गुरुवार, 23 जुलाई 2020

'हत्यारों' को कड़ी सजा दिलाने की मांग

अतुल त्यागी


कांग्रेसियों ने शहीद पत्रकार के हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की


हापुड़। सीमन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या पर दुःख जताते हुए अपने घरों में मोमबत्ती जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पत्रकार विक्रम जोशी की आत्मा की शांति के लिए कांग्रेसियों ने अपने घरों में मोमबत्ती जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेसियों ने उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में जब पत्रकार ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता कैसे सुरक्षित रह सकती है। प्रदेश में गुंडाराज चरम सीमा पर पहुंच चुका है। कांग्रेसियों ने पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार को न्याय दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि पत्रकार विक्रम जोशी के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उनके गुनहगारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। इतना ही नहीं पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार को भी उत्तर प्रदेश सरकार से आर्थिक मुआवजा भी दिलाया जाए। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में निसार खान, जलालुद्दीन सैफी, मेराज अब्बासी, इकराम सैफी, सलीम सैफी, खुशनुद अली आदि उपस्थित।          


जोशी की हत्या पर शोकसभा का आयोजन

भानु प्रताप उपाध्याय 


शामली। जिला कांग्रेसी कमेटी व शहर कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व आज एक बैठक जिला व शहर कांग्रेस कैंप कायाॅलय पर हुई। जिसमे मे पत्रकार विक्रम जोशी की मोत होने पर बडा दुख हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार पुरी तरह फैल हो चुकी है हर दिन नही घटनाओं का जन्म होता है। कोई भी सुरक्षित नहीं हैं। जिला कांग्रेस कमेटी व शहर कांग्रेस कमेटी शामली ने दो मिनट का मोन रख कर सच्ची श्रद्धांजलि दी गई। राजेश मिश्रा वरिष्ठ कांग्रेस व जिला प्रवक्ता ने कहा बहुत दुखद है कि गाजियाबाद के विजय नगर इलाके में गोली लगने से घायल पत्रकार विक्रम जोशी की मौत हो गई है। विक्रम ‘जनसागर टुडे’ नाम के एक अख़बार में पत्रकातर थे।
यशोदा अस्पताल में पत्रकार विक्रम जोशी का इलाज चल रहा था। विक्रम जोशी को विजय नगर इलाके में बदमाशों ने घेरकर गोली मारी थी। विक्रम जोशी पर हमला भांजी  से छेड़छाड़ की शिकायत करने पर बदमाशों ने किया था। कल बदमाशों ने उनके सर पर सता कर कटते से फायर किया था। शर्मनाक है कि मौत से दो घंटे पहले ही विक्रम जी ने विजय नगर ठाणे के एक दरोगा को फोन कर किसी अनहोनी की आशंका और सुरक्षा के लिए अनुरोध किया था। दीपक सैनी जिला  कांग्रेस अध्यक्ष शामली ने कहा कि विक्रम जोशी के भांजे ने कहा कि उनका  घर माता कॉलोनी में है। उनकी  बहन पर ये लोग कमेंट करते थे। मामा ने विरोध किया। इसके बाद कमाल-उल-दीन के लड़के ने  मामा के सिर में गोली मारी है। मामा उनकी  बहन के बर्थडे को सेलिब्रेट करने आ रहे थे और बीच में ही बदमाशों ने घेरकर गोली मार दी.छोटू पुत्र कमालुद्दीन, आकाश विहारी और रवि पुत्र मातादीन अपने कुछ साथियों के साथ आए और  मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद आरोपियों में से छोटू ने तमंचा निकालकर विक्रम के सिर में गोली मार दी। अनुज गोतम शहर अध्यक्ष कांग्रेस कहा कि सबसे शर्मनाक तो समाज का रवैया है, गोली लगने के बाद विक्रम जोशी सडक पर गिरे और उनकी बेटियां मदद के लिए गुहार लगाती रहीं और डरपोक लोग भाग गए। वैसे पुलिस ने  लापरवाही के आरोप में प्रताप विहार चौकी के इंचार्ज राघवेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया है लेकिन उस समाज को कौन सस्पेंड करे जो हर पत्रकार से निर्भीक, निष्पक्ष और ईमानदार होने की उम्मीद करता है लेकिन जरूरत पड़ने पर मदद को आगे नहीं आता। वास्तव मेँ अत्यंत दुख एवं ह्दयविदारक युपी की स्थिति जंगल से भी बदतर होती जा रही हैं जहा जुमॅ ओर मुजरिमों का बोलबाला ओर उनके होंसले बुलन्द है कानून ओर न्याय व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त हो चुकी है। बैठक में दीपक सैनी, अनुज गोतम, श्यामलाल शमाॅ, सुल्तान सिंंह, पवन कसलं, ओमपाल शमाॅ, रिटाराजकिरण सभासद, राजपाल पवार,  राजेश मिश्र, प्रवीण तरार जावेदखान, धमेन्द काम्बोज, अब्दुल हफिज, डाॅ मुन्वहर पवार, राधेश्याम सैनी, महाबीर सैनी, राहुल वशिष्ठ, विरपाल कुडाना, शमशीर खान, प्रदीप कश्यप, हारूण अन्सारी, लोकेश कटारिया, इसम इकराम, विकास सैनी, नीरज शमाॅ, लोकेश राणा, आदि कांग्रेसजनों ने विचार रखे।


मामोर क्षेत्र में बारिश के कारण फसलें डूबी

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। जनपद के केराना श्रेत्र के ग्राम पंचायत मामोर में बारिश का पानी एक बार फिर बना ग्रमीणों व किसानों के लिये मुसीबत 2 पूर्व में हुई बारिश के कारण क्षेत्र के ग्राम मामोर झील में बारिश पानी के अवरफ्लो कारण किसानों द्वारा बनाई गई मेड टूट गई जिस में हजारों बीघा मामोर किसानों की धान आदि की फसल डूब गई। जिस से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हो गया। इस घटना पर शामली कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष दीपक सैनी।युवा नेता मुस्तकीम मल्लाह ने मामोर पहुच कर किसानों से उनकी समस्याओं सुनी और उपजिलाधिकारी कैराना से फोन पर वार्ता कर  किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की साथ ही जिलाधिकारी शामली से मिलकर मामोर की झील की समस्याओं और किसानों के मुआवजे के लिये समय मांगा। इस गाँव हर साल जब भी बरसात आती हैं तभी झील में पानी बढ जाता है। मगर शामली जनपत के अधिकारीयो ने गाँव वालो के कहने के बाद भी कभी ध्यान नही दिया। इसको एक बडी लापरवाही ही कहना पडेगा।  क्योंकि गाँव वाले मोत के मुंह में रह कर खुद अपने जीवन से 
खिलवाड़ कर रहे हैं यह करना गाँव वालो एक आदत सी बन गई है। क्योंकि इनकी अधिकारी नही सुनते हैं।
ममोर ग्राम में कभी भी बडा हादसा हो सकता है।
गाँव ने जिला कांग्रेस कमेटी शामली के पद अधिकारीयो को बताया की इस झील के कारण गाँव का पीने का पानी जहर हो चुका है। हर कोई बीमारी से जुज रहा है।
ओर दुध देने वाले पशु भी पानी के कारण बीमार हो रहे हैं।
हम सरकार से माँग करते हैं कि किसानों को मुआवजा मिले क्योंकि किसान की धान फसल तैयार खडी हुई को हानी हुई है। दीपक सैनी शामली कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा की अगर अधिकारीयो ममोर गाँव की झील की समस्या का 
हल नहीं निकाला तो। मजबूर होकर इस गाँव में अनशन पर बैठना पढ जाएगा। मोके पर जाकर पीडित किसानो का हाल जाना। दीपक सैनी जिला अध्यक्ष शामली, मुस्तकिम महल्ला वरिष्ठ कांग्रेस नेता, जावेद खान वरिष्ठ कांग्रेस  नेता धमेन्द काम्बोज, अब्दुल हफिज शमशीर खान, डाॅ मुन्हवर पवार जावेद उस्मानी, सलामत अन्सारी सलमान राणा, अश्वनि शमाॅ, चौधरी सुरता कश्यप, नूरुद्दीन प्रधान, हुस्नदीन, इनाम पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नेकी कश्यप, सबीर मल्लाह, अजमल महल्ला, सादा मल्लाह नपीस मल्लाह, हसीन भूरा तासिम इक़बाल।              


                     


चुनाव-आयोग ने चुनाव का फैसला लिया

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि 56 विधानसभा सीटों तथा एक संसदीय सीट के उपचुनाव का फैसला जल्दी लिया जाएगा। आयोग ने गुरुवार को यहां एक विज्ञप्ति में कहा कि चुनाव आयोग की शुक्रवार को होने वाली बैठक में इन सीटों के उपचुनाव के बारे में विचार किया जाएगा।


आयोग ने कहा है कि 22 जुलाई को आयोग के वरिष्ठ प्रधान सचिव सुमित मुखर्जी द्वारा जारी विज्ञप्ति से मीडिया में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी इसीलिए यह स्पष्ट किया जाता है कि आठ विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के बारे में जो फैसला लिया गया था वह एक विशेष परिस्थिति में लिया गया था लेकिन आयोग ने जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 151 के तहत उपरोक्त सभी सीटों पर उपचुनाव कराने का फैसला किया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि आठ विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव सात सितंबर तक स्थगित किये गए है लेकिन कल की बैठक में सभी सीटों के उप चुनाव बारे में विचार किया जाएगा।             

सीएम के सामने किया आत्महत्या का प्रयास

राणा ओबराय
ओपी धनखड़ के पद ग्रहण समारोह में सीएम खटटर के सामने अधेड़ ने नस काटकर आत्महत्या का किया प्रयास
रोहतक। शहर में बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के पद ग्रहण समारोह में सीएम मनोहरलाल खटटर के सामने ही एक अधेड़ ने अपने पैरों की नस काटकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसे लहूलुहान देख वहां सनसनी फैल गई। पुलिस ने अधेड़ को पकडक़र तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी अनुसार मूलरूप से रोहतक के कंसाला गांव का राजवीर काफी समय से अपने परिवार के साथ कैलाश कॉलोनी में रहता है। राजवीर का आरोप है कि कुछ साल पहले वह नशा मुक्ति केंद्र चलाता था। कुछ लोगों ने शिकायत कर दी थी कि नशा मुक्ति केंद्र में नशा करवाया जाता है। जिस पर पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। इस केस को खत्म करने के लिए पुलिसकर्मी ने उससे रिश्वत ली थी, लेकिन फिर भी केस खत्म नहीं हुआ। वह थाना प्रभारी से लेकर एसपी और आईजी तक पुलिसकर्मी की शिकायत कर चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। डीएसपी हेडक्वार्टर गोरखपाल का कहना है कि राजवीर पहले भी इस तरह की हरकत कर चुका है। इसने पिछले साल भी लघु सचिवालय में एसपी ऑफिस के बाहर दोनों पैरों की नसें काट ली थी। इसके लगाए आरोप बेबुनियाद हैंं। उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।                 


'आजाद' से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए

करोड़ों युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे चंद्रशेखर आजाद 


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। लोनी मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन के  राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने अपने समस्त पदाधिकारियों के साथ नवनिर्मित हॉस्पिटल नाईपुरा पहला पौधा नीमका चंद्रशेखर आजाद जन्म दिवस पर लगाकर हर्षोल्लास से मनाया जन्म दिवस। अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने बताया चंद्रशेखर आजाद का जन्म आज ही 1906 में मध्य प्रदेश के भाबरा गांव में हुआ। अध्ययन के लिए वाराणसी की संस्कृत पाठशाला भेजा गया। 15 साल की उम्र में असहयोग आंदोलन में भाग लेने के कारण 15 कोडो की सजा मिली क्रांतिकारी संगठन हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन से जुड़े रहे। 27 फरवरी 1931 को तत्कालीन इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में पुलिस ने उन्हें घेर लिया। मुकाबले के बाद खुद अपने आप को गोली मारकर चंद्रशेखर आजाद ने जीवन त्याग दिया और कहा दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे। आजाद ही है और आजाद ही रहेंगे। लेकिन एक सवाल आज भी खड़ा है देश के उन करोड़ों युवाओं के लिए चंद्रशेखर आजाद ने हमें आजादी तो दिला दी। अंग्रेजों से लड़कर लेकिन आज देश और प्रदेश में नक्सलवाद आतंकवाद और देश में जातिवाद धर्म संप्रदाय हिंसा से आजादी कौन दिलाएगा ? आज देश के करोड़ों युवाओं को क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद से प्रेरणा लेनी चाहिए। बचपन से ही जिनके अंदर देश प्रेम जागृत था आजाद के दोस्त ने कहा चंद्रशेखर तुम्हारे घर की हालत बहुत खराब है मां बाप भूखे हैं जो धन अंग्रेजों से लूटा है। उसमें से कुछ घर के लिए दे दो चंद्रशेखर आजाद ने दोस्त से कहा इसका एक भी पैसा किसी को नहीं दिया जाएगा देश के काम आएगा किसी ने इसमें से लिया तो गोली मार दूंगा धन्य है। वह मां बाप जिनके यहां चंद्रशेखर आजाद पैदा हो आज चंद्रशेखर आजाद के जन्मदिवस पर हम युवाओं को अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने शपथ दिलाई भी हम अपने जीवन में शराब गुटका बीड़ी सिगरेट पान तमाखू आदि से हम आजाद होते हैं कभी सेवन नहीं करेंगे इस मौके पर मनीष जैन राकेश ठाकुर सुशील मोघा नरेश कुमार प्रवीण कुमार मौजूद रहे।         


6 शिक्षक किए बर्खास्त, होगी वसूली

बस्ती।  उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में दूसरे के नाम के फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में नौकरी करने वाले छह शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। फर्जी शिक्षकों से दो करोड़ 68 लाख 64108 रुपये की वसूली भी होगी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जिले में छह शिक्षक अवैध तरीके से नौकरी कर रहे थे। जांच में इनका प्रमाण पत्र फर्जी और कूट रचित पाया गया। सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है।


सतीश प्रसाद सहायक अध्यापक, विपिन कुमार सहायक अध्यापक, प्रियंका चौधरी प्रधानाध्यापिका, ध्रुव नारायण, मालती पांडे, राणा प्रताप सिंह सभी सहायक अध्यापक हैं और इन अध्यापकों के वेतन मद में लिए गए दो करोड़ 68 लाख 64 हजार 108 की संशोधन किए जाने की प्रक्रिया शुरू। कर दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने यह भी कहा कि जिले भर के अध्यापकों की नियुक्ति पत्रों की गहन तरीके से जांच पड़ताल की जा रही है।

फीस संबंधी याचिका पर बृहस्पति को सुनवाई

अकाशुन उपाध्याय


नई दिल्ली।  कोरोना संकट के कारण देश में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान स्कूलों से फीस लेने से मना करने संबंधी मांग को लेकर दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई की। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने लॉकडाउन के दौरान स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों की ओर से बच्चों से सिर्फ ट्यूशन फीस लेने संबंधी आदेश पारित करने पर संदेह व्यक्त किया। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई पर कहा कि पूरे देश के लिए एक समान आदेश पारित नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को इस संबंध में हाईकोर्ट जाने को कहा है।


बता दें कि पिछले काफी दिनों से अभिभावक मांग कर रहे हैं कि स्कूलों को लॉकडाउन के दौरान की फीस लेने से रोका जाए। अभिभावकों की ओर से कहा गया था कि बिना किसी सेवा दिए स्कूलों द्वारा फीस और अन्य खर्चों की मांग करना अवैध है। स्कूल के एडमिशन फॉर्म में कोई फोर्स मेजर क्लॉज नहीं है। स्कूल एडमिशन फॉर्म के नियमों और शर्तों को मानने को बाध्य हैं। वहीं गुजरात सरकार ने राज्य के स्व-वित्तपोषित स्कूलों को निर्देश दिया है कि कोविड -19 की वजह से जब तक वे बंद हैं, तब तक छात्रों से ट्यूशन फीस न लें। सरकार ने स्कूलों को 2020-21 शैक्षणिक सत्र के लिए फीस न बढ़ाने का भी निर्देश दिया। राज्य शिक्षा विभाग द्वारा 16 जुलाई को जारी अधिसूचना बुधवार को सार्वजनिक हुई।इसमें कहा गया है कि कोई भी स्कूल फीस जमा न होने पर इस अवधि में पहली से कक्षा से लकर आठवीं कक्षा तक के किसी भी छात्र को तटस्थतापूर्ण नहीं करेगा क्योंकि ऐसा करना शिक्षा के अधिकार अधिनियम की धारा -16 का उल्लंघन होगा। सरकार ने अधिसूचना में कहा कि इसके अलावा गुजरात उच्च न्यायालय के अनुसार 30 जून तक फीस जमा न करने वाले किसी भी छात्र को तटस्थका नियत नहीं किया जाएगा। विभाग ने कहा कि कई स्कूलों ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान अपने शिक्षण या गैर-शिक्षण स्टाफ को कोई वेतन नहीं दिया है या केवल 40-50 प्रतिशत वेतन दिया है।


सोमवार को विस्तृत सुनवाई होगीः एससी

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने संबंधी राज्य विधानसभा अध्यक्ष का अनुरोध गुरुवार को ठुकरा दिया। न्यायालय ने हालांकि, यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस नेता सचिन पायलट एवं उनके खेमे के 18 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई के मामले में उच्च न्यायालय का कोई भी फैसला शीर्ष अदालत के अंतिम निर्णय पर निर्भर करेगा। न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा, न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी की खंडपीठ ने विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल तथा पायलट खेमे की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी की दलीलें सुनने के बाद कहा कि वह इस मामले में सोमवार को विस्तृत सुनवाई करेगी। इस बीच उच्च न्यायालय के मंगलवार के आदेश पर रोक नहीं लगेगी। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह इस बाबत सुनवाई करेगी कि क्या उच्च न्यायालय सदन के अध्यक्ष के नोटिस के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई कर सकता है या नहीं? खंडपीठ अध्यक्ष के अधिकार बनाम अदालत के क्षेत्राधिकार जैसे महत्वपूर्ण सवाल पर विचार करेगी। न्यायालय ने हालांकि यह भी स्पष्ट कर दिया कि उच्च न्यायालय का 24 जुलाई का कोई भी फैसला इस मामले में शीर्ष अदालत के अंतिम फैसले पर निर्भर करेगा। राजस्थान के स्पीकर की अर्जी पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की है कि क्या चुने गए प्रतिनिधि अपनी असहमति नहीं जता सकते? अगर असहमति को दबाया जाएगा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने राजस्थान उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी है जिसमें उसने शुक्रवार तक सचिन पायलट और उनके खेमे के 18 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगा दी है। याचिका में कहा गया है कि उच्च न्यायालय विधानसभा अध्यक्ष को सचिन गुट पर कार्रवाई करने से नहीं रोक सकता। न्यायालय का कल का आदेश न्यायपालिका और विधायिका में टकराव पैदा करता है।                       


सोने की कीमत ने बनाया नया कीर्तिमान

नई दिल्ली।  सोने के भाव में तेजी जारी है और आज वह नए रेकॉर्ड पर पहुंच गई है। सोने की कीमत ने बुधवार को कारोबार के दौरान 50199 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल टाइम रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। )एक्स पर आज भी तेजी जारी होने और अगस्त में अधिसूचना के लिए सोने की कीमत 171 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 50,249 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। सितंबर फ्यूचर्स के लिए चांदी का भाव भी 170 रुपये चढ़कर 61,285 रुपये पहुंच गया।
सोने का कहना है कि कोरोनावायरस को लेकर अनिश्चितता का असर सोने और चांदी पर साफ नजर आ रहा है।


बुधवार को फ्यूचर मार्केट में सोने की पहली बार 50,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर पार किया गया। दूसरी ओर चांदी भी 60,000 रुपये के पार चली गई। थोक जूलर्स के वाइस चैयरमैन पवन गुप्ता का कहना है कि जो परिस्थितियां बन रही हैं, उनमें सोना जल्दी ही 55,000 रुपये के स्तर को छू सकता है। इस वक्त स्वर्णकारों के लिए सैफ इसवन बना हुआ है।
आंतरिक बाजार में सोने की कीमत 1860.50 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है। इसकी 2,000 डॉलर तक पहुंचने की बात कही जा रही है। ऐसे में अंजाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में सोने का स्तर किस तक पहुंच सकता है। इंटरनेशनल निवेशकों के सोने में निवेश की पीछे महत्वपूर्ण कारण यह है कि कोविड संकट के दौरान यह जबरदस्त डाउनलोड दे रहा है। इसी महीने में यह अब तक 12 प्रतिशत रिटर्न दे चुका है जबकि अन्य बाजार में ऐसा नहीं है। ऐसे में सोने से निवेश से कौन बचेगा।


कमीशन को आधिकारिक तौर पर मंजूरी

नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने सेना में आज महिलाओं के स्थायी कमीशन को आधिकारिक तौर पर मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब विभिन्न शीर्ष पदों पर महिलाओं की तैनाती का रास्ता साफ हो गया है। मंत्रालय के आदेश के बाद महिलाओं को भी संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकेगी। रक्षा मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC) की महिला अधिकारियों को भारतीय सेना के जज एंड एडवोकेट जनरल, आर्मी एजुकेशनल कोर में ये सुविधा मिलेगी।इसके अलावा सेना के दस विभिन्न हिस्सों में भी स्थायी कमीशन की इजाजत दे दी गई है। अब आर्मी एयर डिफेंस, सिग्नल, आर्मी सर्विस कोर, आर्मी ऑर्डिनेंस कोर, इंजीनियर, आर्मी एविएशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इंटेलिजेंस कोर में भी स्थायी कमीशन मिल पाएगा। भारतीय सेना के प्रवक्ता ने बताया जैसे ही सभी प्रभावित एसएससी महिला अधिकारी अपने विकल्प का प्रयोग करती हैं और अपेक्षित दस्तावेजीकरण पूरा करती हैं, उनका चयन बोर्ड निर्धारित किया जाएगा।आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, सुप्रीम कोर्ट ने सेना में सभी एसएससी महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने के अपने फैसले को लागू करने के लिए केंद्र को एक और महीने की इजाजत दी थी।


5 अगस्त को भूमि पूजन के लिए मंजूरी

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्मस्थल पर 5 अगस्त को भूमि पूजन के लिए मंजूरी दे दी है। लेकिन मुहूर्त की इस शुभ घड़ी को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने पांच अगस्त की तिथि को ‘अशुभ घड़ी’ करार दिया है।


शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि हमें कोई पद नहीं चाहिए और न ही हम राम मंदिर के ट्रस्टी बनना चाहते हैं। हम केवल यह चाहते हैं कि मंदिर का निर्माण ठीक ढंग से हो और आधार शिला सही समय पर रखी जाए। अभी जो तिथि तय की गई है वह ‘अशुभ घड़ी’ है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए तय मुहूर्त को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम के एक ट्वीट को रीट्वीट किया था। कृष्णम ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘मैं ज्योतिषाचार्य नहीं हूं पर इतना अवश्य जानता हूं कि श्री हरि विष्णु शयन काल में मंदिर निमार्ण का मुहूर्त कोई विद्वान ब्राह्मण नहीं निकाल सकता, भगवान श्री राम हमारी आस्था के आधार हैं, इसलिए प्रत्येक कार्य विधि विधान से ‘शास्त्र’ सम्मत होना चाहिए ‘राजनैतिक’ दृष्टिकोण से नहीं।’ वहीं बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा कि राम के काम में कैसा मुहुर्त। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री भारती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भगवा से दिक्कत है। कांग्रेस नफरत का जहर फैलाती है और उसने धर्म के नाम पर देश का बंटवारा किया है। पार्टी ने हमेशा देश को बांटा है। इन लोगों को देश में शांति बदार्श्त नहीं है। आपको बता दें कि 18 जुलाई को  श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अयोध्या में हुई बैठक में लिए गए निर्णय के बाद पांच अगस्त को भूमि पूजन का दिन तय किया गया था। ट्रस्ट की बैठक में ही भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित करने का फैसला लिया गया था और उसी दिन उन्हें आमंत्रित किया गया था। बताया जाता है कि ट्रस्ट के आमंत्रण को प्रधानमंत्री कार्यकाल ने स्वीकृति दे दी थी।          


फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...