सोमवार, 18 मई 2020

विरोध में मजदूर, दागे आंसू गैस के गोले

अहमदाबाद। मामला अहमदाबाद के है जहां घर वापसी के लिए मजदूर सड़कों पर उतर आए। इतना ही नही मजदूरों का हुजूम आईआईएम के पास पहुंच गया। इस दौरान पुलिस और मजदूरों के बीच भिड़ंत हो गयी और जमकर पत्थरबाज़ी हुई । इसी के साथ पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे।


पुलिस में दागे आंसू गैस के गोले


बताया जा रहा है कि किसी ने मजदूरों को बता दिया था कि आईआईएम के पास से बस जा रही है लेकिन जब बड़ी तादाद में लोग पहुंचे तो वहां कोई बस नही थी। इसके बाद मजदूर भड़क गए और पुलिस के साथ हाथापाई हुई।


मजदूरों ने किया जमकर हंगामा


इतना ही नही पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागे गए। बताते चलें, की इस दौरान प्रवासी मजदूरों को लेकर कई घटनाएं सुनने में आ रही है। मजदूरों का कहना है कि अब वो गांव में रहकर गुज़ारा कर लेंगे लेकिन शहर वापस नही आएंगे।


24 घंटे में सामने आए नए 5242 मामले

नई दिल्ली। लॉकडाउन 4.0 लागू हो चुका है और इसके एक दिन पहले देश में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में 5242 नए केस आए हैं और 157 लोगों की मौत हुई है। यह पहला मौका है जब एक दिन में इतने ज्यादा पॉजिटिव केस आए हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 96169 हो गई है। इनमें 56316 ऐसे मरीज हैं, जिनका देश के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अब तक 36,824 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं जबकि मरने वालों का आंकड़ा 3029 पहुंच गया है।


मध्य प्रदेश : म.प्र. के क्ग् शिवराज सिंह चौहान ने प.बंगाल की क्ग् ममता बनर्जी को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वे इंदौर में रहने वाले प्रवासी कामगारों के लिए एक विशेष इंदौर-कोलकाता ट्रेन की आवश्यकता के बारे में रेल मंत्रालय को सूचित करें ताकि जो कामगार ज़्.ए. में अपने मूल स्थान पर लौटना चाहते हैं, लौट सकें। गुजरात: मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का बयान - प्रदेश के कंटेनमेंट जोन और नॉन-कंटेनमेंट जोन के अनुसार दिशानिर्देश बनाएगा। कल जिला कलेक्टर, नगर आयुक्त ऐसे जोन की एक सूची बनाएंगे।


 


विपक्ष प्रवासी मजदूरों पर राजनीति न करें

कांग्रेस समेत विपक्ष प्रवासी मजदूरों पर राजनीति न करे
प्रवासी लोगों के लिए मिलकर काम किया जाए


नई दिल्ली। प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर हमें मिलकर काम करना होगा और मैं सोनिया गांधी से हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि इस मुद्दे पर राजनीति न करें। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहत पैकेज का ऐलान करते हुए पैदल घर जा रहे प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा है। उन्होंने राहुल गांधी की उस तस्वीर पर भी सवाल उठाए जिसमें वह सड़क पर बैठकर प्रवासी मजदूरों से बात कर रहे थे। निर्मला ने कहा कि राहुल ने ऐसा करके उन मजदूरों का वक्त खराब किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘विपक्षी पार्टियों से कहना चाहती हूं कि प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर हमें मिलकर काम करना होगा। सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हाथ जोड़कर सोनिया गांधी जी से कहती हूं कि हमसे बात करें और प्रवासी मजदूरों के प्रति जिम्मेदारी समझें।’ निर्मला सीतारमण से प्रवासी मजदूरों के जुड़ा एक सवाल पूछा गया था कि पीडीएस और मनरेगा के तहत जो घोषणाएं हुई हैं इनका फायदा प्रवासी मजदूर अपने घर पहुंचकर ही उठा पाएंगे। लेकिन ज्यादातर लोग अभी रास्ते में ही हैं। इसपर निर्मला आक्रमक हो गईं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मजदूरों से अपील की थी कि वे लोग वहीं रहें जहां पर फिलहाल हैं। सरकार उनके रहने-खाने के इंतजाम की हरसंभव कोशिश कर रही। उन्होंने कहा लेकिन जब मजबूर लोग घर जाना ही चाहते थे तो केंद्र और रेलवे ने ट्रेन चलाने का ऐलान किया। रेलवे ने साफ कहा है कि ट्रेनें तैयार हैं जो राज्य जितनी ट्रेन मांगेगा उतनी दी जाएंगी। निर्मला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासित और जिन राज्यों में उनके सहयोगियों की सरकार है वहां राजनीति हो रही है और ट्रेनों के लिए नहीं कहा जा रहा। निर्मला ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को कांग्रेस शासित राज्यों को निर्देश देना चाहिए कि वे और ट्रेनें मंगाएं।
राहुल ने मजदूरों का वक्त खराब किया, सूटकेस उठाकर साथ क्यों नहीं चले
राहुल गांधी की प्रवासी मजदूरों के साथ बैठकर बात करती तस्वीर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तंज कसा है। घोषणा करने के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राहत पैकेज की प्रेस कॉन्फ्रेंस को ड्रामा बताती है लेकिन असली ड्रामेबाज वह खुद है। उन्होंने कहा राहुल गांधी सड़क पर बैठकर मजदूरों से बात करके उनका टाइम खराब कर रहे थे। इससे अच्छा होता उनके बच्चे, सूटकेस को पकड़कर उनके साथ पैदल चलते।


मकान में भीषण आग, 7 लोगों की मौत

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। इंदरगंज इलाके में सोमवार को एक मकान में आग लग गई। इस हादसे में तीन बच्चों और चार महिलाओं की मौत हो गई है। अभी भी आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। मौके पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक समेत प्रशासन के आला-अधिकारी पहुंच गए हैं। जिस घर में आग लगी वह तीन मंजिला है। घर में ऑयल पेंट की दुकान थी। इंदरगंज चौराहे पर इंदरगंज थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर आग लगी है। रोशनी घर मोड पर तीन मंजिला घर में भीषण आग लगी जिसमें 11 लोगों को रेस्कयू किया जा चुका है। फायर बिग्रेड की 10 गाड़ीयां आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है। इस घर में 25 से ज्यादा लोग रहते हैं। मकान मालिक का नाम साकेत पुत्र हरिओम और श्याम बताया गया है।


आग की चपेट में आनेे से सुभी और अभी नाम की दो बच्चियों के झुलसे हुए शव बरामद हुए हैं। टोटल 7 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। 11 लोगों को रेस्कयू कर अस्पताल पहुंचाया गया है। मौके पर इंदरगंज थाना पुलिस मौजूद है। कलेक्टर ग्वालियर और एसपी भी घटना स्थल पर पहुंचे हैं। आग लगने के कारणों का पता किया जा रहा है।


कोरोना, लॉक डाउन, 'मन की बात'

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने की 31 तारीख को देश से अपने मन की बात करेंगे। कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी का यह संवाद काफी अहम माना जा रहा है। इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने मार्च और अप्रैल महीने में 'मन की बात' की थी। प्रधानमंत्री ने सोमवार को ट्विटर के जरिए लोगों से इस कार्यक्रम को लेकर सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी के सुझावों का इंतजार करूंगा। देश में जारी कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा '31 मई को होने वाले मन की बात कार्यक्रम के लिए मैं आपके सुझावों का इंतजार करूंगा। इसके लिए आप 1800-11-7800 पर संदेश रिकॉर्ड करके भेज सकते हैं। साथ ही नमो एप या माईगॉव पर भी लिखकर भेज सकते हैं। बता दें कि कोरोना महामारी के मद्देनजर देश में जारी लॉक डाउन के बीच प्रधानमंत्री तीसरी बार देशवासियों को मन की बात के जरिए संबोधित करेंगे।


तूफान का खतरा, पीएम की हाईलेवल मीटिंग

नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान 'अम्फन' ने सोमवार को खतरनाक रूप ले लिया। चक्रवात अम्फन की स्थिति की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ बैठक करेंगे। इस तूफान के कारण अब ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। इस चेतावनी के बाद राज्य सरकार 11 लाख लोगों को इन इलाकों से निकालने की तैयारी में जुट गई है।


'लॉक डाउन' की गाइडलाइन मेंं प्रतिबंधित

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते देशव्यापी संकट के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने 31 मई तक लॉक डाउन बढ़ाने का फैसला किया है। चौथे चरण में राज्यों को ज्यादा अधिकार दिए गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। साथ ही इस दौरान दी जाने वाली छूट और प्रतिबंधों के लिए नई गाइडलाइंस भी जारी की हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ने लगातार तीसरी बार लॉक डाउन बढ़ा दिया है। 18 मई से 31 मई तक लॉक डाउन 4 लागू रहेगा। राज्य ग्रीन, ऑरेंज, रेड जोन के साथ बफर और कंटेनमेंट जोन तय कर सकेंगे। कंटेनमेंट जोन छोड़कर अन्य क्षेत्रों में राज्य बिना रोक वाली गतिविधियों और दुकानें खोलने की मंजूरी दे सकेंगे। सोमवार से लॉक डाउन 4.0 देश भर में प्रभावी हो गया है। लॉक डाउन 3.0 की मियाद रविवार 17 मई को खत्म हो चुकी है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशानिर्देश के अनुसार राज्य दुकान, बाजार, व्यावसायिक स्थलों पर काम के लिए अलग-अलग समय तय कर सकेंगे। कंटेनमेंट जोन में जरूरी सेवाओं को अनुमति होगी। रात सात से सुबह सात बजे तक आवाजाही पर रोक रहेगी।


 
गाइडलाइंस में क्या-क्या रहेगा प्रतिबंधित ?
1. देश भर में सिर्फ घरेलू एयर एंबुलेंस, सुरक्षा कारणों या गृह मंत्रालय की अनुमित पर ही हवाई यात्रा की जा सकेगी। सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पूरी तरह बंद रहेंगी।
2. देश भर में स्कूल, कॉलेज और सभी प्रकार के शिक्षण संस्थान 31 मई तक बंद रहेंगे। इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस और डिस्टेंस लर्निंग की व्यवस्था जारी रहेगी।
3. सभी होटल, रेस्टोरेंट, बार और अन्य सभी हॉस्पिटेलिटी सेवाएं प्रतिबंधित रहेंगी। आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों या कहीं फंसे लोगों के लिए इसमें छूट दी जाएगी।
4. होम डिलीवरी के लिए रेस्टोरेंट अपना किचन चालू रख सकते हैं।
5. सभी सिनेमा घर, शॉपिंग मॉल, जिम, स्विमिंग पूल, इंटरटेनमेंट पार्क, थियेटर, ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल बंद रहेंगे।
6. स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और स्टेडियम को खोलने की अनुमति दे दी गई है लेकिन इनमें दर्शकों को जाने की छूट नहीं है।
7.सभी प्रकार की सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक या धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमित नहीं होगी।
8. सभी प्रकार के मंदिर-मस्जिद और धार्मिक स्थल पूरी तरह बंद रहेंगे। 
9. देश भर में कहीं भी किसी प्रकार के धार्मिक जुटान की इजाजत नहीं होगी।


पाक पीओके में बिछा रहा है बारूदी सुरंग

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया उपजे तनाव के चलते पाकिस्तान ने पीओके में सैन्य गतिविधियां तेज कर दी हैं। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पीओके में व्यापक पैमाने पर बारूदी सुरंगें बिछाने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने एंटी माइनिंग शू की खरीदारी भी शुरू कर दी है। एक सप्ताह में इन शू की डिलीवरी करने का टेंडर जारी किया गया है। खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने एंटी माइन शू की खरीदारी के लिए आपातकालीन टेंडर जारी किया है। 8 मई को सुबह साढ़े 10 बजे तक टेंडर जमा कराए गए। इसी दिन टेंडर खोला गया और 15 मई तक इन सामानों की आपूर्ति करने को कहा गया। एक सप्ताह में सामान की आपूर्ति करने की जल्दबाजी कुछ और इशारा करती है। सूत्रों के अनुसार, एलओसी पर पाकिस्तान सैन्य पोस्टों के आसपास काफी तेजी के साथ बारूदी सुरंगें बिछा रहा है। 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पड़ोसी देश की ओर से इस प्रकार के प्रयास बचाव में शुरू किए गए थे। लेकिन मौजूदा समय में इसमें तेजी लाई गई है। पुंछ जिले के उस पार कृष्णाघाटी, कीरनी फारवर्ड, साब्जियां, करमाडा व चक्का दा बाग, राजोरी जिले के नौशेरा के झंगड़ एवं अखनूर केरी बट्टल इलाके में भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार पाकिस्तान की पकड़ कमजोर मानी जाती है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान उन इलाकों में ज्यादा बारूदी सुरंगें बिछा रहा है जहां से भारत की पहुंच आसान है और भारतीय सीमा से पीओके की दूरी काफी कम है। ऐसे इलाके भी चिह्नित किए गए हैं जहां से वाहनों का आना-जाना आसान हो। इसमें राजोरी, पुंछ, बारामुला, बांदीपोरा व कुपवाड़ा जिले के उस पार के इलाके शामिल हैं। पाकिस्तान इन इलाकों में गश्त के दौरान अपने सैनिकों को एंटी माइन शू उपलब्ध कराएगा, ताकि किसी प्रकार का जानी नुकसान कम हो सके। पाकिस्तान की ओर से बिछाई गई बारूदी सुरंगों में पीओके में कई लोगों की जान भी जा चुकी है। सूत्रों के अनुसार, इधर बीच कई ऐसे घटनाक्रम हुए हैं जिससे पाकिस्तान बुरी तरह घबराया हुआ है। भारत की ओर से गिलगित-बाल्टिस्तान का मौसम जारी करने, हंदवाड़ा में कर्नल के शहीद होने और बलूचिस्तान में विरोध के स्वर तेज होने से वह अपने को घिरा महसूस कर रहा है। हंदवाड़ा मुठभेड़ में इसी महीने सेना के कर्नल के शहीद होने के बाद भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई के भय से पाकिस्तान ने अपनी सीमा में हवाई गश्त भी तेज कर दी है। एलओसी पर पाकिस्तानी विमानों की आवाजाही बढऩे को सेना ने पिछले दिनों नोटिस किया था।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 19, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-282 (साल-01)
2. मंगलवार, मई 19, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- द्वादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:45,सूर्यास्त 07:05।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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रविवार, 17 मई 2020

31 मई तक फिर बड़ा 'लॉक डाउन'

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद 17 मई को खत्म हो रही है।राष्ट्रीय महामारी प्रबंधन प्राधिकरण ने देश में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन 4.0 के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं।कोरोना वायरस के कारण लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का चौथा चरण सोमवार से शुरू होगा और इसमें लोगों को ज्यादा रियायत और लचीलापन देखने को मिलेगा। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि बंद के इस चौथे चरण (लॉकडाउन-4) में यात्री रेल सेवा और घरेलू यात्री उड़ानों को क्रमिक रूप से शुरू किये जाने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को अपने यहां हॉटस्पॉट को परिभाषित करने का अधिकार दिया जाएगा।


126 की मौत, संक्रमण 90 हजार के पार

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि जारी है। देशभर में रविवार सुबह तक कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हुए लोगों का आंकड़ा 90 हजार के पार पहुंच गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नवीनतम आंकड़े जारी करते हुए कहा, “देश भर में अब तक कोरोना संक्रमण के 90 हजार 927 मामले सामने आए हैं, जबकि महामारी के चलते 2 हजार 872 लोगों की जान गई है।”


स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में कुल 53 हजार 946 लोग अभी भी कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हैं, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर 34 हजार 108 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। देश मे सिर्फ अंडमान-निकोबार, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम ही कोरोना वायरस से पूरी तरह मुक्त राज्य बने हुए हैं। कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कुल 1 हजार 135 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 30 हजार 706 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 7 हजार 88 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। उधर, गुजरात में रविवार सुबह तक कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार 988 हो गई। इसमें से कुल 4 हजार 308 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 625 लोगों की यहां मौत हुई है।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 9 हजार 333 पहुंच गया है। 3 हजार 926 मरीजों को अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। यहां मरने वालों की संख्या 129 तक पहुंच गई है। तमिलनाडु में भी पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार को पार कर गई है। राज्य में रविवार सुबह तक कुल 10 हजार 585 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जिनमें 3 हजार 538 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 74 लोगों की मौत हुई है। असम में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 92 है, जिनमें से 41 को डिस्चार्ज किया गया है और 2 की मौत हुई है। बिहार में यह संख्या 1 हजार 179 पहुंच चुकी है, जिनमें से 453 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 7 लोगों की मौत हुई है। चंडीगढ़ में यह संख्या 191 है, जिनमें से 51 को डिस्चार्ज किया चुका है। तीन की मौत हुई है। छत्तीसगढ़ में कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 67 पहुंच चुकी है, जिनमें से 56 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। उधर, दादर नगर हवेली से सिर्फ एक मामला अब तक सामने आया है। गोवा में अब तक 17 मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें से 7 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। इस बीच हरियाणा में 887 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 514 को डिस्चार्ज किया गया है। राज्य में अब तक 13 मरीजों की मौत हुई है। हिमाचल प्रदेश में 78 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 43 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन लोगों की मौत हुई है। उधर, जम्मू एवं कश्मीर में 1 हजार 121 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 542 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां 12 मरीजों की मौत हुई है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार सुबह तक झारखंड में 217 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 113 को छुट्टी दी जा चुकी है। यहां अब तक 3 मौतें दर्ज की गई हैं। कर्नाटक में यह आंकड़ा 1 हजार 92 पहुंच चुका है, 496 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 36 की मौत हुई है। केरल में कोरोना पीड़ितों की संख्या 587 पहुंच गई है, 495 को डिस्चार्ज किया गया और राज्य में चार की मौत हुई है। लद्दाख में सिर्फ 43 मामले सामने आए, जिनमें से 22 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।मध्य प्रदेश में रविवार सुबह तक कोरोना से पीड़ित हुए मरीजों की संख्या 4 हजार 789 पहुंच चुकी है। इनमें से 2 हजार 315 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 243 लोगों की मौत की सूचना है। उधर, मणिपुर में सिर्फ 7 मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। मेघालय में भी 13 मामले सामने आए हैं और 11 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां एक की मौत हो गई है। उड़ीसा में 737 मामले सामने आए। 196 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन की मौत हो गई है। पुडुचेरी में अब तक 13 मामले सामने आए हैं, 9 को डिस्चार्ज किया गया है और एक व्यक्ति की मौत हुई है।


पंजाब में अब तक 1 हजार 946 मामले दर्ज किए गए हैं। 1 हजार 257 को डिस्चार्ज किया गया है और 32 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान में 4 हजार 960 मामले सामने आए हैं। 2 हजार 839 को डिस्चार्ज किया गया है, जबकि 126 की यहां मौत हुई है। तेलंगाना में 1 हजार 509 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 971 को डिस्चार्ज किया गया और यहां 34 की मौत हुई है। त्रिपुरा में रविवार सुबह तक 167 मामले दर्ज किए गए हैं, 64 को डिस्चार्ज तक किया जा चुका है। उत्तराखंड में 88 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 51 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 1 की मौत हुई है। उधर उत्तर प्रदेश में 4 हजार 258 मामले दर्ज किए गए हैं और 2 हजार 441 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। यहां रविवार सुबह तक 104 लोगों की मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में यह आंकड़ा 2 हजार 576 हो गया है। 872 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और राज्य में 232 लोगों की मौत हुई है।


गरीब देशो को पीछे नहीं छोड़ना चाहिए

बीजिंग/ वाशिंगटन डीसी। 73वीं विश्व स्वास्थ्य महासभा के पूर्व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति किरिल रामफोसा, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन समेत 140 से अधिक राजनीतिज्ञों और विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से खुला पत्र जारी कर यह अपील की कि कोविड-19 के टीके का विकास होने के बाद उसे पेटेंट अधिकारी नहीं होगा और विश्व भर में इस का मुफ्त प्रयोग किया जाना चाहिए।


गरीब देशों को पंक्ति के पीछे नहीं छोड़ा जाना चाहिए। 
इस खुले पत्र को जारी करने की पृष्ठभूमि ऐसी है: फ्रांसीसी दवा कंपनी सानोफी के उच्च पदाधिकारी ने हाल ही में बताया कि अमेरिका ने उस टीके के विकास में सर्वाधिक पूंजी लगायी, अमेरिका को टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी। यह बात सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हल्ला मच गया है। फ्रांसीसी सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव से उस कंपनी ने अपना रूख बदलकर कहा कि अमेरिका को सिर्फ अपने ही देश में उत्पादित होने वाले टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी।


इस घटना से जाहिर है कि अमेरिका को कोविड-19 के टीके पर एकाधिकार जमाने की बदनीयत है।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...