रविवार, 16 अगस्त 2020

धोनी के बाद रैना ने की सन्यास की घोषणा

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। इंडियन प्रीमियर लीग शुरू होने से पहले चेन्नई सुपर किंग्स के दो धुरंधरों ने संन्यास की घोषणा कर सबको चौंकाया है।


उत्तर प्रदेश के इस क्रिकेटर ने इंटरनैशनल क्रिकेट में खूब नाम कमाया है। साल 2005 में वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले रैना मिडिल ऑर्डर में तेज-तर्रार बल्लेबाजी, कामचलाऊ स्पिन गेंदबाजी और अपनी जबर्दस्त फील्डिंग के चलते काफी चर्चा में रहे हैं।  रैना ने भारत के लिए 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। इस बीच उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 7000 से ज्यादा रन बनाए हैं। सुरेश रैना ने टेस्ट क्रिकेट में 768 रन बनाए। इसमें एक शतक और  7 अर्धशतक  शामिल रहे। वनडे इंटरनैशनल में रैना के नाम 5615 रन दर्ज हैं, जिसमें 5 शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं। रैना का वनडे में बेस्ट स्कोर नाबाद 116 रन रहा। 78 टी-20 में रैना ने कुल 1605 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। सुरेश रैना ने अपने ऑफिशियरल इंस्टाग्राम से केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, अंबाती रायडू, कर्ण शर्मा और मोनू सिंह के साथ एक तस्वीर शेयर की। इस तस्वीर को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन दिया- यह आपके साथ खेलना काफी प्यारा रहा महेंद्र सिंह धोनी। पूरे दिल से गर्व के साथ, मैं आपकी इस यात्रा में शामिल होना चाहता हूं। शुक्रिया भारत। जय हिंद।          


तीन बच्चों को नदी में फेंक, छलांग लगाई

अपने ही तीन बच्चों को नदी में फेंक पिता ने भी लगाई छलांग, एक ने मां से लिपटकर बचाई जान…


सुरेश उपाध्याय


रायगढ़। जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। डोमनारा के पास स्थित एडु पुलिया पर पिता ने अपने तीन मासूम बच्चों को उफनती नदी में फेंक दिया। इसके बाद उसने खुद भी नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। बच्चों की उम्र महज 8 साल, 4 साल व 8 माह ही थी। एक बच्चे ने जैसे तैसे अपनी जान बचाई। मामले की जानकारी के बाद पुलिस तत्काल घटनास्थल पहुंची हुई है और चारों के शवों की तलाश जारी है।


जानकारी के मुताबिक घटना रविवार सुबह करीब 5 बजे की है. मृतक का नाम कार्तिकेश्वर राठिया (40 वर्ष) है. उसकी दिमागी हालत कुछ ठीक नहीं थी। वह एसईसीएल का कर्मचारी था। वह किसी सामाजिक कार्यक्रम में ग्राम बर्रा से एडु आया हुआ था। आज सुबह अपने चारों बच्चों को लेकर वह घर से निकला था। पत्नी को शक होने पर पति व बच्चों को ढूंढते हुए वह नदी के पास जा पहूंची। तब मां को देख एक बच्चे ने दौड़ कर उनसे लिपटकर अपनी जान बचाई। वहीं अपने बाकी तीन बच्चों को पिता ने नदी में एक एक कर फेंक दिया और खुद भी छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पहुंच शवों की तलाश कर रही है।             


प्राधिकरण प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 अगस्त 17, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-02 (साल-02)
2. सोमवार, अगस्त 17, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:19, सूर्यास्त 07:15


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


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शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय में घमासान

मास्को। रूसी कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर वहां के स्वास्थ्य मंत्रालय में ही घमासान मचा हुआ है। इस वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल से पहले रजिस्ट्रेशन को लेकर एक शीर्ष चिकित्सक ने रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय की नैतिकता परिषद को छोड़ दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर कोई कारण नहीं दिया है। लेकिन, इस्तीफे के कुछ समय पहले ही दिए गए एक इंटरव्यू से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वे सरकार के वैक्सीन रजिस्ट्रेशन की हड़बड़ाहट को लेकर नाराज थे।

रूसी वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन रोकना चाहते थे प्रोफेसर
मेल ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रोफेसर अलेक्जेंडर चुचलिन नैतिकता परिषद को छोड़ने से पहले सुरक्षा के आधार पर वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन को रोकना चाहते थे। एक विज्ञान पत्रिका नौका आई झिज्न को दिए इंटरव्यू में चुचलिन ने किसी भी दवा या वैक्सीन को मंजूरी देने से पहले सुरक्षा सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित किया था। चुचलिन ने साक्षात्कार में कहा था कि एक दवा या वैक्सीन के मामले में नैतिक समीक्षक होने के नाते वे सबसे पहले यह समझना चाहते हैं कि यह दवा इंसानों के लिए कितना सुरक्षित है।           


चीन के साथ कूटनीतिक व आर्थिक तल्खी बढ़ी


बीजिंग/ नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के कारण भारत और चीन के बीच कूटनीतिक और आर्थिक तल्खी बढ़ गई है। चीन की चालबाजी के कारण भारत ने  चीनी कंपनियों पर शिकंजा कस दिया। उसके जवाब में चीन ने ट्रेड वार छेड़ते हुए भारत में निर्मित ऑप्टिकल फाइबर उत्पादों पर एंटी डंपिंग शुल्क पांच साल के लिए और बढ़ा दिया है।




चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि उसने भारत में निर्मित एकल मोड ऑप्टिकल फाइबर उत्पादों पर एंटी डंपिंग शुल्क बढ़ा दिया है। नया शुल्क 14 अगस्त से अगले पांच साल तक के लिए लागू होगा। नए आदेश के तहत भारतीय कंपनियों के ऑप्टिक फाइबर उत्पादों पर 7.4 से 30.6 फीसदी तक शुल्क वसूला जाएगा।



चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने एंटी डंपिंग शुल्क को समाप्त किए जाने की सूरत में चीन के उद्योगों को संभावित नुकसान के आकलन के बाद यह फैसला लिया है। इससे पहले 13 अगस्त, 2014 को चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने भारत से एकल मोड ऑप्टिक फाइबर के आयात पर पांच साल के लिए एंटी डंपिंग शुल्क लगाने का फैसला किया था। इसकी अवधि अगस्त 2019 में समाप्त हो गई।गौरतलब है कि सिंगल मोड ऑप्टिकल फाइबर के जरिये एक निश्चित वेव लेंथ तक ही सिग्नल भेजा जा सकता है।
भारत ने ब्लैक टोनर व स्टील पर लगाया शुल्क
भारत ने भी इससे पहले चीन, मलेशिया और ताइवान से आयातित ब्लैक टोनर पाउडर पर छह महीने के लिए अस्थायी एंटी-डंपिंग शुल्क लगाने का एलान किया था। भारत सरकार के सोमवार को जारी आदेश के मुताबिक, मलयेशिया से ब्लैक टोनर के आयात पर 1,686 डॉलर प्रति टन, चीन से आयात पर 834 डॉलर और ताइवान से आयातित ब्लैक टोनर पर प्रति टन 196 डॉलर एंटी-डंपिंग शुल्क देना होगा। भारत ने चीन, कोरिया और ताइवान से आने वाले स्टील उत्पादों पर भी एंटी-डंपिंग शुल्क लगाया था।           

डेमोक्रेटिक की जीत अमेरिका के लिए खतरा

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन की जीत है तो अमेरिका दिवालिया हो सकता है और दुनिया में हंसी का पात्र बन सकता है। ट्रंप ने कहा कि बाइडेन ने जो नीतियां प्रस्तावित की हैं, वे देश के लिए ठीक नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुए सर्वेक्षणों में पिछड़ने के बाद ट्रंप ने बाइडेन पर हमला तेज कर दिया है।

'कोरोना महामारी का राजनीतिकरण कर रहे हैं बाइडेन'
व्हाइट हाउस में बृहस्पतिवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज हमने देखा कि जो बाइडेन कोरोना वायरस महामारी का राजनीतिकरण करना जारी रखे हुए हैं और दिखा रहे हैं कि अमेरिकियों के प्रति उनमें सम्मान नहीं है। हर चरण में वायरस के बारे में बाइडेन गलत हैं। वह वायरस को लेकर गलत थे, उन्होंने वैज्ञानिका सबूतों को नजरअंदाज किया और तथ्यों एवं सबूतों से ऊपर वाम झुकाव वाली राजनीति को रखा।                                   


स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर किया गस्त

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सर्किल ऑफिसर ने किया पैदल गस्त


कौशाम्बी। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर  सुरक्षा और अमन-चैन व्यवस्था को लेकर सीओ सिराथू रामवीर सिंह के नेतृत्व में कड़ाधाम कोतवाली पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र के देवीगंज कड़ा लेहदरी आदि कई गांव में पैदल भ्रमण कर लोगों को शांतिपूर्वक 15 अगस्त का त्यौहार मनाने की अपील की। सर्किल आफिसर ने लोगों को जागरुक करते हुए कहा कि सभी लोग कोरोनावायरस की गम्भीरता को समझते हुए घर पर रहें। उन्होंने कहा कि अति आवश्यक कार्य हो तभी घर से निकले, भीड़ न लगाएं, मास्क या गमछे का प्रयोग करें, सोशल डिस्टेंस का पालन करें एवं 15 अगस्त के पर्व को घर में रहकर ही मनाए। गस्त के दौरान इंस्पेक्टर राकेश तिवारी एसएसआई लोकेश प्रताप सिंह समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा।


ज्ञानू सोनी


लचारीः कच्चा घर गिरने से महिला की मौत

बारिश में गिरा कच्चा घर महिला की मौत


कौशांबी। सिराथू तहसील क्षेत्र के अफजलपुर सातो गांव में बारिश के चलते कच्चा घर गिर गया है। उसके घर के नीचे एक महिला दब गई है और उसकी मौत हो गई है। इस महिला को सरकारी आवास का लाभ नहीं मिल सका था वरना हो सकता है। उसका मकान ना गिरता और उसकी मौत ना होती है।कड़ाधाम कोतवाली अन्तर्गत अफजलपुर सातों गांव में बारिश के चलते कच्चे मकान की दीवार ढहने से फूलकली साहू उम्र 55 वर्ष पत्नी स्वर्गीय रामनारायण साहू की मौत हो गयी है फूल कली का एक लड़का है। जिसकी सादी हो गई है बेटे ने कहा मा के मृत्यु होने के कारण गरीबी की बदनसीबी को झेलना बताया उसने कहा कि कई बार ग्राम प्रधान से कालोनी एवं शौचालय को लेकर दरवाजा खटखटाया लेकिन सिक्रेटरी और ग्राम प्रधान की मिलीभगत से उन्हें आवास का लाभ नही दिया है। जिससे उन्हें आवास नही मिल सका और जिन्हें आवास नही मिलना चाहिए उन्हें मिल जाता है उक्त लोगो का कहना है। प्रधान गरीब असहाय लोगो को देखने तक नही जाता ऐसे ग्राम प्रधानों की जांच होनी चाहिए आखिर मर जाने के बाद ही सुविधाएं मिलना तय क्यो होता है क्या यह सोचनीय है। 


वही इस घटना की सूचना मिलने पर पहुंची स्थानीय हल्का पुलिस ,बीती रात लगभग 11:30 बजे 55 वर्ष  वृद्ध महिला की घर के मलबे में दबे होने से मौत की सूचना पर पहुँचे चौकी इंचार्ज ने मौके पर मौजूद लोगों के सहयोग से महिला के शव को बाहर निकाला पंचनामा कर शव को अंतिम संस्कार को भेजा गया।


ज्ञानू सोनी


पात्रों को नहीं मिला आवास योजना का लाभ

गरीबों को नही मिली आवास की सुविधा


जमीदोंज हुए मकान मे हताहत का शिकार हो रह गरीब


कौशाम्‍बी। जिले मे व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण विकास के सभी दावे हवा हवाई साबित हो रहे है। गरीब और निरीह के आशियाना जमीदोज हो रहे है। जिला प्रशासन मूक बधिर की भांति देख रहा है जिन्हें सरकारी कालोनी की सुविधा मिलनी चाहिए उन्हें नही मिली। ग्राम प्रधानों ने अपने चहेतो को सुविधाओं से लैश किया गरीब जहां था वही बदहाली के आंसू बहा रहा है उसकी वेदना की आवाज कोई सुनने को तैयार नही है। उपरोक्त नजारा समर्थ किसान पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रेम चन्द्र केशरवानी ने जिले का भ्रमण कर देखा। पूरबशरीरा बडी ग्राम सभा है यहा भी भेदभाव जमकर हुआ है।


उन्होंने कहा कि लल्लू प्रजापति का मकान बारिश से ढह गया उसके पास रहने के लिए छत नही बची। इन्हे कालोनी की सुविधा नही मिली। इसी गाँव के बच्चा लोध भी पन्नी डालकर गुजारा कर रहे है इन पर भी जिम्मेदारों की नजर नही पडी।दरोगा लोध की दिन का चैन रात की नींद हराम हो गई है इनके कच्चे मिट्टी से बने मकान मे जगह जगह बल्ली लगी है किसी भी समय तेज बारिश से गिर सकता है। ग्राम प्रधान और ग्राम विकाश अधिकारी की नजर मे शायद ये करोडपती हो इस लिए आवास की सुविधा देना उचित समझे।


प्रेम चन्द्र केशरवानी ने कहा अझुवा कस्बे जैसी घटना की पुनरावृत्ती न हो इसके लिए जिला प्रशासन को सचेत रहना होगो। अझुवा कस्बे मे एक मकान गिरने से एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी। ऐसा हृदय विदारक दृश्य देखने को अब न मिले ऐसा प्रयास जिला प्रशासन को करना चाहिए।सरसवां विकाश खण्ड के ग्राम भगवतपुर के दिनेश सोनी का मकान भी जर्जर है। कब गिर जाए इसका कौई भरोसा नही है |सरकारी कलोनी किस मानक के आधार पर दी गई यह एक जांच का विषय है |लोगो के जीर्ण मकान गिर रहे है रहने के लिए छत नही है। उनके साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया गया। भाजपा सरकार के विकाश के दावे मात्र दिवा स्वप्न साबित हो रहे है। जमीनी हकीकत भ्रष्टाचार की भेट चढ गई।अधिकारियों और ग्राम प्रधानों ने मिलकर गावों के विकाश के धन का बंदर बांट किया ,सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबो को न देकर अपने करीबियों और सुविधा शुल्क देने वालो को दिया गया जिससे गरीब आज भी बदहाली का शिकार है।


रामप्रसाद गुप्ता


हापुड़ः गोली से नहीं मरना चाहता है 'रेपिस्ट'

अतुल त्यागी


बलात्कारी बोला -पुलिस की गोली से नहीं मरना चाहता: गढ़ रेपकांड


हापुड़। गढ़ में एक सप्ताह पूर्व एक मासूम बच्चीं से दुष्कर्म करने वाला हैवान बोला-कि पुलिस की गोली से नहीं मरना चाहता हूं। देश को शर्मसार करनें वाली हापुड़ में हुई बच्चीं के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी करनें वालें की गिरफ्तारी को लेकर लगी दो जिलों की पुलिस को दरिंदें ने खूब दौड़ाया, परन्तु हापुड़ पुलिस दरिंदें को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई।


दिल्ली से 90 किमी. दूर एनसीआर एरिया के गढ़मुक्तेश्वर तीर्थ नगरी में पांच दिन पूर्व देश को शर्मसार करने वाली घटना उस समय हुई ,जब एक 6 वर्षीय बच्चीं का एक दरिंदें ने अपहरण कर सारी रात रेप किया और हापुड़ पुलिस के 80 जवान सारी रात साढ़े तीन किमी. में मासूम बच्चीं को ना ढूंढ पाना उनके निकम्मेपन को दर्शाता है।अगले दिन खेत में खून से लथपथ बच्चीं को किसानों ने बरामद कर पुलिस को सौंपा,परन्तु पुलिस अभी तक हैवान को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। भारी किरकिरी व आरोपी को पकड़नें में नाकाम रहनें पर मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण त्रिपाठी ने आरोपी पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया और आरोपी को पकड़नें के लिए अपनी जाबांज पुलिस टीमों को मैदान में उतारा है। शातिर दरिंदा पुलिस के सौ जवानों को भी पांच दिन से चकमा देते हुए बेखौफ खुलें आसमान में चैन से खुला घूम रहा है और उसे पकड़नें को दो जिलों की पुलिस टीमें रात दिन लगी हुई हैं।
इस बीच पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुष्कर्म का आरोपी दलपत ने गंगा किनारे सुसाइड नोट छोड़ा। कहा- ” मुझे पुलिस की गोली से नहीं मरना। अपनी मौत खुद तय करूंगा। मैं गंगा में कूद जाऊंगा”। सुसाइड नोट और कपड़े पुलिस ने बरामद किए। दलपत का कोई सुराग नहीं।हांलाकि पुलिस अधिकारी अभी तक पत्र की पुष्टि नहीं कर रहे है।           


सरकारी पैसें को डकार गए प्रधान व सचिव

अतुल त्यागी


ग्राम ददायरा के विकास के पैसे को डकार गए सचिव और प्रधान


प्रधान की चल रही ग्राम में दबंग गिरी


हापुड़। हापुड़ जनपद  के ग्राम ददायरा थाना देहात क्षेत्र के गांव का विकास कार्य पिछले पांच वर्षो से कागजों पर हो रहा है। इस दौरान कोई भी अधिकारी ने गांव में जाने की जहमत नहीं उठाई।


विकास कार्यो से जुड़े अधिकारी भी प्रधान द्वारा प्रस्तुत रजिस्टर में विकास कार्यों को देखकर संतुष्ट होते रहे। अधिकारियों के इस लापरवाही के कारण ग्राम प्रधान शासन द्वारा जारी लाखों रुपए का विकास फंड को डकार गए और किसी अधिकारी को इसकी भनक तक नही लगी।पांच वर्ष से लगातार ग्रामीणों की आवाज दबाई जा रही है। अभी तक शासन से कोई निर्देश जारी नही हुआ।अधिकारी कागजो की करवाई व ग्रामीणों की आवाज सुनने के बावजूद क्यों आंखे मूँद रखी है।ग्रामीणों ने हमारे अतुल त्यागी जी मेरठ मंडल प्रभारी को बताया कि गाँव में ना साफ-सफाई है और ना ही विकास कार्यो जैसी कोई बात।प्रधान और सेकेट्री की मिलीभगत से गाँव में लगा विकास कार्यों का पैसा मात्र कागजो में दर्शाया गया है।अगर किसी कारण से कोई व्यक्ति अपनी आवाज बुलंद करने की कोशिश करता भी है तो प्रधान व सेकेट्री मिलकर मामले को गाँव के ही एक दो लोगो की मदद से दबाव बनाकर मामले को सुलझा लेते है।ग्राम प्रधान और सेकेट्री पहले भी काफी मामलों में चर्चा के विषय बने थे।लेकिन बिना किसी करवाई के मामले को दबा दिया जाता है।अगर कोई व्यक्ति RTI के माध्यम से कुछ जानकारी लेनी चाहे भी तो आज तक उसका पलट कर जवाब सही से नही मिल पाता ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से मामले की जानकारी कर ग्राम प्रधान व सेकेट्री के खिलाफ ठोस करवाई की जाए तो सारी की सारी पोल खुलकर सामने आ जायेगी क्या ग्राम के निवासी इसी उम्मीद से चुनते है प्रधान को की विकास के पैसों को ही डकार लिया जाए। ऐसे तो सरकार की योजनाओं का पलीता लगता रहेगा।           


अधिकारी ने परीक्षा केंद्रों में संशोधन किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) प्रारंभिक परीक्षा 2019 के तीन परीक्षा केंद्रों में संशोधन किया है। इनमें एक परीक्षा केंद्र प्रयागराज और दो गाजियाबाद के हैं। परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र की ओर से जारी सूचना के मुताबिक 16 अगस्त को दिन में 12 से 2 बजे तक होने वाली इस परीक्षा के लिए प्रयागराज के मुंडेरा स्थित साईं पब्लिक स्कूल रसूलपुर विशनपुरी कॉलोनी को 480 परीक्षार्थियों के लिए केंद्र बनाया गया था।


इस केंद्र को परिवर्तित करते हुए इसके स्थान पर इंद्रजीत साहू कमला देवी इंटर कॉलेज ब्लॉक-बी जीटी रोड बेगम बाजार बमरौली को नया परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इसी तरह गाजियाबाद में शंभू दयाल इंटर कॉलेज ब्लॉक-ए जीटी रोड नियर क्लॉक टावर के स्थान पर शंभू दयाल पीजी कॉलेज जीटी रोड ऑपोजिट एमएमजी हॉस्पिटल को केंद्र बनाया गया है। शंभू दयाल इंटर कॉलेज ब्लॉक-बी जीटी रोड नियर क्लॉक टावर गाजियाबाद के स्थान पर श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय हापुड़ रोड तिराहा जीटी रोड गाजियाबाद को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। तीन में से एक विद्यालय के भवन को प्रशासन की टीम ने गिरा दिया था। दो केंद्र विद्यालय परिसर में पीएसी का कैंप होने की वजह से बदले गए हैं।           


कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई

कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिला कांग्रेस कार्यालय में कौशाम्बी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गौरव पाण्डे...