शनिवार, 13 जून 2020

शहीदः अंतिम संस्कार में पहुंचे नेता-मंत्री

मोटाहल्दू। भारतीय सेना की सिक्स कुमाऊँ रेजीमेंट में सूबेदार के पद पर तैनात 38 वर्षीय यमुना प्रसाद पनेरू गुरुवार को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हो गए थे। उनके शहीद होने की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया है उनके यहां अर्जुनपुर गोरापडाव स्तिथ आवाज में दुख प्रकट करने वालों का तांता लगा हुआ है। सिक्स कुमाऊं रेजीमेंट में सूबेदार यमुना प्रसाद कुशल पर्वतारोही थे, वह एवरेस्ट फतह करने वाले सिक्स कुमाऊं रेजिमेंट के पहले फौजी बने इसके अलावा उन्होंने कंचनजंगा, नंदा देवी, के 2 आदि हिम श्रृंखलाओं को आसानी से पार किया था।


उनके परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहीद यमुना प्रशाद का पार्थिव शरीर श्रीनगर से रवाना हो चुका है और देर शाम तक हल्द्वानी पहुंचने के आसार हैं, खराब मौसम के कारण यहां पहुंचने में काफी दिक्कतें आ रही है, संभवतः रविवार प्रातः उनका सैन्य सम्मान के साथ हल्द्वानी स्थित चित्रशाला घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद के घर सांत्वना देने के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरेन्द्र बोरा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, दिनेश खुल्बे के साथ पूर्व सैनिक व हल्द्वानी यूनिट से सैन्य अधिकारी पहुंचे। परिजनों ने यमुना के शहीद होने पर तो नाज किया लेकिन देश के लीडरों से पाकिस्तान को धूल चटाने को भी कहा।


सीएम केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को लेकर भाजपा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आक्रामक है। इसी कड़ी में शनिवार को दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की है।


मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि नेशनल डिजास्टर मेनेजमेंट एक्ट के प्रावधान के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास समुचित निर्णय लेने का अधिकार है, इसके बावजूद मुख्यमंत्री दिल्ली में स्वास्थ्य सबंधी ढांचा खड़े करने के साथ-साथ सभी मोर्चे पर नाकामयाब साबित हुये हैं।



ध्यान रहे इससे पहले शुक्रवार को देश के सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर गंभीर टिप्पणी की थी। इसके बाद भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुये कहा था कि कोविड-19 से निपटने में दिल्ली सरकार की सच्चाई बाहर आ गई है। दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘विफल’ हो गए हैं।


इस बीच देश में कोरोना महामारी ने बेहद गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी किये गये आकड़ों के मुताबिक अकेले दिल्ली में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 36,824 हो गई है। इसमें 22,212 लोग अभी भी कोरोना पीड़ित हैं। 13,398 लोग स्वस्थ हो चुके है। वहीं दिल्ली में मरने वालों की संख्या 1,214 हो गई है। उधर देश भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तीन लाख के पार हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश भर में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 3,08,993 हो गया है।


निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे पीएम

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह मंगलवार और बुधवार को राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ इस महामारी से निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी दो समूहों में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दोनों दिन शाम तीन बजे बैठक करेंगे। मंगलवार को 21 तथा बुधवार को 15 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की जायेगी।


प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह मंगलवार और बुधवार को विभिन्न राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे। ट्वीट के साथ वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से होने वाली बातचीत का कार्यक्रम देते हुए यह बताया गया है कि प्रधानमंत्री किस राज्य के मुखिया से किस दिन बात करेंगे।





सीएम योगी की 'माया' ने की सराहना

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर,आजमगढ़ तथा अन्य जगहों पर दलितों पर एक विशेष समुदाय के लोगों की ओर से हाल में किये गये हमलों की शनिवार को निंदा की और हमलावरों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से की गई कार्रवाई की सराहना की।


एक समुदाय विशेष की ओर से किये गये हम हमलों पर अब तक मायावती की चुप्पी पर राजनीतिक गलियारों में सवाल उठाये जा रहे थे कि वो मुसलमानों के वोट की खातिर कुछ नहीं बोल रही हैं लेकिन उन्होंने शनिवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किये। उन्होंने कहा कि यूपी में चाहे आजमगढ,कानपुर देहात हो या जौनपुर में दलित समाज की बहन बेटियों पर हमले और उनके उत्पीड़न का मामला हो ,इसकी जितनी निंदा की जाय कम है। उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि इसके दोषी किसी भी जाति,धर्म सम्प्रदाय के हो या बड़े से बड़ा नेता हो उसे बख्शा नहीं जाना चाहिये । उन सभी के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये। मायावती ने तीसरे ट्वीट में कहा कि आजमगढ़ में दलित बेटी के उत्पीड़न पर यूपी के सीएम ने कड़ी कार्रवाई की है,यह अच्छी बात है। वो देर आये लेकिन दुरूस्त आये। बहत बेटियों के उत्पीड़न के मामले में तुरंत और समय से कार्रवाई हो तो बेहतर होगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले मंगलवार को जौनपुर में समुदाय विशेष के लोगों की ओर दलितों के घर जलाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की और समाजवादी पार्टी के एक नेता समेत 35 लोगों पर गैगेस्टर तथ रासुका के तहत गिरफ्तार कराया।


भूकंपः कई पहलुओं पर शोध जारी

संजीव गुप्ता

नई दिल्ली। पिछले 2 महीने के दौरान दिल्ली-एनसीआर में बार-बार आ रहे भूकंपों की एक बड़ी वजह धरती की सूखती कोख भी है। भूजल स्तर में लगातार आ रही गिरावट से धरती के भीतर स्थित फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित हो रहा है। हालांकि अध्ययन अभी लगातार जारी है। इसके अन्य पहलुओं पर भी शोध चल रही है।

फाल्ट लाइन की एडजस्टमेंट के कारण भी आता है बार-बार भूकंप

गौरतलब है कि धरती का वजूद सात टेक्टोनिक प्लेटों पर टिका है। ये प्लेटें जब आपस में टकराती हैं या धरती के गर्भ में कुछ हलचल होती है तो हमें भूकंप का एहसास होता है। भारत जिस प्लेट पर टिका है उसे इंडो आस्ट्रेलियन प्लेट कहते हैं। बहुत बार भूकंप की वजह इस प्लेट का यूरेशियन प्लेट से टकराना होती है तो बहुत बार भूकंप फाल्ट लाइन की एडजस्टमेंट के कारण भी आता है।

फॉल्ट लाइन ही रहा है भूकंपों की वजह

दिल्ली -एनसीआर के अधिकेंद्र वाले भूकंपों की प्रमुख वजह आमतौर पर फाल्ट लाइन ही रही है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में जमीन के नीचे मुख्यतया पांच लाइन दिल्ली-मुरादाबाद, दिल्ली-मथुरा, महेंद्रगढ़-देहरादून, दिल्ली सरगौधा रिज और दिल्ली- हरिद्वार रिज मौजूद है। लॉकडाउन के दौरान आए भूकंपों का अधिकेंद्र इन फाल्ट-लाइन लाइनों के आसपास ही रहा।

भूजल के गिरते स्तर से हो रहा फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित

केंद्र सरकार के निर्देश पर हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (National Geophysical Research Institute) इस दिशा में शोध कर रहा है। प्राथमिक स्तर पर इन भूकंपों की एक वजह भूजल का गिरता स्तर भी सामने आ रहा है। भू वैज्ञानिकों के अनुसार भूजल को धरती के भीतर लोड (भार) के रूप में देखा जाता है। यह लोड फाल्ट लाइनों के संतुलन को बरकरार रखने में मददगार होता है। भूजल के गिरते स्तर से फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित हो रहा है, इसीलिए पिछले दिनों आए भूकंपों की गहराई भी धरती के भीतर अधिकतम 18-20 किलोमीटर तक यानी उस दायरे में रही, जहां अब भूजल नहीं मिलता। दूसरी तरफ एनजीआरआइ के भू वैज्ञानिकों ने उन सभी अनुमानों और आंकलनों को भी भ्रामक करार दिया है जो इन छोटे भूकंपों को किसी बड़्रे भूकंप की आशंका से जोड़ रहे हैं। उनका तर्क है कि पूर्व में ऐसा कोई रिकाॅर्ड नहीं है।

भूकंप मापने का नेटवर्क बढ़ा

इन भू वैज्ञानिकों का यह भी कहना है रिक्टर स्केल पर तीन से चार तक की तीव्रता वाले छोटे भूकंप पहले भी आते रहे हैं, लेकिन इनकी निगरानी नहीं हो पाती थी। वहीं, अब दिल्ली एनसीआर में भूकंप मापने का नेटवर्क विस्तार पा रहा है, इसीलिए एक दो तीव्रता वाले भूकंप भी रिकॉर्ड हो रहे हैं।

भूकंप की अन्य वजहों की पड़ताल जारी

डॉ. विनीत के. गहलोत (मुख्य वैज्ञानिक, एनजीआरआइ) का कहना है कि दिल्ली एनसीआर के भूकंपों को लेकर अध्ययन चल रहा है। भूजल का गिरता स्तर भी एक वजह सामने आ रही है। अन्य कारणों की पड़ताल जारी है। हालांकि इस तरह के शोधपरक अध्ययन में चूंकि वक्त लगता है, लिहाजा निष्कर्ष के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।

सुप्रसिद्ध कुमाऊंंनी कलाकार का निधन

नई दिल्ली। उत्तराखंड में कुमाऊंनी के सुप्रसिद्ध लोकप्रिय गीतकार, संगीतकार एवं गायक हीरा सिंह राणा का शनिवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से यहां निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। राणा अल्मोड़ा जिले के मानिला गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में पूर्वी दिल्ली के विनोद नगर में रहते थे।


लोक गायक वर्तमान समय में राजधानी में गठित कुमाऊंनी, गढ़वाली और जौनसारी भाषा अकादमी के उपाध्यक्ष थे। उनके निधन से देवभूमि के संगीत जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। उन्हें लोग हीरदा कुमाऊंनी के नाम से भी पुकारते थे। महज 15 साल की उम्र से पहाड़ की संस्कृति से जुड़कर लोक गीतों की रचना करने वाले राणा का नाम उत्तराखण्ड के प्रमुख गायक कलाकारों में प्रथम पंक्ति में आता है। हीरदा ने रामलीला, पारंपरिक लोक उत्सव और वैवाहिक कार्यक्रमों से अपने गायन का सफ़र शुरू किया और बाद में आकाशवाणी नजीबाबाद, दिल्ली, लखनऊ ही नहीं अपितु देश-विदेश में भी अपनी बेहद सुरीली आवाज में पहाड़ी लोक गीतों की धाक जमायी है। उनका अंतिम संस्कार आज निगम बाेध घाट पर किया जाएगा।


बहू की रिपोर्ट पॉजिटिव, मचा हड़कंप

रुद्रपुर। बीते दिनों शहर के एक प्रतिष्ठित उद्योगपति की पुत्रवधू की प्राईवेट लैब में कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने से हड़कम्प मच गया था। अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गये सैंपलों में उक्त महिला सहित परिवार के अन्य 17 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली है। बता दें 11 जून को शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति के घर में कोरोना की दस्तक की खबर से शहर में हड़कम्प मच गया था। उद्योगपति की पुत्रवध को सांस में तकलीफ और बुखार की शिकायत थी। जिस पर परिजनों ने प्राइवेट लैब से उनका कोरोना टेस्ट कराया था। जिसमें उनकी रिपोर्ट पाॅजिटिव निकली। जिसके बाद आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग ने उद्योगपति के परिवार समेत 17 लोगों के सैंपल लिए थे और पुत्रवधू को जिंजर होटल में आइसोलेट कर दिया था। स्वास्थ्य विभाग ने महिला सहित 17 लोगों के सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे थे। आज वहां से आई रिपोर्ट में उद्योगपति की पुत्रवधू समेत 17 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिसके बाद परिजनों समेत शहर वालों ने राहत की सांस ली है। वहीं उद्योगपति के परिवार ने पूर्व मंे जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव बताने वाले प्राईवेट संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 14, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-306 (साल-01)
2. रविवार, जूूून 14, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:36,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.:-935030275


(सर्वाधिकार सुरक्षित)


शुक्रवार, 12 जून 2020

सीएम आवास को बम से उड़ाने की धमकी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास और कई अन्य महत्वपूर्ण जगहों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। ये धमकी कॉल सेंटर पर दी गई है। प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री आवास, 5 कालीदास मार्ग की सुरक्षा बढ़ा दी है। बम निरोधी दस्ते व डॉग स्क्वायड की मदद से छानबीन की जा रही है। बीते दिनों मुंबई से एक युवक को सीएम योगी को धमकी भेजने के मामले में गिरफ्तार भी किया गया था। यूपी पुलिस को धमकी देने वाले कामरान को महाराष्ट्र एटीएस और यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था।


कामरान की गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस की सोशल मीडिया हेल्प डेस्क को एक नई धमकी मिली थी, जिसमें मुंबई से गिरफ्तार किए गए युवक को छोड़ देने के लिए वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा गया। इस युवक को बाद में महाराष्ट्र एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था। 20 वर्षीय इस युवक को नासिक से गिरफ्तार किया गया।पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कामरान ने 22 मई को लखनऊ पुलिस मुख्यालय में काम करने वाली सोशल मीडिया हेल्प डेस्क पर फोन कर कहा था कि वह यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को बम धमाके में मार देगा। इस धमकी भरी कॉल को लेकर गोमती नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था।


यूपी विधवा पेंशन में मिला बड़ा भ्रष्टाचार

शाहजहांपुर। ग्राम प्रधान और बाबुओं सहित उच्चाधिकारियों ने सरकारी पैसे का बंदरबांट करने के लिए 23 महिलाओं को विधवा बना दिया। उनके खातों मे विधवा पेंशन भेजी जाने लगी, जबकि उन महिलाओं के पति जीवित है। कुल मिलाकर विधवा पेंशन घोटाले की यह सिर्फ बानगी सामने आई है, लेकिन इस पर अगर गहराई से जांच की जाए तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। दरअसल, शाहजहांपुर की ब्लाक मिर्जापुर अंतर्गत ग्राम पंचायत सरायं तालुका वानगांव मे विधवा पेंशन घोटाले का मामला सामने आया है। यहां करीब 23 महिलाएं ऐसी हैं, जिनके पति अभी भी जिंदा है। लेकिन कुछ बाबुओं और प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से वह महिलाएं अब विधवा हो चुकी है। ऐसा हम नही बल्कि वह महिलाएं और उनके पति खुद बोल रहे है।

जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर इस गांव मे वर्ष 2016 मे समाजवादी पेंशन देने के लिए 33 महिलाओं के कागजात लेकर उनको पात्र बताया गया था। तब से लगातार उनके खातों मे पेंशन भेजी जाने लगी, लेकिन धीरे-धीरे ग्रामिणों का पता चला कि 33 महिलाओं मे से सिर्फ 10 महिलाएं ऐसी है जोकि वास्तव में विधवा है और उनको पेंशन देकर उनकी मदद की जा रही है। लेकिन 23 महिलाएं ऐसी है, जिनके पति जिंदा है।

वर्ष 2016 में विभाग के बाबुओं और ग्राम प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से उन महिलाओं को विधवा दर्शाकर उनको पात्र बनाकर उनके खातों मे लगातार पेंशन भेजी जा रही है। गांव की रहने वाली अनीता नाम की महिला का कहना है कि वर्ष 2016 में गांव के प्रधान सहित एक दलाल ने पेंशन बनवाने के नाम पर कुछ जरूरी कागजात मांगे थे, उस वक्त ग्राम प्रधान ने समाजवादी पेंशन के फार्म भरने के लिए दिए थे। वह फार्म भरकर प्रधान को सौंप दिये थे, उसके बाद से उनके खातों मे पैसा आने लगा। लेकिन पैसा आने के बाद जब पैसे निकालकर लाते थे, तब आधे पैसे प्रधान लेता था। लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी है, जिनके खातों मे पैसा आता है और उनके निकाले बगैर ही पैसा निकल जाता है। हालांकि इसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन कार्यवाही कुछ भी नहीं हुई।

वहीं ग्राम प्रधान राजकिशोर से बात की तो उनका कहना है कि इस मामले में उन्हे कोई जानकारी नहीं है। मेरे उपर लगने वाले आरोप निराधार है। ग्रामिणों ने इस पूरे प्रकरण में एक दलाल की भी संलिप्तता बताई है। अभी तक घोटाला सिर्फ एक गांव से निकलकर बाहर आया है, लेकिन पूरे जनपद में विधवा पेंशन की जांच कराई जाए तो और एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है, जिसमें ग्राम प्रधान से लेकर सरकारी अधिकारी भी लपेटे में आ सकता है।

अब देखना यह होगा कि शासन और प्रशासन इस घोटाले पर किस तरह की जांच और कार्रवाई करता है। पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर जांच करवाई जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध रिकवरी करवाकर एफआईआर दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी

यूपीः विशेषज्ञ 'वायरस' को करेंगे काबू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा समेत 11 जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिये प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ और अनुभवी विशेषज्ञों को भेजे जाने के निर्देश दिये हैं।


मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुये कहा कि आगरा, मेरठ, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, गाजियाबाद, कानपुर नगर, झांसी तथा बस्ती में प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ एवं अनुभवी विशेषज्ञ को भेजा जाये, जो स्थानीय मेडिकल टीम को उपचार सम्बन्धी उचित परामर्श तथा सहयोग प्रदान करेंगे।उन्होंने इन जिलों में प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारियों को नामित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह अधिकारी सम्बन्धित जिलों में कैम्प करते हुए जिला प्रशासन के कार्यों का पर्यवेक्षण करते हुए अधिकारियों का सहयोग करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलों में तैनात अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित कराएं कि अस्पतालों में मरीजों को दवा, शुद्ध व सुपाच्य भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी नियमित तौर पर मिले तथा चिकित्सालयों की साफ-सफाई व्यवस्था भी चुस्त-दुरुस्त बनी रहे।


सीएम योगी ने कहा कि निजी टेस्टिंग लैब के कार्यों का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में निगरानी समितियों के सर्विलांस कार्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए। साफ-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश देते हुए उन्होने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है। कोरोना को परास्त करने में साफ-सफाई एक महत्वपूर्ण हथियार है। इसलिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के सम्बन्ध में प्रयास जारी रखे जाएं। सभी जिलाधिकारी अपने जिलों के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें।उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक तथा नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें, पैरामेडिक्स मरीजों की निरन्तर माॅनिटरिंग करें।


चीनः दो पति रखने का मिलें अधिकार

बीजिंग। चीन में अविवाहित पुरुषों की बढ़ती तादाद संकट का सबब बनती जा रही है। लैंगिक असमानता की वजह से चीन में हालात इतने ज्‍यादा खराब हो गए हैं कि वर्ष 2050 तक 3 करोड़ पुरुष अविवाहित रह जाएंगे। इस संकट के समाधान के लिए चीन के एक प्रफेसर ने अधिकारियों को एक क्रांतिकारी बदलाव करने का सुझाव दिया है। उन्‍होंने कहा कि सरकार को महिलाओं को दो या दो से अधिक पति रखने का अधिकार देना चाहिए।


चीनी अर्थशास्‍त्री यी कांग एनजी ने कहा कि महिलाओं को कुछ समय के लिए दो या उससे अधिक पति रखने का अधिकार देने से इस सामाजिक समस्‍या का समाधान हो सकता है। उन्‍होंने कहा कि उनके इस सुझाव को अगर मान ल‍िया जाता है तो देश में बढ़ रही अविवाहित लोगों की तादाद को पत्‍नी और खुशी मिल सकेगी। प्रफेसर एनजी फूदान यूनिवर्सिटी में प्रफेसर हैं। प्रफेसर एनजी ने कहा कि बढ़ती प्रतिस्‍पर्धा की वजह से अविवाहित दूल्‍हों के लिए आने वाले समय में योग्‍य दुलहन की तलाश करना बेहद कठिन काम होगा। उन्‍होंने कहा कि अधेड़ उम्र के अविवाहित व्‍यक्ति के लिए दुलहन का दिल जीतने के लिए युवाओं से प्रतियोगिता करनी होगी। वह भी तब जब दुलहनों की तादाद बहुत कम है। उन्‍होंने कहा, ‘(यदि पुरुष की) स्‍वाभाविक जैविक और मनोवैज्ञानिक आवश्‍यकता ठीक ढंग से पूरी नहीं होगी तो इसका निश्चित रूप से इसका उनकी खुशी पर बुरा असर पड़ेगा।’


चीनी अर्थशास्‍त्री ने इस संकट के समाधान के लिए दो सुझाव द‍िए हैं। पहला-वेश्‍यावृत्ति को कानूनी रूप दिया जाए और दूसरा बहुविवाह प्रथा को मंजूरी। इसके तहत महिला को कानूनी तरीके से दो या उससे अधिक पति रखने का हक दिया जाए। चीनी कानून के मुताबिक अभी तक केवल एक शादी की ही अनुमति है। उन्‍होंने कहा कि तिब्‍बत में पहले से ही यह प्रथा चली आ रही है। उन्‍होंने कहा कि उनके जैसे कई लोग हैं जो यह चाहते हैं कि पत्‍नी न होने से अच्‍छा है कि पत्‍नी को साझा कर ल‍िया जाए।


गंगा-यमुना के जलस्तर में तेजी आने की संभावना

गंगा-यमुना के जलस्तर में तेजी आने की संभावना  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। मानसून सक्रिय होने के बाद गंगा और यमुना के जलस्तर में तेजी आने की स...