शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

फोर्थ में ट्रांसजेंडर की नियुक्ति पर विचार

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को पैरामिलिट्री फोर्स में ऑफिसर के तौर पर नियुक्त करने पर विचार कर रहा है। जल्दी ही ट्रांसजेंडरों की तैनाती केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय सिक्योरिटी फोर्स (CISF), इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) में हो सकती है।


सूत्रों के मुताबिक पिछले साल दिसंबर में ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों की सुरक्षा) कानून नोटिफाई करने के बाद सरकार अब इस समुदाय को सभी सर्विस और क्षेत्रों में बराबरी का मौका देना चाहती है। गृह मंत्रालय ने इस मामले में CAPF से अपनी राय देने को कहा है। एक वरिष्ठ CAPF कमांडर ने बताया कि ट्रांसजेंडर ऑफिसरों की तैनाती से आने वाली चुनौतियों और साथ ही उसके फायदों पर सुरक्षाबलों में चर्चा हुई है। उनके मुताबिक ये CAPF के लिए उसी तरह का नया अध्याय होगा जैसे कुछ साल पहले सुरक्षाबल में महिलाओं को ऑफिसर की तौर पर नियुक्त किया गया था। उनकी राय है कि समाज के सभी हिस्सों को साथ लेकर चलने में सुरक्षाबल एक नई मिसाल कायम कर सकता है। वरिष्ठ कमांडर ने माना कि शुरुआत में ट्रांसजेंडर समुदाय को स्वीकार करने में मुश्किल आ सकती है जैसा कि महिलाओं के मामले में हुआ। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि बाद में थर्ड जेंडर के लोग भी खुद को सहयोगियों और कमांडर्स से भली-भांति जुड़ जाएंगे। CAPF की कमांडर ने ये भी साफ किया कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सुरक्षाबल में अलग से इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि रहने के इंतजाम और टॉयलेट  सभी जेंडर के हिसाब से तैयार किए गए हैं।         


4 लोगों की हत्या से क्षेत्र में सनसनी

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। होलागढ़ में चार लोगों की हत्या की घटना से इलाके में सनसनी मच गई है। यह घटना होलागढ़ थाना क्षेत्र के देवापुर इलाके का है। जहां एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई. चारों का शव खून से लथपथ मिला था। जिसके बाद इलाके में हंगामा मच गया। हालांकि अभी हत्या की असली वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस को घटना की सूचना दी गई। जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर लाश को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। पुलिस को शक है कि ये हत्या किसी आपसी रंजिश की वजह से की गई है।                 


जनता से गलतियों की माफी मांगी

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में लालू-राबड़ी के 15 साल बनाम नीतीश कुमार के 15 साल के बीच राजनीतिक बिसात बिछाई जाने लगी है। जेडीयू-बीजेपी गठबंधन लालू-राबड़ी के 15 सालों के कार्यकाल को जंगलराज के तौर पर पेश कर आरजेडी पर निशाना साधते हुए जनता के बीच मुद्दा बनाता रहा है। ऐसे में लालू यादव के सियासी विरासत संभाल रहे तेजस्वी यादव ने अपने माता-पिता लालू-राबड़ी के शासनकाल में हुई गलतियों के लिए माफी मांग कर विपक्ष के राजनीतिक चक्रव्यूह को तोड़ने की कोशिश की है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या तेजस्वी यादव माफी मांगकर अपनी और पार्टी की छवि को बदल पाएंगे। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पार्टी के एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 15 साल के आरजेडी शासनकाल के दौरान अगर किसी प्रकार की गलतियां हुई हैं तो वह उसके लिए माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा कि लालू शासनकाल के दौरान जो भी हुआ, उस वक्त हुआ जब हम छोटे थे और सरकार में क्या हो रहा था कुछ नहीं जानते थे?


तेजस्वी यादव ने कहा, ‘ठीक है, 15 साल हम सत्ता में रहे, लेकिन हम तो सरकार में नहीं थे। हम तो छोटे थे लेकिन फिर भी हमारी सरकार रही। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि लालू प्रसाद ने सामाजिक न्याय किया। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने बिहार में सामाजिक न्याय किया। वह दौर अलग था। हालांकि, अगर इसी प्रकार की बहुमूल्य कमी हुई हो तो उसके लिए वह माफी मांगते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता अगर उन्हें एक मौका देगी तो वह बिहार में विकास की गंगा बहा देंगे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप एक कदम चलेंगे तो मैं चार कदम चलकर आपकी आशा और विश्वास को पूरा करूंगा. सभी नौजवानों को रोजगार दूंगा। राज्य में विकास की गंगा बहा कर हर घर मे खुशहाली लाने की कोशिश करूंगा। हमारी पार्टी सभी की पार्टी है और हम सबको सम्मान देंगे। जात-पात से ऊपर उठकर सब को साथ लेकर चलेंगे। सभी जाति और धर्म को विधानसभा मे प्रतिनिधित्व देंगे।


बता दें कि 1989 के आखिर से लेकर 2005 तक बिहार में लालू यादव के राष्ट्रीय जनता दल का शासन रहा। इस दौरान बिहार की सियासत में राजनीति और अपराध में तालमेल देखा गया। भ्रष्टाचार, अपराधियों के राजनीतिक संरक्षण, उनके राजनीति में प्रवेश, रंगदारी और किडनैपिंग के मामलों का पूरे बिहार में वर्चस्व कायम था। बीजेपी-जेडीयू ने बिहार में इस अपराध के फलने-फूलने के लिए लालूराज को जिम्मेदार ठहराते आ रहे हैं। इतना ही नहीं आरजेडी के 15 साल के शासन को बिहार में जंगलराज का नाम नीतीश कुमार ने ही दिया था।               


गर्भावस्था में सिर दर्द से पाएं छुटकारा

गर्भावस्था में महिलाओं को कई तरह की परेशानियों और स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिनमें से एक सिरदर्द भी है। प्रेग्नेंसी में किसी भी समय सिरदर्द हो सकता है लेकिन गर्भावस्था की पहली तिमाही और दूसरी तिमाही में सिरदर्द की शिकायत ज्यादा रहती है।
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में शरीर में हार्मोन का स्तर और ब्लड वॉल्यूम काफी बढ़ जाता है। इन दो बदलावों के कारण गर्भावस्था में सिरदर्द हो सकता है। वहीं स्ट्रेस, गलत पोस्चर या नजर कमजोर होने पर भी सिरदर्द बढ़ सकता है।
प्रेगनेंट महिलाएं सिरदर्द के घरेलू उपायों से इस समस्या से राहत पा सकती हैं। तो चलिए जानते हैं गर्भावस्था में सिरदर्द से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे।
ठंडी सिकाई
सिर की रक्त वाहिकाओं के चौड़ा होने की वजह से प्रेग्नेंसी में माइग्रेन का दर्द उठ सकता है। ठंडी सिकाई से रक्त वाहिकाएं और कोशिकाएं सिकुड़ती हैं जिससे दर्द में कमी आती है। इसके लिए ठंडे पानी की पट्टी को कुछ मिनट के लिए सिर और आंखों पर रखें। आप चाहें तो एक साफ कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़े डालकर भी सिर की सिकाई कर सकते हैं।
झपकी लें या योग करें
कई बार नींद की कमी के कारण भी सिरदर्द हो जाता है। गर्भावस्था में रात में अच्छी नींद न आने की शिकायत बहुत रहती है। अगर आपको लग रहा है कि नींद की कमी की वजह से आपको सिरदर्द हो रहा है तो एक बार झपकी लें।
प्रेग्नेंसी में होने वाले बदलावों और परेशानियों के कारण तनाव होना सामान्य बात है। तनाव को कम करने और बेहतर नींद पाने के लिए आप योग की मदद ले सकती हैं।
अदरक
गर्भावस्था के दौरान सिरदर्द का इलाज करने का सबसे आसान तरीका अदरक है। अदरक मांसपेशियों में संकुचन पैदा करने वाले प्रोस्टाग्लैंडिन को ब्लॉक कर देती है।अगर आप कच्ची अदरक नहीं खा सकती हैं तो अदरक की चाय बनाकर पी लें। अदरक की चाय सिरदर्द से तुरंत राहत दिलाती है।
पुदीने का तेल
मांसपेशियों को आराम देने के लिए पुदीने का तेल बहुत असरकारी होता है। इसकी खुशबू से नसों को आराम मिलता है। हथेली पर पुदीने के तेल की कुछ बूंदें डालें और उससे कुछ सेकंड के लिए माथे की मालिश करें। रात को सोने से पहले ये नुस्खा आजमाना ज्यादा कारगर साबित होगा।
नींबू का रस
नींबू का रस पेट में ऐंठन के साथ-साथ सिरदर्द से राहत दिलाने और इम्युन सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। गर्भावस्था में शरीर में विटामिन सी का स्तर घट जाता है जिससे सिरदर्द हो सकता है। नींबू शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर रक्त प्रवाह में सुधार करता है। नींबू एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है।
टिप्स
अगर आपको प्रेग्नेंसी में सिरदर्द परेशान कर रहा है तो इन टिप्स को अपनी जीवनशैली में जरूर शामिल करें :
*दिनभर में थोड़ा-थोड़ा कर के खाना खाएं और अपने आहार में प्रोटीन को शामिल जरूर करें।
*शरीर को आराम देने के लिए नहाने के पानी में सेंधा नमक डालकर नहाएं।
*प्रेग्नेंसी में कैफीन का ज्यादा सेवन न करें क्योंकि इसकी वजह से भी सिरदर्द शुरू हो सकता है।             


नेपोटिज्म को जिम्मेदार ठहराना गलत

सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की खबर से हर कोई आहत है। किसी को भी विश्वास नहीं आता कि अब उनका प्यारा हीरो इस दुनिया में नहीं हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत से टीवी ऐक्ट्रेस दलजीत कौर को भी झटका लगा है। दलजीत सुशांत की दोस्त थीं और उन्होंने काफी वक्त साथ में बिताया। सुशांत की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर लोग दावा कर रहे हैं कि सुशांत नेपोटिज्म की भेंट चढ़ गए। गुस्से में आकर लोगों ने आलिया भट्ट से लेकर सलमान खान और करण जौहर तक को बुरी तरह ट्रोल करना शुरू कर दिया।


कंगना रनौत ने भी सुशांत के सूइसाइड के मामले में नेपोटिज्म को जिम्मेदार ठहराया और यह तक दावा किया कि स्टार किड्स को फिल्में उनके पैरंट्स की वजह से मिलती हैं।
दलजीत बोलीं, जो कुछ भी कंगना ने कहा मैं उसे पूरी तरह से तो नहीं नकारती क्योंकि हो सकता है वह भी इन सब चीजों से गुजरी हों। मैं पर्सनल नहीं जाना चाहती। नेपोटिज्म को लेकर मेरी समझ क्या है, मैं आपको अपना उदाहरण देकर समझाती हूं। मेरे पापा इंडियन आर्मी में थे और अब वह रिटायर हो चुके हैं। वह बहुत अच्छे पेंटर हैं और वह कला मुझे पापा से मिली है। मैं पूछना चाहती हूं कि क्या वह क्रिएटिविटी मुझे पापा से मिली है तो गलत है क्या?


मैंने भी बहुत संघर्ष किया है। मैंने जीरो से शुरुआत की और जो भी कुछ भी, जितना भी कमा पाई मेहनत से कमाया। मैं कोई ज्यादा अमीप नहीं हूं, लेकिन मैंने कड़ी मेहनत के बल पर मैंने जो कुछ भी पाया है, अगर उसका फल मेरे बेटे जेडन को मिलता है तो गलत क्या है? उसी तरह स्टार किड्स की बात है। उन्हें अगर पहली फिल्म स्टार पैरंट्स की वजह से मिल रही है तो गलत क्या है? मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगता क्योंकि उनके पैरंट्स ने वह पहचान पाने के लिए बहुत मेहनत की है। इसलिए नेपोटिज्म में यह कहना कि स्टार किड्स को बॉयकॉट करो, मेरे हिसाब से गलत है।
दलजीत कौर ने कहा कि वह सुशांत को पर्सनली जानती थीं और काफी वक्त साथ में बिताया था। साथ ही उन्होंने फैन्स से गुजारिश की कि सुशांत की मौत को लेकर जो थिअरी चल रही हैं, उन पर ध्यान देना बंद करें और ऐक्टर के परिवार को इस दुख की घड़ी में परेशान न करें। दलजीत ने आगे कहा कि इसमें को शक नहीं कि इंडस्ट्री में बाहर से आने वाले लोगों को भी स्टार किड्स के बराबर चांस दिया जाना चाहिए लेकिन स्टार किड्स की फिल्मों को बॉयकॉट करना भी सही नहीं है। दलजीत के मुताबिक, आलिया भट्ट को भी ट्रोल करना सही नहीं है।               


7 वर्षीय बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म

पेंड्रा। छत्तीसगढ़ में नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पेंड्रा में कोरोना वायरस का डर दिखाकर 7 साल की नाबालिग बच्ची से दो आरोपियों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है।दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्ता कर लिया है। मामला पेंड्रा के मगुरदा इलाके का है।


दोनों आरोपियों ने बच्ची को कोरोना होने का डर दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद आगे की कार्रवाई में जुट गई है।                   


मुठभेड़ में पुलिस के 8 कर्मचारी शहीद

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। इसमें बिल्‍हौर के सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद (Martyr) हो गए हैं। एसओ बिठूर समेत 6 पुलिसकर्मी गम्भीर रूप से घायल हैं। सभी घायल पुलिसकर्मियों को गंभीर हालत में रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।


दहला देने वाली इस घटना पर उत्‍तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्‍थी ने कहा कि हमलावर बदमाशों की तलाश में एसटीएफ को लगाया गया है। एसटीएफ के आईजी भी मौके पर पहुंच रहे हैं। अपराधियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। उन्‍होंने बताया कि हस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्‍या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज था. पुलिस इसी सिलसिले में उसे पकड़ने गई थी। बदमाशों ने मार्ग पर जीसीबी रख दी थी, जिससे मार्ग बाधित हो गया था। पुलिस टीम के वहां रुकते ही ऊंचाई से उनपर फायरिंग शुरू कर दी गई, जिसमें 8 पुलिसवाले मारे गए। डीजीपी ने 7 जवानों के घायल होने की बात भी कही है।


इस मुठभेड़ के बाद यूपी का पुलिस महकमा सकते में है। एनकाउंटर में बड़ी संख्‍या में पुलिसवालों के मारे जाने के बाद सीएम योगी ने बदमाशों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी को लेकर ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। वहीं, DGP एचसी अवस्‍थी खुद घटनास्‍थल पर जाएंगे। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार मौके के लिए रवाना हो चुके हैं।               


कोरियोग्राफर सरोज खान का निधन

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। फिल्म जगत की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट के चलते मुंबई में निधन हो गया। वे बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थीं, उन्हें बांद्रा स्थित एक हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। देर रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और शुक्रवार को उनका निधन हो गया। उनका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आया है. वे 71 साल की थीं।


कोरियोग्राफर सरोज खान का निधन
सरोज खान को गुरु नानक हॉस्पिटल में सांस की तकलीफ के चलते 20 जून को भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती होने से पहले उनका कोविड टेस्ट कराया गया था, जो निगेटिव आया। सरोज खान के परिवार से जुड़े एक सूत्र ने दावा किया था कि उनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे बेहतर हो रहा था। जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। लेकिन अचानक देर रात उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें बचाया नहीं जा सका।


चार दशक के लंबे करियर में सरोज खान को 2,000 से ज्यादा गानों की कोरियोग्राफी करने का श्रेय हासिल है। सरोज खान को अपनी कोरियोग्राफी की कला के चलते 3 बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका था। संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास में डोला-रे-डोला गाने की कोरियोग्राफी के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था।                    


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

July 4, 2020 • RNI.No.UPHIN/2014/57254


यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 03, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-327 (साल-01)
2. शनिवार, जुलाई-04, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्दशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 29+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.। तेज हवाओं के साथ बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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(सर्वाधिकार सुरक्षित)              



गुरुवार, 2 जुलाई 2020

एयर फोर्स को मजबूत करेगा 'राफेल'

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली/पैरिस। दिप्रिंट को पता चला है कि भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच कम से कम चार राफेल लड़ाकू विमान 27 जुलाई को अंबाला में लैण्ड करने वाले हैं और अपेक्षित समय से पहले ही लड़ाई के लिए तैयार हो जाएंगे, क्योंकि फ्रांस ने अपने अत्याधुनिक मिसाइलों की वो शुरुआती खेप भारत को दे दी है, जो उसकी एयरफोर्स में जानी थी।


एक सूत्र ने बताया, ‘एयरक्राफ्ट की डिलीवरी के लिए भारत और फ्रांस के बीच 27 जुलाई की तारीख़ तय हुई है। चार विमान तो निश्चित रूप से आएंगे, जबकि कोशिश ये की जा रही है कि कुल 6 जेट्स आ जाएं। सूत्रों के अनुसार, इन जेट्स को अपेक्षित समय से पहले लड़ाई के काम में लगाया जा सकता है, चूंकि फ्रांस ने अपने कुछ सबसे आधुनिक मिसाइल्स – मीटियॉर और स्कैल्प- जो उसकी अपनी एयरफोर्स के लिए थे। भारत के राफेल जेट्स के लिए दे दिए हैं। पहले ये मिसाइल लड़ाकू जेट्स की डिलीवरी के कुछ महीनों के बाद दिए जाने थे। दिप्रिंट ने सबसे पहले 20 मार्च को ख़बर दी थी कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण राफेल फाइटर जेट्स की मई में होने वाली डिलीवरी में देरी हो सकती है। 14 अप्रैल को दिप्रिंट ने ख़बर दी कि ये डिलीवरी जुलाई में की जाएगी। दो मिड-एयर रीफ्यूलर्स के साथ यूएई के रास्ते आएंगे विमान
योजना के मुताबिक़ राफेल जेट्स फ्रांस के इस्त्रेस से उड़ान भरेंगे और यूएई में अबू धाबी के पास अल-धफरा के फ्रांसीसी हवाई ठिकाने पर उतरेंगे। वहां रात बिताने के बाद ये विमान हरियाणा के अंबाला के लिए निकलेंगे, जो इंडियन एयर फोर्स (आईएएफ) की 17वीं स्क्वॉड्रन ‘गोल्डन एरोज़’ का ठिकाना है। एक दूसरे सूत्र ने दिप्रिंट को बताया, ‘इन फाइटर्स को भारतीय पायलट्स उड़ाएंगे, जो सीधा 10 घंटे तक उड़ेंगे (अल धफरा तक) वो रात भर वहीं रुकेंगे और अगले दिन अंबाला के लिए निकल पड़ेंगे। सूत्रों ने बताया कि शुरूआती प्लान ये था कि ये विमान कई देशों में रुकते हुए आएंगे। लेकिन फिर कोविड महामारी का मतलब ये हुआ कि पायलट को हर बेस पर क्वारंटीन करना पड़ता। अब ये तय किया गया है कि फ्रेंच एयरबस के दो मिड-एयर रिफ्यूलर्स, जेट्स के साथ उड़ान भरेंगे। सूत्रों ने बताया कि यूएई के रास्ते में कम से कम दो बार मिड-एयर रीफ्यूलिंग की जाएगी। अगले दिन अंबाला की यात्रा के लिए भारत के मिड-एयर रीफ्यूलर्स उनके साथ हो जाएंगे। भारतीय वायु सेना के पायलट्स अभी फ्रांस में रीफ्यूलिंग की ट्रेनिंग ले रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि ये पहले ट्रेनिंग का हिस्सा नहीं था।


फ्रांस ने अपने मिसाइल्स भारत को दिए
सूत्रों ने बताया कि सितम्बर 2016 में भारत और फ्रांस के बीच साइन किए गए समझौते में कहा गया था कि राफेल की डिलीवरी मई 2020 में की जाएगी और मुख्य हथियारों का पैकेज अक्तूबर में आएगा। लेकिन अनुरोध के बाद फ्रांस ने अपने वो मिसाइल्स भारत को दे दिए, जो उसकी अपनी एयर फोर्स को जाने थे। वो जल्दी आना शुरू हो गए हैं। इन मिसाइलों में बियॉण्ड विज़ुअल रेंज (बीवीआर) हवा से हवा में मार करने वाला और 120 किलोमीटर दूर के लक्ष्य को निशाना बनाने में सक्षम मिसाइल- मीटियॉर और लंबी दूरी का हवा से ज़मीन पर मार करने वाला क्रूज़ मिसाइ-स्कैल्प शामिल है, जो 600 किलोमीटर दूर के लक्ष्य को निशाना बना सकता है। एक दूसरे सूत्र ने बताया, ‘इसका मतलब है कि रफायल अपेक्षित समय से काफी पहले ही लड़ाई के लिए तैयार हो सकता है। मीटियॉर और स्कैल्प को पहले ही रफायल के साथ जोड़ दिया गया है, जो यहां आ रहे हैं। मीटियॉर को रफायल के वैपंस सिस्टम के साथ जोड़ने का मतलब है कि एक भारतीय रफायल विमान, भारतीय हवाई क्षेत्र को पार किए बिना ही 100 किलोमीटर दूर से किसी दुश्मन विमान को गिरा सकता है।


रूस पर भी चीन ने की अपनी दावेदारी

मास्को/ बीजिंग। भारत के साथ लद्दाख में सीमा विवाद बढ़ा रहे चीन ने अब रूस के शहर व्लादिवोस्तोक पर अपना दावा किया है। चीन के सरकारी समाचार चैनल सीजीटीएन के संपादक शेन सिवई ने दावा किया कि रूस का व्लादिवोस्तोक शहर 1860 से पहले चीन का हिस्सा था। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि इस शहर को पहले हैशेनवाई के नाम से जाना जाता था जिसे रूस से एकतरफा संधि के तहत चीन से छीन लिया था। यूं तो चीन और रूस के बीच सैन्य संबंध अच्छे माने जाते रहे हैं लेकिन अब उसे लेकर ड्रैगन का रवैया रुखा होने लगा है। खासकर तब जब भारत और रूस के बीच सैन्य संबंध गहरा रहे हैं।
सीजीटीएन के संपादक की टिप्पणी इतनी अहम क्यों
चीन में जितने भी मीडिया संगठन हैं सभी सरकारी हैं। इसमें बैठे लोग चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इशारे पर ही कुछ भी लिखते और बोलते हैं। कहा जाता है कि चीनी मीडिया में लिखी गई कोई भी बात वहां के सरकार के सोच को दर्शाती है। ऐसी स्थिति में शेन सिवई का ट्वीट अहम हो जाता है। हाल के दिनों में रूस के साथ चीन के संबंधों में खटास भी आई है। पनडुब्बी से जुड़ी सीक्रेट फाइल चुराने का आरोप
रूस ने कुछ दिन पहले ही चीन के खुफिया एजेंसी के ऊपर पनडुब्बी से जुड़ी टॉप सीक्रेट फाइल चुराने का आरोप लगाया था। इस मामल में रूस ने अपने एक नागरिक को गिरफ्तार भी किया था जिसपर देश द्रोह का आरोप लगाया गया है। आरोपी रूस की सरकार में बड़े ओहदे पर था जिसने इस फाइल को चीन को सौंपा था। चीन ने अब भूटान की नई जमीन पर किया दावा, वन्‍यजीव अभयारण्य की जमीन को बताया अपना


एशिया में किन-किन देशों को चीन से खतरा
एशिया में चीन की विस्तारवादी नीतियों से भारत को सबसे ज्यादा खतरा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण लद्दाख में चीनी फौज के जमावड़े से मिल रहा है। इसके अलावा चीन और जापान में भी पूर्वी चीन सागर में स्थित द्वीपों को लेकर तनाव चरम पर है। हाल में ही जापान ने एक चीनी पनडुब्बी को अपने जलक्षेत्र से खदेड़ा था। चीन कई बार ताइवान पर भी खुलेआम सेना के प्रयोग की धमकी दे चुका है। इन दिनों चीनी फाइटर जेट्स ने भी कई बार ताइवान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। वहीं चीन का फिलीपींस, मलेशिया, इंडोनेशिया के साथ भी विवाद है।


रूस का बड़ा नौसैनिक अड्डा है व्लादिवोस्तोक
रूस का व्हादिवोस्तोक शहर प्रशांत महासागर में तैनात उसके बेड़े का प्रमुख बेस है। रूस के उत्तर पूर्व में स्थित यह शहर प्रिमोर्स्की क्राय राज्य की राजधानी है। यह शहर चीन और उत्तर कोरिया की सीमा के नजदीक स्थित है। व्यापारिक और ऐतिहासिक रूप से व्लादिवोस्तोक रूस का सबसे अहम शहर है। रूस से होने वाले व्यापार का अधिकांश हिस्सा इसी पोर्ट से होकर जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध मे भी यहां जर्मनी और रूस की सेनाओं के बीच भीषण युद्ध लड़ा गया था।         


मुझे आलोचनाएं विचलित नहीं करती

मुंबई। अभिनेत्री-फिल्मकार पूजा भट्ट का कहना है कि आलोचनायें उन्हें विचलित नहीं करती है। पूजा भट्ट सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। वह अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने बेबाक विचारों के लिए भी खूब जानी जाती हैं। पूजा भट्ट ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की है, जो खूब वायरल हो रही है। पूजा भट्ट की फोटो के साथ-साथ उनके कैप्शन ने भी लोगों का खूब ध्यान खींचा। अपनी फोटो को शेयर करते हुए पूजा भट्ट ने लिखा, “आलोचनाएं मुझे विचलित नहीं करती हैं। मैं 90 के दशक की शुरुआत से ही आलोचकों के निशाने पर रही हूं।” पूजा भट्ट जल्द ही फिल्म सड़क 2 में नजर आएंगी। इस फिल्म में उनके साथ आलिया भट्ट, संजय दत्त और आदित्य रॉय कपूर मुख्य भूमिका निभाते नजर आएंगे। यह फिल्म डिजनी-हॉटस्टार पर रिलीज होने वाली है। 


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...