शुक्रवार, 22 मई 2020

एलओसी पर 5वे दिन संघर्ष विराम का उल्लंघन

जम्मू। पाकिस्तान ने शुक्रवार को लगातार 5वें दिन नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। सेना ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिलों में छोटे हथियारों और मोर्टार्स का पाकिस्तानी सेना की ओर से प्रयोग किया गया।


पाकिस्तानी सेना ने लगातार पांचवें दिन दो जिलों में नियंत्रण रेखा पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाने के लिए मोर्टार दागे।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, “पाकिस्तान ने जम्मू एवं कश्मीर में 22 मई को लगभग 3.30 बजे तड़के पुंछ जिले के कृष्णाघाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास मोर्टार सहित छोटे हथियारों से गोलीबारी कर युद्धविराम का उल्लंघन किया।”


उन्होंने कहा, “भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाबी कार्रवाई कर रही है।” सेना ने कहा, “पाकिस्तान ने जम्मू के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में सुबह लगभग 7.20 बजे फिर से अकारण गोलीबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन शुरू किया। भारतीय सेना इस पर भी करारा जवाब दे रही है।”


गौरतलब है कि अक्टूबर 2003 में दोनों देशों के बीच हुए द्विपक्षीय युद्धविराम समझौते का पाकिस्तान अक्सर उल्लंघन करता रहा है।


सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के इरादे से पाकिस्तानी सेना द्वारा अक्सर ही इस प्रकार से युद्धविराम का उल्लंघन किया जाता है। वे आतंकियों को नियंत्रण रेखा के पार भारतीय इलाके में भेजने के लिए जानबूझकर गोलीबारी कर उन्हें कवर फायर प्रदान करते हैं।


भीषण गर्मी और खतरनाक घमोरियां

गर्मी के मौसम में बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को घमौरियां बहुत ही कष्ट पहुंचाती हैं. इस मौसम में न सिर्फ कई तरह की बीमारियां पैदा होती हैं बल्कि शरीर में घमौरियों की वजह से तेज खुजली भी होती है. घमौरी से शरीर खुजलाने के कारण जलन और इचिंग भी बढ़ जाती है. इससे शरीर पर रैशेज भी हो जाते हैं. त्वचा संबंधी यह दिक्कत यूं तो बहुत बड़ी नहीं होती लेकिन सभी को परेशान कर देती है. आप चाहें तो इसे घर पर ही कुछ आसान टिप्स की मदद से ठीक कर सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कौन से हैं वो घरेलू नुस्खे.
क्या होती है घमौरी
चिलचिलाती हुई गर्मी में जब पसीने की वजह से स्किन के पोर्स बंद हो जाते हैं, तो शरीर पर लाल रंग के छोटे-छोटे दानें निकल आते हैं. इनमें बेहद तेज खुजली होती है और जलन महसूस होती है. इन्हीं दानों को घमौरियां कहते हैं. यह अक्सर पीठ, छाती, बगल व कमर के आसपास होती है. यह कई बार अपने आप ठीक हो जाती हैं मगर कई बार इन्हें कुछ उपायों सो ठीक करना पड़ता है.
मुल्तानी मिट्टी
मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल लंबे समय से घमौरियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है. यह बंद पोर्स को खोलती है और स्किन को रिफ्रेश करती है. इसे लगाने के लिए इसको गुलाब जल के साथ मिक्स करें. फिर प्रभावित जगह पर लगा कर 20 मिनट के लिए छोड़ दें. गर्मियों में इसे रोज लगाएं और जब फर्क दिखाई पडऩे लगे तो एक दिन छोड़ कर लगाना शुरू करें. जल्द ही असर नजर आएगा.
खीरा
गर्मी की वजह से स्किन पर होने वाली खुजली को खीरा लगाकर आसानी से ठीक किया जा सकता है. यह त्वचा को तुरंत निखारता है और ठंडक पहुंचाता है. इसके लिए आधा खीरा लेकर उसे छीलें और पतले स्लाइस काट लें. इन्हें कुछ मिनटों के लिए फ्रिज में ठंडा करें और फिर उन्हें घमौरियों पर लगाएं.
बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडे में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. यह गर्मी और पसीने की वजह से शरीर पर पैदा होने वाले संक्रमण को रोकने में मदद करता है. 2 चम्मच बेकिंग सोडा को 1 कटोरी पानी में मिलाकर शरीर के प्रभावित क्षेत्र को साफ करें. रोजाना दिन में 2 बार ऐसा करने से लाभ मिलता है.
एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जो गर्मी के कारण होने वाली घमौरियों से राहत दिलाते हैं. यह खुजली के साथ लाल रंगे के रैशेज को भी दूर करता है. अगर आपको घमौरियों से बचना है तो ताजा एलोवेरा जेल लगाएं. इसे कम से कम दिन में दो बार जरूर लगाएं.
बर्फ
बर्फ की ठंडक त्वचा की गर्मी और खुजली को शांत करती है. एक कॉटन के कपड़े में 2-3 आइस क्यूब लेकर उसे घमौरी वाली जगह पर लगाएं. आप चाहें तो पानी में बर्फ डालकर उसे पिघलने दें और फिर उसमें कपड़ा भिगोकर प्रभावित क्षेत्र की सिकाई कर सकते हैं. बर्फ लगाने से खुजली में राहत मिलती है.


यूपी के बरेली मंडल में रेलगाड़ियां संचालित

तेजपाल नेगी


बरेली। रेल प्रशासन द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल पर काठगोदाम, रुद्रपुर सिटी, इज्जतनगर, फर्रुखाबाद, पीलीभीत, काशीपुर, अनवरगंज, एवं हाथरस सिटी रेलवे स्टेशनों पर यात्री आरक्षण केंद्र आज से शुरू हो गए हैं। उत्तराखंड से बाहर पहली पारी में प्रातः 8.00 बजे से 12.00 बजे तक एवं दूसरी पारी में अपराहन 13.00 बजे से 17.00 बजे तक एकल खिड़की खोली जा रही हैं। जिससे यात्री 1 जून 2020 से चलने वाली ट्रेनों में अपना आरक्षण सुनिश्चित कर सकेंगे।
उत्तराखंड में लाॅकडाउन कर्फ्यू के कारण यात्री आरक्षण केंद्र को 22 मई 2020 को पहली पारी में प्रातः 8.00 बजे से 12.00 बजे तक एवं दूसरी पारी में अपराहन 13.00 बजे से 16.00 बजे तक ही एकल खिड़की खोली जाएंगी।


न्याय का देवता 'शनि', जयंती विशेष

 शनि को एक क्रूर ग्रह माना जाता है और कहा जता है कि वो अशुभ फल भी देते हैं, लेकिन ये भी माना जाता है कि असल जिंदगी में ऐसा नहीं है क्योंकि शनि न्याय करने वाले देवता हैं और वो कर्म के हिसाब से कर्मफल देने वाले दाता हैं। वे बुरे कर्म करने वाले लोगों को बुरी सजा और अच्छे कर्म करने वाले को अच्छा परिणाम देते हैं। शनि जयंती (Shani jayanti) के दिन भक्त शनि देव की पूजा करते हैं तथा उन्हें शनि पीड़ा से मुक्ति की प्रार्थना (Prayer) करते हैं। शनि जयंती सबसे सुनहरा अवसर है शनि संबंधी सरल और पवित्र टोटके (Tricks) आजमाने के लिए। यह 15 सरलतम टोटके शुभ और हानिरहित हैं …


 

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  • पुराना जूता शनि जयंती के दिन चौराहे पर रखें।

  • शमशान घाट में लकड़ी का दान करें।

  • बहते पानी में नारियल विसर्जित करें।

  • शनि जयंती को सरसों का तेल हाथ और पैरों के नाखूनों पर लगाएं।

  • शनि जयंती के दिन बंदरों को काले चने, गुड़, केला खिलाएं।

  • शनि जयंती पर सरसों के तेल का छाया पात्र दान करें।

  • शनि जयंती से आरंभ कर चीटिंयों को 7 शनिवार काले तिल, आटा, शक्कर मिलाकर खिलाएं।

  • शनि जयंती की शाम पीपल के पेड़ के नीचे तिल या सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

  • शनि की ढैया से ग्रस्ति व्यक्ति को हनुमान चालीसा का सुबह-शाम जप करना चाहिए।

  • आर्थिक वृद्धि के लिए आप सदैव शनिवार के दिन गेंहू पिसवाएं और गेहूं में कुछ काले चने भी मिला दें।


 


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  • शनि जयंती को काले रंग की चिड़िया खरीदकर उसे दोनों हाथों से आसमान में उड़ा दें। आपकी दुख-तकलीफें दूर हो जाएंगी।

  • शनि जयंती को 10 बादाम लेकर हनुमान मंदिर में जाएं। बादाम वहां रख दें और 5 बादाम घर लाकर किसी लाल वस्त्र में बांधकर धन स्थान पर रख दें।

  • शनि जयंती को काले उड़द पीसकर उसके आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं।

  • शनि जयंती को आक के पौधे पर 7 लोहे की कीलें चढ़ाएं। काले घोड़े की नाल या नाव की कील से बनी लोहे की अंगूठी मध्यमा उंगली में शनि जयंती को सूर्यस्त के समय पहनें।

  • शनि जयंती के दिन लोहे का त्रिशूल महाकाल शिव, महाकाल भैरव या महाकाली मंदिर में अर्पित करें। शनि दोष के कारण विवाह में विलंब हो रहा हो, तो 250 ग्राम काली राई, नए काले कपड़े में बांधकर पीपल के पेड़ की जड़ में रख आएं और शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें।


दिल्ली की झुग्गी बस्ती में आग, सैकड़ों खाक

 नई दिल्ली! लॉकडाउन के बीच दिल्ली के कीर्ति नगर में झुग्गियों में रहने वाले दर्जनों परिवार पर गुरुवार रात कहर बनकर टूटी! कीर्ति नगर की टिंबर मार्केट के पीछे बनी झुग्गियों में अचानक आग लग गई! रात 11 बजे शुरू हुई आग की लपटों ने एकाएक सौ से ज्यादा झुग्गियों को चपेट में ले लिया! जानकारी के मुताबिक इनमें लकड़ी के फर्नीचर का काम होता था, यही वजह है कि आग बेकाबू हो गई! प्राप्त सूचना के अनुसार किसी प्रकार की हताहत होनेे की जानकारी नहीं हुई!


कूड़े के ढेर में लगी आग, मासूम की मौत

शिमला। कोरोना संकट के बीच जिला शिमला में एक दर्दनाक हादसा पेश आया। थाना ढली के अंतर्गत डाक बंगला स्थान के पास एक नेपाली मजदूर के ढारे में आग(Fire) लग गई। आग में झुलसने से मजदूर के दो साल के बेटे की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार ये हादसा बीती रात पेश आया। संत बहादुर नाम के नेपाली मजदूर (Nepali laborer) के ढारे में आग लग गई। उसके परिवार में 6 बच्चे व व पति-पत्नी को मिलाकर कुल आठ सदस्य हैं।


 


आगजनी में अन्य सभी सदस्य तो सुरक्षित हैं लेकिन परिवार वाले बच्चे को नहीं बचा पाए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस (police) मौके पर पहुंची और बच्चे के शव को आईजीएमसी ले जाया गया। बच्चे का पोस्टमार्टम कर उसे परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


51 शहरों के लिए एयर इंडिया भरेगी उड़ान

नई दिल्ली! 51 शहरों के लिए इंडिगो एयरलाइन की बुकिंग शुरू हो गई है! एयर इंडिया ने भी ट्वीट करके कहा है कि आज दोपहर 13.30 बजे से घरेलू उड़ानों की बुकिंग शुरू हो जाएगी! अन्य किसी भी एयर लाईन की बुकिंग अभी तक शुरू नहीं हुई है! डाइरेक्टर जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन की ओर से सभी एयर लाइंस को रूट और स्टेशन चार्ट दे दिया गया है! अब एयर लाइंस ख़ुद तय करेंगी की उन्हें किस रूट पर सेवाएं शुरू करनी है और उसके लिए बुकिंग कब से शुरू करें. कुल 8 एयरलाइंस को रूट एलॉट हुआ है जिनमें शामिल हैं- एयर इंडिया, एयर एशिया, एलायंस एयर, गो एयर, इंडिगो, स्पाइस जेट, ट्रू जेट, विस्तारा!





 

बता दें कि 25 मई को देश में घरेलू विमान सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी यानी डॉमिस्टिक एयर ट्रैवल को खोल दिया जाएगा. इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने फाइनल एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) के तहत गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. इसमें बताया गया है कि 25 मई से घरेलू यात्रियों को किन-किन नियमों का पालन करना होगा.

 

क्या हैं नई गाइडलाइंस

 

- घरेलू यात्रा के लिए पैसेंजर्स को 2 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचना जरूरी है.

- एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग करने के बाद ही अंदर एंट्री होगी.

- 14 साल से अधिक उम्र वाले पैसेंजर्स के लिए फोन में आरोग्य सेतु ऐप जरूरी है. आरोग्य सेतु में अगर ग्रीन नहीं दिखा तो एंट्री नहीं मिल पाएगी.

- यात्रियों को अपनी पर्सनल गाड़ी या आधिकृत टैक्सी सर्विस का उपयोग करना होगा.

- यात्रियों को ट्रॉली के उपयोग को कम से कम करना होगा.

- यात्रियों को बिना लाइन के बोर्डिंग पास मिलेगा.

सभी पैसेंजर्स को मास्क और ग्लव्स पहनना जरूरी होगा. जिनकी फ्लाइट के डिपार्चर में 4 घंटे का समय बाकी है उन्हें एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में एंट्री करने दी जाएगी. इससे ज्यादा समय वालों को एयरपोर्ट बिल्डिंग में एंट्री नहीं दी जाएगी.

नॉन पीजी के 282 पदों पर वैकेंसी निकाली

नई दिल्ली! सफदरजंग हॉस्पिटल व वीएमएमसी, दिल्ली की ओर से जूनियर रेजिडेंट (नॉन-पीजी) एमबीबीएस के पदों पर 282 वैकेंसी निकाली गई हैं। ये भर्तियां कॉन्ट्रेक्ट आधार पर की जाएंगी। इच्छुक उम्मीदवार 25 मई से 31 मई के बीच अपना आवेदन पत्र ao.academic@vmmc-sjh.nic.in पर भेजकर एप्लाई कर सकते हैं।


शैक्षणिक योग्यता
– आवदेक के पास एमबीबीएस डिग्री हो और दिल्ली मेडिकल काउंसिल (डीएमसी) में वह रजिस्टर हो।
– आवेदक ने अपना इंटर्नशिप 1 जुलाई 2016 को या उसके बाद पूरी की हो।


उन आवेदकों को स्वीकार नहीं किया जाएगा जिन्होंने किसी सरकारी अस्पताल में एक वर्षीय (नॉन पीजी) जूनियर रेजिडेंसी किया हुआ है। ऐसे में इन्हें आवेदन करने की जरूरत नहीं है।


कृषक कल्याण शुल्क में दी बड़ी राहत

मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण निर्णय कृषक कल्याण शुल्क में बड़ी राहत  

 

जयपुर! मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कृषक कल्याण शुल्क को लेकर खाद्य पदार्थ से जुड़े प्रदेशभर के व्यापारियों एवं उद्योगों की चिंताओं को समझते हुए उन्हें राहत देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय किया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि ज्वार, बाजरा, मक्का, जीरा, ईसबगोल सहित जिन कृषि जिंसों पर मंडी शुल्क पचास पैसा प्रति सैकड़ा है उन पर कृषक कल्याण शुल्क की वर्तमान दर दो रूपए प्रति सैकड़ा के स्थान पर पचास पैसा प्रति सैकड़ा प्रभारित की जाए। इसी प्रकार तिलहन-दलहन, गेहूं सहित जिन कृषि जिंसों पर मंडी शुल्क की दर एक रूपया तथा एक रूपया 60 पैसा प्रति सैंकड़ा है उन पर भी वर्तमान में प्रभारित दो रूपए प्रति सैकड़ा के स्थान पर एक रूपया प्रति सैकड़ा प्रभारित की जाए। ऊन को कृषक कल्याण शुल्क से मुक्त रखा जाएगा। 

 

श्री गहलोत ने गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास पर खाद्य पदार्थ के कारोबार से जुड़े प्रदेशभर के व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद यह निर्णय किया। इससे पहले इस संबंध में उन्होंने बीते दिनों हुई वीडियो कॉफ्रेंस के दौरान मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, उद्यमियों से भी राय जानी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषक कल्याण शुल्क के कारण उद्योगों एवं व्यापारियों को हो रही तकलीफ का एहसास राज्य सरकार को है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश के खाद्य पदार्थ से जुड़े कारोबारियों एवं कृषि प्रसंस्करण उद्योगों को राहत मिलेगी। प्रतापगढ़, झालावाड़, बांसवाड़ा, जालौर, सिरोही, कोटा, बारां, भरतपुर, धौलपुर, अलवर सहित प्रदेश के अन्य सीमावर्ती जिलों में पड़ोसी राज्यों के मुकाबले दरों का अंतर कम होगा और उन्हें प्रतिस्पद्र्धात्मक रूप से व्यापार करने में आसानी होगी। व्यापार बढ़ने से राज्य सरकार का राजस्व बढ़ेगा साथ ही करापवंचन भी रूक सकेगा।  

 

श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कृषि प्रसंस्करण उद्योगों एवं कृषि व्यवसाय को प्रोत्साहित किए जाने की दृष्टि से राजस्थान कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति लाई गई है। कृषि जिंसों पर प्रभारित होने वाली दरों को औचित्यपूर्ण किए जाने से कृषि प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और वे अन्य राज्यों की तुलना में प्रतिस्पद्र्धात्मक हो सकेंगे। इन उद्योगों को बढ़ावा मिलने से किसानों को भी अपनी उपज उचित दरों पर बेचने के अधिक अवसर मिल सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस दौर में प्रदेश के व्यापारी वर्ग ने हमारे ‘कोई भूखा न सोए‘ के संकल्प को साकार करने में पूरी मदद की है। राज्य सरकार ने मंडी व्यापारियों के हित में पूर्व में कई निर्णय किए हैं। हमारा हमेशा यह प्रयास रहा है कि प्रदेश में कारोबार को बढ़ावा मिले और ईमानदारी से व्यापार करने वाले लोगों को प्रोत्साहन मिले। चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि आढ़तियों की वाजिब मांगों के प्रति सरकार का नजरिया संवेदनशील है। मुख्यमंत्री कोरोना से निपटने के लिए लगातार सभी वर्गों के हित में निर्णय ले रहे हैं। यह उनके कुशल प्रबंधन का ही परिणाम है कि राजस्थान ऎसी चुनौती का मजबूती से सामना कर पा रहा है। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष श्री बाबूलाल गुप्ता एवं अन्य सभी प्रतिनिधियों ने संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार द्वारा जरूरतमंद वर्गों के हित में लिए गए निर्णयों पर आभार व्यक्त किया। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री निरंजन आर्य, कृषि विपणन विभाग के निदेशक श्री ताराचंद मीणा भी उपस्थित थे।

पानीपत में बढ़ रहा है कोरोना का कहर

पानीपत! पानीपत में एक बार फिर कोरोना का कहर देखने को मिला है।अब एक साथ चार कोरोना मरीज सामने आए हैं। इसमें एक आढ़ती के परिजन हैं जिनको कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इससे पहले आढती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। आढ़ती का दिल्ली की ट्रैवल हिस्ट्री है।


जानकारी के मुताबिक ये कोरोना पॉजिटिव समालखा के आढ़ती के परिजन है। इसमें एक महिला और दो बच्चे शामिल है। वहीं न्यू दलबीर कोॉलोनी के एक शख्स की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है। यह शख्स भी दिल्ली से आया था


अन्य राज्यों में नही होगा रोडवेज का संचालन

चंडीगढ़! हरियाणा रोडवेज की बसों का संचालन प्रदेश से दूसरे राज्यों में नहीं होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की तरफ से आदेश जारी किये गए हैं। इसे लेकर गृहमंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बातचीत हुई। जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।


गृह मंत्री अनिल विज ने सीएम को बताया कि फिलहाल दूसरे प्रदेशों में बस चलाने से नुकसान अधिक होगा और फायदा कम। क्योंकि बाहर से बड़ी संख्या में आने वाले यात्रियों की जांच करना आसान नहीं होगा। यात्रियों की संख्या अधिक होने से दिक्कत बढ़ सकती है। इससे प्रदेश में कोरोना के केसों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ सकता है। इसलिए बसों को फिलहाल दूसरे प्रदेशों में न भेजा जाए।


गृह मंत्री के सुझाव को सीएम मनोहर लाल ने मान लिया है। गृह मंत्री ने बताया कि इस संदर्भ में सीएम ने परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से भी बात की है और सरकार ने दूसरे प्रदेशों में बसें भेजने का निर्णय फिलहाल टाल दिया है।


मंगलवार को परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने हिमाचल, जम्मू कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि को पत्र लिखकर बसें चलाने के लिए एनओसी मांगी थी, ताकि रोडवेज की बसें इन प्रदेशों में भी चलाई जा सके। अब नए निर्णय के बाद बसें दूसरे प्रदेशों में नहीं जा सकेंगी।


युवक की आठवी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव

दड़ौली! हिसार के दड़ौली गांव के कोरोना पॉजिटिव युवक को लेकर डॉक्टर असमंजस की स्थिति में है। दरअसल युवक की आठवीं काेरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। ऐसे में इसे लेकर सब हैरान है। कभी नेगेटिव तो कभी पॉजिटिव रिपोर्ट आने को लेकर अब पीड़ित व्यक्ति ने भी जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं।


आमतौर पर जब किसी की कोरोना पॉजिटिव केस की दो रिपोर्ट लगतार नेगेटिव आ जाए तो उसे नेगेटिव ही मान लिया जाता है और अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज भी कर दिया जाता है। दड़ौली गांव के पॉजिटिव युवक के साथ ऐसा नहीं है। इस युवक की शुरूआती तीन रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद चौथी और पांचवी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। मगर छठी और सातवीं रिपोर्ट के बाद अब आठवीं रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आई है। ऐसे में डॉक्‍टर हैरान हो गए हैं।


इससे भी हैरानी वाली बात तो ये है कि युवक में कोरोना के लक्षण नहीं है। वह स्‍वस्‍थ है। डॉक्‍टरों का कहना है कि युवक की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद ज्‍यादा है। वह कोरोना से मुक्‍त भी नहीं हो रहा है तो वहीं बीमार भी नहीं है। ऐसे में यह केस बेहद जटिल हो गया है। एक महीने का वक्‍त बीतने काे है मगर युवक की रिपोर्ट कभी पाॅजिटिव तो कभी नेगेटिव आ रही है। युवक का इलाज अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।


दड़ौली निवासी कोरोना पॉजिटिव युवक का शरीर कोरोना से लड़ रहा है। युवक के इम्यून सिस्टम के सामने कोरोना कमजोर हो रहा है। गौरतलब है कि दड़ौली निवासी 29 वर्षीय युवक गाजियाबाद से लौटा था। जिसके चलते उसने सिविल अस्पताल में कोरोना की जांच करवाई थी। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद से वह अग्रोहा मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल है।


युवक की लगातार तीन रिपोर्ट पॉजिटिव रही थी, इसके बाद उसकी चौथी रिपोर्ट नेगेटिव रही। वहीं उसकी पांचवी रिपोर्ट भी नेगेटिव रही थी, लेकिन डाक्टरों ने अग्रोहा मेडिकल में भी उसके सैंपल की जांच की थी, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव रही थी। इसके बाद दोबारा से उसकी जांच की गई तो छठी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और अब सातवीं भी पॉजिटिव रिपोर्ट आने से युवक मायूस है।


उसका कहना है उसे लगा था कि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आ जाएगी और उसे अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे पहले भी दड़ौली का कोरोना पॉजिटिव युवक विवादों में आ चुका है। पॉजिटिव मिलने पर आइसोलेट करने पर युवक ने फेसबुक पर लाइव आकर उपचार प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए थे। सैंपल लेने के बाद घर जाने देने की बात को लेकर युवक ने व्‍यवस्‍था को घेरा था। युवक ने कहा था कि कुछ सरकारी अस्‍पतालों में तो साबुन तक नहीं है। दूसरा उसे कोई संभाल तक नहीं रहा है तो उसके परिजनों को भी परेशान कर रखा है। यह वीडियो प्रदेशभर में वायरल हो गई थी।


युवक ने तब खुद को पूरी तरह से स्‍वस्‍थ भी बताया था। अब रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आने पर वह मायूस हो गया है


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...