शनिवार, 18 जुलाई 2020

आर्मी के एक्शन से बौखलाए आतंकवादी

श्रीनगर। अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों के साजिश रचने के बारे में जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों को खुफिया सूचना मिली है। थल सेना के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी व्यवस्था की गई है।


अधिकारी ने कहा, शुक्रवार की मुठभेड़ में जैश ए मोहम्मद के एक स्वयंभू कमांडर सहित तीन आतंकवादियों का मारा जाना एक मुंहतोड़ जवाब है। टू सेक्टर के कमांडर, ब्रिगेडियर विवेक सिंह ठाकुर ने दक्षिण कश्मीर में कहा, “इस बारे में खुफिया सूचना है कि आतंकवादी यात्रा को निशाना बनाने की अपनी पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन इसके यात्रा के शांतिपूवर्क संपन्न होने की व्यवस्था की गई है। हम अमरनाथ यात्रा बगैर किसी विघ्न के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं और सुरक्षा स्थिति नियंत्रण में बनी रहेगी।


ब्रिगेडियर ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के एक हिस्से का उपयोग यात्री करेंगे, जो संदेनशनील बना रहेगा. यह हिस्सा थोड़ा संवेदनशील है। यात्री सोनमर्ग (गंदेरबल) तक जाने के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल करेंगे और यह (बलटाल) एकमात्र मार्ग है जो अमरनाथ गुफा जाने के लिए चालू रहेगा।


21 जुलाई से शुरू हो सकती है अमरनाथ यात्रा
माना जा रहा है कि इस साल अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई से 03 अगस्त के बीच चलेगी। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, 55 साल से कम उम्र के श्रद्धालुओं को ही इस बार यात्रा में शामिल होने की अनुमति मिलेगी। इस साल बच्चे और बुजुर्ग पवित्र यात्रा में शामिल नहीं हो सकेंगे। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को अपना कोरोना निगेटिव प्रमाण पत्र भी साथ रखना होगा। वहीं जम्मू बेस कैंप में श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग होगी। इसके साथ ही साधुओं को छोड़कर सभी श्रद्धालुओं को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा।


अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप

अतुल त्यागी
उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र में विधुत कर्मी की लाईन पर कार्य करते समय करंट लगने से हुई मौत परिजनो ने विधुत विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप


हापुड़। जनपद की तहसील गढ़मुक्तेश्वर के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के डेहरा रामपुर में लाइन पर काम करते समय विद्युत कर्मी दिलशाद पुत्र बाबू निवासी शाहपुर फगौता थाना पिलखुवा करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया परिजनों ने विद्युत विभाग सुपरवाईजर व अधिकारियों पर लगाया लापरवाही का आरोप जानकारी के अनुसार डेहरा रामपुर में बिजली विभाग के तारों को बदला जा रहा था। जहां दिलशाद पुत्र बाबू लाइन पर कार्य कर रहा था। जैसे ही उसने पहला जंपर कांट कर दूसरे जंपर से हाथ लगाया तो करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया सूचना पर मौके पर पहुंचे बहादुरगढ़ थाना प्रभारी नीरज कुमार पुलिस बल के साथ घायल दिलशाद के शव को लेकर गढ़मुक्तेश्वर सीएससी पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया जिस सुपरवाइजर की देखरेख में दिलशाद कार्य कर रहा था उस सुपरवाइजर कपिल ने बताया कि दिलशाद लाईन पर  कार्य करने गया उसमें अचानक करंट आगया तत्काल उसकी मौके पर ही मौत हो गई लेकिन परिजन इस बात को मानने को तैयार नहीं है। परिजनों का कहना है दिलशाद की मौके पर काम करते हुए मौत हुई कुछ संदिग्ध प्रतीत हो रहा है कि दिलशाद लाइन पर कार्य करने गया तब तक शड डाउन  नहीं लिया गया जैसे ही करंट लगने से दिलशाद की मौत हुई तत्काल सड डाउन ले लिया गया सुपरवाइजर की बातों से ऐसा ही आभास हो रहा था फगौता  निवासी बलराम नाम के ठेकेदार के साथ दिलशाद कार्य कर रहा था जो पिछले 3 सप्ताह पहले अपने घर से आया था और आज लगभग एक बजकर 15 मिनट पर सुपरवाइजर के अनुसार दिलशाद की करंट लगने से मौत हो गई दिलशाद के चाचा ने बताया कि विद्युत विभाग की घोर लापरवाही के कारण मेरे भतीजे दिलशाद की मौत हुई बिजली विभाग के किसी भी अधिकारी  सुपरवाइजर व ठेकेदार ने उन्हें सूचना नहीं दी उन्हें सूचना अस्पताल से बहादुरगढ़ थाने की पुलिस ने दी है उसके चाचा दिलशाद का कहना है दिलशाद को लाईन पर जंफर काटने  भेजा गया था तो उसे ना तो कोई दस्ताने दिए गये नाहीं पैरों में जूते पहनने को दिए गये जबकि लाइन पर कार्य करने के लिए विद्युत कर्मी को जूते दस्ताने आदि दिए जाते हैं ताकि कार्य करते समय वह बिजली के करंट से बचसके  लेकिन बिजली विभाग के सुपरवाइजर व ठेकेदार ने इस तरह की कोई सामग्री नहीं दी जिससे उसकी लाइन पर कार्य करते हुए मौत हो गई परिजनों का रो रो कर बुरा हाल दिलशाद के पिताजी की कुछ समय पहले मौत हो गई थी दिलशाद तीन भाई हैं घर में सबसे बड़ा कमाने वाला दिलशाद ही था दो छोटे भाई हैं परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है घर में कोई कमाने वाला नहीं है उसकी माता भी बीमार रहती है उसके चाचा ने बताया बिजली विभाग की घोर लापरवाही है उसका आरोप उन्होंने स्पष्ट शब्दों में लगाया उन्होंने कहा कि अगर बिजली विभाग की लापरवाही नहीं होती तो बिजली विभाग ने हमें सूचना क्यों नहीं दी हमें सूचना बहादुरगढ़ पुलिस ने गढ अस्पताल से दी जबकि दिलशाद जिस ठेकेदार या सुपरवाइजर के अंतर्गत कार्य कर रहा था उन्हें दिलशाद की मौत की सूचना हमें देनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने सूचना नहीं दी बल्कि बहादुरगढ थाने की पुलिस ने हमे फोन पर बताया कि दिलशाद की करंट लगने से मौत हो गई प्रभारी नीरज कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है लापरवाही सामने आने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


अरबपतियों को दिया वैक्सीन का टीका

मास्को। दुनिया में कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए कई देश जी-जान से लगे हुए हैं। इस वैक्सीन के बनने के बाद ही शायद पहले की तरह दुनिया नॉर्मल हो पाएगी। साथ ही जो भी देश इस वायरस का इंजेक्शन पहले बनाएगा, उसका दुनिया में रुतबा भी बढ़ जाएगा। इस कारण सभी देश इसके इंजेक्शन को बनाने के लिए शिद्दत से लगे हुए हैं। ऑक्सफ़ोर्ड द्वारा बननाया जा रहा इंजेक्शन एक हद तक सफल भी बताया जा रहा है। इस बीच बीते दिनों यूके ने रूस पर इंजेक्शन बनाने के तरीके को चुराने का आरोप लगाया था। इसके कुछ ही दिन बाद रूस के एक अरबपति कपल ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना  वैक्सीन लगवा ली है। इसके बाद अब दो तरह की चर्चा हो रही है। पहली कि रूस ने कोरोना का इलाज ढूंढ लिया है और दूसरा कि क्या रूस ने इस इंजेक्शन को बनाया है या ये यूके द्वारा बनाए इंजेक्शन की चोरी है। कपल के दावे के बाद दोनों की काफी चर्चा हो रही है।             


शामलीः 40 संक्रमित मिलने से सनसनी

शामली में फूटा कोरोना बम, 40 पॉजिटिव मिलने से सनसनी


भानु प्रताप उपाध्याय


छह, आठ वर्ष के दो बच्चों समेत शहर के 22 लोग पॉजिटिव
शहर के जैन स्ट्रीट के 13 और जवाहर गंज मंडी में आठ मिले


शामली। जनपद में एक ही दिन में रिकार्ड 40 लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोेर्ट आने से कोरोना बम फूट पड़ा। एक साथ 40 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की सूचना से लोगों में सनसनी फैल गई। सर्वाधिक शामली शहर के 22 पॉजिटिव में छह और आठ वर्ष के दो बच्चों और दर्जन भर महिलाएं शामिल है। 22 में 13 शहर के जैन स्ट्रीट और 8 मंडी जवाहर गंज के पॉजिटिव है, जबकि एक शहर के नौकुआं निवासी युवक पॉजिटिव है।थाना भवन के पांच, कांधला के नौ, कैराना के दो तथा झिंझाना के गांव खानपुर कलां निवासी एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया है। सभी पॉजिटिव को कोविड-19 भेजने के लिए टीमें रवाना कर दी गई है। कोविड-19 अस्पताल से चार लोगों को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है। जिसके बाद जनपद में कोरोना एक्टिव पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 95 हो गई है। अधिकांश पॉजिटिव पहले से ही भर्ती मरीजों के क्लोज कांटेक्टस है।जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि शनिवार को मेडिकल कॉलेज से आई 414 कोरोना जांच की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें से 40 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई है, जिनमें एक ट्रू-नेट पॉजिअिव शामिल है। जबकि 374 रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। डीएम ने बताया कि 40 पॉजिटिव में शहर के जवाहर गंज मंडी से 08, जैन स्ट्रीट से 13 तथा नौकुआं रोड से 01, झिंझाना के गांव खानपुरकलां से 01, थानाभवन से 05, कांधला से 09 पॉजिटिव, कैराना के मोहल्ला गुम्बद निवासी दो सगे भाईयों की पॉजिटिव की रिपोर्ट के अलावा एक 01 व्यक्ति की रिपोर्ट ट्रू-नेट से पॉजिटिव प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि चार लोगों को कोविड-19 से उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है। 40 नये पॉजिटिव मिलने और 04 डिस्चार्ज होने के बाद जनपद में कोरोना एक्टिव केस की संख्या 95 हो गई है। डीएम ने बताया कि सभी नये पॉजिटिव को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराने के लिए टीमें रवाना कर दी गई है। जहां नये मरीज मिले हैं कुछ स्थानों पर पहले से ही हॉटस्पॉट एवं सीलिंग की हुई, कुछ स्थानों सैनेटाइजेशन व हॉटस्पॉट की सीलिंग कराई जाएगी।               


अमेरिकाः 1 दिन में 77 हजार संक्रमित

वाशिंगटन डीसी/ ब्रासीलिया। अमेरिका और ब्राजील वायरस के संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित हैं। अमेरिका में जहां एक दिन में 77,000 संक्रमित पाए गए वहीं इस दौरान 969 लोगों की मौत भी हुई। ब्राजील में हर दिन 1,000 से ज्यादा की मौत हो रही है। यहां अधिकारियों ने कहा है कि ताबूतों की कमी पड़ रही है।


अमेरिका ने संक्रमण के मामलों में अपना ही रिकार्ड तोड़ते हुए पिछले  24 घंटों में 77,217 नए मामले दर्ज किए हैं। यह महामारी फैलने के बाद से अब तक यहां एक दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं। 10 जुलाई को यहां 68 हजार मामले सामने आए थे। यहां सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क है जहां 4,31,380 संक्रमित मिले हैं।             


बैडमिंटन 'खिलाड़ी' अभ्यास में जुटे

अमित शर्मा


जालंधर । हंसराज स्टेडियम में जालंधर बैडमिंटन एसोसिएशन के अधीन जिला बैडमिंटन अकादमी शुरु हो चुकी है। खिलाड़ी अभ्यास करने में जुट गए है। कोविड-19 वायरस की गंभीरता को देखते हुए खिलाड़ियों की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है। पूर्व राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने एसोसिएशन के सदस्यों की प्रशंसा की।


एसओपी की हिदायतों के अनुसार खिलाड़ी अभ्यास कर रहे है। अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी सचिन रत्ती, इंडियन बैडमिंटन टीम के पूर्व कप्तान दीपांकर भट्टाचार्य, पूर्व नेशनल खिलाड़ी प्रदनया, अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी प्रणव चोपड़ा, वेटर्न अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी राम लखन, पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी अरविंद दत्त, चेतन आनंद ने कहा कि कोरोना वायरस में राज्य व राष्ट्रीय स्तरीय खिलाड़ी अभ्यास करके पसीना बहा रहे है। स्टेडियम में खिलाड़ी की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है। वायरस की गंभीरता को देखते हुए एसोसिएशन के सदस्यों को शुभकामनाएं दी। पूर्व खिलाड़ियों ने कहा कि शरीर की इम्युनिटी मजबूत करने के लिए फिटनेस जरुरी है। खिलाड़ी हर बीमारी से लड़ सकेगा।                   


कोरोना काल में टीकाकरण हुआ प्रभावित

नई दिल्ली। कोरोना काल में बच्चों के टीकाकरण का काम सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूनीसेफ ने कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के कारण दुनिया भर में बाधित हुए बच्चों के टीकाकरण अभियान के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे वर्षों की मेहनत पर पानी फिर जायेगा। डब्ल्यूएचओ और यूनीसेफ ने ताजा आंकड़ों का हवाला देते हुए बुधवार को कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से दुनिया भर में बच्चों के टीकाकरण में बाधायें आयी हैं। इसके कारण अधिकाधिक बच्चों को टीका देने के अभियान को गहरी क्षति पहुंची और साथ ही पोलियो जैसी बीमारी से मुक्त होने वाले देशों पर दोबारा संकट मंडराने लगा है। आंकड़ों के मुताबिक इस साल के शुरुआती चार माह यानी अप्रैल 2020 तक के आंकड़े बताते हैं कि डिप्थीरिया, टेटनस और कालीखांसी के टीके डीटीपी3 के तीन डोज पूरा करने वाले बच्चों की संख्या में खासी गिरावट आयी है। ऐसा 28 साल में पहली बार हो रहा है जब दुनिया में डीटीपी3 डोज पूरा करने वाले बच्चों की संख्या में गिरावट आयी है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. तेद्रॉस  अधानोम गेब्रेसस ने कहा किः जन स्वास्थ्य के इतिहास में टीकाकरण सबसे बड़ी कोरोना संक्रमण ने लेकिन वर्षों की इस मेहनत पर पानी फेरने का काम किया है। टीकाकरण कारण जितने लोग बीमार हुए और जितनी मौत हुई, उससे अधिक संख्या में टीकाकरण न करा पाने वाले बच्चे बीमार हो सकते हैं और उनकी मौत हो सकती है। उन्होंने कहा कि लेकिन ऐसा हो यह जरुरी नहीं। इस महामारी के समय में भी टीके की आपूर्ति की जा सकती है, उसे डिलीवर किया जा सकता है और हम सभी देशों को कह रहे हैं। कि वे इस जीवन रक्षक कार्यक्रम को कोरोना संक्रमण के दौर में भी जारी रखें। यूनीसेफ,डब्ल्यूएचओ और गावी के नये सर्वेक्षण के मुताबिक कोविड-19 महामारी के कारण कम से कम 30 टीकाकरण अभियानों के समाप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिससे इस साल तथा आने वाले साल में बीमारियां बढ़ सकती हैं। यह सर्वेक्षण अमेरिका के सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल, द साबिन वैक्सीन इंस्टीट्यूट और जॉन हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल आॅफ पब्लिक हेल्थ के सहयोग से किया गया। सर्वेक्षण में शामिल 82 देशों में से तीन चौथाई देशों ने कोरोना काल में  टीकाकरण अभियान के बाधित होने की बात कही। टीकाकरण अभियान के बाधित होने के कई कारण बताये गये। कई देशों में लोग टीके की आपूर्ति होने के बावजूद अपने घर से बाहर निकलने के डर में, परिवहन सेवा के बाधित रहने, आर्थिक तंगी, आवाजाही में प्रतिबंध और कोरोना संक्रमण के चपेट में आने के भय से बच्चों को टीका नहीं दिला सके। टीका देने वाले स्वास्थ्यकर्मी भी सुरक्षात्मक उपकरण की कमी, कोरोना संक्रमण संबंधी अलग ड्यूटी में तैनाती तथा आवाजाही में परेशानी के कारण अनुपलब्ध रहे।         


कोविड-19ः हापुड़ में गंदगी का अंबार

अतुल त्यागी


नगर पालिका की सुस्ती के चलते अर्जुन नगर मोहल्ले के अंदर पनपते गंदगी के अंबार- कोविड-19 के चलते


हापुड़। जहां पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार करोड़ों अरबों रुपया खर्च कर रही है। स्वस्थ अभियान के लिए, वहीं पर जनपद हापुड़ के अंदर आते हैं। ऐसे ऐसे मामले सामने गंदगी के चलते जो आम व्यक्ति को हिला कर रख देंगे, उसके बाद भी कुछ अधिकारी लोग सोए रहते हैं। कुंभकरण कि नींद, नहीं है इन्हें आम व्यक्ति की जिंदगी से कोई लेन या देन, हापुड़ के अंदर खास करके आप किसी भी कॉलोनी के अंदर चले जाओ कोई पर्सेंट ही कॉलोनी साफ मिलेगी नहीं तो हापुड़ नगर पालिका की सुस्ती के चलते चल रहा है।


 सब राम भरोसे, प्रशासन के दावों को पलीता लगाते हुए हापुड़ नगरपालिका के कुछ कर्मचारी लोग, जनपद हापुड़ के अर्जुन नगर मोहल्ले से आया एक मामला सामने जहां पर अर्जुन नगर कॉलोनी के अंदर गली संख्या तहरा के अंदर लगे हैं। गंदगी के मस्त वाले अंबार, देखा जाए तो अगर गली मोहल्ले के अंदर कोई भी कार्यक्रम होता है तो सारी गंदगी मोहल्ले के अंदर पड़े खाली विस्तार जगह के अंदर डाल दी जाती है सूत्रों की जानकारी के अनुसार निकालने बढ़ने वाले लोग देखते रह जाते हैं मगर सफाई के विषय के अंदर कोई नहीं सोचता, बताया गया है कि जहां पर एक गंदगी पड़ी है वहां पर चारों तरफ की गंदगी आम जनता डाल देती है तथा नगर पालिका के कर्मचारी देखने तक नहीं आ पाते जिनके सुस्ती के कारण फैल सकती है मोहल्ले के अंदर कोविड-19 के चलते कोई भी खतरनाक बीमारी, जहां पर सभी जानते हैं कि कोविड-19 ने अपना भरपूर रूप दिखा रखा है हर रोज निकल रहे हैं। पॉजिटिव मरीज उसके पश्चात भी हापुर नगर पालिका के सुस्ती के चलते मामला बन सकता है अर्जुन नगर मोहल्ले के लिए गंभीर, अब देखने का विषय यह होगा कि नगर पालिका के कर्मचारी इस मामले को संज्ञान कर कब तक इस पर एक्शन लेते हैं या यूं ही अर्जुन नगर मोहल्ले के अंदर पनपती रहेगी गंदगी।             


महिला सहित 3 के खातों से निकाले लाखों

अतुल त्यागी


श्रीनगर की महिला सहित तीन के खातों से निकालें लाखों रुपये


हापुड़। नगर के श्रीनगर कालोनीं निवासी सहित तीन लोगों के खातों से ठगों ने साढ़े लाख रुपये साफ कर दिए।पुलिस ठगों का पता करनें में जुटी है। लाकडाऊन व कोरोना महामारी के बीच साईबर ठग लोगों के खातों से रुपये साफ कर रहे है।इसी मामलें में हापुड़ के श्रीनगर निवासी महिला अंजली शर्मा के एकांउट से साढ़ हजार व बाबूगढ़ निवासी संजय सिंह के खाते से पौने चार लाख व धौलाना निवासी कृष्ण कुमार के एटीएम से दस हजार रूपये निकाल लिए है। मैसेज मिलनें पर खातेदारों के होश उड़ गए और उन्होंनें थानें में तहरीर दी है।                                 


नीरज ने निकाला क्षेत्र में 'फ्लैग मार्च'

अतुल त्यागी
थाना बहादुरगढ़ प्रभारी नीरज कुमार ने क्षेत्र में निकाला फ्लैग मार्च


हापुड़/ बहादुरगढ़। थाना बहादुरगढ़ प्रभारी नीरज कुमार अपनी फुल टीम के साथ की चेकिंग लोक डाउन के नियम तोड़ने वालों के खिलाफ की कार्रवाई। गांव-गांव जाकर जनता से की अपील क्षेत्र में खुशी की लहर, थाना बहादुरगढ़ प्रभारी नीरज कुमार ने क्षेत्र में करोना महामारी को लेकर अपील की।


मुजफ्फरनगर में बढकर 123 पॉजिटिव

मुजफ्फरनगर के 2 कोरोना मरीजों की मेरठ मैडिकल व सुभारती कालेज में मौत, 14 हुए ठीक, जिले में अब 123 एक्टिव केस


भानु प्रताप उपाध्याय
मुजफ्फरनगर l जिले में कई दिन बाद आज कोरोना की रिपोर्ट ही नहीं आयी, जिससे कोई संक्रमित मिला ही नहीं, जिससे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है, लेकिन दो कोरोना मरीजों ने मेरठ के मेडिकल कॉलेज और सुभारती मेडिकल कॉलेज में दम तोड दिया। अब जिले में 123 एक्टिव केस रह गये हैं। सुभारती मेडिकल कॉलेज में भर्ती मुजफ्फरनगर के मरीज को तीन दिन पहले कोरोना होने की पुष्टि हुई थी। उस व्यक्ति की रात के समय मौत होने के बाद आज सुबह शव का यहां पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया, जबकि जिला प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है कि मुजफ्फरनगर निवासी एक व्यक्ति की मेरठ मेडिकल में भी मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज मेरठ के कोविड-19 अस्पताल में 1 कोविड-19 पॉजिटिव रोगी की मृत्यु हो गई, वह कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली 60 वर्षीय महिला है, जिसे विगत 13 जुलाई को रात 9:30 बजे परिजन मेडिकल कॉलेज मेरठ ले गए थे | महिला का ऑक्सीजन सैचूरेशन भर्ती के समय काफी कम था| वह अनियंत्रित डायबिटीज की पहले से मरीज़ थी | आज सुबह 5:10 बजे महिला की मृत्यु हो गई। जिले में हालांकि कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 23 हो गई है, लेकिन जिला प्रशासन अभी 15 लोगों के मरने की ही पुष्टि कर रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. प्रवीण चौपडा ने बताया कि मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पताल में भर्ती 14 मरीज ठीक हो गए हैं। इस तरह से अब जिले में 123 एक्टिव केस रह गए हैं।                          


मुंबई में संक्रमितों की संख्या हुई 1 लाख

मुंबई। मुंबई में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या एक लाख के करीब होने के बावजूद देश की वित्तीय राजधानी में ठीक होने की दर करीब 70 प्रतिशत है जो कि राष्ट्रीय औसत से सात प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी आधिकारिक आंकड़े में सामने आयी है। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की ओर से शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया था कि (शुक्रवार तक) देश में कोविड-19 के मामले 3,42,756 थे और ठीक हुए मरीजों की संख्या करीब 6.35 लाख थी जो कि सामने आए मामलों का 63 प्रतिशत है।


मुंबई में ठीक होने की दर महाराष्ट्र से करीब 15 प्रतिशत अधिक है जो कि 55.62 प्रतिशत है। महाराष्ट्र मेडिकल एजुकेशन एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट (एमईडीडी) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मुंबई में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 24,307 थी जबकि 67,830 मरीज अब तक संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। मुबई में कोविड-19 से ठीक होने की दर जून के मध्य तक लगभग 50 प्रतिशत थी, जब बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए त्वरित कार्ययोजना के तहत ‘‘मिशन जीरो’’ शुरू किया था।                     


शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...