शनिवार, 23 मई 2020

पाक में विमान दुर्घटना, 97 लोगों की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में 99 यात्रियों के साथ दुर्घटना का शिकार हुए प्लेन में कुल 97 लोगों की मौत हो गई और दो सुरक्षित बच गए। जाको राखे साइयां मार सके न कोय… कई बार इस तरह के हादसे में यही पंक्ति जिक्र में शामिल होती है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का यह प्लेन लाहौर से कराची आ रहा था।


जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के करीब आवासीय इलाके में यह हादसे का शिकार हो गया। कराची में लैंडिंग से कुछ ही मिनट पहले यह हादसा हुआ। शुक्रवार दोपहर को मलिर (Malir) के मॉडल कालोनी के करीब हीशािका जिन्ना गार्डेन (Jinnah Garden) इलाके में लाहौर से आने वाली फ्लाइट PK-8303 दुर्घटना का शिकार हो गई। वहां मौजूद 11 लोग जख्मी हो गए। प्लेन क्रैश में कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।


नेशनल कैरियर एयरबस A320 एयरक्राफ्ट में 91 पैसेंजर और 8 क्रू मेंबर थे। 7 दिसंबर 2016 के बाद पाकिस्तान में यह सबसे बड़ा प्लेन क्रैश है। 2016 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का ATR-42 एयरक्राफ्ट चितरल (Chitral) से इस्लामाबाद आने के दौरान रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें सभी 48 यात्रियों की जान चली गई थी।


सिंध के स्वास्थ्य मंत्रीद अजरा पेचुहो के लिए मीडिया कोआर्डिनेटर मीरान युसुफ ने बताया कि शुक्रवार को नमाज के वक्त क्रैश हुआ और इसलिए घायलों में अधिकतर महिलाएं ही हैं। उन्होंने बताया कि सभी घायलों के हालत में सुधार है। वहीं प्लेन क्रैश में सुरक्षित बचे दो लोगों में से एक बैंक ऑफ पंजाब के जफर मसूद हैं। उन्होंने अपनी मां को फोन कर अपने सुरक्षित होने की जानकारी दी।


PIA अधिकारी के अनुसार, रडार से एयरक्राफ्ट गायब होने से कुछ ही देर पहले कैप्टन ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचित किया था कि लैंडिंग गियर में उन्हें परेशानी हो रही हैैै। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। PIA चीफ एक्जीक्यूटीव एयर वाइस मार्शल अरशद मलिक (Air Vice Marshal Arshad Malik) ने कहा कि पायलट ने ट्रैफिक कंट्रोल को तकनीकी मुश्किलों के बारे में बताया था।


उन्होंने कहा, ‘दुर्घटना का वास्तविक कारण जांच के बाद सामने आएगा जो निष्पक्ष होगा और इसे मीडिया को उपलब्ध कराया जाएगा।’


विशेष केमिकल खत्म करेगा 'वायरस'

कानपुर। खतरनाक कोरोना वायरस को दस मिनट में एक विशेष केमिकल से खत्म किया जा सकता है। इसे एचबीटीयू के पेंट टेक्नोलॉजी विभाग ने तैयार किया है। अहम बात है कि इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। तैयार किए गए सिल्वर नैनो पार्टिकल हाइड्रोजनपर ऑक्साइड केमिकल के सैंपल जांच के लिए गुड़गांव की एनएबीएल लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आते ही उपयोग शुरू हो जाएगा। हालांकि एचबीटीयू की लैब में इसका परीक्षण सफल रहा है। विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण मैथानी का दावा है कि इस केमिकल से कोरोना का प्रकोप खत्म किया जा सकता।


प्रो. मैथानी के मुताबिक सेनेटाइजेशन में इस्तेमाल हो रहे सोडियम हाइपोक्लोराइड केमिकल काफी हानिकारक हैं। लोहे में पड़ने पर जंग लग रही है। व्यक्ति जब इसका प्रयोग करता है तो एलर्जी और खुजली की दिक्कत हो रही है। दीवार पर सफेद रंग के धब्बे पड़ जा रहे हैं। दावा किया कि विशेष केमिकल का असर खत्म नहीं होता है।


सब्जी से लेकर हर जगह उपयोग, दाम कम
उनका कहना है कि केमिकल का उपयोग कोरोना का प्रकोप खत्म करने के लिए कई महत्वपूर्ण जगहों पर भी किया जा सकता है। सब्जी, फल, अस्पताल, स्कूल और होटल आदि जगहों पर इसका प्रयोग कर सकते हैं। इससे मरीज समेत अन्य किसी को खतरा भी नहीं होगा। उनके मुताबिक सोडियम हाइपोक्लोराइड एक लीटर में 60 ग्राम उपयोग होता है जबकि विशेष केमिकल एक लीटर में सिर्फ 10 ग्राम उपयोग होगा। इसकी कीमत भी काफी कम है।


10 मिनट में उड़ जाता, राइनो वायरस में हुआ उपयोग
प्रो. मैथानी के मुताबिक विशेष केमिकल 10 मिनट में कोरोना के असर को खत्म करके खुद ब खुद उड़ जाता है। इसका कोई भी इफेक्ट नहीं रहता है, जबकि अन्य केमिकल का रहता है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंसन जार्जिया अमेरिका ने विशेष केमिकल का उपयोग करके राइनो, एच वन और एन वन आदि वायरस पर काबू पाया है।


किरायेदारों को किराए में छूट नहींः एससी

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को अपने महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर देशभर में जारी लॉकडाउन में किरायेदारों का किराया माफ या भुगतान करने से छूट नहीं दी जा सकती है। हालांकि, न्यायालय ने कहा है कि लॉकडाउन के मद्देनजर किरायेदार को राहत के तौर पर इसे कुछ दिन के लिए टाला या किस्तों में भुगतान की इजाजत दी जा सकती है।


जस्टिस प्रतिभा एम. सिंह ने कहा है कि किरायेदार लॉकडाउन संकट जैसी ‘जबरदस्ती की स्थिति’ को लागू नहीं कर सकते क्योंकि वह दुकान खाली नहीं करना चाहते थे और परिसर पर अब भी कब्जा बनाए हुए हैं। उच्च न्यायालय ने खान मार्केट के कुछ दुकानदारों की याचिका पर यह फैसला दिया है।


किराये से छूट मांगी थी : दुकानदारों ने याचिका में कहा था कि लॉकडाउन के दौरान वे दुकान का इस्तेमाल करने में असमर्थ थे, ऐसे में उन्हें किराये का भुगतान करने से छूट दी जाए। न्यायालय ने उनकी मांग को खारिज करते हुए कहा है कि बेदखली के आदेश होने के बाद भी वह (दुकानदार) दुकान खाली नहीं करना चाहते थे। इसके साथ ही उच्च न्यायालय ने कहा है कि अब सवाल उठता है कि क्या लॉकडाउन के चलते किरायेदार किराये के भुगतान से छूट या इसे स्थगित करने की मांग करने का हकदार होगा।


न्यायालय ने कहा कि इससे देशभर में हजारों मामले सामने आएंगे। उच्च न्यायालय ने कहा है कि हालांकि, इस तरह के मामलों से निपटने के लिए कोई मापदंड निर्धारित नहीं किया जा सकता है, लेकिन फिर भी कुछ व्यापक मापदंडों को ध्यान में रखा जा सकता है ताकि इस तरह के मामलों उत्पन्न होने वाले विवादों का समाधान हो सके।


तेज गति से हो रही है वैक्सीन की खोज

लंदन।  कोरोना वायरस की वजह से फैली महामारी पर काबू पाने के लिए दुनियाभर में वैक्सीन की खोज पर काम तेजी से चल रहा है। इस बीच यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं ने शुक्रवार को कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन पर शुरुआती कामयाबी की पुष्टि करते हुए कहा कि वे मानव स्तर पर टेस्टिंग के दूसरे लेवल में जा रहे हैं।


यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ता दूसरे चरण के परीक्षण के लिए 10,000 से अधिक लोगों की भर्ती शुरू करते हुए अगले स्तर पर जा रहे हैं। वैक्सीन पर परीक्षण का पहला चरण पिछले महीने शुरू हुआ था, जिसमें 55 साल से कम आयु के 1,000 स्वस्थ व्यस्कों और स्वयंसेवकों पर ट्रायल किया गया था। अब उनके इम्यून सिस्टम पर पड़ने वाले असर को देखने के लिए 70 साल से अधिक और 5 से 12 साल के बच्चों समेत 10,200 से अधिक लोगों को अध्ययन के लिए नामांकित किया जाएगा।


एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि ChAdOx1 nCoV-19 नाम के वैक्सीन ने बंदरों के साथ छोटे से अध्ययन में कुछ आशाजनक परिणाम दिखाया है। यूनिवर्सिटी के जेनर इंस्टीट्यूट में वैक्सीनोलॉजी की प्रोफेसर सारा गिलबर्ट ने कहा, ‘COVID-19 वैक्सीन ट्रायल टीम ChAdOx1 nCoV-19 की सुरक्षा और इम्युनोजेनेसिटी और वैक्सीन प्रभावकारिता का आकलन करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि हम 55 साल से अधिक उम्र के लोगों से पहले से ही बहुत रुचि रखते हैं, जो पहले चरण के रिसर्च में हिस्सा लेने के योग्य नहीं थे, और अब हम टीकाकरण जारी रखने के लिए वृद्ध आयु समूहों को शामिल करने में सक्षम होंगे. हम देश के कई हिस्सों के साथ-साथ अधिक अध्ययन स्थलों को भी शामिल करेंगे।


ChAdOx1 nCoV-19 एक वायरस (ChAdOx1) से बना है, जो एक सामान्य कोल्ड वायरस (एडेनोवायरस) का कमजोर संस्करण है जो कि चिंपैजी में संक्रमण का कारण बनता है, जो आनुवांशिक रूप से ऐसा रहा है कि यह मनुष्यों में दोहराने के लिए असंभव है। स्वयंसेवकों की इस नई टीम के साथ शोधकर्ता विभिन्न उम्र के लोगों में वैक्सीन के प्रति प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का आकलन करेंगे ताकि यह पता लगाया जा सके कि वृद्ध लोगों या बच्चों में इम्यून सिस्टम कितनी अच्छी तरह से प्रतिक्रिया करती है।अध्ययन के तीसरे चरण में 18 साल से अधिक आयु के लोगों पर अध्ययन किया जाएगा कि यह उन पर किस तरह से काम करता है।


हित की रक्षा के लिए 'किसान न्याय योजना'

रायपुर। किसानों के हितों की रक्षा के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई राजीव गांधी किसान न्याय योजना के लिए राज्य के विभिन्न अंचलों के किसान प्रतिनिधि एवं कृषणगण आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार जताया। किसान प्रतिनिधियों एवं किसानों ने इस मौके पर राजीव गांधी किसान न्याय योजना की सराहना की और कहा कि इस योजना को शुरू कर प्रदेश सरकार ने न सिर्फ किसानों के हितों की रक्षा की है, बल्कि प्रदेश सरकार ने किसानों से किए अपने वायदे को निभाया है। किसानों ने प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की बेहतरी हेतु लिए गए फैसले और राज्य में खेती-किसानी को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। किसानों ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार को सदैव सहयोग एवं अपना समर्थन का संकल्प दोहराया। इस मौके पर किसान प्रतिनिधियों एवं किसानों ने कोरोना संकट के काल में छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा में जुटे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का साथ देने के लिए अपनी ओर से मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए दान राशि का चेक भेंट किया।


हरियाणा में रेल यात्रा को मिली हरी झंडी

भिवानी। ट्रेनाें में सफर करने वाले यात्रियों के लिए गुड न्यूज है। रेलवे की ओर से ट्रेनों का संचालन एक जून से आरंभ किया जा रहा है। कोरोना महामारी के चलते रेलवे ने कड़े नियमों के साथ 100 पेयर ट्रेन चलाने की बुधवार शाम घोषणा की थी। जिलावासियों के लिए इनमें से एक ट्रेन दो जून से भिवानी जंक्शन से गोरखपुर के लिए अपने पूर्व निर्धारित समय शाम साढ़े पांच बजे जाएगी। इसके बाद गोरखधाम सुपरफास्ट ट्रेन गाेरखपुर-हिसार के लिए रवाना हाेगी। बता दें कि ट्रेनों के लिए टिकट की बुकिंग भिवानी जंक्शन के रिजर्वेशन काउंटर पर केवल एक सीट पर शुरू हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के चलते ट्रेनों के संचालन के दौरान नियमों में भी कई बदलाव किए गए हैं। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि इनमें जनरल कोच में भी सफर करने के लिए रिजर्वेशन की जरूरत होगी। बिना कन्फर्म टिकट के यात्री जनरल कोच में भी यात्रा नहीं कर सकेंगे। सफर से पहले यात्रियों को डेढ़ घंटा पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा और इस दौरान उनकी थर्मल स्क्रीनिंग होगी। आरपीएफ निरीक्षक उषा निरंकारी ने बताया कि यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना आदि जरूरी है।

आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ट्रेनों की रिजर्वेशन शुरू
ट्रेन में बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल एप से ऑनलाइन ई-टिकटिंग की सुविधा होगी। पास धारकों, वाउचर्स पर ही आरक्षण किया जाएगा तथा अन्य कार्यालय कार्यों के लिए आरक्षण काउंटर खोला जाएगा। एजेंट भी इन ट्रेनों के लिए टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। सिर्फ रेलवे की वेबसाइट से ही टिकट की बुकिंग की जा सकेगी।

यात्रियों को जून माह से उपलब्ध हो सकेंगी ट्रेनें

^रेलवे की ओर से 200 ट्रेन चलाने की घोषणा की गई है। भिवानी जंक्शन से गोरखपुर के लिए दो जून की शाम साढ़े पांच बजे गोरखधाम सुपरफास्ट को चलाया जाएगा। भिवानी जंक्शन पर टिकटों के आरक्षण के लिए सुबह आठ बजे से दोपहर तीन बजे तक एक आरक्षण विंडाें खुली रहेगी।
-जीके गुप्ता, स्टेशन अधीक्षक, भिवानी।

कोरोनाः प्रशासन को योगी के कड़े निर्देश

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने तथा भीड़ एकत्र न होने देने के लिए प्रभावी पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बाजारों में नियमित तौर पर फुट पेट्रोलिंग करने को कहा है। यह जानकारी अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने ग्रामीण इलाकों में भी सघन पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही हाई-वे और एक्सप्रेस-वे पर 112 की पीआरवी के माध्यम से पेट्रोलिंग कराने को कहा है। मुख्यमंत्री का कहना है कि केंद्र सरकार की नवीनतम गाइड लाइंस के अनुसार लॉक डाउन अवधि में अनुमन्य गतिविधियों का दायरा बढ़ाए जाने के कारण प्रभावी पेट्रोलिंग जरूरी है।


श्रमिकों से असुरक्षित यात्रा न करने की अपील


अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि गोरखपुर में अब तक 129 ट्रेनों से 157715 कामगार एवं श्रमिक आए हैं, जबकि लखनऊ में 60 ट्रेनों के माध्यम से 75600 लोग आए हैं। इसी तरह वाराणसी में 43, आगरा में 10, कानपुर में 12, जौनपुर में 56, बरेली में 09, बलिया में 26, प्रयागराज में 32, रायबरेली में 12, प्रतापगढ़ में 30, अमेठी में 13, मऊ में 14, अयोध्या में 26, गोण्डा में 49, उन्नाव में 30, बस्ती में 33 और आजमगढ़ में 22 ट्रेनें आ चुकी हैं।


उन्होंने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 322 ट्रेनों से 448300 लोग, महाराष्ट्र से 167 ट्रेनों से 211585 लोग तथा पंजाब से 134 ट्रेनों से 152321 प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को लाया गया है। प्रदेश के अंदर भी ट्रेनें चलाई गई हैं। उन्होंने श्रमिकों से अपील की कि प्रदेश में कोई पैदल यात्रा न करे। प्रवासी श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध या असुरक्षित वाहनों से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार सभी प्रवासी श्रमिकों के लिए सुरक्षित यात्रा के लिए पर्याप्त बसों व ट्रेनों की व्यवस्था कर रही है।


मुंबई में शराब की होम डिलीवरी की अनुमति

मुंबई । मुम्बई में कंटेनमेंट जोन्‍स को छोड़कर बाकी शहर में शराब की होम डिलीवरी की अनुमति दे दी है, लेकिन अभी शराब की काउंटर पर बिक्री नहीं होगी। बृहन्‍नमुंबई महानगरपालिका निगम ने शुक्रवार को अपने आदेश में कहा है कि “ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का उपयोग शराब की दुकानों की ओर से होम डिलीवरी के लिए जा सकता है।” इससे पहले शहर में पहले शराब की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था।बीसीएम ने केवल परमिट धारकों को शराब की डिलीवरी की इजाजत दी है।
ज्ञात रहे कि कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के बीच जब देश में शराब की दुकानें खोलने का निर्णय लिया गया था तो दुकानों पर सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों को बड़े पैमाने पर उल्‍लंघन हुआ था। कई जगह तो शराब की दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई थी।


विचारधारा पर वायरस का प्रभाव नहीं

नई दिल्ली। अगर आप सोच रहे होंगे कि कोरोना वायरस (Coronavirus) से जूझ रहे देश में राजनीतिक पार्टियां चुनावी गुणा-भाग में नहीं लगीं है तो आप गलत साबित हो सकते हैं क्योंकि राजनीति में जब कुछ न होता दिख रहा है तो उसे शांत जल की तरह समझना चाहिए जिसमें धाराएं एक दूसरे को अंदर ही अंदर काटती रहती हैं। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 में होने हैं, लेकिन राजनीतिक दलों ने हमेशा की तरह अपने मुद्दे तलाशने शुरू कर दिए हैं। कोरोना संकट के बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को जमकर घेरा है। लेकिन इसमें उनका साथ देने के लिए राज्य के दो प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी सामने नहीं आए। दरअसल प्रियंका गांधी की उत्तर प्रदेश में अतिसक्रियता इन दोनों दलों के लिए ठीक नहीं है और इस बात को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव 2019 के ही समय समझ लिया था।


दरअसल प्रियंका गांधी की टीम का फोकस दलित वोटरों पर भी है जो मायावती का कोर वोटर हैं। मायावती ने कांग्रेस से कितना नाराज हैं इस बात का अंदाजा उनके गुरुवार को हुए ट्वीट  से लगा सकते हैं जिसमें उन्होंने लिखा,'राजस्थान की कांग्रेसी सरकार द्वारा कोटा से करीब 12000 युवा-युवतियों को वापस उनके घर भेजने पर हुए खर्च के रूप में यूपी सरकार से 36.36 लाख रुपए और देने की जो मांग की है वह उसकी कंगाली व अमानवीयता को प्रदर्शित करता है। दो पड़ोसी राज्यों के बीच ऐसी घिनौनी राजनीति अति-दुखःद.।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 24, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-285 (साल-01)
2. रविवार, मई 24, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- दूज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:41,सूर्यास्त 07:10।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-41+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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शुक्रवार, 22 मई 2020

'पीएम' का तूफान प्रभावित क्षेत्र का दौरा

 कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भीषण चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ से बुरी तरह प्रभावित पश्चिम बंगाल के इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए शुक्रवार सुबह यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचे। राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां हवाई अड्डे पर माेदी का स्वागत किया। पश्चिम बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में बुधवार रात को भीषण चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ ने भारी तबाही मचाई थी। तूफान के कारण राज्य में कम से कम 72 लोगों की मौत हो चुकी है। 


51,09,937 संक्रमित, 3,30,106 की मौत

न्यूयॉर्क! दुनिया में अब तक 51 लाख 9 हजार 937 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। 20 लाख 38 हजार 359 ठीक हुए हैं। मौतों का आंकड़ा 3 लाख 30 हजार 106 हो गया है। अमेरिका की बात करे तो यहां पिछले 24 घंटे में 22 हजार 140 केस सामने आए। 1561 संक्रमितों की मौत हुई। इसके साथ ही यहां संक्रमितों की संख्या 15 लाख 91 हजार 991 और मृतकों का की संख्या 94 हजार 994 हो गई। वहीं इस बीच अमेरिका के स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी ने चिंता जताई है कि सर्दियों में कोरोना वायरस का प्रकोप एक बार फिर अमेरिका पर मंडरा सकता है। ऐसे में अगर अमेरिका में दोबारा कोरोना फैलता है तो इस खतरे का सामना पूरी दुनिया को करना होगा।


अमेरिका की सरकारी संस्था सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) के प्रमुख डॉक्टर रॉबर्ट रेडफील्ड ने कहा है कि जिस प्रकार से दक्षिणी गोलार्ध में कोविड 19 (Covid-19) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उससे यही आशंका है कि यह शरद ऋतु और सर्दियों में अमेरिका में फिर चरम पर लौट सकता है। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अमेरिका को अगले कुछ महीनों में महामारी की पहचान करने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो तब संकट पैदा हो जाएगा जब कोविड-19 और मौसमी फ्लू दोनों का खतरा एक साथ सामने आ जाएगा।


डॉ रॉबर्ट ने कहा, ‘हमने इस बात के प्रमाण देखे हैं कि ये पहले फ्लू की तरह दक्षिणी गोलार्ध में जाएगा, जैसे कि अभी ये ब्राजील में है। जब दक्षिणी गोलार्ध में इसका प्रकोप पूरा होगा तो मुझे आशंका है कि ये फिर उत्तरी गोलार्ध की ओर बढ़ेगा। डॉ रॉबर्ट ने कहा कि कोरोना वायरस ने अमेरिका को घुटनों पर ला दिया है। सच्चाई ये है कि ये किसी एक व्यक्ति का दोष नहीं है। अमेरिका कई दशकों से इस तरह के संकट के लिए तैयार नहीं था।

अगले साल जून-जुलाई तक नहीं आएगी कोरोना वैक्सीन

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन के दस्तावेजों के मुताबिक कहा गया है कि 2021 में जून-जुलाई महीने तक कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पाएगी। वहीं यह भी आशंका जताई गई है कि कोरोना एक बार फिर गंभीर रूप से फैल सकता है।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...