बुधवार, 12 अगस्त 2020

मोदी के भरोसे हाथ पर हाथ रखकर न बैठें

नई दिल्ली। भाजपा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही पूरी पार्टी इस समय टिकी नजर आ रही है। अब पार्टी नेताओं को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने नसीहत दी है।भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पार्टी नेताओं से कहा है कि वे केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के सहारे न बैठे रहें, बल्कि 2024 में देश की सत्ता पाने के लिए पूरे दमखम और ताकत के साथ अभी से जुट जाएं। उन्होंने कहा, मोदी के कंधों पर बंदूक रखकर लड़ाई में उतरने की कोशिश न करें। राम माधव ने कहा, मोदी अगले 10-15 साल तक प्रधानमंत्री रहेंगे। हम उनके सुशासन का फायदा चुनाव में उठाएंगे लेकिन केवल इतना ही पर्याप्त नहीं है। हमें देश की शक्तिशाली ताकत के रूप में उभरना है। भाजपा महासचिव आंध्र प्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पार्टी के स्थानीय नेताओं से कहाकि उन्हें हर समय दिल्ली की तरफ देखना बंद करना होगा। स्थानीय जो भी जरूरत होगी, दिल्ली से पूरी की करेगी लेकिन पार्टी की स्थानीय इकाई को भी मेहनत करनी चाहिए और लोगों के लिए जमकर काम करना होगा तभी भाजपा को ताकतवर और मजबूत बनाया जा सकेगा।         


14 पैरों वाला दुर्लभ कॉकरोच खोजा

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। वैसे तो दुनिया में कई अजीबो-गरीब जीव-जंतु हैं। मगर अभी भी बहुत से ऐसे ही जीव हैं जो दुनिया की नजरों से छिपे हुए हैं। हाल ही में वैज्ञानिकों ने गहरे समुद्र में रहने वाले ऐसे ही एक दुर्लभ कॉकरोच पर एक अध्ययन किया, जिसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। ये जीव 14 पैरों वाला है। इसकी लंबाई करीब डेढ़ फीट है। यह एक लकड़ी के पट्टे की तरह दिखता है, जो गहरे समुद्र में पाया जाता है। इस अनोखे जीव की खोज साल 2018 में हिंद महासागर में हुई थी। वैज्ञानिकों ने कॉकरोच की इस दुर्लभ प्रजाति को महासागर के जावा पश्चिम क्षेत्र में खोजा था। इस खास जीव पर रिसर्च के लिए 31 वैज्ञानिकों ने मिलकर काम किया। इसमें नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर और ली कोंग चियान प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय ने अहम भूमिका निभाई। शोध में पता चला कि किसी लकड़ी के पट्टे की तरह लगने वाला ये जीव बैथिनोमस प्रजाति का है। ये घरेलू कॉक्रोच से काफी बड़े होते हैं। कई बार तो ये 50 से 70 सेंटीमीटर तक के भी होते हैं।


इस जीव पर अध्ययन के लिए साल 2018 में लगभग दो हफ्ते तक खोज चली। इसके बाद समुद्री तटों के अलग-अलग 63 जगहों पर तलाशी ली गई। इस साल जुलाई में इसके नतीजे एक बायो जर्नल जूकीज में रखे गए। शोध में शामिल वैज्ञानिक कोनि एम सिदाबलोक और हेलेन पीएस वॉन्ग ने बताया कि इस समुद्री जीव को बैथिनोमस राकसा नाम दिया गया है। ये एक इंडोनिशियाई नाम है। इसमें राकसा शब्द जुड़ा है जिसका मतलब है काफी बड़ा। ये समुद्री इनवर्टिब्रेट की श्रेणी में आते हैं। इनकी रीढ़ की हड्डी नहीं होती है। अपने विशाल आकार के कारण इन्हें समुद्र का कोकरोच भी कहा जा रहा है। दुनिया में सुपरजाइंट आइसोपोड्स की अभी तक केवल सात प्रजातियां हैं। ये उस प्रजाति का दूसरा सबसे बड़ा जीव माना जा रहा है। इस कॉक्रोच के 14 पैर होते हैं। ये इनका इस्तेमाल समुद्र में शिकार की खोज के लिए करते हैं।           


घरेलू उपचार से हटाए अनचाहे तिल

डी नंदिनी


कहा जाता है कि फेस पर काला तिल होना खूबसूरती की निशानी होता है। वहीं अगर ये तिल दो या उससे भी ज्यादा तो आपका फेस भद्दा लगने लगता है। वैसे तो तिल हटाने के लिए लेजर थेरेपी का यूज किया जाता है। वहीं सर्जरी करवाने के लिए हर कोई राजी नहीं होता है। आपको बता दें कि घर के नुस्खे अपनाकर भी तिल को हटाया जा सकता है। इसी बीच आज हम आपकी मदद के लिए तिल हटाने के उपाय बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं तिल हटाने के उपाय के बारे में।


अनानास


पाइन एप्पल यानि अनानास फेस के डेड सेल्स को साफ करने का काम करता है। अनानास में एंजइम्स और साइट्रिक एसिड मौजूद होता है, जो पिगमेंटेशन को हटाने में मदद करता है, जिससे तिल भी निकल जाते हैं।


ऐसे करें इस्तेमाल


फ्रेश अनानास का रस निकालें। अब इसमें कॉटन डिप करके प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसके बाद अब इसपर अब चिपकने वाली पट्टी या टेप लगा दें। जल्दी रिजल्ट पाने के लिए इसे हर रोज दिन में दो बार करें।


अरंडी का तेल और बेकिंग सोडा


अरंडी के तेल में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। जो तिल को हटाने में मदद करता ही है साथ ही स्किन से जुड़ी कई समस्याओं का ऊी समाधान करता है। बेकिंग सोडा मिलने से यह स्किन को एक्सफोलिएट करता है जिससे धीरे धीरे तिल निकल जाते हैं।


ऐसे करें इस्तेमाल


अरंडी के तेल की कुछ ड्रॉप को चुटकीभर बेकिंग सोडा में मिक्स करें। फिर फेस को वॉश करने के बाद इस पेस्ट को तिल पर लगाएं। कोशिश करें कि इसे रातभर लगा रहने दें नहीं को दिन में कुछ घंटो के लिए लगाकर ऐसी ही छोड़ दें। फिर पानी से साफ कर लें। कुछ ही दिनों में आपको रिजल्ट दिख जाएगा।


लहसुन का पेस्ट


तिल हटाने का यह सबसे पेस्ट तरीका है। लहसुन में कुछ एंजाइम मौजूद होते हैं। जो पिगमेंटेशन बनाने वाली सेल्स को खत्म करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह तिल को भी हटाते हैं।


ऐसे करें इस्तेमाल


इसके लिए आप 2 बड़े लहसुन तो पीसें। इसके बाद इस पेस्ट को तिल पर अच्छे से लगाएं। इस पेस्ट को रातभर लगा कर छोड़ दें। कुछ दिनों में तिल गायब हो जाएगा।             


 


सोने में एक साथ 5 फ़ीसदी गिरावट आई

कविता गर्ग


मुंबई। कोरोना वैक्सीन को लेकर लगातार आ रही पॉजिटिव खबरों के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में खरीदारी लौटी है। इसकी वजह से सोने की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज हुई है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स (Reuters) के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें 5 फीसदी से ज्यादा गिर गई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि घरेलू बाजारों में सोने की कीमतें और गिर सकती है। मौजूदा स्तर से कीमतें 5-8 फीसदी तक की गिरने की संभावना है। आपको बता दें कि मंगलवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना (Gold Price Down) 1,317 रुपये प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो गया। वहीं, एक किलोग्राम चांदी (Silver Price Down) के दाम 2,943 रुपये घट गए।


ऐसा क्या हुआ, जिसकी वजह से सोने में गिरावट आई- अमेरिकी शेयर बाजारों में मंगलवार की रात को खरीदारी लौटी है, जिसकी वजह से निवेशकों का रुझान अब फिर से शेयर बाजार की ओर मुड गया है। बाजारों पर कोरोना वैक्सीन की खबरों का सकारात्मक असर देखने मिला। अमेरिकी शेयर बाजार का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स S&P 500 नए रिकॉर्ड स्तर के बेहद करीब पहुंच गया। अब क्या होगा- एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सोना अक्सर मुश्किल समय पर चमकता है। 1970 के दशक में आई मंदी में सोने की कीमतें नए शिखर पर पहुंची। इसके बाद 2008 की आर्थिक मंदी में भी ऐसा ही दौर देखने को मिला। आंकड़ों पर नज़र डालें तो 80 के दशक मे सोना सात गुना से अधिक चढ़कर 850 डॉलर प्रति औंस की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। यह 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद फिर से बढ़ गया, जो 2011 में 1900 डॉलर के पार चला गया. लेकिन फिर काफी गिर गया था। इसीलिए अब माना जा रहा है कि अगर कोरोना की वैक्सीन आ गई और ये पूरी तरह से सफर रही तो सोने की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिलेगी।


23,29,638 संक्रमित, 40,091 लोगों की मौत

नई दिल्ली। दुनिया में सबसे तेजी से संक्रमण भारत में फैल रहा है। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 23 लाख के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 23 लाख 29 हजार 638 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 46,091 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 16 लाख 39 हजार लोग ठीक भी हुए हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 60,963 नए मामले सामने आए और 834 मौतें हुईं। ये आंकड़ा दुनिया में सबसे ज्यादा है। अमेरिका और ब्राजील में बीते दिन क्रमश: 52,956 और 54,923 नए मामले आए हैं।


कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रभावित देश है। अमेरिका, ब्राजील के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित भारत है। लेकिन देश में कोरोना मामले बढ़ने की रफ्तार भी दुनिया में पहले नंबर पर बनी हुई है। अगर प्रति 10 लाख आबादी पर संक्रमित मामलों और मृत्युदर की बात करें तो अन्य देशों की तुलना में भारत की स्थिति बहुत बेहतर है। भारत से अधिक मामले अमेरिका (5,304,394), ब्राजील (3,112,393) में हैं।


मृत्यु दर गिरकर 1.97 फीसदी हुई
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कुल 23 लाख मामले सामने आ चुके हैं। इन मामलों में एक्टिव मरीजों की संख्या 6 लाख 44 हजार है। आंकड़ों के मुताबिक, मृत्यु दर गिरकर 1.97 फीसदी पर आ गई है।


देश में कोरोना वायरस के लिए जांच की क्षमता को बढ़ाते हुए एक दिन में सात लाख से अधिक नमूनों की जांच की गयी है और अब तक 2.57 से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है। मंत्रालय ने कहा कि एक दिन में जांच की संख्या तेजी से बढ़ रही है और भारत में पिछले कई दिन से रोजाना छह लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा रही है।


बेंगलुरु हिंसा में 3 की मौत, 110 गिरफ्तार

*हमर-देस+हमर-प्रदेस*



बेंगलुरु हिंसा में गई 3 की जान, 110 गिरफ्तार


फेसबुक पोस्ट से खफा होकर कुछ लोगों ने विधायक के घर पर किया हमला
कई वाहनों को फूंका गया और तोडफ़ोड़ की गई


कर्नाटक। कोरोना संकट काल में जब हर किसी को भीड़ में जाने से बचने के लिए कहा जा रहा है, ऐसे वक्त में कर्नाटक के बेंगलुरु में बवाल हो गया। मंगलवार देर रात एक फेसबुक पोस्ट से आहत हुए कुछ लोगों ने हंगामा मचाया, पुलिस स्टेशन और विधायक के घर को आग के हवाले कर दिया। अब बुधवार की सुबह जब रोशनी में सारी तस्वीर साफ हुई तो बेंगलुरु की सड़कों पर क्या तांडव हुआ ये दिख पाया। यहां गाडिय़ों को जला दिया गया है, एटीएम में तोडफ़ोड़ की गई। विधायक के घर पर हमला करने के अलावा आसपास के लोगों के घरों पर भी हमला किया गया, जिसके कारण लोगों के घरों की खिड़कियां भी टूट गईं। इस हिंसा में 3 लोगों की मौत हुई है, जबकि 60 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिसकर्मी के अनुसार करीब 200-250 वाहनों में आग लगाई गई है, इसकी जांच की जा रही है।बुधवार की सुबह स्थानीय निवासी जब घर से बाहर निकले तो हर ओर बाइक-गाड़ी टूटी बिखरी हुई पड़ी थी, इसके अलावा पत्थरों का सैलाब भी था। अभी हिंसा वाले इलाके में कफ्र्यू लगा दिया गया है, जो आज रात 12 बजे तक रहेगा। उसके बाद हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने ट्वीट कर हिंसा की निंदा की है। सीएम ने लिखा कि उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं, साथ ही सरकार भीड़ के खिलाफ सही एक्शन ले रही है। येदियुरप्पा ने लिखा कि मीडिया, पुलिस और लोगों पर हमला करना ठीक नहीं है, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोग शांति बनाकर रखें। दरअसल, बेंगलुरु के हाली पुलिस स्टेशन इलाके में कांग्रेस विधायक के करीबी द्वारा एक फेसबुक पोस्ट लिखा गया। इस पर कुछ लोगों को आपत्ति हुई और वो इसकी शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन में पहुंचे। लेकिन, पुलिस ने आपसी तरीके से मामला सुलझाने के लिए कह दिया।इसी के बाद कई लोगों की भीड़ पुलिस स्टेशन के बाहर इक_ा हो गई और नारेबाजी करने लगी। देखते-देखते ही बवाल हो गया और पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसके बाद बेकाबू भीड़ ने पुलिस स्टेशन, विधायक को घर को अपना निशाना बनाया। वहां तोडफ़ोड़ की, आगजनी की और पुलिस के दर्जनों वाहन को भी फूंक दिया। इस पूरे बवाल में 60 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए, भीड़ को काबू में लाने के लिए पुलिस ने खुली फायरिंग की। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। अभी हिंसा वाले इलाके में कफ्र्यू लगाया गया है, जबकि पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लगा दी गई है।             


रूस की वैक्सीन का आकलन बाकी है

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ वैक्सीन का इंतजार कर रही पुरी दुनिया के सामने 11 अगस्त को रूस ने अपनी वैक्सीन पेश कर दी। इस वायरस के खिलाफ ये पहली वैक्सीन है, जिसे हरी झंडी मिली है, लेकिन इसके प्रभावशाली होने पर लगातार संदेह जताया जा रहा है। दुनिया के तीसरे सबसे ज्यादा प्रभावित देश भारत में भी इस वैक्सीन को उतारने से पहले सुरक्षा के लिहाज से इसके असर को आंका जाएगा। ये कहना है देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया का।


बड़ी मात्रा में वैक्सीन विकसित कर सकता है भारतः गुलेरिया


रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को दुनिया के सामने कोरोना की पहली वैक्सीन का एलान किया। रूस ने इसका नाम ‘स्पुतनिक’ रखा है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से ही रूसी वैक्सीन को लेकर चर्चा थी और तब से ही इस पर संदेह जताया जा रहा था।


रूसी वैक्सीन के मुद्दे पर एम्स निदेश डॉ गुलेरिया ने कहा, “अगर रूस की वैक्सीन सफल होती है, तो हमें बारीकी से ये देखना होगा कि ये सुरक्षित और प्रभावी है। इस वैक्सीन के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होने चाहिएं और इससे मरीज अच्छी प्रतिरोधक क्षमता और सुरक्षा मिले। डॉ गुलेरिया ने कहा कि अगर ये वैक्सीन सही साबित होती है तो भारत के पास बड़ी मात्रा में इसके निर्माण की क्षमता है।


पहली-दूसरी स्टेज में भारतीय वैक्सीन


भारत में भी अभी दो वैक्सीन पर काम चल रहा है। आईसीएमआर और भारत बायोटेक के सहयोग से विकसित की जा रही वैक्सीन का पहली और दूसरी स्टेज का मानवीय परीक्षण चल रहा है, जबकि यही स्थिति जायडस कैडिला की ओर से बन रही वैक्सीन की भी है। देश में कोरोना संक्रमण के अबतक 22.68 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 45 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग 16 लाख लोग अभी तक ठीक हो चुके हैं।


चलती बस में लगी आग, 5 यात्री जिंदा जले




 कर्नाटक में चलती बस में लगी आग, 5 यात्री जिंदा जले












चित्रदुर्ग। कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में आज सुबह विजयपुरा से बेंगलुरु जा रही प्राइवेट बस में भीषण आग लग गयी। इस हादसे में जिंदा जलकर 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि यह घटना चित्रदुर्ग जिले के नेशनल हाइवे पर हुई है।



मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्राइवेट बस में 32 यात्री सवार थे और जिले के नेशनल हाइवे 4 पर केआर हल्ली के पास आग लग गई। इस घटना में 5 यात्रियों की मौत हो गयी। मरने वालों में दो बच्चों के साथ एक महिला भी शामिल है।


प्राइवेट बस इस तरह हुई हादसे का शिकार


मिली जानकारी के मुताबिक, निजी बस के इंजन में कोई खराबी हुई। इस वजह से यह दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है और कई यात्री घायल भी हुए हैं। हादसे की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर एसपी राधिका पुलिस बल के साथ पहुंचीं। सभी घायलों को इलाज के लिए नजदीक के जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी।











प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 अगस्त 13, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-364 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, अगस्त 13, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि- नवमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:15,सूर्यास्त 07:15


5. न्‍यूनतम तापमान 27+ डी.सै.,अधिकतम-37+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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मंगलवार, 11 अगस्त 2020

भारत के साथ कूटनीति संपर्क बनाना

बीजिंग। चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि विवादित सीमाओं पर शांति कायम करना और भारत के साथ रणनीतिक भरोसा कायम करना चीन की कूटनीतिक प्राथमिकताएं हैं। चीन आने वाले समय में अपने पड़ोसियों के साथ 'साझा हितों' का विस्तार करने की कोशिश करेगा।


समाचार एजेंसी शिन्हुआ के एक सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लिजियान ने कहा, "जहां तक चीन भारत संबंधों की बात है तो दोनों देशों को मिलकर सीमा पर शांति और सुरक्षा कायम करनी चाहिए और द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूती से आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा, "हम अपने पड़ोसियों और दूसरे विकासशील देशों के साथ पारस्परिक विश्वास और साझा हितों को बढ़ाने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से सवाल किया था कि कोविड-19 महामारी की वजह से जिस तरह दुनिया पर असर पड़ा है और उससे अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक में बदलाव हुए हैं, ऐसे में चीन किस तरह अपनी कूटनीतिक प्राथमिकताएं तय कर रहा है। ख़ासकर अमरीका, रूस, यूरोपीय संघ, जापान और भारत के साथ। हालांकि इस दौरान उन्होंने पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर दोनों देशों के बीच तनाव को लेकर कुछ नहीं कहा। एलएसी दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन के बीच कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य बातचीत हो चुकी है लेकिन फ़िलहाल नतीजा नहीं निकला।


एलएसी पर क्या चल रहा है ?


भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने 30 जुलाई को मीडिया ब्रीफिंग में बताया था कि बातचीत के बाद फ़िलहाल इस मामले में कुछ प्रगति हुई लेकिन अभी यह बातचीत का दौर ख़त्म नहीं हुआ। चाओ लिजियान ने कहा, "इस साल की शुरुआत से ही कोरोना महामारी का असर पूरी दुनिया पर है। चीनी विदेश मंत्रालय इस महामारी से निपटने और आर्थिक गतिविधियां फिर से शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। चीन ने हमेशा शांति के लिए स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई है और विश्व शांति के लिए यूं ही प्रयासरत रहेगा। चीन वैश्विक विकास में योगदान देता रहेगा और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का रक्षक रहेगा। कोरोना महामारी की वजह पनपे हालात और इससे निपटने की चुनौतियों पर चाओ लिजियान ने कहा, "चीन इस बीमारी को रोकने और ख़त्म करने की संभावनाओं, दवा, वैक्सीन और इससे जुड़े रिसर्च में दूसरे देशों के साथ मिलकर काम करेगा।उन देशों की मदद करेगा जिन्हें ज़रूरत है।     


श्रीराम 'निर्भयपुत्र'    


जन्माष्टमीः सोना-चांदी के भाव में गिरावट

जन्माष्टमी पर सोने और चांदी के भाव पर लगा ब्रेक, इतने रुपये की आई गिरावट 


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। सोने के दाम 1317 और चांदी के दामों में आई 2943 रुपये की गिरावट। इतने हुए सोने चांदी के दाम।
जन्माष्टमी पर सोने और चांदी के दामों पर ब्रेक लग गया है। यह कई हफ्तों में पहली बार होगा। जब सोने और चांदी के दाम थमने के साथ ही नीचे की तरफ आ गये हैं। मंगलवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव 1317 रुपये प्रति दस ग्राम गिर गये। वहीं चांदी (Today Silver Price) के दाम 2,943 रुपये प्रति किलोग्राम घट गये। वहीं सोने और चांदी में गिरावट की वजह रुपये में आई मजबूती बताई जा रही है।


यह है सोने और चांदी के नये भावः दरअसल, मंगलवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत का 1317 रुपये की प्रति दस ग्राम की गिरावट के बाद 54,763 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं (Silver Rate) चांदी के भाव में भी गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली में एक किलोग्राम चांदी के दाम 76,543 रुपये से गिरकर 73,600 रुपये पर आ गये हैं। इसमें 3000 हजार रुपये के करीब की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, मुंबई में चांदी के दाम गिरकर 72354. रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गये हैं।


वहीं एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एक्सपर्ट का कहना है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में आई मजबूती की वजह से सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ा है। वहीं इंटरनेशनल स्तर पर सोने की कीमतें गिरकर 1,989 डॉलर प्रति औंस पर आ गई है। वहीं रूस की ओर से बनी कोरोना वायरस वैक्सीन ने ग्लोबल सेंटीमेंट को बेहतर किया है। जिसकी वजह से शेयर बाजार में तेजी लौटी आई है।               


11वीं के पंजीकरण में स्वयं आएगा विवरण

यूपी बोर्ड: अब नहीं होगी नाम संबंधी त्रुटि


11वीं के अग्रिम पंजीकरण में स्वयं आ जाएगा 10वीं का ब्योरा


प्रयागराज। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के अंकपत्र सह प्रमाणपत्र में नाम और माता-पिता के नाम में अब कोई अंतर नहीं होगा। इस साल हाईस्कूल की परीक्षा पास करने वाले छात्र-छात्राओं के 11वीं में अग्रिम पंजीकरण के लिए सिर्फ 10वीं का रोल नंबर ऑनलाइन फॉर्म में भरना होगा। इससे उनका पूरी कुंडली जैसे नाम, माता-पिता का नाम (हिन्दी व अंग्रेजी) आदि अपने आप आ जाएगा। बाद में प्रधानाचार्यों को छात्रों द्वारा सिर्फ 11वीं में लिए गए विषय और फीस आदि का ब्योरा अलग से भरना होगा। हालांकि दूसरे बोर्ड सीबीएसई या सीआईएससीई से आकर यूपी बोर्ड के स्कूलों में 11वीं में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं का फॉर्म प्रधानाचार्यों को नये सिरे से भरना होगा क्योंकि उनका डाटा बैंक बोर्ड के पास नहीं है।
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने इस साल से 11वीं का रजिस्ट्रेशन 10वीं के रोल नंबर से करने का अनूठा प्रयोग शुरू किया है। इसका फायदा यह होगा कि हाईस्कूल की सूचनाएं 11वीं के अग्रिम पंजीकरण में ऑटोमेटिक आ जाएंगी। इससे छात्रों को 10वीं और 12वीं के अंकपत्र सह प्रमाणपत्र में अपने अथवा अपने माता-पिता के नाम में गड़बड़ी के संशोधन के लिए भटकना नहीं होगा। नये सिरे से फॉर्म भरने के कारण टाइपिंग में बड़ी गलतियां होती है।            


नवरात्रि का चौथा दिन मां 'कूष्मांडा' को समर्पित

नवरात्रि का चौथा दिन मां 'कूष्मांडा' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  नवरात्र-पूजन के चौथे दिन कूष्मांडा देवी के स्वरूप की उपासना की जा...