सोमवार, 27 जुलाई 2020

रूस ने चीन की मिसाइल डिलीवरी रोकी

मॉस्को। भारत से तनाव के बीच चीन को उसके मित्र देश रूस ने बहुत बड़ा झटका दिया है। रूस ने चीन को एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलिवरी रोक दी है। चीन ने इसे दबाव में लिया गया फैसला बताया है। हालांकि, उसने किसी देश का नाम नहीं लिया लेकिन, उसका इशारा साफ तौर पर भारत और अमेरिका की तरफ है। एस-400 दुनिया का सबसे बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। रूस के अलावा सिर्फ चीन के पास इसकी कुछ यूनिट हैं। भारत को इसकी पहले खेप इसी साल मिलने वाली है।


न्यूज एजेंसी के मुताबिक, “इस बार रूस ने साफ कर दिया है कि वो चीन को एस-400 मिसाइल की डिलिवरी रोक रहा है।” चीन की एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है- इस कदम से साफ हो जाता है कि सिर्फ हथियार खरीद का समझौता करने से कुछ नहीं होता। जरूरी यह है कि सिर्फ बिल नहीं वे हथियार भी आपको मिलें। चीन के एक न्यूज पेपर ने इस बाबत लिखा है कि रूस ने एस-400 की डिलीवरी को आगे तक के लिए बढ़ा दिया है। यह काफी पेंचीदा मामला है। रूस लगातार मिसाइल सिस्टम को खरीदने के लिए दबाव बना रहा था लेकिन महामारी के दौरान हथियार खरीदना कोरोना के खिलाफ पीपल्स लिबरेशन आर्मी को कमजोर कर सकती है। चीन ने भारत से पहले इस मिसाइल सिस्टम को खरीदने का फैसला किया था। पहला बैच उसे 2018 में मिल भी चुका है। भारत को इस साल के आखिर तक यह सिस्टम मिल जाएगा। खास बात ये है कि रूस ने चीन की डिलिवरी को तो रोक दिया है लेकिन भारत को वक्त पर मिसाइल देने का वादा दोहराया है। रूस ने यह फैसला ऐसे समय लिया है जब हाल ही में उसने चीन पर जासूसी का आरोप लगाया है। रूस ने पिछले दिनों अपनी सेंट पीटर्सबर्ग आर्कटिक सोशल साइंस एकेडमी के प्रेसिडेंट वेलेरी मिटको को गिरफ्तार किया था। वेलेरी पर खुफिया एजेंसियां कई महीनों से नजर रख रही थीं। उन पर आरोप है कि उन्होंने चीन के बेहद संवेदनशील सैन्य जानकारियां दीं और बदले में पैसे लिए। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया।           


इजरायल के विदेश मंत्री से बातचीत

येरुशलम। इजराइल के विदेश मंत्री गबी अश्केनाजी ने रविवार को अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से बातचीत की और उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को और मजबूत करने का वादा किया। दोनों नेताओं की बातचीत ऐसे समय हुई है, जब 30 सेकेंड में कोविड-19 जांच करने में सक्षम जांच किट विकसित करने के लिए इजराइल का उच्च स्तरीय दल नयी दिल्ली के लिए रवाना हुआ है। अश्केनाजी ने ट्वीट किया, ‘‘ मैंने भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर से बात की। मैंने चिकित्सा उपकरण लेकर भारत के लिए रवाना हुए इजरायली उड़ान की जानकारी दी। हम कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी साझेदारी को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं।’’ इजराइली विदेश मंत्री ने भारत के विदेश मंत्री का सहयोग के लिए आभार जताया और यथाशीघ्र मिलने पर सहमति जताई। इससे पहले जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ भारत-इजराइल साझेदारी मौजूदा समय में कोविड-19 की चुनौतियों का मुकाबला पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके साथ ही सहयोग का वृहद एजेंडा आगे बढ़ता रहेगा। उल्लेखनीय है कि इजराइली प्रतिनिधिमंडल इजराइली रक्षा मंत्रालय के अधीन रक्षा अनुसंधान एवं विकास महानिदेशालय के नेतृत्व में रविवार को दो उड़ानों से भारत के लिए रवाना हुआ। इजराइली प्रतिनिधिमंडल भारत में उसे द्वारा कोविड-19 की जांच के लिए विकसित तकनीक के प्रभाव का आकलन करने के लिए कई जांच करेगा। इजराइल द्वारा विकसित इस पद्धति से एक मिनट के भीतर संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। इजराइली प्रतिनिधिमंडल में करीब 20 विशेषज्ञ शामिल हैं, जिनमें से रक्षा मंत्रालय, विदेश एवं स्वास्थ्य मंत्रालयों से लेकर इजराइली रक्षा बलों एवं विभिन्न उद्योगों से जुड़े विशेषज्ञ हैं। वे इस जांच किट को विकसित करने में शामिल रहे हैं।           


29 को आएगा यूके बोर्ड का रिजल्ट

देहरादून। उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम दे चुके बच्चों का इंतज़ार खत्म होने वाला है। जी हां 29 जुलाई बुधवार को बोर्ड मुख्यालय रामनगर से रिजल्ट अनाउंस कर दिया जाएगा। कोरोना के चलते उत्तराखंड बोर्ड की एग्जाम डेट एक महीना लेट हो चुकी है। हर साल रिजल्ट जून महा में घोषित कर दिया जाता था, जो इस बार कोरोना के चलते तकरीबन 1 महीने पीछे हो गया है। कोरोना वायरस के चलते पहले बोर्ड परीक्षाएं देरी से करवाई गईं, उसके बाद रिजल्ट आने में भी तकरीबन एक महीना हो गया है। इस साल बोर्ड एग्जाम में 2,71,690 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे इनमें 12वीं में 1,31, 301 और हाईस्कूल में 1,50,389 बच्चों ने एग्जाम दिया था। उत्तराखंड बोर्ड सचिव नीता तिवारी ने बताया कि बोर्ड रिजल्ट की घोषणा के वक्त इस साल रामनगर में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे भी मौजूद रहेंगे। उन्हीं की मौजूदगी में बोर्ड रिजल्ट की घोषणा की जाएगी। मंत्री के आदेश के बाद रिजल्ट जल्दी तैयार कर लिया गया है। दरससल शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने मूल्यांकन कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए थे जिसके मुताबिक रिजल्ट अब तैयार हो गया है। 29 जुलाई को बोर्ड मुख्यालय से इसे जारी कर दिया जाएगा।           


सुनील पुरी   


विदेशी परिवार से अभद्रता, मामला दर्ज

अनील पूरी

महराजगंज। जनपद के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ उर्फ सिंहोरवा के शिव मंदिर परिसर में ठहरे फ्रांसीसी परिवार के साथ बीती रात शराब के नशे में धुत युवक ने फ्रांसीसी परिवार के साथ किया अभद्रता सुचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर शांतिभंग में चालान कर दिया। फ्रांस के टूलोज शहर निवासी पैट्रीस परिवार संग बीते 22 मार्च को नेपाल जाने के लिए सोनौली सीमा पर पहुंचे थे लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण भारत-नेपाल सीमा सील होने के कारण कोल्हुआ के शिव मंदिर परिसर में रुक गए। मंदिर परिसर में ही वह पत्नी वर्जिनी बेटा टॉम बेटी लोला व ओफली के साथ रह रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने उन्हें नगर के किसी सुरक्षित स्थान पर रुकने को कहा लेकिन वे स्वेच्छा से मंदिर परिसर में रह रहे हैं। देर रात पुरंदरपुर के तिनकोनिया निवासी रामनरेश शराब के नशे में मंदिर पहुंचा और फ्रांसीसी परिवार से अभद्रता करने लगा। ग्रामीणों ने बीच-बचाव कर युवक को हटाया और पुलिस को सूचना दी।पुरंदरपुर थानाध्यक्ष शाह मुहम्मद ने बताया कि नशे में धुत्त रहा आरोपी रामनरेश को गिरफ्तार कर 151 में चालान किया गया है।           

दहेज के लिए महिला की जहर देकर हत्या

दहेज को लेकर विवाहिता की जहर देकर की गई हत्या के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को भेजा जेल।
आठ माह पहले हुई घटना के बाद अब आयी विसरा रिपोर्ट


पूरनपुर। दहेज की मांग पूरी न होने पर जहर देकर की गई विवाहिता की हत्या करने के मामले में पुलिस उप निरी0 श्री गौतम सिंह ,मय हमराह कॉन्स0 सोनू कुमार, व् कॉन्स 0 जयवीर सिंह ,व् कॉन्स0धीरज मलिक ,व् म0कॉन्स0 संगीता , व् म0कॉन्स0 गीता ,ने वांछित अभियुक्त हरप्रीत सिंह पुत्र तरसेम सिंह अभियुक्त तरसेम सिंह पुत्र दर्शन सिंह व अभियुक्त गुरमीत कौर पत्नी तरसेम सिंह निवासीगण पूरनपुर कुरैया थाना पुरनपुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कोतवाली छेत्र के गांव कुररिया निवासी हरप्रीत सिंह की पत्नी किरनदीप कौर की दहेज को लेकर 16 नवंबर 2019 को जहर देकर हत्या कर दी गयी थी। सूचना पर पहुची पुलिस ने विवाहिता का शव कब्जे में लेकर पीएम को भेजा था ।जिसमे उसकी हत्या का खुलासा होने पर उसका विसरा सुरक्षित कर लिया गया था। पुलिस ने मृतक विवाहिता की माता सुखविंदर कौर की तरफ से पति हरप्रीत सिंह ,ससुर तरसेम सिंह ,सास गुरुप्रीत कौर ,देवर हरविंदर सिंह ,व ननद के खिलाफ दहेजप्रथा व हत्या का मुकदमा दर्ज किया था । पुलिस ने हरप्रीत सिंह , तरसेम सिंह, और गुरमीत कौर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह आठ माह पहले घटना घटी थी ।



           



 



इंसाफ के लिए दर-दर भटकते 5 मासूम

कानपुर। जब 5 मासूम बच्चे अपनी मां की मौत का इंसाफ मांगने अपनी 80 वर्षीय बूढ़ी नानी रामवती और चाचा साहूकार (63) के साथ घाटमपुर कोतवाली आए और थानाध्यक्ष सच्चिदानंद त्रिपाठी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई । इस दौरान जिसने भी मासूम बच्चों को देखा तो भावुक हो गया परंतु कोतवाली से उनको न्याय नहीं मिला और थानाध्यक्ष की मौजूदगी में कोतवाली से मासूम बच्चों व बूढ़ी नानी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
जी हां हम बात कर रहे हैं। घाटमपुर तहसील के गांव रहटी खालसा बंजारन डेरा जोकि घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र में आता है, बताते चलें कि 17 जून को सुबह करीब 7 बजे गांव के ही मैनेजर पुत्र रमेश, बाबू पुत्र जयसिंह, ऊषा पत्नी बाबू, बेटू पुत्री बाबू ने पुरानी रंजिश मानते हुए मामूली बात को लेकर पड़ोस की ही कमला देवी को गाली गलौज करते हुए लात घूसों से पीटना शुरू कर दिया था शोर शराबा सुनकर बचाने दौड़ी कमला की बूढ़ी मां रामवती को उक्त लोगों ने धक्का दे दिया और जबरदस्ती कमला को घसीटते हुए पास की ही छोटी और सकरी गली में ले गए जहां पर जहर देकर कमला को पिला दिया । रामवती के शोर मचाने पर साहूकार व गांव के अन्य लोग बचाने दौड़े तो उपरोक्त लोग धमकी देते हुए गांव के फरार हो गए। साहूकार ने आनन फानन में डायल 112 व एम्बुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे डायल 112 द्वारा कमला को एम्बुलेंस से हॉस्पिटल घाटमपुर लाए जहाँ से हैलट रिफर कर दिया गया। हैलट अस्पताल जाते समय रास्ते पर ही कमला की मौत हो गई। बताते चलें कि कमला के पति गोरे की 2017 में गम्भीर बीमारी के कारण मृत्यु हो चुकी थी कमला के 5 बच्चे अवनीश 11 खुशबू 9 रेनू 7 गुलशन 5 रामू 3 है पिता की मृत्यु के बाद पांचों बच्चों का कमला किसी तरीके से भरण पोषण कर रही थी परंतु कमला की मौत के बाद पांचों बच्चे अपनी बाल्यावस्था में ही अनाथ हो गए पांचों बच्चे अपने बुजुर्ग चाचा और बूढ़ी नानी के साथ कोतवाली घाटमपुर सीओ ऑफिस के लगातार 1 महीना 9 दिन से चक्कर काट रहे हैं परंतु इंसाफ की चौखट पर मासूम बच्चों को इंसाफ नहीं मिला है हर बार उनको किसी न किसी बहाने से टरका दिया जाता है उक्त गांव के दबंग लोगों ने बच्चों व उनकी बूढ़ी नानी और बूढ़े चाचा का जीना दुश्वार कर दिया है चाचा साहूकार ने बताया कि पुलिस द्वारा कार्यवाही ना होने के कारण उक्त लोगों के हौसले काफी बुलंद है और शराब पीकर आए दिन जान से मारने की धमकी देते हुए गांव से बाहर निकल जाने के लिए कहते हैं।             


भारत ने चीन के 47 ऐप और बैन किये

नई दिल्ली। चीन से जुड़ी कंपनियों पर भारत सरकार ने फिर एक बार बड़ी कार्रवाई की है। भारत सरकार ने चीन के 47 और ऐप बैन कर दिए हैं। इससे पहले चीन के 59 ऐप बैन किए जा चुके हैं। अब बैन किए गए ऐप्स में ज्यादातर क्लोनिंग वाले ऐप्स शामिल हैं। मतलब पहले से बैन ऐप के जैसे ऐप बनाकर उतार दिए गए थे। इन ऐप्स पर यूजर्स की डेटा का आरोप लगा है।



भारत ने चीनी ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई गलवान घाटी में झड़प के बाद शुरू की थी। PUBG समेत चीन के 275 ऐप की बनी लिस्ट टिक-टॉक समेत 59 ऐप भारत सरकार पहले ही बैन कर चुकी है। अब सरकार की नजर 275 चीनी ऐप्स पर है। इसमें PUBG भी शामिल है। गृह मंत्रालय ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, मामले से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू जारी है और ये भी पता लगाने की कोशिश है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है। अधिकारी के अनुसार कुछ ऐप्स से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पाया गया है तो कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और निजता के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। टिक-टॉक समेत 59 ऐप भारत सरकार पहले ही बैन कर चुकी है। अब सरकार की नजर 275 चीनी ऐप्स पर है। इसमें PUBG भी शामिल है। गृह मंत्रालय ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, मामले से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू जारी है और ये भी पता लगाने की कोशिश है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है। अधिकारी के अनुसार कुछ ऐप्स से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पाया गया है तो कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और निजता के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।                



सीआरपीएफ के स्थापना दिवस की बधाईंं

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ( सीआरपीएफ) के 82 वें स्थापना दिवस पर बल के कर्मियों को शुभकामनाएं देते हुए वर्षों में नयी ऊंचाइयों को छूने की कामना की है। मोदी ने अपने शुभकामना संदेश में कहा, “इस असाधारण बल के कर्मियों को 82 वें स्थापना दिवस की बधाई। हमारे देश को सुरक्षित रखने में बल अग्रिम मोर्चे पर डटा रहता है। बल के साहस और पेशेवराना की सर्वत्र प्रशंसा होती है। आने वाले वर्षों में बल और नयी बुलंदियों पर पहुंचे।”


शाह ने कहा, “ सीआरपीएफ पराक्रम, साहस और बलिदान का प्रतीक है। बल ने एक बार देश को फिर गौरवान्वित किया है। वैश्विक महामारी कोविड-19 में बल की समर्पण भाव से इसकी सेवा का कोई सानी नहीं है। मैं लाखों भारतीयों के साथ मिलकर 82 वें स्थापना दिवस पर बल के बहादुर कर्मियों और इनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं।”बल की स्थापना 27 जुलाई 1939 को नीमच में हुई थी। उस समय बल का नाम क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस (सीआरपी) था। देश के आजाद होने के बाद पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने नाम सीआरपीएफ किया था।             


11 जिलों की 13 लाख आबादी प्रभावित

पटना। बिहार में बाढ़ का पानी अब 11 जिलों में फैल गया है, जिससे राज्य की करीब 15 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। इस बीच, राज्य सरकार द्वारा राहत और बचाव कार्य प्रारंभ किए गए हैं, लेकिन यह अब तक नाकाफी साबित हो रही है। अभी भी राज्य की प्रमुख नदियों में उफान जारी है तथा करीब सभी प्रमुख नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जल संसाधन विभाग के रिपोर्ट में कहा गया है कि कोसी का जलस्तर वीरपुर बैराज के पास सोमवार को सुबह छह बजे 1.55 लाख क्यूसेक था, जो आठ बजे बढ़कर 1.62 लाख क्यूसेक बना हुआ है। इधर गंडक नदी के जलस्तर में भी एक बार फिर बढ़ोतरी हो रही है। गंडक का जलस्राव बाल्मीकिनगर बराज पर सुबह छह बजे 1.89 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे 2.09 लाख क्यूसेक पहुंच गया है। इधर, राज्य की करीब सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गंगा, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा, घाघरा कई क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।


आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 11 जिलों के कुल 86 प्रखंडों की 625 पंचायतें बाढ से प्रभावित हुई हैं। इन क्षेत्रों में करीब 15 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इन इलाकों में 26 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 14,011 लोग रह रहे हैं। इसके अलावे बाढ प्रभावित इलाकों में कुल 463 सामुदायिक रसोई घर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन 1,77,065 लोग भोजन कर रहे हैं।


उन्होंने बताया कि सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ , एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से 1,36,464 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए हेलीकप्टर के माध्यम से फूड पैकेट्स गिराये जा रहे हैं। इधर, गांवों में बाढ़ का पानी घुसने के बाद लोग ऊंचे स्थानों की खोज में राष्ट्रीय राजमागरें और तटबंधों पर शरण ले रहे हैं। लोगों की शिकायत है कि कहीं भी सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। गोपालगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर की स्थिति अब काफी खराब हो चुकी है। गोपालगंज और मुजफ रपुर में सड़कों पर बाढ़ पीड़ित रात-दिन काट रहे हैं।            


पुंछ में पाकिस्तान ने संघर्षविराम तोड़ा

पुंछ। पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्षविराम का फिर उल्लंघन करते हुए सोमवार को जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सुबह करीब 10.20 बजे सीमा पार से पाकिस्तानी सैनिकों ने मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अकारण गोलीबारी की और मोर्टार से गोले दागे। भारतीय सैनिकों ने भी इस कृत्य का माकूल जवाब दिया। कल रविवार को भी पुंछ जिले में पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलीबारी की थी।           


बिना मास्क पहने दो बकरियां गिरफ्तार

कानपुर। उत्तर प्रदेश में एक अजीब मामला देखने को मिला। कानपुर पुलिस ने बेकनगंज क्षेत्र में घूम रही बकरी को ‘गिरफ्तार’ कर लिया, क्योंकि बकरी ने मास्क नहीं पहना था। यह घटना सप्ताहांत में हुई, जहां बेकनगंज पुलिस ने बकरी को उठाया और जीप में थाने ले गई। जब बकरी के मालिक को पता चला तो, वह पुलिस स्टेशन पहुचा। बकरी मालिक ने पुलिस से गुहार लगाई और पुलिस ने आखिरकार बकरी को रिहा कर दिया यह कहते हुए कि वह जानवर को सड़क पर न घूमने दे। पुलिस अधिकारी अनवरगंज पुलिस स्टेशन सैफुद्दीन बेग ने कहा कि पुलिस ने एक युवक को बिना मास्क के पाया और बकरी को साथ ले आए।


उन्होंने कहा, “जब बिना मास्क के युवक ने पुलिस को देखा तो, वह बकरी छोड़कर भाग गया। पुलिसवालों ने बकरी को पुलिस स्टेशन ले आए। बाद में, हमने बकरी को उसके मालिक को सौंप दिया।” बकरी लाने वाले पुलिसकर्मियों में से एक ने स्वीकार किया कि उन्होंने लॉकडाउन के उल्लंघन में बकरी को गिरफ्तार किया। क्योंकि उसने मास्क नहीं पहन रखा था।उन्होंने कहा, “लोग अब अपने कुत्तों को मास्क पहनाने लगे हैं तो बकरी को क्यों नहीं।” हालांकि, सोशल मीडिया पर चुटकुले बनने के बाद पुलिस ने अपना बयान बदल दिया।           


708 लोगों की मौत, 49,931 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में कोरोना की महामारी का प्रकोप लगातार चरम पर है और पिछले 24 घंटों में करीब 50 हजार लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि के बाद संक्रमण का आंकड़ा 14.35 लाख हो गया हालांकि राहत की बात यह रही कि इस दौरान लगभग 32 हजार मरीजों के स्वस्थ होने से इस रोग से मुक्ति पाने वालों की संख्या 9.17 लाख हो गयी। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 49,931 मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 14,35,453 हो गया जबकि 708 लोगों की इस बीमारी से मौत होने से मृतकों की संख्या 32,771 हो गयी।


इसी अवधि में 31,991 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर अब तक 9,17,568 लोग कोरोना से मुक्ति पा चुके हैं। देश में अभी कोरोना संक्रमण के 4,85,114 सक्रिय मामले हैं। देश में कोरोना की महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में संंक्रमण के 9,131 नये मामले सामने आये तथा 267 लोगों की मौत हुई जिससे यहां अब संक्रमितों का आंकड़ा 3,75,799 और मृतकों की संख्या 13,656 हो गयी है जबकि 2,13,238 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं। संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर स्थित तमिलनाडु में इस दौरान 6,986 नये मामले सामने आये और 85 लोगों की मौत हुई जिससे संक्रमितों की संख्या 2,13,723 और मृतकों का आंकड़ा 3,494 हो गया है। राज्य में 1,56,526 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।           


अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए

अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए  सरस्वती उपाध्याय  हर साल कार्तिक मास की शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी तिथि को छठ पर्व की शुरुआत ह...