मनोज सिंह ठाकुर
नई दिल्ली। तिहाड़ सेंट्रल जेल में एक कैदी आत्महत्या कर ली। वह तिहाड़ की जेल नंबर-4 में बंद था। इससे पहले भी वह 2019 में POCSO और रेप मामले में करीब नौ महीने तक जेल में बंद रहा था। जेल अधिकारियों के मुताबिक, जेल नंबर 4 में हत्या का एक 38 वर्षीय आरोपी कैद था। शुक्रवार को उसके आत्महत्या करने का पता चला। तिहाड़ जेल के अडिश्नल आईजी राजकुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक का नाम रवि है। उसे उसकी सास की हत्या के आरोप में जेल में लाया गया था। इसके बारे में शनिवार सुबह पता लगा। उन्होंने बताया कि इस बारे में अभी यही पता लगा है। आगे की तहकीकात करने के बाद ही पता लगेगा कि आखिर उसने यह कदम क्यों उठाया।
इससे पहले भी जेल में कई कैदियों ने आत्महत्या की हैं। जबकि जेल प्रशासन दावा करता है कि वह यहां आने वाले विचाराधीन कैदियों की मनोस्थिति का भी आंकलन करता है। फिर उसके हिसाब से अगर कोई कैदी तनाव में होता है तो उसकी काउंसलिंग भी कराई जाती है। लेकिन बावजूद इसके समय-समय पर यहां कैदी स्यूसाइड कर रहे हैं।
दो दिन पहले ही हुआ था अरेस्ट
रवि दो दिन पहले ही अपनी सास की बर्बर हत्या के आरोप में पकड़ा गया था। मामला 16 जुलाई की रात का है। पुलिस के अनुसार, वारदात स्थल से कुछ दूरी पर बीट और पेट्रोलिंग स्टाफ मौजूद थे। उन्हें जैसे ही जानकारी मिली वह मौके पर पहुंचे। पूछताछ में पता चला कि रवि ने अपनी सास पर बर्फ तोड़ने वाले सुए से कई वार किए हैं। पेट्रोलिंग टीम ने आरोपी रवि को दबोचा। रवि (38) ने अपनी पत्नी, बच्चे और ससुर को भी घायल किया था, इसलिए पुलिस ने घायलों को तुरंत पास के तारक अस्पताल में शिफ्ट करवाया।
सास को रास्ते से हटाना चाहता था
चिकित्सकों ने शशि बाला (62) को मृत घोषित कर दिया। अन्य तीन को इलाज के लिए डीडीयू अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी रवि नशे का आदी है और उस पर उगाही, हत्या के प्रयास और रेप केस पहले भी दर्ज हैं। वह कुछ समय के लिए जेल में भी रहा है। 2019 में पॉक्सो और रेप केस में वह 9 महीने जेल में रहा। 26 नवंबर 2019 को जेल से बाहर आकर उसे पता चला कि उसकी पत्नी और बेटी मायके में शिफ्ट हो गए हैं। उसे लगा कि उसकी सास ही इन सब के पीछे है। तभी से वह उन्हें रास्ते से हटाना चाहता था।
बचाने की किसी में नहीं हुई हिम्मत
चार दिन पहले उसने एक दुकान से बर्फ तोड़ने वाला सुआ खरीदा। 16 जुलाई को उसकी सास अपने एक रिश्तेदार को छोड़ने घर के बाहर आई और उसे हत्या करने का मौका मिल गया। वारदात के समय उसकी पत्नी और बेटा कुछ दूर खड़े थे। उसी दौरान उसे मौका मिल गया और उसने हमला कर दिया। सास के पेट, हाथ और सीने पर सुए से कई बार किए। गली में हुई इस वारदात में दामाद की दरिंदगी देख आसपास के लोगों की हिम्मत नहीं हुई कि वह आरोपी को रोक सकें।
सोनू पंजाबन ने भी की आत्महत्या की कोशिश!
देह व्यापार के आरोप में तिहाड़ में कैद सोनू पंजाबन ने भी आत्महत्या की कोशिश की है। उसने सिरदर्द की शिकायत की थी जिसके बाद डॉक्टर्स ने दवाइयां दीं। जेल सूत्रों के मुताबिक, उसने अधिक मात्रा में दवाइयां लेकर जान देने की कोशिश। हालांकि जेल अडिश्नल आईजी ने आत्महत्या की कोशिश से इनकार किया है। उनका कहना है कि ओवरडोज हो गई थी, और कोई बात नहीं है। सोनू को बाद में डीडीओ अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां अब उसकी हालत स्थिर है।