सोमवार, 27 जुलाई 2020

सीएम योगी की मुहिम-समीक्षा जारी

लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच में भी उत्तर प्रदेश सरकार की इसपर अंकुश लगाने की मुहिम जारी है। सीएम योगी आदित्यनाथ अनवरत समीक्षा करने के साथ ही साथ हर रोज नये उपाय पर भी जोर दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश में सैंपल टेस्टिंग भी जोरों पर है। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जहां पर एक दिन में एक लाख से अधिक टेस्ट हो रहे हैं। टेस्ट की संख्या बढऩे के साथ ही संक्रमितों की संख्या भी विस्तार ले रही है।


सीएम योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के साथ कोरोना वायरस संक्रमण पर समीक्षा बैठक करने के साथ जिलों का भी दौरा करते हैं। दौरा भी ऐसा होता है कि एक दिन में तीन जिलों में जाकर वहां के अस्पतालों का हाल देखने के साथ जिलों के शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा की जाती है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ही अपनी कर्मस्थली गोरखपुर के बाद बलिया व वाराणसी का दौरा किया था।             


'डिजिटल कैडेट' युवाओं को देगा रोजगार

लखनऊ। यूपी में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस के तहत स्थापित सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) प्रदेश भर में तीन लाख से अधिक युवाओं को डिजिटल कैडेट बनाकर रोजगार से जोड़ेगा। यह डिजिटल कैडेट सीएससी की तमाम सेवाओं को लोगों के घरों तक पहुंचाएंगे। कैडेट्स का चयन और रजिस्ट्रेशन होगा । विभिन्न सेवाओं के लिए इन्हें ट्रेनिंग भी दी जाएगी। 


हर सीएससी पर रखे जाएंगे पांच कैडेटः प्रदेश में करीब 70 हजार सीएससी सक्रीय हैं। इनके संचालकों यानी वीएलई (विलेज लेवल इंटरप्राइजेज) से पांच-पांच कैडेट रखे जाने को कहा गए हैं। घर-घर तक पहुंचाएंगे सीएससी की सेवाएंः सीएससी के राज्य प्रमुख अतुलित राय बताते हैं कि  डिजिटल कैडेट्स ग्रामीण ई-स्टोर्स, किसान ई-मार्ट जैसी अन्य तमाम सेवाओं को घर-घर तक पहुंचाएंगे। वहीं सरकार व अन्य एजेंसियों के सर्वे आदि भी करेंगे। जैसे अभी देश की आर्थिक गणना का काम सीएससी के वीएलई ही कर रहे हैं। इस वर्ष के अंत तक इनका चयन किया जाना है।  होगा पंजीकरण,  मिलेगी ट्रेनिंगः राज्य प्रमुख अतुलित राय बताते हैं ऐसे युवा जो सीएससी के साथ काम करना चाहते हैं उनको सीएससी की वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण करना होगा। नियुक्ति वीएलई ही करेंगे। सत्यापन के बाद संबंधित सीएससी से जुड़ सकेंगे। इनकी कमाई इनके काम पर निर्भर करेगी। कौशल विकास के लिए इनकी ट्रेनिंग भी होगी।           


यूपी में तेजी से फैल रहा है संक्रमण

लखनऊ। यूपी कोरोना वायरस संक्रमण अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। प्रदेश में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। रविवार को प्रदेश में रिकॉर्ड 3260 मरीज मिले हैं। एक दिन में पहली बार तीन हजार से अधिक मरीज मिले हैं। इससे पहले शनिवार को 2984 कोरोना पॉजिटिव मिले थे। 
अब प्रदेश में 23921 एक्टिव मरीज हैं। 41641 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। कुल 1426 की मौत हो चुकी है। रविवार को भी 39 मरीजों ने दम तोड़ा, जबकि 1741 को डिस्चार्ज किया गया है। अब तक प्रदेश में 67015 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। प्रदेश के अवस्थापान और औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन ने बताया कि अब तक प्रदेश में 18,34,397 नमूनों की जांच की जा चुकी है। 


स्वास्थ्य विभाग से जारी रिपोर्ट के अनुसार जिलों में रविवार को सबसे अधिक 449 मरीज लखनऊ में मिले हैं। इसके बाद कानपुर में 202, वाराणसी में 145, बलिया 128, नोएडा 110, गोरखपुर 107, मुरादाबाद में 103 और बरेली में 101 मरीज सामने आए हैं। आगरा में 20, अलीगढ़ 46, अंबेडकरनगर, 07, अमेठी 05, अमरोहा 60, अयोध्या 91, आजमगढ़ 58, बदायूं 13, बागपत 09, बलरामपुर 05, बांदा 07, बाराबंकी 34, बस्ती 41, बहराइच 24, भदोही 25, बिजनौर 03, बुलंदशहर 31, चंदौली 57, चित्रकूट 06, देवरिया 50, एटा 18, इटावा 17, फर्रुखाबाद 07, फतेहपुर 07, फिरोजाबाद 18, गाजियाबाद 78, गाजीपुर 63, गोंडा 29, हमीरपुर 15, हरदाई 27, हाथरस 01, जालौन 02, झांसी 84, कन्नौज 67, कानपुर देहात 321, कासगंज 09, कौशांबी 07, कुशीनगर 28, लखीमपुर खीरी 13, महराजगंज 20, मऊ 24, मेरठ 31, मुजफ्फरनगर 04, पीलीभीत 62, प्रतापगढ़ 17, प्रयागराज 98, रायबरेली 84, रामपुर 44, सहारनपुर 47, संभल 15, संतकबीरनगर 17, शाहजहांपुर 76, शामली 17, श्रावस्ती 02, सिद्धार्थनगर 16, सीतापुर 36, सोनभद्र 12, सुल्तानपुर 07, उन्नाव में 43 मरीज मिले हैं।           


जौनपुर से वाराणसी यात्रा पड़ेगी महगींं

वाराणसी की यात्रा करने पर अब जेब करनी होगी ढीली


जौनपुर/ वाराणसी। जौनपुर से वाराणसी जाने के लिए लोगों को अब अपनी जेब ढीली करनी होगी। वजह कि वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर जलालपुर हौज के पास अब टोल प्लाजा का निर्माण कराया जाएगा। ऐसे में अपने वाहन से यात्रा करते हैं तो वहां टोल टैक्स देना होगा। यह नियम दो व तीन पहिया वाहन को छोड़कर सभी बड़े वाहनों पर लागू होगा। हालांकि जिला मुख्यालय से वाराणसी तक का यह सफर लोगों का महज 30 से 40 मिनट में पूर्ण हो जाएगा। इससे लोगों को राहत मिलेगी।


वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग के फोरलेन निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के लिए वर्ष 2012 में गजट प्रकाशित किया गया। वहीं निर्माण कार्य 2015 से शुरू हुआ। इसमें कभी भूमि अधिग्रहण तो कभी कार्यदाई संस्था की लेटलतीफी के कारण आज तक काम नहीं पूरा हो सका। कार्यदाई संस्था गायत्री कंस्ट्रक्शन को बनाया गया। वाराणसी से लखनऊ तक 256 किमी के फोरलेन निर्माण के लिए सरकार का करीब 4200 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। ऐसे में सरकार की तरफ से इस 300 किमी की सड़क पर चार टोल प्लाजा बनाए गए हैं, जिससे आम लोगों से आरामदायक सफर व खर्च के एवज में टैक्स की वसूली की जा सके। जिले के हिस्से में एक टोल प्लाजा आ रहा है। यह जलालपुर के हौज में बनाया जाएगा। बची हुई शेष सड़क का निर्माण कार्य छह माह में पूर्ण हो जाएगा तो टोल प्लाजा का कार्य शुरू कराया जाएगा। यह टैक्स अगले 20 से 30 वर्षों तक वसूला जाएगा।             


बीआरडी कॉलेज में तीन लोगों की मौत

गोरखपुर। बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक कुशीनगर व दो गोरखपुर के हैं। इसके अलावा रविवार को कोरोना संक्रमण के कुल 518 नमूनों की जांच हुई। 476 निगेटिव व गोरखनाथ के एक निजी चिकित्सक समेत 42 में संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें से 32 शहर के हैं। जिले अब संक्रमितों की संख्या 1582 हो गई है। 751 ठीक होकर घर गए। 39 की मौत हो चुकी है। 792 का इलाज चल रहा है। दो दिन पहले मेडिकल कॉलेज में भर्ती कुशीनगर के कुबेरनाथ निवासी 55 वर्षीय प्रह्लाद, गोरखपुर के मिर्जापुर निवासी 54 वर्षीय सलीम व सहजनवां के बेलवा निवासी 47 वर्षीय वीरेंद्र नाथ यादव की मौत हो गई। प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि सभी शव कोविड 19 प्रोटोकाल के तहत स्वजन को सौंप दिए गए।


लगातार बढ़ रहे संक्रमण के बीच रविवार थोड़ी राहत दे गया। अपेक्षाकृत इस दिन संक्रमितों की संख्या कम रही। रेलवे चिकित्सालय में एक संक्रमित को छोड़कर किसी सरकारी कार्यालय के किसी व्यक्ति में संक्रमण नहीं मिला। शहर के 23 स्थानों से लिए गए नमूनों में 32 लोग संक्रमित पाए गए। 10 संक्रमित ग्रामीण इलाकों से हैं। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि संक्रमितों के गांव व मोहल्ले सील कर दिए गए हैं। सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है।           


पुलिसकर्मियों को संक्रमण के डर ने सताया

प्रमोद राही


लखनऊ। थाना मोहनलालगंज में कई पुलिस कर्मियों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने के बाद  क्षेत्र के अन्य थानों के पुलिस कर्मियों में भी कहीं न कहीं डर बना हुआ है।  इसी क्रम में निगोहां थाने में बाहर से पहुंचे नई भर्ती के 35 पुलिस कर्मियों की सभी पुलिस कर्मियों की रैपिड एंटीजेन किट द्वारा कोरोना जांच की गई। जिसमें सभी पुलिसकर्मी नेगेटिव पाए गए। जिसके बाद सभी लोगों ने राहत की सांस ली। लैब टकनेशियन घनश्याम ने बताया कि थाने में मौजूद अन्य पुलिस कर्मियों की भी सोमवार को जांच की जाएगी।                  


रावत के खिलाफ कड़े विरोध की तैयारियां

देहरादून। सीएम त्रिवेंद्र रावत के बयान को लेकर तीर्थ पुरोहित विरोध की रणनीति बना रहें है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चारो धाम की यात्रा बाहरी राज्यों के यात्रियों के लिए खोलने का विरोध करने वालो को कांग्रेसी बता दिया। सीएम ने अति उत्साह मीडिया में बयान दिया था। सीएम ने कहा कि, मैं विरोध करने वालों को पिछले 20 सालों से जानता हूं, उन्हें नाम और चेहरे से पहचानता हूं। सीएम ने कहा कि जो विरोध कर रहें हैं वो तीर्थ पुरोहित नहीं, कांग्रेसी हैं। जिसके बाद तीर्थ पुरोहितो ने इस बयान को लेकर गहरी नाराज़गी व्यक्त की है सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री के जरिये उन्हें कांग्रेसी बताये जाने से उन्हें गहरी ठेस पहुंची है और वे कड़े विरोध की रणनीति तैयार कर रहे है अब देखना यह है की मुख्यमंत्री क्या निर्णय लेते है ?

कांग्रेस का बीजेपी पर वार


सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान के बाद कांग्रेस को सत्ताधारी पार्टी को घेरने का मौका मिल गया है। कांग्रेस ने चार धाम देवस्थानम श्राइन बोर्ड के बहाने सरकार पर तीर्थ पुरोहितों की अनदेखी का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा है कि देवस्थानम बोर्ड के गठन के बाद से ही तीर्थ पुरोहितों की हितों की अनदेखी हो रही है। अपने बयान से सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत विवादों में घिरते नजर आ रहें हैं। ऐसे में सरकार को तीर्थ पुरोहितों की नाराजगी को कैसे दूर करती है। ये देखने वाली बात होगी फ़िलहाल कांग्रेस इस बयान को लेकर क्या नई रणनीति अपनाती है। यह भी खुद में एक सवाल है।       

बढ़ते संक्रमण को देख बाजार किया बंद

बरेली। बड़ा बाजार में गली आर्य समाज स्थित सभी साड़ी व लेडीज सूट की दुकानें व्यापारियों ने आज से 3 अगस्त तक बंद कर दी है। सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान कोरोना महामारी को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से बंद किए गए हैं। संक्रमण फैलने को लेकर व्यापारी वर्ग भी दहशत में है। अभी तक व्यापारी पूरा बाजार खुलवाने पर जोर दे रहे थे। अब बाजार बंद रखने पर जोर दे रहे हैं।             


एनएच-75 पर सड़क हादसे में 8 की मौत

मुरसलीम खान


छतरपुर। बमीठा चन्द्रनगर के पास एनएच 75 पर दो मोटरसाइकिलो कि स्कार्पियो से भीषण भिड़ंत होने से आठ लोगो की मौके पर मौत, स्कार्पियो क्रमांक दो मोटरसाइकिलों से टकराकर रोड के नीचे 10 फिट की गहराई में जा गिरी थी, स्कार्पियो में सबार सभी लोगो की मौत एक बाइक में सवार लोगो की मौत हुई हैं, बमीठा पुलिस मौके पर पहुंची थी पर जब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी थी।


भारत के लिए राफेल विमान ने भरी उड़ान

नई दिल्ली/ पेरिस। जिस लड़ाकू विमान को लेकर भारत में जमकर सियासी विवाद हुआ और जिसकी चर्चा देश-दुनिया में जमकर हुई। उस लड़ाकू विमान ने अब भारत के लिए उड़ान भर ली है। बात ‘राफेल’ की हो रही है। फ्रांस से भारत के लिए आज पाँच लड़ाकू विमान ‘राफेल’ ने पहली उड़ान भर ली है। राफेल लड़ाकू विमान का पहला जत्था आज फ्रांस के मेरिग्नाक बेस से रवाना हुआ। एक बाद एक राफेल ने उड़ान भरी है। उड़ान भरने के दौरान का वीडियो रोमांचित करने देने वाला है। बुधवार 29 जुलाई को राफेल भारतीय वायुसेना में शामिल हो जाएगा। भारत में राफेल की लैडिंग अंबाला एयरपोर्ट पर होगी। अंबाला पहुँचने से पहले पाँचों लड़ाकू विमान अबूधाबी के करीब अल-दफ्रा फ्रेंस एयरबेस पर हॉल्ट करेंगे। इन विमानों में दो ट्रेनर एयरक्राफ्ट हैं और तीन लड़ाकू. मेरिग्नाक में रफाल बनाने वाली कंपनी,‌ दसॉ (दसॉल्ट) की फैसेलिटी है जहां उनका निर्माण हुआ है।


वहीं भारत के अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमानों की उतरने की पूरी तैयारी कर ली गई है। जानकारी के मुताबिक राफेल फाइटर जेट्स की तैनाती के लिए अंबाला एयरबेस पर अलग से इंफ्रैस्ट्रक्चर तैयार किया गया है जिसमें हैंगर (विमानों के खड़े करने की जगह), एयर-स्ट्रीप और कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम शामिल है। रफाल की पहली स्कॉवड्रन को ‘गोल्डन ऐरो’ का नाम दिया गया है। भारतीय वायुसेना में राफेल का शामिल होना दक्षिण एशिया में ‘गेमचेंजर’ माना जा रहा है। क्योंकि रफाल 4.5 जेनरेशन मीडियम मल्टीरोल एयरक्राफ्ट है। मल्टीरोल होने के कारण दो इंजन वाला (टूइन) रफाल फाइटर जेट एयर-सुप्रेमैसी यानि हवा में अपनी बादशाहत कायम करने के साथ-साथ डीप-पैनेट्रेशन यानि दुश्मन की सीमा में घुसकर हमला करने में भी सक्षम है। बताया जा रहा है कि राफेल लड़ाकू विमानों को पूर्वी लद्दाख सेक्टर में तैनात किया जाएगा। हालांकि अभी इस कोई अधिकृत बयान नहीं आया है। लेकिन चीन के साथ जारी विवाद के मद्देनज़र नियंत्रण के नजदीक तैनात किए जाने की संभावना है। गौरतलब है कि भारत ने लगभग 58 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इन 36 राफेल विमानों में से 30 लड़ाकू विमान और छह प्रशिक्षण देने वाले विमान शामिल हैं।             


जाल में फंसी 780 किलो की मछली

कोलकाता। एक फ्लाइंग शिप की तरह नजर आने वाली करीब 800 किलो की विशाल मछली पकड़ में आई है जो 20 लाख रुपये में बिकी। यह मछली बहुत दुर्लभ है जो इससे पहले इस इलाके में नहीं देखी गई थी। यह विशाल मछली पश्चिम बंगाल के दिघा में पकड़ी गई। पश्चिम बंगाल के दिघा में एक ट्रॉलर से 780 किलोग्राम की मछली पकड़ में आई जिसका नाम चिलशंकर फिश है। फिशरमैन इस विशाल मछली को पकड़कर बहुत ही खुश हुए।


सोमवार को जिस ट्रॉलर से यह विशाल काले रंग की मछली पकड़ी गई, उस ट्रॉलर का मालिक ओडिशा का है। दिघा में जब यह मछली पकड़ी गई तो उसके आसपास लोकल टूरिस्ट की भीड़ सी लग गई। अपने भारी वजन के कारण मछली कोई मूवमेंट नहीं कर पा रही थी। इस मछली को रस्सी से बांधकर एक वैन में रखा गया जो मोहाना फिशर एसोसिएशन से ली गई थी। इसकी जब मार्केट में बोली लगी तो 2100 रुपये प्रति किलोग्राम का भाव मिला। इस तरह मछुआरे को मछली की पूरी कीमत करीब 20 लाख रुपये मिली। लॉकडाउन के दौरान यह मछुआरे के लिए किसी लॉटरी निकलने की तरह है।


एक लोकल फिशरमैन अजिरुल ने बताया कि यह एक चिलशंकर फिश है जिसका वजन करीब 800 किलोग्राम है। इसकी मार्केट कीमत 2100 रुपये प्रति किलोग्राम है।हमने ऐसी बड़ी और दुर्लभ मछली आज से पहले कभी नहीं देखी है। इस मछली के तेल और हड्डियों से दवाई बनाई जाती है। बाकी की हिस्सा मानसून के दौरान खाने की डिश की तरह इस्तेमाल होता है।          


छत्तीसगढ़ः लॉकडाउन लागू करने पर विचार

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। लॉकडाउन में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी नहीं होने से सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसे लेकर आज मुख्यमंत्री ​भूपेश बघेल अपने निवास पर कोरोना की समीक्षा बैठक कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश के कई जिलों में 15 से 20 दिनों तक सख़्त लॉकडाउन किये जा सकते है।


इस बैठक में मंत्री रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा सहित प्रशासनिक अफसर भी शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में यह बैठक हो रही है। वहीं संभवता फिर से राजधानी रायपुर में लॉकडाउन की घोषणा हो सकती है।             


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