सोमवार, 25 मई 2020

डिस्टेंसिंग का पालन और 'ईद मुबारकबाद'

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक दूसरे को दी गई ईद की मुबारकबाद

 

एसडीएम ने शहर काजी को दी ईद की शुभकामनाएं

 

सुनील पुरी

फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोगों ने एक-दूसरे को ईद की शुभकामनाएं दी अधिकारियों ने भी शहर काजी को दूर से ही ईद की शुभकामनाएं दी वह शहर काजी ने भी ईद की शुभकामनाये दी और देश और मुल्क सलामती की दुआ भी की।

 

कोरोना वायरस संक्रमण त्योहारों को भी प्रभावित कर दिया है जहां एक ओर ईद के त्यौहार में भारी भीड़ रहती थी ईदगाह में भी लोगों की भारी संख्या में भी होती थी लोग ईद की नमाज अदा करते थे मेला लगता था रास्ते में भी भारी भीड़ रहती थी लेकिन कोरोनावायरस ने सब कुछ बदल कर रख दिया ईद के त्यौहार को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल तो दिखाई दिया लेकिन कोरोनावायरस से बचाव को लेकर लोगों ने 2 गज दूरी ही खड़े होकर एक दूसरे को ईद की बधाई दी एसडीएम प्रहलाद सिंह सी .  ओ।  योगेंद्र सिंह मलिक कोतवाली प्रभारी नंदलाल सिंह यादव ने शहर काजी मोहम्मद रजा कादरी को दूर से ही ईद की शुभकामनाएं दी उन्होने भी सरकारी अधिकारियों को दूर से ही ईद की मुबारकबाद दी 

नगर क्षेत्र के लगभग सभी स्थानों पर लोगों ने एक दूसरे को ईद की शुभकामनाएं दी लोगों ने घरों में रहकर ईद की नमाज अदा की।

फतवो के बाद घर में पड़ी, ईद की नवाज

हुआ चाँद का दीदार कल पढ़ी जाएगी ईद की नमाज़ ईद को लेकर आया में नया चौकाने वाला मामले देखे रिपोर्ट

 

बृजेश केसरवानी

 

नज़र आया ईद का चाँद लोगो ने दी बधाई

 

प्रयागराज। भारत मे आज ईद का चाँद नज़र आया लोगो ने उसका दीदार किया। छोटे, बच्चे, बड़े-बूढ़े सब ने किया चाँद का दीदार लोगो ने एक दूसरे को दी चाँद की बधाई दी।

इस वक़्त पूरे भारत मे ही नही बल्कि पूरी दुनिया कोरोना जैसे वायरस से परेशान है। इस लिए भारत मे भी लॉकडॉउन चल रहा है जिसके वजह से लोग पूरे रोज़े घरों में ही इबादत किये लॉकडाऊन का पालन किये और अब ईद की नमाज भी लॉकडाऊन का पालन करते हुए घरों में अदा करे जिस के लिए उलमाओं ने भी अपील की है और फतवा भी आया है कि इस हालत में आप अपने घरों में ईद की नमाज़ पढ़ी जा सकती है।

दिल्लीः गर्मी का कहर, 38 डिग्री सेल्सियस

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में झुलसा देने वाली गर्मी से आम लोग हलकान हो गए हैं। गर्मी की स्थिति इतनी विकराल हो गई है कि पारा 38 डिग्री सेल्यिसस को छू गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि सप्ताह के अंत में धूल और आंधी के साथ पानी पड़ने का पूर्वानुमान है।

 

उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र के अधिकांश शहर भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। उत्तर पश्चिमी भारत के कई शहरों में पारा 45 डिग्री से भी ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। 2020 में प्री-मॉनसून सीज़न में  दिल्ली और एनसीआर में लू का यह पहला झटका है। आमतौर पर दिल्ली में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है. अप्रैल के अंत से ही दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में लू का प्रकोप शुरू हो जाता है।

खेल रहे बच्चे को सर्प ने डसा, मौत

घर के समीप खेल रहे बच्चों को सर्प ने डसा हुई मौत

परिजन रो-रोकर हुए बेहाल

 

सुनील पुरी

 

फतेहपुर। घर के समीप खेल रहे 8 वर्षीय बच्चे को अचानक सर्प ने डस लिया बच्चे की हालत बिगड़ते ही परिजनों में हड़कंप मच गया भजन निजी अस्पताल में ले जाने के बाद झाड़-फूंक भी कराते रहें लेकिन बच्चे की मौत हो गई बच्चे की मौत होते ही परिजनों में हड़कंप मच गया परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया

 

जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के फिरोजपुर गांव में राम सागर का 8 वर्षीय पुत्र गोलू घर के समीप ही खेला था तभी अचानक लकड़ी के बीच बैठे सर्प ने उसे डस लिया सब के डर से ही बच्चे की हालत बिगड़ने लगी परिजनों को जानकारी हुई तो पैरों तले जमीन खिसक गई बच्चे को एक निजी अस्पताल ले जाया गया जब हालत में सुधार नहीं हुआ तो झाड़-फूंक के लिए कई स्थान ले जाया गया लेकिन बच्चे ने दम तोड़ दिया बच्चे की मौत होते ही परिजनों में हड़कंप मच गया परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए 8 वर्षीय मासूम बच्चे की मौत के बाद पूरे गांव मोहल्ले में शोक का माहौल बना रहा लोगों ने बताया कि अचानक खेलते खेलते बच्चे को सांप ने डस लिया हालत बिगड़ी तो प्राइवेट अस्पताल के साथ झाड़-फूंक के लिए भी ले जाया गया लेकिन बच्चे की जान चली गई।

लखनऊ से प्रतिदिन 22 उड़ानों की अनुमति

लखनऊ। देश में लाकडाउन के कारण दो महीने बाद शुरू हुई घरेलू उड़ानों के पहले दिन सोमवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही। नागरिक उड्डयन विभाग ने यहां हर रोज 22 उड़ानों की अनुमति दी जिसमें 11 आगमन और 11 यहां से प्रस्थान करेंगी।


पहली तीन उड़ानों में दो दिल्ली और एक अहमदाबाद के लिये आज सुबह यहां से आई गई हालांकि उनमें यात्रियों की संख्या सामान्य से कम रही। इंडिगो एयरलाइंस के विमान ने अहमदाबाद के लिये तड़के साढ़े पांच बजे पहली उड़ान भरी। एयरपोर्ट के सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर एक फ्लाइट में 150 यात्री सफर करते है लेकिन इन उड़ानों में 80 से 100 यात्री सवार थे। इस बीच हवाई अड्डे पर सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम रहे। लखनऊ पहुंचे यात्रियों को केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार औपचारिकता पूरी करने के बाद ही बाहर निकलने की इजाजत दी गयी। यात्रियों के सामान को सैनीटाइज करने के बाद यात्रियों के हवाले किया गया। राज्य सरकार ने बाहर से आने वाले यात्रियों को 14 दिन होम क्वारंटीन का पालन करने के निर्देश दिये है। अगर यात्री एक सप्ताह के भीतर प्रदेश से वापसी करता है तो उसे इसे क्वारंटीन में रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


जगह-जगह बसों का इंतजार करतेंं प्रवासी

अतुल त्यागी

हापुड़। जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाईवे छिजारसी टोल प्लाजा पर बस की तलाश में पहुंचे 40 से 50 प्रवासी मजदूर अपने स्थान पर पहुंचने के लिए रोडवेज बस का कर रहे इंतजार। मजदूरों ने बताया उन्हें पता चला था पिलखुवा टोल प्लाजा पर मजदूरों को छोड़ने के लिए बसे चलाई गई है। जिनसे मजदूरों को उनके घर छोड़ा जा रहा है इसी तलाश में आए हैं। लेकिन टोल प्लाजा पर कोई बस नहीं देख कर मजदूर चिंतित हो गए।

वहीं उप जिला अधिकारी धौलाना का कहना है मजदूरों का टोल प्लाजा पर पहुंचने का मामला संज्ञान में आया है उनके लिए व्यस्त था बनाई जा रही है क्षेत्रीय अधिकारी डॉक्टर तेजवीर सिंह का कहना है मजदूरों के लिए बस की व्यवस्था कराई जा रही है सुरक्षित उन्हें उनके स्थान पर छोड़ा जाएगा अबसे पहले भी व्यवस्था की गई है। हापुड़ प्रशासन द्वारा लगातार मजदूर बसों में बैठाकर सकुशल घरों को भेजे जा रहे हैं।लेकिन उसके बाबजूद भी गाज़ियाबाद सीमा से मजदूर आ रहे हैं जिनकी व्यवस्था हापुड़ पुलिस-प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही है।

छिजारसी के पास अब भी मजदूर मौजूद हैं और अपने घरों को जाने के लिये बसों के इंतजार में हैं।

चिकित्सा कर्मियों का पटका पहनाकर सम्मान

अतुल त्यागी

हापुड़। सदर विधायक विजयपाल आढ़ती व जिला अध्यक्ष उमेश राणा द्वारा होटल रॉयल पैलेस में सीएमओ रेखा शर्मा व स्टाफ नर्स मोनिका त्यागी,स्टाफ नर्स वंदना चौधरी

उनकी टीम स्वास्थ्य कर्मचारियों का पटका पहनाकर भारतीय जनता पार्टी हापुड़ द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम के संयोजक पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ विकास अग्रवाल महामंत्री पुनीत गोयल श्यामेनदर त्यागी मोहन सिंह दक्षिण मंडल के अध्यक्ष प्रवीण सिंघल व उत्तरी मंडल के अध्यक्ष विनीत दीवान आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

उत्तराखंड में संक्रमितों की संख्या में इजाफा

​ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में एक महिला समेत चार लोगों के कोविड सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। इस प्रकार प्रदेश में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या 325 हो गई है।
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि रानीपोखरी क्षेत्र की एक अप्रवासी 32 वर्षीय महिला जो कि बीती 21 मई को मुंबई से यहां आई थी। उसका कोविड सैंपल पॉजिटिव पाया गया है, यह महिला 22 मई को एम्स की स्क्रीनिंग ओपीडी में जांच के लिए आई थी। जहां पर उसका स्वाब सैंपल लिया गया था। आज उसकी कोवीड19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह महिला 21 मई से सीमा डेंटल कॉलेज, ऋषिकेश में क्वॉरेंटाइन है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा एम्स में रुड़की के तीन अन्य सैंपल भी पॉजिटिव पाए गए है। इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर को अवगत करा दिया गया है।


सीआरसी स्कूल में 3 महिनों का शुल्क माफ

सीआरसी पब्लिक स्कूल के पबंधक ने तीन महीनों का ट्यूशन शुल्क माफ किया I

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। कोविड-19 संक्रमण ने वैश्विक महामारी का रूप ले लिया है I यह एक जानलेवा बीमारी है ,जिसका फ़िलहाल कोई इलाज नहीं है I  कोविड-19 की वजह से आज पूरी दुनियां के लोग समाजिक, आर्थिक,एवं मानसिक परेशनियों से जूझ रहे हैं I लगातार पीछले 60 दिनों से लॉक डाउन की  वजह से समाज के सभी वर्गों के लोग, चाहे किसी पेशा ,व्यवसाय या रोजगार से जुड़े हो, आर्थिक परेशानी झेल रहे हैं I 

 ऐसे में सीआरसी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक श्री दीपक चौधरी एवं श्री गजेन्दर सिंह ने बच्चों की पढाई, उनके उज्ज्वल भविष्य एवं अविभावकों की आर्थिक परेशानी के मद्देनजर  विद्यालय में पढ़ रहे सभी छात्र-छात्राओं की अप्रैल 2020 से जून 2020 तक (तीन महीनों का ) ट्युशन शुल्क माफ़ कर दिया है, साथ ही लॉक डाउन तक कोई नामांकन शुल्क भी नहीं लेने का निर्णय लिया है I 

स्कूल के प्राचार्य ने डा० केएम ईश्वर ने विद्ध्यालय के प्रबंधक श्री दीपक चौधरी एवं श्री गजेन्दर सिंह को इस साहसिक कार्य एवं नेक कदम की सराहना की I उन्होंने प्रबंधक के कुशल मार्गदर्शन एवं रचनात्मक सहयोग की भी प्रसंसा की जिसके कारण विद्यालय में काम करने वाले किसी  कर्मी को लॉक डाउन का सामना नहीं करना पडाI बच्चोँ के सर्वांगीण विकास के प्रति अपनी प्रतिवद्धता दोहराते हुए प्राचार्य ने उत्साही, समर्पित एवं अनुभवी शिक्षकों के अथक प्रयास की भी सराहना की। जिसके बदौलत विद्यालय के छात्र-छात्राओं में शैक्षिक विकास के साथ-साथ उनके शारीरिक, मानसिक, नैतिक, अनुशासन एवं व्यक्तित्व का विकास संभव हो पाया है I उन्होंने कहा कि छात्रों की पढाई 3 अप्रैल से लगातार चल रही है ,इस बीच कई एक्टिविटी भी बच्चों ने की है I 

विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका ,श्रीमती नीतू करन ने इस राष्ट्रीय आपदा के समय विद्यालय के सभी बच्चों के तीन महीनों की फीस तत्काल प्रभाव से माफ करने के लिए विद्ध्यालय प्रशासन को आभार वयक्त करते हुए खुद को गौरवान्वित प्रतीत किया,कहा कि वह इस संसथान की हिस्सा हैं I स्कूल में काम कर रहे सभी शिक्षक एवं शिक्षिका शाहरुखन ,गुलशन झा , अर्चना त्यागी, सुनीता मल्लिक,भारती अवस्थी आदि ने भी इस कठिन समय में सहयोग के लिए विद्ध्यालय प्रशासन को आभार व्यक्त किया। अविभावकों से डिजिटल क्लास में दिए गए निर्देशों का पालन करने हेतु अपील की।

30 लाख से अधिक प्रवासी वापस लौटे

लखनऊ। कोविड 19 संक्रमण के खौफ़ के बीच लंबे लॉकडाउन के दौरान रोजगार के सभी रास्त खत्म हो जाने से 30 लाख से अधिक प्रवासी ​श्रमिक अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश वापस लौट आये हैं। जहां आज मजदूर बेहद बुरे दौर से जूझ रहे हैं, वहीं इनके नाम पर राजनैतिक गलियारों में जबदस्त राजनीति चल रही है। शिव सेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर न केवल तीखी टिप्पणियां की गई हैं, बल्कि उनकी तुलना हिटलर से कर दी गई है। जिस पर मुख्यमंत्री ने पलटवार किया है। योगी ने ट्वीट कर कहा है, ”एक भूखा बच्चा ही अपनी मां को ढूंढता है। अगर महाराष्ट्र सरकार ने ‘सौतेली मां’ बनकर भी सहारा दिया होता तो महाराष्ट्र को गढ़ने वाले हमारे उत्तर प्रदेश के निवासियों को वापस न आना पड़ता।” आपको याद दिला दें कि शिवसेना प्रवक्ता और सामना के संपादक संजय राउत ने एक लेख में कहा था कि उत्तर प्रदेश में मजदूरों को वापस नहीं घुसने दिया जा रहा। उनके साथ अमानवीय बर्ताव हो रहा है। राउत ने योगी को नसीहत भी दी थी कि उन्हें मन की आंखें खोलनी चाहिए। इसके बाद से ही उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों के इन दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच प्रवासी मजदूरों को लेकर जुबानी जंग शुरू हो चुकी है।


प्रदेशवासियों को मिलना चाहिए प्रवेश

मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने सोमवार को मांग की कि भविष्य में राज्य सरकार को अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों में से केवल उनको प्रवेश की अनुमति देनी चाहिए, जो वास्तविक रूप से यहां के हैं। उन्होंने कहा कि अब के बाद जब प्रवासी राज्य में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें पंजीकृत होना चाहिए और उनका पूरा व्यक्तिगत विवरण और पहचानपत्र पुलिस के पास पेश करना चाहिए।


ठाकरे ने कहा, “अगर इन आवश्यकताओं को पूरी लगन के साथ पूरा किया जाता है, तभी उन्हें (प्रवासियों को) महाराष्ट्र में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।” उनकी टिप्पणी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक कथित बयान के जवाब में आई है कि अगर किसी राज्य को उनके लोगों की सेवाओं की आवश्यकता है, तो इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी। ठाकरे ने कहा, अगर ऐसा है तो महाराष्ट्र में प्रवेश करने वाले किसी भी प्रवासी को महाराष्ट्र सरकार और राज्य पुलिस से अनुमति लेने की जरूरत होगी। महाराष्ट्र सरकार को इस मामले को गंभीरता से देखने की जरूरत है। यह याद किया जा सकता है कि 2008 में ये मामला उस समय खासा उछला था जब उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के प्रवासियों को कई महीनों तक निशाना बनाकर आंदोलन चलाया गया था। इस कारण बड़े पैमाने पर सामाजिक-राजनीतिक उपद्रव हुए थे और बाद में ठाकरे और अन्य के खिलाफ अदालती मामले दर्ज किए गए थे।


लगभग 14 साल बाद फिर ऐसा ही मुद्दा उठ रहा है। मोटे अनुमान के मुताबिक, मुंबई और पुणे महानगरीय क्षेत्रों के समृद्ध औद्योगिक-वाणिज्यिक बेल्ट से सबसे बड़ी संख्या में ऑटोरिक्शा, टैक्सियों, बसों, ट्रेनों आदि के द्वारा पिछले दो महीनों में एक लाख से अधिक प्रवासी महाराष्ट्र छोड़ चुके हैं।


संक्रमण के संबंध में महत्वपूर्ण रिसर्च

सिंगापुर। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि कोरोना वायरस के मरीज 11 दिनों के बाद संक्रमण नहीं फैलाते, भले ही वे 12वें दिन वे कोरोना पॉजिटिव ही बने रहें। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर नेशनल सेंटर फॉर इंफेक्शस डिजीजेज (NCID) एंड अकेडमी ऑफ मेडिसीन की स्टडी में ये बात पता चली है। अब तक ये समझा जाता रहा है कि कोरोना मरीज जब तक पॉजिटिव हैं, कोरोना संक्रमण फैला सकते हैं। वहीं रिसर्चर्स ने यह भी कहा है कि लक्षण दिखने के 2 दिन पहले से कोरोना मरीज संक्रमण फैला सकते हैं।


वैज्ञानिकों ने कहा है कि स्टडी के दौरान देखा गया कि कोरोना मरीजों में लक्षण दिखने के 7 से 10 दिन बाद तक संक्रमण फैलाने की क्षमता होती है। सिंगापुर नेशनल सेंटर फॉर इंफेक्शस डिजीजेज ने करीब 73 कोरोना मरीजों पर स्टडी की जिस दौरान उन्हें नई बात पता चली। वैज्ञानिकों ने कहा कि ये देखा गया कि 11 दिन के बाद कोरोना वायरस को आइसोलेट या Cultured नहीं किया जा सकता। वैज्ञानिकों ने कहा है कि लक्षण दिखने के एक हफ्ते बाद कोरोना मरीजों में एक्टिव वायरल रेप्लिकेशन घटने लगता है। नई जानकारी के आधार पर हॉस्पिटल इस बारे में फैसला ले सकते हैं कि मरीजों को कब डिस्चार्ज किया जाए। अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों में दो बार निगेटिव टेस्ट आने के बाद ही डॉक्टर ये मानते हैं कि कोरोना मरीज ठीक हो गए। हालांकि, सिंगापुर में की गई स्टडी का सैंपल साइज छोटा था लेकिन नई जानकारी डॉक्टरों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।


सिंगापुर के NCID की एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर लिओ यी सिन ने स्ट्रेट टाइम्स से कहा कि सैंपल साइज छोटा होने के बावजूद नई जानकारी को लेकर रिसर्चर्स विश्वस्त हैं। रिसर्चर्स का मानना है कि बड़े सैंपल साइज में भी ऐसे ही परिणाम देखने को मिलेंगे। लिओ यी सिन ने कहा- वैज्ञानिक दृष्टि से मैं काफी आश्वस्त हूं, इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि कोरोना मरीज 11 दिन बाद संक्रामक नहीं होते हैं।


बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार सुबह तक दुनिया में कोरोना के मामलों की संख्या 54 लाख से अधिक हो चुकी है।दुनियाभर में कोरोना से 3 लाख 45 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक तरफ दुनिया में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन कई देशों में लॉकडाउन में ढील दी जा रही है। हालांकि, दुनिया के कई देश वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं।


ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन से पूरी दुनिया को उम्मीदें हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी ChAdOx1 नाम की वैक्सीन पर काम कर रही है। लेकिन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ही एक वैज्ञानिक ने ये कहकर चौंका दिया है कि ChAdOx1 वैक्सीन के ट्रायल के सफल होने की उम्मीद 50 फीसदी ही है। उन्होंने अत्यधिक उम्मीद करने को लेकर चेतावनी दी।


ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन डेवलपमेंट टीम का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिकों में शामिल एड्रियन हिल ने कहा कि आने वाले ट्रायल में 10 हजार वॉलेंटियर्स को शामिल किया जा रहा है। लेकिन हो सकता है कि इससे कोई रिजल्ट ना मिले क्योंकि ब्रिटेन में तेजी से कोरोना वायरस के मामले घट रहे हैं। बीते हफ्ते अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने अपनी कोरोना वैक्सीन के पहले राउंड के ट्रायल की जानकारी दी थी। पहले राउंड में सिर्फ आठ लोगों को वैक्सीन दी गई थी। लेकिन कंपनी ने कहा कि वैक्सीन सुरक्षित मालूम पड़ती है और इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती है। वहीं, चीन में बनाई गई एक कोरोना वैक्सीन का करीब 108 लोगों पर ट्रायल किया गया। मेडिकल जर्नल The Lancet में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रायल के दौरान पता चला कि वैक्सीन वायरस के खिलाफ इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती है और कारगर साबित हो सकती है।


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