हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। निवेश आकर्षित करने, रोजगार सृजित करने और कारोबार करने में आसानी से सुधार लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी 75 जिलों में 46 जिला स्तरीय व्यापक सुधारों को लागू करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इन सुधारों के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में 10 नए विभागों की 46 सेवाओं को 31 अक्टूबर 2020 तक राज्य के सिंगल विण्डो पोर्टल ‘निवेश मित्र’ में एकीकृत किया जाना है। ये सेवाएँ ऑनलाइन- आवेदन, शुल्क जमा करने और अंतिम स्वीकृतियां डाउनलोड करने की सुविधा से युक्त होंगी।
नए विभागों की सूची में कृषि, चिकित्सा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, गृह, प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, सहकारी समितियां, भूजल, भूतत्व एवं खनिकर्म, परिवहन तथा खाद्य एवं रसद आदि शामिल हैं। एकीकरण के बाद उर्वरक, कीटनाशक और कीटनाशक के विनिर्माण, बिक्री, भण्डारण, क्लीनिकलअधिष्ठानों का पंजीकरण तथा जल दोहन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) आदि जैसी सेवाएं निवेश मित्र के माध्यम से ऑनलाइन प्रदान की जाएंगी। वर्तमान में 20 विभागों की 146 सेवाएं निवेश मित्र के माध्यम से प्रदान की जा रही हैं। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा, “मुख्यमंत्री ने टेक्नोलॉजी के उपयोग से बिज़नेस-टू-गवर्नमेंट (B2G) की इंटरैक्टिव प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने पर जोर दिया है। हमारी सरकार विभिन्न आईटी संचालित मॉड्यूलों का विकास करके ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस को बेहतर करने में सफल रही है, निवेश मित्र ऐसी ही सफल प्रणालियों में से एक है।“ ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस के इण्डेक्स में उत्तर प्रदेश पिछले 4 वर्षों से लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, वर्ष 2017-18 में राज्य को ‘अचीवर’ राज्य का दर्जा प्रदान किया गया है। उल्लेखनीय है कि अब व्यवसाय में सहजता में राज्यों की रैंकिंग उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर की जाएगी। इस संबंध में निवेश मित्र पोर्टल के ‘यूजर फीडबैक’ मॉड्यूल को कुल 62,286 निवेशक-प्रतिक्रियाएं मिली हैं, जिनमें से लगभग 73 प्रतिशत् उपयोगकर्ता, यानी 45,005 फीडबैक ‘संतुष्ट’ श्रेणी के तहत प्राप्त हुए हैं और कई प्रतिष्ठित निवेशकों ने उत्तर प्रदेश के सिंगल विण्डो रिफॉर्म ‘निवेश मित्र’ के बारे में उत्साहजनक अनुभव साझा किए हैं ।
उत्तर प्रदेश में उद्यमी व औद्योगिक समुदाय की सकारात्मक सोच तथा एक सराहनीय उपलब्धि के द्योतक के रूप में फरवरी 2018 से 20 जुलाई, 2020 तक निवेश मित्र पर उद्यमियों के कुल 2,05,310 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 1,63,130 एनओसी या लाइसेंस 79 प्रतिशत की अभूतपूर्व अनुमोदन दर से सफलतापूर्वक ऑनलाइन प्रदान किए गए हैं।अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आईआईडीसी), आलोक टंडन ने कहा कि निवेश मित्र का लगातार अच्छा प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि यह पोर्टल अब उद्योग जगत की मांगों और सरकारी मशीनरी से अपेक्षाओं के बीच के अंतर को पाटने का कुशल हिस्सा बन गया है। 01 अप्रैल, 2020 से 20 जुलाई, 2020 तक कोविड-19 महामारी की अवधि में भी 82 प्रतिशत् की अभूतपूर्व अनुमोदन दर के साथ ‘निवेश मित्र पोर्टल’ के माध्यम से 28,248 स्वीकृतियां प्रदान की गईं। इस अवधि के दौरान अपने उद्यम स्थापित व संचालित करने हेतु विभिन्न विभागों की स्वीकृतियां प्राप्त करने के लिए उद्यमियों द्वारा कुल 34,361 आवेदन किए गए। अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, आलोक कुमार ने कहा, ”कोविड महामारी के बावजूद 82 प्रतिशत लाइसेंस स्वीकृति दर अनुकूल व्यावसायिक वातावरण बनाने के लिए ऑनलाइन सेवा प्रणाली की दक्षता और उपयोगिता को दर्शाती है।“ उल्लेखनीय है कि फरवरी 2018 में आयोजित उ. प्र. इन्वेस्टर्स समिट में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा निवेश मित्र सिंगल विण्डो पोर्टल के उन्नत संस्करण का शुभारम्भ किया गया था। तब निवेश मित्र के माध्यम से 20 विभागों की 69 सेवाएं प्रदान की जा रही थीं, जबकि अब 20 विभिन्न विभागों की 146 सेवाएं इस पोर्टल के माध्यम से प्रदान की जा रही हैं। कोविद -19 लॉकडाउन अवधि के दौरान भी 20 अप्रैल, 2020 को भूमि सुधार से संबंधित 21 सेवाओं को निवेश मित्र पोर्टल के साथ एकीकृत किया गया था। निवेश मित्र के शिकायत निवारण तंत्र के अन्तर्गत अब तक उद्यमियों से 15,618 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 15,290 को 98 प्रतिशत की समाधान दर से सफलतापूर्वक हल किया गया है।