बिलासपुर। लॉकडाउन के चलते लोग आर्थिक रूप से पूरी तरह टूट चुके हैं ।नतीजतन उनके समक्ष आत्महत्या ही एकमात्र उपाय रह गया है। इस तरह की घटनाएं थमती नहीं दिख रही। आज फिर तोरवा थाना क्षेत्र के दोमुहानी में ऐसे ही एक पति पत्नी ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह लड़के के पिता ने बार बार फोन लगाया लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया जिसके बाद पड़ोसियों ने घर जाकर देखा तो पति पत्नी दोनों फांसी पर लटक रहे थे। खास बात यह है कि इन दोनों ने अभी पांच छह माह पहले ही प्रेम विवाह किया था। अमन साहू और श्रुति के बीच प्रेम संबंध था लेकिन दोनों की जाति अलग-अलग थी। इस कारण से दोनों ही के अभिभावक इस शादी से खुश नहीं थे।
लिहाजा अमन साहू के पिता ने दोनों को अपने घर से अलग दोमुहानी में दूसरा घर दे दिया था, जहां यह दोनों रह रहे थे ।इस बीच लॉक डाउन लग जाने के कारण दोनों आर्थिक तंगी का भी शिकार थे, तो वही बताया जा रहा है कि 1 दिन पहले बलात्कार के आरोप में पकड़े गए वीरेंद्र देवांगन को भी अमन साहू ने अपने घर पर पनाह दिया था। हो सकता है कि अमन और श्रुति को इस बात का डर था कि वीरेंद्र देवांगन के पकड़े जाने के बाद उसे अपने घर में पनाह देने के जुर्म में पुलिस उन्हें भी गिरफ्तार कर सकती है। दरअसल वीरेंद्र, अमन साहू का मित्र था इसीलिए शायद अंजाने में ही इन्होंने उसे घर में पनाह दिया था। वही आसपास के लोगों का मानना है कि अमन साहू ने जिस श्रुति के साथ शादी की थी वह भी नाबालिग थी , यहां तक कि दोनों ने औपचारिक रूप से विवाह किया भी नहीं था।शायद दोनों में इस बात का भी डर रहा हो। कुल मिलाकर श्रुति और अमन की खुदकुशी के पीछे कई वजह हो सकती है, जिसे पता लगाने की कोशिश तोरवा पुलिस कर रही है। हालांकि दोनों ने अपने पीछे कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है और ना ही उनके अभिभावक ही इनकी जिंदगी में खास दखल रखते हैं, जिससे कि उनसे कुछ जाना जा सके। बताया जा रहा है अमन और श्रुति दोनों की ही मां नहीं है और पिता भी इनकी परवाह नहीं करते थे। इनका अड़ोस पड़ोस के लोगों से भी खास मेल मुलाकात नहीं थी। इस कारण से अमन और श्रुति को लेकर बहुत जानकारी पुलिस के पास भी नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि जिस तरह लॉकडाउन के दौरान लोग आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं अमन और श्रुति भी परिवार से सहयोग न मिलने के बाद इसी संकट का शिकार हुए हो, जिसके चलते उन्हें इस तरह मौत को गले लगाना पड़ा है। वैसे अमन साहू और श्रुति दोनों ही कम उम्र के थे जिन्होंने प्रेम विवाह किया था, यह सोचे बगैर कि गृहस्थी की गाड़ी कैसे चलेगी। यह उन सभी के लिए सबक है जो प्रेम पाश में फंस कर भविष्य की चिंता किये बगैर ऐसा कदम उठाते है और जिसकी परिणति इसी तरह की होती है।
गुरुवार, 30 जुलाई 2020
तंगी के कारण दंपत्ति ने की आत्महत्या
भारत में अब केवल 12वीं कक्षा बोर्ड हैं
10वीं बोर्ड खत्म, अब बोर्ड केवल 12वीं क्लास
अकाशुं उपाध्याय
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने 34 साल बाद शिक्षा नीति में बदलाव करते हुए नई शिक्षा नीति-2020 जारी कर दी है।नई शिक्षा नीति के अनुसार देश में अब 12वींं में ही बोर्ड की परीक्षा होगी। वहीं पहले 10वी बोर्ड की परीक्षा देना अनिवार्य होता था। अब स्कूली शिक्षा में 5+3+3+4 फॉर्मूले चलेगे, इसकेअनुसार ही 9वींं से 12वींं क्लास तक सेमेस्टर में परीक्षा होगी और पढ़ाया जाएगा। दुसरी ओर कॉलेजों की डिग्रियों में भी बदलाव किया है। अब कॉलेज की डिग्री 3 और 4 साल की होगी, मतलब कि स्नातक के पहले साल में सर्टिफिकेट, दूसरे साल में डिप्लोमा और तीसरे साल में डिग्री मिलेगी। जिन छात्रों को उच्च शिक्षा में नहीं जाना है उनको 3 साल में डिग्री मिल जाएगी। लेकिन उच्च शिक्षा में जाने वाले छात्रों को 4 साल की डिग्री करनी होगी। इस प्रणाली में 4 साल वाले छात्रों को एक साल में एमए की डिग्री मिल सकेगी। दुसरी ओर उच्च शिक्षा में भी अब दसवीं बोर्ड की तरह एमफिल को खत्म कर दिया है और एमए के छात्र अब सीधे ही पीएचडी कर सकेंगे।
देश में 5वीं तक अंग्रेजी माध्यम खत्म
नई शिक्षा नीति 2020 के निर्णय अनुसार अब 5वीं तक के छात्रों को मातृ भाषा, स्थानीय भाषा और राष्ट्र भाषा में ही पढ़ाया जाएगा। शेष विषयों में अंग्रेजी ही क्यों न हो। ऐसी स्थिति में एक विषय के अनुसार हि पढ़ाया जाएगा।
अब इस तरह का होगा 10+2 का नया कोर्स
नई शिक्षा नीति के अनुसार 10+2 के कोर्स को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। अब इसे 10+2 से खत्म कर 5+3+3+4 सांचे में ढाल दिया गया है। देश में अब स्कूल के पहले पांच साल में प्री-प्राइमरी स्कूल के तीन साल और कक्षा एक और कक्षा 2 सहित फाउंडेशन स्टेज शामिल होंगे। वहीं अगले तीन साल को कक्षा 3 से 5 की तैयारी में विभाजित किया जाएगा। फिर तीन साल मध्य चरण मतलब कक्षा 6 से 8 और माध्यमिक अवस्था के चार वर्ष यानि कक्षा 9 से 12। स्कूलों में कला, वाणिज्य, विज्ञान स्ट्रीम का कोई कठोर पालन नहीं होगा। छात्र अपनी ईच्छा के अनुसार अब जो भी पाठ्यक्रम चाहें, ले सकते हैं।
सेना पर हमला, 3 जवान शहीद 6 घायल
चंदेल। मणिपुर में सेना के जवानों पर घात लगाकर हमला किया गया है। इस हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गए, जबकि 6 जवान घायल हो गए हैं। घटना बुधवार रात करीब सवा एक बजे राजधानी इंफाल से करीब 95 किलोमीटर की दूरी पर चंदेल जिले में हुई। यह पहाड़ी इलाका है। भारत-म्यांमार सीमा पर उग्रवादी समूहों के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान 4 असम राइफल्स के तीन जवान शहीद हो गए। जवानों पर घात लगाकर उग्रवादियों ने हमला बोला था। इस हमले में 6 जवान घायल हो गए हैं, जिन्हें इंफाल पश्चिम जिले के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों का कहना है कि मणिपुर के स्थानीय उग्रवादी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने हमले को अंजाम दिया है। सेना की ओर से उग्रवादियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके साथ ही भारत-म्यांमार सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। पिछले साल नवंबर में चंदेल जिले में ही असम राइफल्स के कैंप पर उग्रवादियों ने हमला किया था। उग्रवादियों ने सैन्य कैंप में बम फेंके थे। इसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी हुई थी। इसके बाद उग्रवादी नजदीक की पहाड़ी में भाग गए थे। इस हमले में सेना का कोई भी जवान हताहत नहीं हुआ था।
नाबालिग बहनों से रेप, वीडियो भी बनाया
बलौदाबाजार। दो नाबालिग बहनों से गैंगरेप का मामला सामने आया है। 11 लोगों ने इस गैंगरेप को अंजाम दिया है। आरोपियों ने इस घटना का वीडियो बनाकर दो बहनों को ब्लैकमेल भी कर रहे थे।
केसला गांव में ये घटना डेढ़ माह पहले की बताई जा रही है। दोनों बहनें अपने पुरुष मित्र से मिलने गई थी। तभी आरोपियों ने दोनों बहनों से इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। आरोपियों ने इस गैंगरेप का वीडियो भी बनाया था। लगाातार धमकी मिलने के बाद दोनों नाबालिग बहनों ने अपने परिजनों को आपबीती बताई। सभी आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं।
कट्टरपंथियों ने निंदक की अदालत में हत्या की
पेशावर। ईशनिंदा के मामले की सुनवाई से पूर्व ही अदालत के भीतर घुसकर कट्टरपंथियों ने एक अमेरिकी नागरिक की हत्या कर दी | यह नागरिक जाने अनजाने में ईशनिंदा का आरोप झेल रहा था | लेकिन अपनी टिप्पणी पर उसने माफ़ी भी मांग ली थी | बावजूद इसके करीब 2 साल से वो जेल में कैद था | पाकिस्तान के पेशावर में ईशनिंदा के इस आरोपी को एक कट्टरपंथी व्यक्ति ने उस वक़्त अदालत में घुसकर गोली मार दी, जब उसे सुनवाई के लिए लाया गया था | मारा गया अमेरिकी नागरिक भी मुस्लिम ही है | बताया जाता है कि भरी अदालत में हमलवारों ने 6 गोलियां दागकर ताहिर नसीम नामक इस व्यक्ति की हत्या कर दी | ताहिर नसीम अहमदी समुदाय से ताल्लुक रखता था. इस घटना से अदालत भी हैरान है | उधर अदालत में हुई इस हत्या के बाद अमेरिका ने भी इस घटना की निंदा की है | उसने पाक सरकार से तुरंत एक्शन लेने को कहा है |
जानकारी के मुताबिक ताहिर नसीम को दो साल पहले पेशावर में ही ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था | आरोप है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर अभ्रद टिप्पणी की थी | बुधवार को पेशावर की एक अदालत में जब इस मामले की सुनवाई चल रही थी, तभी कुछ हमलावर आये और उन्होंने जज के सामने ही ताहिर पर लगातार फायरिंग शुरू कर दी | बताया जाता है कि इस हमले में ताहिर को 6 गोली लगीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई | जानकारी के मुताबिक ताहिर के खिलाफ पुलिस ने वर्ष 2018 में कट्टरपंथियों के दबाव में मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था | उस पर जो धाराएं लगाई गई थीं उसमें अधिकतम सजा का प्रावधान है | ईशनिंदा के आरोपी को पाकिस्तान में फांसी की सजा का चलन है |
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस (हिंदी-दैनिक)
जुलाई 31, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-351 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, जुलाई-31, 2020
3. शक-1943, श्रावण,शुक्ल-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।
4. सूर्योदय प्रातः 05:20,सूर्यास्त 07:18।
5. न्यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.। भारी बरसात की संभावना।
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बुधवार, 29 जुलाई 2020
2 हफ्ते से पहले मिल जाएगी 'वैक्सीन'
मॉस्को। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की आर्थिक और सामाजिक तौर से कमर तोड़ कर रख दी है। इस समय हर किसी को कोरोना की वैक्सीन आने का इंतजार है। इस बीच रूस से अच्छी खबर आई है। रूस दो हफ्तों से भी कम समय में दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है। ये जानकारी सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में दी है। रूसी अधिकारियों ने सीएनएन को बताया कि वे वैक्सीन की मंजूरी के लिए 10 अगस्त या उससे पहले की तारीख पर काम कर रहे हैं। इस वैक्सीन को मॉस्को स्थित गमलेया इंस्टीट्यूट ने बनाया है।
वैक्सीन के ट्रायल पर उठ रहे सवाल
अधिकारियों के मुताबिक, वैक्सीन को पब्लिक यूज के लिए मंजूरी दी जाएगी। फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स को पहले यह मिल जाएगी। लेकिन रूस ने अभी तक वैक्सीन के ट्रायल का कोई डेटा जारी नहीं किया है। इस वजह से इसकी प्रभावशीलता के बारे में टिप्पणी नहीं की जा सकती है।आलोचकों का कहना है कि जल्द वैक्सीन लाने का राजनीतिक दबाव है, जो रूस को एक वैश्विक वैज्ञानिक शक्ति के रूप में दर्शाने के लिए उत्सुक है। इसके अलावा वैक्सीन के अधूरे ह्यूमन ट्रायल पर भी सवाल उठ रहे हैं।
शिवांशु 'निर्भयपुत्र'
अलकायदा का नया अड्डा बना है केरल
नई दिल्ली। देश में अलकायदा दक्षिण भारतीय राज्य केरल में अपने पैर पसार रहा है। आतंकियों का नया गढ़ ये राज्य बन रहा है। इस खुलासे के बाद खुफिया एजेंसियों की नींद उड गई है।
संयुक्त राष्ट्र की आईएसआईएस, अल-कायदा और इनसे संबद्ध व्यक्तियों एवं संस्थाओं से जुड़ी एक निगरानी दल की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा तालिबान के तहत अफगानिस्तान के निमरूज, हेलमंद और कंधार प्रांतों से काम करता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, संगठन में बांग्लादेश, भारत, म्यामांर और पाकिस्तान से 150 से 200 के बीच सदस्य हैं। एक्यूआईएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है, जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है। ऐसी जानकारी मिल रही है कि एक्यूआईएस अपने पूर्व मुखिया की मौत का बदला लेने के लिए क्षेत्र में तगड़ी जवाबी कार्रवाई की साजिश रच रहा है।
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि, एक सदस्य राष्ट्र ने खबर दी है कि 10 मई, 2019 को घोषित, आईएसआईएस के भारतीय सहयोगी (हिंद विलायाह) में 180 से 200 के बीच सदस्य हैं। इसमें कहा गया है कि केरल और कर्नाटक राज्यों में आईएसआईएस सदस्यों की अच्छी-खासी संख्या है। खास कर केरल अलकायदा आतंकवादियों का नया गढ़ बनता जा रहा है। इस रिपोर्ट के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं।
400 साल खड़ी रही अयोध्या में 'बाबरी'
नई दिल्ली। भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए तैयारियां पूरे जोरों पर हैं जो पांच अगस्त को मंदिर निर्माण के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने यहां आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंदिर निर्माण के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन नेता असदुद्दीन ओवैसीने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भूमि पूजन का हिस्सा बनना प्रधानमंत्री पद की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘आधिकारिक तौर पर भूमि पूजन में हिस्सा लेना प्रधानमंत्री की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। धर्मनिरपेक्षता संविधान की मूल भावना है।
साथ ही लिखा है, ‘हम भूल नहीं सकते कि 400 साल तक अयोध्या में बाबरी मस्जिद खड़ी रही थी और उसे 1992 में अपराधी भीड़ ने ढहा दिया था।
बता दें, जिन सड़कों से प्रधानमंत्री का काफिला गुजरेगा, वहां दोनों ओर की इमारतों पर पीला रंग-रोगन किया जा रहा है जिनपर रामायाण के विभिन्न पात्रों की तस्वीरें उकेरी जा रही हैं। पीएम मोदी साकेत कॉलेज स्थित हेलीपैड से राम जन्मभूमि पहुंचेंगे। अयोध्या सूचना विभाग के उपनिदेशक मुरलीधर सिंह ने बताया कि सड़क की तीन किलोमीटर की पट्टी के दोनों ओर की इमारतों पर रंग-रोगन और रामायण के विभिन्न पात्रों की तस्वीरें उकेरने का काम अयोध्या नगर निगम कर रहा है। उन्होंने बताया कि साकेत में हेलीपैड पर भगवान राम और मां सीता के आदमकद रेखाचित्र नजर आएंगे, वहीं सड़कों के दोनों ओर इमारतों की दीवारों पर रामायण के विभिन्न चरित्रों की तस्वीरें दिखेंगी। अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री हनुमानगढ़ी भी जाएंगे और यहां जाने वाले रास्ते के दोनों ओर की इमारतों को भी सजाया-संवारा जा रहा है।
प्रधानमंत्री के दौरे वाले दिन अयोध्या में अनेक सड़कों और मंदिरों को फूलों से सजाया जाएगा तथा सरयू नदी के किनारे और विभिन्न मंदिरों में एक लाख से अधिक दीपक जलाए जाएंगे। राम जन्भूमि मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन समारोह के अवसर पर मंदिर प्रशासन लोगों और श्रद्धालुओं में वितरण के लिए ‘प्रसाद’ के एक लाख से अधिक पैकेट उपलब्ध कराएगा।
गर्भवती महिलाओं को 7.5 हजार प्रसूति खर्च
नई दिल्ली। इसी साल फरवरी महीने में श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में एक फैसला लिया गया था। इस फैसले के तहत कर्मचारी राज्य बीमा निगम(ईएसआईसी) के तहत आने वाली गर्भवती महिलाओं को प्रसूति खर्च 7500 रुपये देने का प्रस्ताव रखा गया।
अब इस प्रस्ताव पर जल्द ही अंतिम मुहर लगने वाली है। दरअसल, श्रम और रोजगार मंत्रालय ने इस संबंध में एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया है। इस पर हितधारकों से 30 दिन के भीतर अपने सुझाव देने को कहा गया है। इसके बाद सरकार अंतिम निर्णय करेगी। आपको बता दें कि सरकार का कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्रसूति खर्च बढ़ाकर 7,500 रुपये करने का प्रस्ताव है। अभी यह राशि 5,000 रुपये है। यानी 2500 रुपये की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है।
ईएसआईसी की स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बीमित महिला कर्मचारी या बीमित पुरुष कर्मचारी की पत्नी के लिए प्रसूति खर्च दिया जाता है। ये प्रसूति खर्च उन लाभार्थी महिलाओं को दिया जाता है जो ईएसआईसी नेटवर्क के अस्पताल या औषधि केंद्रों तक पहुंच नहीं होने के चलते अन्य अस्पतालों में मातृत्व सेवाओं का लाभ उठाती हैं। यह मातृत्व सहायता केवल दो बच्चों के लिए उपलब्ध करायी जाती है। बहरहाल, सरकार के निर्णय के बाद गर्भवती महिलाओं को प्रसूति खर्च पहले से 2500 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे।
फ्रांस की मदद भारतीयों के लिए वरदान
पेरिस। कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए फ्रांस ने मंगलवार को बतौर मदद भारत को वेंटीलेटर, जांच किट व अन्य चिकित्सा उपकरण सौंपे हैं। फ्रांसीसी वायुसेना के विमान से लाए गए इन उपकरणों को भारत में फ्रांस के राजदूत एमैनुएल लेनिन ने पालम एयर फोर्स स्टेशन पर भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी को सौंपा। लेनिन ने इसकी जानकारी खुद तस्वीर के साथ ट्वीट करके दी।
उन्होंने लिखा, 'फ्रांस की तरफ से भेजे गए कोविड-19 उपकरणों को भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के महासचिव आरके जैन को सौंपते हुए बहुत खुशी हो रही है। फ्रांस ने भारत को 200 मिलियन यूरो (करीब 1,756 करोड़ रुपये) की मदद का वादा किया था।'
ब्राजील में मृतक संख्या-88000 हजार
ब्रासीलिया। ब्राजील में कोरोना वायरस (कोविड-19) से 921 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 88000 के पार पहुंच गयी है। यहां पर अब तक इस महामारी से 88539 लोगों की मौत हुई है। वहीं इस संक्रमण के 40816 नये मामले दर्ज किये जाने के कारण इससे प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या 2483191 हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। ब्राजील कोरोना वायरस से संक्रमित होने और इसके कारण होने वाली मौतों के मामले में अमेरिका के बाद विश्व में दूसरे नंबर पर है। इस प्राणघातक विषाणु से ब्राजील में सबसे अधिक साओ पाउलो प्रभावित हुआ है। यहां पर इससे अब तक 487654 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 21676 मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद रियो डी जेनेरियो में 159,639 संक्रमित तथा 13033 की मौत और सिएरा में 165550 लोग संक्रमित तथा 7613 लोगों की मौत हुई है।
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