शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

समस्या हल होने तक कोई परिवर्तन ना हो

ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन ने राज्य के सभी विधायकों, सांसदों और राजनीतिक दलों का आह्वान किया कि वे राज्यों के अधिकार क्षेत्र और प्रशासन को बदलने के किसी भी संभावित प्रयासों का पुरज़ोर विरोध करें।


इमरान सैफी


ईटानगर। ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन (आपसू) ने  केंद्र सरकार से अपील की है कि दशकों पुरानी नगा राजनीतिक समस्या हल होने तक किसी भी प्रकार का क्षेत्रीय परिवर्तन न किया जाए। आपसू ने कहा कि बातचीत से राज्य और यहां के लोगों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। यूनियन की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है, ‘नगा मसले को सुलझाने के लिए सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों का हम स्वागत करते है। हालांकि हम यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि नगालैंड में दशकों पुराने नगा संघर्ष का समाधान होने तक यदि राज्य के क्षेत्राधिकार में परिवर्तन किया जाता है या किसी भी प्रकार का प्रशासनिक, राजनीतिक या अन्य प्रकार से हस्तक्षेप किया जाता है तो अरुणाचल प्रदेश के मूल निवासी ऐसे किसी भी प्रकार के प्रयास का विरोध करेंगे।आपसू ने कहा कि केंद्र सरकार को उनके मध्यस्थ और वर्तमान में नगालैंड के राज्यपाल आरएन रवि द्वारा 2015 में दिए गए आश्वासन पर अडिग रहना चाहिए। नगा शांतिवार्ताकार राज्यपाल आरएन रवि ने 2015 में आपसू के साथ हुई बैठक में वचन दिया था कि नगा शांति समझौते के अंतिम प्रारूप को लागू करते समय अरुणाचल वासियों के हितों का ध्यान रखा जाएगा। आपसू ने राज्य के सभी विधायकों, सांसदों और राजनीतिक दलों का आह्वान किया कि वे प्रस्तावित समझौते के लिए राज्यों के अधिकार क्षेत्र और प्रशासन को बदलने के किसी भी संभावित प्रयासों का पुरजोर विरोध करे। आपसू ने कहा, ‘हम नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड-इसाक मुइवाह (एनएससीएन-आईएम) के नगालिम या ग्रेटर नगालैंड के दृष्टिकोण के बारे में जानते हैं, लेकिन अरुणाचल प्रदेश में कोई नगा नहीं है। हमने हमेशा उनके निहित स्वार्थ डिजाइनों पर आपत्ति जताई है। यूनियन ने कहा कि कुछ साल पहले एनएससीएन-आईएम द्वारा जारी नगालिम के नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के तिरप, चांगलांग, लोंगडिंग, अंजॉ, लोहित और नामसाई जिले शामिल हैं। द अरुणाचल टाइम्स के मुताबिक यूनियन ने यह भी याद दिलाया कि केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया था कि समझौते का अंतिम मसौदा तैयार होने से पहले अरुणाचल सरकार और राज्य के विभिन्न संगठनों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा।इसमें कहा गया है कि आपसू ने इस सबंध में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के राज्य में पहली यात्रा के दौरान आवेदन दिया था।इसके अलावा तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राज्य सरकार और राज्यपाल को इस संबंध कई आवेदन दे चुकी है।एनएससीएन-आईएम नेतृत्व इस समय दिल्ली में है और पिछले कुछ दिनों में आधिकारिक स्तर की दो दौर की वार्ता हुई है। इस बीच नगा जनजातीय समूहों के शीर्ष संगठन ‘नगा होहो’ के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को केंद्र से एनएससीएन-आईएम के साथ चल रही शांति प्रक्रिया का जल्द समापन करने और नगालैंड में दशकों पुराने हिंसक आंदोलन का समाधान निकालने का आग्रह किया।         


हिमाचल में रिकॉर्ड तोड़ 180 नए केस







शिमला। हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलों में एकदिन में रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी हुई है। गुरुवार को गुरुवार को प्रदेश में 80 कामगारों समेत रिकॉर्ड 180 नए केस रिपोर्ट हुए हैं। कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा 69 नए संक्रमित आए हैं। इसके अलावा, हमीरपुर 19, सिरमौर 17, मंडी में 14, किन्नौर में 10, सोलन नौ, चंबा में 13, शिमला में 9, बिलासपुर में 4 और कांगड़ा में दो पॉजिटिव मामले आए हैं। वहीं, सूबे में गुरुवार को एक शख्स की मौत भी हुई है। मंडी में नेरचौक अस्पताल में एक मरीज ने दम तोड़ा है।
सीएम की मुश्किल: सीएम जयराम ठाकुर के साथ कांगड़ा और ऊना दौरे के दौरान सुरक्षा में तैनात एस्कॉर्ट वाहन के चालक, कांस्टेबल और तीन अन्य पुलिस कर्मी संक्रमित निकले हैं। सीएम सुरक्षा में तैनान दोनों कर्मियों में ऊना से लौटने के बाद शिमला में कोरोना के लक्षण मिले थे, उन्हें शिमला के रिपन अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां टेस्ट के दौरान दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।           





पंजाब में बढ़ रहा है महामारी का खौफ

राणा ऑबराय


चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना की महामारी का खौफ कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना के 1035 नए केस सामने आए है, जबकि 36 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा पंजाब के तीन बड़े शहरों लुधियाना, जालंधर और पटियाला में कोरोनावायरस के बढ़ते मरीजों से जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। हॉट स्पॉट बने लुधियाना जिले में 227, जालंधर जिले में 157 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और तीन-तीन की मौत हो गई, वहीं अमृतसर में 4 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 60 लोगों को आज कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।


स्वास्थ्य विभाग ने माना-चरम पर पहुंचने लगा संक्रमण


कुल मिलाकर पंजाब के हालात अब पहले के मुकाबले और बिगड़ने लगे हैं और नौबत यहां तक आ गई है कि स्वास्थ्य विभाग को अपने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की छुटि्टयां 30 सितंबर तक के लिए रद्द कर दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि राज्य में कोरोना अपने चरम पर पहुंचना शुरू हो गया है। इसकी पुष्टि करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा है कि हम कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि मेडिकल स्टाफ व डॉक्टर अस्पताल में मरीजों के इलाज पर ध्यान दें। 30 सितंबर तक बाबा फरीद यूनिवर्सिटी भर्ती प्रक्रिया को भी पूरी कर लेगी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के पास स्टाफ की कमी काफी हद तक पूरी हो जाएगी, लेकिन इससे पहले सभी की छुटि्टयां रद्द की जाती हैं। स्टाफ को अपने-अपने स्टेशन पर ही रहने के आदेश दिए गए हैं।


ऐसे कैसे कर पाएंगे कोरोना पर फतेह?
दूसरी ओर सेहत विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। विभाग 3 दिन में भी कोरोना पॉजिटिव रोगियों को घर में शिफ्ट नहीं कर पाया। मामला जालंधर का है। मिली जानकारी के अनुसार जिले में अभी भी कोरोना पॉजिटिव 388 रोगियों को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने घरों से स्वास्थ्य केंद्रों में शिफ्ट करना है। इन 388 पॉजिटिव रोगियों में से ऐसे भी हैं, जिनकी रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव आई थी और वह 3 दिन से ऐसे ही अपने घरों में और इधर-उधर घूम रहे हैं और उन्हें कोई पूछने वाला नहीं।           


हरियाणाः वायरस की रफ्तार को लगा ब्रेक

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना परास्त हो रहा है। अब एक महीने में मरीज दोगुने हो रहे हैं, जबकि एक समय में मरीज दोगुने होने की अवधि 11 दिन तक पहुंच गई थी। एक सप्ताह से रिकवरी रेट 83 फीसद के पार बना हुआ है, जिससे पॉजिटिव रेट में निरंतर गिरावट आ रही है। पिछले 24 घंटों में 793 नए मरीज मिले हैं, जबकि 792 मरीज कोरोना को मात देकर घर लौट गए। आठ मरीजों की मौत हुई है और 146 की हालत चिंताजनक है। पानीपत में तीन, फरीदाबाद में दो और गुरुग्राम, सोनीपत व अंबाला में एक-एक मरीज ने दम तोड़ा।


प्रदेश में अभी तक 44 हजार 817 लोग महामारी की चपेट में आए हैं जिनमें 37 हजार 486 ठीक हो चुके हैं। छह हजार 820 मरीजों का इलाज चल रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान 18 जिलों में सबसे ज्यादा फरीदाबाद में 136, पानीपत में 119, गुरुग्राम में 78, अंबाला में 63, करनाल में 62, पलवल में 51, सोनीपत में 50, हिसार में 43, नारनौल में 37, पंचकूला व कुरुक्षेत्र में 36-36, कैथल में 27, रेवाड़ी में 18, फतेहबाद में 12, भिवानी में 10, नूंह में सात तथा जींद में तीन संक्रमित मिले।            


 कविता गर्ग


उत्तराखंडः 4 दिनों से जोरदार बारिश जारी

पंकज कपूर


देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट: बीते 4 दिनों से यहां जोरदार बारिश हो रही है, गंगा और सहायक नदियां किनारे तोड़ने पर आमादा हैं। भूस्खलन के कारण उत्तराखंड और हिमाचल में कई जगहों पर पहाड़ी रास्ते बंद पड़े हैं। उत्तराखंड में पहाड़ों को भी चकनाचूर कर देने वाली बारिश हो रही है।


उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही, उफान पर गंगा, टूट रहे पहाड़, बहे घर


उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बारिश ने हाहाकार मचा रखा है। हफ्ते भर से जारी मूसलाधार बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। पहाड़ धंस रहे हैं, सड़कें टूटकर बिखर रही हैं और जहां देखो वहीं सैलाब है। यहां 5 दिनों की मूसलाधार बारिश का अलर्ट था और आज चौथा दिन है। जितनी आशंका जताई गई थी, उत्तराखंड में अभी तक उससे ज्यादा ही आफत बरसी है। बीते 4 दिनों से यहां जोरदार बारिश हो रही है, गंगा और सहायक नदियां किनारे तोड़ने पर आमादा हैं। भूस्खलन के कारण उत्तराखंड और हिमाचल में कई जगहों पर पहाड़ी रास्ते बंद पड़े हैं। उत्तराखंड में पहाड़ों को भी चकनाचूर कर देने वाली बारिश हो रही है। बद्रीनाथ में मूसलाधार बारिश के चलते अलकनंदा नदी की धार हाइवे पर आ पड़ी है। पहाड़ों से उतरती नदी तेज उफान के चलते बिखरकर बद्रीनाथ हाइवे पर आ गई और सैलाब के आगे सड़क गुम हो गई। पहाड़ दरकने से भी हाइवे में कई जगहों पर मलबा जमा हो गया है। सड़क दो दिनों से बंद पड़ी है और मौसम को देखते हुए फिलहाल खुलने के आसार नहीं हैं।           


संक्रमण से मौतों का सिलसिला जारी

पंकज कपूर


देहरादून। कोरोना के कारण रोजाना यहां लोगों की मौत हो रही है। आज यहां कोरोना के तीन मरीजों ने दम तोड़ दिया।प्रदेश में अब महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 143 हो गई है। इसके अलावा गुरुवार को कोरोना के 416 नए मरीज भी मिले हैं। उत्तराखंड में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 11302 हो गई है।


प्रदेश के स्वास्थय विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटे में हुई तीनों मौतें एम्स ऋषिकेश में हुई है। यहां 72 और 78 वर्षीय दो पुरूष मरीज और एक 26 वर्षीय महिला ने महामारी से दम तोड़ा। अब तक प्रदेश में 143 कोविड मरीजों की जान जा चुकी है।


बिहार में बाढ़ का कहर जारी, 25 की मौत

पटना। बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ से यहां 25 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 16 जिलों के 77.77 लाख लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बिहार में बाढ़ से सबसे ज्यादा मौतें दरभंगा जिले में हुई हैं। यहां मरने वालों का संख्या 11 तक पहुंच गई है। दरभंगा के अलावा सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज और पूर्वी चम्पारण के लोग भी बाढ़ से बुरी तरह परेशान हैं। राज्य में सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण समस्तीपुर सीवान, मधुबनी, मधेपुरा और सहरसा में बाढ़ की पानी घुस गया है।


झारखंड में 3 दिन लगातार होगी बारिश

झारखंड में अगले तीन दिनों तक होगी बारिश


रांची। झारखंड में अगले तीन दिनों तक सभी स्‍थानों पर बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया है कि 15 अगस्‍त तक भारी बारिश हो सकती है। इधर, रांची व आसपास के क्षेत्रों में, और पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, बाेकारो, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, रामगढ़, पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा और लोहरदगा के कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान गर्जन और वज्रपात का भी अलर्ट जारी किया गया है।           


महाराष्ट्र में वायरस की रफ्तार धीमी बढ़ी

मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी होती नजर नहीं आ रही। गुरुवार को भी कोरोना वायरस संक्रमण के 11 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 5,60,126 हो गई है। बीते 24 घंटों में 413 लोगों की मौत भी हुई है जिसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 19,063 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि गुरुवार को 9,115 मरीज ठीक हुए हैं। गुरुवार शाम तक राज्य में 1,49,798 मरीजों का इलाज चल रहा है। अब तक महाराष्ट्र में कोविड-19 के 3,90,948 मरीज ठीक हो चुके हैं और 29,76,090 लोगों की जांच की जा चुकी है।


धारावी में बचे सिर्फ 90 ऐक्टिव मरीज
मुंबई की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी में कोरोना वायरस संक्रमण के छह नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद यहां संक्रमितों की कुल संख्या 2,649 हो गई है। बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक समय कोरोना वायरस का हॉट स्पॉट रहे धारावी में अभी केवल 90 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि 2,649 मरीजों में से 2,300 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं।     


मनोज सिंह ठाकुर      


पश्चिम बंगाल में हल्की बरसात होती रहेगी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत राज्य के अन्य हिस्से में लगातार छिटपुट बारिश होती रहेगी। गुरुवार को अलीपुर स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय मुख्यालय की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि समुद्र तल पर बने निम्न दाब की वजह से राजधानी कोलकाता के अलावा हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, पुरुलिया, बांकुड़ा, बर्दवान जिले में छिटपुट बारिश होगी। इसके अलावा पिछले कई दिनों से भारी बारिश की चपेट में रहे उत्तर बंगाल में भी कम बारिश दर्ज की जाएगी। शुक्रवार तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा। उत्तर बंगाल के 5 जिलों अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, सिलीगुड़ी, और दार्जिलिंग में भी बहुत अधिक बारिश नहीं होगी। हालांकि तापमान में थोड़ी बहुत कमी दर्ज की जा रही है। राजधानी कोलकाता में न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है जबकि अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस है। दोनों ही तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक है लेकिन बुधवार की तुलना में कम है। अगले 24 घंटे तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा।          


जनपद में जांच के लिए 27,423 सैंपल लिये

खगड़िया। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। जिले में कोरोना के और 42 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही कुल पॉजिटिव की संख्या एक हजार 719 हो गई है। बीते बुधवार शाम को जारी जांच रिपोर्ट के अनुसार जिले में कुल 27 हजार 423 लोगों के सैंपल जांच में दी गई। जिसमें कुल एक हजार 719 लोग पॉजिटिव और 24 हजार 618 लोग निगेटिव पाए गए। जबकि 774 लोगों के जांच परिणाम अप्राप्त है। अब तक 1300 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 414 है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रशासनिक स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। संक्रमित मरीजों के साथ कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ रही है। अब तक 152 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। गुरुवार को डीएम- एसपी ने संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय सहित आसपास के कंटेनमेंट जोन का जायजा लिया। जबकि विभिन्न प्रखंडों में भी दंडाधिकारियों व पुलिस अधिकारी द्वारा कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया गया।           


जरूरतों के लिए निर्भर नहीं रह सकतेः सिंह

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत अपने सैन्य उपकरणों की जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशी सरकारों और विदेशी आपूर्तिकर्ताओं के ऊपर निर्भर नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता अन्य क्षेत्र से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। रक्षा मंत्री ने यह बात सार्वजनिक क्षेत्र के कई रक्षा उपक्रमों और आयुध निर्माण बोर्ड द्वारा लाए गए कई नए उत्पादों को लॉन्च करते हुए की। सिंह ने कहा, 'किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। यह हम सभी जानते हैं कि जो राष्ट्र अपनी रक्षा करने में सक्षम हैं, वे वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत छवि बनाने में सफल रहे हैं।' राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशी सरकारों, विदेशी आपूर्तिकर्ताओं और विदेशी रक्षा उत्पादों पर निर्भर नहीं हो सकते हैं। यह मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्यों और भावनाओं के अनुकूल नहीं है।' उन्होंने कहा, 'हमें न केवल अपने राष्ट्रीय हितों की पूर्ति सुनिश्चित करने में सक्षम होना चाहिए बल्कि जरूरत के समय अन्य लोगों की भी मदद करने में सक्षम होना चाहिए। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।'


हथियार प्रणालियों की आयात सूची में वर्ष वार आधार पर कमी करने के फैसले की सबसे पहले घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मई में की गई थी, जब उन्होंने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के सुधार के उपाय पेश किए थे।           


नवरात्रि का पांचवां दिन मां 'स्कंदमाता' को समर्पित

नवरात्रि का पांचवां दिन मां 'स्कंदमाता' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  स्कंदमाता महादेवी के नवदुर्गा रूपों में से पांचवां रूप है। उनक...