बुधवार, 6 मई 2020

दिल्ली का संक्रमण नियंत्रण से बाहर

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। मई की शुरुआत से ही बड़ी संख्या में मामले समाने आ रहे हैं। सोमवार को भी 349 मामले सामने आए। वहीं पिछले चार दिन में 1383 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इस वजह से कोरोना के मामले पांच हजार के करीब पहुंच गए हैं।  


दिल्ली के एक आर्मी अस्पताल में 24 लोग कोरोना संक्रमति पाए गए हैं। राजधानी दिल्ली में ITBP के 45 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।  कानून मंत्रालय की बिल्डिंग के कुछ हिस्से को सील कर दिया गया है। मंत्रालय का एक अफसर पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। एम्स में ओपीडी सेवा दोबारा शुरू करने के लिए तैयारी शुरू हो गई है। सभी विभाग कोरोना के संक्रमण के बीच इलाज का प्रोटोकॉल तैयार करने में लगे हैं। उम्मीद है कि इस सप्ताह ओपीडी शुरू हो जाएगी।  सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के 13 कर्मियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि 9 संक्रमित कर्मी दिल्ली के घिटोरनी क्षेत्र में तैनात 25वीं बटालियन के हैं, जबकि अन्य 4 संक्रमित अलग-अलग बटालियनों में तैनात हैं। कोरोना संकट के कारण केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का मुख्यालय सील किए जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुख्यालय के पहले और दूसरे तल को भी सील कर दिया गया। सोमवार को 69 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली अब तक दिल्ली में 1431 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक कुल 4898 लोग कोरोना से पीडि़त हुए हैं। दिल्ली में अब तक 64 लोगों की मौत हुई है। पिछले दो दिन में मौत का मामला सामने नहीं आया है। मौजूदा समय में 3403 मरीज उपचाराधीन हैं। इसमें से 438 मरीज अपने घर में आइसोलेशन में हैं। 13 कोविड केयर सेंटरों में 832 लोग भर्ती किए गए हैं। 181 मरीज कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा 12 अस्पतालों में 1096 मरीज भर्ती किए गए हैं। 75 लोग आइसीयू में हैं और 11 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। अब तक 64 हजार लोगों की जांच की गई मौजूदा समय में 90 कंटेनमेंट जोन यानी सील क्षेत्र हैं। सोमवार को कैट्स एंबुलेंस के लिए 144 लोगों की कॉल आई। वहीं हेल्पलाइन नंबर पर 1236 कॉल आए।
दिल्ली में कोरोना के मामले अचानक अधिक बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग यह मान चुका है कि यहां संक्रमण लंबे समय तक बरकरार रहेगा। कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ तो यह भी कहने लगे हैं कि दिल्ली में अब समुदाय में संक्रमण शुरू हो चुका है। केंद्र के निर्देश पर दिल्ली की मौजूदा हालत की पड़ताल में जुटी एम्स व राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की टीम के सदस्य भी कहते हैं कि जिस तरह के साक्ष्य सामने आ रहे हैं । उससे स्पष्ट है कि दक्षिणी पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली व उत्तर पूर्वी दिल्ली में समुदाय में संक्रमण फैल चुका है।


संकट में राष्ट्रीय सोच का एकीकरण ?

संकट के समय राज्यों की सोच राष्ट्रीय नहीं बल्कि प्रादेशिक


नई दिल्ली। कोरोना जैसे राष्ट्रीय संकट को लेकर भी राज्यों की सोच राष्ट्रीय नहीं बल्कि प्रादेशिक ही है। हालांकि यह बात खुलकर सामने आ गई है और केंद्र से लेकर राज्यों तक ने इसे स्वीकार कर लिया है कि कोरोना से जंग लंबी है और हमें इसके साथ जीना सीखना चाहिए। लेकिन वह केवल अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने में जुटे हैं। हरियाणा सरकार की ओर से एक बयान आया कि उनके यहां पाए गए अधिकतर संक्रमित दिल्ली से आए थे। लिहाजा सीमा सील कर दी है। लेकिन दिल्ली क्या करे, जहां पूरे देश से लोग आते हैं।


शराब बिक्री के जरिए राजस्व उगाहने में शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का मापदंड टूटता है तो सेस बढ़ाया जाता है। लेकिन राज्यों के बीच आपसी समन्वय बढ़ाकर सीमाओं पर मुस्तैदी और सुरक्षा के लिए चाक चौबंद होने पर अब तक बात नहीं हो रही है। राज्यों के बीच समन्वय और संवाद की यह कमी हर किसी को परेशान कर सकती है।


आर्थिक सुधार की मंशा भी असफल

आर्थिक गतिविधि को धीरे-धीरे शुरू करने की मंशा भी हो रही ध्वस्त 


नई दिल्ली। दिल्ली में कार्यालय खुल गए हैं लेकिन नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद से दिल्ली आने जाने को रोका जा रहा है। दिल्ली से इन क्षेत्रों मे जाने वाले ट्रक भी रोके जा रहे हैं। ऐसे में लाखों लोगों के रोजगार पर तो सवाल खड़ा होगा ही लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधि को धीरे-धीरे शुरू करने की मंशा भी ध्वस्त हो रही है। केंद्रीय गृहमंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि उनकी ओर से गाइडलाइन है और उसमें इस तरह की रोक का प्रावधान नहीं है। यह स्थानीय प्रशासन और संबंधित राज्यों को बातचीत से दूर करना चाहिए। ध्यान रहे कि दिल्ली मे आम आदमी पार्टी की सरकार है और हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश में भाजपा की। केंद्र में भी भाजपा की सरकार है। अगर किसी के स्तर पर शुरूआत हो तो संवाद बढ़ाया जा सकता है।


गतिविधियों में छूट, काम पर लगाई रोक

दिल्‍ली में गतिविधियां शुरू, एनसीआर में काम पर लगाई जा रही रोक 


नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर का पूरा क्षेत्र भले ही चार राज्यों मे बंटा हुआ है लेकिन व्यावहारिक रूप से यह एक इकाई है राजनीतिक और आर्थिक रूप से बहुत अहम है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो लाखों करोड़ रुपये का उत्पादन करता है। आटो पार्टस, एपरेल, आइटी जैसे क्षेत्र में तो यह गढ़ है। लाखों लोग रोजाना रोजगार के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य जाते हैं। पूरा दिल्ली एनसीआर रेड जोन है। लेकिन लाकडाउन 3 में रेड जोन के अंदर भी कंटेनमेंट एरिया को छोड़कर बाकी के क्षेत्रों मे परिवहन समेत उत्पादन व अन्य गतिविधियों को छूट दी गई है। इस छूट के बाद दिल्ली में तो गतिविधियां बढ़ती दिख रही हैं, लेकिन एनसीआर के बाकी क्षेत्र कटे हुए हैं। इन क्षेत्रों से दिल्ली आने जाने वालों पर लगातार रोक लगाई जा रही है। यहां तक कि आवश्यक सेवाओं को भी रोका जा रहा है। जाहिर है कि ऐसी स्थिति में लाखों लोगों के रोजगार पर भी संकट खड़ा हो सकता है।


लॉक डाउन के उद्देश्य पर पानी फिरेगा

नई दिल्ली। हर राज्य सत्ताधारी दल की राजनीतिक सोच के अनुसार नीतियों के आधार पर बंटे होते हैं। संकट यह है कि कोरोना महामारी भी इसे पाटने में बहुत सफल नहीं है। प्रवासी श्रमिकों को किसी भी तरह मूल राज्य में भेजने की तत्परता पहले दिखी, फिर उनसे रेल किराया भाड़ा वसूलने को लेकर विवाद उठा। समन्वय की यह कमी राज्यों की सीमाओं में प्रवेश को लेकर भी है। खासकर दिल्ली-एनसीआर में जिस तरह अलग- अलग राज्यों का रुख दिख रहा है वह लॉकडाउन में राहत की पूरी मंशा पर ही पानी फेरता दिख रहा है। यह इसलिए गंभीर है क्योंकि दिल्ली-एनसीआर जिसमें दिल्ली समेत नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद शामिल है, एक बहुत बड़े आर्थिक गतिविधि का केंद्र है। जहां सालाना लाखों करोड़ का न सिर्फ उत्पादन होता है बल्कि लाखों लोगों को रोजगार मुहैया कराता है।


कार्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन

विदिशा में संघ कार्यालय में रक्तदान करते हुए स्वयंसेवक।


विदिशा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शरद स्मृति न्यास एवं सेवा भारती द्वारा मधुकर अरिहंत विहार स्थित संघ कार्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिला प्रचार प्रमुख लाखन सिंह जाट ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा भारत में जगह जगह पर विभिन्ना प्रकार के सेवा कार्य किए जा रहे हैं। इसी के तहत 24 स्वयं सेवकों द्वारा 24 यूनिट रक्तदान किया गया। रक्तदान से पहले मुख्य द्वार पर सभी रक्तदानियों को सैनिटाइज किया गया। कार्यालय में ब्लड बैंक की टीम का शॉल एवं श्रीफल द्वारा सम्मान किया गया। इसके बाद रक्तदान प्रारंभ किया, जिसमें कार्यालय निवासरत प्रांतीय अधिकारी ओम प्रकाश सिसोदिया, विभाग प्रचारक कैलाश लववंशी, जिला प्रचारक दिनेश शर्मा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री विपिन, दिनेश सुमन, प्रेम सिंह धाकड़, नरोत्तम सोनी द्वारा रक्तदान किया गया। कार्यक्रम में महेंद्र सिंह रघुवंशी, गोवर्धन सिंह चौहान, विक्रम रघुवंशी, गोपाल खत्री, अशोक गर्ग इत्यादि उपस्थित रहे। जिला प्रचार प्रमुख लाखन सिंह जाट ने बताया कि स्वयंसेवकों द्वारा भोजन वितरण, मास्क वितरण आदि सेवाकार्य भी किए गए।


यूपीः वायरस संक्रमितों की संख्या-2935

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 2935 तक पहुंच गई है। बुधवार को एक और कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई है। मेरठ में मेडिकल कालेज के कोव‍िड वार्ड में भर्ती संक्रमित की मौत के साथ यह वायरस अब तक राज्य में 61 लोगों की जान ले चुका है।


कोरोना की मार से सर्वाधिक बेहाल आगरा है। वहां बुधवार को कोरोना वायरस के 13 नए केस मिले हैं। आगरा में अब तक 650 संक्रमित लोग मिल चुके हैं। हालांकि इस बीच राहत देने वाली बात यह है कि राज्य में अब तक कुल 987 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। ये कुल मरीजों का 34.2 प्रतिशत है, जो कि राष्ट्रीय औसत से 7.2 फीसद ज्यादा है। राष्ट्रीय स्तर पर कुल मरीजों में से 27 प्रतिशत स्वस्थ हुए हैं। बुधवार को राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में 1159 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें 11 सैंपल कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें लखनऊ के छह, वाराणसी के चार और एक औरैया के कोरोना संक्रमित शामिल हैं। यूपी के कुशीनगर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सोमवार को हाटा के बेलवनिया में पहला केस मिलने के बाद बुधवार को पटहेरवा क्षेत्र में भी एक 24 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। सुबह युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पूरा प्रशासन हरकत में आ गया है। गांव को सील कर दिया गया है। युवक कोलकाता से 29 अप्रैल की शाम ट्रक से अपने घर पहुंचा था।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 07, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-270 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, मई 07, 2020
3. शक-1943, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्दशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:50,सूर्यास्त 07:02।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै., तेज हवाएं चलने की संभावना।


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मंगलवार, 5 मई 2020

मानवता संकट से गुजर रही हैंः पीएम

गुटनिरपेक्ष आंदोलन' शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने क्या कहा


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 'गुटनिरपेक्ष आंदोलन' शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मानवता दशकों के सबसे गंभीर संकट से गुजर रही है। ऐसे वक्त में गुट निरपेक्ष आंदोलन दुनिया को एकसाथ आने को बढ़ावा दे सकता है।


गुट निरपेक्ष आंदोलन दुनिया की सबसे नैतिक आवाज रही है। इस भूमिका को बनाए रखने के लिए गुट निरपेक्ष आंदोलन को समावेशी होना होगा। इस संकट के दौरान हमने दिखाया है कि एक वास्तविक जन आंदोलन बनाने के लिए लोकतंत्र, अनुशासन और निर्णायकता एक साथ कैसे आ सकते हैं। भारतीय सभ्यता पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में देखती है। जब हम अपने नागरिकों की देखभाल करते हैं, तो हम अन्य देशों को भी मदद दे रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा अपनी जरूरतों के बावजूद, हमने अपने 123 पार्टनर देशों को चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित की है, जिसमें गुटनिरपेक्ष आंदोलन के 59 सदस्य शामिल हैं। हम उपचार और टीके विकसित करने के वैश्विक प्रयासों में सक्रिय हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब दुनिया कोरोना से लड़ रही है, तब भी कुछ लोग समुदायों और देशों को विभाजित करने के लिए कुछ अन्य घातक वायरस जैसे आतंकवाद, फर्जी समाचार और डॉक्टर्ड वीडियो फैलाने में व्यस्त हैं। कोरोना ने हमें मौजूदा अंतरराष्ट्रीय प्रणाली की सीमा दिखाई है। कोरोना के बाद, दुनिया में हमें निष्पक्षता, समानता और मानवता पर आधारित वैश्वीकरण के एक नए टेम्पलेट की आवश्यकता है। हमें ऐसे अंतराष्ट्रीय संस्थानों की जरूरत है, जो आज की दुनिया के प्रतिनिधि हों।


श्रीलंकाः नौसेना में भी फैला संक्रमण

कोलंबो। कोरोना वायरस का संक्रमण अब नौसैनिकों में भी फैलने लगा है। श्रीलंका में कोरोना वायरस से संक्रमित जिन 548 लोगों का इलाज जारी है, उनमें से 327 नौसैन्य कर्मी और अधिकारी हैं। अधिकारियों ने बताया कि इनके 1,008 रिश्तेदारों को अलग भी किया गया है। द्वीपीय राष्ट्र में अभी तक कोविड-19 के कुल 700,552 मामले सामने आए हैं और 13,689 लोगों की जाने गई है।


नौसैनिकों के छुट्टियों पर जाने के कारण और फैला संक्रमण
श्रीलंका में कोविड-19 (COVID-19) रोकथाम प्रणाली के प्रमुख और सेना प्रमुख जनरल शिवेन्द्र सिल्वा ने मंगलवार को कहा, 'सोमवार देर रात को देश में 33 नए मामले सामने आए है। इनमें से 31 नौसैनिक हैं, जिनका नाता वेलिसारा शिविर से है। अन्य दो इनके सम्पर्क में आने से संक्रमित हुए हैं।


ऐसा संदेह है कि कोलंबो के पास वेलिसारा शिविर के अधिकारी छापेमारी के दौरान एक मादक पदार्थ तस्कर के सम्पर्क में आए जो वायरस से संक्रमित था और इस कारण यहां वायरस फैल गया। नौसैनिकों के छुट्टियों पर जाने के कारण वायरस और फैला. सिल्वा ने बताया कि मध्य मार्च से 752 मामले सामने आए हैं। इनमें से 194 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। सेना प्रमुख ने बताया कि नौसेना कर्मियों के 1,008 रिश्तेदारों को अलग किया गया है। वहीं उत्तर पश्चिमी क्षेत्र कुरुनेगला में सोमवार को 72 वर्षीय संक्रमित महिला की मौत हो गई। यह महिला भी एक संक्रमित नौसैनिक की रिश्तेदार थी। इस बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने गुट निरपेक्ष आंदोलन (नैम) के ऑनलाइन शिखर सम्मेलन में कहा कि पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन (पीसीआर) परीक्षणों में केवल तीन प्रतिशत लोग संक्रमित मिले हैं और श्रीलंका में कोविड-19 की मृत्यु दर भी एक प्रतिशत से कम है। नैम 120 विकासशील देशों का समूह है। उन्होंने कहा कि वह आर्थिक गतिविधियां बहाल करने के लिए स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देश जारी रखते हुए कुछ ढील देना चाहते हैं। चीन के वुहान शहर से पिछले साल कोरोना वायरस का प्रसार शुरू हुआ था और दुनिया भर करीब 35 लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हैं और 2,50,000 लोगों की इससे जान जा चुकी है।


'भारतीयों को वापस लाएगी सरकार'

कोरोना लॉकडाउन की वजह से विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाएगी सरकार


नई दिल्ली। कोरोना लॉकडाउन की वजह से विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाएगी सरकार। केंद्र सरकार ने विमान और नेवी शिप के जरिए विदेशों से भारतीयों को निकालने को मंजूरी दी। विदेशों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल तैयार किया गया है। भारत के हाई कमिशन और दूतावास फंसे हुए भारतीयों की लिस्ट तैयार कर रहे हैं। यह सुविधा पेमेंट के आधार पर होगी और कमर्शियल फ्लाइट्स उपलब्ध कराए जाएंगे। सात मई से कई चरणों में लोगों को निकाला जाएगा।


अहमदाबाद में प्रवासी श्रमिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर
अहमदाबाद में प्रवासी श्रमिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18002339008 और 07926440626 जारी किए गए हैं।


डिस्टेंसिंग की दुसरे दिन भी उडी़ धज्जियां

राजेन्द्र सिंह, अतुल त्यागी


दूसरे दिन भी शराब के ठेकों पर रही लंबी लाइन 
लॉक डाउन के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है।


हापुड़, जनपद हापुड़ में आज शराब की दुकानों पर भीड़ देखने को मिली जहां लोग राशन के लिए परेशान है वहीं कुछ लोग सिर्फ और सिर्फ शराब के लिए परेशान है क्या शराब के ऊपर लॉक डाउन  का आदेश कोई मायने नहीं रखता कि जब चाहे तब यह लोग जाकर शराब लाएं और पिए। शासन प्रशासन को इस तरफ गंभीरता से सोचना होगा क्योंकि यदि यही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं  जब कोरोना के मरीजों की संख्या दिन दुगुनी और रात चौगुनी पहुंचेगी क्योंकि यदि एक आदमी शराब लाएगा तो यह निश्चित है उसके साथी मिलकर जरूर पिएंगे यदि उन चारों में से किसी एक को भी कोरोना हुआ तो वह जाने कितने लोगों ने कोरोना पॉजिटिव करेगा। मनुष्य के आवश्यकता की सभी चीजें खोलने का एक निश्चित टाइम है 7:00 से 10:00 लेकिन शराब का ठेका सुबह 10:00 से शाम 7:00 बजे तक खुलेगा यानी ठेके पर दारू लेने के लिए इस लॉक डाउन  टाइम में कोई भी कभी भी जा सकता है तो वह पुलिस वालों से क्या कहेगा कि शराब लेने के लिए जा रहा हूं और क्या शराबियों को छूट है कि वह लॉक डाउन में जाकर शराब ला सकते हैं शासन खुद ही लॉक डाउन के आदेश की धज्जियां उड़ा रहा है।


अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए

अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए  सरस्वती उपाध्याय  हर साल कार्तिक मास की शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी तिथि को छठ पर्व की शुरुआत ह...