शुक्रवार, 29 मई 2020

सरकार का लॉकडाउन-5 का मंथन जारी

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लॉकडाउन-4 पर गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की। उन्होंने लॉकडाउन 4.0 को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के विचार जाने। अमित शाह ने लॉकडाउन 4.0 के वर्तमान हालात पर चर्चा की। गृह मंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से 31 मई के बाद लॉकडाउन पर उनके राज्यों की क्या राय है और आगे वह क्या सोचते हैं इसपर उनके विचार जाने। बता दें कि लॉकडाउन-4 की अवधि 31 मई को खत्म हो रही है। क्या देश में लॉकडाउन 5.0 लागू होगा, फिलहाल सबकी नजर इसपर है।


हालांकि, सरकार का लॉकडाउन 5.0 पर मंथन जारी है।लॉकडाउन चार के खत्म होने के पहले ही लॉकडाउन-5 की आहट सुनाई देने लगी है। 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात करेंगे। सूत्रों का कहना है कि मन की बात में पीएम मोदी बहुत कुछ साफ कर सकते हैं। वैसे सूत्रों का यही कहना है कि दो हफ्ते के लिए लॉकडाउन का बढ़ना लगभग तय है।


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लॉकडाउन-4 पर गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की। उन्होंने लॉकडाउन 4.0 को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के विचार जाने। अमित शाह ने लॉकडाउन 4.0 के वर्तमान हालात पर चर्चा की। गृह मंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से 31 मई के बाद लॉकडाउन पर उनके राज्यों की क्या राय है और आगे वह क्या सोचते हैं इसपर उनके विचार जाने। बता दें कि लॉकडाउन-4 की अवधि 31 मई को खत्म हो रही है। क्या देश में लॉकडाउन 5.0 लागू होगा, फिलहाल सबकी नजर इसपर है।


हालांकि, सरकार का लॉकडाउन 5.0 पर मंथन जारी है।लॉकडाउन चार के खत्म होने के पहले ही लॉकडाउन-5 की आहट सुनाई देने लगी है। 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात करेंगे. सूत्रों का कहना है कि मन की बात में पीएम मोदी बहुत कुछ साफ कर सकते हैं। वैसे सूत्रों का यही कहना है कि दो हफ्ते के लिए लॉकडाउन का बढ़ना लगभग तय है।


रेलवे पुलिस-प्रशासन का साहसिक कार्य

अतुल त्यागी

 

हापुड़। जीआरपी पुलिस और प्रशासन की जितनी भी तारीफ की जाए शायद कम है। ट्रेन से हापुड़ स्टेशन पर पहुंचे प्रवासी मजदूरों को सकुशलता पूर्वक उनके स्थान के लिए किया रवाना। हापुड़ जीआरपी पुलिस और  प्रशासनिक  अधिकारी रहे मौजूद।

जम्मू से चलकर हाजीपुर जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन 04352 हापुड़ स्टेशन से खुर्जा जकंशन के लिए 07:18 पर  प्रस्थान किया गया जिससे कुल 67 यात्री हापुड़ स्टेशन पर उतरे सभी को सेनेटाइजर किया गया तथा एस डी एम हापुड़, और जी आर पी, सिविल पुलिस,आरपीएफ द्वारा बसो में बैठा कर ग्नतव्य को सकुशल रवाना किया जा रहा है।

 

हापुड़ स्टेशन जीआरपी इंचार्ज मुकेश कुमार अपने अच्छे कार्यों से पहले से ही पहचाने जाते हैं अबसे पहले पिलखुवा स्टेशन पर रहे जीआरपी इंचार्ज अब हापुड़ स्टेशन पर जीआरपी इंचार्ज है अपनी पुलिस टीम के साथ बाहर से आए प्रवासी मजदूरों को से कुशलता पूर्वक पहुंचाने में मददगार साबित हो रहे हैं उनकी टीम भी भरपूर प्रयास कर रही है जीआरपी इंचार्ज मुकेश कुमार की जितनी भी तारीफ की जाए शायद कम हैं।

अदालतों में 14 तक सभी कार्य स्थागित

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली/गाजियाबाद। दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने पूर्व आदेश जिसमें उसने 31 मई तक दिल्ली की सभी अदालतों में काम बंद रखने को कहा था, उसे बढ़ा दिया है। अब दिल्ली की सभी अदालतों में 14 जून तक सभी कार्य स्थगित रहेंगे।

दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर फिर लगा जाम
गाजियाबाद में बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते जिला प्रशासन द्वारा सील की गई दिल्लीगाजियाबाद की सीमाओं के चलते आज फिर दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर लंबा जाम लगा है। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर लोगों के पहचान पत्र और पास की जांच हो रही है जिसके चलते गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है और सीमा पर लंबा जाम लग गया है।

दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर भी हो रही जांच
दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर भी लोगों के 'पास' और पहचान पत्र की जांच पुलिस कर रही है। इस पर जब सवाल किया गया तो सब इंस्पेक्टर भीम सिंह ने बताया, 'अभी तक कोई नई गाइडलाइन नहीं आई है, लॉकडाउन 4.0 में जो गाइडलाइन दी गई है हम उसी का पालन कर रहे हैं।


दिल्ली रिकॉर्डः 24 घंटे में 1024 नए केस

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 1024 नए केस दर्ज अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। जबकि दिल्ली में कुल 1 हजार मामले पूरे होने में 41 दिन का समय लगा था। वहीं, 24 घंटे में 231 मरीज ठीक/डिस्चार्ज/माइग्रेट हुए। वहीं, डेथ ऑडिट कमेटी ने 13 कोरोना से डेथ की पुष्टि की है। गुरुवार को दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार अब तक दिल्ली में कोरोना के कुल मामले 16281  पहुंच गए है। वहीं, अब तक ठीक/डिस्चार्ज/माइग्रेट 7495 मरीज हो गए है। कोरोना से अब तक 316 मरीजों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। अभी दिल्ली में 8470 सक्रिय कोरोना मरीज है


'पश्चिमी विक्षोभ' के कारण मछुआरों को चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार


दक्षिण-पश्चिम मानसून का आगे बढना


नई दिल्ली। पश्चिमी हवाओं के तेज होने और संवहनीय बादलों में वृद्धि के परिणामस्वरूप दक्षिण पश्चिम मॉनसून मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों,दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, अंडमान सागर के शेष भागऔर अंडमान व  निकोबार द्वीप समूह में कुछ और आगे बढ़ा है।



  • मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) अब अक्षांश 5° उत्तर /देशांतर 72° पूर्व, अक्षांश 6° उत्तर/देशांतर 79° पूर्व, अक्षांश 8° उत्तर/देशांतर 86° पूर्व, अक्षांश 11° उत्तर/ देशांतर 90° पूर्व, अक्षांश14° उत्तर/देशांतर 93° पूर्वऔर अक्षांश 16° उत्तर/देशांतर 95° पूर्व से होकर गुजरती है।


अगले 5 दिनों के दौरान मॉनसून का और आगे बढ़ना। अगले 48 घंटों के दौरान मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हो रही हैं।



  • 31 मई से 4 जून, 2020 के दौरान दक्षिण-पूर्व और आसपास के पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस कारण, 1 जून 2020 से केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की प्रबल संभावना है।


पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र



  • पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। अगले 48 घंटों के दौरान इसके कम दबाव के क्षेत्र (डिप्रेशन) के रूप में केंद्रित होने की बहुत संभावना है। अगले 3 दिनों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम की ओर -दक्षिण ओमान और पूर्वी यमन तट – जाने की संभावना है।


मछुआरों के लिए चेतावनी



  • मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 29 मई, 2020 से 1 जून, 2020 के दौरान पश्चिम– मध्य अरब सागर में न जाएँ।

  • मछुआरों को यह भी सलाह दी जाती है कि वे 31 मई, 2020 से 4 जून, 2020 के दौरान दक्षिण-पूर्व और पूर्व मध्य अरब सागर में न जाएँ।


इस दौरान,


♦पश्चिमी विक्षोभ और क्षोभमंडल के निचले स्तरों में एक पूर्व-पश्चिम कम दवाब के क्षेत्र के प्रभाव से, 28/30 मई, 2020 के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और आसपास के मैदानी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली, ओलों व तेज हवाओं के साथ बारिश / आंधी की सम्भावना है।


इसके परिणामस्वरूप, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और मध्य एवं पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान अगले 3-4 दिनों के दौरान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक कम होने की संभावना है। इसलिए आज, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अलग-अलग इलाकों में गर्मी ( हीट वेव) की स्थिति बनी रहेगी तथा कल से गर्मी में कमी आयेगी।


♦अगले 24 घंटों के दौरान त्रिपुरा और मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा असम और मेघालय में भारी वर्षा। 28 से 31 मई 2020 के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा तथा 30 से 31 मई, 2020 के दौरान केरल और लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा।


टी-20 वर्ल्ड कप पर नहीं लिया फैसला

नई दिल्ली। इस साल अक्टूबर-नवंबर में निर्धारित टी20 वर्ल्ड कप पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) कोई फैसला नहीं ले पाई है। आईसीसी बोर्ड की गुरुवार को टेलिकॉन्फ्रेंस के जरिए हुई बैठक में मौजूदा टी-20 वर्ल्ड कप पर 10 जून तक फैसला टाल दिया गया। वर्ल्ड कप कप का आयोजन 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच होना है।


ऑस्ट्रेलिया में इस साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के भविष्य को लेकर हुई बैठक में कहा गया कि सदस्य बोर्ड आने वाले दिनों में अपने-अपने देशों में कोरोना वायरस के संक्रमण पर नजर रखेंगे। आईसीसी बोर्ड की बैठक में शामिल किए गए सभी एजेंडे को 10 जून तक के लिए टाल दिया गया है।


चारा लेने गई किशोरी को सर्प ने डसा

खेत में चारा लेने गई किशोरी को सर्प ने डसा रेफर

 

सुनील पुरी

 

बिंदकी फतेहपुर। खेत में चारा लेने गई किशोरी को सर्प ने डस लिया हालत बिगड़ी तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार बाद हैलट कानपुर रेफर कर दिया।

 

जानकारी के अनुसार जाफर गंज थाना क्षेत्र के अधौत पुर गांव में मन्नू प्रसाद की 13 वर्षीय पुत्री अंजू देवी घर से खेत चारा लेने गई थी तभी खेत में सर्प ने डस लिया किशोरी की हालत बिगड़ी तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई परिजनों ने निजी वाहन से लाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की में भर्ती कराया चिकित्सक ने हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार बाद हैलट कानपुर रिफर कर दिया जहां पर हालत नाजुक बता।

सांसद के निधन पर व्यक्त की संवेदनाएं

कोझिकोड। राज्यसभा सांसद एम. पी. वीरेंद्र कुमार का हृदयाघात के कारण गुरुवार देर रात निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ एवं सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगी लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार की गिनती प्रसिद्ध समाजवादी नेताओं में की जाती थी और वह 1987 में विधानसभा के लिए तथा 1996 और 2004 में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्होंने केरल सरकार में श्रम मंत्री के तौर पर तथा केंद्र सरकार में श्रम राज्य मंत्री और वित्त राज्यमंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दी थी। वह श्री ई. के. नयनार (1987-1991) के शासनकाल में कुछ दिनों के लिए वन मंत्री भी बने थे, लेकिन पार्टी में मतभेद के कारण महज पांच दिन में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यसभा के सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. पी. वीरेन्द्र कुमार के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। कोविंद ने माइक्रो ब्लॉगिंग नेटवर्क ‘ट्विटर’ पर शुक्रवार को लिखा, “राज्य सभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. पी. वीरेन्द्र कुमार के निधन के बारे में सुनकर गहरा दु:ख हुआ है। वह निष्ठावान समाजवादी नेता थे, जिन्होंने प्रभावशाली मलयालम समाचार पत्र ‘मातृभूमि’ का नेतृत्व करते हुए पत्रकारिता और साहित्य जगत को भी समृद्ध बनाया।” राष्ट्रपति ने दिवंगत सांसद के परिजनों और शुभेच्छुओं के प्रति गहरी संवेदना जतायी है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा, “ राज्यसभा सांसद एम.पी. वीरेंद्र कुमार जी के निधन से दुख हुआ। उन्होंने प्रभावशाली विधायक एवं सांसद के रूप में स्वयं को स्थापित किया था। वह गरीबों और वंचितों के लिए आवाज उठाने में विश्वास करते थे। उनके परिजनों और शुभचिंतकों के प्रति मेरी गहन संवेदनाएं। ओम शांति।”


वहीं राहुल गांधी ने कहा, “लेखक, मातृभूमि समूह के प्रबंध निदेशक एवं सांसद एम. पी. वीरेंद्र कुमार जी के निधन की खबर सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। उनके परिजनों, सहयोगियों और दोस्तों के प्रति मेरी गहन संवेदनाएं।”


लोनी में प्रवेश, जाओगे क्वॉरेंटाइन सेंटर

लोनी में प्रवेश किया तो 14 दिन के लिए जाना होगा क्वारंटाइन सेन्टर

-लोनी में सेक्टरों की संख्या आठ से 21 की गई

-बार्डरों पर कडी निगरानी रहेगी

-दिल्ली में काम करने वालों को दिल्ली में ही रहना होगा

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद/लोनी। अगर किसी ने दिल्ली से लोनी सीमा में प्रवेश किया तो उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाऐगा। प्रशासन ने लोनी के चारों जोन में एक एक क्वारंटाइन सेन्टर बना दिया है। डीएम ने लोनी  को कोरोना से बचाने के लिए सेक्टरों की संख्या आठ से बढाकर 21 कर दी है। जबकि जोन चार ही रहेंगे। गुरुवार दोपहर डीएम अजय शंकर पांडेय ने लोनी तहसील कार्यालय ने एडीएम प्रशासन संतोष कुमार, एसडीएम खालिद अंजुम खान, तहसीलदार प्रकाश सिंह, नगर पालिका ईओ शालिनी गुप्ता, सीओ लोनी राजकुमार पांडेय एवं चारों थाने के प्रभारियों के साथ बैठक की। जिसमें लॉक डाउन का कडाई से पालन कराने एवं बाहरी व्यक्ति को लोनी में आने से रोकने के लिए सेक्टरों की संख्या आठ से बढाकर 21 कर दी गई है। अब चारों थानों की प्रत्येक चौकी क्षेत्र सेक्टर होगा। सभी जोनल मजिस्ट्रेट एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिए गए हैं। जबकि गुरुवार से चारों जोन एवं सेक्टर क्रियान्वित हो गए हैं। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दिल्ली से किसी भी व्यक्ति को लोनी सीमा में प्रवेश की अनुमति नही दी जाऐगी। अगर लोनी का कोई व्यक्ति दिल्ली मेें काम करता है और रोजाना आवागमन करता है उसे दिल्ली अथवा लोनी में से एक स्थान पर रहना होगा, लोनी में प्रवेश की अनुमति नही होगी।अगर किसी बाहरी व्यक्ति ने लोनी सीमा में प्रवेश किया तो उसे 14दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाऐगा। जिसमें कोरोना के लक्षण दिखाए दिए उसे आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया जाऐगा।

डीएम ने अधीनस्थों के साथ चार जोन एवं लोनी के सील बार्डरों का निरीक्षण किया तथा सेक्टर व थाना प्रभारियों को बार्डरों पर कडी निगरानी रखने के निर्देश दिए।

-लोनी में अभी तक मिले सभी कोरोना पॉजिटिव दिल्ली से संबंधित

एसडीएम खालिद अंजुम खान ने बताया कि स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर की भविष्यवाणी सही सिद्ध होती दिख रही है। अभी तक लोनी में करीब 20 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए है। ये सभी मामले दिल्ली से संबंधित हैं, लोनी से किसी को कोरोना नही हुआ है। एसडीएम ने कहा कि लोगोें की जांच के लिए निजी चिकित्सकों से सहयोग लिया जाऐगा। शुक्रवार को निजी चिकित्सकों के साथ बैठक कर उन्हे दिशा निर्देश दिए जाऐंगे।

-एक ही दिन में 155 वाहनोें के चालान कटे

एसडीएम खालिद अंजुम खान ने बताया कि गुरुवार से लोनी के चारों जोन एवं सभी 21 सेक्टर क्रियान्वित हो गए हैं। प्रथम दिन 155 वाहनों के चालान काटे गए हैं। जबकि 10 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया है।

पूर्व चेयरमैन ने 'विधायकी' का ऐलान किया

बॉर्डर थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद मनोज धामा ने दिखाए बगावती तेवर

मनोज धामा हर हाल में लगे 2022 का चुनाव

लेकिन बड़ा सवाल है किस पार्टी से लड़ेंगे मनोज धामा विधायकी  क्या सपा या बसपा का कर सकते हैं रुख

सचिन विशौरिया

गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में भाजपा नेता व पूर्व भाजपा चेयरमैन मनोज धामा के ऊपर लगातार हुए कई मुकदमों से उनके दिल को खासा आघात पहुंचा है। जिसको लेकर लोनी नगर पालिका चेयरमैन ने सोशल मीडिया पर अपने साथियों के माध्यम से यह प्रचार करना शुरू कर दिया है कि 2022 में वह हर हाल विधायक का चुनाव लड़ेंगे। अब ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्यों पार्टी के खिलाफ लड़ने का यह विचार उनके मन में आया। क्योंकि लोनी विधानसभा एक गुर्जर बहुल क्षेत्र माना जाता है। जहां से भारतीय जनता पार्टी ने लगातार गुर्जर प्रत्याशी को ही टिकट दिया है। लेकिन ऐसे में एक जाट प्रत्याशी होने के बाद पार्टी के खिलाफ किन्ही हालातों में चुनाव लड़ने की घोषणा मनोज धामा की दूसरी पार्टी में जाने की मनोदशा को दर्शाती है। ऐसे में क्या मनोज धामा सपा या बसपा से भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। क्योंकि जिस प्रकार से लोनी की राजनीति में इस समय चूहे बिल्ली का खेल चल रहा है। उसमें विधायकी चुनाव से पहले ही हर हाल में 2022 में विधायक का चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है तो क्या ऐसा माना जाए कि मनोज धामा सपा या बसपा से 2022 का चुनाव लड़ेंगे।

वायरस के खिलाफ सुरक्षा की दीवार

 वायरस के खिलाफ सुरक्षा की दीवार 

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। विश्व में कोरोना वायरस कोविड-19 ने हा-हा कार मचा रखा है। देश में भी वायरस का संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसने माथे की शिकन बढ़ा दी हैं। किंतु इसके विपरीत वायरस को मात देने के लिए तरह-तरह के उपाय प्रयोग किए जा रहे हैं। शासन और प्रशासन के द्वारा किए गए उपाय काफी नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को इस समस्या के विरुद्ध संकल्पित होकर लड़ना होगा। सबसे पहले शहरी क्षेत्रों में सामान्य कनेक्टिविटी को रोकना होगा। इस बात को समझने में हमने काफी समय लगा दिया है। किंतु अब समय गंवाने के लिए शेष नहीं है। जनपद गाजियाबाद की सीमाओं को सील करने की सख्त आवश्यकता थी, जिसकी गंभीरता को समझते हुए जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से लगी जनपद गाजियाबाद की सीमा को सील कर दिया गया है। आवागमन को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। इससे संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यह एक कारगर उपाय है। इसी कारण जिला अधिकारी ने सभी मार्गों को बंद करने का निर्देश दिया है। जिसके चलते जनपद में बाहरी आवागमन पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।

 लॉक डाउन 4.0 के अंतिम चरण में वायरस के संक्रमण को प्रभावी ढंग से रोकने का यही एकमात्र उपाय है। जनपद गाजियाबाद में अभी तक 9313 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनमें से 8865 लोगों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। 454 लोग ऐसे हैं जिनकी रिपोर्ट अभी आई नहीं है। जनपद में कुल 260 वायरस पॉजिटिवो की पुष्टि की गई है। जनपद में जिलाधिकारी के निर्देश के अनुसार निर्धारित, नियम-अनुरूप, कॉलोनी-बस्तियों   की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई है। जिसका दिन और समय निर्धारित है। लोनी क्षेत्र में 20 वायरस संक्रमित मिले हैं। जिस को ध्यान में रखते हुए जिला अधिकारी के द्वारा लोनी क्षेत्र में 21 सेक्टर बनाकर निगरानी रखी जा रही है। यह भी जानना बहुत जरूरी है कि कंटेनमेंट जॉन में 250 मीटर के दायरे में सामान्य गतिविधियां पूरी तरह बंद रहेगी।

यमुना से खनन के विरोध में उतरे किसान

दीपक कुमार

शामली। यमुना नदी का सीना चीर कर चल रहे रेत खनन को लेकर किसानों को हो रही समस्या से किसान बेहद परेशान हैं। किसानों ने प्रदर्शन कर रेत खनन पर कार्यवाही की मांग की है। किसानों ने कहा है कि रेत खनन को लेकर उनकी फसल बर्बाद हो रही है। जिसको लेकर उन्हें कई मर्तबा संबंधित अधिकारियों को भी शिकायत की परंतु कोई भी कार्यवाही नहीं हो पाई है।

दरअसल आपको बता दें मामला जनपद शामली के कैराना क्षेत्र के गांव नगलाराई का है। जहां पर खादर के यमुना नदी में खनन माफियाओं द्वारा यमुना का सीना चीर कर भारी मात्रा में रेत निकाला जा रहा है। जिससे किसान व ग्रामीण बेहद परेशान है। जिसको लेकर उन्होंने के मर्तबा संबंधित अधिकारियों को भी शिकायत की परंतु कोई भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है। यमुना में चल रहे रेत खनन को लेकर प्रशासन द्वारा परमिशन मिली हुई है। जिसको लेकर नियम अनुसार खनन करने की आज्ञा प्रशासन ने दे रखी है। परंतु सभी नियमों को ताक पर रखकर भारी मात्रा में यमुना का सीना चीर कर रेत निकाला जा रहा है। वहीं किसानों ने खनन माफियाओं पर आरोप लगाते हुए बताया कि रेत खनन के चलते उनकी फसल बर्बाद हो रही है। जिसमें वह पहले ही लॉक डाउन के चलते कर्ज में डूब कर भुखमरी की कगार पर आ रहे है। ऊपर से यमुना में चल रहे रेत खनन के कारण उनकी फसल बर्बाद हो रही है। जिसमें वह भूखमरी के कगार पर आने पर मजबूर है। इस संबंध में किसानों ने कई मर्तबा संबंधित अधिकारियों को शिकायत की परंतु कोई भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है। किसानों ने आरोप लगाया कि यमुना नदी के अंदर से मशीन व पॉर्कलेन  जेसीबी मशीनों द्वारा भारी मात्रा में रेत निकाला जा रहा है। जिसमें 10 से 15 फुट गहरे गड्ढे कर कर रेत निकाला जा रहा है। जिसको लेकर आने वाले समय में किसानों व ग्रामीणों को बाढ़ का खतरा बना हुआ है। जिसमें यमुना नदी में पानी आने के बाद कटान शुरू हो जाएगा जिससे यमुना के किनारे लगने वाले सभी छोटे-छोटे किसानों की फसल यमुना के आगोश में समा जाएगी। लॉकडाउन के कारन पहले ही किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। और ऊपर से रेत खनन माफियाओं की मनमानी के आगे उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। सिक्कों कि चमक के आगे अधिकारी भी किसानों की सुध नहीं ले रहे हैं। किसानों ने प्रदर्शन करते हुए मांग की है। कि चल रहे रेत खनन पर जल्द से जल्द कार्यवाही की जाये जिससे वह अपनी फसल व अपने आप को भुखमरी की कगार से बचा सके परंतु लाचार और मजबूर किसान खनन माफियाओं व अधिकारियों की मनमानी के आगे कुछ भी कर नहीं पा रहे हैं। किसान खून के आंसू रोने पर मजबूर है वहीं अब सवाल यह उठता है। कि जो देश को रोटी देने वाला किसान हैं। आज वही किसान कुछ खनन माफियाओं की मनमानी के आगे मजबूर-बेबस नजर आ रहा है। प्रदर्शन के दौरन दर्जनों किसान मोजूद रहे।

राहुल ने मंदिर पहुंचकर 'हनुमान' के दर्शन किए

राहुल ने मंदिर पहुंचकर 'हनुमान' के दर्शन किए  संदीप मिश्र  लखनऊ। रायबरेली के दौरे पर पहुंचे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने...