गुरुवार, 23 जुलाई 2020

इस प्रकार की पुनरावृति दोबारा ना हो

गगन शर्मा 


नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कानपुर में पुलिसकर्मियों की हत्या और विकास दुबे समेत आरोपियों की मुठभेड़ों में मौत पर कहा कि यूपी सरकार इस बात का ध्यान रखे कि ऐसी मुठभेड़ दोबारा न हो। शीर्ष अदालत ने इसके साथ ही इन मौतों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति के गठन के यूपी सरकार के मसौदे को मंजूरी दे दी। राज्य सरकार ने शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश डॉ. बलबीर सिंह चौहान की अध्यक्षता में समिति गठित की है।


मुख्य न्यायाधीश एस.ए. बोबडे की पीठ ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सुनवाई के दौरान कहा कि इस जांच समिति को एक सप्ताह के भीतर अपना काम शुरू कर देना चाहिए और दो महीने के अंदर इसे पूरा कर लेना चाहिए। न्यायमूर्ति चौहान की अध्यक्षता वाली इस जांच समिति में इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश शशिकांत अग्रवाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक के.एल. गुप्ता शामिल हैं। पीठ ने समिति को सचिवालय सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया और कहा कि यह सहयोग एनआईए या किसी अन्य केंद्रीय एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराया जाना चाहिए। पीठ ने कहा कि यह जांच समिति अपनी रिपोर्ट शीर्ष अदालत के साथ ही राज्य सरकार को भी सौंपेगा। इससे पहले, राज्य सरकार ने न्यायालय को सूचित किया कि शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश डॉ. चौहान कुख्यात अपराधी विकास दुबे की मुठभेड़ में हुई मौत के मामले की जांच के लिए गठित समिति का हिस्सा बनने पर सहमत हैं। पीठ ने कहा कि यह समिति कानपुर के चौबेपुर थानांतर्गत बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों के मारे जाने और इसके बाद हुई मुठभेड़ की घटनाओं की भी जांच करेगी।


उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को बताया कि जांच समिति उन परिस्थितियों की भी जांच करेगी, जिसमें 65 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे विकास दुबे को जमानत पर रिहा किया गया था। मेहता ने इस जांच समिति की कार्य-शर्तों को पढ़कर पीठ को सुनाया। इस पर पीठ ने टिप्पणी की कि हम जांच समिति के हाथ नहीं बांधना चाहते। जांच समिति के लिए कार्य-शर्तें रखना उचित नहीं है। जांच समिति की जांच का दायरा व्यापक होना चाहिए। शीर्ष अदालत उन याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें दुबे और उसके पांच कथित साथियों की मुठभेड़ में हुई मौत के मामले की न्यायालय की निगरानी में जांच कराने का आग्रह किया गया था।            



मां-बेटियों ने प्रेमियों से पतियों की हत्या कराई

बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर में मां-बेटी ने अपने अवैध संबंधों में बाधक बनने पर पूरे फिल्मी अंदाज में अपने प्रेमियों के साथ मिलकर अपने पति का कत्ल करवा डाला। आरोपियों ने पहले बलवीर को डंडों से पीटा, फिर गोली मारकर कर दी। हालांकि पुलिस ने 13 दिन में ही हत्याकांड का खुलासा कर मृतक की पत्नी व पुत्री को उनके प्रेमियों सहित गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल को बरामद करने का दावा किया है।


बुलंदशहर के पहासू के गांव जटोला में रहने वाले 40 साल के किसान बलवीर सिंह की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी ही पत्नी व बेटी ने अपने आशिकों के साथ मिलकर करवा डाली। दरअसल, उसकी बेटी और पत्‍नी रानी के हेमंत और गोलू से अवैध संबंध थे, जिसकी भनक जब बलवीर सिंह को लगी तो उसने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। बस फिर क्या था मां-बेटी ने अपने प्रेमियों के साथ मिलकर रच डाली बलवीर सिंह के कत्ल की साजिश।


साजिश के तहत 9 जुलाई को जब बलवीर सिंह एक मोबाइल खरीद कर अपने घर पहुंचा, तो उसे फोन कर किसी ने बुलाया और उसके बाद वह घर नहीं लौटा। 11 जुलाई को उसका शव मिला। हत्यारों ने शव की पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब भी डाल दिया था, लेकिन जब मृतक की शिनाख्त बलवीर के रूप में हुई। पुलिस ने शक के आधार पर जैसे ही उसकी पत्नी रानी और बेटी को हिरासत में ले सख्‍ती से पूछताछ की तो मां-बेटी ने कर दिया रिश्तों के कत्ल का खुलासा।


पुलिस ने मृतक की पत्नी-पुत्री उनके दोनों प्रेमियों व एक अन्य साथी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और पांचों को जेल भेज रही है।               


सैनिक के पिता की हत्या, पत्नी की घायल

अमेठी। उत्तर प्रदेश में लॉ एंड आर्डर कितना अपटूडेट है इसकी बानगी रोज ब रोज देखने को मिल रही है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के राज में अपराध दर अपराध होते ही चले जा रहे हैं। कानपुर, गाजियाबाद, मेरठ, लखनऊ, अमेठी से लगाकर पूरे उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधियों का जलवा चरम पर है। एक के बाद एक अपराध होते चले जा रहे, पुलिस शायद कोरोना ढूंढ रही है।


ताजा मामला आज अमेठी में देखने को मिल रहा है। यहां राष्ट्रीय राइफल डोगरा रेजिमेंट में तैनात सूर्यप्रकाश मिश्र के पिता राजेन्द्र मिश्र की तेजधार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गयी। साथ ही उनकी गर्भवती पत्नी को पीटकर अधमरा कर दिया गया। अमेठी निवासी फौजी उत्तर प्रदेश शासन के खिलाफ परिवार सहित धरने पर बैठ गया है। न्याय न मिलने की उम्मीद के बाद आर्मी जवान ने आत्मदाह कर लेने की भी बात कही है।
22 जुलाई दोपहर वायरल हुआ यह वीडियो अमेठी का है, स्ट्रेचर पर पिता की लाश है और जो जमीन पर लोट-लोट कर बिलख रहा है वो पुंछ में तैनात जवान सूर्य प्रकाश मिश्र हैं। सूर्यप्रकाश के घर मे पड़ोस के कुछ दबंगों ने घर में घुसकर उनके पिता की हत्या कर दी। इसके अलावादबंगों ने उनकी गर्भवती पत्नी को भी पीट-पीटकर बेदम कर दिया। जवान सूर्यप्रकाश ने अपने पड़ोस में रहने वाले 6 लोगों पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हमारा उनसे विवाद चल रहा था। जिसकी सूचना उन्होंने नजदीकी थाने में कई बार दी। बावजूद इसके उनकी सुनवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा जो सैनिक सरहद पर देश की रक्षा करता है वो अपने घर में ही अपने पिता को नहीं बचा सका।            


सुनहरे उल्लू के साथ 10 तस्कर गिरफ्तार

भोपाल। मध्यप्रदेश में उज्जैन में एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में वन्य जीवों की तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए इसके छह पुरुष और चार महिला सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 5.25 करोड़ रुपये की कीमत के दो दुर्लभ वन्य जीव भी बरामद किए हैं।


उज्जैन एसटीएफ एसपी नितेश गर्ग ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि कुछ लोग उज्जैन के नानाखेड़ा इलाके में वन्यजीवों को बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ ने जाल बिछाया और दो कारों में सवार कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों में चार महिलाएं थी। सभी आरोपी इंदौर और आसपास के इलाकों मे रहने वाले हैं। एसपी के मुताबिक, कार सवार लोगों के कब्जे से एक सुनहरा उल्लू और दो मुंहा सांप (Red Sand Boa) बरामद किया गया है। पकड़े गए दोनों जीव बेहद दुर्लभ हैं। सुनहरे उल्लू को स्मगलर तांत्रिक क्रियाओं के लिए बेचते हैं जिसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपये है। वहीं दो मुंह वाले सांप का इस्तेमाल दवाई बनाने के लिए किया जाता है और इसकी कीमत करीब 2.25 करोड़ रुपये है। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि तस्करों ने उल्लू व सांप को खंडवा के जंगलों से पकड़ा है। कोर्ट के आदेश के बाद दोनों जीवों को जंगल में ही छोड़ा जाएगा।              


 


बैंक कर्मियों की सैलरी में 15 फ़ीसदी इजाफा

नई दिल्ली। देश के लाखों बैंक कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। इनको सैलरी अब पंद्रह फीसदी ज्यादा मिलेगी। इसकी मांग बैंक कर्मचारी लंबे अरसे से कर रहे थे। बैंक कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। बैंकिंग सेक्टर में वेतन वृद्धि को लेकर लंबे अरसे से संघर्ष कर रहे बैंक कर्मचारियों के वेतन में 15 फीसदी की वृद्धि का फैसला लिया गया है। बुधवार को इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के बीच चल रही बातचीत के बाद दोनों संगठन इस बात पर राजी हो गए कि बैंक कर्मचारियों के वेतन में 15 फीसदी की बढ़ोतरी होनी चाहिए।

आईबीए और यूएफबीयू के बीच मुंबई के एसबीआई मुख्यालय में आयोजित इस मैराथन बैठक में ये फैसला किया गया। बैंक यूनियन और आईबीए के बीच हुए समझौते के अनुसार ये वेतन वृद्धि नवंबर 2017 से प्रभाव में आएगी। दरअसल, सार्वजनिक, निजी और विदेशी बैंकों समेत 37 बैंकों ने अपने कर्मचारियों की वेतन वृद्धि के बारे में निर्णय लेने के लिए आईबीए को अधिकार दिया है। इस समझौते के लागू होने से बैंकों पर लगभग आठ हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक बोझ बढ़ेगा।

पत्नी के 14 बॉयफ्रेंड को भेजा नोटिस

पत्नी के थे 14 ब्वॉयफ्रेंड, पति ने सबको नोटिस भेजकर मांगे 100 करोड़


सुरेश उपाध्याय


कोलकाता। एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। जहां एक पति ने अपनी पत्नी के अवैध संबधों का पता लगाने के लिए लगातार जासूसी की। इसके बाद उसके सामने जो सच्चाई सामने आई वह बहुत चौंकाने वाली थी। उसे पता चला कि उसकी पत्नी के एक नहीं बल्कि 14 ब्वॉयफ्रेंड हैं। इसके बाद उसने जो किया उससे हर कोई हैरान रह गया।
बांग्ला इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पत्नी के 14 पुरुषों के साथ अवैध संबंधों की बात सामने आने के बाद पति ने सभी को कानूनी नोटिस भेजा है। पति ने 14 पुरुषों से 100 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में मांगे हैं। उनका कहना है कि 14 लोगों के साथ पत्नी के अवैध संबंध होने के कारण उनका वैवाहिक जीवन बिखर गया है।


महिला का पति कोलकाता का एक बिजनेसमैन है। उसका आरोप है कि इन पुरुषों की वजह से उनका वैवाहिक जीवन बर्बाद हो गया है। समाज में भी उसकी प्रतिष्ठा धूमिल हो गई है। इसलिए उसने अपने कार ड्राइवर को जासूस बना कर सभी के खिलाफ सुबूत जुटा लिए हैं।
पति ने 14 लोगों को अलग- अलग नोटिस भेजा है। उस नोटिस में लिखा है कि नोटिस मिलने के 2 हफ्तों के अंदर अगर मानहानि की क्षति पूर्ति  नहीं की गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नोटिस में पति ने बकायदा लिखा है कि, ‘मुझे पता चला है कि आप लोगों के मेरी पत्नी के साथ शारीरिक संबंध हैं और गोपनीय तरीके से मेरी पत्नी के संपर्क में रहते हैं।
आगे उसने लिखा, ‘आप सभी को पता है कि वह विवाहित है। साथ ही आप ये भी जानते है कि मैं उसका पति हूं। आप लोगों के अवैध संबंधों से मेरा वैवाहिक जीवन बिखर गया है। मैं तकलीफ में जी रहा हूं। मेरी सामाजिक छवि धूमिल हो गई। आप सब लोगों को मानहानि के तौर पर 2 हफ्तों के अंदर 100 करोड़ रूपये देने होंगे। ऐसा नहीं करने पर आप लोगों के खिलाफ कानूनी तरीके से कदम उठाया जाएगा।’                


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 24, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-346 (साल-01)
2. शुक्रवार, जुलाई-24, 2020
3. शक-1943, श्रावण,शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:27,सूर्यास्त 07:23।


5. न्‍यूनतम तापमान 25+ डी.सै.,अधिकतम-37+ डी.सै.। भारी बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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बुधवार, 22 जुलाई 2020

दलित-पिछड़ों के साथ मनाया जन्मदिन

समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव मो०शारिक़ का जगहा जगहा मनाया गया जन्मदिन


दलितों पिछड़ो के साथ शहर भर में हर्षोउल्लास से केक काट कर मना जन्म दिवस


लॉकडाउन में ज़रुरतमन्दों की जातपात के बन्धन से मुक्त हो कर सेवा भाव से मदद करने वाले युवा नेता मो०शारिक़ के दिर्घायु की कि गई कामना


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव व मदर टेरेसा फाउण्डेशन के राष्ट्रीय महासचिव मो०शारिक़ जन्मदिन पर शहर के विभिन्न इलाक़ो में हर्षोउल्लास के साथ समर्थकों ने केक काटा और उनके दिर्घायु की कामना की।सर्वप्रथम शारिक़ के नैनी स्थित आवास पर विशाल केक काटा गया।वहीं दलितों और पिछड़ो की बस्ती में भी जन्मोत्सव के कार्यक्रम हुए।मदर टेरेसा फाउण्डेशन के महानगर चेयरमैन सै०मो०अस्करी के द्वारा हाईकोर्ट स्थित औन ज़ैदी के कार्यालय पर सपा प्रवक्ता दान बहादुर मधुर,आबिद अली,औन ज़ैदी,अबरार हुसैन,अख्तर हुसैन की उपस्थिति में केक काट कर जश्न मनाया गया।वहीं मदर टेरेसा आयुष विंग के महानगर चेयरमैन मुन्तज़िर रिज़वी के क्लिनिक पर बच्चों संग केक काटा गया ।अल्पसंख्यक सभा के निर्वतमान महानगर अध्यक्ष शाहिद प्रधान के अतरसुईया स्थित कार्यालय पर केक काटा गया।मदर टेरेसा फाउण्डेशन छात्र विंग के चेयरमैन व सीएमपी पीजी कालेज के अध्यक्ष मो०राशिद ने तेलियरगंज में छात्रों संग केक काटा और मो०शारिक़ के दिर्घायु की कामना की।करैली में मदर टेरेसा फाउण्डेशन के प्रदेश अध्यक्ष सैफ फरीदी ने साथियों संग केक काट कर जश्न मनाया।बैरहना में युवा नेता विजय महतो ने केक काटा और मो०शारिक़ के दिर्घायु की कामना की।जश्न मनाने वालों में सै०मो०अस्करी,आक़िब जावेद,बृजेश केसरवानी,राज तिवारी, विजय महतो,मृदुल घोष,अमित कपूर,बन्टी दादा,सुमित कुमार,डब्बू यादव,प्रिन्स कुमार,सौरभ शर्मा आदि मौजूद रहे।नैनी के जमुनापार इकाई के सपाईयों ने मो०अनस रज़ा,शिव यादव,मो०अज़हर के नेत्रित्व में केक काटा और पार्कों मे वृक्षारोपड़ कर समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव मो०शारिक़ के जन्मदिन को यादगार बनाया।


डॉ कफिल पर रासुका लगना दुरूपयोग

आधिवक्ता मंच ने डॉक्टर कफ़ील पर रासुका लगाने को बताया अन्यायजनक


प्रयागराज। आज मानवतावादी डॉक्टर कफ़ील खान को बिना शर्त रिहा किये जाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने हाई कोर्ट के सामने बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष अधिवक्ता मंच इलाहाबाद की ओर से प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान डॉक्टर कफ़ील खान से रासुका हटाओ, डॉक्टर खान को बिना शर्त रिहा करो, राजनैतिक बन्दियों को बिना शर्त रिहा करो, उत्तर प्रदेश में कानून का शासन लागू करो, विरोधियों पर लगाये गए फर्जी मुक़दमे वापस लो, डॉक्टर कफ़ील को परेशान करना बन्द करो आदि नारे लगाए गए। इस दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए आधिवक्ता कुंवर नौशाद खान ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून जैसा कानून डॉक्टर कफ़ील पर लागू करना इस कानून का दुरुपयोग है। सभा को सम्बोधित करते हुए हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जमील अहमद आज़मी ने कहा कि डॉक्टर कफ़ील खान ने गोरखपुर में बच्चों की जान बचाने के लिए निजी स्तर पर हर संभव प्रयास किया था और बिहार में आये चमकी बुखार के समय खुद जोखिम लेकर गांव गांव घूमकर मानवता की सेवा की थी ऐसे डॉक्टर को देश के लिए खतरा बताना शासन की सनक है। लोकतंत्र में कानून का शासन होता है, न कि व्यक्ति की सनक किन्तु उत्तर प्रदेश में निजी सनक को थोपा जा रहा है। आधिवक्ता सतवेंद्र आज़ाद ने कहा कि डॉक्टर कफ़ील को जेल में रखना अन्यायजनक है। सभा को संबोधित्व करते हुए एम. पी पाल ने कहा कि कानून के शासन की अवधारणा उत्तर प्रदेश में पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।मोहम्मद सरताज़ अहमद सिद्दकी ने सभी राजनैतिक कार्यकर्ताओं को रिहा किये जाने की मांग की। वरिष्ठ आधिवक्ता राम कुमार गौतम ने सभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश में रासुका, गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के दुरुपयोग करने और राजनैतिक विरोधियों को फर्जी मुकदमो में फसाने की निंदा की। सभा के बाद प्रमुख सचिव गृह उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित ज्ञापन के मेल के माध्यम से भेजा गया जिसमें डॉक्टर कफ़ील से रासुका हटाने और बिना शर्त तुरंत रिहा किये जाने की मांग की गई। सभा का संचालन राजवेन्द्र सिंह ने किया।इस दौरान वरिष्ठ आधिवक्ता के.के.राय, राजीव कुमार, शमशुल इस्लाम, मोहम्मद उस्मान, मो.आकिब, एम.सईद,घनश्याम मौर्य, अनन्त कुमार गुप्त, मो0 सरताज़ अहमद, अहमद बिलाल, रेहान ज़ैदी, आकिब अख्तर खान, शान मोहम्मद, मो0अरीब, विनोद कुमार, सुनील मौर्य, एन. के. यादव, काशान सिद्दीकी, आदि उपस्थित रहे।            


पीएम आवास योजना में प्रदर्शित घोटाला

गाजीपुर। आपने घोटाले और मनमानी के साथ दबंगई के मामले बहुत देखे और सुने होगे लेकिन यह मामला अपने आप मे शासन प्रशासन सरकार सबकी नाक का सवाल बन गया है। गाजीपुर जनपद के कासिमाबाद तहसील इलाके मे स्थित देवली गांव जहां अपात्र ही नही ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला जिसका पहले से पक्का मकान है और हद तो तब हो गयी जब उसने योजना के पैसे से दूसरी मंजिल पर आवास का निर्माण करा दिया है।

देवली मे अनियमितताओ का लगा है अंबार

इस बात की जानकारी होने के बाद पहुची मीडिया की टीम गांव मे दूसरी मंजिल पर बने इस आवास को देखकर दंग रह गयी। इसी तरह 1 दर्जन आवास ऐसे है जिसकी पात्रता तय करने मे घोर अनियमितता करने के साफ संकेत है। शौचालयों के अधूरा निर्माण से सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को भी पलीता लगा है।

हठधर्मिता और लापरवाही से भौचक रह गये जिलाधिकारी

मामले की जानकारी जब मौजूदा जिलाधिकारी ओपी आर्य को दी गयी तो वह हतप्रभ रह गये। हालांकि इस संगीन अपराध का संज्ञान जरूर लिया है। और यह आश्वस्त किया है कि इस मामले को ही नही गांव मे कराये गये सभी विकास कार्यो का संज्ञान लिया जायेगा।

गांव के विकास और अनदेखी के साथ वसूली की होगी जांच

गांव के पात्र अपात्र दोनो, वंचितो ने भी खोला मोर्चा दूसरी तरफ गाव के 100 से अधिक लोगों ने इस बात की लिखित शिकायत व सडक., नाली, खडंजा,मनरेगा से किये गये निर्माण कार्य, शौचालय आवास आदि मे पात्रो व अपात्रों दोनो से वसूली करने के सभी आरोपो की जांच होगी। जाच डीएम के निर्देश पर होगी लेकिन अफसर का नाम सुरक्षा व पारदर्शिता के चलते यूपी पत्रिका सार्वजनिक नही कर रही।

पात्र अपात्र दोनो है वसूली का शिकार वंचितों ने खोला है राज

गांव की रहने वाली विधवा हो या दिव्यांग, पात्र हो या अपात्र जिसने भी अपनी बात प्रधान से करने की कोशिश की तो महिला प्रधान आरती देवी के पति यानि प्रतिनिधि श्रीकांत उर्फ हीरामडी से ही मिलना पडता है। महिला प्रधान कभी गांव मे नही जाती न ही गांव मे कभी खुली बैठक भी नही होती। सारा काम पति ही देखते है।

प्रधान प्रतिनिधि ने बनाया मजाक हुई लाखो की वसूली

सबसे चौकाने वाला आरोप यह है कि ठेर सारे लोग ऐसे है जिनके खाते मे योजना का लाभ व पैसे गये है और उन्होने खुद पैसे प्रधान प्रतिनिधि या उनके द्वारा भेजे गये व्यक्ति को दिये है. कई लोग तो ऐसे है जो पहली किश्त का भुगतान कर दूसरी किश्त का इंतजार कर रहे निर्माण अधूरा है, लेकिन आरोपी ने अपना कमीशन वसूल लिया है और इसी क्रम  मे गांव के सम्पन्न व्यक्ति नदेश्वर साहनी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया. नदेश्वर व उसके परिजन खुद प्रधान प्रतिनिधि को 30 हजार रूपये देने की बात कह रहे है और शिकायत पत्र भी दिया है।              
                                                                                                                                                                     राकेश कुमार

बाहुबली पर कसा पुलिस का सिकंजा

बृजेश केसरवानी

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में कानपुर कांड के बाद  प्रयागराज के बाहुबली अतीक अहमद  के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। बाहुबली अतीक अहमद  इन दिनों गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद है। अतीक अहमद के इन्टर स्टेट गैंग आईएस-227 के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई शुरु कर दी है।

आपको बता दें अब उसके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए पुलिस का शिकंजा लगातार कस रहा है। इसी कड़ी पुलिस ने अतीक अहमद के चकिया स्थित कार्यालय से अतीक के 2 लाइसेंसी असलहे (एक रायफल और एक पिस्टल) बरामद किए हैं। पुलिस ने दबिश देकर दोनों असलहे बरामद कर लिए हैं और आगे की कार्रवाई कर रही है।               

₹ 50 लाख, पत्नी को नौकरी दें सरकार

पचास लाख रुपए आर्थिक सहायता और मृतक की पत्नी को दे नौकरी


गाजियाबाद में पत्रकार बिक्रम जोशी की हत्या पर फूटा कौशाम्बी के पत्रकारों का गुस्सा


कौशाम्बी। गाजियाबाद जनपद में पत्रकार विक्रम जोशी की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के बाद घटना की जानकारी जैसे ही कौशांबी जिले के ग्रामीण और शहरी पत्रकारों को लगी पत्रकार की हत्या पर उबाल आ गया और पत्रकारों ने एक सुर से इस घटना की आलोचना करते हुए कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा सम्मान करना सरकारी अमला को मुख्यमंत्री को सिखाना होगा।


कौशाम्बी के पत्रकारों ने कहा कि विक्रम जोशी की हत्या करने वाले  अवांछित तत्व से समाज प्रभावित हो रहा है और इन पर कठोर कार्यवाही किए जाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने विक्रम जोशी के परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। लेकिन पत्रकारों ने कहा कि मृतक पत्रकार विक्रम जोशी के परिजनों को 50 लाख रुपया की आर्थिक सहायता दिलाई जाए तथा साथ में उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए। बिक्रम जोशी पत्रकार के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाए। पत्रकारों ने कहा कि यदि विक्रम जोशी पत्रकार के हत्यारों को योगी सरकार ने सजा नहीं दिलाई तो पत्रकार अपनी आवाज बुलंद करने के लिए सड़क पर उतर आएगा।


पत्रकार की हत्या के बिरोध प्रकट करने वालो में वरिष्ठ पत्रकार रामबदन भार्गव,वरिष्ठ पत्रकार सुशील केशरवानी वरिष्ठ पत्रकार बैजनाथ केशरवानी उर्फ कल्लू पत्रकार अनुराग शुक्ला,राजू सक्सेना, सुबोध केशरवानी,नरेंद्र यादव, विनय मिश्रा, एनड़ी तिवारी,पवन पाण्डेय अंकित गुप्ता एडवोकेट जैगम अब्बास, अरविंद केशरवानी, धर्मेन्द्र सोनकर,ज्ञानू सोनी राजकुमार, बृजेन्द्र केशरवानी, मोनू पाण्डेय, अमन केशरवानी रामबाबू, अजीत कुशवाहा, अंकित केशरवानी,संत लाल मौर्या विष्णु सोनी,सुशील दिवाकर,सियाराम, मंजीत सिंह, गणेश साहू,सुनील चौधरी,सैयद अली, विजय मोदनवाल,राहुल यादव,मदन जायसवाल,शशि भूषण सिंह उर्फ बब्बू सिंह, नवीद अहमद, अश्वनी कुमार अनूप कुमार गब्बर सिंह रामप्रसाद गुप्ता सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे।


सुशील केसरवानी


फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...