लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन पुलिस अधिकारियों पर शिकंजा कसा है, जो अपने-अपने जिलों में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने में विफल रहे हैं। इनमें 15 आईपीएस अधिकारी शामिल हैं, जिनका तबादला और पोस्टिंग से संबंधित आदेश जारी किया गया है। बीते शनिवार रात जारी किए गए तबादले और पोस्टिंग संबंधी आदेशों के अनुसार, कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु को झांसी स्थानांतरित कर दिया गया है, वहीं उनके पद में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गौरतलब है कि 2-3 जुलाई की रात को बिकरू गांव में आठ पुलिस अधिकारियों की हत्या और एक लैब तकनीशियन की अपहरण-हत्या के मद्देनजर उनका स्थानांतरण हुआ है।
कानपुर में प्रभु का कार्यकाल विवादों से भरा रहा और ज्यादातर मामलों में पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही। गैंगस्टर विकास दुबे की 10 जुलाई को मुठभेड़ और लैब टेक्नीशियन की रिहाई के लिए दी गई फिरौती की रकम ने पुलिस की भूमिका को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया था। अब तक अलीगढ़ रेंज के डीआईजी के पद पर तैनात रहे प्रीतिंदर सिंह अब कानपुर के नए डीआईजी / एसएसपी होंगे। अमेठी की एसपी ख्याति गर्ग को लखनऊ पुलिस कमिशनरेट में डीसीपी (केंद्रीय) के रूप में स्थानांतरित किया गया है, जबकि डीसीपी सेंट्रल दिनेश सिंह अमेठी के नए एसपी होंगे। अपने पड़ोसियों के साथ एक नाले को लेकर हुए विवाद के बाद पिछले सप्ताह लखनऊ में एक महिला ने जान दे दी थी, जिसके बाद गर्ग ने सुर्खियां बटोरीं थी। महिला का दावा था कि पुलिस ने उसकी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं की।