इस्लामाबाद। पाकिस्तान में 99 यात्रियों के साथ दुर्घटना का शिकार हुए प्लेन में कुल 97 लोगों की मौत हो गई और दो सुरक्षित बच गए। जाको राखे साइयां मार सके न कोय… कई बार इस तरह के हादसे में यही पंक्ति जिक्र में शामिल होती है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का यह प्लेन लाहौर से कराची आ रहा था।
जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के करीब आवासीय इलाके में यह हादसे का शिकार हो गया। कराची में लैंडिंग से कुछ ही मिनट पहले यह हादसा हुआ। शुक्रवार दोपहर को मलिर (Malir) के मॉडल कालोनी के करीब हीशािका जिन्ना गार्डेन (Jinnah Garden) इलाके में लाहौर से आने वाली फ्लाइट PK-8303 दुर्घटना का शिकार हो गई। वहां मौजूद 11 लोग जख्मी हो गए। प्लेन क्रैश में कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
नेशनल कैरियर एयरबस A320 एयरक्राफ्ट में 91 पैसेंजर और 8 क्रू मेंबर थे। 7 दिसंबर 2016 के बाद पाकिस्तान में यह सबसे बड़ा प्लेन क्रैश है। 2016 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का ATR-42 एयरक्राफ्ट चितरल (Chitral) से इस्लामाबाद आने के दौरान रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें सभी 48 यात्रियों की जान चली गई थी।
सिंध के स्वास्थ्य मंत्रीद अजरा पेचुहो के लिए मीडिया कोआर्डिनेटर मीरान युसुफ ने बताया कि शुक्रवार को नमाज के वक्त क्रैश हुआ और इसलिए घायलों में अधिकतर महिलाएं ही हैं। उन्होंने बताया कि सभी घायलों के हालत में सुधार है। वहीं प्लेन क्रैश में सुरक्षित बचे दो लोगों में से एक बैंक ऑफ पंजाब के जफर मसूद हैं। उन्होंने अपनी मां को फोन कर अपने सुरक्षित होने की जानकारी दी।
PIA अधिकारी के अनुसार, रडार से एयरक्राफ्ट गायब होने से कुछ ही देर पहले कैप्टन ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचित किया था कि लैंडिंग गियर में उन्हें परेशानी हो रही हैैै। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। PIA चीफ एक्जीक्यूटीव एयर वाइस मार्शल अरशद मलिक (Air Vice Marshal Arshad Malik) ने कहा कि पायलट ने ट्रैफिक कंट्रोल को तकनीकी मुश्किलों के बारे में बताया था।
उन्होंने कहा, ‘दुर्घटना का वास्तविक कारण जांच के बाद सामने आएगा जो निष्पक्ष होगा और इसे मीडिया को उपलब्ध कराया जाएगा।’