मंगलवार, 16 जून 2020

फल से भी मिलता है विटामिन-डी

विटामिन डी एक ऐसा पोषक तत्व है जो त्वचा के धूप के संपर्क में आने पर बनता है। हमारी हड्डियों, मांसपेशियों और नसों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन डी की जरूरत होती है। यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है। खाद्य पदार्थों और फलों से भी विटामिन डी पाया जा सकता है। आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें प्राकृतिक रूप से विटामिन डी उच्च मात्रा में पाया जाता है। इस फल को आप बड़ी आसानी से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
विटामिन डी के फायदे
विटामिन डी लेने से वजन घटाने में मदद मिलती है, डिप्रेशन नहीं होता, ह्रदय रोगों का खतरा कम हो सकता है। हम सभी जानते हैं कि विटामिन डी हड्डियों को मजबूत करता है। इससे इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है। तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में भी विटामिन डी अहम भूमिका निभाता है।
विटामिन डी की कमी से क्या नुकसान होता है
अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है या बीमार महसूस होता है। इसमें थकान, हड्डियों और कमर में दर्द, मूड खराब रहना, घाव न भरना, बाल झडऩा, मांसपेशियों में दर्द रहता है। वहीं अगर आप लंबे समय से विटामिन डी की कमी से ग्रस्त हों तो इसकी वजह से कार्डियोवस्कुलर स्थितियां, ऑटोइम्यून समस्याएं, नसों से जुड़े रोग, संक्रमण, प्रेग्नेंसी में समस्याएं और ब्रेस्ट, प्रोस्टेट एवं कोलन जैसे कुछ कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
संतरे का जूस
विटामिन डी से युक्त फलों में से एक संतरा भी है। संतरे का जूस हड्डियों को मजबूत करने वाले खनिज पदार्थों को अवशोषित कर सकता है जो कि शरीर को एनर्जी और मजबूती देने के लिए जरूरी होता है। एक कप संतरे के रस से पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिल जाता है। संतरा विटामिन सी, फोलेट और पोटैशियम से भी युक्त होता है।
इन चीजों से भी मिल सकता है विटामिन डी
संतरे के रस के अलावा दही, दूध, साल्मन और टूना मछली एवं अंडे आदि में विटामिन डी प्रचुरता में होता है। अगर आपकी हड्डियां कमजोर हैं या शरीर में विटामिन डी की कमी हो गई है तो आपको अपनी डाइट में इन चीजों को शामिल कर लेना चाहिए।


भारत में जॉब हायरिंग में 61 फीसदी कमी

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देशभर में बीते तीन माह से लॉकडाउन की स्थ‍िति है। ऐसे में विभ‍िन्न सेक्टर में जॉब हायरिंग काफी कम हुई है। जॉब सर्च पोर्टल Naukri.com की हालिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में मई में जॉब हायरिंग में 61 प्रतिशत की गिरावट आई है।


ये दर मार्च में 62 प्रतिशत दर्ज की गई थी। जानें कहां और कितनी हायरिंग कम हुई है। सर्वे में महानगरों में आई जॉब हायरिंग की गिरावट दर्ज की गई। इसमें पाया गया कि सबसे ज्यादा 68 प्रतिशत असर कोलकाता में दर्ज क‍िया गया। इसमें दूसरे स्थान पर दिल्ली (67 प्रतिशत) और मुंबई (67 प्रतिशत) रहे। जॉब हायरिंग में गिरावट का स्तर वर्क एक्सपीरियंस के अनुसार भी दर्ज किया गया। इसमें उन लोगों की हायरिंग रेट सबसे कम दर्ज की गई जिनके पास 0-3 साल का अनुभव था।


रिपोर्ट के अनुसार इसमें 66 पर्सेंट की गिरावट देखी गई। अगर अनुभव के स्तर पर काम पर रखने में गिरावट पर बात की जाए तो इसमें भी युवा पेशेवरों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। प्रवेश स्तर और वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों (4 से 7 साल के कार्य अनुभव) के लिए भर्ती में क्रमशः 66 प्रतिशत और 62 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। वहीं मध्य प्रबंधन भूमिकाओं के लिए काम पर रखने की गतिविधि में 55 प्रतिशत की गिरावट आई।


वहीं वरिष्ठ प्रबंधन के लिए जॉब हायरिंग में 50 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई।


ये रहे बुरी तरह से प्रभावित उद्योग


सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में हायरिंग में 91 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसमें होटल और विमानन मई में सबसे अधिक प्रभावित उद्योग बने रहे।


देखें कहां- कितने प्रतिशत गिरावट


होटल / रेस्तरां / यात्रा /विमानन – 91%


रीटेल – 87%


ऑटो / एंसिलरी -76%


BFSI – 70%


अकाउंटिंग/ टैक्सेशन / फाइनेंस – 69%


बीपीओ / आईटीईएस / सीआरएम / ट्रांसक्रिप्शन – 63%


आईटी-हार्डवेयर -58%


मेडिकल / हेल्थकेयर / अस्पताल -20%


फार्मा / बायोटेक / क्लीनिकल रिसर्च – 48%


आईटी-सॉफ्टवेयर / सॉफ्टवेयर सर्विसेज -54%


इंश्योरेंस -55%


बच्चों को दूध पिलाने के कई तरिके

बच्चों को दूध का स्वाद बिल्कुल पसंद नहीं होता है। हालांकि, हम सभी जानते हैं कि बच्चों के विकास और सेहत के लिए दूध पीना कितना जरूरी है। अगर आपका बच्चा भी दूध पीने में आनाकानी करता है तो उसे दूध पिलाने के आपके पास और भी कई तरीके हैं।
जी हां, ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें दूध में मिलाया जाए तो दूध का स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाता है। तो चलिए जानते हैं कि बच्चों में दूध में क्या मिलाकर देना चाहिए और बच्चों के लिए दूध को टेस्टी बनाने के क्या तरीके हैं।
बादाम मिल्क
बादाम मिलाने से दूध का पोषण बढ़ जाता है। इसके लिए 5 से 6 बादाम लें और उन्हें रातभर भीगने के लिए रख दें। सुबह बादाम के छिल्के उतार कर उन्हें पीस लें और इस पेस्ट को दूध में मिलाकर पिएं। बच्चे को हमेशा गुनगुना दूध ही दें। आप चाहें तो दूध में बादाम पाउडर भी मिलाकर दे सकती हैं।
चॉकलेट मिल्क
इस बात में तो कोई शक नहीं है कि बच्चों को चॉकलेट बहुत पसंद होती है। दूध में भी चॉकलेट का टेस्ट डालकर आप बच्चों को खुश कर सकती हैं। दूध में चॉकलेट सिरप या चॉकलेट पाउडर डालकर दें। चॉकलेट मिल्क के नाम से आपका बच्चा खुशी-खुशी दूध को पी लेगा।
दूध के साथ खजूर
100 ग्राम खजूर में 277 कैलोरी, 75 ग्राम कार्ब, 7 ग्राम फाइबर, 2 ग्राम प्रोटीन, रोजाना की जरूरत का 20 फीसदी पोटैशियम, 14 फीसदी मैग्नीशियम, 18 फीसदी कॉपर, 15 फीसदी मैंगनीज, 5 फीसदी आयरन और 12 फीसदी विटामिन बी6 होता है।
खूजर का दूध बनाने के लिए कुछ देर के लिए खजूर को पानी में भिगोकर रख दें और फिर खजूर के बीज निकाल कर उसे पीस लें। अब जो खजूर का पेस्ट बना है, उसे दूध में मिलाकर बच्चे को दें।
केसर वाला दूध
प्रेग्नेंसी में तो आपने केसर वाला दूध खूब पीया होगा। अब अगर आपका बच्चा दूध के स्वाद से भागता है तो उसे दूध में केसर मिलाकर दें। दूध उबालते समय उसमें केसर डाल दें।
ड्राई फूट मिल्क
सूखे मेवे कई पोषक तत्वों से युक्त होते हैं। ये आपके बच्चे के सही विकास और स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। ड्राई फ्रूट मिल्क बनाने के लिए एक समान मात्रा में सूखे मेवे लें और उन्हें पीसकर पाउडर बना लें। बच्चे को दूध में दो चम्मच ड्राई फ्रूट पाउडर मिलाकर दें। इससे दूध का स्वाद भी बदल जाएगा और ये बच्चे के लिए ज्यादा पौष्टिक भी होगा।
इसके अलावा आप दूध की शक्ति बढ़ाने के लिए दूध में हल्दी मिलाकर भी दे सकती हैं। हल्दी में करक्यूमिन होता है जो बच्चों की इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करता है। इस प्रकार इन आसान तरीकों से आप दूध की शक्ति बढ़ाकर अपने बच्चों को दे सकते हैं।
ध्यान रखें कि बच्चों की हड्डियों के विकास के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी होता है और कैल्शियम पाने का सबसे आसान तरीका दूध ही है। इसलिए अपने बच्चे की डायट से दूध को दूर न करें।


विमान से पहुंचेगी 100 वेंटिलेटरों की खेप

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वादे के बाद इन वेंटिलेटरों का बेसब्री से इंतजार हो रहा था। उच्च तकनीकी वाले इन वेंटिलेटरों को अमेरिकी फर्म जॉल ने बनाया है और इन्हें शिकागो से भारत भेजा गया है।  


केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पहली खेप में 100 वेंटिलेटर एयर इंडिया के विमान से भारत पहुंचेंगे। यहां आने के बाद आईआरसीएस में एक छोटा सा उद्घाटन समारोह होगा। इसके बाद वेंटिलेटर अस्पतालों में बांटे जाएंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने 16 मई को ट्विटर पर लिखा था, “मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि अमेरिका अपने दोस्त भारत को महामारी से जंग में मदद के तौर पर वेंटिलेटर दान करेगा। हम इस मुश्किल वक्त में भारत और नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं। हम वैक्सीन बनाने में भी एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। हम दोनों मिलकर इस अदृश्य दुश्मन को मात देंगे।” 


ट्रंप के इस ट्वीट के जवाब में पीएम मोदी ने आभार प्रकट करते हुए लिखा था, “ऐसे मुश्किल वक्त में राष्ट्रों के लिए एकजुट होना जरूरी है ताकि हम विश्व को स्वस्थ और कोरोना मुक्त बना सकें।”


आईपीएस कोरोना पॉजिटिव, किया तबादला

प्रयागराज। 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती केस का खुलासा करने वाले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के तेज तर्रार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रहे सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया जा रहा है। देर रात ही योगी सरकार ने सत्यार्थ अनिरुद्ध का तबादला कर दिया गया था। उन्हें प्रतीक्षारत रखा गया है। तभी से सवाल उठ रहा था कि उनका तबादला क्यों किया गया?


दरअसल, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के गनर में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध को एसआरएन के सस्पेक्ट वार्ड में भर्ती कराया गया था और उनका सैंपल किया गया था। आज सुबह एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। अब उन्हें दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है।


देर रात ही योगी सरकार ने सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का तबादला कर दिया था। उनकी जगह अभिषेक दीक्षित को प्रयागराज का नया एसएसपी बनाया गया है। सत्यार्थ अनिरुद्ध की अगुवाई में ही प्रयागराज पुलिस ने 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती केस का खुलासा किया था। इस मामले की जांच अब स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कर रही है।


मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज 2010 बैच के आईपीएस अफसर हैं। पिछले साल अगस्त में सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को प्रयागराज का एसएसपी बनाया गया था। इससे पहले सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज एसटीएफ लखनऊ में तैनात थे। इससे पहले वह एसएसपी मथुरा थे, लेकिन 5 महीने में ही उनका यहां से तबादला कर दिया गया था।


एसएसपी का गनर में कोरोना वायरस की पुष्टि


निवर्तमान एसएसपी के गनर में कोरोना वायरस का लक्षण मिलने पर जांच हुई थी। जांच में गनर पाॅजिटिव मिला था। इसके बाद गनर के संपर्क में आने वालों की स्‍वाथ्‍य विभाग जांच की तैयारी की थी। चूंकि गनर एसएसपी के साथ था तो उन्‍होंने भी अपनी जांच कराने की बात कही। एसएसपी सत्‍यार्थ अनिरुद्ध पंकज एहतियातन स्‍वरूपरानी  नेहरू अस्‍पताल के संदिग्‍ध वार्ड में मंगलवार को एडमिट हैं। उनकी सैंपलिंग की गई। रिपोर्ट आज सुबह आई। सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज कोरोना पॉजिटिव पाए गये। पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति है।


भाजपा नेता की सिर कटी लाश मिली

सूरजपुर। सूरजपुर से एक बहुत बड़ी खबर निकल कर आ रही है भाजपा किसान मोर्चा का मंडल अध्यक्ष का सिर कटी लाश मिली है । मिली जानकारी के मुताबिक सूरजपुर के किसान मोर्चा का मंडल अध्यक्ष शिवचरण काशी कुछ दिन पहले रहस्यमय तरीके से लापता हो गए थे । 

मंगलवार की सुबह बीजेपी नेता शिवचरण काशी का धड़ पुलिस को मिला है, सिर की तलाश पुलिस कर रही है।

पालस गांव से बीजेपी नेता शिवचरण काशी 14 जून की रात को घर के बाहर से लापता हो गए थे। परिजनों ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज कराई थी। 

 शव मिलने के पहले ही परिजनों ने शिवचरण काशी की हत्या की आशंका जताई थी , जानकारी के अनुसार शिवचरण काशी का कुछ लोगों से जमीन संबंधी विवाद चल रहा था। परिजनों ने कुछ संदिग्ध लोगों के नाम पुलिस को बताए थे। 

पुलिस लगातार शिवचरण की पतासाजी कर रही थी लेकिन शिवचरण की कोई जानकारी पुलिस के हाथ नहीं लग पा रही थी।

बीजेपी किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष शिवचरण काशी की टुकड़ों में लाश मिलने पर इलाके में सनसनी फैल गई है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

दहशतः हमीरपुर में मिलें 7 संक्रमित

जनपद में कोरोना के 9 नए  केस मिले 

राठ में मृतक संक्रमित महिला के संपर्की 7 लोग निकले पॉजिटिव

नौरंगा और गोहांड क्षेत्र में निकले दो संक्रमित

जिले में कोरोना संक्रमित की संख्या हुई 65

 

हमीरपुर। जनपद में कोरोना का कहर बराबर जारी है, मंगलवार को राठ कस्बे में ही कोरोना बम फूट गया, मृतक संक्रमित महिला के संपर्क में आए उसके परिजनों मैं 7 लोगों की जांच रिपोर्ट आई, सीएमओ हमीरपुर डॉक्टर आर के सचान ने बताया की सोमवार की रात जनपद में 9 लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है, जिसमें राठ कस्बे कि मृतक संक्रमित महिला के संपर्क में आए 7 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि एक मरीज नौरंगा और एक गोहांड क्षेत्र में पाया गया है, अब जनपद में  कोरोना संक्रमित की संख्या65 हो चुकी है, राठ कस्बे में एक साथ 7 मरीज कोरोना पॉजिटिव निकलने पर स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मैं हड़कंप मच गया है, वही कस्बे के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है, वही लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों को लेकर जिला प्रशासन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

निधि के दुरुपयोग की बडी संभावना

गंभीर वित्तीय अनिमितताओं के चलते नगर पंचायत पतला के चेयरमैन की पांचों उँगली घी में ?

अश्विनी उपाध्याय

गाजियाबाद। नगर पंचायत पतला के चेयरमैन अपने निजी स्वार्थ में अपने कर्तव्य का निर्वाह नहीं कर रहे हैं । जिससे नगर पंचायत में वित्तीय अनिमितताओं का बोलबाला है । जिसके परिणामस्वरूप वित्तीय वर्ष 2017- 18 मे सम्परीक्षा में रोकड़वही किसी अधिकारी व कर्मचारी से स्थापित नहीं थी । रोकड़वही के त्रुटि पूर्ण रखरखाव एवं किसी अधिकारी व कर्मचारी से सत्यापन के अभाव में पंचायत में किसी गंभीर वित्तीय अनिमितताओं एवं पंचायत निधि के दुरुपयोग की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है ?

पंचायत की रोकड़वही में अंकित आय- व्यय के वास्तविक योग एवं रोकड़वही में अंकित योग में भिन्नता पायी गयी है । पंचायत की रोकड़वही में शेष एवं बैंक शेष में भी अंतर पाया गया है । इस अंतर को बैंक समाधान विवरण बनाकर स्पष्ट नहीं किया गया है । बैंक समाधान विवरण के अभाव में पंचायत निधि के व्ययहरण / दुरूउपयोग की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है ? क्योंकि कोषागार एवं आई डी बी आई बैंक लिमिटेड की पास बुक सम्परीक्षा में प्रस्तुत नहीं किये गये ।

इतना ही नहीं स्वच्छ भारत मिशन की रोकड़वही शेष एवं बैंक शेष में अड़तालीस हजार रुपये का अंतर पाया गया है ।

स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्राप्त अनुदान में से 249 लाभार्थियों को चार हजार रुपये प्रति लाभार्थि व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण हेतु नो लाख छियाड़वे रूपये का भुगतान किया गया किंतु भुगतान से संबंधित पात्रता के अभिलेख सम्परीक्षा के समय प्रस्तुत नहीं किये गये ।

नगर प॔चायत द्वारा नगद परिसम्पत्ति एवं दायित्व का विवरण नहीं बनया गया । जो कि अनियमित पाया गया । नगद परिसम्पत्ति एवं दायित्व का विवरण न बनाये जाने से नगर पंचायत की आर्थिक स्थिति का पता नहीं चल सका जो कि नियमा विरूद्ध है ।

नगर पंचायत पतला के चेयरमैन होने के नाते नगर पंचायत को आर्थिक क्षति पहुँचाने में पीछे नहीं हैं । जल मूल्य कम दर से वसूल किये जाने से पंचायत को पैंतालीस हजार रुपये की क्षति पहुँचाई है । जल मूल्य की वसूली 20/ = प्रति माह की दर की जा रही थी, जबकि जल मूल्य के निर्धारण हेतु दिनांक 8-10 1997 द्वारा जल मूल्य की दरें 30/ =प्रति माह प्रति कनेक्शन किये जाने के निर्देश दिये थे , किंतु पंचायत द्वारा जल मूल्य की दरें में शासनादेश वृद्धि नहीं की गयी । सम्परीक्षा  के अनुसार दिनांक 31-3-28 को कुल 375 जल कनेक्शन थे । शासनादेश जल मूल्य की दरों के अनुसार जल मूल्य वसूल नहीं किये जाने से पंचायत को आलोच्य अवधि में 4500/=की आर्थिक क्षति हुयी है ।

जनहित एवं उत्तर प्रदेश शासन हित में उक्त तथ्यों की जांच होनी चाहिए । जांच होने से पूर्व नगर पंचायत पतला में सम्परीक्षा में दर्शायी वित्तीय अनिमितताओं के चलते चैयरमेन ने अपने कर्तव्य होने का दायित्व अपने निजी स्वार्थ में नहीं निभाया है, इस लिये चैयरमेन पावर सीज होनी चाहिए ।

सुरेश शर्मा, संपादक ,चमकता युग, मोदी नगर ,गाजियाबाद ।

तालाब में दो शव मिलने से फैली सनसनी

कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के सरसौल में मंगलवार को समाधि बाबा मंदिर के पास निर्माणाधीन तालाब में दो शव मिलने से हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।


ग्राम सभा महाराजपुर में समाधि बाबा मंदिर के पास निर्माणाधीन तालाब में बद्री कुशवाहा पुत्र स्वर्गीय घसीटे निवासी तथा शिव प्यारी कुशवाहा पत्नी बद्री प्रसाद कुशवाहा निवासी सलेमपुर के शव बरामद हुए हैं। मौके पर आए उनके बेटे प्रेम कुशवाह ने बताया कि दोनों लोग अपनी पुत्री गुड्डन कुशवाह पत्नी मंगली कुशवाह के यहां काफी समय से रह रहे थे। 15 दिन पूर्व बेटी ने दोनों लोगों को घर से निकाल दिया। जिसकी वजह से दोनों लोग काफी डिप्रेशन में थे। कहा कि उसके माता-पिता उससे कई बार आत्महत्या करने की बात कह चुके थे। मौके पर पहुंच पुलिस घटना की छानबीन कर रही है।


रेस्क्यू कर नदी से निकले चारो शव

छतरपुर। नदी में डूबने से चार बच्चों की मौत के मामले में पुलिस एवं प्रशासन द्वारा चलाया गया रेस्क्यू मिशन खत्म हो गया। चारो बच्चों के शव नदी से बाहर निकाल लिए गए हैं। देर रात होने के कारण सुबह फिर से रेस्क्यू चलाना शरू किया गया।


बंसिया थाना क्षेत्र के नेहरा गांव की घटना है, जहां केन नदी में चार बच्चों की लाश मिली है। जानकारी के मुताबिक चारो बच्चे मछली पकड़ने गए थे। इस दौरान डूबने के कारण उनकी मौत हो गई। मृतक बच्चों की उम्र 12 से 15 साल बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि एक-दूसरे को बचाने की कोशिश में चारो बच्चों की जान चली गई। बच्चों की मौत के बाद शोक का माहौल है।


आतंकीयो से मुठभेड़, तीन आतंकी मारे

श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों के तलाश अभियान के बाद मुठभेड़ में तीन आतंकवादी ढेर हो गए। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने यूनीवार्ता को बताया कि शोपियां के तुर्कावंगाम में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने संयुक्त रुप से मंगलवार तड़के तलाशी अभियान चलाया।


उन्होंने हालांकि कहा कि जब सुरक्षा बल के जवान उस क्षेत्र में गए जहां आतंकवादी छिपे थे उस दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरु कर दी। उन्होंने कहा, “सुरक्षा बलों ने हमले का जवाब दिया और मुठभेड़ शुरु हुई जिसमें तीन आतंकवादी ढेर हो गए।” कर्नल कालिया ने कहा कि मुठभेड़ की जगह से दो एके-47 और एक आईएनएसएएस बरामद की गयी है। उन्होंने कहा, “अभियान अभी भी चालू है।”


दोहरे मापदंड से सवालों के घेरे में प्रशासन

बस्ती जिला प्रसाशन का दोहरा मापदंड सवालों के घेरे में बस्ती जिला प्रसाशन।।
गलती पर गलती किये जाओ कौन पूछेगा ??वाली कवायत पर अमल कर रहा जिला प्रसाशन।।


बस्ती। पहली जून को श्री कृष्णा मिशन में इलाज के दौरान मृत महिला की रिपोर्ट दो दिन बाद पाजिटिव आई, उसके दो बेटों की भी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई और उन्हे रूधौली स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय एल 1 अस्पताल में एडमिट किया गया है। महिला का नाम रचना श्रीवास्तव ‘रूचि’ बताया जा रहा है। सूत्रों की माने तो वह कांशीराम कालोनी में रहती थी और मड़वानगर में भी उसका मकान था।


हैरान करने वाली खबर ये है कि बगैर रिपोर्ट आये उसकी डेड बॉडी को बगैर किसी के प्रोटाकल के अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को सुपुर्द कर दिया, अंतिम संस्कार भी मनमाने तरीके से हुआ। मोहल्ले के लोग और महिला के करीबी इसमे शामिल हुये। ऐसा क्यों हुआ इसका जवाब न तो अस्पताल प्रबंधन के पास है और न ही स्वास्थ्य महकमे के आला अफसरों के पास। महिला की रिपोर्ट आने के बाद न तो अस्पताल की सील किया गया और न ही डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ कोरेनटीन किये गये। बिलकुल उसी अव्वल दर्ते की लापरवाही सामने आ ही है जैसे जनपद के पहले कोरोना पाजिटिव हसनैन के मामले में आई थी। अस्पताल प्रबंधन की ऊंची रसूख और आर्थिक सम्पन्नता के आगे सारे नियम कानून बौने साबित हो गये। इस प्रकरण में प्रभारी सीएमओ डा. फकरेयार हुसेन ने बताया कि अस्पताल को 24 घण्टे में दो बार सेनेटाइज करने को बोला गया था। महिला के परिजनों को प्राटोकाल की जानकारी दे दी गयी थी। जबकि मृत महिला और उसके दोनो बेटों की कान्ट्रैक्ट ट्रेसिंग भी कम्प्लीट नही हुई। स्थानीय प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारी तक श्रीकृष्णा मिशन अस्पताल को बचाने में क्यों इतने रूचि ले रहे हैं समझ से परे है लेकिन रसूखदार के लिये प्रशासन द्वारा अलग मापदण्ड अपनाया जाना चर्चा में है। अस्पताल सूत्र से जानकारी ली गयी तो पता चला कि महिला की मौत एम्बुलेंस के अंदर ही हो गयी थी।


उस वक्त स्वास्थ्य महकमे के लोग भी आये थे। जबकि प्रभारी सीएमओ ने स्वीकार किया कि महिला श्री कृष्णा मिशन अस्पताल में एडमिट की गयी थी। उन्होने बताया कि वह कोरोना संदिग्ध पाये जाने पर ओपेक अस्पताल कैली में एडमिट की गयी थी। यहां से स्थिति गंभीर होने पर बीआरडी मेडिकल कालेज रिफर किया गया लेकिन परिजन वहां ने ले जाकर उसे श्रीकृष्णा मिशन अस्पताल ले गये जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी और दो दिन बाद रिपोर्ट पाजिटिव आ गयी। लेकिन इसके बाद स्थानीय प्रशासन, स्वास्थ्स महकमे और अस्पताल प्रबंधन को जो प्रोटोकाल के तहत जो कुछ करना चाहिये थे कुछ भी नही किया गया। जबकि भानपुर में इलाज कराने पहुंचे मजदूर की मौत बरामदे में हो गयी और अस्पताल सील कर दिया गया था। श्रीकृष्णा मिशन अस्पताल के साथ दोहरे मापदण्ड क्यों अपनाये जा रहे हैं ? यह सवाल लाजिमी है।


रिपोर्ट ::राहिल खान


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