सोमवार, 20 जुलाई 2020

बायोटेक वैक्सीन के ट्रायल की दी मंजूरी

ढाका। बांग्लादेश ने चीन की सिनोवैक बायोटेक वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल की मंज़ूरी दे दी है। बांग्लादेश दक्षिण एशिया का सबसे ज़्यादा जन घनत्व वाला देश है और यहां कोरोना का संक्रमण तेज़ी से बढ़ रहा है। सिनोवैक चीन से बाहर के लोगों का खोज रहा था ताकि उन पर ट्रायल करके देखा जा सके। बांग्लादेश में सिनोवैक के तीसरे चरण के ट्रायल की पुष्टि कोविड 19 पर बनी एक कमिटी के सदस्य ने भी की है। द इंटरनेशनल सेंटर फोर डिज़ीज रिसर्च बांग्लादेश ने कहा है कि अगले महीने से इसका ट्रायल शुरू होगा। बांग्लादेश मेडिकल रिसर्च काउंसिल के निदेशक महमूद जहान ने समाचार एजेसी रॉयटर्स से कहा, ‘’हमने रिसर्च प्रोटोकॉल की समीक्षा के बाद चीन को सैद्धांतिक रूप से अनुमति दे दी है।4,200 लोग ट्रायल में शामिल होने के लिए आवेदन करेंगे और इनमें से आधे को वैक्सीन दी जाएगी। यह ट्रायल ढाका से सात कोविड 19 अस्पतालों में किया जाएगा। बांग्लादेश में कोरोना के अभी 204,525 मामले हैं और तीन हज़ार के क़रीब लोगों की मौत हुई है। सिनोवैक ब्राज़ील में भी इस हफ़्ते तीसरे चरण का ट्रायल करने जा रहा है।             


वायरसः भारतवासी अधिक सतर्कता बरतें

कविता देवी 


नई दिल्ली। संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या फिर सांस के माध्यम से हवा में वायरस छोड़ने से कोरोना वायरस फैलता है। हवा में तैरते वायरस किसी भी व्यक्ति के शरीर में सीधे या फिर वैसी चीज़ को छूने से, जहाँ विषाणुयक्त कण गिरे हैं, वहाँ से आंख, नाक और मुंह के माध्यम से प्रवेश कर सकते हैं। संक्रमण का बाहर से ज़्यादा जोखिम बंद जगहों पर होता है। ऐसी बंद जगहें जिसमें हवा के आने-जाने की अच्छी व्यवस्था की गई हो, वो संक्रमण के लिहाज़ से कम जोखिम वाली होती हैं। इसलिए सार्वजनिक परिवहनों जिसमें आप खिड़की खोल सकते हैं, वो इस लिहाज़ से थोड़ा बेहतर हैं। ट्रेन और बसों में जोखिम इस बात पर निर्भर करता है कि उसमें कितनी भीड़ है और आप खुद को दूसरों से बस स्टॉप और स्टेशन जैसी जगहों पर कितना दूर रख सकते हैं।             


मृत-6 लाख, संक्रमित 1 करोड़ 44 लाख

कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में अब तक छह लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक करोड़ 44 लाख से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। चीन के वुहान शहर से दिसंबर 2019 से शुरू हुआ कोरोना वायरस संक्रमण अब पूरी दुनिया में फैल चुका है. लेकिन इस वायरस की कोई प्रमाणिक वैक्सीन या दवा अब भी तैयार नहीं की जा सकी है। कोरोना वायरस की 5 हज़ार की जीवन रक्षक दवा रेमडेसिविर 30 हज़ार में मिल रही रूस ने कोरोना वायरस की क्या पहली वैक्सीन बना ली है?
वैक्सीन बनाने की दिशा में चल रहे प्रयासों की बात करें, तो दुनियाभर में कोरोना वायरस की 23 वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल हो रहे हैं। कुछ देशों में वैक्सीन्स के ह्यूमन ट्रायल पहले और दूसरे चरण में सफल रहे हैं और अब भारत में भी कोवैक्सीन नाम की वैक्सीन का ट्रायल शुरू होने जा रहा है। दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़ (एम्स) में सोमवार से ही यह ट्रायल शुरू हो जाएगा। यह ट्रायल 100 स्वस्थ लोगों पर किया जाएगा। जिन पर ट्रायल किया जाएगा उनकी उम्र 18 से 55 साल तक होगी।           


1 दिन में 239 कोरोना केस , टूटा रिकॉर्ड

देहरादून। राजधानी से 19 जुलाई रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया हेल्थ बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 4515 पहुंचा । वही जिसमें अच्छी बात यह है कि अब तक उत्तराखंड में 3116 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किये जा चुके है। जिसमें आज रविवार को 239 मामले सामने आये जिसमंे सूत्रों के अनुसार देहरादून 68, जिसमें 14 एम्स, 10 आर्मी हास्पिटल, 4 एयरपोर्ट से और 5 कपड़ा व्यपारी के परिवार से और 3 हेल्थ वर्कर, एवं ऋषिकेस के 25 के करीब केस सामने आए, वही आज सबसे ज्यादा 150 मामले हरिद्वार में सामने आए हैं। उधमसिंह नगर13, अल्मोड़ा1, टिहरी 3, चमोली1, उत्तरकाशी 5, पौड़ी4, नैनीताल 7, अभी 1311केस एक्टिव है।


वही इसी के साथ अब उत्तराखंड में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 52 पहुंचा है। वही इस दौरान अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने इसकी पुष्टि की है। वही जिसमें आपको बता दे कि उत्तराखंड में कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनिताल में शनिवार, रविवार दो दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। वही इस दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सब कुछ बंद रहेगा. हालांकि, शराब की दुकानों को लॉकडाउन को दूर रखा गया है।


 इसी के साथ वही दुसरी ओर सूत्रों से मिली खबर के अनुसार नैनीताल जिले में बीजेपी के पांच पदाधिकारी कोरोना पॉजीटिव (Corona positive) पाए गए हैं। इसके बाद पूरी बीजेपी में हड़कंप मच गया है। इन पांचों पदाधिकारियों के टच में आने वाला हर नेता तनाव में है। नैनीताल जिले के बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत (Prakash Rawat) और इनके संपर्क में आए रामनगर के तीन और बीजेपी कार्यर्ताओं को मिलाकर कुल पांच लोग कोरोना पॉजीटिव निकले हैं।


सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी ने बीजेपी पदाधिकारियों पर राजनीतिक कार्यक्रम कर कोरोना फैलाने का आरोप लगाया है।जोशी ने कहा है कि सरकार के इशारे पर प्रशासनिक अधिकारी कांग्रेस के नेताओं पर बेवजह के मुकदमे लगा रहे हैं। ऐसे में अब जिन बीजेपी नेताओं ने कोरोना वायरस फैलाने का काम किया है। क्या उनके खिलाफ भी मुकदमे दर्ज होंगे? हालांकि, जोशी ने कोरोना पीड़ित बीजेपी पदाधिकारियों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की है। बीजेपी के नैनीताल जिले के साथ ही कई प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी भी संदिग्ध रूप से बीमार हैं। और सेल्फ क्वांरटीन हैं. ये वही नेता हैं जो प्रकाश और प्रदीप के टच में आए थे। खुद प्रदीप और प्रकाश हल्द्वानी के वरिष्ठ व्यापारी भगवान सहाय के टच में आए थे। संघ से जुड़े ये भगवान सहाय और उनकी पत्नी 14 जुलाई को ही पॉजिटिव पाए गए थे.बीजेपी नेताओं की कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सियासत भी गरमा गई है।                       


चीन में फिर खोलें गए कई 'सिनेमाघर'

बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस महामारी के कारण क़रीब छह महीने तक बंद रहे सिनेमाघर अब खुलना शुरू हुए हैं। सोमवार को शंघाई से लेकर चांगडू शहर के कई सिनेमाघर फिर से खोले गए। चीन संसार का दूसरा सबसे बड़ा सिनेमा मार्केट है और कोविड-19 महामारी की वजह से इसका काफ़ी नुकसान हुआ है। चीन प्रशासन ने पिछले सप्ताह ही कहा था कि जिन इलाक़ों में संक्रमण का ख़तरा अब कम है, वहाँ सिनेमाघर खोलने के बारे में जल्द ही कोई निर्णय लिया जायेगा। मार्च के बाद से, चीन में कोविड-19 के नए मामले सामने आने की दर लगातार गिरती गई है और अब जाकर चीन केअधिकांश इलाक़ों को ‘कम-रिस्क वाला’ घोषित किया गया है। इसके बावजूद कुछ शहरों ने सिनेमाघर फ़िलहाल बंद रखने का निर्णय लिया है क्योंकि चीन सरकार ने प्रांतों के स्थानीय प्रशासन पर यह निर्णय छोड़ा है कि वे सिनेमाघर खोलना चाहते हैं या नहीं। बीजिंग शहर में भी सिनेमाघर अभी नहीं खोले गये है। वजह है कि जून महीने के अंत में बीजिंग में कुछ नये मामले सामने आये थे जिसकी वजह से स्थानीय प्रशासन बहुत सतर्क है।चीन में सबसे ज़्यादा सिनेमाघर चलाने वाली कंपनी वांडा फ़िल्म ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया है कि उन्होंने अपने 600 सिनेमाघरों में से फ़िलहाल 43 सिनेमाघर ही खोले है। इनमें से 10 सिनेमाघर शंघाई में हैं। साल 2019 में चीन को सिनेमाघरों पर हुई टिकट बिक्री से 64 बिलियन चीनी युआन (क़रीब 684 अरब रुपये) की आमदनी हुई थी। चीन के नेशनल फ़िल्म एडमिनिस्ट्रेशन ने अनुमान लगाया है कि वर्ष 2019 की तुलना में चीन को फ़िल्मी टिकटों की बिक्री से होने वाली आमदनी में क़रीब 30 बिलियन चीनी युआन का नुक़सान होगा। यानी बॉक्स ऑफ़िस से होने वाली आमदनी आधी रह जायेगी।             


ज्यूरी में 18 जवान निकले पॉजिटिव

शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में कोरोना का सबसे बड़ा विस्फोट सामने आया है। जहां पर एक साथ बीच नए मामले दर्ज किए गए है। जहां पर रामपुर के ज्यूरी में 43वीं वाहिनी आईटीबीपी के 18 जवान पॉजिटिव निकले हैं। ये जवान 23 जून को छुट्टी काटकर दूसरे राज्यों से यहां पर पहुंचे थे। एसडीएम रामपुर सुरेंद्र मोहन ने बताया कि सभी जवान ज्यूरी में क्वारन्टीन थे और आज सुबह इनके सैम्पल पॉजिटिव पाए गए। सभी की ट्रेवल हिस्ट्री बाहर की है। और सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कोविड केयर सेंटर मशोबरा शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा रोहड़ू के मेंहदली में दो प्रवासी मजदूर पॉजिटिव मिले हैं। शिमला में अब कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 91 पहुंच गया है। इनमें एक्टिव मामले 45 हैं।


फारुख खान


किसान यूनियन की बैठक में उठाई समस्या

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। गांव कुडाना में किसान यूनियन की एक बैठक हुई जिसमें किसानों से जुड़ी कई समस्याओं पर बात हुई। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सवित मलिक ने कहा कि किसान बहुत परेशान हैं। जहां गन्ने का भुगतान नहीं हो रहा है। वही उर्वरक और डीजल के भाव बढ़ते जा रहे हैं। किसान के पास पैसा नहीं है ऊपर से आने वाली फसल को आवारा जानवर खा जा रहे हैं आवारा पशु बड़ी संख्या में खेतों में घूम रहे हैं। सरकार ने गौशाला बनाने का वादा किया था जो सफल होता नहीं दिख रहा है। आवारा जानवर फसल ही नहीं होने देंगे तो किसान क्या करेगा किसान की हालत पहले से ही बहुत खराब है। इसी का एक उदाहरण है की किसान खेती के उपकरण भी नहीं खरीद पा रहे हैं।
केंद्र सरकार के तमाम दावों के बावजूद ग्रामीण अर्थव्यवस्था   और किसानों दशा सुधरने का नाम नहीं ले रही। कई राज्यों में फसलों का उचित दाम नहीं मिल रहा है और जिस हिसाब से महंगाई बढ़ रही है। उनकी इनकम ग्रोथ नहीं हो रही। गांवों और खेती-किसानी के विकास का बड़ा इंडीकेटर माने जाने वाले ट्रैक्टर की साल दर साल घटती बिक्री इसकी तस्दीक कर रही है। हालांकि, इस स्थिति में सुधार हो इसके लिए लगातार कृषि उपज की एश्योर्ड प्राइस देने और पीएम किसान सम्मान निधि की रकम 48 हजार रुपये करने की मांग हो रही है। क्या संदेश देते हैं ट्रैक्टर बिक्री के आंकड़ेः ट्रैक्टर मेन्यूफेक्चरिंग एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक 2018 में घरेलू मार्केट में 7,96,392 ट्रैक्टर बिके थे। जबकि 2019 में यह घटकर 7,23,525 पर आ गया। इस साल यानी 2020 के छह माह में सिर्फ 3,07,485 ट्रैक्टर ही बिके हैं। किसान भाई ट्रैक्टर से जमीन जोतकर खेती के लिए तैयार करते हैं। यह खेतों में बीज डालने, पौध लगाने, फसल लगाने और फसल काटना, थ्रेसिंग सहित कई काम में आता है।
किसानों के पास पैसा होता तभी तो खरीदेंगेः कृषि अर्थशास्त्री  के मुताबिक ट्रैक्टर बिक्री का गिरता आंकड़ा रुरल डिस्ट्रेस की बात को पुख्ता करता नजर आ रहा है। इससे आप आसानी से समझ सकते हैं कि एग्रीकल्चर की स्थिति कितनी गंभीर है। किसानों की आय गिरती जा रही है। उन्हें अपनी उपज का उचित दाम तक नहीं मिल पा रहा. उनकी उपज रखने की जगह नहीं है। देश के 17 राज्यों में किसानों की सालाना आय सिर्फ 20 हजार रुपये है। जब किसानों के पास आय होगी तभी तो वो पैसा खर्च करेगा। किसान यूनियन अध्यक्ष सवित मलिक ने कहा कि कृषि की विकास  की दर भी बहुत अधिक नहीं है. किसानों की आमदनी लगातार घट रही है। कई फसलों का जब तो न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तक नहीं मिल रहा। जब खेती घाटे का सौदा हो जाएगी तब कौन ट्रैक्टर खरीदेग।गन्ना किसानों का भी बुरा हाल है। अकेले यूपी में ही 15 हजार करोड़ रुपये बाकाया है। पिछले दो साल से यूपी जैसे बड़े राज्य में गन्ने का एक भी रुपया नहीं बढ़ाया गया है। जबकि महंगाई बढ़ गई है। जयपाल सिंह कहते हैं कि 12 जुलाई 2020 तक बुवाई 586 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले साल 12 जुलाई तक 402 लाख हेक्टेयर ही थी। खाद की बिक्री 2019 की मई के मुकाबले 2020 की मई में 73 फीसदी ज्यादा है। जब यह सब बढ़ रहा है तो इस लिहाज से ट्रैक्टर की बिक्री काफी बढ़नी चाहिए थी. जबकि बढ़ी नहीं। इसका मतलब ये है कि किसान अपना ट्रैक्टर लेने की बजाय किराये पर काम करवा रहे हैं। क्योंकि उनके पास पैसा नहीं है। इस बैठक मे ऋषि पाल मलिक को जिला उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया उपस्थित लोग अनिल मलिक ऋषि पाल मलिक जयपाल सिंह अंशुल कुमार जसवीर जय वीर परविंदर अंकुर रविंदर आदि।             


हापुड़ः 5 दिन खुलेंगे बाजार, आदेश जारी

अतुल त्यागी
हापुड़ मेें खुलेंगे पांच दिन बाजार
हापुड़। जनपद हापुड़ के व्यापारियों के लिए राहत भरी खबर है। जिला प्रशासन ने जनपद हापुड़ के बाजारों को सोमवार से शुक्रवार तक सुबह नौ बजे से रात आठ बजे तक खोलने के आदेश जारी किए हैं।
जिला प्रशासन की एक सूचना के अनुसार जनपद हापुड़ के शहर हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, बहादुरगढ़, सिम्भावली, बाबूगढ़, धौलाना की ऐसी दुकानें व बाजार जो हाटस्पाट,कंटेंमेंट जान, बफर जोन से बाहर हंै, को प्रति सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक सुबह नौ बजे से रात्रि आठ बजे तक खोले जाने के आदेश दिए है। समस्त जनपद में शनिवार व रविवार को साप्ताहिक पूर्ण अवकाश रहेगा।             


पुलिस ने कार्रवाई के दौरान काटें चालान

अतुल त्यागी
गढमुक्तेश्वर/हापुड़। आखिर क्यों है बहादुरगढ़ पुलिस कार्यवाही पर उतारू। बगैर मास्क निकला तो भुगतोगे हरजाना। गढमुक्तेश्वर के थाना बहादुरगढ़ पुलिश ने अलख सुबह रोड पर कार्यवाही के दौरान काटे चालान। वहीं अपने को नेता बताने वाले बगैर मास्क पहने यूवक से थाना प्रभारी ने कारण पूछा तो कारण बताने के बजाय थाना प्रभारी को.1076 पर शिकायत।
करने की धमकी देने लगा। लेकिन थाना प्रभारी नीरज कुमार ने कहा आप नेता हैं आपकी कार्यवाही बाद में पहले लौक डाउन और गाइड लाइन के उल्लंघन की कार्यवाही झेलो और काटा चालान। थाना प्रभारी ने बताया कि कोइ भी हो गाइड लाइन का उल्लंघन पर कार्यवाही की जायेगी कोई नहीं बख्सा जायेगा।               


बिहार की स्थिति बनती जा रही 'भयावह'

पटना। कोरोना बिहार की स्थिति को इतनी भयावह बनाती जा रही है कि क्या विपक्ष और क्या पक्ष सभी बिहार सरकार के दावों के पोल खोलते नजर आ रहे है। जनता ने तो सरकार की नाकामियों से फेसबुक जैसे चर्चित सोशल मीडिया को गुलजार कर रखा है। या यूं कहें तो कोरोना से सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है और बिहार सरकार लाचार है।जेडीयू सांसद ने ही बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी।उनका कहना है कि संक्रमित लोग टेस्ट के लिए दर दर भटक रहे हैं और उनकी जांच तक नहीं की जा रही है।आलम ये है कि जब तक जांच रिपोर्ट सामने आती है। तब तक मरीज इस दुनिया को छोड़कर चला जाता है।           


                                                                        


9000 टन मसालों का किया निर्यात

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से सब कुछ अस्त व्यस्त पड़ा है और इसी बीच 9000 टन मसालों का निर्यात किया गया। मिर्च, हल्दी और जीरे जैसे मसालों को रेल मार्ग के जरिए बांग्लादेश को निर्यात किया गया। एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लगने के बाद ये पहली बार है जब रेल मार्ग से कोई निर्यात किया गया हो। पिछले एक महीने में 5000 टन से अधिक हल्दी, 4300 टन से अधिक मिच्र और 100 टन जीरा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से बांग्लादेश भेजा गया है।

भारत के लिए बांग्लादेश मसालों को निर्यात करने का एक अच्छा देश है, जहां पर देश के कुल मसाले का करीब 9 फीसदी निर्यात किया जाता है। 2019-20 के दौरान करीब 1,09,950 टन मसाले बांग्लादेश भेजे गए जिनकी कीमत करीब 1005 करोड़ रुपये थी। इसमें सबसे अधिक जीरा, मिर्च, हल्दी और अदरक का निर्यात किया गया।

   इससे पहले भारत से निर्यात होने वाले मसालों का करीब 95 फीसदी हिस्सा बांग्लादेश को घोजदंगा, मुंद्रा, हिली, मोहादिपुर, पेट्रापोल, नहावा शेवा जैसे पोर्ट्स या फिर रोड के जरिए छोटी-छोटी मात्रा में भेजा जाता था। अधिकारियों का कहना है कि ये पहली बार है जब हल्दी और मिर्च के निर्यातकों ने दक्षिण केंद्रीय रेलवे के साथ मिलकर रेल मार्ग से ये मसाले बांग्लादेश भेजे हैं। निर्यातकों के अनुसार रेल से निर्यात करना तेज, सुरक्षित और आसान है, जिससे बहुत सारा सामान एक साथ भेजा जा सकता है। अगर इसकी तुलना सड़क मार्ग से करें तो ट्रेन से ट्रांसपोर्टेशन में करीब 60 फीसदी चार्ज बचता है। पहले जो चार्ज प्रति किलो पर 5 रुपये लगता था, वह ट्रेन से सिर्फ 1.7 से 2 रुपये प्रति किलो लगता है।              

विस्फोटक पर गलती से पड़ा पैर, शहीद

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कारगिल सेक्टर में बड़ा हादसा हो गया। यहां रविवार को नियंत्रण रेखा के पास एक भारतीय जवान शहीद हो गया। एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि जवान का पैर गलती से एक पुराने विस्फोटक उपकरण पर पड़ गया था। जिसकी वजह से वह ब्लास्ट हो गया और उसकी मौत हो गई। वहीं, पाकिस्ता ने सुंदरबनी में एलओसी पर रविवार शाम को पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। रक्षा प्रवक्ता के अनुसार,शाम करीब 7 बजे पाकिस्तान ने उकसावे वाली कार्रवाई करते हुए भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की। हालांकि सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।


पाकिस्तान की गोलीबारी में 3 नागिरकों की हुई थी मौत
इससे पहले शुक्रवार को पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के पुंछ के गुलपुर और खड़ी करमाडा सेक्टर में भारतीय सेना की चौकियों को निशाना बनाते हुए फायरिंग की गई। इस गोलीबारी में 3 स्थानीय नागरिकों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान की ओर से दागा गया एक गोला सेल गांव में एक घर के पास आकर गिरा। जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया है। भारी फायरिंग और गोलाबारी के चलते सुरक्षबालों को रेस्क्यू करने में दिक्कत आ रही है। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। बता दें कि पाकिस्तान की सेना ने इस साल दो हजार से अधिक बार सीजफायर का उल्लंघन किया है।


पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रही फायरिंग
गौरतलब है कि बीते शनिवार को भी पाकिस्तान की तरफ से उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के दो इलाकों और राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में गोलाबारी की गई थी। बारामपूला में पाकिस्तानी फायरिंग में 6 लोग घायल हुए थे। बता दें कि सोमवार को शहीद हुए जवान से पहले 4 जून को राजौरी सेक्टर के सुदरबनी सेक्टर में हवलदार पी मथिआजगन, 10 जून को तरकुंडी सेक्टर में नायक सूबेदार गुरचरण सिंह, 14 जून को पुंछ जिले में 29 वर्षीय सिपाही लुंगंबुइ अबोनेमी भी पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग में शहीद हो चुके हैं।


शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...