त्योहार होते हैं। अधिकमास लगने के कारण इस बार दशहरा 26 अक्टूबर को दीपावली भी काफी बाद में 14 नवंबर को मनाई जाएगी।
क्या होता है अधिक मास-एक सूर्य वर्ष 365 दिन और करीब 6 घंटे का होता है, जबकि एक चंद्र वर्ष 354 दिनों का माना जाता है। दोनों वर्षों के बीच लगभग 11 दिनों का अंतर होता है। ये अंतर हर तीन वर्ष में लगभग एक माह के बराबर हो जाता है। इसी अंतर को दूर करने के लिए हर तीन साल में एक चंद्र मास अतिरिक्त आता है, जिसे अतिरिक्त होने की वजह से अधिकमास का नाम दिया गया है।
अधिकमास को कुछ स्थानों पर मलमास भी कहते हैं।
पंडित सत्यानंद पांडेय ने कहा कि दरअसल इसकी वजह यह है कि इस पूरे महीने में शुभ कार्य वर्जित होते हैं। इस पूरे माह में सूर्य संक्रांति न होने के कारण यह महीना मलिन मान लिया जाता है। इस कारण लोग इसे मलमास भी कहते हैं। मलमास में विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश जैसे कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।
पौराणिक मान्यताओं में बताया गया है कि मलिनमास होने के कारण कोई भी देवता इस माह में अपनी पूजा नहीं करवाना चाहते थे और कोई भी इस माह के देवता नहीं बनना चाहते थे, तब मलमास ने स्वयं श्रीहरि से उन्हें स्वीकार करने का निवेदन किया। तब श्रीहरि ने इस महीने को अपना नाम दिया पुरुषोत्तम। तब से इस महीने को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। इस महीने में भागवत कथा सुनने और प्रवचन सुनने का विशेष महत्व माना गया है। साथ ही दान पुण्य करने से आपके लिए मोक्ष के द्वार खुलते हैं।                    


स्कूलों में छात्र नहीं ले जाऐंगे 'स्कूल बैग'

हरियाणा में छात्रों को स्कूलों में नहीं लेकर जाना पड़ेगा बैग, जानिये क्या है योजना ? 


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। राज्य में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में 108 नए अंग्रेजी मीडियम सरकारी मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल और 1000 सरकारी मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालयों (बैग फ्री स्कूल) की स्थापना के लिए मंजूरी दे दी है। इन स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया सितंबर 2020 से शुरू होगी और यह पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर होगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह मंजूरी आज यहां सरकारी मॉडल संस्कृति स्कूल की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। बैठक में शिक्षा मंत्री कंवर पाल और महिला एवं बाल कल्याण मंत्री कमलेश ढांडा भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार 5-एस शिक्षा, स्वास्थ, सुरक्षा, स्वालम्बन और स्वाभिमान पर विशेष बल दे रही है। मनोहर लाल ने अपने बजट भाषण के दौरान राज्य के प्रत्येक खण्ड में नए सरकारी मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल और 1000 सरकारी मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल (बैग फ्री स्कूल) खोलने की घोषणा की थी, ताकि छात्रों को निजी स्कूलों के समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सके। वर्तमान में, राज्य में 23 सरकारी मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं और 418 बैग फ्री स्कूल पहले से ही चल रहे हैं।
यह भी निर्णय लिया गया कि भवनों के निर्माण तक नए सरकारी मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल मौजूदा सरकारी स्कूलों में चलेंगे। इन स्कूलों के लिए शिक्षकों का एक अलग कैडर होगा और इनका चयन मौजूदा सरकारी स्कूलों के शिक्षण स्टाफ में से स्क्रीनिंग के आधार पर किया जाएगा। इसके अलावा, इन स्कूलों के लिए शिक्षकों की एक अलग स्थानांतरण नीति तैयार की जाएगी।
बैठक में बताया गया कि इन स्कूलों में छात्रों से मामूली शुल्क लिया जाएगा। जबकि 1 से 5 वीं कक्षा के छात्रों से 500 रुपये का एक बार प्रवेश शुल्क लिया जाएगा, 6वीं से 12 वीं तक की कक्षाओं के लिए यह 1000 रुपये होगा। इसी प्रकार, कक्षा 1 से 3 के छात्रों से 200 रुपये, कक्षा 4 और 5वीं के लिए 250 रुपये, कक्षा 6 से 8 वीं के लिए 300 रुपये, कक्षा 9वीं और 10वीं के लिए 400 रुपये और कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए 500 रुपये मासिक शुल्क लिया जाएगा। इन स्कूलों में छात्रों को पर्याप्त परिवहन सुविधा प्रदान की जाएगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि सभी कमरों के लिए फर्नीचर, स्मॉक डिटेक्टर, अग्निशमन उपकरण, सीसीटीवी, सौर ऊर्जा पैनल और भूनिर्माण जैसी बुनियादी सुविधाओं के अलावा, ये सभी संस्कृति मॉडल स्कूल छात्रों के लिए डिजिटल सुविधाओं जैसे डिजिटल कक्षा, प्रोजेक्टर, इंटरैक्टिव व्हाइटबोर्ड, एलसीडी, डिजिटल पोडियम, क्लाउड आधारित ई-लर्निंग पहल, वाई-फाई और बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम से सुसजित होंगे।
कला और शिल्प स्टूडियो, रोबोटिक्स, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान की अच्छी तरह से सुसज्जित और आधुनिक प्रयोगशालाओं की व्यवस्था के साथ-साथ लाइब्रेरी या डिजिटल लाइब्रेरी भी इन स्कूलों में बनाई जाएगी।
बैठक में बताया गया कि 1000 प्ले-वे स्कूलों की स्थापना आंगनवाड़ी केंद्रों में की जाएगी, जो वर्तमान में प्राथमिक विद्यालयों के परिसर के अंदर चल रहे हैं। ये स्कूल खेल-खेल में और तनावमुक्त वातावरण में शिक्षा प्रदान करने का अवसर प्रदान करते हैं।               


मूर्ति स्थापना के लिए परमिशन जरूरी

घरों से बाहर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना-विसर्जन के लिए लेनी होगी एसडीएम से अनुमति


हरिओम उपाध्याय


कोरबा। अधिकतम चार फीट ऊंची गणेश प्रतिमा ही स्थापित हो सकेगी, कोविड प्रोटोकॉल का करना होगा पालन।कलेक्टर ने गणेशोत्सव के संबंध मे जारी किए निर्देश , घरों पर प्रतिमा स्थापना के लिए नहीं लगेगी अनुमति।कोरबा कोविड संक्रमण को देखते हुए गणेशोत्सव के दौरान इस बार सार्वजनिक रूप से या घरों से बाहर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना और विर्सजन के लिए एसडीएम से अनुमति लेनी पड़ेगी। इस बार चार फीट ऊंचाई और चार फीट चौड़ाई से अधिक आकार की गणेश मूर्तियां पंडालो में स्थापित नही की जा सकेंगी। मूर्ति स्थापना के लिए एसडीएम संबंधित क्षेत्र के पुलिस थाने से विस्तृत रिपोर्ट लेंगे और रिपोर्ट के आधार पर ही अनुमति जारी करेंगे। गणेश उत्सव के दौरान कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कलेक्टर किरण कौशल ने विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए है। मूर्ति स्थापना वाले पंडाल का आकार 15झ्15 फिट से अधिक नही होगा। गणेश पंडालो के सामने कम से कम 5000 वर्ग फिट की खुली जगह भी रखनी होगी। घरो पर गणेश प्रतिमाओ की स्थापना के लिए जिला प्रशासन द्वारा अनुमति की आवश्यकता नही होगी। परंतु भजन-पूजन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य होगा।कलेक्टर किरण कौशल ने गणेशउत्सव के दौरान लगने वाले पण्डालों में भीड़ और श्रद्धालुओं की ज्यादा संख्या में मौजूदगी को रोकने के लिए दिशा निर्देश जारी किए है।ताकि गणेश उत्सव जैसे पवित्र पर्व के दौरान कोरोना संक्रमण के फैलाव की संभावना को कम किया जा सके। गणेश उत्सव के दौरान जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशो के साथ-साथ भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एस.ओ.पी का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना होगा। निर्देश के उल्लंघन करने पर ऐपीडेमिक डिसीज एक्ट एवं विधि अनुकूल नियमानुसार अन्य धाराओं के तहत् कठोर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
जारी किए गए निर्देशो के अनुसार पंडाल के सामने पंडाल एवं सामने 5000 वर्ग फिट की खुली जगह में कोई भी सड़क अथवा गली का हिस्सा प्रभावित नही होना चाहिए। पंडाल के सामने दर्शकों के बैठने हेतु पृथक से पंडाल नही लगाया जाएगा। दर्शकों एवं आयोजकों के बैठने हेतु कुर्सी नहीं लगेंगी। किसी भी स्थिति में एक समय में मंडप एवं सामने मिलाकर 20 व्यक्ति से अधिक मौजूद नही होंगे। मूर्ति स्थापित करने वाले व्यक्ति अथवा समिति को रजिस्टर संधारित करना होगा, जिसमें दर्शन हेतु आने वाले सभी व्यक्तियों का नाम पता एवं मोबाईल नम्बर दर्ज किया जाएगा। ताकि उनमें से कोई भी कोरोना संक्रमित होने पर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग किया जा सके। मूर्ति दर्शन अथवा पूजा में शामिल होने वाला कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के नहीं जाएगा। ऐसा पाये जाने पर संबंधित एवं समिति के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। मूर्ति स्थापित करने वाले व्यक्ति अथवा समिति द्वारा सेनेटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग, ऑक्सीमीटर, हैण्डवाश एवं क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था करनी होगी। थर्मल स्क्रीनिंग में बुखार पाये जाने अथवा कोरोना से संक्रमित सामान्य या विशेष लक्षण पाये जाने पर पंडाल में प्रवेश से रोकने की जिम्मेदारी समिति की होगी। व्यक्ति अथवा समिति द्वारा फिजिकल डिस्टेंसिंग आगमन एवं प्रस्थान की पृथक से व्यवस्था बास-बल्ली से बेरिकेटिंग कराया जाएगा।
संक्रमित होने पर समिति को देना होगा इलाज का पूरा खर्च।
यदि कोई व्यक्ति जो मूर्ति स्थापना स्थल पर जाने के कारण संक्रमित हो जाता है तो ईलाज का संपूर्ण खर्च मूर्ति स्थापना करने वाला व्यक्ति अथवा समिति द्वारा किया जाएगा। कंटेन्मेंट जोन में मूर्ति स्थापना की अनुमति नहीं होगी, यदि पूजा की अवधि के दौरान भी उपरोक्त क्षेत्र कंटेन्मेंट क्षेत्र घोषित हो जाता है तो तत्काल पूजा समाप्त करनी होगी।मूर्ति स्थापना के दौरान, विसर्जन के समय अथवा विसर्जन के पश्चात् किसी भी प्रकार के भोज, भंडारा, जगराता अथवा सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं होगी।मूर्ति स्थापना के समय, स्थापना के दौरान , विसर्जन के समय अथवा विसर्जन के पश्चात किसी भी प्रकार के वाद्ययंत्र, ध्वनि विस्तारक यंत्र, डी.जे. बजाने की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति स्थापना एवं विसर्जन के दौरान प्रसाद, चरणामृत या कोई भी खाद्य एवं पेय पदार्थ वितरण की अनुमति नहीं होगी।
विसर्जन के लिए केवल एक वाहन की अनुमति मिलेगी, 4 व्यक्ति से अधिक नहीं जा सकेंगे
मूर्ति विसर्जन के लिए एक से अधिक वाहन की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति विसर्जन के लिए पिकअप, टाटा-एस (छोटा हाथी ) से बड़े वाहन का उपयोग प्रतिबंधित होगा। मूर्ति विसर्जन के वाहन में किसी भी प्रकार के अतिरिक्त साज-सज्जा, झांकी की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति विसर्जन के लिए 4 से अधिक व्यक्ति नहीं जा सकेंगे एवं सभी मूर्ति के वाहन में ही बैठेंगे। अलग से वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति विसर्जन के लिए प्रयुक्त वाहन पंडाल से लेकर विसर्जन स्थल तक रास्ते में कहीं रोकने की अनुमति नहीं होगी। विसर्जन के लिए नगर निगम द्वारा निर्धारित रूट मार्ग, तिथि एवं समय का पालन करना होगा। शहर के व्यस्त मार्गो से मूर्ति विसर्जन वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। सामान्य रूप से सभी वाहन रिंग रोड के माध्यम से ही गुजरेंगे। सूर्यास्त के पश्चात एवं सूर्योदय के पहले मूर्ति विसर्जन के किसी भी प्रक्रिया की अनुमति नहीं होगी। विसर्जन के मार्ग में कहीं भी स्वागत, भंडारा, प्रसाद वितरण पंडाल लगाने की अनुमति नहीं होगी।            


पति की लंबी आयु के लिए 'निर्जला व्रत'

पति की लंबी आयु के लिए सुहागिनों ने रखा निर्जला व्रत।


शिव पार्वती की पूजा के लिए सजाई झांकी, गणेश चतुर्थी पर टूटेगा व्रत।


रायपुर। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखकर हरितालिका की व्रत कथा के साथ ही शिव पार्वती की मूर्तियों के समक्ष झांकी सजाकर घर-घर व्रत रखा गया है। ज्ञातव्य है कि हरितालिका तीज से पहले गुरुवार को सुहागिन महिलाओं ने अपने मायके के घर में एकत्र होकर कड़ू भात का सेवन किया। पौराणिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती ने भोलेनाथ को पाने के लिए लंबी तपस्या की थी जिसके फलस्वरूप माता पार्वती का विवाह भोलेनाथ के साथ संपन्न हुआ था विधिवत पूजन से पंडित योगेशचंद्र मिश्रा के अनुसार सुहागिन महिलाओं को अक्षय सूखों की प्राप्ति होती है। वहीं महिलाओं द्वारा सुबह से ही आज अपने हाथों में मेहंदी रचाकर सौंदर्य निखार के साधनों का उपयोग कर अपने को व्रत के अनुरूप बनाया गया। महिलाओं द्वारा निर्जला व्रत के उपरांत भजन कीर्तन के साथ ही 22 अगस्त को सुबह विधिवत पूजन के उपरांत मिट्टी के बने शंकर जी पार्वती माता गौरी पूजन कर विसर्जन के उपरांत गणेश चतुर्थी पर व्रत भंग किया जाएगा।               


चीन की शरण में पहुंचे पाक विदेश मंत्री

बीजिंग। कश्मीर मुद्दे पर सऊदी अरब में पाकिस्तान की दाल नहीं गली तो चीन की शरण में जा पहुंचा। पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी दो दिनी यात्रा पर चीन पहुंचे हैं। दूसरे वार्षिक रणनीतिक संवाद के लिए लिए दोनों देशों के विदेश मंत्री हैनान के द्वीपीय रिजॉर्ट में मिलेंगे। इस दौरान चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। बता दें कि सीपीईसी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआइ) का हिस्सा है, जो बलूचिस्तान स्थित ग्वादर बंदरगाह को शिनजियांग प्रांत से जोड़ता है।


पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सीपीईसी परियोजना की प्रगति और इस्लामाबाद द्वारा एक बिलियन डॉलर (करीब 7,511 करोड़ रुपये) के कर्ज के अनुरोध पर भी चर्चा हो सकती है। बैठक में इस साल के अंत में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के पाकिस्तान दौरे को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है। चीन रवाना होने से पहले एक वीडियो संदेश में कुरैशी ने कहा, 'मैं एक महत्वपूर्ण दौरे पर जा रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ मेरी बैठक दोनों देशों के लिए लाभकारी होगी।           


पूर्व मुख्यमंत्री के 9 गार्ड निकले पॉजिटिव

पूर्व मुख्यमंत्री पर मंडराया कोरोना का खतरा…सुरक्षा में लगे 9 गार्ड निकले पॉजिटिव
रांंची। चीझारखंड में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात 9 जवान कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इस समय लालू यादव को रांची रिम्स के 1 कैली डॉयरेक्टर बंगले में रखा गया है। यह सभी जवान बंगले के बाहर तैनात थे। रिम्स के अधीक्षक विवेक कश्यप ने कहा कि सभी जवानों को इलाज के लिए भेजा गया है।
रिम्स अधीक्षक विवेक कश्यप ने आजतक से बात करते हुए कहा कि सभी 9 सुरक्षाकर्मियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया और रांची के जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेज दी गई है। लालू यादव को संरक्षण से बचाने के लिए हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, इसलिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
5 अगस्त को ही लालू प्रसाद यादव को रांची रिम्स के डायरेक्टर बंगले में शिफ्ट किया गया था। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता और रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत लालू को कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए शिफ्ट किया गया था। शिफ्टिंग के दौरान लालू ने मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया था।
इससे पहले लालू प्रसाद यादव का कमरा रिम्स प्राइवेट वार्ड की पहली मंजिल पर स्थित था, जबकि कोविद मरीजों के इलाज के लिए दूसरी और तीसरी मंजिल का उपयोग किया जा रहा है। ग्राउंड फ्लोर पर कैंटीन के कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित मिले थे। यानी ग्राउंड, सेकंड और थर्ड फ्लोर पर लोग कोरोना संक्रमित पाए थे।
लालू यादव के डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल संक्रमण से भरा था। इस कारण लालू को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने का प्रस्ताव रिम्स प्रशासन को भेजा गया था। इस प्रस्ताव को जिला प्रशासन से भी मंजूरी मिल गई थी। इसके बाद लालू यादव को 1 कैली डायरेक्टर बंगले में शिफ्ट किया गया था।           


विधानसभा ने सिंह को दी श्रद्धांजलि

यूपी विधानसभा ने दी जन्मेजय सिंह को श्रद्धाजंलि


लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक जन्मेजय सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही दिन भर के लिये स्थगित कर दी गयी। देवरिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक जन्मेजय सिंह को आज हृदयगति रूकने के कारण निधन हो गया था। वह 75 वर्ष के थे।                 


नवरात्रि का सातवां दिन मां 'कालरात्रि' को समर्पित

नवरात्रि का सातवां दिन मां 'कालरात्रि' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  कालरात्रि देवी महादेवी के नौ नवदुर्गा रूपों में से सातवां रूप ह...