मंगलवार, 5 मई 2020

राजस्थान के 29 जिलों में वायरस फैला

जयपुर। राजस्थान के 33 में से 29 जिलों में कोरोना फैल चुका है, लेकिन 57 फीसदी मरीज मात्र 2 जिलों में ही हैं। इससे भी चौंकाने वाला तथ्य यह है कि अभी अस्पतालों में कोरोना के कारण भर्ती 1546 में से 68 फीसदी अकेले जयपुर-जोधपुर के ही हैं। बाकी 27 जिलों के 32 फीसदी ही हैं। सोमवार रात तक पूरे राज्य के 3061 रोगियों में से अकेले जोधपुर और जयपुर के 1743 मरीज हैं। एक माह पहले जोधपुर में बमुश्किल 20 मरीज थे, अब एक्टिव मरीजों के मामले में यह जयपुर के बराबर पहुंच गया है।


एक माह पहले जोधपुर के कुल मरीजों की तुलना में जयपुर में पांच गुना मरीज थे। 2 अप्रैल को जयपुर में कुल मरीज 92 थे, और जोधपुर में 20 थे। लेकिन 4 मई को सिर्फ डेढ़ गुना का अंतर रह गया। जयपुर में पाॅजिटिव मरीज 1022 और जोधपुर में 721 हैं। प्रदेश में कुल 77 मौतें हुई हैं। इनमें 44 जयपुर और 11 जोधपुर में हुईं। यानी प्रदेश की 71% मौतें इन्हीं दो जगह हुईं। उधर, प्रदेश में अब तक कुल 1,29,258 जांचें हुई हैं। इनमें 51,666 जांचें सिर्फ जयपुर और जोधपुर में हुई हैं। जयपुर में 28,150 और जोधपुर में 23,516 सैंपल लिए जा चुके हैं।


नॉर्थ कोरिया ने सस्पेंस खत्म किया

प्योंगयांग। तानाशाह किम जोंग उन को लेकर नॉर्थ कोरिया ने सस्पेंस खत्म कर दिया है। 20 दिन बाद जब तानाशाह किम फिर से दुनिया के सामने आ गया है तब उसके पास तबाही का नया फॉर्मूला हैं। तानाशाह किम जोंग ने अपने अज्ञातवास में कई सा​जिशों को सिरे चढ़ाया है। उसने सबसे बड़ी मुसीबत तो अपने कट्टर दुश्मन साउथ कोरिया के लिए खड़ी कर दी है। तानाशाह की वापसी के साथ ही कोरियाई बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है। जो एक बड़े संकट का संकेत दे रहा है।


दुनिया इस सस्पेंस में थी कि नॉर्थ कोरिया का सनकी तानाशाह किम जोंग उन जिंदा है या मर गया। दुनिया रहस्यमयी देश उत्तर कोरिया के अंदर ये पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि आखिरकार किम जोंग उन का क्या हुआ। 20 दिन की गुमशुदगी के बाद उत्तर कोरिया से एक फैक्ट्री के उद्घाटन का वीडियो सामने आया और दावा किया गया किम जोंग उन पूरी तरह से स्वस्थ है।


कोरिया बॉर्डर पर एक्शन शुरूः इधर, तानाशाह का सस्पेंस खत्म हुआ उधर कोरिया में एक्शन शुरू हो गया। किम जोंग उन के 20 दिन तक गायब रहने के बाद लौटने के साथ ही नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच माहौल बिगड़ने लगा है।जोंग की वापसी के साथ नॉर्थ कोरिया की ओर से आक्रामकता दिखाई जा रही है।


यूपी ने बेचीं 300 करोड़ की शराब

लखनऊ। लॉकडाउन तीन में शुरू हुई शराब की बिक्री ने एक दिन में सारे पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में लगभग 300 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई। राजधानी लखनऊ में आठ करोड़ रुपये की शराब बिक गई जबकि दर्जन भर जिले ऐसे रहे जहां पांच करोड़ रुपये या उसके आसपास शराब बिकी।


सुबह दुकान खुलने से पहले ही शराब की दुकानों पर लंबी कतारें लग गईं। पूरा-पूरा कैरेट शराब की खरीद रहे थे। कुछ दुकानों पर शाम होते-होते स्टॉक की शार्टेज होने लगी। हालांकि इससे पहले ही सरकार ने बिक्री पर ब्रेक लगाने के लिए लिमिट तय कर दी। लेकिन तब तक बड़ी संख्या में विभिन्न श्रेणी की शराब बिक चुकी थी। शराब की बिक्री और नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, इसका जायजा लेने खुद प्रमुख सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी और आबकारी आयुक्त पी गुरू प्रसाद निकले।


उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ शराब की बिक्री के निर्देश दिए। दुकानों पर लंबी कतार और अधिक मात्रा में खरीदारी को देखते हुए विभाग ने निर्णय लिया कि एक बार में एक व्यक्ति अधिकतम 750 एमएल ही शराब दी जाएगी। इसमें एक बार मे एक बोतल, दो हाफ, तीन पव्वा, 375 एम एल बीयर की दो बोतल या तीन केन खरीदा जा सकता है। आबकारी आयुक्त पी गुरु प्रसाद ने बताया कि लंबे समय बाद दुकानों के खुलने से सुबह से ही बंपर खरीदारी हो रही थी। स्टॉक कम न पड़ जाए इसे देखते हुए लिमिट तय की गई। दोपहर बाद इसे लागू कराया जा सका। तब तक बड़ी मात्रा में लोग शराब खरीद कर घर जा चुके थे। प्रमुख सचिव ने बताया कि यह लिमिट अगले दो दिनों तक जारी रहेगी।


वहीं कई स्थानों पर शराब की दुकानों पर उमड़ी भारी भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका। प्रमुख सचिव आबकारी ने बताया कि इस बात के सख्त निर्देश दिए गए थे कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। बिना मास्क या बिना फेस कवर किए लोगों को लाइन में ही न लगने दिया जाए। आगे भी इसका पालन सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने बताया कि यूपी में कहीं भी कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है। इसकी तैयारी आबकारी विभाग और पुलिस विभाग ने मिलकर पहले से की थी। चीनी मिलों के इंस्पेक्टर को भी ड्यूटी पर लगाया गया था।


सूत्रों का कहना है कि शराब की बंपर बिक्री से प्रदेश सरकार को आबकारी विभाग से एक दिन में सर्वाधिक राजस्व का रिकार्ड बना। प्रदेश सरकार के खजाने में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये का राजस्व आने का अनुमान है। संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि शराब की बिक्री पर रोक के बाद अभियान चलाया गया था। 25 मार्च से 3 मई तक चले अभियान में एक लाख 61 हजार लीटर अवैध शराब जब्त की गई। इस दौरान 6264 मामले पकड़े गए। इस में शामिल 898 व्यक्तियों को जेल भेजा गया तथा 63 वाहन भी जब्त किए गए। गिरफ्तार किए गए अपराधियों एवं जब्त किए गए वाहनों के विरूद्ध आबकारी अधिनियम एवं भारतीय दंड संहिता तथा मोटर व्हीकल एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए।


महाराष्ट्र कमाना चाहता है 2 हजार करोड़

मुंबई। राज्य सरकार के आमदनी में जबरदस्त इजाफा हुआ है। 4 मई से सभी राज्यों में शराब की दुकानें खुल गई हैं। हर राज्य में भीड़ दुकानों पर उमड़ पड़ी है। इस बीच करीब 40 दिन बाद खुले दुकानों से राज्य सरकारों के आमदनी में जबरदस्त इजाफा हुआ है। कई राज्यों में शराब की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई है।


कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में रिकॉर्ड बिक्री


ताजा रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को शराब की दुकानों में बिक्री ने कई रिकॉर्ड कायम किए हैं। कर्नाटक सरकार ने सिर्फ एक दिन में शराब की बिक्री से 45 करोड़ रुपये कमाए हैं। इसी तरह आंध्र प्रदेश से मिले रिपोर्ट के अनुसार राज्य में पहले दिन की कमाई 40 करोड़ रुपये रही। दिल्ली में भी कल जनसैलाब टूट पड़ा।


महाराष्ट्र कमाना चाहता है 2000 करोड़ रुपये


महाराष्ट्र आबकारी विभाग सिर्फ मई महीने में शराब की बिक्री से लगभग 2000 करोड़ रुपये कमाने का टारगेट बना चुकी है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सरकार शराब की बिक्री से 80-100 करोड़ रोजाना कमाएगी।


कर्नाटक में बिकी 45 करोड़ की शराब

बेंगलुरु। भारत में कोरोना से बचाव खातिर सोमवार से अगले 14 दिनो तक Lockdown 3.0 शुरू हो गया है। तीसरे चरण के लॉकडाउन के पहले दिन यानी सोमवार को देश के अधिकतर राज्यों में शराब की दुकानें खोल दी गईं और बिक्री की अनुमति दे गई। lockdown की वजह से विगत 41 दिन से पूरा देश घरो में रहने को मजबूर था। लॉकडाउन 3.0 के पहले दिन देश के कई राज्‍यों ने कई प्रतिबंधों में ढील दी। इसका व्‍यापक असर देखने को मिला शराब की दुकानों को लेकर। पूरे दिन देश के कई  राज्‍यों से शराब की दुकानों के आगे लगी हुई कतारों के फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई।


शराब की दुकान (liquor shops) खुलने से पहले ही लंबी लाइन लग गई है। 9 बजे से खुलने वाली दुकान के बाहर लोग सुबह सात बजे से ही लंबी लाइन में खड़े होकर इंतजार करने लगे। कुछ दुकानों पर सुबह होते-होते लाइन एक किलोमीटर तक पहुंच गई है। तो कई जगह शराब की दुकानों के बाहर सुबह से ही लंबी लाइनें देखी गई।


लेकिन अकेले कर्नाटक (Karnataka) राज्य को इसका सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। कर्नाटक आबकारी विभाग (Karnataka Excise Department) की तरफ से बताया गया है कि इस एक दिन यानि सोमवार को राज्य में 45 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री हुई है।आबकारी विभाग के अनुसार, सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक 3.9 लाख लीटर बीयर (Bear) और 8.5 लाख लीटर इंडियन मेड लिकर (IML) की बिक्री से 45 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।।राज्य के आबकारी मंत्री एच नागेश (H Nagesh) ने बताया कि हमें 25 करोड़ रुपए की बिक्री की उम्मीद थी, लेकिन यह उससे भी अधिक है। जिसमें की 40% अकेले बेंगलुरु से है।


राज्य के पास है पर्याप्त स्टॉक


इसके साथ ही नागेश ने कहा कि लोगों को खरीदारी करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए क्योंकि राज्य के पास पर्याप्त स्टॉक है। दस दिनों के स्टॉक में IML के 26.5 लाख बॉक्स और बीयर के 16.5 लाख बॉक्स हैं। मंगलवार से राज्य के बजट के अनुसार शराब की कीमतें बढ़ेंगी और अतिरिक्त 6% उत्पाद शुल्क लगाया जाएगा,जो इस वित्त वर्ष (Fiscal Year 2020) से लागू होगा।


अदुगोड़ी में एक ने खरीदी 52,841 रुपए की शराब


मंत्री ने आगे कहा कि हालांकि आबकारी विभाग ने प्रति व्यक्ति 2.3 लीटर की सीमा तय की थी, लेकिन कुछ लोगों ने उससे भी अधिक खरीदी है।।उन्होंने कहा, “मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि अदुगोड़ी में अकेले एक व्यक्ति ने 52,841 रुपए की शराब खरीदी है।”


शराब दुकान की पूजा तो कही नारियल फोड़ा 


इतनी ही नहीं कुछ लोगों ने तो शराब खरीदने के तुरंत बाद इतनी पी ली कि वे सड़कों पर ही गिर गए।दावानगेरे में एक बूढ़ा व्यक्ति शराब पीने के बाद इतना खुश हुआ कि बिक्री की अनुमति के लिए उसने हर अधिकारी, नागरिक और राजनेता को धन्यवाद तक दिया। तो कुछ जगहों पर तो लोग नारियल तोड़ते और पूजा करते शराब दुकान के सामने स्पॉट किये गए।


एक्साइज कमिश्नर यशवंतनाथ वी ने बताया ने कि आम तौर पर किसी भी दिन लगभग एक लाख लीटर कि ही बिक्री होती है। लोगों को खरीदारी करने के लिए जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, स्टोर खुले रहेंगे और शराब उपलब्ध होगी। गोदाम में पर्याप्त है और डिस्टिलरीज भी अब काम कर रही हैं।सभी शराब दुकानों और पुलिस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि कोई अप्रिय घटना न हो।


महिलाओं ने भी खूब खरीदी मदिरा


वर्त्तमान समय में पुरुष के कन्धे से कंधा मिलाकर हर फील्ड में अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज़ कराने वाली आधी आबादी ने Lockdown के बाद खुली शराब की दुकानों पर महिलाओ की भी उपस्थिति भी जोरदार दिखी। महिलाए भी अच्छी खासी संख्या में शराब दुकानों के खुलने का इंतजार करते लंबी कतार में खड़ी दिखी।


प्राइवेट पार्ट को काट शिवलिंग पर चढ़ाया

ग्वालियर। एमपी के ग्वालियर सेंट्रल जेल में बंद एक कैदी ने अपना प्राइवेट पार्ट काटकर शिवलिंग पर चढ़ा दिया। घटना की जानकारी मिलते ही सेंट्रल जेल में हड़कंप मच गया। जेल स्टॉफ उसे लेकर जयारोग्य अस्पताल भागे और ट्रॉमा सेंटर में उसे भर्ती कराया गया है। अभी कैदी की हालत स्थिर बनी है। कैदी एमपी के भिंड जिले का रहने वाला है। कैदी ने इस हरकत के बाद कहा कि उसे सपने में भगवान भोलेनाथ ने दर्शन देकर ऐसा करने के लिए कहा था। ऐसा करने के बाद वह गंभीर रूप से लहूलुहान था। साथ ही जेल की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं।


जेलर प्रभात कुमार शर्मा के मुताबिक हत्या के मामले में सजा काट रहा कैदी विष्णु सिंह राजावत सुबह रोज की तरह जेल में बने शिव मंदिर में पूजा करने गया था। इसी दौरान उसने सुबह 6 बजे अपना प्राइवेट पार्ट काटकर शिव जी पर चढ़ा दिया। घटना की जानकारी लगते ही जेल स्टाफ ने जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है।


घायल कैदी विष्णु ने कहा कि रात को उसके सपने में भगवान भोलेनाथ आए थे, उन्होंने मुझे ऐसा करने का आदेश दिया और मैंने आज मंदिर में अपना प्राइवेट पार्ट उन्हें भेंट कर दिया। उसने बताया कि उसने मंदिर में रखी चम्मच का धारदार हथियार (कट्टन) बनाया और अपना प्राइवेट पार्ट काट दिया। विष्णु भिंड जिले का रहने वाला है, उसने ऊमरी थाने में घुसकर पुलिस वालों की हत्या की थी। विष्णु हत्या सहित अन्य मामलों में कुल 63 साल की सजा भुगत रहा है और वो दो साल से सेंट्रल जेल में बंद है। डॉक्टर विष्णु की हालात पर नजर रखे हुए हैं। कैदी की इस हरकत ने जेल महकमे में खलबली मचा दी है।


जरूरतमंदों को वितरण की खाद सामग्री

बहराइच जिले के मुर्तिहा कोतवाली के एस आई वीरपाल सिंह वितरीत कर रहे है  ज़रूरत मंद को खाद्यान सामग्री


बहराइच। देश और दुनिया में जहाँ कोरोना वायरस के दहसत और लॉक डाउन से लोग अपने अपने घरों में दुबके है ।
वहीं रोज कमाने खाने वालों पर व दिहाड़ी मजदूर पर खाने के लाले पड़ने लगे है।
जिसको देखते हुए बहराइच जिले के मुर्तिहा कोतवाली के उपनिरीक्षक वीरपाल सिंह ने ग्राम सभा धर्मापुर, हरखापुर और कई गांवों में घर घर जाकर  गरीब वंचित व दिहाड़ी मजदूर   को राशन दाल तेल सब्जी आदि  वितरण करने का काम कर रहे है। तथा लोगों को घर पर ही रहने की अपील भी कर रहे है। आपको बता दे कि उपनिरीक्षक वीरपाल सिंह अपने  इन्ही नेक काम को लेकर अक्सर सुर्खियों में बने रहते है।


आदर्श पांडेय


आइसोलेशन सेंटर का डीएम ने जायजा लिया

जिलाधिकारी ने आइसोलेशन सेन्टर का जायजा लिया


आरोग्य सेतु ऐप की जानकारी देकर डाउनलोड करवाया


सोशल डिस्टेसिंग ,लाकडाउन का पालन करे ,  जिलाधिकारी


कौशाम्‍बी। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक अभिनंदन सिंह कौशाम्बी द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम हेतु लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने एवं व्यवस्थाओं का जायजा लेने हेतु सोमवार को,जनपद के थाना सैनी क्षेत्र के कस्बा सिराथू,सैनी चौराहा कड़ाआदि स्थानों का भ्रमण कर लाकडाउन का जायजा लिया | और इस दौरान आर पी डिग्री कॉलेज दारा नगर ,कड़ा का निरीक्षण किया गया |जहां पर कोरोना संक्रमण के कारण बाहर से आये व्यक्तिओं को आइसोलेशन पर रखा गया है उन सभी से वार्ता कर उनको आरोग्य सेतु एप के बारे में जानकारी दी गई, व उनके मोबाईल मे आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराया गया |सभी को निर्देशित किया गया कि वह क्वारंटाइन सेंटर में आपस में  सामाजिक दूरी बनाए रखे एवं एक स्थान पर एकत्र हो कर न बैठें, तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा क्षेत्राधिकारी सिराथू एवं पुलिस बल के साथ शराब की दुकानों पर सोशलडिस्टेसिंग एवं कानून व्यवस्था का जायजा लिया गया। भ्रमण के दौरान लॉकडाउन के अनुपालन में लगे पुलिस कर्मियों को सक्रियता व सर्तकता से ड्यूटी करने एवं ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सावधानी बरतने को कहा गया ।जिले मे कोइ भी संक्रमित न हो इसके लिए जिलाधिकारी कौशाम्‍बी एवं पुलिस अधीक्षक कौशाम्‍बी रात दिन प्रयासरत है |
पुष्पेश त्रिपाठी


सरकारी तोहफा 'विश्लेषण'

अद्भुत यह परिवर्तन की बेला मंदिर मस्जिद में लगा है ताला देखो भई देखो ईश्वर की लीला पीने के  लिए खुल गई मधुशाला


डॉ सुधाकर पांडेय


 क्या मंदिर मस्जिद स्कूल कॉलेज से ज्यादा  जरूरी है शराब की दुकान के कपाट खोलने केंद्र एवं राज्य सरकार का  लॉक डाउन के 42 में दिन देश की जनता को पहला तोहफा दिया सोमवार को मदिरा की दुकान खोलने के पश्चात शाम होते होते प्रयागराज की सड़कों पर नमूना दिखने लगे किसी का पैर गटर में तो कोई बीच सड़क पर ही साइकिल से धड़ाम तो कोई कोरोना को भगाने को लेकर बीच सड़क बीच सड़क नशे में डांस करते दिखते नजर आया l


यह मधुशाला की ही कमाल है l निश्चित तौर पर घरों में चूल्हे नहीं जले गे  घरेलू हिंसा होगी  बच्चे बिन खाए सोएंगे सरकार द्वारा शराब की दुकान खोलने का फैसला गलत है या सही यह सरकार को सोचना होगा l हो सकता है सरकार अपनी आर्थिक स्थिति मदिरा के बहाने मजबूत करना चाह रही हो l कारण जो भी हो पर इस वैश्विक महामारी में जहां एक तरफ मंदिर के कपाट बंद हैं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है


इसमें शराब का दुकान खोलना यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला लग रहा है l जिस तरह सेदुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं 42 दिन लाॅक डाउन रखने का क्या फायदा बीमारी अभी खत्म नहीं हुई है ना ही टली है बल्कि मुहावरे पर खड़ी है 


सरकार को शराब के साथ साथ  सुनार की दुकान भी खोलनी चाहिए  क्योंकि लोगों के पास पैसे तो है नहीं  घर के जेवर बेचकर ही  शराब इस वक्त  पी जा सकती है और  शराबियों के सम्मान में  सरकार को एक आदेश जारी करना चाहिए कि जब कोई शराब लेने  दुकान पर पहुंचे तो ताली बजाकर उसका उत्साहवर्धन करें 


क्योंकि वह देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने जा रहा है जीवन में पहली बार  देखा है  की शराबियों के सम्मान में पुलिस के जवान  लाइन लगवाकर शराबी को आ रहे हैं  यह पुलिस जवानों का अपमान है  अपने निजी फायदे के लिए सरकार कुछ भी करने को तैयार हैं करोड़ों मजदूर जिनकी रोजी-रोटी के लाले पड़े हैं  


लोग भुखमरी से मर रहे हैं शराब की दुकान खोलने से देश की महिलाएं चिंतित और भयभीत हैं महिलाओं का कहना है यह उचित समय नहीं है शराब की दुकान खोलने का


लोग महीनों से अपने कारोबार को बंद करके घर पर बैठे हैं जमा पूंजी खा रहे हैं शराब की दुकान खुलने से लोग अपने नशे को पूरा करने के लिए घरेलू हिंसा करेंगे एवं चोरी वा क्राइम में बढ़ोतरी होगी लोग अपने नशे को पूरा करने के लिए क्राइम करेंगे सरकार का यह फैसला जल्दी बाजी में लिया गया फैसला है स्थिति देश की पूर्ण रूप से नॉर्मल हो जाने के बाद ही शराब की दुकानें खोलने चाहिए सरकार को यह बात सही है कि नशे की चीजों में सरकार को बड़ा मुनाफा मिलता है लेकिन बड़ा मुनाफे के चक्कर में सरकार गलत फैसले ले रही है 


शराब की दुकान खोलने से कहीं ज्यादा जरूरी गरीब मजदूर किसान  छोटे कारोबारी की जिंदगी पुनः पटरी पर लौट आना है सरकार को अपने फैसले पर एक बार पुनः विचार करने की जरूरत है l
शराब लेने की बात पर पुलिस ने भी दे दी छूट.............


सोमवार था मंगलवार को जिस तरह से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रही पुलिस भी लाचार दिखी इतने दिनों से घरों में रहने की सलाह देने वाली पुलिस मूकदर्शक बनी रहे l वैश्विक महामारी में लॉक डाउन का कड़ाई से पालन करा रही पुलिस जब दारू की बोतल लेने जा रहे लोगों की भीड़ देखकर मूकदर्शक बनी रही l 


सोशल डिस्टेंसिंग की लोग धज्जियां उड़ाते रहे पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही पुलिस भी क्या करें वह लाचार है शासन प्रशासन का पालन करना उनकी मजबूरी है l जैसे ही लोग कहते कि दारू की बोतल लेने जा रहा हूं पुलिस अभी उनको बगल से जाने की इजाजत दे देती वसूल करके दारु की दुकान के सामने लाइन में लग जाते हैं


जैसे ही दारू की बोतल मिलती है वह माथे पर लगा कर खुशी खुशी अपने घर के लिए रवाना हो जाते l अब आम जनमानस को सोचना होगा कि दारू जरूरी है या जीवन l


भीगी मूंगफली खाने के कई फायदे

कविता गर्ग


ड्राई फ्रूटस खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. हालांकि गर्मियों के मौसम में ड्राई फ्रूट्स खाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. गर्मियों में कोशिश करें कि ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर ही खाएं. क्या आपको पता है कि ड्राई फ्रूट्स में मूंगफली खाना सेहत के लिए काफी अच्छा होता है. साथ ही यह बड़ी आसानी से कम दाम में उपलब्ध हो जाता है. अन्य ड्राई फ्रूट्स के मुकाबले इसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के पकवानों को बनाने में किया जाता है. मूंगफली का सेवन अगर रात में भिगोने के बाद सुबह उठकर किया जाए तो उसके कई बेहतरीन स्वास्थ्य फायदे देखने को मिल सकते हैं. आइए आपको बताते हैं मूंगफली को भिगोकर खाने के फायदों के बारे में.


बॉडीबिल्डिंग में करें मदद


बॉडीबिल्डिंग करने वाले पुरुषों के लिए रोज सुबह उठने के बाद भीगी हुई मूंगफली का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है. इसमें प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है जो बॉडीबिल्डर्स के शरीर में प्रोटीन की पूर्ति करता है. इसे आप स्प्राउट के साथ सुबह-सुबह खा सकते हैं.


हार्ट संबंधी बीमारी का खतरा कम


मूंगफली में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो दिल से जुड़ी कई प्रकार की बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करते हैं. मूंगफली में कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण पाया जाता है. इस कारण जो लोग नियमित रूप से कार्डियोप्रोटेक्टिव वाले स्रोत खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं वह अपनी डायट में मूंगफली को भी शामिल कर सकते हैं. कार्डियोप्रोटेक्टिव एक ऐसा गुण है जो दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कई गुना तक कम कर देता है. इसके लिए भीगी हुई मूंगफली का सेवन जरूर करें.


मस्तिष्क को रखता है हेल्दी


कई प्रकार के ड्राई फ्रूट का सेवन करना दिमाग के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है. वहीं, मूंगफली में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है. यह एक ऐसा फैटी एसिड है जो दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है. इसलिए जो बच्चे आपके घर में पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें रोज सुबह भीगी हुई मूंगफली का नियमित रूप से सेवन कराया जा सकता है. यह उनकी मेमोरी को भी बढ़ाता है.


स्किन को बनाता है चमकदार


हर कोई अपनी स्किन को चमकदार और ग्लोइंग बनाए रखने के लिए तरह-तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करता है. आपको बता दें कि भीगी हुई मूंगफली का सेवन करने वाले लोगों को भी त्वचा संबंधित कई प्रकार के फायदे मिल सकते हैं. दरअसल मूंगफली में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है. इस कारण अगर आप सुबह-सुबह इसका सेवन करते हैं तो वह दिन भर आपकी त्वचा में ताजगी बरकरार रखने का काम कर सकता है.


पाचन शक्ति को करे मजबूत


फाइबर एक ऐसा पोषक तत्व है जो पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाए रखने के लिए बेहद जरूरी होता है. इसलिए फाइबर स्रोत वाले खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से भोजन में शामिल किया जाना चाहिए. इसके लिए आप मूंगफली को भी अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. इसमें फाइबर पोषक तत्व की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसका सेवन करने से आपका पाचन तंत्र ठीक तरह से काम करेगा और आपको पेट से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल सकेगा.


शराब से 1 दिन में 500 करोड़ कमाए

नई दिल्ली। देश में शराब की बिक्री क्या शुरू हुई, शराब के खरीददारों ने धूम मचा दी। गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महज एक दिन में शराबियों ने ताबड़तोड़ शराब की खरीददारी की।
गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक चार मई से देश में शराब की दुकानें खोलने की इजाजत दी गईं। सरकार के इस ऐलान के बाद पूरे देश के शराबी झूम उठे। शराब के शौकीन सुबह से ही ठेकों के बाहर जमा होना शुरू हो गए। ठेकों के बाहर उत्सव जैसा नजारा था। शराब को लेकर लोगों में किस कदर उत्साह था। ये सिर्फ आंकड़ों से पता चल जाएगा। दरअसल, पहले ही दिन पांच राज्यों में 554 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई।
सरकार ने कमाई के मकसद से.शराब बिक्री की इजाजत दी थी। खास बात ये रही कि शराबियों ने सरकार को निराश नहीं किया और लाकडाउन फेज तीन के पहले दिन शराब की दुकानें खुलीं। हाल ये रहा कि कुछ शहरों में तो कई किलोमीटर तक लंबी कतारें दिखीं। उत्तरप्रदेश में 225 करोड़, महाराष्ट्र में 200 करोड़, राजस्थान में 59 करोड़, कर्नाटक में 45 करोड़ और छत्तीसगढ़ में 25 करोड़ रुपये की शराब बिकी। यानि पहले ही दिन 500 करोड़ से ज्यादा की शराब बिक गई।


कोरोना के साथ स्वाइन फ्लू का कहर

नई दिल्ली। भारत सहित पूरी दुनिया खतरनाक कोरोना वायरस से जूझ रही है। इसी बीच भारत में एक और घातक बीमारी अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की दस्तक हो चुकी है। इस बीमारी ने असम में कहर बरपाना शुरू किया है। असम सरकार के मुताबिक करीब 2500 सूअरों की इसकी वजह से मौत हो चुकी है।


दरअसल, रविवार को असम सरकार के पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री अतुल बोरा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि राज्य में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू के मामले सामने आए हैं। अब तक राज्य के सात जिलों के 306 गांवों में यह बीमारी फैली है। इस खतरनाक बीमारी से अब तक 2500 सूअरों की मौत हो चुकी है।


उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान ने अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (एएसएफ) की पुष्टि की है।
दरअसल, रविवार को असम सरकार के पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री अतुल बोरा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि राज्य में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू के मामले सामने आए हैं। अब तक राज्य के सात जिलों के 306 गांवों में यह बीमारी फैली है। इस खतरनाक बीमारी से अब तक 2500 सूअरों की मौत हो चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान ने अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (एएसएफ) की पुष्टि की है। देश में पहली बार इस बीमारी ने दस्तक दी है। यह संक्रमण इतना खतरनाक है कि इससे संक्रमित सूअरों की मृत्युदर 100 प्रतिशत है। उन सूअरों को बचाने की रणनीति तैयार हो रही है जो अभी संक्रमण से बचे हुए हैं।


बोरा ने बताया कि केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद भी असम सरकार सूअरों को मारने के बजाय इस घातक संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए अन्य रास्ता अपनाएगी। उन्होंने बताया कि इस बीमारी का कोविड-19 यानी कोरोना वायरस से कोई लेना-देना नहीं है। इस वायरस के प्रसार के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि अफ्रीकी स्वाइन फ्लू सूअर के मांस, स्लाइवा, खून और टिशू के जरिए फैलता है। इसलिए, असम सरकार सूअरों का परिवहन रोकेगी। हमने 10 किलोमीटर की परिधि को सर्विलांस जोन में तब्दील कर रखा है, ताकि वहां से सूअर कहीं और ना जाएं।


बोरा ने बताया कि इस बीमारी की शुरुआत अप्रैल 2019 में चीन के जियांग प्रांत के एक गांव में हुई थी जो अरुणाचल प्रदेश का सीमावर्ती है। असम में यह बीमारी इसी साल फरवरी के अंत में सामने। और ऐसा लगता है कि यह बीमारी चीन से अरुणाचल होती हुई असम पहुंची है। असम सरकार के प्लान के बारे में बात करते हुए बोरा ने बताया कि पशु चिकित्सा विभाग प्रभावित इलाके के एक किलोमीटर के दायरे में नमूने इकट्ठा करके उनकी जांच करेगा। इस दौरान केवल उन्हीं सूअरों को मारा जाएगा जो संक्रमित होंगे। पड़ोसी राज्यों से भी आग्रह किया गया है कि वे अपने यहां सूअरों के आवागमन पर रोक लगाएं। एक तथ्य यह भी है कि पिछले दिनों असम के धेमाजी, उत्तरी लखीमपुर, बिश्वनाथ, डिब्रूगढ़, शिवसागर और जोरहाट और अरुणाचल प्रदेश के कुछ जिलों में सूअरों की असामान्य मौत हुई है। इसके बाद उसी समय मेघालय में अन्य राज्यों से सूअरों के परिवहन पर रोक लगा दी गई है।


असम राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 की जनगणना के अनुसार असम में सूअरों की संख्या 21 लाख थी, लेकिन अब यह बढ़ कर करीब 30 लाख हो गई है।इसके अलावा असम में कोरोना वायरस के मामलों पर बात करते हुए मंत्री ने बताया कि राज्य कोरोना संक्रमितों की संख्या 42 हो गई जिसमें से 32 ठीक भी हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। राज्य में अभी 9 केस एक्टिव है और 1 की मौत हो चुकी है।


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