कविता गर्ग
मास्को। हरेक पिता हर परेशानी से अपने बच्चों की रक्षा करता है। एक बेटी खासकर अपने पिता से जुड़ी होती है। उसे उम्मीद होती है कि उसका पिता उसे दुनिया की हर मुसीबत से बचा लेगा। लेकिन अगर वही पिता बेटी की इज्जत का लूटेरा बन जाए तो? रिश्तों को शर्मसार करने वाला ये मामला रूस से 2018 में सामने आया था। यहां तीन बेटियों ने मिलकर अपने सगे पिता को मौत के घाट उतार दिया था। जब पुलिस ने बेटियों को अरेस्ट कर पूछताछ की तो पता चला कि हैवान पिता अपनी बेटियों की इज्जत लूटता था। जब सालों तक दुष्कर्म का दंश झेलती बेटियों के लिए ये असहनीय हो गया तो उन्होंने मिलकर अपने पिता की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। अब दो साल बाद कोर्ट ने इस मामले में बेटियों को बीस साल जेल की सजा देने का ऐलान किया है। कोर्ट के इस फैसले की हर तरफ आलोचना हो रही है। आइये आपको बताते हैं कैसे एक पिता ने अपनी तीन सगी बेटियों की जिंदगी बर्बाद की थी।
रूस के माफिया मिखाइल खचतुर्यां की बॉडी 2018 में मिली थी। उसकी हत्या उसकी तीन सगी बेटियों ने, जिनकी उम्र उस समय 17, 18 और 19 साल थी, ने मिलकर की थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि सेल्फ डिफेन्स में उन्होंने पिता की हत्या की थी। रुसी अथॉरिटीज के मुताबिक, अब इस मामले में तीन में दो बेटियों को बीस साल जेल की सजा दी जा सकती है। साथ ही तीसरी बेटी को मेन्टल असाइलम भेजा जा सकता है। ऑफिसर्स का कहना है कि ट्रायल के दौरान ये साबित नहीं हुआ कि मृतक की दोनों बेटियों क्रिस्टीना और एंजेलिना ने सेल्फ डिफेंस में ये मर्डर किया था। ऐसे में उन्हें खून का दोषी माना जा रहा है। साथ ही तीसरी बेटी मरिया को साइकाइट्रिस्ट के पास भेजा जाएगा।
इस मामले की जांच के लिए एक कमिटी बैठाई गई थी। कुछ महीनों पहले कहा गया था कि मेंटल और फिजिकल अब्यूज से परेशान होकर ये हत्या की गई थी। लेकिन अब इसे लेकर सजा देने की बात कही जा रही है। हत्या के इस केस की जांच दो साल से चल रही है। बेटियों ने पुलिस को बताया कि उनका पिता कई सालों से तीनों का रेप करता था। उसकी हर बेटी पर बुरी नजर थी। मां की मौत के बाद वो अपनी बेटियों को अपनी पत्नी बताता था। साथ ही चाहता था कि उसकी बेटियां उसके होने वाले बच्चों की मां बने। जांच में ये बात भी सामने आई कि पिता अपनी बेटियों को कपड़े उतारकर उसके सामने खड़े होने को कहता था। फिर सभी से उसे सेक्सयुअल प्लेजर देने की बात कहता था। अगर इंकार करती, तो उसे जान से मारने की धमकी देता।
जब तीनों से अपने पिता का आतंक सहना मुश्किल हो गया तो उन्होंने मिलकर अपने पिता के हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। बेटियों को जेल की सजा कोर्ट ने इस आधार पर दी कि जब उसकी हत्या की गई थी उस समय मृतक को नशीला पदार्थ दिया गया था। साथ ही उस समय वो किसी पर अटैक करने की पोजीशन में नहीं था। ऐसे में हत्या सेल्फ डिफेंस के लिए की गई, ऐसा नहीं कहा जा सकता।