श्रीनगर। अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों के साजिश रचने के बारे में जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों को खुफिया सूचना मिली है। थल सेना के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी व्यवस्था की गई है।
अधिकारी ने कहा, शुक्रवार की मुठभेड़ में जैश ए मोहम्मद के एक स्वयंभू कमांडर सहित तीन आतंकवादियों का मारा जाना एक मुंहतोड़ जवाब है। टू सेक्टर के कमांडर, ब्रिगेडियर विवेक सिंह ठाकुर ने दक्षिण कश्मीर में कहा, “इस बारे में खुफिया सूचना है कि आतंकवादी यात्रा को निशाना बनाने की अपनी पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन इसके यात्रा के शांतिपूवर्क संपन्न होने की व्यवस्था की गई है। हम अमरनाथ यात्रा बगैर किसी विघ्न के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं और सुरक्षा स्थिति नियंत्रण में बनी रहेगी।
ब्रिगेडियर ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के एक हिस्से का उपयोग यात्री करेंगे, जो संदेनशनील बना रहेगा. यह हिस्सा थोड़ा संवेदनशील है। यात्री सोनमर्ग (गंदेरबल) तक जाने के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल करेंगे और यह (बलटाल) एकमात्र मार्ग है जो अमरनाथ गुफा जाने के लिए चालू रहेगा।
21 जुलाई से शुरू हो सकती है अमरनाथ यात्रा
माना जा रहा है कि इस साल अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई से 03 अगस्त के बीच चलेगी। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, 55 साल से कम उम्र के श्रद्धालुओं को ही इस बार यात्रा में शामिल होने की अनुमति मिलेगी। इस साल बच्चे और बुजुर्ग पवित्र यात्रा में शामिल नहीं हो सकेंगे। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को अपना कोरोना निगेटिव प्रमाण पत्र भी साथ रखना होगा। वहीं जम्मू बेस कैंप में श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग होगी। इसके साथ ही साधुओं को छोड़कर सभी श्रद्धालुओं को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा।